कांग्रेस ने दशकों तक आदिवासी भाई-बहनों की उपेक्षा की और उन्हें इरादतन विकास से वंचित रखा: पीएम मोदी
जब भी कांग्रेस की सरकार बनी, उसने हमेशा नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दिया है: पीएम मोदी
कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में मानव और मादक पदार्थों की तस्करी में वृद्धि के कारण सरगुजा में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है: पीएम मोदी
अयोध्या में जल्द ही भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होगा और यह मोदी की गारंटी की पूर्ति है: पीएम मोदी
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के वादे झूठ और धोखे पर आधारित है क्योंकि उनकी रुचि केवल लोगों को लूटने और अपना खजाना भरने में है: पीएम मोदी
'सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास' के मंत्र पर चलने वाली भाजपा छत्तीसगढ़ के विकास और समृद्धि के लिए संकल्पबद्ध है: पीएम मोदी

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...
सरगुजा के जम्मो निवासी मन ला जोहार! मां कुदरगढ़ी, महामाया माई और देवगढ़ महादेव की इस पावन धरती पर आप सभी के दर्शन का सौभाग्य मुझे मिला है। और मैं जानता हूं, क्योंकि इस क्षेत्र में मैं कई बार आया हूं। सुबह के समय इतनी बड़ी रैली करना और इतनी तादाद में लोगों का आना ये अपनेआप में मेरे मन को, मेरे हृदय को छू देने वाली घटना है। मैं आपका सर झुका कर के जितना धन्यवाद करूं, जितना आभार व्यक्त करूं कम है। मैं पीछे देख रहा हूं, ये पांडाल कम पड़ गया है। भीड़ पीछे आ ही रही है, अभी भी आ रही है। क्या कमाल कर दिया है आज आपलोगों ने। सरगुजा संभाग के दूर-सुदूर के क्षेत्रों से आप सब हमारे सब साथियों को आशीर्वाद देने आए हैं। हम आपके हृदय से बहुत आभारी हैं। सरगुजा ने दिलीप सिंह जूदेव जी जैसा समर्पित नेतृत्व दिया था। भाजपा का ऐसा ही नेतृत्व रहा है जिसने हमेशा गरीब की, शोषित-वंचित-पिछड़े, आदिवासी समाज की आकांक्षाओं को समझा है। भाजपा ने ही अटल जी के नेतृत्व में आप सभी के साथ मिलकर के छत्तीसगढ़ का निर्माण किया था। याद है ना, याद है कि भूल गए हो.. जरा हाथ ऊपर करके बताइए... ये छत्तीसगढ़ अटल जी ने बनाया था याद है? और इसलिए आज पूरा छत्तीसगढ़ कह रहा है- भाजपा ने बनाया है, भाजपा ही संवारेगी! और आज हर तरफ एक ही गूंज है- भाजपा अवत हे... भाजपा... भाजपा... भाजपा...

साथियों,
आज छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव भी हो रहा है। और अब तक जो मुझे खबर मिली है कि बड़े उत्साह और उमंग के साथ भारी मतदान हो रहा है। सभी मतदाताओं से मेरी अपील है कि बिना डरे, बिना हिचके, मतदान अवश्य करें, ये लोकतंत्र का उत्सव है हर नागरिक का उत्सव है। ये छत्तीसगढ़ में नए भविष्य के निर्माण का उत्सव है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट डालकर आपको छत्तीसगढ़ में एक मजबूत सरकार बनानी है।

साथियों,
भारत में हमारे आदिवासी भाई-बहनों की आबादी 9-10 करोड़ के आसपास है। लेकिन आजादी के बाद दशकों तक कांग्रेस के लिए आदिवासियों का कोई वजूद ही नहीं था। उन्हें उनके नसीब पर छोड़ दिया था। कांग्रेस ने कभी आदिवासियों की चिंता नहीं की, आपके बच्चों के बारे में नहीं सोचा। जबकि भाजपा ने हमेशा आदिवासी कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। क्या कभी आपने भी सोचा था कि आदिवासी परिवार से निकली, गांव-जंगलों में पैदा हुई गरीब घऱ में पैदा हुई एक आदिवासी बेटी देश की राष्ट्रपति बनेगी? आपको गर्व हो रहा है कि नहीं हो रहा है? हर किसी को गर्व हो रहा है कि नहीं हो रहा है? कांग्रेस ने उन्हें रोकने की, उनके अपमान की इतनी कोशिश इतनी कोशिश की आप कल्पना नहीं कर सकते हैं। लेकिन आदिवासी समाज की बहनों को ये सम्मान भाजपा ने ही दिया है।

