दीदी, लोग कहते हैं आप फुटबॉल बहुत खेलती हैं। फुटबॉल में एक होता है Own Goal...आप चुनाव के मैदान में सेल्फ गोल कर चुकी हैं : पीएम मोदी
दीदी, जिस दिन आपने नंदीग्राम में पोलिंग बूथ में 'खेला' किया, जो बातें कहीं, उसी दिन पूरे देश ने मान लिया था कि आप हार गई हैं : प्रधानमंत्री मोदी
मैं लोगों को बताना चाहता हूं कि मैं आपके प्यार को विकास के रूप में सूद के साथ वापस करूंगा : प्रधानमंत्री मोदी

भारत माता की... जय !
भारत माता की... जय !
मेरी एक प्रार्थना है। आप सुनेंगे? मेरी एक रिक्वेस्ट है- सुनेंगे? देखिए, आपलोगों का प्यार इतना है, आपलोगों के आशीर्वाद इतने हैं कि इतना बड़ा यह मैदान भी छोटा पड़ गया है। यह मैदान छोटा पड़ गया। आप जहां हैं, वहीं खड़े रहिए। आगे आने की कोशिश मत कीजिए। तो मेरी बात मानेंगे आपलोग…? पक्का मानेंगे...?
भारत माता की... जय!
भारत माता की... जय!
नमोष्कार !
सकल कूचबिहार वासीदेर आमार सादर प्रणाम।
दंडबल सोगाके !

आज से ठीक दो वर्ष पूर्व भी, आज 6 अप्रैल के दिन मैं कूच बिहार में ही था। और इसी मैदान में था। और उस समय यहां बीच में, यहां एक बड़ा मंच लगा दिया था टीएमसी वालों ने, ताकि मोदी की सभा छोटी हो। लोगों को आने नहीं दिया था। और उस दिन मैंने इसी मंच पर से कहा था- ये जो मंच बना है, वह टीएमसी के पतन का स्मारक है। कहा था कि नहीं कहा था- याद है आपलोगों को? आज मंच कहीं नजर आ रहा है? टीएमसी कहीं नजर आ रही है? ये आपकी ताकत, ये आपका प्यार और ये आपके आशीर्वाद के कारण हुआ है?

भाइयो-बहनो,
बाणेश्वर शिव मंदिर, कामतेश्वरी मंदिर, मदन मोहन मंदिर, आस्था के ऐसे अनेक स्थानों की इस धरती पर आकर हर किसी के मन को बहुत शांति मिलती है। महाराजा नर नारायण, बीर चिल्ला रॉय के शौर्य, ठाकुर मदन मोहन जी और ठाकुर पंचानन बर्मा जैसी महान सपूतों के योगदान से ये भूमि समृद्ध हुई है। आज तो ऐसे अवसर पर कूच बिहार आया हूं, जब बीजेपी अपना स्थापना दिवस मना रही है। बंगाल की इस धरती ने बीजेपी को विचार दिए हैं, संस्कार दिए हैं, बीजेपी को निरंतर ऊर्जा दी है। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने हमारे लिए राजनीतिक रास्ता तय किया, जिन्होंने हम जैसे करोड़ों कार्यकर्ताओं को आदर्शों को लेकर राजनीतिक में जीने का, जनता के लिए जूझने का, और शरीर का कण-कण, समय का पल-पल जनता की सेवा में लगाए रखने की हमें प्रेरणा दी, ऐसे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बहुत महत्वपूर्ण बात कही थी। इसी बंगाल के सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बहुत महत्वपूर्ण बात कही थी। उन्होंने कहा था- भारत का यश, भारत की आध्यात्मिक महानता, भारत का सत्य और आत्मा के विचार, भारत में पनपी मानवता की सेवा की भावना, और भारत के जन-जन का सर्वोच्च शक्ति की विराटता में विश्वास से आगे बढ़ने का, चार बहुत महत्वपूर्ण बातें जो देश को बहुत आगे ले जाएगी। आज इसी प्रेरणा से देश की कोटि-कोटि जनता देश का यश बढ़ा रही है, देश को आत्मनिर्भर बना रही है। देश के इस संकल्प की सिद्धि में भाजपा भी दिन-रात जुटी हुई है। एक-एक कार्यकर्ता लगा हुआ है।

