हमने देश के विकास के साथ, स्थानीय आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भी पूरी ईमानदारी से काम किया: उत्तर कन्नड़ा में पीएम मोदी
जिन्होंने रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराया, ऐसे लोगों को देश ठुकराएगा: उत्तर कन्नड़ा में पीएम मोदी

उत्तरा कन्नड़ा मट्टू धारवाड़ादा सोदारा सोदरियारिगे, नन्ना नमस्कारगड़ु! मैं श्री सिरसी मरिकांबा, श्री महाबलेश्वर स्वामी, श्री वादिराजा तीर्थ और श्री सिद्धारूढा मठ को भी श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।

अच्छा, मैं हिंदी बोलूंगा तो चलेगा ना। इंटरप्रेटेशन की आवश्यकता नहीं है ना। चलिए ये आपका आशीर्वाद है। अच्छा ये मुझे बताइए ये चुनाव सभा है कि विजय सभा है। आपलोगों ने वातावरण तो ऐसा बना दिया है कि जैसे कर्नाटक में बीजेपी का अभूतपूर्व विजय आपलोगों ने तय कर दिया है। मैं जब गुजरात में मुख्यमंत्री था तो शायद आज से 16 साल पहले इस धरती को प्रणाम करने के लिए आया था। आपके आशीर्वाद मांगने आया था और तब से लेकर आया था और तब से लेकर अब तक आपने मुझे कभी भी खाली हाथ नहीं लौटाया है। आपका प्यार इतना है मैंने जब मांगा, जो मांगा, आपलोगों ने जीभरके दिया है। इस धूप में भी मैं देख रहा हूं, सारे लोग उधर धूप में बैठे हैं, ये तपस्या छोटी नहीं है जी। इतनी बड़ी तादाद में धूप में जो लोग बैठे हैं। यहां धूप में खड़े हैं। जो लोग धूप में तप रहे हैं, उन्हें मैं कहना चाहता हूं आपको जो असुविधा हुई इसके लिए मैं पार्टी की तरफ से क्षमा मांगता हूं। लेकिन आप जो इतने ताप में तप रहे हैं न आपकी तपस्या को मोदी बेकार नहीं जाने देगा। आप जो ये तपस्या कर रहे हैं, मैं विकास करके आपको अवश्य लौटाऊंगा।

भाइयों और बहनों,

आज मैं आप सभी से विकसित कर्नाटका के लिए, विकसित भारत के लिए आपका, पूरे कर्नाटका का आशीर्वाद मांगने आया हूं। और इतनी बड़ी मात्रा में माताएं-बहनें हों, जब इतना उमंग और उत्साह हो, विजय का विश्वास हो, विकसित भारत का संकल्प हो, तो फिर मुझे पक्का विश्वास है कि आपके आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रहेगी। मैं देख रहा हूं कि आप उत्तर कन्नडा से मेरे पुराने साथी विश्वेश्वर हेगड़े जी, और धारवाड़ से मेरे संसद के साथी, सरकार के साथी प्रह्लाद जोशी जी को रिकॉर्ड वोट्स से जिताने का संकल्प ले चुके हैं। आपका ये जोश पूरा कर्नाटका एक ही स्वर एक ही गूंज सुनाई दे रही है - फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

आपके आशीर्वाद ने ही 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत वाली BJP-NDA की मज़बूत सरकार देश में बनाई। हमने देश के विकास के साथ ही Local Aspirations को पूरा करने के लिए भी पूरी ईमानदारी से काम किया। यहां उत्तर कन्नड़ा में घर-बिजली-पानी जैसी योजनाओं पर NDA सरकार ने बहुत काम किया है। यहां मछुआरे भाई-बहनों के लिए इतना बड़ा पोर्ट बन रहा है। BJP के प्रयासों का नतीजा है कि इस क्षेत्र को धारवाड़ IIT मिला है, बड़ा और आधुनिक रेलवे स्टेशन मिला। बीजेपी सरकार, विकास भी, विरासत भी के मंत्र को लेकर चलती है।

