26 अप्रैल की शाम को श्री नरेन्द्र मोदी 3-डी भारत विजय रैली के छठे दौर संबोधित किया, और देश भर में फैले विभिन्न स्थानों के लाखों समर्थकों से बात की। लोगों से तथ्यों को छिपाने में कांग्रेस के दुराचार और छल को उजागर करते हुए श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने केवल राष्ट्र को धोखा दिया है। उन्होंनेलोगों से वोट देकर कांग्रेस को बाहर करने और देश में प्रगति लाने का आग्रह किया।
एक मांस निर्यात कंपनी के माध्यम सेकुछ केंद्र सरकार के मंत्रियों और 10-जनपथ के एक सदस्य के हवाला लेनदेन में लिप्त होने के आरोपों से लेकरअपने हलफनामे में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा दिए गए शपथ पत्र में अज्ञात विदेशी बैंक खातों पर लगी आपत्ति तक, हाल में आई कई ख़बरों का ब्यौरा देते हुए श्री मोदी ने बताया कि कैसे कांग्रेस और उसके सदस्यों की रक्षा के लिए आपस में साँठ-गाँठ कर रहे हैंऔर जानबूझ कर कई महत्वपूर्ण सूचनाएँ भारत की जनता से छुपा रहे हैं। उन्होंने हसन अली मामले की चर्चा करते हुए कहा किइस मामले में लिप्त लोगों पर आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एसआईटी गठित करने केआदेश के बावजूद कांग्रेस सरकार ऐसा करने की कोई ज़रूरत नहीं समझी।
श्री मोदी नेलोगों से इस तरह के षड्यंत्रों का प्रचार-प्रसार करने और दूसरों को सूचित करने का आग्रह किया जिससे लोग देश का नेतृत्व करने के लिए सही उम्मीदवार का चयन करने में सक्षम हो पाएँ। उन्होंनेभारतीय निर्वाचन आयोग से इस तरह की चिंताओं पर गौर करने का आग्रह किया जिससे लोगों के सामने सही तस्वीर आ सके।
श्री मोदी नेप्रधानमंत्री के हाल के बयान का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने देश में 'मोदी लहर' को स्वीकार करने से मना कर दिया है, और बड़े ही बुद्धिमत्तापूर्ण तरीक़े से आगे कहा कि प्रधानमंत्री से इसी तरह के बयान की उम्मीद की जा सकती है क्योंकि उन्हें वस्तुस्थिति का पता नहीं होता है और यही कारण है कि वे सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई याबेरोजगारी कोकभी स्वीकार नहीं किया है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि प्रधानमंत्री के इस तरह के बयानों से किसी को आश्चर्य नहीं हो सकता है क्योंकि हाल ही में जारी पुस्तक 'एक्सीडेंटल प्राइम-मिनिस्टर' से यह पता चलता है कि प्रधानमंत्री ने कभी भी किसी भी मामले पर एक मजबूत राय नहीं बना पाई थीक्योंकि सभी महत्वपूर्ण निर्णय केवल 'माँ-बेटे' की जोड़ी द्वारा ही लिए जाते थे। उन्होंने काँग्रेस के इस प्रश्न का जो वो हमेशा श्री मोदी से पूछती है कि क्या 'सुनामी'विनाश लाएगा, का कड़ा जवाब दिया? श्री मोदी 2014 के चुनाव को 'सुनामी' कहते हैं और कांग्रेस द्वारा इसे नकारात्मक ढंग से प्रयोग करने पर उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ' सुनामी ' निश्चित रूप से विनाश लाएगा, लेकिन केवल उन लोगों के लिए जिन्होंने राष्ट्र को बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने गुजरात के विकास की कहानी को झूठा बताने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष केझूठे बयान का जवाब देते हुए गुजरात उच्च न्यायालय के हाल के निर्णय को सामने रखा जिसमें कहा गया है कि गुजरात सरकार द्वारा जारी की गई नीतियाँ और पहल लोगों के हित में हैं, और किसी भी तरह की जोड़तोड़ या भेदभाव से रहित हैं। श्री मोदी ने कांग्रेस को खुलकर बाहर आने और अच्छे प्रशासन और विकास के मापदंडों पर भाजपा से बहस करने की हिम्मत पैदा करने के लिए ललकारा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कैसे भ्रष्टाचार, मँहगाई, बेरोजगारी या गरीबी की समस्याओं से निपटने के लिए कभी नहीं सोचा और इस बारे में कोई पहल नहीं की।
अपने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए की गई वाराणसी की अपनी हाल की यात्रा को याद करते हुए श्री मोदी ने कहा कि लोगों और शहर की उदारता और भव्यता नेउन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वाराणसी की यात्रा के दौरान उन्हें बड़े पैमाने पर मिले समर्थन ने वास्तव में, कांग्रेस की रातों की नींद हराम कर दी है।
श्री मोदी ने लोगों से भाजपा के लिए वोट देने और300 से अधिक कमलों को दिल्ली तक पहुंचने में सक्षम बनाने का आग्रह किया जिससेएक 'सेवक' देश की सेवा कर सके और पिछले 60 वर्षों के कुशासन के बंधनों से देश को बाहर लासके।