देश भर के 15 हवाई अड्डों के नए टर्मिनल भवनों का उद्घाटन और शिलान्यास किया
लखनऊ और रांची में लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) का उद्घाटन किया; प्रधानमंत्री ने जनवरी 2021 में इनकी आधारशिला रखी थी
उत्तर प्रदेश में 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं से रेल और सड़क क्षेत्र की आधारभूत अवसंरचना को सुदृढ़ बनाया जाएगा
उत्तर प्रदेश मेंप्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई)के तहत 3700 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 744 ग्रामीण सड़क परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
‘‘हमारी सरकार पूर्वी उत्तर प्रदेश और देश के परिवारों के जीवन को सुगम बनाने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है’’
‘‘पिछड़े इलाकों में गिना जाने वाला आजमगढ़ आज विकास की नई गाथा लिख रहा है’’
‘‘जिस तरह हमारी सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को महानगरों से आगे छोटे शहरों और गांवों तक ले गई... उसी तरह हम आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम भी छोटे शहरों तक ले जा रहे हैं’’
‘‘उत्तर प्रदेश राजनीति के साथ-साथ देश के विकास की दिशा भी निर्धारित करता है’’
‘‘डबल इंजन सरकार से उत्तर प्रदेश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल गई है, आज उत्तर प्रदेश केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में सबसे सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है’’

भारत माता की जय,
भारत माता की जय,

मंच पर उपस्थित, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी, उप मुख्यमंत्री श्रीमान केशव प्रसाद मौर्या, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधान परिषद के सदस्य श्रीमान भूपेंद्र चौधरी जी, उत्तर प्रदेश के सभी आदरणीय मंत्रिगण, सांसदगण, अन्य महानुभाव, और आजमगढ़ के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों,

आज आजमगढ़ का सितारा चमक रहा है। एक जमाना था, जब दिल्ली से कोई कार्यक्रम हो और देश के अन्य राज्य उसके साथ जुड़ते थे। आज आजमगढ़ में कार्यक्रम हो रहा है और देश के अलग-अलग कोने से हजारों लोग हमारे साथ जुड़े हुए हैं। जो हजारों लोग जुड़े हैं, मैं उन सबका भी स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं।

साथियों,

आज केवल आजमगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे देश के विकास के लिए कई विकास परियोजनाओं का यहां से शुभारंभ हो रहा है। जिस आजमगढ़ को देश के पिछड़े इलाकों में गिनते थे, आज वही देश के लिए विकास का नया अध्याय लिख रहा है। आज आजमगढ़ से कई राज्यों में करीब 34 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स, उसका लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। आजमगढ़ के साथ-साथ श्रावस्ती, मुरादाबाद, चित्रकूट, अलीगढ़, जबलपुर, ग्वालियर, लखनऊ, पुणे, कोल्हापुर, दिल्ली और आदमपुर, इतने सारे एयरपोर्ट्स पर नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन हुआ है। और इन टर्मिनल्स के लिए कितनी तेजी से काम हुआ है, इसका एक उदाहरण ग्वालियर का विजया राजे सिंधिया एयरपोर्ट भी है। ये एयरपोर्ट सिर्फ 16 महीने की अवधि में बनकर तैयार हो गया है। आज कड़प्पा, बेलागावी और हुबली, ये तीन हवाई अड्डों पर नए टर्मिनल भवनों का शिलान्यास भी किया गया है। ये सारे प्रयास, देश के सामान्य मानवी के लिए हवाई जहाज की यात्रा को औऱ ज्यादा सहज और सुलभ बनाएंगे।

