डिजिटल गुजरात की दिशा में ‘ई-नगर’ के ऐतिहासिक प्रोजेक्ट का शुभारम्भ
महात्मा गांधी स्वच्छता मिशन
स्वच्छ गुजरात का जन आन्दोलन मिशन मोड पर
‘डिजिटल इंडिया’ हमारा सपना है और डिजिटल गुजरात इसकी शुरुआत है: मुख्यमंत्री
टेक्नोलॉजी से प्रशासनिक नगर सेवा का नया नजराना
तीन महिने तक समग्र गुजरात में सघन स्वच्छता सफाई अभियान प्रारम्भ
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘डिजिटल गुजरात’ की दिशा में महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत राज्य में ई-नगर का ऐतिहासिक प्रोजेक्ट आज शुरु किया।
मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी स्वच्छता मिशन की घोषणा भी की। यह महात्मा गांधीजी की 150 वीं जन्म जयंती के वर्ष 2019 तक में ‘स्वच्छ गुजरात’ का जन आन्दोलन मिशन मोड पर साकार करेगा।
डिजिटल गुजरात के संकल्प के तहत, ई-नगर प्रोजेक्ट के अंतर्गत ‘शहरी प्रशासन’ को ई- गवर्नेंस से मोबाइल गवर्नेंस तक की इंफ़ोर्मेशन टेक्नोलॉजी का सामान्य नागरिक के सशक्तिकरण और सेवा- सुविधा के गुणात्मक परिवर्तन में महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का शुभारम्भ आज श्री मोदी ने किया।
अहमदाबाद के आज जन्मदिन के उपहार स्वरूप श्री मोदी ने शहर के आठ स्थलों को वाई फाई टेक्नोलॉजी की सुविधा प्रदान की। उन्होंने कांकरिया में ‘स्काइप’ माध्यम द्वारा सामान्य नागरिक के साथ वाई फाई कनेक्टीविटी से संवाद किया। वाई फाई प्रोजेक्ट क्रमश: 53 शहरों में शुरु होने वाला है। समार्ट सिटी के रूप में गुजरात में विभिन्न टेक्नोलॉजी मोबाइल गवर्नेंस के एप्लिकेशन के नये आयाम भी श्री मोदी ने लॉन्च किए। इससे 24 ग़ुना सात ई गवर्नेंस सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध होगी। इसके लिए वेब पोर्टल का लॉन्चिंग भी किया गया। स्मार्टसिटी में जीआईएस बेज टाउन प्लानिंग सिस्टम भी शुरु हुई है, साथ ही डिजीटल सिग्नेचर के साथ आईटी यूज- सिविक सर्विसेज के लीगल रूल्स फ्रेमवर्क की भी श्री मोदी ने घोषणा की।
‘ई-नगर’ से डिजिटल गुजरात के लिए रोडमैप की भूमिका में मुख्यमंत्री ने कहा कि आईएसटी ने सम्पूर्ण जीवन व्यव्स्था को बदल डाला है, इसके साथ कदम मिलाने पर ही विकास की गति बरकरार रख पाएंगे। इस टेक्नोलॉजी के साथ जुड़ेंगे नहीं तो निरक्षर ही माने जाएंगे। यह टेक्नोलॉजी यूजर फ्रेंडली है और सामान्य व्यक्ति भी इससे जुड़ सकता है, उसे एक सूत्र में बांधने की आवश्यकता पूर्ण करने की पहल गुजरात ने की है।
राज्य में डिजास्टर मेनेजमेंट के लिए जनजागृति मोबाइल नेटवर्क काफी सफल रहा है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हमारा सपना है डिजिटल इंडिया और डिजिटल गुजरात इसकी शुरुआत है जिसका प्रारम्भ आज के वाई फाई ई-नगर के प्रोजेक्ट से हुआ है।
उन्होंने कहा कि गुजरात का कोई भी नागरिक किसी भी पल दुनिया के साथ जुड़ा हुआ हो, यह संकल्प साकार करने से पूर्व ‘ई-ग्राम’ किया और अब ‘ई-नगर’ बनाया है। समग्र देश के लिए यह एक ऐतिहासिक टेक्नोलॉजी की शक्ति का साक्षात्कार करवाता है। टेक्नोलॉजी के उपयोग से सामान्य व्यक्ति के लिए प्रशासनिक सेवा कितनी अद्भुत व्यवस्था बन सकती है, यह गुजरात ने साबित किया है।
सामान्य नागरिक को सेवा, सुविधाएं सरलता से उपलब्ध हो सके, इसके लिए टेक्नोलॉजी का व्यापक नेटवर्क के तौर पर उपयोग बड़ी चुनौती है और गुजरात सरकार का प्रशासन इसके लिए सक्षम है। इसके लिए शहरी विकास विभाग को श्री मोदी ने शुभकामनाएं दी।
वर्ष 2019 में महात्मा गांधीजी को उनकी 150 वीं जन्म जयंती के अवसर पर, उनकी प्रिय- स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने संकल्प जताया कि स्वच्छ गुजरात श्रेष्ठ श्रद्दांजली के रूप में हम उपहार स्वरूप देंगे।
इसका प्रारम्भ आज से तीन माह तक शहरों और गांवों में सघन सफाई अभियान चलाकर किया जाएगा। गुजरात में 2019 तक स्वच्छता और सफाई का जन आन्दोलन सफल बनाने का उन्होंने आह्वान किया।
नारी सम्मान के रूप में प्रत्येक घर में शौचालय अनिवार्य रूप से बने ऐसी भावना को कर्तव्य समझकर शौचालय बनवाने का अभियान पूरा करने का उन्होंने आहवान किया। मुख्यमंत्री ने 611 गांवों को निरमल पुरस्कार प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता व्यक्ति का और समाज का सहज स्वभाव बने तो सबसे ज्यादा लाभ स्वास्थ्य का होगा। मन के स्वास्थ्य के साथ गुजरात तन्दुरुस्त रहे, कोई रोग ना हो, इसकी किलेबंदी स्वच्छता ही है।
वर्ष 2019 के बाद 2022 में आजादी के 75 वर्ष किस प्रकार मनाए जाएं, इसकी रूपरेखा में श्री मोदी ने कहा कि हेल्दी गुजरात का सपना पूरा करने के लिए सर्वव्यापी जन कर्तव्य जागरण हो, ऐसा वातावरण बनाने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर शहरी विकास और आवास मंत्री श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने भी सम्बोधन किया। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा, राज्यमंत्री जयंती भाई कवाडिया, मुख्य सचिव, सचिव, नगर-महानगरों के जनप्रतिनिधि,पदाधिकारी, मेयर, कमिश्नर्स मौजूद रहे। शहरी विकास के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोरिया ने सभी का आभार जताया।