भाइयो-बहनो,
मुझे आने में देरी हुई, देरी इसलिए नहीं हुई कि मेरा हेलिकॉप्टर लेट हुआ था। हेलिकॉप्टर से यहां आने तक रास्ते के दोनों तरफ ह्यूमन चेन नहीं, ह्यूमन वॉल था। जितने लोग यहां हैं, उससे ज्यादा लोग पूरे रास्ते भर में हैं, उसमें भी माताएं-बहनें इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद दे रही थीं।

भाइयो-बहनो,
2 मई को, जब चुनाव के नतीजे आएंगे, 2 मई को बंगाल में बीजेपी सरकार बनने के बाद, यहां भी विकास का, प्रगति का अभियान और तेज किया जाएगा। बीते 2 चरणों के मतदान में दीदी का जाना तय हो चुका है। पिछले 2 चरणों में बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से बाहर निकले हैं, लंबी-लंबी लाइनें लगाकर बीजेपी के पक्ष में वोट दिया है। आज भी बहुत अच्छी वोटिंग की खबरें आ रही हैं। बंगाल में बीजेपी की ऐसी लहर चल रही है, जिसने दीदी के गुंडों, दीदी के भय को किनारे लगा दिया है।

साथियो,
मैंने सुना कि दीदी इन दिनों एक सवाल पूछ रही हैं, आपने भी सुना होगा, दीदी एक सवाल पूछ रही हैं कि क्या बीजेपी भगवान है, जो उसे पता चल गया है कि पहले दो चरणों में बीजेपी को बड़ी जीत मिल रही है।

आदरणीय दीदी, ओ दीदी,
हम तो मामूली इंसान हैं, और ईश्वर की आज्ञा से, ईश्वर के आशीर्वाद से देशसेवा में लगे हैं।

दोस्तो, आपका प्यार मेरे सिर-आंखों पर। मैं आपके इस प्यार को कभी भूल नहीं पाऊंगा दोस्तो, आपके आशीर्वाद मेरे लिए बहुत बड़ी ताकत हैं। ये जो आप प्यार दे रहे हैं न, 2 मई के बाद बीजेपी सरकार बनने के बाद, मैं ये प्यार ब्याज समेत इस इलाके का विकास करके लौटाऊंगा। ये आपका प्यार कभी बेकार नहीं जाने दूंगा।

भारत माता की….जय

देखिए, दीदी पूछ रही हैं, हम भगवान हैं क्या, हमें विजय का कैसे पता चल गया। लेकिन दीदी, ओ दीदी… चुनाव में कौन हार रहा है, कौन जीत रहा है, ये पता करने के लिए भगवान को कष्ट देने की जरूरत नहीं है। ये जो जनता-जनार्दन हैं न, वही भगवान का रूप होती है। अरे, जनता-जनार्दन का चेहरा देख करके पता चलता है कि हवा का रुख क्या है, यही तो ईश्वर का अवतार हैं। और दूसरा दीदी, आदरणीय दीदी, दूसरी बात जो है कि चुनाव नतीजों का पता कैसे चलता है, अनुमान कैसे लगता है! एक तो, आपका गुस्सा, आपकी नाराजगी, आपका व्यवहार, आपकी वाणी इन सबको देखकर, एक बच्चा भी बता सकता है कि दीदी, टीएमसी…. आप चुनाव हार चुकी हैं, दीदी, आप मैदान छोड़ चुकी हैं। रोज, आप सुनिए… रोज आपको कहना पड़ रहा है कि आप नंदीग्राम जीत रही हैं।

