टीएमसी के तुष्टिकरण ने बंगाल में डेमोग्राफी को डांवाडोल कर दिया है: मेदिनीपुर, प.बंगाल में पीएम मोदी
टीएमसी ने बंगाल की कानून-व्यवस्था, व्यापार और रोज़गार को पूरी तरह चौपट कर दिया है: मेदिनीपुर, प.बंगाल में पीएम मोदी

भारत माता की..

भारत माता की..

मेदिनीपुर शोमोस्तो शक्ति स्वरूपा मां बोनेदेर आमार प्रणाम। मैं खड़गेश्वर महादेव और भगवान जगन्नाथ को प्रणाम करता हूं।

साथियों,

हम सबको आशीर्वाद देने के लिए उमड़ा ये जनसैलाब, मेदिनीपुर का ये माहौल ये बता रहा है कि पूरा बंगाल विकसित भारत के लिए संकल्प ले चुका है। पूरा बंगाल ठान चुका है इस बार भी केंद्र में एक मजबूत सरकार बनानी है और इसलिए कश्मीर हो या कन्याकुमारी, अटक हो या कटक बंगाल का कोई कोना ऐसा नहीं है जहां से एक ही स्वर सुनाई दे रहा है, फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार। (ये कुछ बच्चे कुछ चित्र लेकर आए हैं, बढ़िया वेशभूषा करके आए हैं, इन बच्चों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। ये थक जाएंगे जरा इनके हाथ से ये फोटो और कुछ लिख करके लाएं हैं, ले लीजिए। जय श्री राम.. जय श्री राम)

साथियों,

बीजेपी की इस आंधी ने TMC के आतंक के सभी किले ध्वस्त करना शुरू कर दिया है और इसलिए बंगाल में TMC वाले जरा ज्यादा ही बौखलाए हुए हैं। अब बस 25 मई को एक और प्रहार की जरूरत है। बंगाल में फिर TMC के आतंक, अत्याचार और भ्रष्टाचार के किले को गिरते देर नहीं लगेगी।

साथियों,

मैं जानता हूं TMC लोकतंत्र की लड़ाई पूरी तरह हार चुकी है। इसलिए, वो गुंडों के सहारे जीतना चाहती है। लेकिन, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, बंगाल के मेरे जांबाज नौजवानों किसी से डरना नहीं है। मेदिनीपुर की धरती वीरों और क्रांतिकारियों की धरती है। यहां लोगों ने सत्य की मिसाल और सत्य की मशाल कभी नहीं छोड़ी। उसी मशाल से अंग्रेजों का साम्राज्य जलकर के राख हो गया था। TMC के सिंडिकेट और तोलाबाजों की तो हैसियत ही क्या है? ये लोग डरे हुए हैं, घबराये हुए हैं, जनता के सामर्थ्य को वो भांप नहीं पाएं हैं क्योंकि, 4 जून के परिणाम तय है, फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार।

साथियों,

बंगाल में TMC का मतलब है- आतंक, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और भाई-भतीजावाद। अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए लगातार हिंदू समाज, हिंदू आस्था को अपमानित कर रही है टीएमसी। यहां की मुख्यमंत्री के ताज़ा बयान से बंगाल ही नहीं पूरे देश और पूरी दुनिया में मानवता प्रेमी समाज बहुत गुस्से में है। आप याद कीजिए TMC के एक MLA ने कहा था कि हिंदुओं को भगीरथी में बहा देंगे। संतों ने ऐसी राजनीति न करने की सलाह TMC के नेताओं को दी और इससे भड़की यहां की मुख्यमंत्री भड़कीं और मुख्यमंत्री ने सारी हदें पार कर दी हैं। मुख्यमंत्री ने रामकृष्ण मिशन, इस्कॉन और भारत सेवाश्रम संघ पर भद्दे-भद्दे आरोप लगाए हैं, संत समाज का अपमान किया है। साथियों, ये हिंदुओं को मिटाने की बात करने वाले MLA को एक शब्द भी कहने को तैयार नहीं लेकिन, संदेशखाली के गुनहगार शाहजहां को बचाने के लिए दिन-रात एक कर रहे हैं। ये लोग राम का नाम लेने वालों को गालियां देंगे, ये लोग राम नवमी मनाने नहीं देंगे और मोदी के खिलाफ वोट जिहाद की अपील करेंगे, यही TMC और इंडी गठबंधन वालों की सच्चाई है। वोट बैंक के सामने घुटने टेकने वाली ऐसी TMC सरकार आपका एक वोट भी पाने की हकदार नहीं है।

साथियों,

TMC के तुष्टिकरण ने बंगाल में डेमोग्राफी को डांवाडोल कर दिया है। समाज व्यवस्था को पूरी तरह छिन्न- विच्छिन्न कर दिया है। TMC देश के दूसरे राज्य वालों को बाहरी बताती हैं लेकिन, अवैध घुसपैठिए इनको अपने लगते हैं। आप मुझे बताइये बंगाल को घुसपैठियों से खतरा है कि नहीं है? खतरा है कि नहीं है? घुसपैठिए बंगाल के लिए बहुत बड़ा खतरा है। ये घुसपैठिए बंगाल में जनसंख्या संतुलन बिगाड़ रहे हैं। कई इलाकों में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए। दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की ज़मीनों पर घुसपैठिए कब्जा कर रहे हैं। हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है।

