Quoteइंडियन ऑयल की 518 किलोमीटर लंबी हल्दिया-बरौनी कच्चे तेल पाइपलाइन का उद्घाटन किया
Quoteविद्यासागर औद्योगिक पार्क, खड़गपुर में 120 टीएमटीपीए की क्षमता वाले इंडियन ऑयल के एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र का उद्घाटन किया
Quoteकोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी और लोकार्पण किया
Quoteलगभग 2680 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं
Quoteपश्चिम बंगाल में अपशिष्ट जल उपचार और सीवरेज से संबंधित तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया
Quote“21वीं सदी का भारत तीव्र गति से प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है। मिलकर, 2047 तक हमने विकसित भारत निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया है”
Quote"केंद्र सरकार देश के शेष भागों के समान ही पश्चिम बंगाल में भी रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए प्रयासरत"
Quote"भारत ने दुनिया को दिखाया कि पर्यावरण के साथ सामंजस्य बिठाकर कैसे विकास किया जा सकता है"
Quote"किसी राज्य में बुनियादी ढांचा परियोजना शुरू होने से रोजगार के कई विकल्प खुलते हैं"

तारकेश्वर महादेव की जय!
तारक बम! बोल बम!

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंदबोस जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी शांतनु ठाकुर जी, पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी जी, सांसद अपरूपा पोद्दार जी, सुकांता मजूमदार जी, सौमित्र खान जी, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

21वीं सदी का भारत तेज गति से आगे बढ़ रहा है। हम सभी ने मिलकर 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य तय किया है। देश का गरीब, किसान, महिला और युवा ये देश की प्राथमिकता है। हमने निरंतर गरीब कल्याण से जुड़े कदम उठाए हैं जिसका परिणाम आज दुनिया देख रही है। बीते 10 वर्षों में देश के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये दिखाता है कि हमारी सरकार की दिशा सही है, नीतियां सही हैं, निर्णय सही हैं, और उसका मूल कारण नीयत सही है।

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साथियों,

आज यहां पश्चिम बंगाल के विकास के लिए 7 हजार करोड़ से ज्यादा के प्रोजेक्ट, उसका उद्घाटन और शिलान्यास हुआ है। इनमें रेल, पोर्ट, पेट्रोलियम और जल शक्ति से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। हमारा प्रयास है कि पश्चिम बंगाल में रेलवे का आधुनिकीकरण उसी रफ्तार से हो, जैसे देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है। आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है, उनमें झाड़ग्राम-सलगाझरी तीसरी लाइन से रेल परिवहन और बेहतर होगा। इससे इस क्षेत्र के उद्योगों और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। सोंडालिया-चंपापुकुर और डानकुनी-भट्टनगर-बाल्टिकुरी रेल रूट, इस पर दोहरीकरण भी किया गया है। इससे इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही बेहतर होगी। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट और इससे जुड़ी तीन और योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है। इस पर भी केंद्र सरकार एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने जा रही है।

साथियों,

भारत ने दुनिया को दिखाया कि पर्यावरण के साथ तालमेल बिठाकर विकास कैसे किया जा सकता है। हल्दिया से बरौनी तक 500 किलोमीटर से ज्यादा लंबी क्रूड ऑयल की पाइपलाइन, इसका उदाहरण है। इसके जरिए क्रूड ऑयल को 4 राज्यों, बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से होते हुए 3 अलग-अलग रिफाइनरी तक पहुंचाया जाएगा। इससे खर्च भी कम होगा और पर्यावरण सुरक्षा से जुड़ी चिंताएं भी कम होंगी। आज जो पश्चिम मेदिनीपुर में एलपीजी बॉटलिंग प्लांट शुरू हुआ है, उसका लाभ 7 जिलों को होगा। इससे यहां एलपीजी की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और साथ-साथ नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी बनेंगे। आज हुगली नदी के प्रदूषण को कम करने के उद्देश्य से सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को भी शुरू किया जा रहा है। इसका भी फायदा हावड़ा, कमरहाटी और बारानगर के क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों को होगा।

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साथियों,

किसी भी राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर का एक प्रोजेक्ट शुरू होता है, तो वहां के लोगों के लिए आगे बढ़ने के कई रास्ते तैयार हो जाते हैं। भारत सरकार ने इस साल पश्चिम बंगाल में रेलवे के विकास के लिए 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट दिया है। ये राशि 2014 से पहले की तुलना में 3 गुना से भी अधिक है। हमारा प्रयास है कि यहां रेल लाइनों का इलेक्ट्रिफिकेशन, यात्री सुविधाओं का विस्तार और रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास तेज गति से हो। पिछले 10 वर्षों में पश्चिम बंगाल में वर्षों से रुके पड़े कई रेलवे प्रोजेक्ट्स पूरे हुए हैं। 10 साल में बंगाल के 3 हजार किलोमीटर से ज्यादा रेलवे ट्रैक का इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पश्चिम बंगाल के करीब-करीब 100 रेलवे स्टेशन, आप कल्पना कीजिए एक साथ 100 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जा रहा है। तारकेश्वर रेलवे स्टेशन को भी अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है। पिछले 10 वर्षों में पश्चिम बंगाल में 150 से ज्यादा नई ट्रेन सेवाएं शुरू की गई हैं। 5 नई वंदे भारत एक्सप्रेस बंगाल के लोगों को रेल यात्रा का बिल्कुल नया अनुभव करा रही हैं।

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साथियों,

मुझे विश्वास है कि पश्चिम बंगाल के लोगों के सहयोग से हम विकसित भारत का संकल्प भी पूरा करेंगे। एक बार फिर पश्चिम बंगाल के लोगों को आज की परियोजनाओं के लिए मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। ये सरकारी कार्यक्रम अब यहां समाप्त होगा और मैं 10 मिनट के भीतर- भीतर खुले मैदान में जा रहा हूं। खुले मैदान का मजा भी कुछ और होता है। बहुत सारी बातें आज मुझे कहनी हैं। लेकिन उस मंच पर कहूंगा, लेकिन विकास की इन सारी योजनाओं के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं, और बाहर बहुत लोग इंतजार कर रहे हैं। मैं आपसे विदाई लेता हूं। नमस्कार।

 

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Quoteपाकिस्तान के साथ बात होगी, तो टेररिज्म पर होगी, पाकिस्तान से बात होगी, तो पीओके पर होगी: प्रधानमंत्री

प्रिय देशवासियों,

नमस्कार!