आदरणीय दीदी, ओ दीदी,
जिस दिन, आपने चुनाव के दिन, पोलिंग चल रहा था, नंदीग्राम में पोलिंग बूथ में जो खेला किया, जो बातें कहीं, उसी दिन पूरे देश ने मान लिया था कि आप हार गई हैं। इसके लिए, भगवान से पूछने की जरूरत नहीं है दीदी। जब आपकी पार्टी ये घोषणा कर देती है कि दीदी अब बनारस से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी, तो कोई भी समझदार व्यक्ति बड़ी आसानी से समझ सकता है कि टीएमसी का सूपड़ा साफ होने जा रहा है। बंगाल में अब टीएमसी नहीं बच सकती है। दीदी को राजनीति करनी होगी तो बंगाल के बाहर जाना पड़ेगा। ये आपकी पार्टी बोल रही है। क्या ये सुनने के बाद भगवान को तकलीफ देने की जरूरत है क्या? भगवान को पूछने की जरूरत है क्या। आपको भी समझ आता है कि नहीं आता है? आपको भी पता चलता है कि नहीं चलता है कि दीदी हार रही है? आप बताइए, आपको लगता है कि नहीं लगता है।

आदरणीय दीदी, ओ दीदी,
अभी हाल ही में आपने कहा, देखिए महत्वपूर्ण बात है, आपने हाल ही में आपने कहा कि सभी मुसलमान एक हो जाओ, वोट बंटने मत दो। दीदी, आप ये कह रही हैं, इसका मतलब है कि आपको यकीन हो गया है कि मुस्लिम वोटबैंक की, आपकी जो ताकत आप मानती थीं, वो मुस्लिम वोटबैंक भी आपके हाथ से निकल गया है, मुस्लिम भी आपसे दूर हो गए हैं। आपको पब्लिकली ऐसा कहना पड़ रहा है, इसी से पता चलता है कि आप इलेक्शन हार गई हैं।

आदरणीय दीदी, ओ दीदी,
आप वैसे तो चुनाव आयोग को गालियां देती रहती हैं, सुबह-शाम एक ही बात करती रहती हैं, लेकिन जो बात आप बोल रही हैं... अगर हमने कहा होता कि सारे हिंदू एकजुट हो जाओ, बीजेपी को वोट दो, तो दीदी, हमें इलेक्शन कमीशन 8-10 नोटिस भेज देता, प्रधानमंत्री को भी नोटिस आती, अध्यक्ष को भी आती, उम्मीदवार को भी आती, अरे इतना ही नहीं सारे अखबार देश के पहले पेज भरे पड़े होते और दुनिया भर के एडिटोरियल लिखकर के हमारे बाल नोच लिए होते।

दीदी,
मुझे पता नहीं कि आपको चुनाव आयोग ने नोटिस भेजा है या नहीं, लेकिन आपकी ये बात साफ बताती है कि आप जिनके भरोसे चुनाव के मैदान में थीं, वे भी अब आप से (दूर) चले गए है। और आप पब्लिकली उनको कह रही हैं, मुसलमानों एक हो जाओ, मुसलमानों एक हो जाओ, मुसलमानों एक हो जाओ, मुझे बचाओ, मुझे बचाओ, मुझे बचाओ, ये दीदी बोल रही है। दीदी, इसका मतलब ही ये होता है कि आप चुनाव हार रही हैं।

