TMC जाने ले कि वो CAA को लागू होने से नहीं रोक सकती: कृष्णानगर में पीएम मोदी
हमारी लड़ाई 400 पार के लिए है और इंडी वालों की, विपक्ष में सबसे बड़ा दल बनने की: कृष्णानगर में पीएम मोदी

नमोश्कार।
हरे कृष्णो।
केमन आछेन नोदिया बाशी?
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।
चैतन्य महाप्रभु की इस महान धरती को मेरा शत-शत नमन।

रानाघाट-बहरामपुर सीटों से भी लोगों का खूब-खूब अभिनंदन। आप इतनी बड़ी संख्या में मुझे आशीर्वाद देने आए हैं। यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आशीर्वाद दे रही हैं। ये मेरा परम सौभाग्य है। मैं सर झुकाकर आप सबको प्रणाम करता हूं। अभी मैं हेलीपैड से यहां आ रहा था, दो-ढाई किलोमीटर का रास्ता, ऐसा रोड-शो, ऐसा रोड-शो, जितने लोग यहां हैं, उससे चार गुना लोग वहां रोड पर, ये प्यार ये आशीर्वाद, ये मेरे लिए बहुत बड़ी ऊर्जा है।

भाइयों और बहनों,

ये चुनाव देश के चुनाव हैं। ये पूरे हिंदुस्तान के लिए सरकार चुनने का अवसर है। देश में सरकार कौन बना सकता है? TMC तो पूरे देश में 15 सीट भी नहीं जीत सकती। अब आप मुझे बताइए, क्या TMC 15 सीट लेकरके सरकार बना सकती है क्या? जरा मुझे जवाब दीजिए, 15 सीट लाकर TMC सरकार बना सकती है क्या? जोर से बताइए, बना सकती है क्या? कांग्रेस भी पूरे देश में कितना ही जोर लगा दे, कितना ही जोर लगा दे, इस आधी सेंचुरी करना मुश्किल है। 50 सीट के लिए भी वो बहुत मुश्किल में है। अब मुझे बताइए, 50 सीट भी नहीं मिल रही है, तो क्या वो सरकार बना सकते हैं क्या? ये वाम मोर्चा कभी यहां पर उसका सूरज ढलता नहीं था। आज कहीं लाल झंडा नजर नहीं आ रहा है। वो तो पस्त पड़ा हुआ है। क्या वो भी सरकार बना सकता है क्या? इस चुनाव में साफ-साफ है, अगर कोई सरकार बना सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ BJP-NDA की सरकार ही बनेगी। मेरा आप सब से प्रार्थना है, अब जगह बिलकुल नहीं है, कृपा करके आप जहां हैं वहीं से सुन लीजिए, आप मुझे देख नहीं पाएंगे, मैं इसके लिए क्षमा मांगता हूं। लेकिन आप आगे आने की कोशिश मत कीजिए। बोलिए भारत माता की। भारत माता की। अभी तो बहस बस इतनी है कि NDA 400 पार होगा या नहीं ! जो विरोधी कहते हैं कि 400 पार नहीं होगा, जो लोग मैदान में काम कर रहे हैं वो कहते हैं बिलकुल 400 पार करेगा। औऱ इंडी वालों की लड़ाई बस इस बात पर है कि लोकसभा में विपक्ष का बड़ा दल कौन बनेगा। ये लोग इसी के लिए लड़ रहे हैं। तो फिर मोदी को किसलिए इतने ज्यादा MP चाहिए। मोदी को ज्यादा MP इसलिए चाहिए ताकि वो हर संसदीय क्षेत्र को आगे बढ़ा सके। आज देश में कनेक्टिवटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, गांव गरीब, किसान, महिलाओं से जुड़े कितने काम हो रहे हैं...अगर आपके यहां BJP-NDA के सांसद होंगे तो और तेजी से विकास होगा। BJP-NDA के सांसद अपनी मेहनत ने अपने क्षेत्र में 5-5, 10-10 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट ले जाते हैं। आपने BJP सांसदों को देखा होगा, पिछले पांच साल उन्होंने इतनी मेहनत की है। अपने क्षेत्र का इतना विकास किया है, अगर यहां से भी आप बीजेपी के सांसद चुनते हैं तो विकास में ताकत लगाता है। विरोधी चुनते हैं तो हाउस में हो-हल्ला करने में टाइम बिगाड़ता है।

