4 जून के बाद, हर भ्रष्टाचारी का और घोटालों की काली कमाई का हिसाब होगा: शाहजहांपुर में पीएम मोदी
बहनों के जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए आपका भाई दिन-रात काम कर रहा है: शाहजहांपुर में पीएम मोदी

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

(ये जो बड़े-बड़े पोस्टर वाले हैं, पोस्टर नीचे कीजिए ताकि पीछे वाले देख पाएं। अब पोस्टर मुझे दिखाकर क्या करोगे, मैं कांग्रेस वाला थोड़ा हूं। कांग्रेस के नेता कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे। मोदी तो बीजेपी को वोट देने वाला है। आपको पता है न, ये चुनाव ऐसा है जिस चुनाव में कांग्रेस का जो शाही परिवार जो दिल्ली में रहता है, ये शाही परिवार कांग्रेस को वोट नहीं देगा, क्योंकि वो सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार ही नहीं है।)

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

शहीदन की धरती पर पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफ़ाक़ उल्ला खां कउ शत-शत नमन, बाबा विश्वनाथ औरु भगवान परशुराम के चरणन मा हमारो प्रणाम...!!

मैं क्रांतिकारियों की जननी शाहजहांपुर की धरती को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। चौबीस का ये चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है।

(देखिए भैया, एक बात बताऊं आपको। सुनोगे आपलोग, देखिए, ये मैदान छोटा पड़ गया है। अब हिलने की भी जगह नहीं है। अब आप थोड़ा सा भी आगे आने की कोशिश करते हैं तो सारा यहां तूफान मच जाता है। मेरी आप सब साथियों को करबद्ध प्रार्थना है कृपा करके जहां हैं वहां खड़े रहें। आगे जगह नहीं है। आपको असुविधा हो रही हो तो मुझे क्षमा कीजिए। लेकिन कृपा करके आगे आने की कोशिश मत कीजिए।)

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

साथियों,

ये सामान्य चुनाव नहीं है। ये चुनाव कौन एमपी बने, कौन एमपी न बने, किसकी सरकार बने, किसकी सरकार न बने, कौन जीते कौन हारे, इतने मात्र के लिए ये चुनाव नहीं है। ये चुनाव आपका एक-एक वोट सशक्त भारत के संकल्प को मजबूती देने की गारंटी है। और ये मोदी की गारंटी से भी ज्यादा आपके वोट की गारंटी है। साथियों, इस बार आपको अपने वोट से देश-विरोधी मानसिकता वाले लोगों को कड़ा संदेश देना है। ये आपका वोट ही है, जो आतंकवाद को काबू में रखेगा। ये आपका वोट ही है जो भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा। और, मुझे विश्वास है, क्रांतिकारियों की ये धरती इतने बड़े राष्ट्रयज्ञ में सबसे आगे खड़ी होगी। आपका ये उत्साह भी बता रहा है, शाहजहांपुर ने सोच लिया है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,

शाहजहांपुर और ये पूरा क्षेत्र आज बीजेपी के विकास का गवाह बन रहा है। ये वही क्षेत्र है, जो योगी जी के आने से पहले, ‘समाजवादी सब कुछ ठप्प परियोजना’ का सबसे बड़ा शिकार था। यहां का सड़क इनफ्रास्ट्रक्चर ठप्प था। बिजली व्यवस्था ठप्प थी। स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प थीं। कानून व्यवस्था ठप्प थी। भाइयों बहनों, जब से योगी जी आए, और उनकी पूरी टीम जीजान से काम में जुट गई। ‘समाजवादी सब कुछ ठप्प परियोजना’ बंद हुई, और विकास की गाड़ी तेजी से दौड़ना शुरू हुई। पहले जहां सलामत सड़कें नहीं थीं, अब वहां एक्सप्रेसवे गुजर रहा है। आधुनिक गंगा एक्स्प्रेसवे की नींव यहीं शाहजहांपुर से ही रखी गई थी, ये सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। शाहजहांपुर बाईपास, शाहजहांपुर-पीलीभीत नेशनल हाईवे और सीतापुर-लखनऊ हाइवे का बड़ा लाभ भी यहां के लोगों को मिलेगा। इस विकास ने लखनऊ और दिल्ली की दूरी तो कम की ही है, इससे ये क्षेत्र डिफेंस कॉरिडॉर से भी जुड़ेगा। यहां जरी-जरदोज़ी जैसे जिन कामों को हमारी सरकार ODOP योजना के तहत आगे बढ़ा रही है, उसके कारीगरों को भी बहुत बड़ा लाभ होगा। इससे इस क्षेत्र के किसानों की किस्मत भी बदलेगी। योगी जी की सरकार में गन्ने का भुगतान तो समय से होता ही है, गन्ना किसानों के लिए एथानॉल के दो प्लांट भी यहां लगाए गए हैं। आप मुझे बताइये, दो लड़कों की जोड़ी जो खुद कई बार फ्लॉप हो चुकी है, आप उनसे विकास की कोई उम्मीद कर सकते हैं क्या?