दीदी,
जिस चुनाव आयोग ने 2 बार चुनाव करा के आपको मुख्यमंत्री बनाया, आज आपको उस चुनाव आयोग से ही दिक्कत होने लग गई। ये दिखाता है कि आप चुनाव हार चुकी हैं। जिस EVM ने वाम के शासन को उखाड़ फेंकने में आपकी मदद की, बंगाल के नागरिकों की इच्छा का आदर ईवीएम मशीन खुद करता है। एक-एक नागरिक की इच्छा ईवीएम में कैद होती है, आज आपको उस ईवीएम से भी समस्या होने लग गई। जब आप ईवीएम को गाली देती हो, आप इलेक्शन कमीशन को गाली देती हो, तब तो मामला पक्का है कि आपका खेला शेष है। ये दिखाता है कि आप चुनाव हार चुकी हैं। जिस केंद्रीय वाहनी की मांग आप खुद करती थीं, मांग करती थी कि केंद्रीय सुरक्षा बलों के हाथ में ही चुनाव होना चााहिए। दीदी, आप आज उन पर भी गुस्सा कर रही हैं। उनको बदनाम करने की भाषा बोल रही हैं, षड़यंत्र कर रही हो, ये दिखाता है कि आप चुनाव हार चुकी हैं।

दीदी,
आप एक राज्य की सीएम हैं, दो फेज का मतदान हो चुका है, बहुत शांतिपूर्वक मतदान हुआ, करीब 80 पर्सेंट से ज्यादा वोट पड़े... मैं भी गुजरात में मुख्यमंत्री था, इतना अगर वोटिंग होता है, शांतिपूर्ण होता है, तो सीएम के नाते मैं गर्व से कहता हूं कि देखिए, मेरे राज्य में शांतिपूर्ण मतदान हुआ, मेरे राज्य में इतना ज्यादा मतदान हुआ। मैं गर्व करता था। दीदी यहां शांतिपूर्ण मतदान हो रहा है, 80 पर्सेंट से ज्यादा लोग मतदान करने जा रहे हैं और आप परेशान हैं, आप गर्व नहीं कर रही हैं। यही बताता है दीदी कि आप चुनाव हार रही हैं।

साथियो,
बीजेपी की रैली में भारी संख्या में लोग आ रहे हैं, दिखता है साफ, बहन-बेटियां आ रही हैं, लेकिन दीदी कहती हैं, ये जो लोग आए हैं न, वो पैसे लेकर यहां आते हैं। मुझे बताइए भाई, क्या आप पैसे लेकर यहां आए हैं क्या, जोर से बोलिए, पैसे लेकर आए हैं। क्या पैसे मिलने वाले हैं, इसलिए आए हैं क्या, ये दीदी आप पर झूठा आरोप लगाती हैं कि नहीं लगाती हैं, ये दीदी आपको बदनाम कर रही हैं कि नहीं कर रही हैं, दीदी ने आपका अपमान किया है कि नहीं किया है, दीदी को सजा दोगे कि नहीं दोगे, इस चुनाव में जबर्दस्त सजा दोगे के नहीं दोगे। कमल के निशान पर बटन दबाकर सजा दोगे कि नहीं दोगे। भाइयो-बहनो, बंगाल की ईमानदार जनता पर दीदी का ये संगीन आरोप इस बात की गवाही है कि आप चुनाव हार चुकी हैं। दीदी को तिलक लगाने वालों से दिक्कत है, भगवा वस्त्र धारण करने वालों से समस्या है। ये दिखाता है दीदी... जमीन खिसक चुकी है। आपका हारना तय है दीदी।

दीदी,
लोग कहते हैं कि आप फुटबॉल बहुत खेलती हैं। दीदी हमने सुना है, फुटबॉल में एक होता है Own Goal...आप चुनाव के मैदान में सेल्फ गोल कर चुकी हैं। आपने खुद ही अपनी सच्चाई स्वीकार कर ली है। भाइयो-बहनो, टीचरों की भर्ती हो या फिर लोगों के काम, आपने सिर्फ तुष्टिकरण किया। बंगाल के सामान्य लोगों को, बंगाल के नौजवानों, यहां के किसानों को आपने अपने हाल पर छोड़ दिया।

