बीना रिफाइनरी में 'पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स' की आधारशिला रखी
नर्मदापुरम में 'पावर एंड रिन्यूएबल एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग जोन' तथा रतलाम में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क का शिलान्यास किया
इंदौर में दो आईटी पार्क और राज्य भर में छह नए औद्योगिक पार्कों की आधारशिला रखी
“आज की परियोजनाएं मध्य प्रदेश के लिए हमारे संकल्पों की विशालता का संकेत देती हैं”
"किसी भी देश या किसी भी राज्य के विकास के लिए शासन का पारदर्शी होना और भ्रष्टाचार की समाप्ति आवश्यक है"
"भारत ने गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़ दिया है और अब स्वतंत्र होने के विश्वास के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दिया है"
“लोगों को भारत को एकजुट रखने वाले सनातन को तोड़ने वालों से सचेत रहना चाहिए”
"जी 20 की शानदार सफलता 140 करोड़ भारतीयों की सफलता है"
"भारत विश्व को एक साथ लाने और विश्वामित्र के रूप में उभरने में अपनी विशेषज्ञता दिखा रहा है"
"वंचितों को प्राथमिकता देना सरकार का मूल मंत्र है"
"आपके समक्ष मोदी की गारंटी का ट्रैक रिकॉर्ड है"
"रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती 5 अक्टूबर 2023 को बहुत धूम-धाम से मनाई जाएगी"
'सबका साथ सबका विकास' का मॉडल आज विश्व को रास्ता दिखा रहा है।'

भारत माता की–जय,

भारत माता की–जय,

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भाई शिवराज जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे साथी हरदीप सिंह पुरी, एमपी के अन्य मंत्रिगण, सांसद, विधायक और मेरे प्यारे परिवारजनों!

बुंदेलखंड की ये धरती वीरों की धरती है, शूरवीरों की धरती है। इस भूमि को बीना और बेतवा, दोनों का आशीर्वाद मिला हुआ है। और मुझे तो महीने भर में दूसरी बार, सागर आकर आप सभी के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। और मैं शिवराज जी की सरकार का भी अभिनंदन और धन्यवाद करता हूं कि आज मुझे आप सबके बीच जाकर के आप सबके दर्शन करने का अवसर भी दिया। पिछली बार मैं संत रविदास जी की उस भव्य स्मारक के भूमिपूजन के अवसर पर आपके बीच आया था। आज मुझे मध्य प्रदेश के विकास, उस विकास को नई गति देने वाली अनेक परियोजनाओं का भूमिपूजन करने का अवसर मिला है। ये परियोजनाएं, इस क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई ऊर्जा देगी। इन परियोजनाओं पर केंद्र सरकार 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने वाली है। आप कल्पना कर सकते हैं, पचास हजार करोड़ क्या होता है? हमारे देश के बहुत सारे राज्यों का पूरे साल का बजट भी इतना नहीं होता है जितना आज एक ही कार्यक्रम के लिए भारत सरकार लगा रही है। ये दिखाता है कि मध्य प्रदेश के लिए हमारे संकल्प कितने बड़े हैं। ये सारे प्रोजेक्टस आने वाले समय में मध्य प्रदेश में हज़ारों-हज़ार युवाओं को रोज़गार देंगे। ये परियोजनाएं, गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के सपनों को सच करने वाली हैं। मैं बीना रिफाइनरी के विस्तारीकरण और अनेक नई सुविधाओं के शिलान्यास के लिए मध्य प्रदेश के कोटि-कोटि जनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

