नीदरलैंड के प्रधानमंत्री श्री मार्क रुट के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्‍त प्रेस वार्ता को संबोधित किया, जिसके मूलपाठ का हिन्‍दी रूपांतरण नीचे दिया जा रहा है: प्रधानमंत्री रुट और उनके साथ भारत आए प्रतिष्‍ठित शिष्‍टमंडल का स्‍वागत करते हुए मुझे हर्ष हो रहा है। मैं खास तौर से इस बात पर बहुत प्रसन्‍न हूं कि प्रधानमंत्री रुट के साथ 80 से अधिक डच कंपनियों का एक विशाल व्‍यापारिक प्रतिनिधिमंडल भारत आया है।

प्रधानमंत्री रुट के सफल सार्वजनिक जीवन के पीछे उनका विशाल व्‍यापारिक अनुभव है।

दिल्‍ली की भीषण गर्मी में भारत आने का उनका फैसला यह बताता है कि वे इस संबंध के प्रति कितने कटिबद्ध हैं!

तुलनात्‍मक रूप से नीदरलैंड एक छोटा देश है, लेकिन उसने कई क्षेत्रों में दुनिया को नेतृत्‍व प्रदान किया है और उल्‍लेखनीय उपलब्‍धियों का उसका लंबा इतिहास रहा है। हमारे दोनों देश इतिहास और साझा मूल्‍यों के आधार पर एक-दूसरे से जुड़े हैं। आतंकवाद के प्रति हमारी चिंता और सुरक्षित तथा स्‍थिर विश्‍व संबंधी हमारी आकांक्षाएं समान हैं। नीदरलैंड ऐसा दूसरा यूरोपीय देश है जहां सबसे अधिक भारतीय रहते हैं।

भारत में तमाम डच कंपनियां लंबे समय से मौजूद हैं। उन कंपनियों को यहां भारतीय कंपनियों की तरह ही देखा जाता है। आज नीदरलैंड भारत में निवेश करने वाला विश्‍व का पांचवां सबसे बड़ा देश है।

भारत भी नीदरलैंड में निवेश करने वाला विश्‍व का पांचवां सबसे बड़ा देश है। यह प्रतिस्‍पर्धात्‍मक और मुक्‍त व्‍यापार महौल का परिचायक है। नीदरलैंड यूरोपीय संघ में भारतीय कंपनियों के लिए एक महत्‍वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभरा है, जो हमारे लिए विशालतम बाजारों में से एक है।

मुझे प्रसन्‍नता है कि प्रधानमंत्री रुट हमारे यहां पधारे हैं। हमने आज समग्र और सकारात्‍मक बातचीत की। हमने द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की, साथ ही साझा हितों संबंधी वैश्‍विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी गौर किया। बाद में दोपहर के भोजन के समय दोनों पक्षों के व्‍यापार जगत की 35 हस्‍तियां शामिल हुईं।

हम दोनों नजदीकी द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग के लिए सहमत हुए, जिनमें आतंकवाद एवं उग्रवाद का मुकाबला, रक्षा, समुद्री सुरक्षा और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्र शामिल हैं।

हम दोनों ने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्‍त कार्यसमूह के गठन पर सहमति व्‍यक्‍त की, जिसकी पहली बैठक 19 जून को होगी।

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और भारत की स्‍थायी सदस्‍यता के लिए नीदरलैंड के समर्थन पर मैं प्रधानमंत्री को धन्‍यवाद देता हूं। मैं 2021-22 में सुरक्षा परिषद के लिए भारत की उम्‍मीदवारी पर नीदरलैंड के समर्थन का भी धन्‍यवाद करता हूं।

हमारे आज के समझौते भारत की आर्थिक प्राथमिकताओं के प्रति नजदीकी जुड़ाव के परिचायक हैं। प्रधानमंत्री रुट ने रक्षा क्षेत्र सहित हमारे ‘मेक इन इंडिया मिशन’ के लिए समर्थन व्‍यक्‍त किया है।

भारतीय शिपयार्डों के विकास के हमारे प्रयासों के मद्देनजर कोचीन शिपयार्ड में ड्रेजर निर्माण संबंधी समझौता स्‍वागत योगय कदम है।

इसी तरह भारत में प्रौद्योगिकी हस्‍तांतरण के आधार पर खसरा और रूबेला टीका निर्माण संबंधी समझौता भी भारत के निर्माण क्षेत्र का विकास तथा स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं में सुधार के मद्देनजर एक और स्‍वागत योग्‍य कदम है।

भारत में तटीय सड़कों और मेट्रो लाइन के विकास के लिए नीदरलैंड की विशेषज्ञता के उपयोग के प्रति भी हमने सहमति व्‍यक्‍त की।

विकास कौशल संबंधी एक संयुक्‍त कार्यसमूह के गठन के लिए हम सहमत हुए। नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के संबंध में मुझे इस बात की खुशी है कि दोनों देश भारत में पारिस्‍थितिकी पर आधारित बिजली उत्‍पादन के लिए संयुक्‍त पायलट परियोजना के विकास में भागीदारी कर रहे हैं।

हम बागवानी और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में उत्‍कृष्‍टता केंद्र बना रहे हैं। इन क्षेत्रों में नीरदलैंड बहुत सक्षम है।

हम जल्‍द ही नीदरलैंड के एक दल की अगवानी करेंगे जो राष्‍ट्रीय गंगा स्‍वच्‍छता अभियान का रोडमैप तैयार करने में हमारा सहयोग करेगा।

मोटे तौर पर संयुक्‍त वक्‍तव्‍य संरचना विकास, नौवहन, बंदरगाह और आंतरिक जलमार्ग, नवीकरणीय ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्‍वास्‍थ्‍य और खेल जैसे प्राथमिक क्षेत्रों में सहयोग के रोडमैप को रेखांकित करता है।

व्‍यापार जगत की जानी-मानी हस्‍तियों के साथ हमारी चर्चा ने उनके विचारों और भावी योजनाओं को समझने में मदद की। आपस की गहरी साझेदारी के प्रति उनके उत्‍साह और रुचि ने मुझे प्रोत्‍साहित किया है।

मैंने भारत की इलेक्‍ट्रोनिक पर्यटक वीजा योजना में नीदरलैंड को शामिल करने के हमारे निर्णय से उन्‍हें अवगत कराया। इससे भारत में नीदरलैंड के पर्यटकों का आगमन बढ़ेगा और दोनों देशों के लोगों के आपसी संबंध मजबूत होंगे।

आज की सकारात्‍मक वार्ता से मेरे इस विचार को बल मिला है कि भारत के आर्थिक विकास में नीदरलैंड एक प्रमुख भागीदार है।

आपकी यात्रा ने इस बात की बुनियाद रख दी है कि हम अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं और अपने संबंधों में निहित क्षमताओं का भरपूर उपयोग करें।

धन्‍यवाद।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।