Students-Parents thank the Prime Minister for cancelling class 12 exams in an impromptu session

प्रधानाध्यापक : नमस्‍ते सर!

मोदीजी : नमस्‍ते!

मोदीजी : मैंने आप सबको disturb नहीं किया ना? आप सब लोग बड़े मज़े की बाते कर रहे थे? Online calorie burn कर रहे थे आप लोग।

प्रधानाध्यापक : नमस्‍कार सर! और आप आ गए सर, आपने हमको join किया उसके लिए बहुत-बहुत शुक्रिया सर। मैंने अभी इनको बताया कि एक special guest आने वाले हैं सर, इन्‍होंने सोचा भी नहीं होगा और सर ये लोग आपके आने से पहले आपकी बहुत बात कर रहे थे। आपके बहुत सारे fan हैं यहां पर।

मोदीजी : अच्‍छा मैं तो अचानक आपके यहां आ गया हूं लेकिन मैं आपको disturb नहीं करना चाहता हूं क्‍योंकि आप बड़े ही हंसी-खुशी के माहौल में थे और मुझे लग रहा था कि अब exam का tension आपको बिल्‍कुल नहीं है। उसके कारण आपकी खुशियों का कोई पार नहीं है, ऐसा दिख रहा था। और आप कमरे में बंद होने के कारण Online calorie कैसे burn करना, वो भी सीख लिये हो।

मोदीजी : अच्‍छा कैसे हैं आप सब लोग?
छात्र : ठीक हैं सर! बहुत अच्‍छे हैं सर!
मोदीजी : आप सब स्‍वस्‍थ हैं?
छात्र : हां सर, स्‍वस्‍थ हैं!
मोदीजी : आपके परिवार के सब सदस्‍य स्‍वस्‍थ हैं?
छात्र : Yes sir!
मोदीजी : अच्‍छा ये परसों जब आपने सुना, उसके पहले tension थी और अब tension गयी, ऐसा है क्‍या?
छात्र : हां सर! बिल्‍कुल सर!
मोदीजी : मतलब आपको exam का tension होता है?
छात्र : जी सर! बहुत होता है!
मोदीजी : फिर तो मेरी किताब लिखना बेकार है, मैंने exam warrior में कहा है कि कभी tension मत रखो, फिर आप tension क्‍यों पालते थे?
छात्र : सर हम रोज़ preparation करते थे, तब tension का बात ही नहीं होता है सर।
मोदीजी : कब tension होता है?
छात्र : सर tension कुछ नहीं लगा सर और युवा की सेहत सबसे ज्‍यादा जरूरी है, इसलिए इतना बेहतरीन निर्णय लिया गया, जिसके लिए हम आपके आभारी रहेंगे आजीवन।
मोदीजी : लेकिन आप बताइये, आपका शुभ नाम क्‍या है?
छात्र : सर हितेश्‍वर शर्मा पंचकुला से।
मोदीजी : हितेश्‍वर शर्माजी! पंचकुला में रहते हैं?
छात्र : जी सर!
मोदीजी : किस सेक्‍टर में?
छात्र : सेक्‍टर दस में सर!
मोदीजी : मैं सात में रहता था, बहुत साल तक रहा हूं वहां।
छात्र : आज ही पता लगा सर मुझे।
मोदीजी : हां, मैं वहां रहता था।
छात्र : जी सर, सर बहुत आपको support करने वाले लोग यहां पर आपको देखना चाहते हैं दुबारा से।
मोदीजी : अच्‍छा ये बताओ भई, आप तो दसवी में topper थे, तो पक्‍का घर में तैयारी होगी कि बारहवी में भी top करेंगे। अब exam ही चले गए तो आपका तो सारा रूक गया?