लेकिन साथियों,

आप देखिए पिछले कई दिनों से मेरे समय की मर्यादा के कारण मैं एक ही स्थान पर से देश के अनेकों प्रोजेक्टस का लोकार्पण कर रहा हूं। और जब लोग सुनते हैं कि देश में एक साथ इतने एयरपोर्टस, एक साथ इतने रेलवे स्टेशन, एक साथ इतने हवाई अड्डे, एक साथ इतने IIM, एक साथ इतने AIIMS, लोग अचरज हो जा रहे हैं। और कभी कभी पुरानी जो सोच रहती थी ना तो इसको भी उसी चौखट में बिठाते हैं। और क्या कहते हैं? अरे भई ये तो सब चुनाव का मौसम है ना। अरे मेहरबान, चुनाव के मौसम में पहले क्या हुआ करता था? पहले की सरकारों में बैठे हुए लोग जनता की आंख में धूल झोंकने के लिए घोषणाएं कर देते थे। कभी-कभी तो इनकी हिम्मत इतनी होती थी कि पार्लियामेंट में भी रेलवे की नई-नई योजनाएं घोषित कर देते थे। बाद में कोई पूछने वाला नहीं, और जब मैं analysis करता था तो 30-30, 35-35 साल पहले घोषणा हुई, कभी चुनाव के पहले पत्थर गाड़ देते थे आकर के। फिर खो जाते थे, पत्थर भी खो जाते थे, नेता भी खो जाते थे। यानि सिर्फ घोषणाएं होना और मुझे याद है जब 2019 के वर्ष में, मैं कोई भी योजना घोषित करता था या शिलान्यास करता था, तो पहला हेडलाइन यही बनता था कि देखो भई ये तो चुनाव है इसलिए हो रहा है। आज देश देख रहा है, मोदी दूसरी मिट्टी का इंसान है। 2019 में भी जो हमने शिलान्यास किए वो चुनाव के लिए नहीं किए थे। आज उसको धरातल पर उतरते हुए देख सकते हैं, उदघाटन कर चुके हैं और आज 2024 में भी कोई मेहरबानी करके इसको चुनाव के चश्मे से न देखे। ये विकास की मेरी अनंत यात्रा का अभियान है और मैं 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने के संकल्प के लिए तेज गति से दौड़ रहा हूं, तेज गति से देश को दौड़ा रहा हूं दोस्तों। आजमगढ़ का इतना प्यार, इतना स्नेह देश भर के लोग आज जुड़े हुए देख रहे हैं, आपका ये उत्साह देख रहे हैं और मैं देख रहा हूं पीछे जितने लोग अंदर पंडाल में हैं उससे ज्यादा धूप में तप रहे हैं भईया, ये प्यार अद्भुत है।

साथियों,

एयरपोर्ट, हाइवे और रेलवे से जुड़े इनफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ पढ़ाई, पानी और पर्यावरण से जुड़े विकास कार्यों को भी यहाँ नई गति मिली है। इन विकास परियोजनाओं के लिए मैं उत्तर प्रदेश और देश के सभी राज्यों की जनता को बधाई देता हूं। मैं विशेष रूप से, आज़मगढ़ के लोगों का आभार व्यक्त करता हूं वो इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। और आजमगढ़ के मेरे भाई-बहन मोदी की एक और गारंटी सुन लीजिए बताऊं? आजमगढ़ के प्यारे भाई-बहन, मैं आपको एक और गारंटी देता हूं, सुनाऊ? आप बताएं तो बताऊं? बताऊं? देखिए ये कल का आजमगढ़ अब वो गढ़ है, ये आजन्मगढ़ है, ये आजन्मगढ़ विकास का गढ़ रहेगा, आजन्म रहेगा, अनंत काल तक ये विकास का गढ़ बना रहेगा, ये मोदी की गारंटी है दोस्तों।

साथियों,

आज आजमगढ़ में एक नया इतिहास लिखा जा रहा है। इहां से लेकर विदेश तक, जे भी आजमगढ़ क रहे वाला हौ, सबके आज बहुत खुशी मिलत होई। इ पहली बार नाही हौ, एकरे पहिले जब हम पूर्वांचल एक्सप्रेसवे क उद्घाटन कइनीत आजमगढ़ क सब आदमी कहत रहे कि अब लखनऊ में जहाज से उतर के हमन इहां ढाई घंटा में आ जाब। अब त आजमगढ़ में आपन जहाज उतरे क ठिकाना हो गईल। एकरे अलावा मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी बने के कारण पढ़ाई और दवाई के इंतजाम के लिए भी बनारस जाए क जरूरत कम पड़ी।