10 साल तक आपके तोलाबाज बंगाल को लूटते रहे, आदरणीय दीदी, आप देखती रहीं।
10 साल उत्तर बंगाल के साथ अन्याय हुआ, आदरणीय दीदी, आप देखती रहीं।
10 साल यहां जब भी रक्त बहा, मां-बहनों के आंसू बहे, आदरणीय दीदी आप देखती रहीं।
10 साल दलित, वंचित, पिछड़ों, आदिवासियों, टी गार्डन मजदूरों के साथ धोखा हुआ, दीदी देखती रहीं। आंखें बंद करके बैठी रहीं।
10 साल कृषक सिंचाई और भंडारण की सुविधाओं से वंचित रहे, ‘फोडे राज’ से परेशान रहा, दीदी, आप देखती रहीं।
TMC के कार्यकर्ता, नेता, मंत्री खेला करते रहे और दीदी देखती रहीं।
10 साल तस्करी और घुसपैठ होती रही, दीदी देखती रहीं।
(देखिए, मेरे साथ जो डॉक्टर हैं, देखिए माता जी को पानी दीजिए, उनकी चिंता कीजिए। पानी दीजिए उनको। मेरी टीम के डॉक्टर वहां पहुंचे तुरंत।)
10 साल अवैध खनन, तस्करी, ड्रग्स का सिंडिकेट फला-फूला और दीदी देखती रहीं।

साथियो,
अभी हाल ही में जो टेप आया है, उसमें कई बातचीत ऐसी उजागर हुई हैं, दीदी के 10 साल का पूरा रिपोर्ट कार्ड दे रही हैं। दीदी, आपने बंगाल में एक नया टैक्स शुरू कर दिया- भाइपो सर्विस टैक्स, भाइपो सर्विस टैक्स। गरीब मां-बहन ने मेहनत का एक-एक टका जोड़ा, वो भाइपो सर्विस टैक्स में चला गया! बंगाल का युवा एक-एक टका के लिए तरस रहा है और वहां 35-40 करोड़... 35-40 करोड़ एक महीने में आ रहा है! इसी वजह से आज बंगाल के कोने-कोने से आवाज आ रही है- चलो पलटाई, चलो पलटाई!

जोर से बोलिए, चलो पालटाई...चलो पालटाई...
हमारे साथ, जब भी मैं कहूंगा बोलते चलिए...
मित्थार खेला शेष कोरते, चलो पलटाई चलो पालटाई !
मित्थार खेला शेष कोरते... चलो पलटाई चलो पालटाई !
कटमनीर खैला के दाओ बिदाई... चलो पलटाई चलो पालटाई !
हिंसा राजनीति के दाओ बिदाई... चलो पलटाई चलो पालटाई !
मोहिला सुरोक्खा बारानोर जोन्नो...चलो पलटाई चलो पालटाई !
हारानो गौरब फेरानोर जोन्नो... चलो पलटाई चलो पालटाई !
सौबाई मिली भाई-भाई... चलो पलटाई चलो पालटाई !
तृणमूल के दाओ बिदाई... चलो पलटाई, चलो पालटाई !
तृणमूल के दाओ बिदाई... चलो पलटाई, चलो पालटाई !

भाइयो और बहनो,
पश्चिम बंगाल में डबल इंजन की सरकार के अभाव से कितनी परेशानी हो रही है, ये कूच बिहार से बेहतर कौन समझ सकता है। यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है, लेकिन दीदी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। दीदी तो केंद्र सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं पर भी ब्रेक लगा देती हैं। आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में लगभग पौने 2 करोड़ से ज्यादा गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिल चुका है। लेकिन, दीदी की दुर्नीति के कारण इसका लाभ यहां के एक भी गरीब को नहीं मिला।