छात्र : सर मैं वही बता रहा था, अपेक्षाएं होंगी पर मुझे अच्‍छा लगा सर क्‍योंकि मतलब अगर मैं परीक्षा देता तो वो pressure बढ़ता जा रहा था, एक saturation point reach हो चुका था और हम देख रहे थे कि इतना safe भी नहीं है और आपने बिल्‍कुल से इतना बेहतरीन निर्णय ले लिया। और मैं मानता हूं सर जो topper हैं या जो मेहनत करता है, मेहनत कभी बेकार नहीं जाती, वो ज्ञान हमेशा ही हमारे साथ रहता है सर। और जो निंतर पढ़ाई करता आ रहा है, जो consistent है, सर जो भी criteria आएगा, जो भी आप निर्णय लेंगे, तो उसमें वो फिर भी अव्‍वल ही रहेंगे। तो उसमें उन्‍हें इतनी चिंता की जरूरत नहीं है, कुछ लोग कह रहे हैं topper निराश हैं या ऐसे हैं। मैं मानता हूं कि हमने provision तो रखा ही है कि आप दुबारा पेपर दे सकते हैं। तो एक बहुत ही समझा हुआ निर्णय मैं इसको मानता हूं और इसके हम जीवन भर आपके आभारी रहेंगे।

मोदीजी : अच्‍छा बच्‍चों आप जब ये कुछ लोग रहते हैं, बड़े अपने-आप को बड़ा बहादुर मानते हैं। बड़े पहलवान मानते हैं और कहते हैं मैं मास्‍क नहीं पहनूंगा, मैं ये नियम पालन नहीं करूंगा, मैं ये नहीं करूंगा। तब आप लोगों को कैसा लगता है?

छात्र : सर इस नियम को तो मानना ही पड़ेगा सर... तो जैसे अभी आप ने बोला कि जब लोग मास्‍क नहीं डालते हैं या covid guidelines को follow नहीं करते, तो बहुत उस time पर disappointing लगता है क्‍योंकि जो हमारी सरकार है उसने इतनी awareness create की है इस pandemic को लेकर, international organisations वो बहुत awareness create कर रही हैं। जब लोग नहीं समझते इस बात को तब बहुत बुरा लगता है। और मैं आपके साथ share करना चाहूंगी कि हमने और हमारे मतलब locality में कुछ बच्‍चों ने, तो हमने एक awareness drive कुछ महीने पहले चलाई थी जब unlock हुआ था यहां पर। और हमने जैसे नुक्‍कड़ नाटक किये, हमने proper covid guidelines से लेकर लोगों में जगह-जगह जाकर उन्‍हें बताया था कि आपके लिए covid guidelines को follow करना, social distancing रखना, मास्‍क पहनना और उसके wash करना, it is very important और आप लोग इसको follow कीजिए। तो I think कि ऐसे अगर हम अपने level पर भी कुछ initiative लें और खुद responsible बनें तो बहुत बड़ा change आ सकता है।

मोदीजी : अच्‍छा मैं ये जानना चाहूंगा कि आप लोगों ने, आपका जो क्‍योंकि मैं जानता हूं कि जब 12th में बच्‍चे होते हैं तो उनके दिमाग में, परिवार में आगे क्‍या-आगे क्‍या यही चलता रहता है। आप परसों तक तो यानि एक तारीख सुबह तक तो इस mood में थे कि आज ये पढ़ूंगी, कल ये पढ़ेंगे, सुबह पांच बजे उठेंगे, चार बजे उठेंगे, ये करेंगे, वो करेंगे, सब सोचा होगा, सब time table बनाया होगा। अचानक सब चला गया, एक vacuum आ गया, उस vacuum को कैसे भरेंगे आप लोग?

छात्र : नमस्‍कार सर, विधि चौधरी Guwahati Royal Noble School से!
मोदीजी : Guwahati से हैं?
छात्र : हां सर!
मोदीजी : Guwahati से हैं?
छात्र : सर मैं बस यही कहना चाहूंगी आपने जिस तरीके से कहा अभी कि एकाएक सुबह तक सबके मन में इतनी सारी चीजे थी। सर आपने जैसे ही start किया था आपने अपना exam warriors के बारे में आपने बताया था, तो मैं बस एक चीज कहना चाहूंगी इधर सभी से कि मैं दसवी कक्षा में थी जब मतलब जब मेरी दसवी की परीक्षा होने वाली थी और मैं travel कर रही थी, कलकत्ते से यहां आ रही थी और airport में मेरे को आपकी book दिखी। सर मैंने तुरंत ही उसे खरीद लिया था और मेरी दसवी की परीक्षा होने वाली थी। मेरा ये खुद का experience था, सर मैंने एक महीने तक रोज उस book को पढ़ा था और सर इस बार मेरे को मतलब आपने book की शुरूआत ही इस चीज से की थी कि exam को त्‍यौहार की तरह मनाओ। तो सर त्‍यौहार के लिए डरने की क्‍या आवश्‍यकता? मतलब त्‍यौहार के लिए तो हम तैयारी करते हैं कि वो successful हो और आपने सबसे बड़ा मंत्र जो योगा का दिया था आखिर में मतलब आपने जो book में योगा के मंत्र से end की थी। तो सर ये दो चीजें जो हैं वो मन में लगातार थी कि माना परिस्‍थतियां अच्‍छी नहीं थी, सब कुछ था पर ये जो भावना से हमने exams की जो preparation की, मैंने बारहवीं में जिस तरीके से की, सर आप ही को धन्‍यवाद है उस book के लिए कि बिल्‍कुल भी ऐसा नहीं हुआ।

