टीएमसी ने शिक्षकों की भर्ती में हजारों नौजवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया: पुरुलिया, प.बंगाल में पीएम मोदी
टीएमसी और उसके साथी दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को मिल रहा आरक्षण छीन लेना चाहते हैं: पुरुलिया, प.बंगाल में पीएम मोदी

नमोस्कार !

पुरुलिया ने, जंगलमहल ने मोदी को, भाजपा को असीम स्नेह दिया है। मोदी आज यहां आपसे सिर्फ वोट मांगने नहीं आया है, बल्कि मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। आमी आपनार आशीर्बाद निते ऐशे छी। मुझे विकसित भारत के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए। मुझे आत्मनिर्भर भारत के लिए आपका आशीर्वाद चाहिए।

साथियों, 

4 जून अब बहुत दूर नहीं है। और अभी मैं हेलीकॉप्टर में उतर कर, इतने लोग थे कि मैं उनके दर्शन करने के लिए चला गया। ये दिल्ली में एयर कंडीशन कमरे में बैठ करके एक परसेंट इधर हुआ तो क्या होगा, एक परसेंट उधर हुआ तो क्या हुआ होगा। अपना दिमाग खपाते हैं, बेकार में टाइम खराब मत करो। यह दृश्य देख लो 4 जून को क्या होने वाला है। इंडी गठबंधन वालों के तरकश में जितने तीर थे, ये लोग चला चुके हैं। लेकिन जनता जनार्दन के सुरक्षा कवच के आगे इनका हर तीर, इनकी हर साजिश, नाकाम साबित हुई है। मोदी ने इन चुनावों में इंडी गठबंधन वालों का कच्चा चिट्ठा देश के सामने खोलकर रख दिया है। ये लोग संविधान खत्म करना चाहते हैं, ये लोग घुसपैठियों को बढ़ावा देते हैं, ये लोग वोटबैंक को खुश करने के लिए CAA का विरोध करते हैं। 

साथियों,

TMC औऱ उसके साथी दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों को मिल रहा आरक्षण छीन लेना चाहते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर धर्म के आधार पर आरक्षण के खिलाफ थे, लेकिन आज इंडी गठबंधन वाले धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं। कर्नाटका में इन लोगों ने ओबीसी कोटे का आरक्षण मुसलमानों को दे दिया है। TMC इस साजिश में कंधे से कंधा मिलाकर कांग्रेस के साथ खड़ी है। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं, आप लोग जवाब देंगे? जवाब देंगे? क्या आप अपना आरक्षण समाप्त होने देंगे? आपका आरक्षण लूटने देंगे? आपको मिला आरक्षण किसी और को देने देंगे? आप लोग टीएमसी और कांग्रेस का वोट बैंक नहीं है इसलिए इन पार्टियों को आपकी रत्ती भर परवाह नहीं है।

साथियों,

TMC ये कहकर राजनीति में आई थी कि मां-माटी-मानुष की रक्षा करेगी। आज TMC मां-माटी-मानुष का ही भक्षण कर रही है। बंगाल की महिलाओं का भरोसा TMC से टूट गया है। संदेशखाली में जो पाप हुआ है, उसने पूरे बंगाल की बहनों को सोचने पर मजबूर किया है। SC/ST परिवार की बहनों को तो TMC के लोग इन्सान ही नहीं समझते। अपने शाहजहां को बचाने के लिए, TMC के लोग संदेशखाली की बहनों को ही दोषी ठहरा रहे हैं। उनके चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं। जैसी भाषा ये लोग उनके लिए बोल रहे हैं, इसका जवाब बंगाल की हर बेटी अपने वोट से TMC को तबाह कर देगी। 

साथियों,

(भाई आप अपना चित्र लाए, नीचे रखो, लोग पीछे परेशान हो रहे, नीचे रखो इसको। मैंने देख लिया, मैं आपका बहुत आभारी हूं। औरों को परेशान मत करो। पीछे परेशान हो रहे लोग।) तोलाबाजी करना, चोरी करना, TMC की विचारधारा बन चुकी है। आचार-विचार एक ही बन चुका है। आप मुझे बताइए साथियों, जिस बंगाल में मां सरस्वती की पूजा होती है, वहां TMC सरकार शिक्षा में भी चोरी करती है। शिक्षकों की भर्ती में हज़ारों नौजवानों का भविष्य इन्होंने बर्बाद कर दिया। और इन सभी नौजवानों को कर्ज में डुबो दिया क्योंकि नौकरी के लिए उन्हें कर्ज करके ये टीएमसी वालों को पैसा देना पड़ा। लेकिन साथियों नुकसान सिर्फ इन नौजवानों का ही नहीं, आज बंगाल के गांवों के स्कूलों में शिक्षक नहीं है, टीएमसी ने उन बच्चों का भविष्य भी चोरी कर लिया।