साथियों,
जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो उसे लगता था कि आदिवासियों के लिए पैसे खर्च करना मतलब गड्ढे में पैसे डालना, बर्बाद करना, यही उनकी सोच थी। लेकिन भाजपा ने जब भी आदिवासी हितों की बात आई, सरकार का खजाना खोल दिया, तिजोरी खोल दी दोस्तों। भाजपा ने आदिवासी समाज के लिए केंद्र सरकार का बजट... ये याद रखना दोस्तों, याद रखोगे? ऐसे नहीं हाथ उपर करके बताओ याद रखोगे? पक्का रखोगे? आपने मुझे जो काम करने का मौका दिया ना, ये सेवा काल है मेरे लिए भाई सत्ता काल नहीं है, मैं सत्ता में विश्वास नहीं करता, मैं तो सेवा करने के लिए ही पैदा हुआ हूं। और आपने मुझे सेवा का ही काम दिया है। आदिवासी समाज के लिए केंद्र सरकार का बजट 5 गुना बढ़ा दिया है... 5 गुना। आप खुश हैं? आप खुश हैं? आपको संतोष हुआ? ये मोदी का काम है। आपके बच्चों की पढ़ाई अच्छी हो, इसलिए आदिवासी क्षेत्रों में 500 नए एकलव्य मॉडल स्कूल बनाए जा रहे हैं। आप देखिए हमारे यहां गांव-गांव में अंग्रेजी वाले स्कूल तो है नहीं। गरीब का बच्चा अंग्रेजी वाले स्कूल में जा नहीं सकता। और कांग्रेस के लोगों ने ऐसे नियम बनाए थे ऐसे नियम बनाए थे कि गरीब का बच्चा यदि अपने गांव की भाषा में पढ़ा है अपनी आदिवासी की भाषा में पढ़ा है, अपने राज्य की भाषा में पढ़ा है तो बच्चा कभी डॉक्टर नहीं बन सकता था, इंजीनियर नहीं बन सकता था। क्योंकि डॉक्टर बनना है, इंजीनियर बनना है तो आपको अंग्रेजी आनी जरूरी है। देश आजाद हो गया लेकिन उनके दिमाग से अंग्रेजी का भूत नहीं गया। मुझे बताइए भाई आप किसी डॉक्टर के पास जाते हो, आपके पेट में दर्द हो रहा है, आपके सर में दर्द हो रहा है, सीने में दर्द हो रहा है पांव में दर्द हो रहा है, तो क्या डॉक्टर आपसे अंग्रेजी में पूछता है क्या? आपकी भाषा में पूछता है कि नहीं पूछता है? आप अपनी भाषा में बताते हैं तो वो समझता है कि नहीं समझता है? तो फिर डॉक्टर बनने के लिए अंग्रेजी जरूरी है क्या? इंजीनियर बनने के लिए अंग्रेजी जरूरी है क्या? ये मोदी है जिसे आपकी तकलीफ का पता है। इसलिए मैंने तय किया कि अब गरीब मां का बच्चा भी डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, जिस भाषा मे वो पढ़ता है उसी भाषा में वो डॉक्टर बनेगा, उसी भाषा में इंजीनियर बनेगा। पिछले 9 वर्षों में भाजपा सरकार, आदिवासी परिवारों को लाखों नए पट्टे दे चुकी है। 9 साल पहले तक जहां 23 हज़ार सामुदायिक पट्टे दिए गए थे, सामुदायिक पट्टे। वहीं हमने 80 हज़ार से अधिक नए सामुदायिक पट्टे दिए हैं। और इसलिए, हर छत्तीसगढ़ी एक ही बात कह रहा है- भाजपा अवत हे...! भाजपा... भाजपा... इसलिए, सरगुजा ने भी हुंकार भरी है – अबकी बार... अबकी बार... अबकी बार...!