मोदीजी : अच्‍छा मेरे सवाल का जवाब रह गया और एक नौजवान लगातार हाथ ऊपर कर रहे हैं, उनको मौका नहीं मिला है। क्‍या है आपका शुभ नाम?
छात्र : सर मेरा नाम नंदन हेगड़े है।
मोदीजी : नंद हेगड़े कर्नाटक से हैं?
छात्र : हां सर कर्नाटक से, बेंगलुरु से सर!
मोदीजी : हां बताइये!
छात्र : सर मैंने सोचा ये परीक्षा मेरा जिंदगी का अंतिम परीक्षा नहीं है सर, आगे तो बहुत परीक्षा आने वाला है सर। अब हमारे आरोग्‍य को बचा के रखना है और आगे आने वाली परीक्षाओं का सामना करना है।

मोदीजी : अच्‍छा अभी exams से free हो गये, तब मन में क्‍या आईपीएल देखने में time लगायेंगे या champions league final को देखेंगे या French open देखने के लिए दिमाग खपाओगे या जुलाई में Olympic शुरू होने वाला है, उस Olympic के लिए मन लगेगा, भारत से Olympic के लिए कौन लोग जा रहे हैं? उनका background क्‍या है? उसमें मन लगेगा कि फिर 21 तारीख को योगा दिवस है, तो उसमें मन लगेगा, क्‍या लगेगा?
छात्र : सब चीजों में मन लगेगा सर!
मोदीजी : ये चश्‍मे वाली बेटी कुछ कहना चाहती है, कबसे उसे मौका नहीं मिल रहा है उसको।
छात्र : नमस्‍कार सर! सर जैसे ही पता चला आपने हमारे exam सब cancel कर दिये तो पहले तो बहुत ज्‍यादा खुशी हुई कि finally अब एक stress कम हुआ कि अब हमें पता है कि अब हमें सिर्फ हमारे competitive exam के लिए पढ़ना है। पहले होता था कि boards की तैयारी करते फिर हम competitive exam की तैयारी करते। अब ऐसा हो गया कि हमारे पास इतना ज्‍यादा time हो गया कि बहुत अच्‍छे से हमारे competitive exam की तैयारी कर सकते हैं। तो सर मतलब मैं बहुत आभार प्रकट करती हूं।
मोदीजी : तो दिमाग से exam जाता नहीं है?
छात्र : हां सर, बिलकुल नहीं जाता।
मोदीजी : आप घर में हैं तो आपके मम्‍मी-पापा सुनते होंगे सारा अभी?
छात्र : येस सर!
मोदीजी : कहां हैं दिखाओ?
छात्र : सर मैं बुलाती हूं सर!
मोदीजी : कहां हैं दिखाओ?
मोदीजी : नमस्‍तेजी!
अभिभावक : नमस्‍कार सर!
मोदीजी : तो आपको क्‍या लगा, बेटी अब मुक्‍त हो गई तो?
अभिभावक : सर अच्‍छा decision है क्‍योंकि पूरे देश में बहुत ज्‍यादा स्‍थिति खराब है और इन बच्‍चों के ऊपर सर तनाव खत्‍म हो गया और आगे के लिए ये अपने career के लिए तैयारी कर सकते हैं, हमें अच्‍छा लगा।
मोदीजी : चलिए मुझे अच्‍छा लगा आपने बहुत उसको positive लिया है। हां और कोई बच्‍चे कुछ कहना चाहते हैं?
छात्र : नमस्‍कार सर! केन्‍द्रीय विद्यालय बेंगलुरु से हूं सर। सर मैं आपका बहुत बड़ा fan हूं सर।
मोदीजी : Thankyou
छात्र : सर आपका decision बहुत अच्‍छा था सर क्‍योंकि सर सलामत तो पगड़ी हजार, तो सर सलामत तो रखना पड़ेगा।
मोदीजी : Health is wealth, हमारे यहां कहते हैं ना?
छात्र : हां सर, सर आप ही हमारे लिए inspiration हैं।
मोदीजी : अच्‍छा सर सलामत तो पगड़ी हजार तो बराबर है लेकिन सर का मतलब आप ये तो नहीं कर रहे कि दिमाग ही सलामत कि पूरा physical body सोचते हैं?
छात्र : Physical way sir
मोदीजी : अच्‍छा क्‍या करते हैं physical fitness के लिए कितना समय देते हैं और क्‍या करते हैं?
छात्र : मैं हर दिन सुबह उठके तीस मिनट योगा करता हूं सर, योगा और exercise करता हूं सर, मैं और मेरा भाई दोनों साथ में करते हैं सर, मेरा छोटा भाई।
मोदीजी : आपके घरवाले सुन रहे हैं देखिए, फिर वरना पकड़े जाओगे, मैं पूछूंगा।
छात्र : नहीं सर! तीस मिनट हर दिन करता हूं सर, मैं और मेरा भाई दोनों साथ में मिलकर करते हैं सर, हर दिन योगा करते हैं और मैं हर दिन अपने mind को fresh करने के लिए मैं तबला बजाता हूं सर। मैं एक साल से तबला ट्रेनिंग कर रहा हूं, तो हर दिन मैं तबला बजाता हूं तो उससे मेरा mind fresh रहता है सर।
मोदीजी : तो music आपके परिवार के स्‍वाभाग में है सबके?
छात्र : हां-हां, मेरी मम्‍मी भी सितार बजाती थी सर और तानपूरा बजाती थी।
मोदीजी : इसलिए घर में संगीत का वातावरण है।
मोदीजी : अच्‍छा और जिससे अभी तक मुझे बात करने का मौका नहीं मिला है उनको अब मौका दूंगा। अभी एक बच्‍ची जिसने white earphone लगाया है वो मेरे सामने हैं, वो कुछ बताना चाहती हैं।
छात्र : नमस्‍ते सर! मेरा नाम कशिश नेगी है, मैं MRADAV Public School, Solan, Himachal Pradesh से हूं। सर आपसे सिर्फ ये कहना चाहूंगी कि it’s like dream come true, मैंने कभी सोचा नहीं था कि मतलब आपसे ऐसे मुलाकात होगी। और सर आपको thanks बोलना चाहूंगी कि आपने जो भी decision लिया है वो एकदम सही लिया है क्‍योंकि ढेड़ साल हो गया था हमें +2 के बच्‍चों को कि वो सिर्फ +2 में ही थे मतलब उनकी जिंदगी कुछ रूक सी गई थी। कुछ development भी नहीं हो रही थी और कुछ retardation भी नहीं हो रही थी तो सर आपने जो decision लिया उससे मैं बहुत खुश हूं और सर आपको thanks बोलना चाहूंगी सर thankyou.