भाइयों और बहनों,

TMC हो या कांग्रेस हो, ये एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। आप देखिए, कांग्रेस के मंत्री, कांग्रेस के सांसद के पास से कैसे नोटों के पहाड़ मिल रहे हैं। आपने देखा है कि नहीं, टीवी पर नोटों के पहाड़ देखे हैं ना। मैंने अपनी जिंदगी में आंख के सामने नोटों का ढेर नहीं देखा। जितने नोटों के पहाड़ पर यह चोर लुटेरे बैठे हैं। यहां टीएमसी के नेताओं और मंत्रियों के पास से भी नोटों के पहाड़ निकलते हैं। ये भ्रष्टाचार करते रंगे हाथ पकड़े जा रहे हैं और गाली मोदी को देते हैं। 

मुझे बताइए भाई क्या मैंने देशवासियों से कभी कुछ छिपाया है क्या? मैंने 14 में कहा था ना मैं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ काम करूंगा। मैंने कहा था कि नहीं कहा था। मैंने 2019 में कहा था ना कि मैं भ्रष्टाचारियों को एक-एक करके पकडूंगा। कहा था कि नहीं कहा था। और 24 में कह रहा हूं मैं भ्रष्टाचारियों को जेल के बाहर रहने नहीं दूंगाआप बताइए साथियों, आपको लूटने वालों के साथ मोदी ठीक कर रहा कि नहीं कर रहा है? ठीक कर रहा है कि नहीं कर रहा है? मुझे करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए? पूरी ताकत से करना चाहिए नहीं करना चाहिए? ये लोग गालियां दें तो भी करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। ये झूठे आरोप लगाए तो भी करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। आपको लूटने वालों पर चोट होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए। मोदी आज आपको एक और गारंटी दे रहा है 4 जून के बाद नई सरकार बनते ही ऐसे हर भ्रष्टाचारी, उनकी जिंदगी जेलों में ही बीतेगी। चार जून पड़े भ्रष्टाचारी देर उपरे एक्शन आरो तीव्र होवे। और ये जो लूटा हुआ पैसा मोदी पकड़ रहा है ना, ये पैसा उन पीड़ितों का जिनसे उन्होंने लूटा है, मेरी कोशिश है वो पैसे उनको वापस मिले और इसके लिए मोदी रास्ता खोज रहा है। 

भाइयों और बहनों,

बंगाल की जनता ने इस बार TMC को साफ करने का पक्का मन बना लिया है। इसके रुझान आने शुरु भी हो गए हैं। और इसी के साथ TMC की बौखलाहट भी बढ़ती जा रही है। जिन्हें पहले कभी किसी ने पूछा नहीं, मोदी आज उनकी पूजा करता है। वो सदियों से वंचित रहे हैं, मोदी उन्हें वरीयता देता है। आज गरीब हों, दलित हों, पिछड़े हों, आदिवासी हों, मोदी ने सभी को अपनी योजनाओं का लाभ पहुंचाया है। पक्का घर सभी को मिला है, कोई भेदभाव नहीं किया। टॉयलेट और गैस कनेक्शन सभी को मिले हैं, मोदी ने कोई भेदभाव नहीं किया। आप मुझे बताइए, मोदी जो मुफ्त चावल देता है उसमें कोई भेदभाव करता है क्या? मोदी ने आपका बैंक में जो खाता खुलवाया उसमें कोई भेदभाव किया क्या?

साथियों, 

मैं जानता हूं कि पुरुलिया के आप लोगों को किस तरह जल संकट का सामना करना पड़ता है। ये जल संकट, हमारे गरीब, दलित-पिछड़े-आदिवासी भाई-बहनों का जीवन और मुश्किल बना देता है। मोदी की कोशिश, देश के हर घर तक नल से जल पहुंचाने की है। माताओं-बहनों मुझे हर घर में नल से जल पहुंचाना है। पिछले 5-6 साल में 12 करोड़ से ज्यादा घरों को हमने नल कनेक्शन से जोड़ा है। लेकिन पुरुलिया जैसे इलाकों में TMC सरकार, इस अभियान को भी आगे नहीं बढ़ने दे रही है। उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में जहां भाजपा की सरकार है, वहां हर रोज, अलग-अलग गांव में, अलग-अलग इलाके में एक दिन में 30 हजार घरों को नल कनेक्शन दिया जा रहा है। कितना बड़ा काम हो रहा है, उसके सामने बंगाल में एक दिन में सिर्फ 5 हजार घरों में काम होता है क्योंकि TMC वाले करने नहीं देना चाहते। उनके तोलाबाज करने नहीं देना चाहते। TMC सरकार से यहां विकास की कोई उम्मीद नहीं लगाई जा सकती।

