भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
(ये जो बड़े-बड़े पोस्टर वाले हैं, पोस्टर नीचे कीजिए ताकि पीछे वाले देख पाएं। अब पोस्टर मुझे दिखाकर क्या करोगे, मैं कांग्रेस वाला थोड़ा हूं। कांग्रेस के नेता कांग्रेस को वोट नहीं दे पाएंगे। मोदी तो बीजेपी को वोट देने वाला है। आपको पता है न, ये चुनाव ऐसा है जिस चुनाव में कांग्रेस का जो शाही परिवार जो दिल्ली में रहता है, ये शाही परिवार कांग्रेस को वोट नहीं देगा, क्योंकि वो सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार ही नहीं है।)
भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
शहीदन की धरती पर पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफ़ाक़ उल्ला खां कउ शत-शत नमन, बाबा विश्वनाथ औरु भगवान परशुराम के चरणन मा हमारो प्रणाम...!!
मैं क्रांतिकारियों की जननी शाहजहांपुर की धरती को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। चौबीस का ये चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है।
(देखिए भैया, एक बात बताऊं आपको। सुनोगे आपलोग, देखिए, ये मैदान छोटा पड़ गया है। अब हिलने की भी जगह नहीं है। अब आप थोड़ा सा भी आगे आने की कोशिश करते हैं तो सारा यहां तूफान मच जाता है। मेरी आप सब साथियों को करबद्ध प्रार्थना है कृपा करके जहां हैं वहां खड़े रहें। आगे जगह नहीं है। आपको असुविधा हो रही हो तो मुझे क्षमा कीजिए। लेकिन कृपा करके आगे आने की कोशिश मत कीजिए।)
भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
साथियों,
ये सामान्य चुनाव नहीं है। ये चुनाव कौन एमपी बने, कौन एमपी न बने, किसकी सरकार बने, किसकी सरकार न बने, कौन जीते कौन हारे, इतने मात्र के लिए ये चुनाव नहीं है। ये चुनाव आपका एक-एक वोट सशक्त भारत के संकल्प को मजबूती देने की गारंटी है। और ये मोदी की गारंटी से भी ज्यादा आपके वोट की गारंटी है। साथियों, इस बार आपको अपने वोट से देश-विरोधी मानसिकता वाले लोगों को कड़ा संदेश देना है। ये आपका वोट ही है, जो आतंकवाद को काबू में रखेगा। ये आपका वोट ही है जो भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगा। और, मुझे विश्वास है, क्रांतिकारियों की ये धरती इतने बड़े राष्ट्रयज्ञ में सबसे आगे खड़ी होगी। आपका ये उत्साह भी बता रहा है, शाहजहांपुर ने सोच लिया है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!
साथियों,
शाहजहांपुर और ये पूरा क्षेत्र आज बीजेपी के विकास का गवाह बन रहा है। ये वही क्षेत्र है, जो योगी जी के आने से पहले, ‘समाजवादी सब कुछ ठप्प परियोजना’ का सबसे बड़ा शिकार था। यहां का सड़क इनफ्रास्ट्रक्चर ठप्प था। बिजली व्यवस्था ठप्प थी। स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प थीं। कानून व्यवस्था ठप्प थी। भाइयों बहनों, जब से योगी जी आए, और उनकी पूरी टीम जीजान से काम में जुट गई। ‘समाजवादी सब कुछ ठप्प परियोजना’ बंद हुई, और विकास की गाड़ी तेजी से दौड़ना शुरू हुई। पहले जहां सलामत सड़कें नहीं थीं, अब वहां एक्सप्रेसवे गुजर रहा है। आधुनिक गंगा एक्स्प्रेसवे की नींव यहीं शाहजहांपुर से ही रखी गई थी, ये सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। शाहजहांपुर बाईपास, शाहजहांपुर-पीलीभीत नेशनल हाईवे और सीतापुर-लखनऊ हाइवे का बड़ा लाभ भी यहां के लोगों को मिलेगा। इस विकास ने लखनऊ और दिल्ली की दूरी तो कम की ही है, इससे ये क्षेत्र डिफेंस कॉरिडॉर से भी जुड़ेगा। यहां जरी-जरदोज़ी जैसे जिन कामों को हमारी सरकार ODOP योजना के तहत आगे बढ़ा रही है, उसके कारीगरों को भी बहुत बड़ा लाभ होगा। इससे इस क्षेत्र के किसानों की किस्मत भी बदलेगी। योगी जी की सरकार में गन्ने का भुगतान तो समय से होता ही है, गन्ना किसानों के लिए एथानॉल के दो प्लांट भी यहां लगाए गए हैं। आप मुझे बताइये, दो लड़कों की जोड़ी जो खुद कई बार फ्लॉप हो चुकी है, आप उनसे विकास की कोई उम्मीद कर सकते हैं क्या?