मोदीजी : जिस बच्‍ची ने उंगली उठाई है, जरा बताइये बेटा।
छात्र : नमस्‍कार सर! मैं दिल्‍ली पब्‍लिक स्‍कूल, जयपुर, राजस्‍थान से बारहवी कक्षा की छात्रा हूं। मेरा नाम जन्‍नत साक्षी है। बारहवी बोर्ड की परीक्षा के लिए आपने जो निर्णय लिया है, मैं उसका स्‍वागत करती हूं। वर्तमान परिस्‍थतियों को देखते हुए यह निर्णय बिलकुल सही है क्‍योंकि बच्‍चों की सुरक्षा और सेहत सर्वोपरी है। हमें सीबीएसई पर अटूट विश्‍वास है कि वो मूल्‍यांकन हेतू जो भी मापदंड निर्धारित करेंगे, वह हमारे हित में ही होगा। मुझे पूरा विश्‍वास है कि हमें हमारी मेहनत का पूरा फल मिलेगा, धन्‍यवाद सर।
मोदीजी : अच्‍छा सब parents जितने भी हैं सारे, सब आ जाएं screen पर, बुला लिजिए अपने माता-पिता अगर हैं तो क्‍योंकि सबको इच्‍छा होगी कि चलिये ये और मेरे लिए भी अच्‍छा हो जाएगा कि आप लोगों को सबको सच बोलना पड़ेगा। नौजवान कोई मेरे सामने दिख रहे हैं, बताईये। सफेद shirt वाले सज्‍जन कुछ बोल रहे हैं।
छात्र 1 : सर मम्‍मी यहां पर हैं नहीं पर वो और मैं जब साथ में बैठते हैं तो वो बताते रहते हैं, मोदीजी कर देंगे, मोदी जी कर देंगे, चिंता मत कर और जैसे-जैसे लॉकडाउन में रहते थे तो दाढ़ी भी बढ़ती थी तो मम्‍मी कहती थी क्‍या करेगा ऐसे, मैंने कहा कि मम्‍मी ऐसे मोदीजी के fan हैं तो ऐसे ही बढ़ा के रखेंगे दाढ़ी।
छात्र 2 : सर मेरा नाम शिवांजलि अग्रवाल है, सर मैं केंद्रीय विद्यालय, जेएनयू, नई दिल्‍ली की छात्रा हूं। सर मैं ये कहना चाहूंगी exams जब cancel हो गये हैं, हमें जितना extra समय मिला है, मैं उसका अपने entrance exams की तैयारी में, अपने competitive exams की तैयारी में जो करूंगी और सर exams cancel करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्‍यवाद।
मोदीजी : अच्‍छा आप लोग ऐसा कीजिए एक कागज में नम्‍बर लिखकर के बैठीये, ताकि मैं बोलूंगा ये नम्‍बर तो वो नम्‍बर में तुरंत बुलाऊंगा। वरना क्‍या हो रहा है कि मुझे आपका नाम तो पता नहीं क्‍योंकि मैं अचानक आ गया हूं, तो मैं ऐसे ही आपको परेशान कर रहा हूं।
अभिभावक : नमस्‍ते सर! हम आपके बहुत बड़े fan हैं। आप जो भी decision लेंगे, बच्‍चों के हित में ही होगा। हम आपके साथ हैं सर, हमेशा आपके साथ रहेंगे।
मोदीजी : नम्‍बर वन?
अभिभावक : नमस्‍कार सर! Thankyou so so much sir, आपका decision बहुत ही बढ़िया था हमारे बच्‍चों के लिए, अभी उनके पास...
मोदीजी : मैंने अभी सबको कहा कि आप इस निर्णय से बाहर जाइए, exam से बाहर निकलिये। कुछ और बाते कर सकते हैं क्‍या?
अभिभावक : बिलकुल सर, बिलकुल! और अच्‍छी बाते करें तो शाहरूख खान को मिलने से इतना अच्‍छा नहीं लगा जितना आज आपको मिलने से लगा सर। It’s a dream come true और ये बहुत अच्‍छा था सर, you are the best और अभी जो हम अपने बच्‍चों के लिए आने वाला time देखेंगे तो उसमें यही चाहेंगे कि ये समय का सदुपयोग करें और अच्‍छे से आगे जाके अपना career बनाएं।
मोदीजी : 26