भाइयो और बहनो,
केंद्र सरकार हर घर, हर खेत को पर्याप्त पानी देने के लिए निरंतर कोशिश कर रही है। लेकिन, दीदी की सरकार ने केंद्र की कृषि सिंचाई योजना को यहां ठीक से लागू नहीं होने दिया। साथियो, हमारी बहनों का बहुत बड़ा समय पानी के इंतजाम में लग जाता है, गंदे पानी से बच्चे बीमार होते हैं। लेकिन दीदी ने क्या किया? केंद्र सरकार ने हर घर पाइप से जल पहुंचाने की एक बहुत बड़ी योजना पूरे देश में शुरू की। अभी तक देशभर में 4 करोड़ से ज्यादा परिवारों को नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। लेकिन, पश्चिम बंगाल में नल से पानी पहुंचाने के लिए जो करोड़ों रुपए भेजे थे, वो भी दीदी तिजोरी में रखकर बैठ गईं।

साथियो,

मैं आपको आश्वस्त करता हूं, कि बंगाल में बीजेपी सरकार बनते ही पानी की समस्या को दूर करने के लिए, हर घर पाइप से जल पहुंचाने के लिए, डबल ताकत से काम किया जाएगा। यहां के कृषक परिवारों के लिए, विशेष रूप से छोटे कृषकों को तो डबल इंजन की सरकार से बहुत लाभ होने वाला है। देशभर में भंडारण से जुड़ा, कोल्ड स्टोरेज से जुड़ा आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपए का विशेष फंड केंद्र सरकार ने बनाया है। नए कृषि कानूनों से भी भंडारण, कोल्ड स्टोरेज और कृषि आधारित शिल्प के लिए बहुत प्रोत्साहन मिलने वाला है। आलू सहित हर प्रकार के फल सब्जी से जुड़े कृषकों को जब कोल्ड स्टोरेज मिलेगा, प्रोसेसिंग उद्योग निकट ही मिलेंगे, तो इससे बहुत बड़ा लाभ मेरे कृषक भाइयों को होगा। जूट किसानों के लिए MSP में केंद्र सरकार पहले ही कई गुणा बढ़ोतरी कर चुकी है। यहां जूट की अलग-अलग पैकेजिंग से जुड़े उद्यम लगें, सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी बहनों को इससे जोड़ा जा सके, इसको प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल के सभी कृषक परिवारों को पहली कैबिनेट बैठक में ही, और मैं आपसे कहूंगा हर किसान के घर तक मेरी ये बात पहुंचानी है, पहुंचाएंगे? गांव-गांव जाकर पहुंचाएंगे? हरेक किसान के घर जाकर बताएंगे? तो मैं बताता हूं, क्या बताना है। 2 मई के बाद बीजेपी की सरकार बनेगी और पहली कैबिनेट में जो काम हम करने वाले हैं, वो आप किसानों के घर-घर जाकर बताइए। पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ हर किसान को मिल जाएगा। बंगाल की बीजेपी सरकार की कोशिश होगी कि हर किसान के खाते में, ये बात पहुंचाइए, जल्द से जल्द 18 हजार रुपए सीधे किसान के बैंक खाते में जमा हो जाएंगे। ये किसानों को जाकर बताइए, दोस्तो। चाय बागान में काम करने वाले श्रमिको के लिए इस बजट में एक हजार करोड़ रुपए की विशेष योजना का भी ऐलान किया गया है। इसका लाभ इस क्षेत्र के भाइयों और बहनों को मिलेगा।
आप इतना प्यार कर रहे हैं, इतना प्यार कर रहे हैं कि यहां से जाने का मन ही नहीं करेगा...

साथियो,

मुझे कुछ लोगों ने बताया कि दीदी आजकल लोगों को धमकी दे रही हैं। और दीदी के यहां से धमकी आ रही है कि वो जीतकर नहीं आएंगी तो सारी सुविधाएं बंद हो जाएंगी! आपनारा कि एटा बिस्सास कोरेन? बिस्सास कोरेन? बिस्सास कोरेन?