साथियों,

हमारी सरकार के लिए युवा, गरीब और महिला और हमारा अन्नदाता पहली प्राथमिकता हैं। हमने 4 करोड़ गरीबों को पीएम-आवास दिये हैं, तो इनमें से अधिकांश महिलाओं के नाम पर बनवाए गए हैं। शौचालय, उज्जवला योजना, और जलजीवन मिशन से हमारी बहनों के जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए ये आपका भाई दिन-रात काम कर रहा है। शाहजहांपुर ने तो जलजीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने के काम में पूरी यूपी में टॉप किया है। अब अगले 5 वर्षों में हम 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाएंगे। आप कल्पना कीजिए गांवों में जब 3 करोड़ लखपति दीदी होगी, तो वो परिवार कितना आगे बढ़ेगा, उस गांव की इकोनॉमी कितनी आगे बढ़ेगी। और ये तीन करोड़ लखपति दीदी ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

मोदी अपने काम का देश के विकास का लेखाजोखा देकर आपसे आशीर्वाद और वोट मांगता है। लेकिन, क्या आपने कभी सपा और कांग्रेस को अपने कार्यकाल पर हिसाब देते हुए देखा है क्या? मोदी ने तो मेडिकल कॉलेज भी बनाए हैं, एक तरफ मेडिकल कॉलेज भी मोदी बनाता है तो अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर भी बना है। मोदी तो बता सकता है ये कांग्रेस और सपा वाले क्या बताएंगे। जब ये सत्ता में थे तब अयोध्या, बनारस, लखनऊ, कानपुर आए दिन आतंकी हमले होते थे। बम धमाके होते थे। इसके अलावा ये क्या बता सकते थे। और ऐसी हालत में ये लोग क्या करते थे।

मेरा एक काम है, करोगे। देखिए, ये जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं ना, जो पहली बार वोट डालने वाले हैं। जिनकी उम्र अभी-अभी 18-20 साल की हुई है। ये लोग पहली बार वोट डालने वाले हैं। जब कांग्रेस की सरकार थी तब उनकी उम्र 8-10 साल थी, उस समय क्या होता था उनको कुछ पता नहीं होगा। जैसे आपको याद होगा। जो बड़े हैं उनको याद होगा। मोदी के आने से पहले रेलवे स्टेशन पर जाओ तो माइक से एक सूचना सुनाई देती थी। बस स्टेशन पर जाओ तो माइक से एक सूचना सुनाई देती थी। आप अपने अखबार पढ़ें तो उस पर एक सूचना सुनाई देती थी। आप टीवी देखें तो उस पर एक सूचना आती थी। क्या आती थी- अगर आप कहीं पर भी कोई लावारिश चीज देंखें तो उसको छूना मत, कहीं कोई लावारिश चीज दिखे तो उससे दूर जाना, कहीं कोई लावारिश बैग पड़ी है, कहीं कोई लावारिश टिफिन पड़ा है। कहीं पर कोई लावारिश कूकर पड़ा है तो आप दूर रहिए। क्यों, क्योंकि डर रहता था कि ये जो लावारिश चीजें पड़ी है उसमें बम होगा। इसलिए पूरी सरकार आए दिन उनको लोगों को ये बताना पड़ता था। मुझे बताइए भाइयों 2014 के बाद मोदी के आने के बाद कभी भी आपने ऐसी सूचना सुनी है क्या। बम धमाका होने का डर बताया जाता था वो है क्या। ये बम धमाके वाले चुप हो गए की नहीं हो गए। बम बंद हो गए कि नहीं हो गए , कैसे हुआ….कितने किया…मोदी ने नहीं किया, ये आपके एक वोट ने किया। ये आपके वोट की ताकत है कि बड़े बड़े धमाकों को बंद करवा सकती है, क्योंकि आपने सही वोट दिया और सही लोगों को वोट दिया। जो आए दिन बम धमाके होते थे निर्दोष बिना कारण मरते थे उनकी जिंदगी आपके वोट ने बचाई है। इसलिए भाइयों बहनों और ये तो कहां तक जाते थे, आतंकियों के मरने पर कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता आंसू बहा रही थी, बताइए। क्या आतंकियों के मरने पर आंसू बहाने वाले आपको मंजूर हैं क्या। इस देश में ऐसे लोगों को सरकार दी जा सकती है क्या। और ये सपा वाले तो ऐसे हैं कि उनकी सरकार थी जो आतंकी जेल में थे तो उनको रिहा करवाने के लिए भांति भांति के कानूनी रास्ते खोल रहे थे।