अभिभावक : Sir, as a dancer I think mental health और physical health के लिए मैं dance करती हूं। तो मैं कथक करती हूं, जब cycling जाने का मन होता है तो मैं cycling करती हूं और सबसे पहली चीज जो मैंने result आने के बाद आपके decision आने के बाद की थी वो मैं बारह बजे तक सोई थी क्‍योंकि exams की वजह से सुबह आठ बजे उठना पड़ता था तो उस दिन में बारह बजे तक सोई थी सर।
छात्र : सर मेरा नाम..... मैं तमिलनाडु से हूं सर! सर मुझे पता था कि ऐसा ही कुछ बोर्ड का cancel होने वाला था सर, तो मैं बहुत कम पढ़ता था। वैसे तो हम राजस्‍थान से हैं पर रहते हम तमिलनाडु में हैं।
मोदीजी : तो आप astrology भी पढ़ते हैं, astrology जानते हैं? तो ये कैसे पता चला कि ये होने वाला है?
छात्र : हां सर! वैसे ही अनुमान लगा लिया था और अच्‍छा decision था... फैमिली के साथ अच्‍छा time spent हो गया लॉकडाउन की वजह से।
मोदीजी : वो तो हफ्ते भर में सब घरवाले नाराज हो जाएंगे देखना। तुम ये नहीं करते हो, तुम जल्‍दी उठते नहीं हो, चलो नहा लो, तुम नहाते नहीं हो, चलिये तुम्‍हारे पापा को आने का time हो गया, अब देखिए डांट पड़ने वाली है।
छात्र : नमस्‍ते सर! मेरा नाम तमन्‍ना है, मैं डीएवी मॉडल स्‍कूल, West Bengal से हूं। जैसा कि आपने कहा हमारे पास बहुत सारा time है तो लॉकडाउन में मैंने और मेरे दोस्‍त ने एक youtube channel start किया था, तो उस पर भी फोकस कर सकते हैं। और उसके साथ-साथ मैंने...
मोदीजी : क्‍या नाम है? Youtube channel का क्‍या नाम है?
छात्र : tamannasharmilee… तो उस पर हम लोग अलग-अलग type के videos डालते हैं। एक हमने छोटी सी poetry करी थी, उस पर भी video डाला है। एक short film है, वो भी डाला है।
मोदीजी : 21, हां बताओ बेटा!
छात्र : सर मेरे दादी जी और मेरे पापा के साथ हूं।
अभिभावक : Sir thankyou very much for everything you have done for our country sir. Thankyou very-very much. I don’t have any more words to say. आपने जो कुछ भी किया हर क्षेत्र में, Thankyou very-very much.
छात्र : सर मेरे से ज्‍यादा मेरी दादीजी updated हमेशा रहती हैं, आपकी हर news follow करती हैं और मुझे बताती रहती हैं कि आज ये announcement हुआ, आज ये हुआ। वो आपकी बहुत बड़ी fan हैं।
मोदीजी : अच्‍छा तो दादीजी को सारी राजनीति का पता है?
छात्र : हां सर! दादीजी को पूरी राजनीति का पता है। राजनीति news से सारी updated रहती हैं।
मोदीजी : अच्‍छा आजादी के इस बार पिच्‍छतर वर्ष हैं। आजादी के पिच्‍छतर साल हो रहे हैं। क्‍या आप लोग आजादी के जंग में आप जिस जिले में रह रहे हैं, वहां क्‍या घटना हुई थी? आजादी के समय क्‍या हुआ था? उस पर एक बड़ा अच्‍छा essay लिख सकते हैं क्‍या?
छात्र : हां सर! बिलकुल लिख सकते हैं।
मोदीजी : Research करेंगे?
छात्र : Yes sir!
मोदीजी : पक्‍का?
छात्र : Yes sir!
मोदीजी : चलिए बढ़िया!
अभिभावक : सर मैं आपकी बड़ी fan हूं सर। सर आपने जो decision लिया है वो बहुत अच्‍छा decision है सर हमे लगा। आपने मतलब सब बच्‍चों के बारे में सोचा, ये मुझे बहुत अच्‍छा लगा सर, मैं आपकी बड़ी fan हूं सर और जो आपने कश्‍मीर में जो धारा 370 हटाई थी, सर वो भी मुझे बहुत अच्‍छा लगा सर, बहुत अच्‍छा सर decision था वो।
