प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने श्रीलंका की जनता को उनके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं।

प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा, "मैं श्रीलंका की जनता को उनके स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देता हूं। दोनों देशों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और साझा मूल्यों से जुड़े संबंध अटूट हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आने वाले वर्षों में श्रीलंका के विकास के लिए कामना करता हूं। मैं इस महीने के अंत में राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना का स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं।"

— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2015

— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2015

— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2015

— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2015

— Narendra Modi (@narendramodi) February 4, 2015

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
UPI hits record with ₹16.73 billion in transactions worth ₹23.25 lakh crore in December 2024

Media Coverage

UPI hits record with ₹16.73 billion in transactions worth ₹23.25 lakh crore in December 2024
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 4 जनवरी को नई दिल्ली में ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन करेंगे
January 03, 2025
Quoteमहोत्सव का विषय विकसित भारत 2047 के लिए एक समावेशी ग्रामीण भारत का निर्माण करना है
Quoteमहोत्सव का उद्देश्य ग्रामीण भारत की उद्यमशीलता की भावना और सांस्कृतिक विरासत की सराहना करना है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 4 जनवरी सुबह 10:30 बजे भारत मंडपम, नई दिल्ली में ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर श्री मोदी उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे।

ग्रामीण भारत की उद्यमशीलता की भावना और सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाते हुए, महोत्सव 4 से 9 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। इसका विषय 'विकसित भारत 2047 के लिए एक समावेशी ग्रामीण भारत का निर्माण' और आदर्श वाक्य "गांव बढ़े, तो देश बढ़े" है।

महोत्सव का उद्देश्य विभिन्न चर्चाओं, कार्यशालाओं और दक्षता के माध्यम से ग्रामीण बुनियादी ढांचे को बढ़ाना, आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था बनाना और ग्रामीण समुदायों में नवाचार को बढ़ावा देना है। इसके उद्देश्यों में वित्तीय समावेशन पर ध्यान देने और टिकाऊ कृषि विधियों को अपनाकर उत्तर-पूर्व भारत पर विशेष ध्यान केन्द्रित करने के साथ ग्रामीण आबादी के बीच आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देना शामिल है।

महोत्सव का एक महत्वपूर्ण केंद्र बिन्दु उद्यमिता के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना; सहयोगात्मक और सामूहिक ग्रामीण परिवर्तन के लिए योजना बनाने के लिए सरकारी अधिकारियों, विचारकों, ग्रामीण उद्यमियों, कारीगरों और विविध क्षेत्रों के हितधारकों को एक साथ लाने; ग्रामीण आजीविका को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और नवीन विधियों का लाभ उठाने के बारे में चर्चा को प्रोत्साहित करना; और जीवंत प्रदर्शनों तथा प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना होगा।