आजादी के इस अमृतकाल में हर देशवासी ने अपने भारत को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए ये जरूरी है कि भारत आत्मनिर्भर हो, हमें विदेशों से कम से कम चीजें बाहर से मंगानी पड़ें। आज भारत पेट्रोल-डीजल तो बाहर से मंगाता ही है, हमें पेट्रो-केमिकल प्रॉडक्ट्स के लिए भी दूसरे देशों पर निर्भर रहना पड़ता है। आज जो बीना रिफाइनरी में पेट्रो-केमिकल कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास हुआ है, वो भारत को ऐसी चीजों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का काम करेगा। बहुत से लोगों को ये पता ही नहीं होता कि ये जो प्लास्टिक पाइप बनते हैं, बाथरूम में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बाल्टी और मग होते हैं, प्लास्टिक के नल होते हैं, प्लास्टिक की कुर्सी-टेबल होती है, घरों का पेंट होता है, कार का बंपर होता है, कार का डैश-बोर्ड होता है, पैकिंग मैटेरियल होता है, मेडिकल उपकरण होते हैं, ग्लूकोज की बोतल होती है, मेडिकल सीरिंज होती है, अलग-अलग तरह के कृषि उपकरण होते हैं, इन सभी में पेट्रोकेमिकल की बहुत बड़ी भूमिका होती है। अब बीना में बनने वाला ये आधुनिक पेट्रो-केमिकल कॉम्प्लेक्स इस पूरे क्षेत्र को विकास की नई ऊंचाई पर ला देगा, ये मैं आपको गारंटी देने आया हूं। इससे यहां नई-नई इंडस्ट्री आएंगी, यहां के किसानों, यहां के छोटे उद्यमियों को तो मदद मिलेगी ही, सबसे बड़ी बात है, मेरे नौजवानों को रोजगार के भी हजारों मौके मिलने वाले हैं।

आज के नए भारत में मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का भी कायाकल्प हो रहा है। जैसे-जैसे देश की जरूरतें बढ़ रही हैं, देश की जरूरतें बदल रही हैं, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को भी आधुनिक बनाना उतना ही जरूरी है। इसी सोच के साथ आज यहां इस कार्यक्रम में एमपी के 10 नए इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरू किया गया है। नर्मदापुरम में रीन्यूएबल एनर्जी से जुड़ी मैन्यूफैक्चरिंग जोन हो, इंदौर में दो नए आई-टी पार्क्स हों, रतलाम में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क हो, ये सभी मध्य प्रदेश की औद्योगिक ताकत को और ज्यादा बढ़ाएंगे। और जब मध्य प्रदेश की औद्योगिक ताकत बढ़ेगी, तो इसका लाभ सबको होने वाला है। यहां के नौजवान, यहां के किसान, यहां के छोटे-छोटे उद्यमी सभी की कमाई बढ़ेगी, सभी को ज्यादा से ज्यादा नए अवसर मिलेंगे।

मेरे परिवारजनों,

किसी भी देश या फिर किसी भी राज्य के विकास के लिए जरूरी है कि पूरी पारदर्शिता से शासन चले, भ्रष्टाचार पर लगाम कसी रहे। यहां मध्य प्रदेश में आज की पीढ़ी को बहुत याद नहीं होगा, लेकिन एक वो भी दिन था, जब मध्य प्रदेश की पहचान देश के सबसे खस्ताहाल राज्यों में हुआ करती थी। आजादी के बाद जिन्होंने लंबे समय तक एमपी में राज किया, उन्होंने भ्रष्टाचार और अपराध के सिवाय एमपी को कुछ भी नहीं दिया दोस्तों, कुछ भी नहीं दिया। वो जमाना था, एमपी में अपराधियों का ही बोलबाला था। कानून व्यवस्था पर लोगों को भरोसा ही नहीं था। ऐसी स्थिति में आखिर मध्य प्रदेश में उद्योग कैसे लगते? कोई व्यापारी यहां पर आने की हिम्मत कैसे करता? आपने जब हम लोगों को सेवा का मौका दिया, हमारे साथियों को सेवा का मौका दिया तो हमने पूरी ईमानदारी से मध्य प्रदेश का भाग्य बदलने का भरसक प्रयास किया है। हमने मध्य प्रदेश को भय से मुक्ति दिलाई, यहां कानून-व्यवस्था को स्थापित किया। पुरानी पीढ़ी के लोगों को याद होगा कि कैसे कांग्रेस ने इसी बुंदेलखंड को सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं से तरसा कर रख दिया था। आज भाजपा सरकार में हर गांव तक सड़क पहुंच रही है, हर घर तक बिजली पहुंच रही है। जब यहां कनेक्टिविटी सुधरी है, तो उद्योग-धंधों के लिए भी एक सानुकूल, पॉजिटिव माहौल बना है। आज बड़े-बड़े निवेशक मध्य प्रदेश आना चाहते हैं, यहां नई-नई फैक्ट्रियां लगाना चाहते हैं। मुझे विश्वास है, अगले कुछ वर्षों में मध्य प्रदेश, औद्योगिक विकास की नई ऊंचाई छूने जा रहा है।

