Quoteकांग्रेस की सत्ता के दौरान मिले जख्मों को राजस्थान कभी भूल नहीं सकता।
Quote2014 के बाद देश की सेवा में हमारी सरकार ने अभूतपूर्व फैसले लिए।
Quoteकांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है।
Quoteवोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश होने से कांग्रेस और उसका इकोसिस्टम बौखलाया।

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

रणथम्भौर में विराजमान त्रिनेत्र गणेश जी की जय, चौथ माता की जय , पपलाज माता की जय, मीन भगवान् की जय, देव नारायण भगवान की जय, देवधाम जोधपुरिया की जय शिवाड़ ज्योतिर्लिंग महादेव की जय, डिग्गी कल्याण जी की जय।
राम-राम सा!

भाइयों-बहनों

आपका प्यार, आपका उत्साह, आपका आशीर्वाद सब कुछ मुझ तक पहुंच गया अब मैं अपनी बात पहुंचाऊं। आज रामभक्त हनुमान जी की जयंती का पवित्र दिन है। पूरे देश को हनुमान जयंती की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मेरे साथ बोलिए...बजरंग बली की जय, बजरंग बली की जय, बजरंग बली की जय। मैं आप सबका आभारी हूं कि आप सबने आज मुझे गदा देकर बजरंग बलि की जय करने का अवसर दे दिया। महावीर वीरों के वीर बजरंगबली की जयंती पर मेरा सौभाग्य है कि मैं शूरवीरों की धरती सवाई-माधोपुर आया हूं। सामने आप सब जनता-जनार्दन का जो हुजूम दिख रहा है, मैं जो उत्साह देख रहा हूं, उसमें एक मजबूत भारत के लिए आशीर्वाद है। इसलिए हर तरफ यही गूंज है- फिर एक बार मोदी सरकार।

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साथियों,

हमारे राजस्थान ने सदियों से सीमा पर खड़े मजबूत प्रहरी की तरह देश की रक्षा की है। राजस्थान ये बखूबी जानता है कि सुरक्षित राष्ट्र, और स्थायी सरकार, ये कितनी जरूरी होती है। इसीलिए, चाहे 2014 हो, या 2019 हो, राजस्थान ने एकजुट होकर देश में भाजपा की ताकतवर सरकार बनाने के लिए अपना आशीर्वाद दिया था। आपने 25 की 25 सीटें भाजपा को जीत करके झोली भर दी थी। एकजुटता ही राजस्थान की सबसे बड़ी पूंजी है। याद रखिएगा, जब-जब हम बंटे हैं, तब-तब देश के दुश्मनों ने फायदा उठाया है। अब भी राजस्थान को बांटने की, यहां के लोगों को बांटने की पूरी कोशिशें हो रही हैं। इससे राजस्थान को सावधान रहना है।

साथियों,

एक स्थिर और ईमानदार सरकार देश के विकास के लिए क्या कुछ कर सकती है, ये पिछले 10 वर्षों में सबने देखा है।भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई बड़ी अर्थव्यवस्था है। पिछले 10 साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। ये बहुत बड़ा काम हुआ है, इतना बड़ा काम कैसे संभव हुआ? इतना बड़ा काम कैसे संभव हुआ? देश को सबसे मजबूत स्थिति में किसने पहुंचाया? ये आपकी उदारता आपका प्रेम और आशीर्वाद है कि आप सारी क्रेडिट मोदी को दे रहे हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि ये जो कुछ भी हुआ है ना, ये आपके एक वोट की ताकत की वजह से हुआ है। आपके कारण हुआ है। जो 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं ना वो जो पुण्य है , उस पुण्य के हकदार आप हैं। जिस गरीब को पक्का घर मिला है ना वो जो पुण्य है उस पुण्य के हकदार आप हैं। जिस गरीब को मुफ्त राशन मिला है, जिस गरीब का चूल्हा जलता रहा है, उस पुण्य के हकदार आप हैं। आपका वोट है।

