भारत डिफेंस और टेक्नोलॉजी से लेकर ग्लोबल ट्रेड व डिप्लोमेसी तक विभिन्न क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ रहा है। इस सप्ताह, देश अपनी नौसैनिक शक्ति को मजबूत कर रहा है, फ्यूचरिस्टिक ट्रांसपोर्ट को अपना रहा है और ग्लोबल पार्टनर्स के साथ आर्थिक संबंध बना रहा है।
जैसा कि न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री के रूप में [नरेन्द्र मोदी की] असाधारण उपलब्धियों का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। [नरेन्द्र मोदी ने] अपने 250 मिलियन देशवासियों को गरीबी से बाहर निकाला है और अत्यधिक गरीबी को खत्म किया है। आज, भारत अपार इनोवेटिव पोटेंशियल के साथ टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी है।" उनके शब्द बताते हैं कि भारत की प्रोग्रेस किस तरह दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रही है।
भारत और अमेरिका: स्ट्रैटेजी से समृद्धि तक
भारत और अमेरिका के बीच संबंध सिर्फ़ रणनीतिक चिंताओं से आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिकी DNI तुलसी गबार्ड के अनुसार, दोनों देश व्यापार, रक्षा सहयोग और जॉइंट टेक्नोलॉजिकल वेंचर्स को गहरा करके एक समृद्ध भविष्य के लिए मंच तैयार कर रहे हैं। यह बढ़ती साझेदारी भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और आर्थिक ताकत को दर्शाती है।
एक मजबूत भारतीय नौसेना: अग्निवीर और महिलाओं की भागीदारी
अग्निवीर भर्ती योजना और सक्रिय सेवा में महिलाओं को शामिल करने के साथ भारतीय नौसेना में बदलाव आ रहा है। ट्रेनिंग और इंटरनेशनल एक्सरसाइज में भागीदारी के अधिक अवसरों के साथ, नौसेना एकअधिक एफिशिएंट और वर्सेटाइल फोर्स.बन रही है। यह डाइवर्सिटी और प्रोफेशनलिज़्म को अपनाते हुए भारत के डिफेंस फोर्सेज के मॉडर्नाइजेशन की दिशा में एक बड़ा बदलाव है।
सुनीता विलियम्स की घर वापसी: भारत के लिए गर्व का क्षण
NASA एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स लाखों लोगों को प्रेरित करती हैं; उनका हालिया मिशन भारत के लिए एक और गौरव का क्षण है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत की 'प्रतिष्ठित बेटी' को लिखे गए भावपूर्ण पत्र से स्पेस-एक्सप्लोरेशन में उनकी उपलब्धियों के प्रति देश की गहरी प्रशंसा और गर्व का पता चलता है।
भारत ने क्रिएटर इकोनॉमी पर 1 बिलियन डॉलर का दांव लगाया
डिजिटल कंटेंट के बढ़ते चलन के साथ, भारत क्रिएटर्स को उनके स्किल को बेहतर बनाने, उत्पादन की गुणवत्ता को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर विस्तार करने में मदद करने के लिए.1 बिलियन डॉलर का निवेश कर रहा है। इस कदम का उद्देश्य भारत को ग्लोबल कंटेंट इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना है, जिससे लोगों को क्रिएटिविटी को आर्थिक सफलता में बदलने के लिए सशक्त बनाया जा सके।
भारत का हाइपरलूप: ट्रांसपोर्ट की सीमाओं को आगे बढ़ाना
IIT मद्रास में 410 मीटर की हाइपरलूप टेस्ट ट्यूब अब दुनिया में अपनी तरह की सबसे लंबी है। यह माइलस्टोन भारत को नेक्स्ट जेनरेशन के ट्रांसपोर्ट के करीब लाता है, जो भविष्य में लोगों और सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के तरीके को बदल सकता है।
फिलीपींस अपने निकेल उद्योग में भारत को शामिल करना चाहता है
फिलीपींस अपने निकेल क्षेत्र में भारत को एक प्रमुख भागीदार के रूप में देख रहा है, जिसका उद्देश्य चीन पर निर्भरता कम करना है। यह कदम ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की भूमिका को मजबूत कर सकता है, साथ ही क्रिटिकल मिनरल्स में नए ट्रेड अवसर खोल सकता है।
भारत और न्यूजीलैंड: फ्री ट्रेड वार्ता फिर से पटरी पर
10 साल के विराम के बाद, भारत और न्यूजीलैंड फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लिए बातचीत फिर से शुरू कर रहे हैं। इससे एग्रीकल्चर, एयरोस्पेस और रिन्यूएबल-एनर्जी में अधिक सहयोग हो सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।
जॉर्जिया स्टेट ने भारतीय-अमेरिकी फिजिशियन को सम्मानित किया
जॉर्जिया सीनेट ने भारतीय-अमेरिकी गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के हेल्थकेयर और कम्युनिटी सर्विस कंट्रीब्यूशन को सम्मानित करने के लिए 10 मार्च को "डॉ. इंद्रकृष्णन दिवस" घोषित किया है। यह मान्यता दुनिया भर में भारतीय प्रवासियों के बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।
मिलिट्री एडवांसमेंट से लेकर अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और ग्लोबल ट्रेड पार्टनरशिप तक, भारत आत्मविश्वास के साथ अपने भविष्य को आकार दे रहा है। चाहे प्रमुख शक्तियों के साथ संबंधों को मजबूत करना हो या ट्रांसपोर्ट और डिजिटल इनोवेशन में सफलता हासिल करना हो, देश खुद को साबित कर रहा है। जैसा कि दुनिया देख रही है, भारत लगातार आगे बढ़ रहा है।