भाइयों- बहनों,

बंगाल के जन-जन को इसका जवाब लेने का समय आ गया है लेकिन, TMC सरकार आंख बंद करके सत्ता भोगने में पड़ी हुई है। आपको पता है न घुसपैठियों का फर्जी राशन कार्ड और आधार कार्ड कौन बनाता है? कौन बनाता है? TMC सरकार बनवाती है कि नहीं बनवाती है? ये घुसपैठिए आपके लिए भले ही आफत है, भले ही ये बंगाल के लिए संकट है लेकिन, TMC के लिए ये वोट बैंक है। जहां-जहां हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं, जहां-जहां घुसपैठियों के वोट बढ़ गए हैं, TMC उन्हें अपनी सुरक्षित सीट मानती है। इसलिए, TMC बंगाल की पहचान मिटाने का ये खतरनाक खेल खेल रही है। TMC की प्लानिंग है घुसपैठियों को न्योता और बंगाल के लोगों से नफरत, इन्होंने बंगाल की कानून- व्यवस्था पूरी तरह चौपट कर दी है। इन्होंने बंगाल का उद्योग व्यापार चौपट कर दिया है। इन्होंने बंगाल का रोजगार चौपट करके रखा है। हमारे बंगाल के लोगों को मजबूर होकर आज बाहर जाना पड़ रहा है और इस वजह से जो जगह बन रही है वो TMC के अपने प्रिय घुसपैठियों को दे रही है। TMC की साजिशों को रोकने के लिए केंद्र में एक मजबूत बीजेपी सरकार बहुत जरूरी है। जब तक मोदी है, मैं इनके इरादे कभी भी कामयाब नहीं होने दूंगा और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

TMC घुसपैठियों का तो स्वागत करती है लेकिन, जो अल्पसंख्यक हिन्दू भाई-बहन यहां आए हैं, प्रताड़ित होकर के आए हैं, वो देशों से निकाले गए हैं उनका वो घोर- विरोध करती है। मेरे भाइयों-बहनों, मैंने वादा किया था और मैं कोई काम पर्दे के पीछे नहीं करता हूं सीना तानकर के करता हूं, आंख मिलाकर के करता हूं। मैंने वादा किया था, मैं इन शरणार्थी परिवारों को नागरिकता दूंगा। ये देश और बंगाल के विभाजन के समय से हमसे उम्मीद लगाए हुए हैं। ये हमारे भाई-बहन हैं। इनमें हमारे दलित भाई- बहन हैं, हमारे आदिवासी भाई- बहन हैं, हमारे पिछड़े समाज के लोग हैं। लेकिन, TMC इनकी मदद का विरोध कर रही है। CAA का विरोध कर रही है और ये कह रही है कि हम CAA को लागू नहीं होने देंगे। हम CAA को उलट देंगे। जरा टीएमसी वाले, कांग्रेस वाले, लेफ्ट वाले दीवार पर लिखकर रखना मोदी जब तक जिंदा है ना कुछ नहीं कर पाओगे। कुछ भी नहीं कर पाओगे। साथियों, CAA ये नागरिकता देने का कानून है लेकिन, ये TMC झूठ बोलने की उसकी आदत जाती नहीं है, दिन-रात झूठ बोलती रही कि CAA का फॉर्म भरा तो नागरिकता चली जाएगी लेकिन, अब इनके झूठ का पर्दाफाश हो गया है। अभी 4 दिन पहले 300 से ज्यादा शरणार्थियों को नागरिकता देकर के शुभ शुरुआत हो चुकी है। मैं TMC वालों से कहना चाहता हूं, कान खोलकर सुन लो CAA, ये मोदी की गारंटी है। हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई, पारसी अल्पसंख्यकों को नागरिकता मिलकर के रहेगी और अवैध घुसपैठियों का आतंक बंद होकर के रहेगा।

साथियों,

कांग्रेस और TMC, ये दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। ये लोग एक- दूसरे को बंगाल में गाली देते हैं और फिर दिल्ली जाकर दोस्ती निभाने लगते हैं। TMC बंगाल में भले ही अलग चुनाव लड़ने का नाटक कर रही हो लेकिन, दिल्ली में TMC, इंडी गठबंधन की पार्टनर है। ये डबल खेल खेलने वाले लोग क्या मेरे बंगाल के लोगों को समझने में गलती नहीं करते हैं तो क्या कर रहे हैं? ये बेवकूफ बनाने, धोखाधड़ी करने को राजनीति मानते हैं। क्या बंगाल के लोग इनका ये दोहरा चरित्र समझते हैं कि नहीं समझते हैं?