मोदीजी : धन्‍यवादजी!
छात्र : सर ये मेरे मम्‍मी-पापा हैं!
मोदीजी : उनको सबको पता चल गया कि आपने मुझे क्‍या-क्‍या बताया है, अब आपको follow करना पड़ेगा।
अभिभावक : सर मैं कुछ कहना चाहता हूं सर! सर आपके सारे गुणों का बहुत सम्‍मान करता हूं पर आपकी इमानदारी का मैं कायल हूं सर। लेकिन सर एक गुजारिश है आपसे कि अभी भी हमारे भारत देश में जो इमानदारी से काम करना चाहते हैं उनका बहुत शोषण होता है सर। इसमें कृपया करके कुछ ऐसी नीति बनाएं कि उन लोगों को सम्‍मान मिले जिससे उनको उनकी इमानदारी को देखते हुए बच्‍चे अनुसरण करें, दूसरे अनुसरण करें।
मोदीजी : नीति तो बनती है लेकिन कुछ लोगों को नियत जो होती है वो रूकावट बनती है। हम सब मिलकर के वातावरण बनाएंगे तो जरूर बनेगा, सब अच्‍छा हो सकता है।
मोदीजी : 31?
छात्र : जय हिंद सर!
मोदीजी : जय हिंद! हां बताईये बेटा क्‍या कहना चाहती हो?
छात्र : सर मेरा नाम अरनी सामले हैं, मैं Annie Besant School, Indore से हूं। सर अभी जो आपने decision लिया वो तो अच्‍छा था ही उसके अलावा भी...
मोदीजी : आपका इंदौर किस बात के लिए मशहूर है?
छात्र : Cleanliness स्‍वच्‍छता!
मोदीजी : इंदौर ने जिस प्रकार से कमाल किया है स्‍वच्‍छता को लेकर के ये वकई सबमें चर्चा है इसकी। ये नम्‍बर पूरा दिखता नहीं बेटा, तुम्‍हारा नम्‍बर पांच है क्‍या?
छात्र : नमस्‍कार सर! सर मैं जवाहर नवोदय विद्यालय, मंडी, हिमाचल प्रदेश से हूं। सर मेरे बाबा आपके बहुत बड़े fan हैं।
मोदीजी : ये आपका गांव कहां पड़ता है जी?
अभिभावक : हिमाचल प्रदेश के पास जिला मंडी है। मंडी से नजदीक है आठ-नौ किलोमीटर... और ठीक हैं?
मोदीजी : मैं ठीक हूं! पहले तो मुझे आपके यहां से sevbadi . खाने को मिलती थी।
चलिये मुझे बहुत अच्‍छा लगा, आप सब लोगों से बात करने का मुझे मौका मिला और मेरा ये विश्‍वास और दृढ़ हुआ है कि भारत का युवा Positive भी है और Practical भी है। Negative thoughts की जगह आप लोग हर difficulty और challenge को भी अपनी ताकत बना लेते हैं। ये हमारे देश के युवाओं की एक विशेषता है। घर में रहकर आप सब युवाओं ने जितने innovations किये हैं, जितनी नयी-नयी चीजें सीखीं हैं उसने आप के अंदर के नया self confidence दिया है। और मैं देख रहा था आज मैं तो अचानक आ गया, आपको मालूम भी नहीं था फिर भी आप एक भी बातचीत करके ना आप लड़खडा़ए हैं, आप जैसे अपने teacher के साथ रोज बात करते हैं या अपने parents के साथ रोज बात करते हैं, वैसे ही मेरे से कर रहे हैं। ये जो अपनापन हैं ना, ये मेरे लिए बड़ी खुशी की बात है। मेरे लिए ये अनुभव बहुत आनंददायक है कि मैं मेरे देश के इतने कोने में बैठे हुए इन बच्‍चों के साथ इतनी सहजता से मैं बात कर पा रहा हूं। वरना तो कभी क्‍या होता है वो देखते ही चौंक जाता है अरे आप हैं, फिर वो बात ही नहीं करता है। लेकिन मैं देख रहा हूं कि आप लोग कुछ भी भुले बिना बड़ी विश्‍वास के साथ बात कर रहे हैं। ये मेरे लिए बहुत अच्‍छा अनुभव है।

