कर्नाटक में जनता समस्याओं से घिरी है, वहीं कांग्रेस सरकार लूट-खसोट में जुटी हुई है: पीएम मोदी
कलबुर्गी रैली में पीएम मोदी ने भारी जनसमर्थन के लिए आभार जताया और कर्नाटक तथा देश की प्रगति के लिए बीजेपी की प्रतिबद्धता दोहराई।
पीएम मोदी ने कर्नाटक में कुशासन, भ्रष्टाचार, बिगड़ती कानून-व्यवस्था और जनता के साथ विश्वासघात पर कांग्रेस की आलोचना की।
यह कांग्रेस ही है जो युवाओं को उनके अधिकारों से वंचित करने का पाप कर रही है: कलबुर्गी में पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कर्नाटक में बीजेपी के बदलावकारी असर को रेखांकित करते हुए महिलाओं को सशक्त बनाने और जीवन गुणवत्ता में सुधार लाने वाली उज्ज्वला तथा आयुष्मान जैसी योजनाओं का उल्लेख किया।

भारत माता की, भारत माता की।
जगद्गुरु बसवेश्वरा अवरा नाडु,
शिवशरणरा बीडु,
कलबुरगी-या जनतेगे नमस्कारगड़ू

कलबुर्गी का ये जनसैलाब, आप सबके चेहरों का ये उत्साह... कर्नाटका ने लोकसभा के चुनाव में बीजेपी को रिकॉर्ड सीटों पर जिताने का संकल्प ले लिया है। अभी मैं हेलीपैड से यहां आ रहा था, इतनी धूप में रोड शो का जो वातावरण बन गया। इतनी बड़ी मात्रा में लोग उत्साह, उमंग के साथ आशीर्वाद दे रहे थे। अभी तो चुनाव की घोषणा होना बाकी है। और आपने घोषणा कर दी। आज पूरा कर्नाटका कह रहा है- अबकी बार...400 पार। अबकी बार...400 पार। अबकी बार...।

साथियों,
बीते दो दिनों से मैं भारत के इस दक्षिणी भाग में ही हूं। और इसके पहले मैं श्रीनगर में था। श्रीनगर के पत्रकारों ने जो ब्लॉग लिखा है, उसमें लिखा है- 1988 के बाद श्रीनगर में इतनी बड़ी रैली किसी पोलिटिकल पार्टी की नहीं हुई है। जो दृश्य मैंने श्रीनगर में देखा, जो जज्बा देखा, भारत के प्रति, भाजपा के प्रति, जो उमंग और उत्साह देखा। साथियों, मैं बड़े विश्वास से कह रहा हूं देश अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए तैयार हो चुका है। और उसके बाद पिछले दो दिन से दक्षिण भारत में मैंने चार अलग अलग राज्यों का दौरा किया है। तमिलनाडु में कन्याकुमारी हो या केरला में पथनमथिट्टा हो, हर तरफ़ लोग बीजेपी को बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं। तेलंगाना के नागरकुरनूल की रैली में मैंने लोगों को अपने बच्चों के लिए विकसित भारत का निर्माण करने का संकल्प लेते हुए देखा है। हैदराबाद के रोड शो में हर उम्र के लोगों ने विकास और तरक्की के हमारे संकल्प को अपना समर्थन दिया। पूरे दक्षिण भारत में हर क्षेत्र में, हर वर्ग के लोगों ने बीजेपी को अपना अपार समर्थन दिया है। दक्षिण में बीजेपी को मिल रहे इस भारी समर्थन का ही नतीजा है कि इंडी-अलायंस और कांग्रेस के लोग भी कहने लगे हैं, और आपके यहां के एक नेता ने तो पार्लियामेंट में कह दिया। हमारे विरोधी कह रहे हैं- अबकी बार 400 पार! अबकी बार…अबकी बार।

