KCR ने दलित मुख्यमंत्री बनाने, युवाओं को रोजगार और किसानों को पानी उपलब्ध कराने का वायदा नहीं निभाया: तेलंगाना में पीएम मोदी
पीएम मोदी ने तेलंगाना के पहले पिछड़े वर्ग के मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
KCR ने जनता से किए गए वायदे तोड़े और घोटाले किए: तेलंगाना में पीएम मोदी

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
ना तेलांगाना कुटुंब सभ्युलंदरिकी शुभाभिनंदनलु...
मैं नाचाराम के भगवान श्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं ! आज तेलंगाना के सबसे पुराने शहरों में से एक, तूप्रान में आप सभी जनता जनार्दन के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है। तेलंगाना इस बार एक ही संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा है-
तेलंगाना में पहली बार...बनेगी बीजेपी सरकार।
तेलंगाना में पहली बार बनेगी...बीजेपी सरकार।
तेलंगाना में पहली बार बनेगी...बीजेपी सरकार।
मोदटि सारि... तेलंगाना लो बीजेपी प्रभुत्वम् एर्पाटु कानुंदि।
तेलंगाना के लोगों ने दुब्बका और हुज़ूराबाद में ट्रेलर देखा था। अब पूरे तेलंगाना में कमल खिलने वाला है। सकला जनुला सौभाग्य तेलंगाना के निर्माण का संकल्प सिर्फ और सिर्फ बीजेपी ही पूरा कर सकती है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आज 26/11 को देश बहुत बड़ा आतंकी हमले का शिकार हुआ था। इस हमले में हमने अनेकों निर्दोष देशवासियों को खो दिया। 26/11 का ये दिन, हमें ये भी याद दिलाता है कि कमज़ोर और असमर्थ सरकारें, देश को कितना नुकसान पहुंचा सकती हैं। आपने 2014 में कांग्रेस की कमज़ोर सरकार को हटाया, बीजेपी की मज़बूत सरकार बनाई, जिसके कारण आज देश से आतंकवाद का सफाया हो रहा है। चुन-चुन करके सफाया हो रहा है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
ये तेलंगाना के सीएम, ये इसे अपनी जागीर मानते हैं। KCR को आखिर दूसरी सीट पर चुनाव लड़ने की ज़रूरत क्यों पड़ी? वहां क्यों जाना पड़ा। कांग्रेस के राहुल गांधी को भी अमेठी छोड़कर के केरल में भागना पड़ा था। केसीआर को भी भागना पड़ा है। इसका एक बड़ा कारण, बीजेपी के कद्दावर उम्मीदवार एटाला राजेंद्र जी हैं, और दूसरा कारण, किसानों और गरीबों का गुस्सा है। भगवान मल्लिकार्जुन के नाम पर सिंचाई की परियोजना बनाई। जिन किसानों ने घर खोया, ज़मीन खोई, उनको KCR ने अपने हाल पर ही छोड़ दिया। ऐसा पाप करने वालों को न तो भगवान मल्लिकार्जुन माफ करेंगे और न ही यहां के मेरे गरीब किसान भाई-बहन माफ करेंगे।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
KCR ने यहां के लोगों को धोखा देने का कोई मौका छोड़ा नहीं है। उन्होंने अगर काम किया होता तो सीएम को गजवेल के लोगों से माफी न मांगनी पड़ती। केसीआर की आदत झूठे वायदे करके उन्हें तोड़ देने की है। KCR ने दलित सीएम का वायदा करके तोड़ दिया। KCR ने दलित बंधु योजना का वायदा करके तोड़ दिया। KCR ने 2 बेडरूम वाले घर का वायदा करके उसे भी तोड़ दिया। KCR ने युवाओं को रोजगार का वायदा करके तोड़ दिया। KCR ने किसानों को पानी का वायदा करके, उसे भी तोड़ दिया। KCR ने schemes का वायदा किया था लेकिन बदले में सिर्फ और सिर्फ scams दिए, scams दिए, scams दिए। KCR ने आपके बच्चों के लिए काम करने का वायदा किया था, लेकिन सिर्फ अपने बच्चों औऱ अपने रिश्तेदारों के लिए काम किया। KCR ने आपकी आय बढ़ाने का वायदा किया था, लेकिन करोड़ों के घोटाले करके, हर साल अपनी आय बढ़ा ली। क्या तेलंगाना को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो जनता से मिलता नहीं ? आखिर फार्महाउस सीएम की तेलंगाना को क्या आवश्यकता है? क्या तेलंगाना को ऐसा मुख्यमंत्री चाहिए जो सचिवालय भी न जाए?
प्रजलनु कलवनि मुख्यमंत्रि मनकु अवसरमा...?
फार्म हाउस मुख्यमंत्रि मनकु अवसरमा...?
सचिवालयानिकि वेल्लनि मुख्यमंत्रि मनकु अवसरमा...?
10 साल तक फार्महाउस से सरकार चलाने वाले केसीआर को तेलंगाना के फार्मर, अब तो तय कर लिया है कि वो उसको पर्मानेंटली फार्महाउस ही भेज देंगे।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस पार्टी हो या फिर BRS, इन दोनों की पहचान, भ्रष्टाचार, परिवारवाद, तुष्टिकरण और खराब कानून व्यवस्था यही इन दोनों की पहचाना है। इसलिए ये दोनों पार्टियां एक दूसरे की कार्बन कॉपी हैं। इसलिए मेरी बात याद रखिएगा। कांग्रेस-केसीआर एक समान, दोनों से रहो सावधान। मैं बुलाऊं, आप बोलेंगे, मैं बुलाऊं, आप बोलेंगे? कांग्रेस-केसीआर एक समान ...आप कहेंगे दोनों से रहो सावधान। कांग्रेस-केसीआर एक समान...कांग्रेस-केसीआर एक समान... बीजेपी ही बढ़ाएगी तेलंगाना का मान। कांग्रेस-केसीआर ओकटे, इद्दरितो जागरतगा उंडन्डी। बीजेपी मात्रमे तेलंगाना प्रतिष्टनु पेंचु-तुंदि। BRS जैसी एक बीमारी का विकल्प, कभी कांग्रेस जैसी दूसरी बीमारी विकल्प नहीं बन सकती। BRS और कांग्रेस इन दोनों बीमारियों का इलाज सिर्फ बीजेपी ही कर सकती है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस हो या BRS, दोनों के कुशासन में हमने देखा है कि सिर्फ कुछ परिवार ही फले-फूले हैं। कुछ परिवार के लोगों का ही भला हुआ है। वोट गरीब, SC/ST और BC को न्याय देने के नाम पर मांगे गए और सत्ता का फायदा किसी और को हुआ। कांग्रेस ने इतने वर्षों तक आंध्र प्रदेश में सरकारें चलाईं। लेकिन BC कम्यूनिटी से कितने लोगों को सीएम बनाया? तेलंगाना बना, तो फिर BC समाज के प्रतिभाशाली लोगों को अवसर नहीं मिला। इसलिए ही अब बीजेपी ने तेलंगाना से ये वायदा किया है कि तेलंगाना को पहला BC मुख्यमंत्री बीजेपी ही देगी। सामाजिक न्याय केवल भाजपा से ही संभव है। सामाजिका न्यायम् बीजेपी तोने साध्यम्...