साथियों,

जब मजबूत सरकार होती है, पूर्ण बहुमत वाली स्थिर सरकार होती है, तो दुनिया भी उस पर भरोसा करती है। आप मुझे बताइए, आज पूरी दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है कि नहीं बज रहा है। चारों तरफ हिंदुस्तान की वाहवाही हो रही है कि नहीं हो रही है। अमेरिका में भी भारत का जय-जयकार होता है कि नहीं होता है। यूरोप में भी भारत का गौरव-गान होता है कि नहीं होता है। हिंदुस्तानी दुनिया में कहीं पर भी जाए तो माथा खड़ा करके खड़ा होता है कि नहीं होता है। आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। आपको सम्मान अनुभव होता है कि नहीं होता है लेकिन ये कैसे हुआ? किसने किया? आप सबका जवाब ये पूरी तरह गलत है। ये मोदी ने नहीं किया है। ये आपके एक वोट ने किया है। आपके वोट की ताकत क्या होती है ये 10 साल में हिंदुस्तान ने देखा है। और मोदी आपके एक-एक वोट की ताकत के भरोसे जब दुनिया के बड़े नेता से मिलता हूं न...छह फीट वाले हों, साढ़े छह फीट वाले हों, कितनी ही गोरी चमड़ी क्यों न हो, जब मैं उनसे मिलता हूं न, तो मोदी उनसे अकेला नहीं मिलता है, 140 करोड़ देशवासी मेरे पीछे खड़े होते हैं और तब जाकर मैं सीना तानकर उनसे हाथ मिलाता हूं। तब जाकर उनको लगता है कुछ तो है। ये सब आपके एक वोट की ताकत है।