भाइयों-बहनों,

क्या ऐसे लोगों के हाथ में आपका जीवन, भविष्य और रोजी रोटी सुरक्षित है। और अभी भी ये सुधरने को तैयार नहीं हैं। आपने देखा होगा राम मंदिर उनको निमंत्रण दिया गया। अब देखिए, मैं तो हैरान हूं, ये जो राम मंदिर के ट्रस्टी हैं ना, उनकी जितनी तारीफ करें उतनी कम है। जो सपा वालों ने कारसेवकों पर गोलियां चलाई थी, जिन सपा वालों ने राम मंदिर ना बने इसके लिए ढेर सारे खेल खेले थे, ये कांग्रेस वाले 7-7 दशक तक राम मंदिर बनाने से रोक रहे थे। अदालत में भांति भांति से रोकने की कोशिश करते थे। सब रोकने के लिए पाप करते थे, सपा हो या कांग्रेस। इन सबके पाप माफ करके ये मंदिर के ट्रस्टी उनको घर जाकर निमंत्रण दिया। चलो भाई जो हुआ सो हुआ सब भूल जाओ, आओ भाई भगवान राम मंदिर बना है प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है आइए। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठ का निमंत्रण मिलना ये तो सात जन्म के पुण्य है तब मिलता है भाई। इन्होंने तो इसको भी ठुकरा दिया। जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकरा दिया और इस बार रामनवमी आई पहली बार भव्य मंदिर में रामलला विराजमान थे। टेंट से बाहर निकलकर पहली बार वे अपना बर्थ डे मना रहे थे। उसी समय ये सपा वाले कह रहे थे राम मंदिर जाने वाले भक्त तो पाखंडी होते हैं। भाइयों-बहनों, इस देश में ऐसे लोगों की राजनीति चलनी चाहिए क्या? ऐसे लोग एक वोट के भी हकदार हैं क्या। क्या हर बूथ में से चुन चुन कर उनको साफ करना चाहिए की नहीं करना चाहिए। करेंगे पूरे ताकत से बोलिए पक्का करेंगे।

साथियों,

कांग्रेस पार्टी की एक पहचान रही है- इन्हें जब कोई बड़ा कुकृत्य करना होता है तो ये देश और संविधान के नाम पर शोर मचाने लगते हैं। 70 के दशक में ऐसे ही नारे लगाकर कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगा दिया था। देश को जेलखाना बना दिया। देश के लाखों लोकतंत्र प्रेमी लोगों को जेल की सलाखों के भीतर बंद कर दिया था। अखबारों पर ताले लगा दिए गए थे। अगर कोई बोले तो जेल जाने का डर लगता था। फिर से इन दिनों एक बार फिर कांग्रेस ने अपनी फ्लॉप फिल्म रिलीज़ की है। कांग्रेस की इस फिल्म में दो डायलॉग हैं। वो सारे लोग ऊपर से नीचे गुनगुना रहे हैं। पहला- मोदी जीत जाएगा तो तानाशाही आ जाएगी। आप इससे सहमत हैं क्या। फिर भी उनकी फ्लॉप फिल्म चलती रहती है। दूसरा- मोदी जीत जाएगा तो आरक्षण चला जाएगा। ऐसा झूठ चलाते रहते हैं, लेकिन, आपने देखा होगा, जैसे ही कांग्रेस की फिल्म का ट्रेलर, उनके घोषणापत्र आया, इनके असली इरादे और पर्दे के पीछे कांग्रेस का हिडन एजेंडा क्या है देश को उसकी भनक लग गई। देश के कान खड़े हो गए, देश चौंक गया। अब तो एक-एक करके इनकी सारी सच्चाई सामने आने लगी है।