साथियों,

2014 में आपने मोदी को दिल्ली में सेवा का अवसर दिया, तो देश ने वो फैसले लिए, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। लेकिन आप सोचिए, अगर कांग्रेस 2014 के बाद भी होती तो देश में क्या-क्या हुआ होता। कांग्रेस होती तो जम्मू-कश्मीर में आज भी हमारी सेनाओं पर पत्थर चल रहे होते। कांग्रेस होती तो सीमा पार से आकर दुश्मन आज भी हमारे जवानों के सिर काटकर ले जाता और कांग्रेस सरकार कुछ ना करती। कांग्रेस होती तो ना वन रैंक वन पेंशन लागू होती और ना ही पूर्व सैनिकों को एक लाख करोड़ रुपए मिलते। कांग्रेस होती तो देश में सीरियल ब्लास्ट होते ही रहते। निर्दोष लोग मरते ही रहते। कांग्रेस ने तो राजस्थान में हुए सीरियल ब्लास्ट के दोषियों को बचाने का घोर पाप भी किया हैं। कांग्रेस होती तो कोराना के समय ना किसी को मुफ्त राशन मिलता, ना मुफ्त वैक्सीन। कांग्रेस होती तो देश में महंगाई से हाहाकार मचा होता। काँग्रेस पार्टी देश की मुसीबत में अपने लिए भ्रष्टाचार के नए मौके तलाश लेती।

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राजस्थान के मेरे भाइयों और बहनों, आप लोग तो कुछ महीने पहले ही कांग्रेस के पंजे से मुक्त हुए हैं। काँग्रेस पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जो जख्म दिए, वो राजस्थान के लोग भूल नहीं सकते। कांग्रेस ने महिलाओं पर अत्याचार के मामले में राजस्थान को नंबर-1 बना दिया था। काँग्रेस के लोग विधानसभा में बेशर्मी से कहते थे, यही राजस्थान की पहचान है। अरे डूब मरो, ये शोभा नहीं देता है, ये शोभा नहीं देता है। टोंक में किन असामाजिक तत्वों के कारण यहाँ की इंडस्ट्री बंद हो गई, ये भी आप सब जानते हैं। आपने हमारे भजनलाल शर्मा जी को काम का मौका दिया है और जब से भजनलाल जी और उनकी टीम काम पर लगी है। माफिया-अपराधी राजस्थान छोड़कर भागने पर मजबूर हैं। पेपरलीक माफिया भी भजनलाल जी का कानूनी डंडा चलने के बाद ठंडा पड़ गया है। जबकि, अभी तो इन्हें 3-4 महीने ही हुये हैं। जो अपराधी धोखे में हैं, वो जान लें, भजनलाल सरकार की गाड़ी चलनी शुरू ही हुई है, अभी टॉप गिअर लगना बाकी है।

साथियों,

आज हनुमान जयंती पर आपसे बात करते हुए, मुझे कुछ दिन पहले की एक तस्वीर भी याद आ रही है। हो सकता है आप में से बहुतों तक ये तस्वीर नहीं पहुंची होगी। वो तस्वीर, कांग्रेस के शासन वाले कर्नाटका की है। कुछ दिन पहले वहां एक छोटा दुकानदार को सिर्फ इसलिए बुरी तरह पीटा गया, लहूलुहान कर दिया गया, क्योंकि वो अपने दुकान में बैठे-बैठे हनुमान चालीसा सुन रहा था। ये कांग्रेस की कर्नाटक सरकार का काम देखिए...अपनी छोटी सी दुकान में एक गरीब आदमी भक्तिभाव से प्रभु हनुमानजी का स्मरण करते हुए, हनुमान चालिसा सुन रहा था, उसको लहूलुहान कर दिया गया। आप कल्पना कर सकते हैं...कांग्रेस के राज में हनुमान चालीसा सुनना भी गुनाह हो जाता है। कांग्रेस के राज में अपनी आस्था का पालन करना भी मुश्किल हो जाता है। और राजस्थान तो खुद इसका भुक्तभोगी रहा है। सीधी बात है उनकी पार्टी, उसके सारे नेता प्रभु श्री राम का मंदिर बने, प्राण प्रतिष्ठा का अवसर हो। मंदिर के लोग आने के लिए सम्मानपूर्वक निमंत्रण दें और पब्लिकली उस निमंत्रण को ठुकरा दिया जाए। तो उनके चेले-चपाटे भी हनुमान चालिसा करने वालों को पीटेंगे की नहीं पीटेंगे। कुछ दिन पहले ही रामनवमी बीती है। कांग्रेस के जाने के बाद पहली बार शांति से शोभायात्रा निकली है। पूरे राजस्थान में और चुनाव की आपाधापी और गर्मी होने के बाद भी। हमारे यहां सूरज की पहली किरण का स्वागत भी ‘राम राम सा’ से होता है। कोई किसी को मिले तो पहले मुंह से निकलता है ‘राम राम सा’। कांग्रेस ने तो ‘राम-राम सा’ कहने वाले राजस्थान में रामनवमी पर प्रतिबंध लगा दिया था। और हमारे किरोड़ीलाल हर मुद्दे पर लड़ाई करते थे। कांग्रेस ने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी करने वालों को सरकारी संरक्षण दिया था। इसी काँग्रेस पार्टी ने तुष्टीकरण के लिए मालपुरा, करौली, छबड़ा, टोंक, जोधपुर, को दंगों की आग में झोंक दिया था। क्या ऐसे लोगों को माफ करोगे। अब भाजपा सरकार आने के बाद किसी की हिम्मत नहीं है कि आपकी आस्था पर सवाल उठा दे। आप हनुमान चालीसा भी गाएंगे और रामनवमी भी मनाएंगे- ये भाजपा की गारंटी है।