हम सभी ने बीते दिनों में देश का सामर्थ्य और उसका संयम दोनों देखा है। मैं सबसे पहले भारत की पराक्रमी सेनाओं को, सशस्त्र बलों को, हमारी खुफिया एजेंसियों को, हमारे वैज्ञानिकों को, हर भारतवासी की तरफ से सैल्यूट करता हूं। हमारे वीर सैनिकों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं उनकी वीरता को, उनके साहस को, उनके पराक्रम को, आज समर्पित करता हूं- हमारे देश की हर माता को, देश की हर बहन को, और देश की हर बेटी को, ये पराक्रम समर्पित करता हूं।

साथियों,

22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष-मासूम नागरिकों को धर्म पूछकर, उनके परिवार के सामने, उनके बच्चों के सामने, बेरहमी से मार डालना, ये आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। ये देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समाज, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। और आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।

साथियों,

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ये सिर्फ नाम नहीं है, ये देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह, पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, उनके ट्रेनिंग सेंटर्स पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है, Nation First की भावना से भरा होता है, राष्ट्र सर्वोपरि होता है, तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।

जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोन्स ने हमला बोला, तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, बल्कि उनका हौसला भी थर्रा गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने, एक प्रकार से ग्लोबल टैररिज्म की यूनिवर्सटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, चाहे नाइन इलेवन हो, चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग्स हो, या फिर भारत में दशकों में जो बड़े-बड़े आतंकी हमले हुए हैं, उनके तार कहीं ना कहीं आतंक के इन्हीं ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्ट्स उजाड़ दिए। भारत के इन हमलों में 100 से अधिक खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। आतंक के बहुत सारे आका, बीते ढाई-तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे, जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे, उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया।

साथियों,

भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था, हताशा में घिर गया था, बौखला गया था, और इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया। आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों-कॉलेजों को, गुरुद्वारों को, मंदिरों को, सामान्य नागरिकों के घरों को निशाना बनाया, पाकिस्तान ने हमारे सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया।

दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स और पाकिस्तान की मिसाइलें, भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने, उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोन्स, भारत की मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था।

इसलिए, भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान, दुनिया भर में तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था। और बुरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था, इसलिए, जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया, कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। तो भारत ने भी उस पर विचार किया। और मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में, हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे, कि वो क्या रवैया अपनाता है।

साथियों,

भारत की तीनों सेनाएं, हमारी एयरफोर्स, हमारी आर्मी, और हमारी नेवी, हमारी बॉर्डर सेक्योरिटी फोर्स- BSF, भारत के अर्धसैनिक बल, लगातार अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद, अब ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में एक नई लकीर खींच दी है, एक नया पैमाना, न्यू नॉर्मल तय कर दिया है।

पहला- भारत पर आतंकी हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर जवाब देकर रहेंगे। हर उस जगह जाकर कठोर कार्यवाही करेंगे, जहां से आतंक की जड़ें निकलती हैं। दूसरा- कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा। न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में पनप रहे आतंकी ठिकानों पर भारत सटीक और निर्णायक प्रहार करेगा।

तीसरा- हम आतंक की सरपरस्त सरकार और आतंक के आकाओं को अलग-अलग नहीं देखेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, दुनिया ने, पाकिस्तान का वो घिनौना सच फिर देखा है, जब मारे गए आतंकियों को विदाई देने, पाकिस्तानी सेना के बड़े-बड़े अफसर उमड़ पड़े। स्टेट स्पॉन्सरड टेरेरिज्म का ये बहुत बड़ा सबूत है। हम भारत और अपने नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए लगातार निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।

साथियों,

युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तानों और पहाड़ों में अपनी क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया, और साथ ही, न्यू एज वॉरफेयर में भी अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की। इस ऑपरेशन के दौरान, हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की प्रमाणिकता सिद्ध हुई। आज दुनिया देख रही है, 21वीं सदी के वॉरफेयर में मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट्स, इसका समय आ चुका है।

साथियों,

हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता, हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युग आतंकवाद का भी नहीं है। टैररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, ये एक बेहतर दुनिया की गारंटी है।

साथियों,

पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार, जिस तरह आतंकवाद को खाद-पानी दे रहे है, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टैरर इंफ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा। इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है। भारत का मत एकदम स्पष्ट है, टैरर और टॉक, एक साथ नहीं हो सकते, टैरर और ट्रेड, एक साथ नहीं चल सकते। और, पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता।

मैं आज विश्व समुदाय को भी कहूंगा, हमारी घोषित नीति रही है, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो टेरेरिज्म पर ही होगी, अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर, PoK उस पर ही होगी।

प्रिय देशवासियों,

आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता, शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है, और आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। और पिछले कुछ दिनों में, भारत ने यही किया है।

मैं एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं। हम भारतवासी के हौसले, हर भारतवासी की एकजुटता का शपथ, संकल्प, मैं उसे नमन करता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

भारत माता की जय !!!

भारत माता की जय !!!

भारत माता की जय !!!