जब देश में एक धाकड़ सरकार होती है तो दुश्मन भी कुछ करने से पहले सौ बार सोचता है: अंबाला, हरियाणा में पीएम मोदी
चार चरणों के चुनाव में कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सभी साथी चारों खाने चित्त हो चुके हैं: अंबाला, हरियाणा में पीएम मोदी

मां अंबिका, माता मनसा देवी की भूमि, अंबाला से पूरे हरियाणा को राम-राम ! हरियाणा हिम्मत है, हरियाणा हौसला है। तभी तो हरियाणा धाकड़ है... धाकड़…और मोदी ने तो कई सालों तक हरियाणा की रोटी खाई है। हरियाणा की तरह ही…मोदी ने 10 साल तक सरकार भी धाकड़ चलाई है। आज अंबाला के आसमान में राफेल के विमान जब उड़ते हैं, तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है?

साथियों,

आज मैं आपसे अगले 5 साल के लिए आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए...मैं आपका बहुत आभारी हूं। आज मेरे बहुत पुराने साथी, संगठन में भी काम किया, सरकार में भी काम किया हमारे रतनलाल जी कटारिया जी की बरसी है। मैं उन्हें भी अपनी श्रद्धांजलि देता हूं।

भाइयों और बहनों,

4 जून में अब सिर्फ 17 दिन बचे हैं। 4 चरणों के चुनाव में...कांग्रेस और इंडी गठबंधन, ये उनके सारे साथी, सारे दल, चार चरण में चारों खाने चित्त हो चुके हैं। इंडी वालों ने देश के खिलाफ जो भी दांव-पेंच चले थे...उन्हें चुनाव के मैदान में...जनता जनार्दन ने खुद पटखनी दे दी है। और हरियाणा तो वो राज्य है...जिसकी रगों में देशभक्ति है। देशविरोधी ताकतों को हरियाणा अच्छी तरह जानता-पहचानता है। और इसलिए हरियाणा का गांव-गांव, घर-घर एक ही आवाज में बोल रहा है...फिर एक बार...मोदी सरकार। फिर एक बार...मोदी सरकार। फिर एक बार...मोदी सरकार।

साथियों,

जब देश में एक धाकड़ सरकार होती है...तो दुश्मन भी कुछ करने से पहले सौ बार सोचता है। आज आप देखिए...जो पाकिस्तान 70 सालों से भारत को परेशान कर रहा था...जिसके हाथ में बम का गोला रहता था...आज उसके हाथ में भीख का कटोरा है। जब धाकड़ सरकार होती है...तो ऐसे ही दुश्मन कांपता है।

साथियों,

क्या कोई कमजोर सरकार...जम्मू-कश्मीर में हालात बदल सकती थी? जम्मू-कश्मीर में हालात बदल सकती थी?...वो जमाना याद करिए जब कांग्रेस की सरकार थी हरियाणा की वीर माताएं दिन-रात चिंता में रहती थीं...कब किसी आतंकी का गोला फट जाए...कब किसी पत्थर से हमारे फौजियों का सिर फट जाए। आज 10 साल हो गए, सबकुछ बंद हो गया कि नहीं हो गया। बंद हुआ की नहीं हुआ, मोदी की धाकड़ सरकार ने 370 की दीवार गिराई और कश्मीर विकास के रास्ते पर चल पड़ा है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस का इतिहास, हमारी सेनाओं को...फौजियों को धोखा देने का रहा है। देश का पहला घोटाला कांग्रेस ने भारत की सेना में ही किया था। इस ट्रैक रिकॉर्ड को कांग्रेस जब तक सत्ता में रही...हमेशा नए-नए घोटाले करके उसने बनाए रखा। बोफोर्स घोटाला...पनडुब्बी घोटाला...हेलीकॉप्टर घोटाला...कांग्रेसी भारत की सेनाओं को कमजोर बनाकर रखते थे...जानते हैं क्यों? ताकि विदेश से हथियार मंगाने के नाम पर मोटी कमाई कर सकें। हमारे सैनिकों की छोटी-छोटी जरूरतों को तो ये कांग्रेसी पूछते तक नहीं थे। हमारे सैनिकों को कपड़े-जूते, बुलेट-प्रूफ जैकेट...ये भी ठीक से नसीब नहीं थे। उनके पास अच्छी राइफलें तक नहीं थी...उन्हें लाठी देकर कहा जाता था कि आतंकियों की गोलियों का मुकाबला करो...और जब मोदी सरकार में आया....तो उसने कहा...ऐसे नहीं चलेगा। मैंने भारत की सेनाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान शुरू किया। आज सेना को मेड इन इंडिया हथियार मिल रहे हैं। जो भारत कभी दूसरे देशों से हथियार मंगाता था...वो अब दूसरे देशों को हथियार बेच रहा है।