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साथियों,

अभी परसों जब मैं राजस्थान आया था तो मेरा डेढ़ मिनट का भाषण, 90 सेकेंड का भाषण, और कुछ सत्य मैंने देश के सामने रखा और कांग्रेस और पूरी इंडी गठबंधन में ऐसी भगदड़ मची, ऐसी भगदड़ मची है। मैंने सत्य रखा देश के सामने। कांग्रेस आपकी संपत्ति छीनकर उनके खास लोगों को बांटने की गहरी साजिश रचकर बैठी है। दो-तीन दिन पहले मैंने कांग्रेस की इस वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति का पर्दाफाश किया था। इससे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम को इतनी मिर्ची लगी है, इतनी मिर्ची लगी है कि हर तरह वो गालियां देने में टूट पड़े है। जो आए वो मोदी को गाली दे रहा है। मैं कांग्रेस से जानना चाहता हूं- आखिर कांग्रेस सच्चाई से इतना डरती क्यों है? कांग्रेस क्यों अपनी नीतियों को ऐसे छिपा रही है? जब नीति बनाई है, निर्णय लिया है, तो अब जब मोदी जी ने खुलकर के राज रख दिया, आपका हिडेन एजेंडा बाहर आ गया तो अब कांप रहे हो। अरे हिम्मत है तो स्वीकार करो, हम आपसे मुकाबला करने के लिए तैयार है। मैं ये बात देश को साफ-साफ बताना चाहता हूं कि कांग्रेस वोट बैंक पॉलिटिक्स के दलदल में इतना धंसी हुई है कि उसे बाबासाहेब के संविधान की भी परवाह नहीं है। और आपको पता होगा उन्होंने मेनिफेस्टो में तो लिखा है कि आपकी संपत्ति का सर्वे करेंगे। हमारी माताओं-बहनों के पास जो स्त्री-धन होता है, जो मंगलसूत्र होता है उसका सर्वे करेंगे। और फिर उनके एक नेता ने कहा कि एक्सरे किया जाएगा, एक्सरे किया जाएगा, मतलब आपके घऱ में अगर बाजरे के डिब्बे के अंदर में भी कुछ रखा है, तो वो भी एक्सरे कर के खोजा जाएगा। दीवार में भी कहीं रखा है तो उसे भी खोद कर के निकाला जाएगा। पूरा एक्सरे करने की घोषणा की है। और उनके नेता ने पब्लिकली कहा है और फिर आपकी सारी संपत्ति जरूरत से ज्यादा जो भी होगा वो उनका कब्जा करेगी, उनकी सरकार कहते हैं। और फिर लोगों को बांट देंगे। अगर आपके पास दो घर है, यहां गांव में घर है और बच्चों के लिए आपने जयपुर, जोधपुर में आपने एक छोटा सा फ्लैट ले लिया है तो एक्सरे करेंगे कि भाई दो घर है एक वापस दो, सरकार को दे दो। बताइए आपको मंजूर है क्या? मंजूर है क्या? क्या स्त्री-धन पर हाथ लगा सकते हैं क्या? मंगलसूत्र पर हाथ लगा सकते हैं क्या? ये पंजे की ये ताकत।