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस की एक और बड़ी नाकामयाबी रही है। जब-जब कांग्रेस सरकार में आती है, तब-तब देश में आतंकवादियों और नक्सलियों के हौसले बढ़ जाते हैं। जहां भी देखो, कभी इधर बम फोड़ देने की खबर आती है, तो कभी उधर बम फूटने की खबर आती है। कभी वहां मार दिया काट दिया की खबर आती है तो कभी वहां मार दिया काट दिया की खबर आती थी। जिस-जिस राज्य में कांग्रेस सत्ता में होती है, वहां अपराध का, लूटपाट का राज ही चलता है। कांग्रेस सरकार, नक्सल हिंसा को काबू करने में असफल रही है। बीते कुछ समय में भाजपा के अनेक कार्यकर्ताओं को हमसे छीना गया है। अभी भी कुछ दिन पहले हमारे साथियों को गोली मारकर के उसका जीवन तबाह कर दिया। इसलिए, भाइयों-बहनों बम बंदूक के साये में जीना है क्या? ये बम बंदूक के साये में जीना है क्या? कितना भी पैसा क्यों न हो बेटा शाम को घर न लौटे, और बेटे की लाश घर पर आए, तो उस पैसों का क्या करेंगे आप। और इसलिए भाइयों-बहनों हर किसी की सुरक्षा बहुत जरूरी है। और इसलिए कांग्रेस को हटाना उतना ही जरूरी है। हटाओगे? बिल्कुल साफ कर दोगे? हर कोने में से हटाओगे? हर पोलिंग बूथ पर से हटाओगे? पक्का हटाओगे? जरा पीछे वाले हाथ ऊपर करके बताओ कि हटाओगे? हर पोलिंग बूथ पर से हटाओगे? यहां सरगुजा संभाग में कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है, ये आप अच्छी तरह जानते हैं। कांग्रेस सरकार में सरगुजा क्षेत्र में मानव तस्करी और नशे का कारोबार, बेतहाशा बढ़ गया है। यहां बहनों-बेटियों को अपराधी निशाना बना रहे हैं। हमारे आदिवासी परिवारों की, गरीब परिवारों की अनेकों बच्चियां गायब हुई हैं। बेटियां कहां गईं, इसका कांग्रेस के नेताओं के पास कोई जवाब नहीं है। यहां कांग्रेस द्वारा वोट के लिए अवैध घुसपैठियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। आदिवासियों की ज़मीन छीनी जा रही है। कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण, यहां तीज-त्योहार मनाना तक, मुश्किल हो गया है। इसलिए पूरे सरगुजा से एक ही आवाज़ आ रही है- बच्चा-बच्चा एक ही बात बोल रहा है- माता-बहनें एक ही बात बोल रही हैं, गांव हो या शहर हो, हर कोई एक ही बात कह रहा है- अउ नइ सहिबो... अउ नइ सहिबो... अउ नइ सहिबो... बदल के रहिबो!

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस ने दशकों तक दिल्ली में सरकार चलाई है, देश के कोने-कोने में उन्ही का राज था। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस के सिवाय किसी का झंड़ा नहीं था। लेकिन कांग्रेस ने हमेशा गरीबों को सिर्फ झूठे नारे दिए है। अगर आज मेरे दस साल के सेवाकाल में इतना काम हो सकता है, तो उनको तो पांच-पांच छह-छह दशक मिले थे। वो कर सकते थे कि नहीं कर सकते थे? लेकिन उनका अपनी जेब भरना और घर भरने के सिवाय कोई काम ही नहीं था। पांच दशक से कांग्रेस बोल रही है कि गरीबी हटाएंगे। 50 साल से क्या बोल रहे है कि गरीबी हटाएंगे। कब तक ये गाना गाते रहोगे? कहीं से तो हटाओ। गरीबी हटाएंगे कहते-कहते कांग्रेस के नेता खुद हर साल और अमीर होते जा रहे हैं। पहले साइकिल पर चलते थे आज बड़ी-बड़ी गाड़ियां लेकर घूम रहे हैं। जबकि ये भाजपा सरकार है, जो गरीबी हटाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है। आपका ये मोदी, गरीबी से ही निकलकर के ही आया है। एक गरीब के बेटे को आपने यहां तक पहुंचाया है। मैं गरीब का दर्द भलीभांति समझ सकता हूं। क्योंकि मैंने गरीबी को जीया है। मैंने गरीबी को भाषण में नहीं सुना है, अखबार में नहीं पढ़ा है, किताबों में नहीं पढ़ा है, मैं गरीब झेलकर के आया हूं। जब कोरोना का संकट आया तो सारी दुनिया मौत से मुकाबला कर रही थी। दुनिया का कोई नहीं था जो जिंदगी बचाने के जूझते ना हो। सारा दुनिया का जीवन ठप्प हो गया था। हमारा देश भी बचा नहीं था, तब जाकर के मैंने तय किया था कि मूसीबत बहुत बड़ी है। दिन-रात दौड़ूंगा, जागूंगा मेरे देश को बचाऊंगा, मेरे देश के लोगों को बचाऊंगा। याद कीजिए वो संकट के दिन याद कीजिए, अपने रिश्तेदार भी घर तक आने की हिम्मत नहीं करते थे। वो समय ये मोदी दिन-रात आपके लिए दौड़ता था, काम करता था। मै सोचता था बाहर कारोबार नहीं है, लोग बाहर जा नहीं पा रहे हैं, मेरे आदिवासी बच्चों का क्या होगा? मेरे गरीब बच्चों का क्या होगा? क्या मेरे देश का गरीब बच्चा भूखा सो जाएगा? मेरे आदिवासी के बेटे-बेटी भूखे सो जाएंगे? हमने उसी दिन ये तय कर लिया था सरकार का भंडार खोल दूंगा लेकिन गरीब का चूल्हा बूझने नहीं दूंगा। अनाज के भंडार खोल दिए थे, इतना लंबा समय हो गया आज भी गरीब को मुफ्त राशन मिल रहा है। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन मिल रहा है, ताकि उनका चूल्हा जलता रहे।