साथियों,

कांग्रेस ने हमारे पूर्व सैनिकों के साथ भी विश्वासघात किया। 4 दशक तक कांग्रेस पूर्व सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन के लिए तरसाती रही। और जब 2013 में उनको लगा कि मोदी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया है, तो उन्होंने जाते-जाते वन रैंक-वन पेंशन के लिए 500 करोड़ का बजट में प्रावधान किया। और वो 500 करोड़ का कागज लेकर के ये शहजादे हरियाणा में पूर्व सैनिकों के सम्मेलन करते थे, पंजाब में जाते थे, हिमाचल में जाते थे और भ्रम फैलाने का काम करते थे कि देखिए हमने OROP कर दिया। वन रैंक-वन पेंशन कर दिया। इनकी झूठ बोलने की इतनी हिम्मत है, इनकी झूठ बोलने की इतनी आदत है। बड़े-बड़े पत्रकार भी भ्रम में रहते हैं, ऐसा शानदार झूठ बोलते हैं ये लोग।

भाइयों-बहनों,

जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, मोदी ने डंके की चोट पर वन रैंक-वन पेंशन का वायदा किया। और जरा गांव-गांव पूर्व सैनिक परिवारों को बताइए कि कांग्रेस कैसा झूठ बोलती है। उन्होंने 500 करोड़ रखा था, हमारी सरकार ने जब OROP दिया, तो कितना खर्च हुआ पता है। उन्होंने 500 करोड़ का खेल खेला था, हमने वन रैंक-वन पेंशन दिया तो अबतक 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपए, उससे भी ज्यादा...मोदी हर सैनिक के परिवार को पहुंचा चुका है। अब आप बताइए 500 करोड़ कागज पर लिख करके देश के लिए जीने मरने वाले, देश के लिए जान की बाजी लगाने वाले और हरियाणा कुरुक्षेत्र की धरती, जहां सत्य विजयी होता है, उस धरती पर पूर्व सैनिकों के सामने झूठ बोलने का पाप किया था। और जब मोदी ने इसको लागू किया 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपए के साथ, हर परिवार की चिंता की। और मोदी हर सैनिक परिवार की चिंता समझता है, इसलिए ऐसे संवेदनशील निर्णय लेता है।

साथियों,

मोदी विकसित भारत का संकल्प लेकर निकला है। और जब मैं विकसित भारत का संकल्प लेकर निकला हूं तब हरियाणा का मुझपर बहुत अधिकार भी है। क्योंकि मेरी विकास यात्रा में हरियाणा के भी संस्कार हैं। मैं आज आपको गारंटी देता हूं, आपका सपना ही मेरा संकल्प है। पल-पल आपके नाम, पल-पल देश के नाम, 24/7 फॉर 2047.

भाइयों -बहनों

विकसित भारत के 4 स्तंभ हैं। गरीब, युवा, महिलाएं और किसान...मोदी इन चारो स्तंभों को ऐसी मजबूती देना चाहता है, ताकि मेरा देश मजबूत हो, मेरा हिंदुस्तान मजबूत हो। किसानों का कल्याण, मोदी की प्राथमिकता है। 2014 से पहले के 10 साल में कांग्रेस की सरकार ने...देश के किसानों से सिर्फ, मेरा एक काम करेंगे... मेरा एक काम करेंगे...जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे। ये जो मैं आंकड़ा बोलता हूं, याद रखेंगे। किसानों को जाकर बताएंगे, धीरे-धीरे हाथ नीचे हो रहा है। बताएंगे...कांग्रेस के जमाने में सिर्फ साढ़े सात लाख करोड़ रुपए का अनाज MSP पर खरीदा गया था। कांग्रेस के जमाने में...दस साल में...साढ़े सात लाख करोड़ रुपए का MSP पर अनाज खरीदा गया था। ये किसानों के नाम राजनीति करते हैं ना... दस साल में...साढ़े सात लाख करोड़। और मोदी ने क्या किया, 10 सालों में 20 लाख करोड़ रुपए का MSP में हमने किसानों से आनाज खरीदा है। यानि तीन गुना अनाज MSP पर खरीदा गया है। पहले तो पैसा मिलने में भी कई-कई महीने लगते थे। अब पैसा सीधे बैंक खाते में जमा हो जाता है।