साथियों,

आपका ये प्यार और आजमगढ़ का ये विकास, जातिवाद, परिवारवाद और वोटबैंक के भरोसे बैठे इंडी गठबंधन की नींद उड़ा रहा है। पूर्वांचल ने दशकों तक जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति देखी है। और पिछले 10 वर्षों में ये क्षेत्र विकास की राजनीति भी देख रहा है और 7 साल से योगी जी के नेतृत्व में उसे और गति मिली है। यहाँ के लोगों ने माफियाराज और कट्टरपंथ के खतरों को भी देखा है, और अब यहाँ की जनता कानून का राज भी देख रही है। आज यूपी में अलीगढ़, मुरादाबाद, चित्रकूट और श्रावस्ती में जैसे जिन शहरों को नए एयरपोर्ट टर्मिनल्स मिले हैं, उन्हें कभी यूपी का छोटा और पिछड़ा शहर कहा जाता था। उनको कोई पूछने वाला नहीं था। अब यहाँ भी हवाई सेवाएँ शुरू हो रही हैं, क्योंकि इन शहरों में तेजी से विकास हो रहा है, यहां औद्योगिक गतिविधियों का विस्तार हो रहा है। जिस तरह हमारी सरकार जन कल्याण की योजनाओं को मेट्रो शहरों से आगे बढ़ाकर छोटे शहरों और गांव-देहात तक ले गई...वैसे ही आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के काम को भी हम छोटे-छोटे शहरों तक ले जा रहे हैं। छोटे शहर भी अच्छे एयरपोर्ट, अच्छे हाईवेज के उतने ही हकदार हैं जितने ही बड़े मेट्रो शहर हैं। और भारत में जो तेजी से urbanisation हो रहा है उसका जो प्लानिंग 30 साल पहले होना चाहिए था, वो नहीं हुआ, हम उसी को ध्यान में रखते हुए आज Tier-2, Tier-3 cities उनकी ताकत बढ़ा रहे हैं ताकि urbanisation रूके नहीं और urbanisation एक अवसर बन जाए, उस दिशा में हम काम कर रहे हैं। सबका साथ-सबका विकास का यही विजन डबल इंजन की सरकार का मूल मंत्र है।

साथियों,

आज आजमगढ़, मऊ और बलिया को कई रेलवे प्रोजेक्ट्स की सौगात मिली है। इसके अलावा आजमगढ़ रेलवे स्टेशन का भी विकास किया जा रहा है। सीतापुर, शाहजहांपुर, गाजीपुर, प्रयागराज, आजमगढ़ और कई दूसरे जिलों से जुड़ी रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी हुआ है। प्रयागराज-रायबरेली, प्रयागराज-चकेरी और शामली-पानीपत समेत कई हाइवेज का लोकार्पण शिलान्यास भी अभी-अभी मैंने किया है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 5 हजार किलोमीटर से ज्यादा सड़कों का लोकार्पण हुआ है। ये बढ़ती हुई कनेक्टिविटी पूर्वांचल के किसानों के लिए, यहां के नौजवानों और उद्यमियों के लिए एक सुनहरा भविष्य लिखने जा रही है।