साथियों,
कर्नाटका में आप लोगों का कांग्रेस के लिए जो आक्रोश है, वो भी मैं समझ सकता हूं। कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है, जो चाहे कितने भी कपड़े बदल ले, कांग्रेस की करतूतें नहीं बदलतीं। इसीलिए, कर्नाटका में जनता जाग चुकी है, आक्रोश और गुस्से से लाल है। किसी सरकार से इतने कम समय में ही जनता का मोहभंग हो जाना ये दिखाता है कि लोगों को कांग्रेस की सच्चाई क्या है, इसका पता चल गया है। और कभी-कभी लोग भी सोचते हैं कि चलो भई एक बार सजा दी, अब वो सुधर जाएंगे। दुबारा कुछ अच्छा करेंगे। लेकिन लोग फिर निराश, वो सुधरने को तैयार ही नहीं है भई, आप कितने ही मौके दीजिए, वो नहीं सुधरेंगे। आज कर्नाटका में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। असामाजिक तत्वों को खुलेआम संरक्षण दे रही है। जनता के मन में खौफ पैदा किया जा रहा है। जनता परेशानियों से त्रस्त है, और कांग्रेस लूट में व्यस्त है।

साथियों,
एक बार कोयले से कालिख दूर हो सकती है, लेकिन कांग्रेस से करप्शन दूर नहीं हो सकता। इन परिवारवादियों के लिए करप्शन ही ऑक्सीजन है। बिना भ्रष्टाचार के ये लोग सियासत में सांस भी नहीं ले सकते। चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं करना, और चुनाव के बाद सिर्फ अपनी जेबें भरना, यही कांग्रेस का काम है। कर्नाटका को कांग्रेस ने अपना ‘फैमिली एटीएम’ बना लिया है। पार्टी और परिवार के खर्चे पूरे करने के लिए कर्नाटका की जनता की मेहनत की कमाई यहां से सप्लाई की जा रही है।

साथियों,
जहां राज्य की सारी पूंजी कुछ लोगों का पेट भरने में, जेब भरने में, तिजोरी भरने में खपने लगती है, वहां सबसे पहले कुशासन, अव्यवस्था और अराजकता चारों तरफ हर स्तर पर फैलना शुरू हो जाती है। इसीलिए, कांग्रेस ने चुनाव में जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करना तो दूर, उल्टा कर्नाटका के हालात दिन पर दिन बदहाल होते जा रहे हैं। चुनाव में कांग्रेस ने मुफ्त बिजली का वादा किया था। लेकिन जवाब में जनता को बिजली की कटौती मिली है। अंधेरा मिला। आज किसान पूछ रहे हैं, कि जब बिजली है ही नहीं, तो खेतों में पंप सेट कैसे चलेंगे? इन लोगों ने किसानों से एक और धोखा किया। हर किसान को पता है कि मोदी सरकार यहां के 55 लाख किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि के पैसे भेजती है। ये योजना किसानों के लिए वरदान जैसी है। पहले बीजेपी की राज्य सरकार किसानों को इसमें 4 हजार रुपये जोड़कर देती थी। लेकिन कांग्रेस वालों ने ये 4 हजार रुपये देने का प्रावधान बंद कर दिया।

साथियों,
ये लोग युवाओं से बड़े बड़े वादे करके सरकार में बैठ गए। लेकिन आज ये उन्हीं युवाओं की स्कॉलरशिप रोक रहे हैं, उसमें कटौती कर रहे हैं। ये कांग्रेस ही है, जो नौजवानों के हक मारने का पाप कर रही है। कांग्रेस की लूट का हाल ये है कि छोटे-छोटे विकास कार्यों के लिए भी, सरकार के पास पैसा नहीं है। विधायकों को कह दिया गया है कि सरकार के पास पैसे नहीं है। हाथ ऊपर कर दिए। कलबुर्गी के मेरे भाइयों-बहनों बताइए, क्या कोई सरकार ऐसे चल सकती है क्या? चल सकती है क्या? कर्नाटका का भला कर सकती है क्या? आपके सपने पूरे कर सकते हैं क्या? उनके वादे पूरे हो सकते हैं क्या? कांग्रेस भी ये जान चुकी है, कि ये दोबारा सरकार नहीं बना पाएंगे। इसलिए, कांग्रेस का एक ही एजेंडा बचा है- जितना लूट सको लूटो। क्या आप लूटने देंगे क्या? लूटने देंगे क्या?