साथियों,

मैं जानता हूं। TMC-कांग्रेस-लेफ्ट के इंडी-अलायंस पर भरोसा आप लोग खो चुके हैं। आप चाहते हैं यहां TMC के तोलाबाज़ों और महिलाओं पर जुल्म करने वालों को कड़ी सजा मिले। जिस TMC ने गरीब का राशन तक नहीं छोड़ा, उससे उम्मीद ही क्या की जा सकती है। इसलिए, गांव हो या शहर, हर कोई एक ही बात कह रहा है- फिर एक बार-मोदी सरकार! आबार एकबार मोदी शोरकार। मैं कृष्णानगर को, राणाघाट को, बहरामपुर को गारंटी देता हूं। जिन-जिन को TMC ने लूटा है, उनका हिसाब किया जाएगा। इतना ही नहीं, जहां कानून के हिसाब से संभव हुआ, वहां पीड़ितों को उनका पैसा लौटाया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है- एटा मोदीर गैरेंटी।

साथियों,

मुझे यहां के मेरे साथी बता रहे थे कि पहले यहां कितनी फैक्ट्रियां हुआ करती थीं। एक समय पूरा बंगाल इंडस्ट्री के मामले में कितना आगे था। लेकिन कांग्रेस, लेफ्ट और फिर TMC ने सारे उद्योगों को बर्बाद कर दिया। लाल झंडे वाले ताले लगाते रहते थे। जहां तोलाबाज़ी हो, दंगे हों, वहां कौन निवेश करने आएगा?

भाइयों और बहनों,

TMC-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी-अलायंस सिर्फ एक ही काम जानता है। और वो काम है- तुष्टिकरण, वोट बैंक की राजनीति। आप जानते हैं कि कांग्रेस ने देश का विभाजन, धर्म के आधार पर किया। इसमें उन हिंदुओं, सिखों, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई साथियों का क्या दोष था, जो बॉर्डर के उस पार रह गए। ऐसे साथियों का ध्यान रखने की गारंटी, देश के विभाजन के समय दी गई थी। लेकिन आजादी के बाद इस बात को भुला दिया गया। मैं यहां भी जब मतुआ समुदाय के लोगों से मिलता हूं, मुझे उनकी पीड़ा समझ आती है। उनकी पीड़ा सुनकर दर्द होता है। ऐसे हर व्यक्ति की पीड़ा दूर करने के लिए ही हमारी सरकार ने मतुआ समुदाय जैसे सभी बंधुओं को न्याय देने के लिए CAA लाने का साहस किया। लेकिन TMC इसका सबसे ज्यादा विरोध कर रही है। लोगों को उम्मीद थी कि TMC इसका सबसे ज्यादा समर्थन करेगी। लेकिन TMC के लिए वोटबैंक की राजनीति सर्वोपरि है। और अब तो इन लोगों ने हद ही कर दी है। ये लोगों के बीच CAA के बारे में दुष्प्रचार भी कर रहे हैं। TMC को किसी पीड़ित हिंदू को अधिकार मिलने से एलर्जी है। लेकिन TMC को ये पता होना चाहिए, कि वो CAA को लागू होने से रोक नहीं सकती। और मैं CAA के माध्यम से भारत की नागरिकता मांग रहे हर व्यक्ति को आज विश्वास दिलाता हूं। उन्हें उनका हक मिलकर रहेगा, उन्हें हर सरकारी योजना का लाभ मिलकर रहेगा। ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