साथियों,
हमारी सरकार के लिए युवा, गरीब और महिला और हमारा अन्नदाता पहली प्राथमिकता हैं। हमने 4 करोड़ गरीबों को पीएम-आवास दिये हैं, तो इनमें से अधिकांश महिलाओं के नाम पर बनवाए गए हैं। शौचालय, उज्जवला योजना, और जलजीवन मिशन से हमारी बहनों के जीवन से मुश्किलें कम करने के लिए ये आपका भाई दिन-रात काम कर रहा है। शाहजहांपुर ने तो जलजीवन मिशन के तहत हर घर जल पहुंचाने के काम में पूरी यूपी में टॉप किया है। अब अगले 5 वर्षों में हम 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाएंगे। आप कल्पना कीजिए गांवों में जब 3 करोड़ लखपति दीदी होगी, तो वो परिवार कितना आगे बढ़ेगा, उस गांव की इकोनॉमी कितनी आगे बढ़ेगी। और ये तीन करोड़ लखपति दीदी ये मोदी की गारंटी है।
साथियों,
मोदी अपने काम का देश के विकास का लेखाजोखा देकर आपसे आशीर्वाद और वोट मांगता है। लेकिन, क्या आपने कभी सपा और कांग्रेस को अपने कार्यकाल पर हिसाब देते हुए देखा है क्या? मोदी ने तो मेडिकल कॉलेज भी बनाए हैं, एक तरफ मेडिकल कॉलेज भी मोदी बनाता है तो अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर भी बना है। मोदी तो बता सकता है ये कांग्रेस और सपा वाले क्या बताएंगे। जब ये सत्ता में थे तब अयोध्या, बनारस, लखनऊ, कानपुर आए दिन आतंकी हमले होते थे। बम धमाके होते थे। इसके अलावा ये क्या बता सकते थे। और ऐसी हालत में ये लोग क्या करते थे।
मेरा एक काम है, करोगे। देखिए, ये जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं ना, जो पहली बार वोट डालने वाले हैं। जिनकी उम्र अभी-अभी 18-20 साल की हुई है। ये लोग पहली बार वोट डालने वाले हैं। जब कांग्रेस की सरकार थी तब उनकी उम्र 8-10 साल थी, उस समय क्या होता था उनको कुछ पता नहीं होगा। जैसे आपको याद होगा। जो बड़े हैं उनको याद होगा। मोदी के आने से पहले रेलवे स्टेशन पर जाओ तो माइक से एक सूचना सुनाई देती थी। बस स्टेशन पर जाओ तो माइक से एक सूचना सुनाई देती थी। आप अपने अखबार पढ़ें तो उस पर एक सूचना सुनाई देती थी। आप टीवी देखें तो उस पर एक सूचना आती थी। क्या आती थी- अगर आप कहीं पर भी कोई लावारिश चीज देंखें तो उसको छूना मत, कहीं कोई लावारिश चीज दिखे तो उससे दूर जाना, कहीं कोई लावारिश बैग पड़ी है, कहीं कोई लावारिश टिफिन पड़ा है। कहीं पर कोई लावारिश कूकर पड़ा है तो आप दूर रहिए। क्यों, क्योंकि डर रहता था कि ये जो लावारिश चीजें पड़ी है उसमें बम होगा। इसलिए पूरी सरकार आए दिन उनको लोगों को ये बताना पड़ता था। मुझे बताइए भाइयों 2014 के बाद मोदी के आने के बाद कभी भी आपने ऐसी सूचना सुनी है क्या। बम धमाका होने का डर बताया जाता था वो है क्या। ये बम धमाके वाले चुप हो गए की नहीं हो गए। बम बंद हो गए कि नहीं हो गए , कैसे हुआ….