भाइयों-बहनों,

राजस्थान में ऐसे एक भी पंजा बचना नहीं चाहिए भाइयों-बहनों। अब देखिए कांग्रेस पार्टी ने संविधान के साथ बाबासाहेब अम्बेडकर के दिए हुए संविधान के साथ किस प्रकार से खिलवाड़ करने की कोशिश की। इस देश का जब संविधान बना तब धर्म के आधार पर आरक्षण का घोर विरोध हुआ था ताकि हमारे एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को सुरक्षा मिलती रहे। लेकिन मनमोहन सिंह जी ने भाषण किया था और उस सभा में मैं मौजूद था मुख्यमंत्री के नाते। मुस्लिमों का देश के संसाधनों पर पहला हक है- मनमोहन सिंह जी का ये बयान, संयोग नहीं था और न ही ये अकेला ऐसा बयान था। कांग्रेस पार्टी की सोच, हमेशा से तुष्टिकरण की रही है, वोट बैंक की राजनीति की रही है। 2004 में जैसे ही कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनी, उसके सबसे पहले किए गए कामों में था- सबसे पहला काम था चुनाव जीतने के बाद आंध्र प्रदेश में एससी-एसटी रिजर्वेशन में से कमी कर के मुसलमानों को रिजर्वेशन देने का प्रयास। ये एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे कांग्रेस पूरे देश में आजमाना चाहती थी। 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने 4 बार आंध्र प्रदेश में मुस्लिम रिजर्वेशन लागू करने की कोशिश की, लेकिन कानूनी अड़चनों की वजह से, सुप्रीम कोर्ट की जागरूकता के कारण, वो जो अपना मंसूबा लेकर चले थे? वो पूरा नहीं कर पाए। 2011 में कांग्रेस ने इसे देश में लागू करने की कोशिश की? एससी-एसटी और ओबीसी का अधिकार छीनकर के वोट बैंक की राजनीति के लिए औरों को देने का खेल किया। कांग्रेस ने इतने प्रयास ये जानते-बूझते किए कि ये सब संविधान की मूल भावना के खिलाफ था। लेकिन कांग्रेस ने संविधान की परवाह नहीं की। बाबासाहेब की परवाह नहीं की। जब कर्नाटक की बीजेपी सरकार ने… ? जब हमें मौका मिला तो हमने पहला काम किया उन्होंने एससी-एसटी से छीनकर के मुस्लिम कोटा निकाला था, उसको हमने खत्म कर दिया और जिनका हक था उनका अधिकार सुरक्षित रखा। कांग्रेस पूरे देश में आग बबूला हो गई कि मोदी अपने आप को समझता क्या है। अरे मोदी संविधान को समझता है, मोदी संविधान के प्रति समर्पित है, मोदी बाबासाहेब अम्बेडकर की पूजा करने वाला व्यक्ति है।

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साथियों,

सच्चाई ये है कि काँग्रेस और इंडी अलायंस जब सत्ता में था, तो ये लोग दलितों-पिछड़ों के आरक्षण में सेंधमारी करके वोट बैंक पॉलिटिक्स के लिए उनकी खास जमात को अलग से आरक्षण देना चाहते थे। जबकि संविधान इसके बिल्कुल खिलाफ है। आरक्षण का जो हक बाबासाहेब ने दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को दिया, काँग्रेस और इंडी अलायंस वाले उसे मजहब के आधार पर, मुसलमानों को देना चाहते थे। मैं काँग्रेस को पूछना चाहता हूँ, क्या कांग्रेस ऐलान करेगी कि संविधान में दलितों-पिछड़ों के आरक्षण को, आदिवासियों के आरक्षण को कम करके वो इसे मुसलमानों में नहीं बांटेगी? जरा देश की जनता से वादा करो। कांग्रेसी जहां भी आएं ? मोहल्ले में आ जाए, आपके घर में मिलने आ जाए, जरा खड़े करके पूछो कर्नाटक-आंध्र जैसे राज्यों में इन्होंने आरक्षण को मजहब के आधार पर बाँटने का खेल क्यों शुरू किया था?

