प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश को 'मन की बात' के जरिए दीवाली की शुभकामनाएं दीं। मन की बात के 25वें कार्यक्रम में देश को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जन-जीवन का दूसरा नाम उत्सव है, जो समयानुकूल परिवर्तन से जुड़े हैं। उत्सवों की ये पूरी यात्रा, उसका व्याप, उसकी गहराई, जन-जन में उसकी पैठ, एक मूल-मंत्र से जुड़ी हुई है – स्व को समष्टि की ओर ले जाना। यानी व्यक्ति और व्यक्तित्व का विस्तार हो।
श्री मोदी ने कहा कि दीपावली का पर्व ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ – अन्धकार से प्रकाश की ओर जाने का एक संदेश देता है। अंधकार से मतलब अंधश्रद्धा, अशिक्षा, गरीबी और सामाजिक बुराइयों से है। इन अंधकारों से मुक्ति मिलने पर ही, सही मायने में यह प्रकाश पर्व है।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि दीवाली एक स्वच्छता अभियान भी है। लेकिन हमें दीवाली पर सिर्फ अपने घर तक सफाई को सीमित नही करना है बल्कि पूरे परिसर, मोहल्ले, गांव की सफाई तक इसका विस्तार करना है।