जय जोहार !
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्रीमान विश्वभूषण हरिचंदन जी, हमारे लोकप्रिय संसद के मेरे दोनों साथी
और प्रदेश के विधायक, सांसदगण, जिला परिषद, तालुका परिषद के प्रतिनिधि, देवियों और सज्जनों,
विकसित भारत का सपना तभी सिद्ध होगा जब हर प्रदेश, हर जिला, हर गांव विकसित हो। इस संकल्प को शक्ति देने के लिए, आज यहां लगभग 27 हज़ार करोड़ रुपए की योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। मैं आप सभी को, छत्तीसगढ़ की जनता को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
मेरे परिवारजनों,
विकसित भारत के लिए फिजिकल, डिजिटल और सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर भी भविष्य की जरुरतों के हिसाब से होना चाहिए। यही वजह है हमारी सरकार ने पिछले 9 वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर पर होने वाले खर्च को बढ़ाकर इस साल 10 लाख करोड़ रुपए कर दिया है। ये पहले के मुकाबले 6 गुना ज्यादा है।
साथियों,
ये जो आज देश में रेल, रोड, एयरपोर्ट, पावर प्रोजेक्ट, गाड़ियां, गरीबों के घर, स्कूल-कॉलेज-अस्पताल बन रहे हैं, इन सबमें स्टील का बहुत बड़ा महत्व है। स्टील निर्माण में भारत आत्मनिर्भर हो, इसके लिए बीते 9 वर्षों में अनेक कदम उठाए गए हैं। एक बड़ा स्टील निर्माता राज्य होने के कारण छत्तीसगढ़ को इसका बहुत लाभ मिल रहा है। छत्तीसगढ़ की इसी भूमिका को विस्तार देते हुए आज नगरनार में भारत के सबसे
आधुनिक स्टील प्लांट्स में से एक का लोकार्पण हुआ है। यहां बनने वाला स्टील, भारत के ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग और तेज़ी से बढ़ते डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर को बहुत काम आने वाला है, नई ऊर्जा देने वाला है। यानि बस्तर में जो स्टील बनेगा, उससे हमारी सेना भी सशक्त होगी और रक्षा निर्यात में भी भारत का डंका बजेगा। इस स्टील प्लांट के कारण, बस्तर सहित आसपास के इलाकों के करीब-करीब पचास हजार नौजवानों को रोजगार मिलेगा। केंद्र सरकार बस्तर जैसे हमारे आकांक्षी जिलों के विकास को जिस प्रकार प्राथमिकता दे रही है, उस मिशन को भी ये स्टील प्लांट नई गति देगा। मैं इसके लिए बस्तर के, छत्तीसगढ़ के नौजवानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
साथियों,
बीते 9 वर्षों में केंद्र सरकार का विशेष फोकस कनेक्टिविटी पर रहा है। छत्तीसगढ़ को भी इकनोमिक कॉरिडोर्स और आधुनिक हाईवे मिले हैं। 2014 से पहले की तुलना में छत्तीसगढ़ का रेल बजट करीब –करीब 20 गुणा बढ़ाया गया है। आज राज्य में रेलवे की कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। आजादी के इतने वर्षों में भी अब तक छत्तीसगढ़ के ताड़ोकी को रेलवे के नक्शे में जगह नहीं मिली थी। आज ताड़ोकी को नई रेल लाइन की सौगात मिल रही है। इससे आदिवासी साथियों को सुविधा भी मिलेगी और खेती-किसानी से लेकर वन-उत्पादों का परिवहन भी आसान होगा। रायपुर-अंतागढ़ डेमू ट्रेन से अब ताड़ोकी भी जुड़ चुका है। इससे राजधानी रायपुर आना-जाना आसान हो जाएगा। जगदलपुर-दंतेवाड़ा रेल लाइन दोहरीकरण प्रोजेक्ट से आवाजाही भी आसान होगी और उद्योगों की लॉजिस्टिक कॉस्ट भी कम होगी। रेलवे की ये सारी परियोजनाएं इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोज़गार के नए अवसर भी बनाएंगी।
साथियों,
मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में रेलवे ट्रैक्स के शत प्रतिशत बिजलीकरण का काम पूरा कर लिया गया है। इससे रेल की स्पीड भी बढ़ेगी और छत्तीसगढ़ की हवा को साफ-सुधरा रखने में भी मदद मिलेगी। छत्तीसगढ़ में रेल नेटवर्क के पूरी तरह बिजलीकरण के बाद राज्य में वंदे भारत एक्सप्रेस का भी संचालन किया जा रहा है।
साथियों,
आने वाले वर्षों में भारत सरकार, छत्तीसगढ़ के रेलवे स्टेशनों का भी कायाकल्प करने जा रही है। राज्य के 30 से ज्यादा स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चिन्हित किया गया है, इनमें से 7 स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया जा चुका है। बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग स्टेशन के साथ ही आज जगदलपुर स्टेशन का नाम भी इसी सूची में जुड़ गया है। आने वाले दिनों में जगदलपुर स्टेशन, शहर का प्रमुख केंद्र बनेगा और यहां पर यात्री सुविधाओं को उन्नत बनाया जाएगा। बीते नौ वर्षों में राज्य के 120 से ज्यादा स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
साथियों,
छत्तीसगढ़ की जनता, हर बहन, बेटी और युवा के जीवन को सुगम बनाने के लिए भारत सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है, उनसे छत्तीसगढ़ में प्रगति की गति तेज होगी, रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे और नए उद्यमों को प्रोत्साहन मिलेगा। मैं आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि आगे भी हम इसी गति से निरंतर छत्तीसगढ़ को आगे बढ़ाते रहेंगे। भारत का भाग्य बदलने में छत्तीसगढ़ भी अपनी बहुत बड़ी भूमिका अदा करेगा। मैं इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए छत्तीसगढ़ के लोगों को फिर से बधाई देता हूं। ये छोटा सा कार्यक्रम सरकारी कार्यक्रम रहा है तो यहां मैं और ज्यादा बातें बताने के लिए आपका समय नहीं लेता हूं। अभी 10 मिनट के बाद मैं दूसरे एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बहुत सारे विषय छत्तीसगढ़ के नागरिकों के लिए जरूर बताऊंगा। विकास की बहुत सारी बातें वहां मैं छत्तीसगढ़ के नागरिकों से साझा करूंगा। गर्वनर श्री यहां तक आए, समय निकाला इसके कारण कम से कम राज्य का प्रतिनिधित्व तो नजर आ रहा है। राज्यपाल श्री को छत्तीसगढ़ की इतनी चिंता है, छत्तीसगढ़ के विकास की इतनी चिंता है, ये अपने आप में एक सुखद संदेश है, बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं सबका, नमस्कार।