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
यहां मादिगा समुदाय के साथ जो अन्याय हुआ है, उसे भी बीजेपी अच्छे से समझती है। इस अन्याय का अंत करने के लिए, उस काम को गति देने के लिए भारत सरकार एक कमिटी का गठन करके न्याय जल्दी मिले, इस पर काम कर रही है। मादिगा समुदाय से जुड़ी एक बड़ी न्यायिक प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। ये केस मजबूत हो सके, इसके लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस और BRS में कोई फर्क नहीं है। कांग्रेस ने देश में सुल्तानशाही को बढ़ावा दिया और केसीआर ने यहां निज़ामशाही को ही आगे बढ़ाया। कांग्रेस और BRS, दोनों ही परिवारवाद की सबसे बड़ी प्रतीक हैं। कांग्रेस के पास बोफोर्स से लेकर हेलीकॉप्टर घोटाले में कमीशन खाने का पूरा ट्रैक रिकॉर्डस है। तेलंगाना के सीएम KCR भी स्वीकार करते हैं कि उनके MLA, 30 परसेंट कमीशन लेते हैं। कांग्रेस के शाही परिवार के भी अधिकतर लोग, भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में बेल पर घूम रहे हैं। और केसीआर के परिवार के लोगों पर भी भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में जांच चल रही है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
कांग्रेस ने किसान, जवान और नौजवान, सबको लूटा है। कांग्रेस के राज में किसानों की कर्ज़माफी के नाम पर घोटाले हुए। कांग्रेस शासित राज्यों में पेपरलीक के सबसे अधिक मामले आए हैं। BRS भी इन सभी विषयों में कांग्रेस से पीछे नहीं रही है। आप सभी साथियों ने “निल्लू”, 'निधुलु' और 'नियमाकालु' के लिए लंबी लड़ाई के बाद अलग तेलंगाना राज्य बनाया। लेकिन KCR सरकार के लिए नील्लू, काली कमाई का साधन बन गया। कालेश्वरम परियोजना में हुई लूट इसका बहुत बड़ा सबूत है। निधुलु के मामले में तेलंगाना को इन्होंने कर्ज के बोझ तले, डूबो दिया। नियमाकालु को लेकर जो हुआ, उससे तो तेलंगाना का हर नौजवान गुस्से में है। ग्रुप वन की परीक्षा तक KCR सरकार ठीक से नहीं करा पाई। लाखों नौजवान, KCR से पूछ रहे हैं कि उनकी नौकरियों का क्या हुआ? बेरोज़गारी भत्ते के वादे का क्या हुआ?