साथियों,

हमारे पूर्वजों ने अयोध्या में प्रभु राम के लिए 500 साल तक लड़ाई लड़ी। ये छोटा कालखंड नहीं है। लाखों लोग मौत के घाट उतार दिए गए। देश आजाद होने के दूसरे ही दिन प्रभु राम का मंदिर बनाने का निर्णय होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए था। लेकिन उन्होंने नहीं किया। साथियों, ऐसा काम करने के लिए 56 इंच का सीना लगता है। तब जाकरके 500 साल का सपना, 500 साल का इंतजार समाप्त होता है, लेकिन ये तब होता है जब आपके वोट की ताकत मिलती है। आज अयोध्या में प्रभु राम का मंदिर बना है। आपको अच्छा लगता है न? गर्व होता है न। ये पुण्य का काम हुआ है न। ये पवित्र हुआ है कि नहीं हुआ है। मुझे बताइए इस पुण्य के हकदार कौन हैं। इस पुण्य के हकदार आप हैं जिन्होंने वोट देकरके मजबूत सरकार बनाई है। और अब देखिए देश में वोट बैंक की राजनीति कितनी विकृति पर पहुंची है। कितनी विनाशक बन गई है कि 500 साल के संघर्ष के बाद देश के सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद, देश के कोटि-कोटि जन किसी ने 5 रुपया, किसी ने 11 रुपया, किसी ने 100 रुपया, किसी ने हजार रुपया, किसी ने लाख रुपया, आप सबने दान देकरके प्रभु राम का मंदिर बनाया है। ये प्रभु राम का मंदिर सरकारी खजाने से नहीं बना है। ये प्रभु राम का मंदिर टैक्सपेयर के पैसों से नहीं बना है। ये हिंदुस्तान के रामभक्तों की जेब से निकले पैसों से बना है। आपके पैसों से बना हुआ है। आपको पता है, देश आजाद होने के बाद इन्होंने राम मंदिर न बने इसके लिए पूरी कोशिश की, आखिरी दिन तक अदालत में भी गए। और 2019 में तो यहां तक कह दिया कि ये केस अभी चलना नहीं चाहिए वर्ना मोदी को फायदा हो जाएगा, ऐसा कोर्ट में कहा। कांग्रेस पार्टी और उनके सारे चट्टे-बट्टे राम मंदिर को रोकने के लिए 70 साल तक कोशिश करते रहे। उसके बावजूद भी ये राम मंदिर के ट्रस्टी ने उनके सारे पापों और गुनाहों को भूलकर उनके घर गए, घर जाकर सम्मानपूर्वक प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण दिया। ये कितना बड़ा मन है कि निमंत्रण दिया। और इन्होंने क्या किया, प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण को इन्होंने ठुकरा दिया। जिन्होंने राम लला का अपमान किया है, जिन्होंने निमंत्रण को ठुकरा दिया है। देश ऐसे लोगों को ठुकराएगा कि नहीं ठुकराएगा। कर्नाटका ठुकराएगा कि नहीं ठुकराएगा। आप लोग ठुकराएंगे कि नहीं ठुकराएंगे। दूसरी तरफ कमाल देखिए, एक तरफ वोट बैंक के भूखे लोगों ने राम मंदिर का इतना बड़ा अपमान कर दिया दूसरी तरफ अयोध्या में एक अंसारी परिवार है, शायद इकबाल अंसारी। उनका पूरा परिवार दो-दो-तीन-तीन पीढ़ी राम मंदिर के खिलाफ अदालत में केस लड़ रहा था। और उसका कहना था बाबरी मस्जिद है यहां राम मंदिर नहीं बनना चाहिए। तीन-तीन पीढ़ी अदालत में लड़ती रही, लेकिन जिस दिन सुप्रीम ने निर्णय किया तो उन्होंने कहा कि अदालत का निर्णय मेरे सर आंखों पर है। इतना ही नहीं वो जीवनभर उनके पिता जी भी जीवनभर अदालत में लड़ते थे। लेकिन जब राम जन्मभूमि के ट्रस्टियों ने उनको भी निमंत्रण दिया, कांग्रेस और उनके चट्टे-बट्टों ने तो निमंत्रण को ठुकरा दिया लेकिन ये अंसारी परिवार देखिए, ये अंसारी परिवार मुसलमान होने के बावजूद भी राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा में गए, पूरा समय बैठे और इतना ही नहीं, उनका जो गनमैन था वो हिंदू था, उन्होंने गनमैन को एक लकड़ी की राम मंदिर बना हुआ प्रतिकृति उसको भेंट में सौगा में दी। ये फर्क होता है भाइयों-बहनों। ये देश विकास भी चाहता है विरासत भी चाहता है। बीजेपी सरकार ने ही आयुर्वेद को लेकर पूरी दुनिया में प्रचार प्रसार किया है, अलग आयुष मंत्रालय बनाया है। आपकी सिरसी सुपारी को GI टैग, यानि उत्तर कन्नड़ा की पहचान बीजेपी ने ही दी है। हमारे कर्नाटका में मिलेट्स को कोई पूछता नहीं था। छोटे किसान परेशान थे कि ये मिलेट्स को करूं क्या। मैंने यूएन को कहा कि ये सुपरफूड है। और यूएन ने इंटरनेशनल मिलेट ईयर मनाया और आज जिसको हम पूरे देश में श्रीअन्न से जानते हैं। आज मिलेट्स की मांग पूरी दुनिया में बढ़ी है और उसका लाभ कर्नाटका के किसानों को मिल रहा है। साथियों, जब आपका अपने पर भरोसा हो न, अपने देश पर भरोसा हो, अपने देश की हर बात पर भरोसा हो, तो दुनिया भी आपकी बातों पर भरोसा करती है। हमने मिलेट का इतना बड़ा अभियान चलाया। पिछले वर्ष अमेरिका के राष्ट्रपति ने अपने घर बुलाया था, बहुत बड़ा भोज रखा था। और देश का मैं पहला प्रधानमंत्री था जिसके लिए इतना बड़ा समारोह किया गया था। पूरे अमेरिका के दिग्गज लोग वहां भोजन समारोह में थे। क्या मजा था उसका, हरेक के टेबल पर ये हमारी जो चीजें हैं न उसकी चीजें बनाकर परोसी गई थी। ये सुनते हैं तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। कन्नड़ा के खेत में पैदा हुआ मिलेट अमेरिका के व्हाइट हाउस में जब टेबल पर परोसा जाता है, कौन कन्नड़ा का वासी होगा जिसको गर्व नहीं होगा।



साथियों,

बीजेपी सरकार इस क्षेत्र की फिशरमेन कम्यूनिटी के विकास के लिए कमिटेड है। हमारी ही सरकार ने फिशरमेन के लिए अलग मंत्रालय बनाया आजादी के इतने साल बाद। पहली बार फिशेऱमेन के लिए भी किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा बीजेपी ने दी। पहली बार 20 हज़ार करोड़ की मत्स्य संपदा योजना बीजेपी ने बनाई। अब, बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में फिशरमेन के लिए प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग क्लस्टर बनाने की घोषणा की है। इसका भी बड़ा लाभ हमारे जो मछुआरे भाई-बहन हैं उस पूरे समाज को मिलने वाला है।

