भारत में श्रम एवं रोजगार क्षेत्र में गुजरात सरकार की अनोखी पहल - मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी

एक साथ 1100 इंस्ट्रक्टर्स को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए

युवाओं का वैश्विक सशक्तिकरण : गुजरात ने साकार किया श्रम एव जयते मंत्र

मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
  • गुजरात में हुनर, कौशल्य की आधुनिक तालीम के 500 कौशल्यवर्धन केन्द्र
  • हिन्दुस्तान में किसी ने सोचा ना हो ऐसा, विश्व को सामर्थ्यवान कुशल मानव बल निर्माण का महत्वाकांक्षी आयोजन गुजरात सरकार ने साकार किया
  • गुजरात का युवा हुनर, कौशल्य के सामर्थ्य से सशक्त बना

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के हुनर, कौशल्य के क्षेत्र में युवाओं का सशक्तिकरण करने के लिए ‘श्रम कौशल पंचम्’ की महत्वाकांक्षी योजनाओं का शुभारम्भ करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में किसीने सोचा ना हो, ऐसा रोजगारलक्ष्यी उत्तम मानवबल तैयार करने की पहल गुजरात सरकार ने की है।

गुजरात सरकार के श्रम एवं रोजगार विभाग ने ‘श्रम कौशल पंचम्’ समारोह का आयोजन आज महात्मा मन्दिर, गांधीनगर में किया, जिसमें मुख्यमंत्री द्वारा पांच नयी श्रम, कौशल्य की योजनाएं शुरु की गई।

श्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सर्वप्रथम इंडस्ट्रीयल कौशल्य वर्धन केन्द्रों के तौर पर एकसाथ 125 KVK तथा और 165 जितने नये कौशल्यवर्धन केन्द्रों का कार्यारम्भ करवाया।

इसके साथ ही, 15,000 जितने उम्मीदवारों को एकसाथ स्कील सर्टिफिकेशन का वितरण करते हुए श्री मोदी ने राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में हुनर, कौशल्य की तालीम के लिए मोबाइल कौशल्य रथ का प्रस्थान भी करवाया। उन्होंने स्कील अपग्रेडेशन के लिए वर्च्युअल ई- स्कीलिंग क्लासरूम प्रोजेक्ट की भी घोषणा की। श्रम एवं रोजगार विभाग ने रोजगार के लिए विदेश जाने वाले युवक- युवतियों को उचित मार्गदर्शन देने के लिए ओवरसीज एम्पलॉयमेंट काउंसिल सेंतर शुरु किया है। इसजा डिजिटल लॉंचिंग भी मुख्यमंत्री ने किया और औद्योगिक तालीम देने वाले 1100 नये इंस्ट्रक्टर्स की भर्ती के नियुक्ति पत्र भी प्रदान किए।

वर्तमान युग में युवाओं के लिए ‘जॉब मार्केट’ की परिभाषा प्रचलित हुई है, इसका मह्त्व समझाते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत जैसे देश में 65 प्रतिशत लोगों की आयु 35 वर्ष वर्ग की है फिर भी उन्हें भाग्य के भरोसे छोड़ दिया गया है, यह हमारा दुर्भाग्य है, मगर गुजरात ने इस परिस्थिति को बदल दिया है। हुनर, कौशल्य द्वारा तालीम प्राप्त कर रोजगार के अवसरों के लिए गुजरात सरकार ने योजनाबद्ध रूप से मानवशक्ति का कौशल्यवर्धन किया है।

समग्र देश में सरकारी तंत्र में श्रम एवं रोजगार विभाग के प्रति उपेक्षा और उदासीनता दर्शाई गई है। ऐसे में गुजरात सरकार ने श्रम एवं रोजगार विभाग का महात्म्य नयी ऊंचाइयों पर रखा है। क्योंकि इस देश के विकास के लिए युवाओं की शक्ति पर ध्यान केन्द्रित करना ही होगा।