एटी संपूर्ण मित्था!
असत्य कथा !
जनमानुष के विभ्रांत कोरार व्यर्थ चेष्टा आर सफल होबे ना !
बांग्लार मानुष भूल बुझानेर चेष्टा धोरे फेलेछे !
किछुई बंद होबे ना !
आप लिखके रखिए, किछुई बंद होबे ना !
भाजपा सरकार सबार जन्यो सामाजिक सुरक्षा, मासिक भाता, शिक्खा, स्वास्थ्य, खाद्य, मां बोनेदेर आर्थिक सूविधा, कृषकदेर सूविधा दिते थाकबे!
टाकार परिमाण एखोन थेके अनेक टाई बाड़बे !
हां, हां, थाकबे ना,
कट मनी
तोलाबाजी,
दुर्नीति
सिंडिकेट,
राजनैतिक वंचना!


भाइयो और बहनो,
ये पूरा क्षेत्र प्राकृतिक रूप से, ऐतिहासिक रुप से बहुत समृद्ध है। यहां हमारी समृद्ध धरोहर है। भवइया गान जैसे अनेक पारंपरिक संगीत, नृत्य और साहित्य से ये क्षेत्र समृद्ध है। कूच बिहार पैलेस सहित, यहां अनेक मंदिरों की आस्था है, आकर्षण है। जो टूरिज्म, जो धरोहर यहां की असली ताकत है, उसी की दीदी की सरकार ने उपेक्षा की है। ठाकुर पंचानन जी के घर को सहेजने के बजाय टीएमसी सरकार ने जर्जर होने को छोड़ दिया। उनके म्यूजियम की क्या स्थिति है, ये आप भलीभांति, अच्छे से जानते हैं। जब दीदी की सरकार द्वारा हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट, ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट्स को रोका जाएगा, जब उनमें अड़ंगे लगाए जाएंगे, तो टूरिज्म कैसे बढ़ पाएगा? दीदी की सरकार की बेरुखी का सीधा नुकसान यहां के युवाओं को हुआ है, नौजवानों को हुआ है। जिनको यहां टूरिज्म के सेक्टर में बिजनेस मिल सकता था, चाकरी मिल सकती थी, वो पलायन के लिए मजबूर हैं। 2 मई के बाद, डबल इंजन सरकार यहां हर प्रकार के इंफ्रास्ट्रक्चर के सामने की रुकावटों को दूर करेगी।

साथियो,
यहां स्थानीय गौरव को मजबूत करने के लिए बंगाल बीजेपी ने अनेक संकल्पों को पूरा करने का प्रण लिया है। आप लोगों की बरसों पुरानी मांगों पर बंगाल की बीजेपी सरकार तेजी से काम करेगी। जिस राष्ट्रीय शिक्षा नीति को दीदी की सरकार ने रोक रखा है, वो भी यहां लागू की जाएगी। इस नीति के बाद स्थानीय भाषा में पढ़ाई और आसान हो जाएगी। इसका बहुत बड़ा लाभ यहां के युवाओं को मिलेगा। नारायणी सेना बटालियन को लेकर जो भ्रम टीएमसी फैला रही है, वो भी 2 मई के बाद दूर हो जाएगी। अब बस कुछ ही दिनों की बात है। अब तुष्टिकरण और भेदभाव नहीं, सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास मिलेगा।
आपको बस एक ही बात ध्यान रखनी है,
लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी- पोद्दे छाप, तृणमूल साफ!
पोद्दे छाप... तृणमूल साफ !
पोद्दे छाप... तृणमूल साफ !
आप घर-घर जाएंगे…? ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे...? पूरे राज्य में एक नंबर का मतदान आपका होगा... ? पूरी ताकत से होगा... ? लोगों को घर से ले जाएंगे... ? लोगों को समझाएंगे... ? दीदी के गुंडे आ जाएं, तो भी जाएंगे... ? पक्का जाएंगे... ?
मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए...
भारत माता की... जय !
भारत माता की... जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद दोस्तो !

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।