भाइयों-बहनों
मुझे, मेरे देशवासियों ने इतने आशीर्वाद दिए, इतने आशीर्वाद दिए और जब गरीब के पेट में अन्न जाता है ना गरीब का बच्चा जब भूखा नहीं सोता है ना तो उसके आशीर्वाद हमारी जमीन पर भी नजर आते हैं, हमारी फसल में भी नजर आते हैं और हमारा किसान भी पैदावार ज्यादा करता है और इसलिए मोदी ने एक बहुत बड़ा फैसला किया है, बहुत बड़ा फैसला किया है। मैंने निश्चय कर लिया है, और ये मोदी की गारंटी है.. ये योजना तो दिसंबर में ही पूरी होने वाली थी। 80 करोड़ परिवार को जो आज अनाज मिलता है वो दिसंबर में पूरा हो जाने वाला था, लेकिन आपका ये बेटा आपके लिए ही जीता है और इसलिए हमने तय किया है कि आने वाले पांच वर्ष के लिए उन सभी परिवारों को मुफ्त में राशन मिलेगा। आपके मोबाइल की लाइट चालू करके गरीबों के कल्याण के लिए आप अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू कीजिए.. गरीबों के कल्याण के लिए आप अपने मोबाइल की फ्लैश लाइट चालू करिए... सब लोग अपना मोबाइल निकालिए.. ये गरीबों के कल्याण का निर्णाय है... ये गरीबों के बच्चे रात को खाए बिना ना सो जाए इसके लिए ये निर्णय है। आप अपना लाइट चालू करके इसका समर्थन कीजिए। ये गरीबों की भलाई के लिए हुआ काम है मेरे भाइयों-बहनों। आपका ये प्यार, गरीबों के लिए आपका ये प्यार, ये आपका गरीबों के लिए ये प्यार है, मेरे आदिवासी बच्चों के लिए ये प्यार है, आपका ये समर्थन यही मेरी ताकत है भाइयों और बहनों। बोलो मेरे साथ भारत माता की... मेरे साथ बोलो भारत माता की... हमारे देश में अब किसी गरीब का बच्चा भूखा नहीं रहेगा, कोई मां-बहन-बेटी भूखी नहीं सोएगी।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है।
भाजपा ने कहा था हर गरीब को 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा देंगे।
भाजपा ने कहा था हर घर में शौचालय बनवाएंगे।
भाजपा ने कहा था हर गरीब के घर में उज्ज्वला का गैस कनेक्शन देगी।
भाजपा ने कहा था, महिला आरक्षण का कानून बनाकर दिखाएंगे। भाजपा ने कहा था- तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाएंगे।
हमने ये सारी गारंटी पूरी कर दी, सारी गारंटी पूरी की। किया कि नहीं किया? किया कि नहीं किया? यही तो मोदी की गारंटी होती है। और भाजपा ने कहा था- अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाएंगे। और ये मोदी है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर भी बनता है और चार करोड़ गरीबों का घर भी बनता है। प्रभु श्रीराम के ननिहाल, ये तो प्रभु श्रीराम का ननिहाल है, आप के लिए तो ये कई गुना अधिक खुशी का पल है। मुझे पक्का विश्वास है कि इस बार प्रभु श्रीराम जी का ननिहाल भी मोदी को भरपूर आशीर्वाद देगा।