पश्चिम बंगाल का इतिहास देश को दिशा देने वाला रहा है। यहां राजा कृष्ण चंद्र जी के सुशासन और भारत भक्ति की विरासत है। जिन्होंने हमारी आस्था, हमारी संस्कृति को बचाने के लिए काम किया। यहां के विकास के लिए अपना बहुत कुछ दान कर दिया। लेकिन TMC वाले ऐसी विरासत को ही बदनाम करने में जुटे हैं। आज देखिए, देश के इतिहास में शायद ही कोई ऐसी सरकार रही हो, जिसको आए दिन कोर्ट को याद दिलाना पड़ता है कि उसकी ड्यूटी क्या है। TMC सरकार ऐसा कोई काम करती ही नहीं, जो संविधान और कानून के मुताबिक हो, जो लोकतंत्र के मुताबिक हो। इसका एक बहुत बड़ा उदाहरण संदेशखाली है। संदेशखाली में क्या चल रहा है, ये TMC के टॉप लीडर्स को पहले से पता था। लेकिन संदेशखाली की बहनों से ज्यादा, वो अत्याचारी इनके काम का था। देखिए, कैसे-कैसे हथियार, कैसे-कैसे सामान मिल रहे हैं। क्या ये गोला-बारूद, ये बम-बंदूक, गणतंत्र को मज़बूत करने के लिए रखे थे?

साथियों,

कल मैं जब बंगाल पहुंचा था, तो मुझसे कई Ex.Servicemen मिलने के लिए आए थे। उन्होंने मुझे OROP के लिए बहुत धन्यवाद किया। वो इतने भाव-विभोर थे कि हमारा 40 साल पुराना वन रैंक वन पेंशन का मामला आपने सुलझा दिया। और लाखों करोड़ रुपया ये हमने Ex.Servicemen को पहुंचाए। जिन लोगों ने राष्ट्र की सेवा के लिए अपने पूरे जीवन काम किया, आज बंगाल में उनका शोषण हो रहा है। इन लोगों ने कल मुझसे इस बारे में विस्तार से बात की है। आज मैं इस मंच से हमारे Ex.Servicemen, जिनको बंगाल की धरती पर, टीएमसी सरकार लगातार अन्याय करती है, मैं उनको विश्वास दिलाता हूं कि बंगाल की भारतीय जनता पार्टी आपके साथ खड़ी रहेगी और आपकी मुसीबतों को दूर करने के लिए मेरे तीसरे टर्म में भारत सरकार हर कानूनी काम में आपकी मदद करेगी ये मैं सभी Ex.Servicemen को विश्वास दिलाता हूं। भारतीय जनता पार्टी और हमारी सरकार ऐसे हर Ex.Servicemen की मदद करेगी।

भाइयों और बहनों,

मोदी, गरीब, दलित, आदिवासी और महिलाओं को सशक्त करने में जुटा है। मोदी आज आपको पक्का घर दे रहा है। मोदी ने आपको मुफ्त राशन दिया है, नल से जल की सुविधा दी है। ऐसी हर योजना से हमारी बहनों को बहुत सुविधा हुई है। अब मोदी आपके लिए एक और बहुत बड़ी योजना लेकर आया है। आपके घर का बिजली का बिल ज़ीरो हो, इसके लिए पीएम सूर्यघर-मुफ्त बिजली योजना मैंने शुरु की है। आपको सरकार छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए मदद देगी और अगर ज़रूरत से ज्यादा बिजली पैदा हुई, तो आप उसको बेच सकेंगे और सरकार उसको आपसे खरीद लेगी।