साथियों,

कांग्रेस की इन साजिशों के बीच, मोदी आज आपको खुले मंच से एक गारंटी दे रहा है। दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण ना खत्म होगा, ये मोदी की गारंटी है, ना ही उसे धर्म के नाम पर बांटने दिया जाएगा।? ये मोदी की गारंटी है। 2020 में आरक्षण की संवैधानिक समयसीमा खत्म हो रही थी ? और उस समय आपने मोदी को सेवा के लिए बैठाया हुआ था । ये मोदी ही है, जिसने दलितों-आदिवासियों का आरक्षण और 10 साल के लिए बढ़ा दिया था।

साथियों,

काँग्रेस कभी भी विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लड़ती। काँग्रेस पार्टी ने इतने दशकों तक आपको पीने के साफ पानी जैसी जरूरत तक से वंचित रखा। बीजेपी सरकार ने हर घर जल पहुंचाने के लिए जल-जीवन मिशन शुरू किया। लेकिन, राजस्थान में काँग्रेस सरकार ने उसमें भी हजारों करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार कर दिया। काँग्रेस ने राजस्थान के लिए सबसे जरूरी ERCP प्रोजेक्ट को भी पास नहीं होने दिया। भाजपा सरकार ने तीन महीने के अंदर ही ERCP परियोजना को पास कर दिया है। ERCP का बहुत बड़ा लाभ टोंक-सवाई माधोपुर को मिलने वाला हैं। इसका बड़ा लाभ यहां के किसानों को होगा। यहां टोंक-सवाई माधोपुर जिले में पीएम किसान सम्मान निधि के करीब 1100 करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। राजस्थान में गेहूं का समर्थन मूल्य भी बढ़ाया गया है।

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साथियों,

कांग्रेस को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से भी एलर्जी रही है। ये बीजेपी है जो आज पूरे देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बना रही है। देश का सबसे बड़ा दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे सवाई माधोपुर से होकर गुजर रहा है। सरकार ने जयपुर-सवाई माधोपुर रेलवे लाइन के दोहरीकरण की मंजूरी भी दे दी है। हमने दौसा गंगापुर सिटी से जुड़ी हुई रेलवे लाइन का दशकों से लंबित काम पूरा किया है। इस क्षेत्र में इलाज की बेहतर सुविधाओं के लिए एक मेडिकल कॉलेज भी बनकर तैयार हो रहा है।

साथियों,

चौबीस के इस चुनाव अभियान में राजस्थान में मेरी ये आखिरी सभा है। अब 26 अप्रैल को अगले चरण का मतदान है। मुझे राजस्थान में अलग-अलग क्षेत्र में जाने का मौका मिला है। कल शाम को तो शायद आपका प्रचार अभियान भी पूरा हो जाएगा। यह मेरी आखिरी सभा है। राजस्थान के सभी क्षेत्र के लिए मैं उनके आशीर्वाद की कामना करता हूं। अधिकतम मतदान की कामना करता हूं। शादी ब्याह के दिन है गर्मी बहुत है। ऐसे में हम राष्ट्र का कर्तव्य ना भूले लोकतंत्र के हमारे दायित्व को ना भूले और अधिकतम वोट करें। मेरा आग्रह रहेगा आपने मेरी राजस्थान की यात्रा को देखा है। मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया है। आपका आशीर्वाद मेरी पूंजी है। आपके सपने मेरे अपने हैं। विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए मेरा भी हर पल हर-क्षण देश के लिए है। इसलिए 24/7 मैं 2047 के लिए काम कर रहा हूं और बीते 10 वर्ष में जो काम हुआ है, वो तो केवल एक ट्रेलर है। अगले 5 वर्षों में हमें देश और राजस्थान को बहुत आगे लेकर जाना है। मेरा अनुरोध है, आप रिकॉर्ड संख्या में कमल के आगे का बटन दबाकर भाई सुखबीर सिंह जोनपुरिया समेत सभी बीजेपी उम्मीदवारों को संसद में भेजें और हमारे जोनपुरिया जी कोई सामान्य इंसान नहीं है। मैं उनको पार्लियामेंट में कहता रहता था कि जोनपुरिया नहीं, यह तो जानपुरिया हैं। यह जान भर देते हैं जहां भी पहुंचते हैं और आपका एक-एक वोट सीधा मोदी को जाने वाला है और मोदी आपके पास वोट मांगने आया है। आपको एक और काम करना है, करोगे। घर-घर जाकर कहना मोदी जी आए हर परिवार के लोगों को प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे। मेरे साथ बोलिए...

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

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आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है: TV9 समिट में पीएम मोदी
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।