साथियों,
मोदी ने गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी परिवारों को उनका पक्का घर देने की गारंटी दी है। देश में 4 करोड़ से अधिक परिवारों को इस गारंटी का फायदा मिल चुका है। लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार गरीबों को पक्के घर नहीं मिलने दे रही है। मैं जोर लगाता रहा, समझाता रहा, लेकिन वो नहीं किया। अब मैं कहता हूं कि कांग्रेस की विदाई पक्की है, और आपका घऱ भी पक्का है। आपके पास अभी तक पक्का आवास नहीं है, आप लिखकर लीजिए मोदी की गारंटी, यहां भाजपा सरकार बनते ही, फिर से मेरा काम शुरू हो जाएगा, आपको पक्का घर देकर के रहने वाला हूं। और यही तो मोदी की गारंटी है। विशेष रूप से मैं अपनी बहनों और बेटियों को बताना चाहता हूं। ये घर बनता है लाखों रुपए का, लेकिन अब, आपको मालूम हे पहले हमारे समाज में कैसी व्यवस्था थी, घर है तो पिता के नाम पर है या पति के नाम पर है, दुकान है तो पति के नाम पर या बेटे के नाम पर, खेत है पति के नाम पर या बेटे के नाम पर है। गाड़ी लाए, पति के नाम पर या बेटे के नाम पर। बेटी के नाम पर कुछ नहीं महिला के नाम पर कुछ है ही नहीं, सबकुछ या तो पति के नाम पर या बेटे के नाम पर। मोदी ने तय किया, अगर घर देगा ना सरकार तो माताओं और बहनों के नाम पर दिया जाएगा, मालिक मेरी माताए-बहनें बनेंगी। अब आप महिलाओं के नाम पर भी कोई संपत्ति होगी, अब आप महिलाएं भी लखपति होंगी, अपने घर की मालकिन होंगी। जब ऐसा ट्रैक रिकॉर्ड हो, तभी लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानि हर गारंटी पूरा होने की गारंटी। तभी छत्तीसगढ़ को भरोसा होता है कि- भाजपा ने बनाया है-भाजपा ही संवारेगी।