साथियों,
जब राज्य सरकार इस तरह काम कर रही हो, आपको लूट रही हो, तो ये बहुत जरूरी है कि संसद में आपकी आवाज जरूर पहुंचे। कर्नाटका को लूट से बचाने के लिए सांसद के रूप में मुझे एक रक्षा कवच बनाना है। ताकि इस पर निगरानी रहे। हर पल मुझे दिल्ली में खबर रहे और कर्नाटक की जनता के लूटने के कारनामो को मैं रोक पाऊं। जब यहां कर्नाटका में ज्यादा संख्या में बीजेपी सांसद जीतेंगे तो कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार को डर करके रहना पड़ेगा। सात बार सोचना पड़ेगा कि अब खबरें मोदी को पहुंच रही है। बीजेपी सांसद, यहां कांग्रेस के कारनामों को लाख कोशिश करें, कांग्रेस वाले छिपाने नहीं देंगे। इसलिए मुझे कर्नाटका से ज्यादा से ज्यादा बीजेपी सांसदों का आशीर्वाद मिले, जनता-जनार्दन के आशीर्वाद मिले। इसलिए आपका ये सेवक प्रार्थना करने आया है। सभी सीटों पर भाजपा को जिताएंगे? आप पक्का जोर लगाएंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे। बीजेपी की जीत पक्की करेंगे?

साथियों,
भाजपा ने हमेशा कर्नाटका के विकास के लिए काम किया है। हमने कर्नाटका की पहचान को सम्मान दिया है। मैं दुनिया में जहां भी जाता हूं, मैं लोकतंत्र के उन सिद्धांतों की बात करता हूं जिसे हमें जगदगुरु बसवेश्वरा ने हमें सिखाया था। हमने अनुभव मंतपा से प्रेरणा लेकर ही दिल्ली के भारत मंडपम का नाम रखा है। इसी जगह, दुनिया भर के नेताओं की जी-20 समिट हुई थी। इससे पूरे विश्व में कर्नाटका का गौरव और सम्मान बढ़ा था।

साथियों,
जब हम कहते हैं कि भारत मदर ऑफ डेमॉक्रेसी है, तो पूरी दुनिया उसे स्वीकार करती है। दुनिया को कोई एतराज नहीं है, लेकिन जब ये बात कांग्रेस वाले सुनते हैं, सुनते ही कांग्रेस के पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। ये लोग दुनियाभर में जाकर हमारे देश को, हमारे लोकतंत्र को, हमारी महान परंपराओं को बदनाम करते हैं, ये लोग भगवान बसवेश्वरा की विरासत का मज़ाक उड़ाते हैं।

साथियों,
भाजपा ने कर्नाटका के हर समाज, हर वर्ग के लिए काम किया है। हमारे कामों से कैसे परिस्थितियां बदली हैं, हमारी माताएं-बहनें इस बात को बखूबी समझ सकती हैं। पहले पैसों की कमी के कारण घर की महिलाएं, घर के बुजुर्ग अपनी बीमारियों को छिपाते थे। बच्चों को भी नहीं बताते थे, क्योंकि उनको डर रहता था कि ये बीमारी का पता चल जाएगा, अस्पताल में जाना पड़ेगा और इतना बड़ा खर्च हो जाएगा कि बच्चे कर्ज में डूब जाएंगे। इसलिए हमारी माताएं, हमारे बुजुर्ग बीमारी की पीड़ा सहन करते थे पर बच्चों पर कर्ज नहीं होने देते थे। लेकिन बीते कुछ सालों में, आयुष्मान योजना लाकर हमने लोगों को इस चिंता से मुक्त कर दिया है। और मैंने हर माता-बहन को कहा है बीमारी को छिपाने की जरूरत नहीं है। अब माताओं बहनों को पीड़ा सहन करने की जरूरत नहीं है। दिल्ली में आपका बेटा बैठा है। पांच लाख रुपये तक इलाज की गारंटी मोदी देता है। हमारे कर्नाटका में इस योजना से करीब-करीब 80 लाख मुफ्त इलाज हो चुके हैं। और वे सब मोदी को आशीर्वाद देते हैं। लोग मुझे पूछते हैं न.. मोदी इतनी एनर्जी लाते कहां से हो। इतना काम करते हो, थकते नहीं हो। अरे, जहां मेरे कर्नाटका के 80 लाख लोग, जो बीमारी से मुक्त हुए हों, जब उनके आशीर्वाद मिलते हैं न तो एक बड़ी एनर्जी लेकर के आते हैं, बड़ी ऊर्जा लेकर के आते हैं।