साथियों, 

मैं आज गंभीर बात कहना चाहता हूं और बड़ी पीड़ा के साथ कहना चाहता हूं। आप जानते हैं, स्वामी विवेकानंद जब विदेश की धरती पर गए थे, जब वो भारत की बात करते थे, तो लाखों लोग उनके भक्त बन गए थे। पर एक वर्ग ऐसा भी था, जिसको भारत से नफरत थी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद का खूब अपमान किया, खूब धमकाने की कोशिश की। पर स्वामी विवेकानंद मां भारती का मिशन लेकर निकले थे, वो कहां डरने वाले थे? आज ऐसा ही बंगाल की धरती पर हो रहा है। चुनाव में बंगाल के लोगों को डराने-धमकाने, हिंसा कराने वाली TMC सरकार ने इस बार सारी हदें पार कर दी है। आज देश और दुनिया में इस्कॉन, राम कृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ सेवा और सदाचार के लिए जाने जाते हैं। वे भारत का नाम रोशन करते हैं, लेकिन आज बंगाल की मुख्यमंत्री इस्कॉन वालों को, राम कृष्ण मिशन वालों को और भारत सेवाश्रम संघ के संन्यासियों को खुले तौर पर धमका रही हैं, खुले मंच से उन्हें चेतावनी दे रही हैं। दुनिया भर में इन मिशनों से जुड़े लाखों अनुयायी रहते हैं, इनका मकसद सिर्फ और सिर्फ लोगों की सेवा करना है। बंगाल की सरकार ने उनपर ऊंगली उठाई, उनका नाम लेकर धमका रही हैं, इतनी हिम्मत, सिर्फ अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए, उन्हें साधने के लिए TMC इतने निचले स्तर पर उतर आई है। इसे बंगाल की जनता का ज़रा भी ख्याल नहीं, लाखों लोगों की भावनाओं का ख्याल नहीं। भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद, स्वामी विवेकानंद और स्वामी प्रणवानंद जैसे आध्यात्मिक गुरुओं का अपमान ये देश कभी नहीं सहेगा। ऐसी सरकार जो बंगाल की सेवा संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं रखती है, उसे आपने अपने वोट की ताकत से ऐसी सजा देनी है कि कभी वो हमारे संतों, महंतों और महापुरुषों का अपमान न कर सके। 

भाइयों और बहनों,

भाजपा सरकार, विकास भी, विरासत भी के मंत्र पर काम करती है। पुरुलिया और इस क्षेत्र का छाऊ नृत्य बहुत प्रसिद्ध है। ये भाजपा ही है कि जिसने छाऊ मास्क को GI टैग दिया है, इसे पुरुलिया की पहचान के साथ जोड़ा है। भाजपा, देश की संस्कृति की इस समृद्धि को दुनिया भर में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है।

साथियों, 

यहां अयोध्या पहाड़ है, यहां सीताकुंड भी है। प्रभु राम के चरण यहां पड़े हैं। यहां 500 साल बाद जब हमारे देश में प्रभु राम का भव्य मंदिर बना, उसमें हमारे रामलला विराजे हैं। आपको आनंद हुआ कि नहीं हुआ। आपको खुशी हुई कि नहीं हुई। बोलो जय श्रीराम। लेकिन TMC को राम का नाम लेना, राम नवमी मनाना ही पसंद नहीं है। सिर्फ वोटबैंक को खुश करने के लिए ये हमारी आस्था तक की परवाह नहीं करते। ऐसी TMC आपका एक वोट पाने के लायक नहीं है।

भाइयों और बहनों,

मोदी पुरुलिया के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। यहां हाईवे और रेलवे का काम गति पक़ड़ रहा है। पुरुलिया रेलवे स्टेशन का कायाकल्प हो, वंदे भारत ट्रेन हो, इस क्षेत्र की कनेक्टिविटी हमारी प्राथमिकता है। हाल में ही मुझे रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन का शिलान्यास करने का भी अवसर मिला है। 11 हज़ार करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट से अनकों रोज़गार बनेंगे।

साथियों,

देश विकसित तब होगा, जब बंगाल भी विकसित होगा। जखोन बांग्लार बिकाश होबे, तबेई देशेर बिकाश होबे। इसलिए 25 मई को आपको हमारे साथी ज्योतिमय सिंह महतो जी को हर बूथ पर विजयी बनाना है। कमल पर पड़ा आपका हर वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। आप मेरा एक काम करेंगे? हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा एक काम करेंगे? घर घर जाइएगा और कहिए कि अपने मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको राम राम कहा है। मेरा राम राम पहुंचा देंगे। हर घर में मेरा राम राम पहुंचा देंगे। 

भारत माता की। भारत माता की। जय माता की।

वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।