साथियों,

पिछले 10 साल से मोदी का मंत्र है- बंगाल का विकास, पुरजोर विकास, चारों तरफ विकास। लेकिन, TMC का एजेंडा है- बंगाल के विकास को ठप्प करना। खड़गपुर से भुवनेश्वर के लिए हाई स्पीड सड़क हो, बंगाल में 36 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कें हो, अमृत भारत स्टेशनों का विकास हो, यहां से चल रही वन्दे भारत ट्रेनें हो, ऐसे अनगिनत काम, ये सब किसने किया? किसने किया? किसने किया? किसने किया? ये सब तो मोदी को जो आपने आशीर्वाद दिए हैं न वो आशीर्वाद ने किया है। ये जो कुछ भी हुआ है वो आपके एक वोट की ताकत से हुआ है। आपके एक वोट की ताकत से हुआ है।

भाइयों- बहनों,

मां-माटी-मानुष कहकर इतना बड़ा धोखा भारतीय राजनीति में किसी और दल ने कभी भी नहीं दिया। मोदी बंगाल के हर गरीब को मुफ्त राशन दे रहा है लेकिन, जो राशन मैं भेजता हूं, ये TMC वाले उसे भी खा जाते हैं। यही है TMC का मां-माटी-मानुष। मोदी गरीबों को पक्के घर देने के लिए काम कर रहा है लेकिन, TMC उसमें भी भ्रष्टाचार कर रही है। आवास के लिए केवल TMC के लोगों के नाम भेजे जाते हैं, ये ही है TMC का मां-माटी-मानुष। मैंने बंगाल में हर घर जल पहुंचाने के लिए काम शुरू किया। इन्होंने जल जीवन मिशन के नाम पर केवल पाइप बिछाए, पानी अभी तक नहीं पहुंचा। पानी का पैसा तक TMC वाले खा गए और मुझे अभी पुरुलिया में हमारे एक साथी ने बताया कि जल जीवन मिशन का पानी पहुंचाना है, पाइप डालना है तो इनके तोलाबाज उस घरवालों से 2000-2500 रुपये मार लेते हैं, तब तक काम नहीं होने देते हैं। यही है टीएमसी का मां-माटी-मानुष।

साथियों,

मेदिनीपुर हमारे सुवेन्दु अधिकारी और दिलीप घोष की कर्मभूमि रही है और दिलीप को मैं राजनीति के पहले से जानता हूं। मेहनत करना उसके स्वभाव में है, वो चैन से बैठ नहीं सकते और उन्होंने पार्टी अध्यक्ष के नाते भी दिन-रात एक किए थे। सुवेन्दु जी यहां TMC के अत्याचार से लगातार लड़ रहे हैं। वे भी बहुत तेजी से बंगाल के लोगों के सुख- सुविधा के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। इसलिए, मेदिनीपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं की विशेष ज़िम्मेदारी है। मेदिनीपुर से बहन अग्निमित्रा पॉल जी और घातल से हिरण्मय चट्टोपाध्याय जी, मेरा अनुरोध है 25 मई को ये मेरे दोनों साथियों को भारी बहुमत से विजयी बनाएं और जब आप इनको वोट देंगे ना वो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा, मोदी मजबूत होगा, बंगाल के सपनों को पूरा करेगा। घर- घर जाएंगे, घर- घर जाएंगे जरा हाथ ऊपर करके बताइए, घर- घर जाएंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे, सभी पोलिंग बूथ जीत के आएंगे। मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की..

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भारत माता की..

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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पीएम मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत की
December 22, 2025
The two leaders jointly announce a landmark India-New Zealand Free Trade Agreement
The leaders agree that the FTA would serve as a catalyst for greater trade, investment, innovation and shared opportunities between both countries
The leaders also welcome progress in other areas of bilateral cooperation including defence, sports, education and people-to-people ties

Prime Minister Shri Narendra Modi held a telephone conversation with the Prime Minister of New Zealand, The Rt. Hon. Christopher Luxon today. The two leaders jointly announced the successful conclusion of the historic, ambitious and mutually beneficial India–New Zealand Free Trade Agreement (FTA).

With negotiations having been Initiated during PM Luxon’s visit to India in March 2025, the two leaders agreed that the conclusion of the FTA in a record time of 9 months reflects the shared ambition and political will to further deepen ties between the two countries. The FTA would significantly deepen bilateral economic engagement, enhance market access, promote investment flows, strengthen strategic cooperation between the two countries, and also open up new opportunities for innovators, entrepreneurs, farmers, MSMEs, students and youth of both countries across various sectors.

With the strong and credible foundation provided by the FTA, both leaders expressed confidence in doubling bilateral trade over the next five years as well as an investment of USD 20 billion in India from New Zealand over the next 15 years. The leaders also welcomed the progress achieved in other areas of bilateral cooperation such as sports, education, and people-to-people ties, and reaffirmed their commitment towards further strengthening of the India-New Zealand partnership.

The leaders agreed to remain in touch.