आज मुफ्त इलाज की ये गारंटी, ये मोदी की गारंटी बन गई है। पहले गांव की महिलाओं को भीषण गर्मी में पानी लेने के लिए घर से दूर तक जाना पड़ता था। लेकिन बीते कुछ वर्षों में, हमने कर्नाटका के 75 लाख से अधिक परिवारों के घर तक नल से जल पहुंचाया है। साफ पानी की सुविधा, आज ये मोदी की गारंटी बन गई है। पहले एलपीजी कनेक्शन ना होने के कारण हमारे घरों में महिलाएं चूल्हे पर खाना बनाती थीं। आज हमने कर्नाटका में उज्जवला योजना के तहत चालीस लाख से ज्यादा एलपीजी कनेक्शन, इन माताओं-बहनों की तबियत को सुरक्षित रखने का बहुत बड़ा काम किया है। ग्रामीण महिलाओं और बच्चों को धुएं से बाहर निकालना, धुएं से मुक्ति दिलाना, ये मोदी की गारंटी है। हमने कर्नाटका में 8 लाख से ज्यादा पीएम आवास बनाए। जिनके पास घर नहीं था उनको घर दिया। जो कच्चे झोपड़े में रहते थे, उनको पक्का घर दिया। इतना ही नहीं, जो घर हमने दिए हैं न, इनमें से ज्यादतर घरों को हमने महिलाओं के नाम रजिस्टर किया। इन कोशिशों ने आज कर्नाटका की महिलाओं का जीवन बदला है। यही कारण है कि कर्नाटका के हर घर की महिलाएं आत्मविश्वास से कह रही हैं, भरोसे से कह रही हैं, हर मां-बहन कह रही है- आएगा तो.....मोदी ही! आएगा तो.....मोदी ही! आएगा तो.....मोदी ही!

साथियों,
ये बीजेपी ही है, जिसने ‘कल्याण कर्नाटका क्षेत्र’ के विकास के लिए लगातार काम किया है। कांग्रेस वाले हमेशा इस क्षेत्र को पिछड़ा बताकर पल्ला झाड़ लेते थे। लेकिन बीजेपी ने अपनी सरकार बनने के बाद कल्याण कर्नाटका रीजनल डवलपमेंट बोर्ड को हजारों करोड़ रुपये की मदद दी। कांग्रेस वालों ने इस क्षेत्र में विकास करना जरूरी नहीं माना। हमने तूअर दाल के किसानों को फसलों के अच्छे दाम दिलाकर उनकी मदद की है। कलबुर्गी से रायचूर के बीच उत्तर कर्नाटका का पहला Six Lane Greenfield Highway बनाने के लिए केंद्र सरकार ने करीब 6 हजार करोड़ रुपए की राशि जारी की है। हमने इस क्षेत्र को बेहतर रेलवे कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए कलबुर्गी से बेंगलुरु के बीच एक वंदे भारत और एक पैसेंजर ट्रेन भी शुरू की है। हमने कलबुर्गी-बीदर रेलवे लाइन के 110 किलोमीटर लंबे हुमनाबाद-गुलबर्गा सेक्शन का निर्माण भी करवाया है। ये इस इलाके में आज़ादी के बाद बनी पहली रेल लाइन है। आप जानते हैं कि कांग्रेस सरकारों ने इस इलाके की कितनी उपेक्षा की थी। लेकिन बीजेपी की केंद्र सरकार इनफ्रास्ट्रक्चर के साथ साथ यहां उद्योग को भी बढ़ावा दे रही है। कलबुर्गी में बन रहा मेगा टेक्सटाइल पार्क, इस क्षेत्र के लाखों किसानों, नौजवानों और छोटे उद्योगों के लिए अनेकों अवसर लेकर आने वाला है।