साथियों,
आपके अनुभव जीवन में हर पड़ाव पर आपके बहुत काम आने वाले हैं। अगल कठिन से कठिन समय है उसको बार-बार याद करके रोने-चिल्‍लाने में समय बर्बाद मत कीजिए, कठिन समय से भी कुछ सीखा होगा, वो सीख को लेकर के आगे बढ़ेंगे आपको बहुत ताकत मिलेगी। आप जिस भी field में जाएंगे वहां काफी कुछ नया कर पाएंगे। आपने देखा होगा schools में, college में हमें team spirit के बारे में बार-बार कहा जाता है, सिखाया जाता है। United strength के relations हमें दिये जाते हैं। लेकिन कोरोना की मुश्किलों की बीच हमें ये relations करीब से देखने का, समझने का, जीने का एक प्रकार से नये तरीके से अवसर मिला है। कैसे हमारे समाज में हर किसी ने एक-दूसरे का हाथ थामा, कैसे देश ने team spirit से इतने बड़े challenge का सामना किया है। ये सब हमने experience किया है। Public participation और team work ये experience मुझे पक्‍का विश्‍वास है आपको भी एक नयी ताकत देंगे।

साथियों,
कठिन से कठिन समय में भी जितना हमारे देश का, हम लोग इतिहास देखेंगे तो पता चलेगा इस बार भी मैं जब भी किसी से बात करता हूं, जैसे मैं अभी एक बेटी बता रही थी, उसके परिवार के दो लोग उसने खो दिये। ये छोटी चीज नहीं होती जिंदगी में लेकिन फिर भी उसके आंखों में एक विश्‍वास झलख रहा है। सबको लग रहा है ठीक है आफत आई है लेकिन हम विजयी होकर निकलेंगे। हर हिन्‍दुस्‍तान के मुंह से, हर भारतीय के मुंह से यही आवाज निकल रही है, पूरी वैश्‍विक महामारी है, पूरी शताब्‍दी में कभी ऐसा संकट नहीं आया है, पिछली चार-पांच पीढ़ी में किसी ने सुना नहीं, किसी ने देखा नहीं, ऐसा हम लोगों के काल खंड में आ गया है। लेकिन फिर भी हर हिन्‍दुस्‍तानी का एक ही आवाज निकलती है, नहीं हम इसको भी मात करेंगे, हम इससे भी निकलेंगे और नई ऊर्जा के साथ देश को आगे ले जाएंगे। और मिलकर के आगे बढ़ना, यही तो हमारा संकल्‍प है और मुझे पूरा भरोसा है आप आगे जहां भी जाएंगे इसी तरह एक-साथ मिलकर के आगे बढ़ते रहेंगे और देश को नई ऊचाईयों तक ले जाएंगे।