मेरे परिवारजनों,

आज का नया भारत, बहुत तेजी से बदल रहा है। आपको याद होगा, लाल किले से मैंने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और सबका प्रयास के संबंध में विस्तार से चर्चा की थी। मुझे आज ये देखकर बहुत गर्व होता है कि भारत ने, गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़कर अब स्वतंत्र होने के स्वाभिमान के साथ आगे बढ़ना शुरू कर दिया है। और कोई भी देश, जब ऐसा ठान लेता है, तो उसका कायाकल्प होना शुरू हो जाता है। अभी-अभी आपने इसकी एक तस्वीर जी-20 समिट के दौरान भी देखी है। गांव-गांव के बच्चे की जुबान पर जी-20 शब्द आत्मविश्वास से गूंज रहा है दोस्तो। आप सभी ने देखा है कि भारत ने किस तरह G20 का सफल आयोजन किया है। आप मुझे बताइये मेरे दोस्तों, बताएंगे ना, मुझे जवाब देंगे, हाथ ऊपर करके जवाब देंगे, वो पीछे वाले भी जवाब देंगे, सब के सब बोलेंगे, आप मुझे बताइये जी-20 की सफलता से आपको गर्व हुआ या नहीं? आपको गर्व हुआ या नहीं?, देश को गर्व हुआ की नहीं हुआ? आपका माथा ऊंचा हुआ की नहीं? आपका सीना चौड़ा हुआ की नहीं हुआ?

मेरे प्यारे परिवारजनों,

जो आपकी भावना है, वो आज पूरे देश की भावना है। ये जो सफल G20 हुआ है, इतनी बड़ी सफलता मिली है, इसका श्रेय किसको जाता है? इसका श्रेय किसको जाता है? इसका श्रेय किसको जाता है? ये किसने कर दिखाया? ये किसने कर दिखाया? जी नहीं, ये मोदी ने नहीं, ये आप सबने किया है। ये आपका सामर्थ्य है। ये 140 करोड़ भारतवासियों की सफलता है दोस्तों। ये भारत की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है। और इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दुनिया भर से विदेशी मेहमान भारत आए थे, वो भी कह रहे थे कि ऐसा आयोजन इसके पहले उन्होंने कभी नहीं देखा। देश के अलग-अलग शहरों में भारत ने विदेशी मेहमानों का स्वागत किया, भारत दर्शन कराए, ये विविधताएं देखकर के, भारत की विरासत को देखकर के, भारत की समृद्धि को देखकर के वे बहुत ही प्रभावित थे। हमारे यहां मध्यप्रदेश में भी भोपाल, इंदौर और खजुराहो में भी जी-20 की बैठकें हुईं और उसमें शामिल होकर के जो लोग गए ना वो आपके गुणगान कर रहे हैं, आपके गीत गा रहे हैं। मैं G20 के सफल आयोजन के लिए, यहां जो काम करने का अवसर मिला, इसके लिए आप लोगों का भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आप मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक, पर्यटन, कृषि और औद्योगिक सामर्थ्य को दुनिया के सामने लाए हैं। इससे पूरे विश्व में मध्यप्रदेश की भी नई छवि निखर कर आई है। मैं शिवराज जी और उनकी पूरी टीम की भी G20 का सफल आयोजन सुनिश्चित करने के लिए प्रशंसा करुंगा।