साथियों,

बीजेपी के प्रयासों से अलग, यहां की कांग्रेस सरकार, कर्नाटका को तबाह करने में जुटी है। कांग्रेस, क्राइम को कंट्रोल करने के बजाय, एंटी सोशल और एंटी नेशनल माइंडसेट को बढ़ावा दे रही है। हुबली में कुछ दिन पहले हमारी एक बेटी के साथ जो हुआ, उसे देखकर पूरा देश चिंतित है। हर मां-बाप को कर्नाटका में अपनी बेटी की चिंता सता रही है। किसके कारण कांग्रेस के पाप के कारण। क्या कभी कांग्रेस आपकी बेटी की रक्षा कर सकती है क्या। आप उनके भरोसे बेटियों को बड़ा बना सकते हैं क्या? कॉलेज कैंपस में दिन-दहाड़े ऐसा कदम उठाने की हिम्मत उस अपराधी में आई कैसे? उन्हें पता है कि वोट बैंक के भूखे लोग कुछ दिन के बाद उन्हें बचा लेंगे, इसलिए ये पाप करने की हिम्मत आती है भाइयों-बहनों। इस क्राइम ने कर्नाटका में हमारी बेटियों की सुरक्षा के संबंध में गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

खराब कानून व्यवस्था, कांग्रेस सरकार की पहचान बन चुकी है। आपको पता 2014 के पहले हमारे देश के अखबारों की हेडलाइन क्या हुआ करती थी, आज बेंगलुरू में धमाका हुआ। आज अयोध्या में बम धमाका हुआ, आज दिल्ली में बम धमाका हुआ। आज गांधीनगर में बम धमाका हुआ। आज सूरत में बम धमाका हुआ। आज मुंबई के अंदर ट्रेन में ब्लास्ट हो गया। ये खबरें आती थी कि नहीं आती थी। 2014 के बाद ये खबरें खतम हुई कि नहीं हुई। देश के कोने-कोने में बम धमाकों पर रोक लगी कि नहीं लगी। लेकिन बैंगलुरू में इनके आते ही बम फोड़ते हैं आतंकी। बैंगलुरू हाईटेक सिटी, दुनिया में जिस बैंगलुरू का नाम, वहां पर एक कैफे में बम फूटता है। भाइयों-बहनों और ये लोग बयान देते हैं क्या। गैस का सिलेंडर फटा है। अरे आपका दिमाग फटा है या गैस का सिलेंडर फटा है। हो क्या गया इन लोगों को। और जब मामला एनआईए के पास गया, तब जाकर बंगाल से उन्हें दबोच कर लाया गया। और इसके पीछे जिन लोगों का नाम है PFI संगठन, जिस पर प्रतिबंध लगा है। वायनाड में ऐसे संगठनों की मदद ली जाती है। तो फिर उनका तूफान और बढ़ेगा कि नहीं बढ़ेगा। कांग्रेस ने जिस प्रकार वोट के लिए PFI जैसे संगठनों की मदद ली है, उनसे सहायता ली है और ऐसे ही कारणों से ऐसे लोगों की ताकत बढ़ जाती है साथियों। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड, आतंकियों के मारे जाने पर आंसू बहाने का है। आपको याद होगा दिल्ली में आतंकी घटना घटी थी। कांग्रेस की एक नेता आंसू बहा रही थी कि आतंकी क्यों मारा गया। ये मैं नहीं कह रहा हूं, कांग्रेस के नेता कह रहे हैं। वहीं बीजेपी का ट्रैक रिकॉर्ड है, हमने PFI की ताकतों को प्रतिबंध लगा दिया। उसके बड़े-बड़े शहंशाह आज जेलों में सड़ रहे दोस्तों। एक जमाना था आए दिन पड़ोस में से आतंकी एक्सपोर्ट होते थे। हमारे देश के जवानों को मारकर के भाग जाते थे। अब सर्जिकल स्ट्राइक होता है। और ये नया हिंदुस्तान है, ये घर में घुसके मारेगा।

साथियों,

कल से कांग्रेस के शहज़ादे के एक बयान से पूरे देश में हंगामा हो रहा है। शहज़ादे का कहना है कि हज़ारों वर्षों से जो राजा-महाराजा हमारे देश में हुए, वे सब अत्याचारी थे, वे लूट लेते थे। क्या आप इनसे सहमत हैं क्या। इस भाषा से सहमत हैं क्या। क्या अपने पापों को छिपाने के लिए देश के राजा-महाराजाओं को गाली-गलौज करना उचित है क्या। ये शोभा देता है क्या। कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि उसने भारतीय संस्कृति को नष्ट किया, भारत के सही इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा। कांग्रेस का मकसद यही था कि छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, जैसे महान योद्धाओं का इतिहास अगली पीढ़ी को पता ही नहीं चले। ये शहजादा राजा-महराजाओं को गाली देते हैं उनको पता नहीं है, छत्रपति शिवाजी महाराज ने पानी में जो काम किया था उस जमाने में। पानी पर जो प्रबंधन किया था। आज भी बड़े-बड़े इंजीनियरों के लिए ये सीखने वाला काम है। आपको तो सिर्फ इतना ही समझ आता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज घोड़े पर बैठे हैं। शिवाजी महाराज ने इतनी छोटी-छोटी चीजों की चिंता की थी, समाज की भलाई के लिए। आप उनको गालियां दे रहे हो। और उनके मुंह से किसी नवाब के लिए गाली सुनी भाई। किसी सुल्तान के लिए गाली सुनी क्या। किसी बादशाह के लिए गाली सुनी क्या। वोट बैंक। लोग पूछ रहे हैं कि कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए औऱ कितना पतन होगा।