और जैसा मैंने कहा पांच जून पर्यावरण दिवस है, कुछ ना कुछ कीजिए environment के लिए क्‍योंकि ये पृथ्‍वी को प्रकृति को बचाना हम सबको दायित्‍व बनता है। उसी प्रकार से इक्‍कीस जून, याद है ना अंतरराष्‍ट्रीय योगा दिवस है और UN में ये निर्णय जितने हुए हैं ना, ये योगा दिवस ऐसा है कि दुनिया के सबसे अधिक देशों ने इसका समर्थन किया। UN में करीब-करीब सब देशों ने इसका समर्थन किया, पहले कभी ऐसा हुआ नहीं था। तो ये योगा दिवस में आप भी अपने परिवार में रहकर के योगा को जरूर अपनाइए, योगा कीजिए और मैंने कहा बहुत सारे मैचेज हैं, ओलम्‍पिक हैं, जानना चाहिए हमारे देश के कौन होनहार खिलाड़ी इस बार ओलम्‍पिक में जा रहे हैं। ओलम्‍पिक में जाने वाले खिलाड़ियों ने कितनी मेहनत की है, कैसी कठिन परिस्‍थतियों में वो आगे आए हैं, ये जानने से हमें एक नई प्रेरणा मिलती है, हमें एक नई ताकत मिलती है। और इसलिए मुझे विश्‍वास है कि हम सब नौजवान इस समय का maximum सदुपयोग करेंगे।

इस कोरोना काल खंड में जैसे वैक्‍सिनेशन करना है, आपके परिवार में भी कुछ लोग होंगे, जिसकी रजिस्‍ट्री वगरह करने का काम आप कर सकते हैं। अगल-बगल के लोगों की रजिस्‍ट्री करवाकर के काम करोगे और जब भी जैसे-जैसे वैक्‍सीन आती जाएगी, वैक्‍सीन लोगों को मिलती जाएगी। तो सेवा के भाव से भी जरूर किसी ना किसी काम से जोड़िए। मेरी आप सबको बहुत शुभाकामनाएं हैं। आपके माता-पिताजी का आप पर आशीर्वाद बना रहे। आपके आपने सपने लेकर के आप जियें और आपके सपनों के लिए आपके मां-बाप को गर्व होगा, ऐसा मुझे पूरा विश्‍वास है। मुझे बहुत अच्‍छा लगा, मैं अचानक आपके बीच में घुस गया। आप हंसी-मजाक की बाते कर रहे थे, चुटकुले सुना रहे थे लेकिन मैंने आकर के थोड़ा disturb कर दिया आपको। लेकिन मुझे बहुत अच्‍छा लगा। मैं आपका बहुत आभारी हूं।

बहुत-बहुत धन्‍यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।