साथियों,
एक तरफ भाजपा का संकल्प पत्र है तो दूसरी तरफ कांग्रेस का झूठ है। आप सभी को कांग्रेस ने विश्वासघात के सिवाय कुछ नहीं दिया।
कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के युवाओं को क्या-क्या सपने दिखाए थे? और दिया क्या? इन्होंने महादेव के नाम पर भी घोटाला कर दिया, महादेव के नाम पर। महादेव सट्टेबाज़ी घोटाले की चर्चा आज देश-विदेश में हो रही है। कांग्रेस ने अपनी तिजोरी भरने के लिए आपके बच्चों से सट्टेबाजी करवाई है। क्या इनको माफ करेंगे आप? आपके बच्चों को बर्बाद करने वाला काम, ऐसे लोगों को माफ करोगे आप? और ये किसके इशारे पर हुआ? किसके इशारे पर हुआ? किसके इशारे पर हुआ? उनको सजा मिलनी चाहिए कि नहीं चाहिए? पहले सजा आप दोगे कि नहीं दोगे? कमल के निशान पर बटन दबा के कड़ी से कड़ी सजा ऐसे लोगों को करनी है भाई। मुख्यमंत्री कार्यालय यहां सट्टेबाजों का अड्डा कैसे बना हुआ था? और ये कक्का आपका.. सब लोग तो कहते हैं 30 टके कक्का, 30 टके कक्का खुलेआम सट्टा? ये 30 टके कक्का खुलेआम सट्टा चला रहे थे। आज यहां के मुख्यमंत्री के करीबी जेल में बंद हैं। छापों में नोटों के बड़े-बड़े ढेर मिल रहे हैं जी, सबूतों के साथ करोड़ों रुपये पकड़े जा रहे हैं। जो घोटाले का सबसे बड़ा आरोपी है, वो टीवी पर आकर कह रहा है कि उसने मुख्यमंत्री को 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की रिश्वत दी है। अब आपको सबूत की जरूरत है क्या? देने वाला खुद कह रहा है रुपये मिल रहे हैं और फिर वो आपसे प्रूफ मांग रहे हैं। शर्म नाम की चीज नहीं है इनको, वो साफ करना होगा भाइयो-बहनों साफ.. करोगे? हर पोलिंग बूथ से सफाई करनी पड़ेगी। क्योंकि ऐसे आरोपों से घिरे मुख्यमंत्री को एक दिन भी सीएम की कुर्सी पर नहीं रहना चाहिए। आज आप देख रहे हैं कि यहां के मुख्यमंत्री पर लगे आरापों के बाद कांग्रेस के बड़े-बड़े दिग्गजों ने भी उनसे किनारा कर लिया है। ये आरोप इतने गंभीर हैं, सबूत इतने सटीक हैं कि कांग्रेस से अपने मुख्यमंत्री का बचाव करना भी मुश्किल हो गया है। हो सकता है आज जब मैंने कहा है तो कांग्रेस के नेता अब बचाव में दो चार नेता आधी – अधूरी बात बोलकर के खानापूर्ति कर लें, लेकिन कांग्रेस का एक नेता, इनके जो पापों के घड़ा हैं उस पर एक शब्द बोल नहीं रहा है। सब चूप हो गए क्योंकि उनको मालूम है कि उन्होंने अपने और अपने बच्चों की भलाई के लिए पूरी कांग्रेस पार्टी को डूबो दिया। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं... आपको हमारे विश्वास पर भरोसा है?... भरोसा है? तो मैं आपको गारंटी देता हूं महादेव सट्टेबाजी घोटाले में भाजपा, दूध का दूध और पानी का पानी करके रहेगी। कोई कितना ही बड़ा नाम क्यों ना हो, कितना ही घेरेबंदी क्यों न हो आपके बच्चों को बर्बाद करने वाले ऐसे लोगों को जेल जाकर के जिंदगी पूरी करनी पड़ेगी। आपके बच्चों के साथ खेल खेला गया है।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस के नेताओं को कभी आपके बेटे-बेटियों की, आने वाली पीढ़ियों की परवाह नहीं रही है। कांग्रेस के नेताओं ने आपके बच्चों को नौकरी देने का भी वादा किया था। लेकिन PSC की भर्तियों में कांग्रेस के नेताओं ने अपने बच्चों को भर्ती कर लिया। आपके बच्चे बेरोजगार रहें, इससे कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। और मुझे तो यहां सरकारी कर्मचारियों की भी परेशानी पता चलती रही है। यहां कांग्रेस ने ट्रांस्फर-पोस्टिंग के नाम पर एक बड़ा उद्योग तैयार किया है, सरकारी कर्मचारियों को परेशान किया है। आज आप सब परेशान हैं और कांग्रेस के नेताओं की तिजोरी भरती जा रही है। क्या इसलिए छत्तीसगढ़ में कहा जाता है, यही चर्चा है, हर कोई कहता है, कोई भी सरकारी दफ्तर से बाहर निकलता है तो यही कहता है- 30 टका कक्का, तो आपका काम पक्का! हर एजेंट यही कह रहे हैं.. पहले भाई तीस टका कक्का, आप देखिए फिर काम पक्का।

मेरे परिवारजनों,
कांग्रेस ने तो यहां के किसानों को भी झूठ के कुचक्र में फंसाकर रखा है। कांग्रेस वाले दावा करते हैं कि इन्होंने छत्तीसगढ़ के किसानों का कर्ज़ माफ किया है। लेकिन सच्चाई यही है कि इसमें भी कांग्रेस ने घोटाला ही किया है। ये भाजपा है जो किसानों के छोटे-छोटे खर्चों का भी ध्यान रख रही है। पीएम किसान सम्मान निधि से छत्तीसगढ़ के लगभग 40 लाख किसानों के बैंक अकाउंट में हमने सीधे पैसा भेजा है। यहां सूरजपुर जिले के भी सवा लाख से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में 250 करोड़ रुपए से ज्यादा भेजे गए हैं।