साथियों,

हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले। आज पहले की तुलना में कई गुना बढ़ी हुई MSP दी जा रही है। गन्ना किसानो के लिए भी इस साल लाभकारी मूल्य में 8 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। अब गन्ने का लाभकारी मूल्य 315 रुपये से बढ़कर 340 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। आजमगढ़ तो गन्ना बेल्ट में गिना जाता है। आप लोगों को याद है ना कि कैसे इसी उत्तर प्रदेश में जो सरकार चलाते थे न, वो गन्ना किसानों को कैसे तरसाते थे, कैसे रूलाते थे। उनका पैसा ही तरसा-तरसा कर दिया जाता था, और कभी-कभी तो मिलता भी नहीं था। ये भाजपा की सरकार है जिसने गन्ना किसानों का हजारों करोड़ का बकाया खत्म कराया है। आज गन्ना किसानों को सही समय पर गन्ने का मूल्य मिल रहा है। गन्ना किसानों की मदद के लिए सरकार ने और भी नए क्षेत्रों पर बल दिया है। पेट्रोल में मिलाने के लिए गन्ने से इथेनॉल बनाया जा रहा है। खेत में जो पराली है उससे बायो गैस बन रही है। इसी यूपी ने चीनी मिलों को कौड़ियों के दाम बिकते और बंद होते देखा है। अब चीनी मिलें भी शुरू हो रही हैं और गन्ना किसानों का भाग्य भी बदल रहा है। केंद्र सरकार जो पीएम किसान सम्मान निधि दे रही है, उसका लाभ भी यहां के किसानों को मिला है। अकेले आज़मगढ़ के ही करीब 8 लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के 2 हजार करोड़ रुपए मिले हैं।

साथियों,

इतने बड़े स्तर पर विकास की इतनी तेज रफ्तार तभी मुमकिन होती है जब सरकार सही नियत और ईमानदारी से काम करती है। भ्रष्टाचार में डूबी परिवारवादी सरकारों में इतने बड़े पैमाने पर विकास कार्य असंभव था। पिछली सरकारों में आजमगढ़ और पूर्वांचल ने पिछड़ेपन की तकलीफ ही नहीं उठाई बल्कि उस दौर में यहाँ की छवि खराब करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी गई। और योगी जी ने अभी बहुत बढ़िया वर्णन किया है, इसे मैं repeat नहीं कर रहा हूं। जिस तरह पहले की सरकारों में यहां आतंक को, बाहुबल को संरक्षण दिया गया, वो पूरे देश ने देखा है। इस परिस्थिति को बदलने के लिए, यहां के युवाओं को नए अवसर देने के लिए भी डबल इंजन की सरकार लगातार काम कर रही है। हमारी सरकार में यहाँ युवाओं के लिए महाराजा सुहेलदेव राज्य विश्वविद्यालय की नींव रखी गई, उसका शुभारंभ भी किया गया। आजमगढ़ मंडल के हमारे युवाओं को लंबे समय से शिक्षा के लिए बनारस, गोरखपुर या

प्रयागराज जाना पड़ता था। बच्चों को दूसरे शहर पढ़ने के लिए भेजने पर मां-बाप पर जो आर्थिक बोझ पड़ता है, वो भी मैं समझता हूं। अब आजमगढ़ का ये विश्वविद्यालय हमारे युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के रास्ते को आसान करेगा। आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और इसके आसपास के कई जिलों के बच्चे इस यूनिवर्सिटी से शिक्षा ग्रहण करने आ सकेंगे। आप लोग बताईं, इ यूनिवर्सिटी बन जाए से आजमगढ़, मऊ वालन के फायदा होई के ना? होई के ना?