भाइयों बहनों,

कांग्रेस, पूरे देश में आरक्षण का कर्नाटका मॉडल लागू करना चाहती है। आपको मालूम है कर्नाटका मॉडल क्या है। ये जरा इस चीज को समझ लीजिए भाई, और घर-घर जाकर समझाइए। ये कर्नाटका मॉडल बड़ा भयंकर, खतरनाक है। मैं भी ओबीसी हूं, मैं तो डर ही गया। अगर मैं डर गया तो आपका क्या हुआ होगा। इनका कर्नाटका का मॉडल ये है, कर्नाटका में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां OBC को जो आरक्षण का 27 परसेंट का कोटा मिला हुआ है। संविधान ने दिया हुआ है, भारत की संसद ने दिया हुआ है। बाबा साहब अंबेडकर ने दिया हुआ है। उसी 27 परसेंट ओबीसी के कोटे में से मुस्लिमों की सभी जातियों को आरक्षण दे दिया गया है। ओबीसी का लूट लिया गया, रातोंरात कोई कानूनी प्रक्रिया किए बिना, एक कागज पर ठप्पा मार करके उन्होंने कर्नाटक के सभी मुसलमानों को वो कितना ही धनी हो, कितना ही पढ़ा-लिखा हो, डॉक्टर हो, इंजीनियर हो, वकील हो, कितना ही उच्च वर्ग का हो, सभी मुसलमानों को एक कागज पर ठप्पा मार करके रातोंरात उन सबको ओबीसी बना दिया। अब जब ओबीसी बन गए तो ओबीसी आरक्षण के हकदार बन गए। और जो ओबीसी समाज के छोटे-छोटे लोगों को आरक्षण मिलता था वो सारा का सारा उन्होंने लूट लिया। मुझे बताइए, ऐसा मॉडल आपको मंजूर है, कर्नाटका का ओबीसी को बर्बाद करने वाला मॉडल क्या देश स्वीकार कर सकता है। ओबीसी के हक को जाने देंगे। ओबीसी के हक की रक्षा करेंगे कि नहीं करेंगे। उनके आरक्षण की रक्षा करेंगे कि नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, जब ये कांग्रेस वाले केंद्र सरकार में थे, तब 2011 में भी इन्होंने पिछड़ों के आरक्षण का हिस्सा कम करके, उसे धर्म के आधार पर बांटने के लिए आदेश जारी किया था। कांग्रेस सरकार के उस आदेश पर कोर्ट ने स्टे लगा दिया था। अब फिर से कांग्रेस ने नए तरीके से आरक्षण को लूटने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। कांग्रेस की मंशा संविधान बदलकर दलितों, पिछड़ों के आरक्षण को छीनकर अपने खास लोगों, अपने वोटबैंक को देने की है। आप मुझे बताइये, OBC आरक्षण में इस डाके पर सपा पूरी तरह मौन क्यों धारण किए हैं? क्या कांग्रेस के साथ रहकर समाजवादी पार्टी भी पिछड़ों के आरक्षण की विरोधी बन गई है। सत्ता पाने की लालच में ओबीसी के पीठ में छुरा भोंकने का खेल चल रहा है। क्या यूपी का पिछड़ा समाज, यादव-कुर्मी-मौर्या-कुशवाहा समाज इस अत्याचार को बर्दाश्त करेगा?

साथियों,

हमारे देश में सालों से सामान्य वर्ग के गरीबों की भी अपेक्षा थी कि उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिले। चाहे ब्राह्मण का बेटा हो, बनिये का बेटा हो, क्षत्रिय का बेटा हो, जो गरीब थे उन्हें लगता था हमारा कौन देखेगा, हमारी कौन चिंता करेगा। भाइयों-बहनों मैं गरीब मां का बेटा हूं, मैं हर किसी का दर्द समझता हूं। और इसलिए भारतीय जनता पार्टी को आपने सेवा करने का मौका दिया। मुझे आपने प्रधान सेवक के रूप में सेवा करने का मौका दिया। तो मैंने पार्लियामेंट में जो सामान्य वर्ग के लोग हैं उनमें जो गरीब हैं उनकी भी चिंता की और उनके लिए 10 प्रतिशत आरक्षण बनाया। और किसी का भी चोरी किए बिना, किसी का भी आरक्षण लूटे बिना, देश में कोई जिंदाबाद-मुर्दापबाद के नारे लगाए बिना, सबको समझाकर प्रेम से सबके गले उतरा कि ब्राह्मण, बनिया, क्षत्रिय का बेटा भी गरीब होता है। और मैंने एक भी तनाव के बिना ये काम किया। और आज उसका लाभ मेरे इन गरीब परिवारों को मिल रहा है। जबकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, ST-SC-OBC का अधिकार छीनकर अपने वोटबैंक को मजबूत बनाने के लिए धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।