साथियों,
छत्तीसगढ़ के धान किसानों को भी कांग्रेस ने हमेशा झूठ ही कहा है। यहां के धान किसानों से पूरा धान केंद्र की भाजपा सरकार ही खरीदती है। हमने एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा यहां के किसानों को दिया है। और अब छत्तीसगढ़ भाजपा ने धान किसानों के लिए जो संकल्प लिया है, उससे आपको कांग्रेस की तुलना में कहीं अधिक पैसा मिलेगा। मक्का किसानों, कोदो-कुटकी, दलहन और तिलहन किसानों को भी भाजपा और अधिक लाभ देगी। तेंदुपत्ता संग्राहकों के साथ भी तो कांग्रेस ने धोखा ही किया है। छत्तीसगढ़ की नई भाजपा सरकार, अधिक से अधिक तेंदुपत्ता खरीदने वाली है, अधिक दाम भी देगी और उन्हें ज्यादा बोनस भी देगी।

मेरे परिवारजनों,
सूरजपुर का ये पूरा इलाका खनिजों के लिए, कोयले के लिए जाना जाता है। कांग्रेस की सरकार ने आपके कोयले में भी घोटाला कर दिया। कांग्रेस ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड में भी घोटाला किया। खनिज का जो पैसा आपको मिलना था, वो पैसे भी कांग्रेस ने चुरा लिए। लेकिन भाजपा, इस कोयला क्षेत्र के विकास के लिए समर्पित है। जहां कोयले के भंडार समाप्त हो गए हैं, उन खदानों के लिए भाजपा सरकार ने एक योजना बनाई है। कोयला रहित भूमि पर बड़े पैमाने पर पेड़ लगाए जा रहे हैं। सूरजपुर जिले में भी केनापारा को इको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। यहां भटगांव में सौर ऊर्जा पार्क पर भी तेज़ी से काम चल रहा है। इससे य़हां रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। 3 दिसंबर को जैसे ही कांग्रेस सरकार जाएगी, वैसे ही यहां विकास की गति और तेज की जाएगी। यहां नए प्रोजेक्ट आएंगे, यहां का औद्योगिक विकास तेज किया जाएगा। भाजपा सरकार में सरगुजा संभाग में आधुनिक अस्पतालों के निर्माण पर भी बल दिया जाएगा। तब आपको बीमारी की स्थिति में इलाज के लिए दूर बनारस या रायपुर तक नहीं जाना होगा।

साथियों,
भाजपा, सबका साथ, सबका विकास पर भरोसा करती है। इसलिए छत्तीसगढ़, भाजपा पर भरोसा कर रहा है। सरगुजा की हर सीट पर, हर बूथ पर कमल खिलना चाहिए। खिलेगा? खिलेगा? गांव-गांव जाएंगे? हर बूथ में जाएंगे? ऐसा तो नहीं ना कि मोदी जी आ गए, कार्यक्रम शानदार हो गया। चलो सो जाओ.. ऐसा नहीं करेंगे ना? पक्का काम करेंगे? घर-घर जाएंगे? हर पोलिंग बूथ पर जिताएंगे? जड़ा हाथ ऊपर कर के वादा करो करेंगे? पक्का करोगे? अच्छा ये तो भाजपा का काम करोगे.. मेरा काम करोगे? मेरा खुद का काम.. क्यों ठंडे हो गए भाई.. भाजपा का तो करोगे मोदी का नहीं करोगे? जरा हाथ ऊपर करके बताओ कि करोगे.. पक्का करोगे? ये मेरा काम है लेकिन, करना पड़ेगा। देखिए आप यहां से जाने के बाद अपने गांव में लोगों के घरों में जाएं और उनको कहना, हमारे मोदी जी अपने सरगुंजा इलाके में आए थे, और मोदी जी ने आपको जोराह कहा है। इतना कह देंगे? हर किसी को कह देंगे? मेरी इतनी बात पहुंचा देंगे? मोदी जी आए थे और आपको जोहार कहा है... कह देंगे? देखिए चुनाव तो आप जीतने वाले हैं, मैं यहां चुनाव प्रचार करने नहीं आया हूं। मैं तो यहां आपको तीन दिसंबर को चुनाव नतीजे के बाद भाजपा सरकार बनेगी, मुख्यमंत्री का शपथ का निमंत्रण देने आया हूं। भाजपा सरकार के शपथ समारोह का निमंत्रण देने आया हूं आप सबको आना है आओगे ना? अपने बूथ में कमल लाना है और फिर वहां आना है। मेरे साथ बोलिए भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!