मेरे परिवारजनों,

एक तरफ आज का भारत दुनिया को जोड़ने का सामर्थ्य दिखा रहा है। दुनिया के मंचों पर ये हमारा भारत विश्व-मित्र के रूप में सामने आ रहा है। वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे दल भी हैं, जो देश को, समाज को विभाजित करने में जुटे हैं। इन्होंने मिलकर के एक इंडी-अलायंस बनाया है। इस इंडी-अलायंस को कुछ लोग घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। इनका नेता तय नहीं है, नेतृत्व पर भ्रम है। लेकिन इन्होंने पिछले दिनों जो मुंबई में उनकी मीटिंग हुई थी। मुझे लगता है, उस मीटिंग में उन्होंने आगे ये घमंडिया गठबंधन कैसे काम करेगा, उसकी नीति और रणनीति बना दी है। उन्होंने अपना एक hidden agenda भी तैयार कर लिया है और ये नीति रणनीति क्या है? ये इंडी अलायंस की नीति है, ये घमंडिया गठबंधन की नीति है भारत की संस्कृति पर हमला करने की। इंडी अलायंस का निर्णय है, भारतीयों की आस्था पर हमला करो। इंडी अलायंस घमंडिया गठबंधन की नीयत है- भारत को जिस विचारों ने, जिस संस्कारों ने, जिस परंपराओं ने हज़ारों वर्ष से जोड़ा है, उसे तबाह कर दो। जिस सनातन से प्रेरित होकर देवी अहिल्याबाई होल्कर ने देश के कोने-कोने में सामाजिक कार्य किए, नारी उत्थान का अभियान चलाया, देश की आस्था की रक्षा की, ये घमंडिया गठबंधन, ये इंडी-अलायंस उस सनातन संस्कारों को, परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर के आए हैं।

ये सनातन की ताकत थी कि झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, अंग्रेजों को ये कहते हुए ललकार पाईं कि मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी। जिस सनातन को गांधी जी ने जीवन पर्यंत माना, जिन भगवान श्री राम ने उनको जीवन भर प्रेरणा दी, उनके आखिरी शब्द बने हे राम! जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया, ये इंडी गठबंधन के लोग, ये घमंडिया गठबंधन उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं। जिस सनातन से प्रेरित होकर स्वामी विवेकानंद ने समाज की विभिन्न बुराइयों के प्रति लोगों को जागरूक किया, इंडी गठबंधन के लोग उस सनातन को समाप्त करना चाहते हैं। जिस सनातन से प्रेरित होकर लोकमान्य तिलक ने मां भारती की स्वतंत्रता का बीड़ा उठाया, गणेश पूजा को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा, सार्वजनिक गणेश उत्सव की परंपरा बनाई, आज उसी सनातन को ये इंडी गठबंधन तहस-नहस करना चाहता है।

साथियों,

ये सनातन की ताकत थी, कि स्वतंत्रता आंदोलन में फांसी पाने वाले वीर कहते थे कि अगला जन्म मुझे फिर ये भारत मां की गोद में देना। जो सनातन संस्कृति संत रविदास का प्रतिबिंब है, जो सनातन संस्कृति माता शबरी की पहचान है, जो सनातन संस्कृति महर्षि वाल्मीकि का आधार है, जिस सनातन ने हज़ारों वर्षों से भारत को जोड़े रखा है, ये लोग मिलकर अब उस सनातन को खंड-खंड करना चाहते हैं। आज इन लोगों ने खुलकर के बोलना शुरू किया है, खुलकर के हमला करना शुरू कर दिया है। कल ये लोग हम पर होने वाले हमले और बढ़ाने वाले हैं। देश के कोने-कोने में हर सनातनी को, इस देश को प्यार करने वाले को, इस देश की मिट्टी को प्यार करने वाले को, इस देश के कोटि-कोटि जनों को प्यार करने वालों को, हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है। सनातन को मिटाकर ये देश को फिर एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं। लेकिन हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना है, हमारे संगठन की शक्ति से, हमारी एकजुटता से उनके मंसूबों को नाकाम करना है।