साथियों,

इन दिनों कांग्रेस के शहजादे के एक और इरादे ने देशभर में हड़कंप मचा दिया है। ये कह रहे हैं कि कांग्रेस हर देशवासी की संपत्ति की एक्स-रे जांच करवाएगी। आपकी भी एक्सरे जांच होगी। आपके घर की एक्सरे जांच होगी, आपकी आलमारी की एक्सरे जांच होगी। आपका बैंक में लॉकर हो तो उसकी एक्सरे जांच होगी और आपके पास कितने पैसे हैं क्या कमाया है, कितना सोना है, कितने गहने हैं, माताओं-बहनों का मंगलसूत्र कितने सोने का है, ये सारी जानकारी वे इकट्ठी करेंगे। आपने जो गाढ़ी कमाई से इकट्ठा किया है। वो कहते हैं एक्सरे करके ले लिया जाएगा। और जिनके पास नहीं है, उनमें बांटा जाएगा। आपकी कमाई का पैसा, आपके पैसों को उनकी वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खैरात कर दिया जाएगा भाइयों बहनों। क्या आपकी कमाई हुई पूंजी किसी को लूटने देंगे क्या। कांग्रेस आपकी कमाई उस वोटबैंक में बांट देगी जिनके बारे में वो कहती है कि उनका इस देश के संसाधनों पर पहला हक है। शाहजहांपुर का ये क्षेत्र तो खेती-किसानी का क्षेत्र है। यानि अब कांग्रेस की नजर किसानों के खेतों पर भी है। कांग्रेस ने कहा है कि वो आपके खेत-खलिहानों की भी जांच कराएगी। इसके बाद कांग्रेस का इरादा आपकी जमीन छीनकर, अपने पसंदीदा वोटबैंक को देने का है। क्या आपको ये मंजूर होगा? क्या देश मंजूर कर सकता है। और इतना ही नहीं, कांग्रेस एक और साजिश देश के किसानों के खिलाफ कर रही है। आज देश के ज्यादातर किसानों के पास उनकी पुरखों की जमीन है। आपके दादा-परदादा ने बहुत मेहनत से ये जमीन जुटाई है। उनके दिए हुए खेत-खलिहान से ही आपके परिवार का पालन-पोषण हुआ। उसी खेत से आपके घर में धन-संपत्ति आई। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हुई..शादी-ब्याह हुआ। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि अब आप ये खेत अपने बच्चों को देंगे, तो वो उस पर 50 प्रतिशत से ज्यादा टैक्स लगाएगी। कांग्रेस आपकी जमीन, आपका घर और जो कुछ भी पुरखों का दिया आपके पास है, वो सब छीनकर ले जाएगी, ताकि उसका वोटबैंक को बांटा जा सके। और कांग्रेस की इस साजिश में समाजवादी पार्टी भी बराबर की भागीदारी कर रही है। दो शहजादों के फिर से साथ आने का सबसे बड़ा आधार तुष्टिकरण की यही राजनीति है। इसलिए आज पूरा देश कह रहा है - कांग्रेस की लूट-जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।

साथियों,

आपकी कमाई पर पंजा डालने की प्लानिंग करने वाले ये वो लोग हैं, जिन्होंने देश में लाखों करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले किए हैं। ये लोग आपकी संपत्ति का, उसको हड़पने का खेल खेलना चाहते हैं, मोदी उनको साफ-साफ बता देना चाहता है, 4 जून के बाद आपके आशीर्वाद से फिर से मोदी जब सरकार बनाएगा, हर भ्रष्टाचारी का हिसाब होगा, घोटालों की काली कमाई का हिसाब होगा। और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

आप शाहजहांपुर से भाई अरुण कुमार सागर और धौरहरा से बहन रेखा वर्मा को जितनी बड़ी जीत देंगे, मोदी की ताकत उतनी ही बढ़ेगी। साथ ही, पार्टी के जनप्रिय नेता मानवेंद्र सिंह जी की दुखद अनुपस्थिति का कष्ट भी हम सबको है। दादरौल में हमें मानवेंद्र सिंह जी के संकल्पों को पूरा करना है।

मेरा एक और करेंगे। पर्सनल काम है करोगे। घर-घर जाना और कहना अपने मोदी जी आए थे, मोदी जी आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे।

बोलिए... भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।