साथियों,

कांग्रेस ने गन्ना किसानों को सिर्फ और सिर्फ धोखा ही दिया है। आज गन्ने का FRP, करीब-करीब साढ़े तीन सौ रुपए प्रति क्विंटल है। जबकि कांग्रेस की सरकार करीब 210 रुपए प्रति क्विंटल देती थी। ये आंकड़े याद रखना मुंहतोड़ जवाब देना झूठ बोलने वालों को। 2014 में जब हमलोग आए तो गन्ने का बकाया करीब 60 हज़ार करोड़ रुपया था। किसान का पैसा था, उसकी मेहनत का पैसा था। 60 हज़ार करोड़ रुपया बकाया था। जबकि इसी साल, हमने 1 लाख 14 हजार करोड़ की पेमेंट की है। यहां अंबाला, करनाल और कुरुक्षेत्र के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के भी...मैं सिर्फ इसी इलाके का बोल रहा हूं...इसी इलाके में 650 करोड़ रुपए से ज्यादा किसानों के खाते में ट्रांसफर किए गए हैं।

साथियों,

आज दुनिया के सामने भारत सुपर फुड लेकर गया है। न्यूट्रिशन की दुनिया में दुनिया को बहुत कुछ देने की ताकत भारत में है। इसलिए पोषक आहार उसका हब बनाने की हमारे में ताकत है। यानि की ज्वार-बाजरा जैसा मोटा अनाज हमारा हरियाणा का किसान उगाता है, उसे मोदी दुनिया तक पहुंचाना चाहता है। सारे देश में हमारी पहचान बने इसलिए इस मोटे अनाज को श्री अन्न के नाम से पहचान दी है। और हमने पूरी दुनिया के लिए अंतरराष्ट्रीय मिलेट ईयर मनाया। और इसकी ताकत देखिए विश्व को लोगों को जब मैं कहता हूं कि हमारे छोटे-छोटे किसानों के द्वारा ये पैदा होता है। कम से कम पानी में होता है। एनवायरमेंट फ्रेंडली होता है। केमिकल और फर्टीलाइजर की दुनिया से दूर होता है। तो दुनिया के लोगों को अचरज होता है। पिछले दिनों मैं अमेरिका गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जी ने व्हाइट हाउस में बहुत बड़ा भोजन समारोह रखा था और देश के प्रधानमंत्री के लिए इतना बड़ा, आजादी के बाद ऐसे अवसर कम आए हैं। लेकिन मजा ये था कि सारे मेहमानों को खाने में ये हमारा मिलेट परोसा गया था। ये ज्वार-बाजरा परोसा गया था। ये सुपर फूड की पहचान मेरा हरियाणा, राजस्थान ये जो राज्य हैं उनके किसानों के लिए बहुत बड़ा अवसर लेकर आई है।

साथियों,

हम एक बहुत बड़ी, दुनिया की सबसे बड़ी योजना उसको लेकर आए हैं। हम 2 लाख से ज्यादा गोदाम बनाने पर काम कर रहे हैं। हमारे देश में अनाज के इतने बड़े भंडारण उस दिशा में हम काम कर रहे हैं। आने वाले 5 साल में हम आलू, प्याज़ और टमाटर किसानों के लिए...विशेष क्लस्टर्स बनाने जा रहे हैं।

साथियों,

मोदी की एक और गारंटी- खेती में ड्रोन क्रांति की है। इसकी ज़िम्मेदारी मैं माताओं-बहनों को दे रहा हूं...मैं गांव की महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दे रहा हूं। लाखों रुपए का ड्रोन उनको दे रहा हूं। हरियाणा के कृषि क्षेत्र को जिस तरह यहां की माताएं-बहनें संभाले हुए हैं..आप देखिएगा...खेती के ड्रोन के इस्तेमाल में भी हरियाणा सबसे आगे रहेगा।