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
केसीआर, तेलंगाना को बर्बाद करने के बाद अब देश का नेता बनने का शौक रखने लगे हैं। अपने इस शौक में BRS ने दिल्ली की कट्टर करप्ट पार्टी से हाथ मिला लिया। इन लोगों ने मिलकर शराब स्कैम किया, करोड़ों रुपए की हेराफेरी की। इस स्कैम की तेजी से जांच हो रही है। कुछ नेता जेल में हैं औऱ उन्हें जमानत तक मिलनी मुश्किल हो गई है। तेलंगाना में भी कट्टर करप्ट BRS के नेता, शराब स्कैम की जांच से बच नहीं पाएंगे। मोबाइल का जो खेल है, पैसे की डिलिवरी का जो खेल है, वो घोटालेबाज नेताओं को जेल जरूर पहुंचाएगा। और ये मोदी की गारंटी है। और मोदी की गारंटी यानि, गारंटी पूरी होने की गारंटी। मोदी गारि गारंटी अंटे, गारंटीगा पूर्ति अय्ये गारंटी।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
KCR हों या फिर कांग्रेस की सरकारें, ये किसानों को धोखा देने में हमेशा अग्रणी रही हैं। लेकिन बीजेपी सरकार ने पहली बार छोटे किसानों की चिंता की। पीएम किसान सम्मान निधि के कारण पहली बार करीब पौने 3 लाख करोड़ रुपए सीधे छोटे किसानों के अकाउंट में पहुंचे हैं। पहली बार छोटे किसानों को और पशुपालकों को बहुत नॉमिनल ब्याज से किसान क्रेडिट कार्ड के जरिये पैसे मिलने लगे। भाजपा की सरकार आज छोटे किसानों को FPOs के रूप में बड़ी ताकत बना रहा है। अपने घोषणा पत्र में तेलंगाना बीजेपी ने किसानों के हित में प्रशंसनीय घोषणाएं की हैं। इस ख़रीफ़ सीज़न में तेलंगाना के किसानों से 20 लाख मीट्रिक टन Boiled Rice अतिरिक्त खरीदा जाएगा। इस क्षेत्र में मिल्क प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के लिए हर संभावना पर तेजी से काम किया जाएगा।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
अभी मुझे तीन राज्यों में चुनाव में जाने का मौका मिला। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान, तीनों राज्यों में मतदान हो गया है। और मैंने तीनों राज्यों में देखा है कि इंडी अलायंस, इंडी गठबंधन, साफ हो जाएगी, साफ। वहां की महिलाएं, वहां के किसान, वहां के जवान कांग्रसे पार्टी को जड़ों से उखाड़ फेंकने वाले हैं। मैं बीसी सम्मेलन में हैदराबाद आया था, मैं मादिगा सम्मेलन में आया था। और दो दिन से मैं जा रहा हूं, मैं साफ देख रहा हूं कि बीआरस-कांग्रेस दोनों को तेलंगाना विदाई दे रहा है।

ना कुटुम्भ सभ्युल्लारा,
आप यहां बीजेपी को जिताइए। बीजेपी यहां बीसी सीएम बनाएगी, हर वर्ग को मंत्रिमंडल में उचित स्थान देगी। हम सबके साथ से, सबका विकास करेंगे। आप इतनी बड़ी तादाद में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। आप सभी का मैं बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं!

भारत माता की जय ! आवाज पूरे तेलंगाना में जानी चाहिए, हर कोई हाथ ऊपर करके बोलिए। भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम।

एक काम करिए, अपना मोबाइल फोन निकालिए और उसकी फ्लैश लाइट चालू कीजिए। बीजेपी बीसी सीएम बनाएगी। ये बीसी सीएम के समर्थन में है। बताइए आप, तेलुगू में बताइए।

ये बीसी मुख्यमंत्री के समर्थन का संकल्प है। ये तेलंगाना ने बीसी मुख्यमंत्री बनाना तय कर लिया है। ये लाइट, ये लाइट मादिगा समुदाय को न्याय दिलाने के लिए भाजपा की गारंटी है। मादिगा समाज को न्याय मिलेगा।

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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प्रधानमंत्री 23 दिसंबर को नई दिल्ली के सीबीसीआई सेंटर में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में शामिल होंगे
December 22, 2024
प्रधानमंत्री कार्डिनल और बिशप सहित ईसाई समुदाय के प्रमुख नेताओं से बातचीत करेंगे
यह पहली बार होगा, जब कोई प्रधानमंत्री भारत में कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में इस तरह के कार्यक्रम में भाग लेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 23 दिसंबर को शाम 6:30 बजे नई दिल्ली स्थित सीबीसीआई सेंटर परिसर में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में भाग लेंगे।

प्रधानमंत्री ईसाई समुदाय के प्रमुख नेताओं के साथ बातचीत करेंगे, जिनमें कार्डिनल, बिशप और चर्च के प्रमुख नेता शामिल होंगे।

यह पहली बार होगा, जब कोई प्रधानमंत्री भारत में कैथोलिक चर्च के मुख्यालय में इस तरह के कार्यक्रम में भाग लेंगे।

कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआई) की स्थापना 1944 में हुई थी और ये संस्था पूरे भारत में सभी कैथोलिकों के साथ मिलकर काम करती है।