मेरे परिवारजनों,

भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रभक्ति की, जनशक्ति की भक्ति की और जनसेवा की राजनीति के लिए समर्पित है।

वंचितों को वरीयता यही भाजपा के सुशासन का मूल मंत्र है। भाजपा की सरकार एक संवेदनशील सरकार है। दिल्ली हो या भोपाल, आज सरकार आपके घर तक पहुंच कर आपकी सेवा करने का प्रयास करती है। जब कोविड का इतना भयंकर संकट आया तो सरकार ने करोड़ों देशवासियों का मुफ्त टीकाकरण कराया। हम आपके सुख-दुख के साथी हैं। हमारी सरकार ने 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन दिया, गरीब के घर का चूल्हा जलते रहना चाहिए, गरीब का पेट भूखा नहीं रहना चाहिए। हमारी कोशिश यही थी कि कोई गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी परिवार की मां को अपना पेट बांधकर सोना ना पड़े। वो मां इस बात से ना तड़पे कि मेरा बच्चा भूखा है। इसलिए गरीब के इस बेटे ने गरीब के घर के राशन की चिंता की, गरीब मां की परेशानी की चिंता की। और ये दायित्व आप सबके आशीर्वाद से आज भी मैं निभा रहा हूं।

मेरे परिवारजनों,

हमारा ये निरंतर प्रयास है कि मध्य प्रदेश विकास की नई बुलंदियों को छुए, मध्य प्रदेश के हर परिवार का जीवन आसान हो, घऱ-घर समृद्धि आए। मोदी की गारंटी का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है। उनका ट्रैक रिकॉर्ड याद करिये, मेरा ट्रैक रिकॉर्ड देखा करिए। मोदी ने गरीबों को पक्के घर की गारंटी दी थी। आज मध्य प्रदेश में ही 40 लाख से ज्यादा परिवारों को पक्के घर मिल चुके हैं। हमने घर-घर टॉयलेट की गारंटी दी थी- ये गारंटी भी हमने पूरी करके दिखाई। हमने गरीब से गरीब को मुफ्त इलाज की गारंटी दी थी। हमने हर घर बैंक अकाउंट खुलवाने की गारंटी दी थी। हमने माताओं-बहनों को धुएं से मुक्त रसोई की गारंटी दी थी। ये हर गारंटी आपका सेवक, ये मोदी आज पूरी कर रहा है। हमने बहनों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस रक्षाबंधन पर गैस सिलेंडर की कीमतों में भी बड़ी कमी कर दी। इससे उज्ज्वला की लाभार्थी बहनों को अब सिलेंडर 400 रुपए और सस्ता मिल रहा है। उज्ज्वला की योजना, कैसे हमारी बहनों-बेटियां का जीवन बचा रही है, ये हम सभी जानते हैं। हमारा प्रयास है, एक भी बहन-बेटी को धुएं में खाना ना बनाना पड़े। और इसलिए कल ही केंद्र सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया है। अब देश में 75 लाख और बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया जाएगा। कोई भी बहन गैस कनेक्शन से छूटे नहीं, ये हमारा मकसद है। एक बार तो हमने काम पूरा कर दिया, लेकिन कुछ परिवारों में विस्तार हुआ, परिवार में दो हिस्से हुए तो दूसरे परिवार को गैस चाहिए। उसमें जो कुछ नाम आए हैं उनके लिए ये नई योजना लेकर के हम आए हैं।

साथियों,

हम अपनी हर गारंटी को पूरा करने के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। हमने बिचौलिए को खत्म कर हर लाभार्थी को पूरा लाभ देने की गारंटी दी थी। इसका एक उदाहरण प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भी है। इस योजना के लाभार्थी हर किसान को 28 हजार रुपए सीधे उनके बैंक खाते में भेजे गए। इस योजना पर सरकार 2 लाख साठ हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर चुकी है।