साथियों,

यहां बहुत बड़ी संख्या में सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी बहनें भी हैं। मोदी सरकार के 10 साल में पूरे देश में 10 करोड़ महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हैं। ये देश में बहुत बड़ी क्रांति हुई है। मोदी ने इन 10 करोड़ महिलाओं को बिना बैंक गारंटी साढ़े आठ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद की है। मोदी जब भारत में बने सामानों पर जोर देता है, तो इसका लाभ भी सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को होता है। इसी वजह से आज सेल्फ हेल्प ग्रुप की एक करोड़ से अधिक बहनें लखपति दीदी बन चुकी हैं। एक करोड़ लखपति दीदी बड़ा आंकड़ा है, लेकिन मोदी आराम से बैठने वाला नहीं है। अब मेरा लक्ष्य है, मेरा टारगेट है, आने वाले टर्म में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना है।

साथियों,

मोदी के इन प्रयासों के बीच, देश TMC सरकार की क्रूरता भी देख रहा है। मोदी ने देश के हर परिवार के हर बुजुर्ग को मुफ्त इलाज देने की गारंटी दी है। मुफ्त अनाज भी दे रहे हैं, मुफ्त इलाज भी दे रहे हैं। लेकिन यहां TMC सरकार आयुष्मान भारत योजना लागू ही नहीं होने दे रही है। मोदी पैसा सीधा अस्पताल में भेजता है। ये कहते हैं कि पैसा पहले TMC के खाते में डालो। क्यों भाई? मोदी पैसा TMC को इसलिए भेजे ताकि TMC उसे लूट लें। ऐसा नहीं होगा। मोदी आपके घर का पैसा भी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में डालता है। ये कहते हैं कि पहले TMC के खाते में पैसा डालो। मनरेगा का पैसा भी मोदी सीधे लाभार्थी के खाते में देना चाहता है। लेकिन TMC कहती है कि पहले TMC के खाते में पैसा डालो। मोदी का फॉर्मूला ही डायरेक्ट बेनिफिट का है- कोई बिचौलिया नहीं, सीधा बैंक में पैसा ट्रांसफर। लेकिन TMC की सरकार को ये पसंद नहीं आता, इसलिए कितनी ही केंद्र सरकार की योजनाएं वो रोक कर बैठी है।

भाइयों और बहनों,

TMC सरकार ने यहां के जूट किसानों को बर्बाद करने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी है। जूट की खेती को बढ़ावा मिले, जूट की मिलों को बढ़ावा मिले, इसके लिए हम जूट के बैग को प्रोत्साहन देते हैं। हाल में ही जूट के लिए MSP, 285 रुपए बढ़ाया है। अब जूट का MSP प्रति क्विंटल पांच हजार तीन सौ पैंतीस रुपए है। लेकिन यहां के किसान बताते हैं कि उनकी जेब में बहुत कम पैसा पहुंचता है।

साथियों,

बंगाल में बुनकरों को केंद्र सरकार ने लूम दिए हैं, ट्रेनिंग दी, धागे के लिए ट्रांसपोर्टेशन और उसके दाम में सब्सिडी दी है। लेकिन TMC ने यहां हैंडलूम उद्योग को भी बर्बाद कर दिया है। यहां टैराकोटा आर्ट है, मिट्टी की कला है। ऐसे विश्वकर्मा साथियों के लिए मैंने पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई है। लेकिन TMC सरकार ये योजना भी यहां लागू नहीं होने दे रही है।

साथियों,

बंगाल को बचाने के लिए, बंगाल में तेज विकास के लिए बंगाल में ज्यादा से ज्यादा बीजेपी सांसद जीतने जरूरी हैं। इसलिए ज़रूरी है कि... कृष्णानगर से राजमाता अमृता रॉय जी, रानाघाट से जगन्नाथ सरकार जी, बहरामपुर से निर्मल कुमार साहा जी, को आप भारी मतों से विजयी बनाकर आप संसद में भेजिए। इनको मिलने वाला हर वोट, आप कमल पे बटन दबाएंगे, वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। मोदी मजबूत होगा तो बंगाल को भी मजबूत करेगा। आपको भी मजबूत करेगा।
आइए, घर-घर जाइएगा और कहिएगा कि मोदी जी ने आपको नमस्कार कहा है।

भारत माता की जय।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।