वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी बुक का श्री मोदी ने किया विमोचन

बर्ड वॉचर्स टूरिज्म विकसित किया जाएगा : मुख्यमंत्री

गुजरात का गौरव सिंह है लेकिन केंद्र सरकार इसके संरक्षण,

संवद्र्घन के लिए कोई सहायता नहीं देती

 मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सनत शोधन के फोटो कॉफी बुक का विमोचन करते हुए कहा कि, बर्ड वॉचर्स सबसे उत्तम पर्यटन प्रेमी हैं और गुजरात में पक्षी सृष्टि का अपार वैभव देखते हुए बर्ड वॉचर्स टूरिज्म के विकास की विशाल संभावनाएं हैं। इसे विकसित करने पर राज्य सरकार ने ध्यान केन्द्रीत किया है।

वन्य प्राणी सृष्टि और प्रकृति प्रेमी फोटोग्राफर सनत शोधन ने 15 वर्ष में विश्व भ्रमण कर वन्य प्राणी सृष्टि और प्रकृति के अद्भुत दृश्यों को कैमरे की आंखों से क्लिक किया है। ऐसे चयनित 400 वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ की अंग्रेजी कॉफी बुक च्च्रू4 छ्वशह्वह्म्ठ्ठद्ग4 द्बठ्ठ ह्लश 2द्बद्यस्रज्ज् अत्यंत आधुनिक इको प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी से प्रकाशित हुई है।

मुख्यमंत्री श्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि कच्छ में तो अनोखा फ्लेमिंगो सिटी है और सारस पक्षी की संख्या विश्व में जितनी है उसकी 20 प्रतिशत अकेले गुजरात में है। उन्होंने कहा कि सनत शोधन ने सब कुछ छोडक़र फोटोग्राफी का शौक अपनाया है जबकि उन्होंने स्वयं (मुख्यमंत्री ने) एक बार फोटोग्राफी का शौक छोडक़र कार्यभार की दिशा अपनाई है। वन्यप्राणी, पक्षी सृष्टि की फोटोग्राफी कला की विशेषता मुख्यमंत्री ने समझाई। गुजरात में वन्य प्राणी पक्षी सृष्टि के विशेष वैभव विश्व प्रवासियों के लिए अनोखा आकर्षण रखते हैं। इसका उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गिर के अभयारण्य में वन्य प्राणी सृष्टि की रक्षा के लिए वन विभाग की नारी शक्ति सिर्फ कर्मयोगी के रूप में ही कार्य नहीं करती बल्कि फोटोग्राफी भी करती है

उन्होंने कहा कि सिंह गुजरात का गौरव है और यहां सिंहों की संख्या 411 तक पहुंची है। केन्द्र की वर्तमान सरकार बाघों के संरक्षण के लिए 200 करोड़ रुपये की केन्द्रीय सहायता देती है। लेकिन गुजरात के सिंहों के लिए एक रुपया भी नहीं देती। श्री मोदी ने सवाल उठाया कि, क्या गुजरात के सिंह कम्यूनल हैं और बाघ सेक्यूलर हैं? भारत सरकार इस प्रकार की मानसिकता से पीडि़त है।

­­

श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में पर्यटन की विकास दर निरंतर बढ़ती ही रही है और आज तो भारत की पर्यटन विकास दर से गुजरात की पर्यटन विकास दर ज्यादा है। रणोत्सव में कच्छ का सफेद रेगिस्तान और रात की चांदनी के अद्भुत नजारे को जिन्होंने देखा है, वह इसकी प्रशंसा करते थकते नहीं है। गुजरात के पर्यटन वैभव को विश्व के समक्ष रखने में फोटोग्राफी कला का माध्यम भी काफी प्रेरक और श्रेयस्कर है

यह पुस्तक विमोचन सनत शोधन के वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में फोटोग्राफी के 15 वर्ष को जीवंत बनाता है। इस सचित्र पुस्तक में समाविष्ट किये गए फोटोग्राफ्स के लिए उन्होंने विश्व के कई देशों के जंगली इलाकों की यात्रा की है। पुस्तक में सात महत्वपूर्ण प्रकरण हैं, जिनमें 400 से ज्यादा सुंदर और विदेशी जंगली प्राणियों के फोटोग्राफ्स शामिल किये गए हैं।

गुजरात सरकार की ओर से उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए ललित कला गौरव पुरस्कार हासिल करने वाले सनत शोधन ने एच.पी. स्प्रिंट टेक्नोलॉजी का आभार जताया। यहां पर आपादुरई ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में नामी फोटोग्राफर और फोटोग्राफी में दिलचस्पी लेने वाले कई महानुभाव मौजूद थे।

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report

Media Coverage

India’s Biz Activity Surges To 3-month High In Nov: Report
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।