देश के युवाओं को श्रम एव जयते, श्रम का गौरव करने कि दिशा गुजरात सरकार ने अपनायी है। मुख्यमंत्री ने श्रम एवं श्रमिक की प्रतिष्ठा प्रस्थापित करने की गुजरात सरकार की प्राथमिकता का उल्लेख करते हुए कहा कि जितना ध्यान युनिवर्सिटियों, मेडिकल कॉलेजों के विकास पर दिया गया है उतना ही ध्यान औद्योगिक और कौशल्य विकास की आईटीआई और पॉलिटेक्निक के आधुनिक विकास और ढांचागत सुविधा विकास पर दिया गया है। आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थाओं का भी स्कील डवलपमेंट तालीम के लिए गुणात्मक परिवर्तन किया गया है। इनमें उत्तम प्रकार की कुशल मानवशक्ति का विकास हो रहा है। हुनर कुशल मानवबल के लिए उद्योगों को जोड़ा गया है अर्थात् गुजरात ‘स्कील डवलपमेंट फॉर द इंडस्ट्रीज, बाय द इंडस्ट्रीज, ऑफ द इंडस्ट्रीज और बियॉन्ड द इंडस्ट्रीज’ का संकल्प साकार करता है।

गुजरात के सभी जिलों में क्रमश: एक- एक कौशल्य रथ श्रु करने का संकल्प व्यक्त करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात में एकसाथ 500 कौशल्यवर्धन केन्द्र कार्यरत किए गए हैं और आज 15000 उम्मीदवारों को एकसाथ एक ही समय स्कील सर्टिफिकट देने का अभियान पूरा किया गया है।

गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष केन्द्र सरकार के बजट में दस लाख उम्मीदवारों को स्कील सर्टिफिकेशन के लिए 1000 करोड़ का भारी बजट आवंटित किया था मगर पिछले 6 माह में देश में सिर्फ 18,000 उम्मीदवारों का सर्टिफिकेशन हुआ है। उन्होंने सवाल उठाया कि कहां दस लाख युवाओं की कौशल्य प्रमाणितता का लक्ष्यांक और कहां सिर्फ 18,656 युवाओं को प्रमाण पत्र?

जबकि गुजरात सरकार ने आज 15,000 युवाओं को सर्टिफिकेशन दे दिया। अगर युवाओं के भविष्य की चिंता हो तो गुजरात की यह दिशा देश को भी अपनानी चाहिए।

समग्र विश्व की स्पर्धात्मक आर्थिक व्यवस्था में कुशल और प्रशिक्षित मानवबल का के निर्माण का विजन समग्र जॉब मार्केट के अनुरूप मेनपावर और स्कील डवलपमेंट के सर्वग्राही पहलुओं को शामिल किया गया है।

दुनिया की आर्थिक व्यवस्था में कुशल और प्रशिक्षित मानवबल की आगामी वर्षों में भारी कमी होने वाली है। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जॉब मार्केट और जॉब वॉर के प्रतियोगिता के युग में भारत के युवा को भाग्य के भरोसे छोड़ा नहीं जा सकता।

गुजरात और देश के युवा वैश्विक कुशल मानवबल के रूप में टेक्नॉलॉजी केसाथ स्कील अपग्रेडेशन और सॉफ्टस्कील क्षेत्र में अपना सामर्थ्य साबित करेंगे।

गुजरात सरकार ने ऐसा स्कील मेनपावर प्लानिंग इनोवेटिव विजन तैयार कर कार्यरत किया है कि कोई भी सोच नहीं सकता।

इस समारोह में श्रम एवं रोजगार मंत्री सौरभ भाई पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। राज्य की विभिन्न आईटीआई में 25,000 जितने युवाओं ने BISAG के माध्यम से पूरे समारोह को निहारा और मुख्यमंत्री का सन्देश सुना।

इस अवसर पर राज्य स्तर के श्रम मंत्री परषोत्तम भाई सोलंकी, मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, श्रम एवं रोजगार विभाग के अग्र सचिव संजय प्रसाद, रोजगार एवं तालीम आयुक्त श्रीमती सोनल मिश्रा, वरिष्ठ अधिकारी, उद्योग संचालक और युवा उपस्थित थे।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।