सथियों,

इस क्षेत्र का भारत के इतिहास में ऊंचा स्थान है। यहां से कदंब राजवंश ने लंबे समय तक शासन किया। कन्नड़ा भाषा की जो सेवा कदंब राजवंश ने की है, क्या उसे कोई कन्नडिगा भुला सकता है क्या। मैसूरु राजघराने, वडयार राजवंश ने शिक्षा सहित हर सेक्टर में कितने ही काम किए हैं। मैं गुजरात से आता हूं। मेरा गांव बड़ौदा गायकवाड़ स्टेट में हुआ करता था। और बड़ौदा के महाराजा गायकवाड़ ने बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिभा को देखा था। बाबा साहब अंबेडकर वो बड़ौदा ले गए और अपने पास रखा और उनको विदेश भेजने का पूरा प्रबंध महाराजा गायकवाड़ ने किया था। और देश को बाबा साहब अंबेडकर मिले थे। लेकिन भाइयों-बहनों, ये हमारे राजाओं-महाराजाओं का योगदान, शहजादे को अत्याचारी लगता है। आप ऐसे लोगों को माफ कर सकते हो भाई। कर्नाटका सहित, पूरे देश का इतिहास है, जहां नवाबों ने, सुल्तानों ने आम नागरिकों पर जुल्म किया, घोर अत्याचार किए। ऐसे सुल्तानों ने हमारे मंदिरों को, हमारे तीर्थों को लूटा, उन्हें तबाह किया। लेकिन शहज़ादे ने नवाबों और सुल्तानों को क्लीन चिट दे दी है। और सभी राजाओं-महाराजों को अत्याचारी घोषित कर दिया। देश को बांटने का कांग्रेस का ये प्रयास खतरनाक है। इनसे बचने की जरूरत है।

भाइयों और बहनों,

आपने देखा होगा, ये शहजादे कह रहे हैं, वो चुनाव के बाद अगर सत्ता में आए तो पूरे देश का x-ray करेंगे। आपका x-ray होगा, आपके लॉकर का एक्सरे होगा। आपके घर का x-ray होगा। आपके खेत का x-ray होगा और वो ढूंढ के निकालेंगे, किसके पास क्या है। और फिर अगर ज्यादा है तो वो हड़प कर लेंगे और उनकी जो वोट बैंक है उनको बांट देंगे। हमारी माताओं-बहनों के स्त्रीधन एक बहुत सम्मानीय संपत्ति होती है। माताओं-बहनों का मंगलसूत्र उससे पवित्र और कुछ मानते नहीं हैं। ये उस पर नजर गड़ाए बैठे हैं, कि ये तुम्हारी पास है, क्या जरूरत है, लाओ। क्या ये पाप हम करने देंगे क्या। ये उन्होंने ठान के रखा हुआ है भाइयों-बहनों। और जब ये चीजें मैं खोल के रखता हूं तो उनको लगता है अरे पकड़े गए, मोदी तो मार रहा है। अरे, मारेगा नहीं तो क्या करेगा। माफ करेगा क्या। देश को तबाह करने के आपके तरीकों को मैं देशवासियों नहीं बताऊंगा तो कौन बताएगा। और आपको पता होना चाहिए, मोदी मौज करने के लिए पैदा नहीं हुआ है। परमात्मा ने मोदी को आपकी सेवा के लिए ही पैदा किया है। और आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। ये मेरी गारंटी है आपको, मेरा पल-पल आपके नाम, मेरा पल-पल आपके बच्चों के भविष्य के नाम, मेरा पल-पल आपके सपनों को साकार करने के नाम, मेरा पल-पल देश के नाम, देशवासियों के नाम। और इसलिए मैं गारंटी देता हूं। ट्वेंटी फोर बाइ सेवन फॉर 20247.