साथियों,

खेलों की दुनिया में आज हरियाणा का इतना नाम है...तो उसके पीछे हमारी बेटियों की ताकत है। और मोदी ने बेटियों के लिए सैनिक स्कूलों के भी दरवाज़े खोल दिए हैं। अभी NDA में महिला कैडेट्स का जो पहला बैच ट्रेनिंग ले रहा है...उसमें बड़ी संख्या में हमारे हरियाणा की बेटियां हैं।

साथियों,

कांग्रेस को महिलाओं से, किसानों से, नौजवानों से कोई मतलब नहीं है। कांग्रेस को सिर्फ वोट से मतलब है। अब बताइए...दिल्ली और हरियाणा में, हाथ में झाड़ू लेकर घूम रहे हैं...और पंजाब में कह रहे हैं कि झाड़ूवाला चोर है। इन्होंने हरियाणा वालों को समझ क्या रखा है?

भाइयों और बहनों,

इनके लिए वोटबैंक ही सबकुछ है। अब कांग्रेस के लोग कहते हैं कि..SC/ST/OBC का आरक्षण, धर्म के आधार पर बांट देंगे। ये दलितों का-पिछड़ों का आरक्षण छीन लेना चाहते हैं। ये लोग अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए सिखों और दलितों को नागरिकता देने का भी विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस कह रही है कि सत्ता में आए...तो CAA रदद् कर देंगे।

साथियों,

ये हमारी सरकार है जो अफगानिस्तान के युद्धक्षेत्र से...गुरु ग्रंथ साहब के स्वरूपों को अदब के साथ स्वदेश लाई। हमारी सरकार ने ही साहेबज़ादों की याद में वीर बाल दिवस मनाना शुरु किया है। ऐसे प्रयासों से माता गुजरी की इस धरती को ज़रूर गर्व होता होगा। लेकिन कांग्रेस और इंडी गठबंधन को ऐसे हर प्रयास से दिक्कत है।

भाइयों और बहनों,

कांग्रेस और इंडी-गठबंधन...विकास और विरासत दोनों की विरोधी हैं। 500 साल बाद इतने लंबे इंतजार के बाद, अविरत संघर्ष के बाद, लाखों बलिदानों के बाद, 500 साल के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना है। पूरा देश राममय हो चुका है। पूरा देश राम मंदिर से इतना खुश है...इतना खुश है। जिसे लोग समझ नहीं पाते हैं, लेकिन कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के नेता, आए दिन मंदिर के लिए अपमानजनक बातें करते हैं।

भाइयों और बहनों,

हमारी सरकार अंबाला की दिल्ली से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है। हम यहां के एयरफोर्स बेस को उड़ान योजना से भी जोड़ रहे हैं। बहुत जल्द ही आप अंबाला से दूसरे शहरों के लिए हवाई जहाज पकड़ सकेंगे। पहले मनोहर लाल जी की सरकार में और अब नायब सिंह जी के नेतृत्व में अंबाला उत्तर भारत का एक बड़ा इंडस्ट्रियल हब बन रहा है। इन सबका फायदा यहां के युवाओं को होगा...उनके लिए रोजगार के नए मौके बनेंगे। ये चुनाव भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए है...ये चुनाव भारत को विकसित बनाने के लिए है। ये चुनाव देश का प्रधानमंत्री कौन हो, ये देश किसको सुपुर्द किया जाए। इसके महत्व वाला चुनाव है।

साथियों,

25 मई को आपके यहां चुनाव है, अंबाला से बहन बंतो कटारिया जी हमारी उम्मीदवार हैं...करनाल से मनोहर लाल जी...और कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल जी...मैं आपसे आशीर्वाद मांगता हूं, भारी वोटों से इनको विजयी बनाइए। इन तीनों को मिला आपका एक-एक वोट सीधा मोदी के खाते में जाएगा। इसलिए ज्यादा से ज्यादा मतदान हो, सुबह 10 बजे से पहले मतदान कैसे बढ़े। पहले मतदान फिर जलपान, इस संकल्प को कैसे घर-घर पहुंचाएं। ज्यादा से ज्यादा पोलिंग बूथ जीतकर के आएं। और हर परिवार को अपना वोट का अधिकार उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।