साथियों,

उत्तर प्रदेश देश की राजनीति भी तय करता है, और उत्तर प्रदेश देश का विकास की दिशा भी तय कर रहा है। यूपी में जब से डबल इंजन सरकार आई है, यूपी की तस्वीर और तकदीर दोनों बदले हैं। आज उत्तर प्रदेश केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में है। इसलिए मैं नहीं कह रहा हूं कि मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं, आंकड़ें बोल रहे हैं, हकीकत बता रही हैं कि आज उत्तर प्रदेश अग्रिम पंक्ति में आकर खड़ हो गया है। बीते वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने उत्तर प्रदेश में लाखों करोड़ रुपये के विकास कार्य कराए हैं। इससे ना सिर्फ यूपी का इंफ्रास्ट्रक्चर बदला है, बल्कि युवाओं के लिए लाखों नए अवसर बने हैं। आज यूपी की पहचान रिकॉर्ड मात्रा में आ रहे निवेश से हो रही है। आज यूपी की पहचान ग्राउंड ब्रेकिंग सेरिमनीज़ से हो रही है। आज यूपी की पहचान एक्सप्रेसवे के नेटवर्क और हाइवेज से हो रही है। यूपी की चर्चा अब बेहतर कानून व्यवस्था को लेकर हो जाती है। अयोध्या में भव्य राममंदिर का जो सदियों पुराना इंतज़ार था, वो भी पूरा हो गया है। अयोध्या, बनारस, मथुरा और कुशीनगर के विकास के इससे यूपी में पर्यटन बहुत तेजी से बढ़ा है, उसका लाभ पूरे राज्य को मिल रहा है। और यही गारंटी 10 साल पहले मोदी ने दी थी। आज आपके आशीर्वाद से वो गारंटी पूरी हो रही है।

साथियों,

उत्तर प्रदेश जैसे-जैसे विकास की बुलंदियों को छू रहा है, तुष्टिकरण का जहर भी कमजोर पड़ रहा है। पिछले चुनाव में आजमगढ़ की जनता ने भी दिखा दिया की, परिवार के लोग जहां अपना गढ़ समझते थे, वो दिनेश जैसा एक नौजवान उसे ढहा देता है। इसीलिए, परिवारवादी लोग इतने बौखलाए हुए हैं आए दिन मोदी को लगातार गाली दे रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि मोदी का अपना परिवार नहीं है। ये लोग भूल जाते हैं कि मोदी का परिवार देश की 140 करोड़ की जनता, ये मोदी का परिवार है। और इसलिए आज हिन्दुस्तान के हर कोने से आवाज हो रही है, हर कोई कह रहा है- मैं हूँ मोदी का परिवार! मैं हूँ मोदी का परिवार! मैं हूँ मोदी का परिवार! मैं हूँ मोदी का परिवार! इस बार भी यूपी की पूरी सफाई में आजमगढ़ को पीछे नहीं रहना है। और मैं ये जानता हूं, मैं यह अच्छी तरह जानता हूं, कि आजमगढ़ जौन चाह जाला, उ कर लेवला। इसलिए मैं इस धरती से यह आह्वान करता हूं, जो देश कह रहा है, जो उत्तर प्रदेश कह रहा है, जो आजमगढ़ कह रहा है। उसी का मैं आह्वान करता हूं।अबकी बार.....400 पार। अबकी बार.....400 पार। अबकी बार.....400 पार। अबकी बार.....400 पार। अबकी बार आज के विकास कार्यों के लिए सभी क्षेत्रों के लोगों को मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं। इतने सारे विकास कार्य आजमगढ़ के इतिहास की पहली घटना है। ये विकास का उत्सव है। मैं आप लोगों से एक आग्रह करता हूं, मेरी बात मानोगे, सब लोग जरा पूरी आवाज से बताईये तो मैं बताऊं। मेरी बात मानोगे? करोगे? अच्छा ऐसा करते हैं, पहले अपना मोबाइल फोन बाहर निकालिये, मोबाइल फोन बाहर निकालकर के उसकी फ्लैश लाईट चालू कीजिए, सब के सब अपने मोबाइल फोन की फ्लैश लाईट चालू करें , इधर मंच वाले भी करें अगर मोबाइल फोन रखते हैं तो, सब के सब अपने मोबाइल फोन की फ्लैश लाईट चालू कीजिए। देखिए ये विकास का उत्सव है, ये है विकास का उत्सव, ये है विकसित भारत का संकल्प, ये है विकसित आजमगढ़ के विकास का संकल्प। मेरे साथ बोलिये-

भारत माता की – जय,

भारत माता की – जय,

भारत माता की – जय,

बहुत-बहुत धन्यवाद।

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
Modi blends diplomacy with India’s cultural showcase

Media Coverage

Modi blends diplomacy with India’s cultural showcase
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।