साथियों,

कांग्रेस के एक और खतरनाक इरादे से कर्नाटका के लोगों को सावधान रहना है। आप जो बचत करते हैं न। हमारे देश में हर मां-बाप वो कुछ भी है, घर में तो सोचता है, कि भई मेरे मरने के बाद बच्चों को तो ये मिलना चाहिए। मैं ये तो रखूंगा, बच्चों को काम आएगा। एक घर कैसे भी करके बना दूं, ताकि मरने के बाद बच्चों को दे सकूं। ये हर हिंदुस्तानी के मन रहता है कि नहीं रहता है। गरीब से गरीब हिंदुस्तानी भी मरने के बाद बच्चों को कुछ देने का इरादा रखता है कि नहीं रखता है। अब ये शहजादे ने, उनके गुरु ने अमेरिका से घोषणा की है कि वो इनहेरिटेंस टैक्स लाएंगे। इसका मतलब है कि आपने जो बचाया है, वो मरने के बाद आपके संतानों को नहीं जाएगा। आधे से ज्यादा 55 परसेंट ये कांग्रेस की जमात उनकी सरकार हड़प लेगी। आपकी आधी प्रापर्टी गई, चार कमरे का घर है दो कमरे गए, 10 एकड़ का खेत है तो पांच एकड़ गया, आपके संतान को नहीं मिलेगा। और इसीलिए देश चिंतित है, देश गुस्से में है, देश कह रहा है- कांग्रेस की लूट: ज़िंदगी के साथ भी और ज़िंदगी के बाद भी।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस ने अपने 6 दशकों के शासन में ट्राइबल समाज को पूरी तरह नजरअंदाज किया। कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय नहीं बनाया। बीजेपी सरकार ने आदिवासी मंत्रालय भी बनाया और 10 सालों में बजट भी 5 गुणा बढ़ाया है। बीजेपी सरकार के प्रयासों से अब देश का ट्राइबल समाज में नया आत्मविश्वास पैदा हुआ है। और अभी हमारे प्रहलाद जी वर्णन कर रहे थे, द्रौपदी मुर्मू जी पहली आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है। उसका अभी वर्णन कर रहे थे। मैं कन्नडा थोड़ा-थोड़ा समझ लेता हूं जी।

भाइयों और बहनों,

मोदी का एक ही सपना है, एक ही लक्ष्य है, मोदी के लिए अपना कुछ नहीं है, आप ही मेरा परिवार हैं। मेरा भारत मेरा परिवार। लेकिन भाइयों-बहनों, विकसित कन्नडा के लिए, विकसित भारत के लिए 7 मई को उत्तर कन्नड़ा और धारवाड़ के हर बूथ पर कमल खिलना है। और कमल के निशान पर आप बटन दबाएंगे न, तो आप पक्का मान लेना आपको मोदी दिखाई देगा। आपके दिल में मोदी होगा, आपके मन में मोदी होगा। और आप जब कमल का बटन दबाएंगे न, आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के पास जाएगा। और मोदी के लिए, मोदी को मजबूत बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे। कितनी ही गर्मी क्यों न हो, मतदान बढ़ेगा? 10 बजे के पहले सारा मतदान करा लोगे। शादी हो, और काम हो, छुट्टी हो, कुछ भी हो, मतदान कराएंगे। पोलिंग बूथ को जीतेंगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे, देखिए मेरी बात आई तो आप तो ठंडे हो गए। ये मेरा पर्सनल काम बताओ, करोगे। जरा हाथ ऊपर करके बताओ, करोगे। ये चुनाव वाला काम नहीं है, मेरा पर्सनल काम है, करोगे। पक्का करोगे। तो एक काम करना, घर-घर जाइएगा, और जाकर कहना कि मोदी सिरसी आए थे और मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। जब हर परिवार को मेरा प्रणाम पहुंचेगा न, जब मेरा नमस्कार पहुंचेगा न तो वो परिवार मुझे आशीर्वाद देगा। और वो आशीर्वाद ही मेरी ऊर्जा है। वो आशीर्वाद मेरी ताकत बढ़ा देगा और मुझे आपके खप जाने की और नई प्रेरणा मिलेगी। और इसलिए मैं आपसे कहता हूं घर-घर जाकर आप मेरा प्रणाम जरूर पहुंचाइएगा।

मेरे साथ बोलिए, भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।