साथियों,
हमें कर्नाटका को कृषि और इंडस्ट्री का बड़ा Hub बनाना है। ये सिर्फ वादा नहीं है, ये मोदी की गारंटी है। लेकिन एक गारंटी मुझे आपसे भी चाहिए। मिलेगी? आपकी गारंटी मुझे मिलेगी? आपसे मुझे एक गारंटी चाहिए, मेरे से आपको सैकड़ों गारंटी मुबारक है। आपकी गारंटी मिलेगी। हाथ ऊपर करके बताइए गारंटी मंजूर। गारंटी मिलेगी। मुझे गारंटी चाहिए, कर्नाटका में बीजेपी की जीत हर एक लोकसभा सीट पर यहां की जनता पक्की करे। अब आपको ये गारंटी देनी है कि कांग्रेस वाले कितने भी झूठ बोल लें, साजिश कर लें, लेकिन इस बार इनका खाता नहीं खुलना चाहिए। आप ये गारंटी देंगे? इधर से भी गारंटी देंगे? उधर से भी गारंटी देंगे? इसके लिए आपको कमल के निशान पर बटन दबाना है, ज्यादा से ज्यादा संख्या में बीजेपी को जिताना है। यहां मेरे साथ गुलबर्गा से बीजेपी प्रत्याशी उमेश जी जाधव हैं, हावेरी से हमारे प्रत्याशी बसवराज बोम्मई जी हैं। धारवाड़ से हमारे प्रत्याशी प्रहलाद जोशी जी आपकी सेवा में रहेंगे, और बीदर से भगवंत खुबा जी को पार्टी ने टिकट दिया है। और भाजपा में टिकट देना मतलब आप सबकी सेवा करने का जिम्मा मोदी ने इनको दिया है। ये लोग आपकी सेवा में हमेशा आगे रहे हैं। लेकिन अब मोदी की भी ताकत उनके साथ जुड़ जाती है तो सेवा और व्यापक होती है। इस बार आपको पहले से भी ज्यादा समर्थन इन सभी को देना है। यही मेरी प्रार्थना है।

साथियों,
अभी हमारे प्रदेश अध्यक्ष जी बता रहे थे, मैं दुबारा उसका उल्लेख करना चाहूंगा। कन्नड़ा भाषा के प्रति मेरा सम्मान कितना ज्यादा है, ये आप भली-भांति जानते हैं। जो लोग मुझे कन्नड़ा में भी सुनना चाहते हैं उनके लिए मैंने टेक्नोलॉजी और AI की मदद से एक कोशिश की है। और अब तक मेरा जितना ज्ञान है 80-90 परसेंट तो मामला ठीक चल रहा है। 5-10 परसेंट इधर-उधर हो सकता है। लेकिन ये आप जब सुनोगे तो मुझे करेक्शन के लिए अवसर मिलेगा। तो मेरी मदद करोगे। मुझे आपकी मदद चाहिए आज। आपको सुनकर के मुझे बताना पड़ेगा कि मोदी जी इसमें थोड़ी कमी है। बताओगे? क्योंकि मुझे उसको और अच्छा बनाना है। और आपकी मदद के बिना नहीं बना सकता हूं। करोगे मदद। तो करना क्या है। आपको सोशल मीडिया साइट एक्स पर जा करके Namoinkannada, ये जो हैंडल बनाया गया है, उस पर जाना है। मोदी आपकी सेवा में हाजिर है। और आप किसी को भी दिखाकर कह सकते हो, बड़े गर्व से कह सकते हो मोबाइल दिखाकर, देखो मोदी मेरी जेब में है। तो ये करेंगे आप। करेंगे। कन्नड़ा के सम्मान के लिए मुझे आपकी मदद चाहिए, करेंगे। आप अगर सहमत हैं तो आपका मोबाइल फोन निकाल करके फ्लैश लाइट चालू करके आइए कन्नड़ा भाषा का गौरव करें। सब अपना मोबाइल फोन से फ्लैश चालू करें और कन्नड़ा भाषा का सम्मान करें। इधर भी हां, शाबाश। ये कन्नड़ा भाषा के सम्मान में है। Namoinkannada आपके हरेक के मोबाइल में होना चाहिए। देखिए चारों तरफ उत्साह है, उमंग है, ऊर्जा है। कन्नड़ा भाषा का सम्मान है, कन्नड़ा भाषा के प्रति प्रेम है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।