साथियों,

बीते 9 वर्षों में केंद्र सरकार का ये भी प्रयास रहा है कि किसानों की लागत कम हो, उन्हें सस्ती खाद मिले। इसके लिए हमारी सरकार ने 9 वर्ष में 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा सरकारी तिजोरी में से खर्च किया हैं। आज यूरिया की बोरी, आप जो खेत में यूरिया लेकर जाते हो ना, मेरे किसान भाइयों-बहनों ये यूरिया की थैली अमेरिका में 3000 रुपए में बिकती है, लेकिन वही बोरी मेरे देश के किसानों को हम सिर्फ 300 रुपये में पहुंचाते हैं, और इसके लिए दस लाख करोड़ रुपया सरकारी खजाने से खर्च किया है। आप याद करिए, जिस यूरिया के नाम पर पहले हजारों करोड़ रुपए के घोटाले हो जाते थे, जिस यूरिया के लिए किसानों को दिन-रात लाठियां खानी पड़ती थीं, अब वही यूरिया, कितनी आसानी से हर जगह उपलब्ध हो रहा है।

मेरे परिवारजनों,

सिंचाई का महत्व क्या होता है, ये बुंदेलखंड से बेहतर कौन जानता है। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने बुंदेलखंड में अनेक सिंचाई परियोजनाओं पर काम किया है। केन-बेतवा लिंक नहर से बुंदेलखंड सहित इस क्षेत्र के लाखों किसानों को बहुत लाभ होने वाला है और जीवन भर होने वाला है, आने वाली पीढ़ियों के लिए भी होने वाला है। देश की हर बहन को उसके घर में पाइप से पानी पहुंचाने के लिए भी हमारी सरकार निरंतर परिश्रम कर रही है। सिर्फ 4 वर्षों में ही देशभर में लगभग 10 करोड़ नए परिवारों तक नल से जल पहुंचाया गया है। मध्य प्रदेश में भी 65 लाख परिवारों तक पाइप से पानी पहुंचाया जा चुका है। इसका बहुत अधिक लाभ मेरे बुंदेलखंड की माताओं-बहनों को हो रहा है। बुंदेलखंड में अटल भूजल योजना के तहत पानी के स्रोत बनाने पर भी बड़े स्तर पर काम हो रहा है।

साथियों,

हमारी सरकार इस क्षेत्र के विकास के लिए, इस क्षेत्र के गौरव को बढ़ाने के लिए भी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, पूरी तरह से आप के प्रति समर्पित है। इस साल 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती जी की 500 वीं जन्मजयंती है। डबल इंजन की सरकार, इस पुण्य अवसर को भी बहुत धूमधाम से मनाने जा रही है।

साथियों,

हमारी सरकार के प्रयासों का सबसे अधिक लाभ गरीब को हुआ है, दलित, पिछड़े, आदिवासी को हुआ है। वंचितों को वरीयता का, सबका साथ, सबका विकास का यही मॉडल आज विश्व को भी राह दिखा रहा है। अब भारत दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्था में आने का लक्ष्य लेकर के काम कर रहा है। भारत को टॉप-3 बनाने में मध्य प्रदेश की बड़ी भूमिका है और मध्य प्रदेश उसको निभाएगा। इससे यहां के किसानों, यहां के उद्योगों, यहां के नौजवानों उनके लिए नए-नए अवसर तैयार होने वाले हैं। आने वाले 5 साल मध्य प्रदेश के विकास को नई बुलंदी देने के हैं। आज जिन प्रोजेक्ट्स की नींव हमने रखी हैं, ये मध्य प्रदेश के तेज़ विकास को और तेजी देंगे। इतनी बड़ी तादाद में आप विकास के इस उत्सव को मनाने के लिए आए, विकास के उत्सव में भागीदार हुए और आपने आशीर्वाद दिया, इसके लिए मैं आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं, अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।

मेरे साथ बोलिए-

भारत माता की – जय,

भारत माता की – जय,

भारत माता की – जय,

धन्यवाद!

 

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।