कितने किया…मोदी ने नहीं किया, ये आपके एक वोट ने किया। ये आपके वोट की ताकत है कि बड़े बड़े धमाकों को बंद करवा सकती है, क्योंकि आपने सही वोट दिया और सही लोगों को वोट दिया। जो आए दिन बम धमाके होते थे निर्दोष बिना कारण मरते थे उनकी जिंदगी आपके वोट ने बचाई है। इसलिए भाइयों बहनों और ये तो कहां तक जाते थे, आतंकियों के मरने पर कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता आंसू बहा रही थी, बताइए। क्या आतंकियों के मरने पर आंसू बहाने वाले आपको मंजूर हैं क्या। इस देश में ऐसे लोगों को सरकार दी जा सकती है क्या। और ये सपा वाले तो ऐसे हैं कि उनकी सरकार थी जो आतंकी जेल में थे तो उनको रिहा करवाने के लिए भांति भांति के कानूनी रास्ते खोल रहे थे।
भाइयों-बहनों,
क्या ऐसे लोगों के हाथ में आपका जीवन, भविष्य और रोजी रोटी सुरक्षित है। और अभी भी ये सुधरने को तैयार नहीं हैं। आपने देखा होगा राम मंदिर उनको निमंत्रण दिया गया। अब देखिए, मैं तो हैरान हूं, ये जो राम मंदिर के ट्रस्टी हैं ना, उनकी जितनी तारीफ करें उतनी कम है। जो सपा वालों ने कारसेवकों पर गोलियां चलाई थी, जिन सपा वालों ने राम मंदिर ना बने इसके लिए ढेर सारे खेल खेले थे, ये कांग्रेस वाले 7-7 दशक तक राम मंदिर बनाने से रोक रहे थे। अदालत में भांति भांति से रोकने की कोशिश करते थे। सब रोकने के लिए पाप करते थे, सपा हो या कांग्रेस। इन सबके पाप माफ करके ये मंदिर के ट्रस्टी उनको घर जाकर निमंत्रण दिया। चलो भाई जो हुआ सो हुआ सब भूल जाओ, आओ भाई भगवान राम मंदिर बना है प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है आइए। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठ का निमंत्रण मिलना ये तो सात जन्म के पुण्य है तब मिलता है भाई। इन्होंने तो इसको भी ठुकरा दिया। जिन्होंने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकरा दिया और इस बार रामनवमी आई पहली बार भव्य मंदिर में रामलला विराजमान थे। टेंट से बाहर निकलकर पहली बार वे अपना बर्थ डे मना रहे थे। उसी समय ये सपा वाले कह रहे थे राम मंदिर जाने वाले भक्त तो पाखंडी होते हैं। भाइयों-बहनों, इस देश में ऐसे लोगों की राजनीति चलनी चाहिए क्या? ऐसे लोग एक वोट के भी हकदार हैं क्या। क्या हर बूथ में से चुन चुन कर उनको साफ करना चाहिए की नहीं करना चाहिए। करेंगे पूरे ताकत से बोलिए पक्का करेंगे।
साथियों,
कांग्रेस पार्टी की एक पहचान रही है- इन्हें जब कोई बड़ा कुकृत्य करना होता है तो ये देश और संविधान के नाम पर शोर मचाने लगते हैं। 70 के दशक में ऐसे ही नारे लगाकर कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगा दिया था। देश को जेलखाना बना दिया। देश के लाखों लोकतंत्र प्रेमी लोगों को जेल की सलाखों के भीतर बंद कर दिया था। अखबारों पर ताले लगा दिए गए थे। अगर कोई बोले तो जेल जाने का डर लगता था। फिर से इन दिनों एक बार फिर कांग्रेस ने अपनी फ्लॉप फिल्म रिलीज़ की है। कांग्रेस की इस फिल्म में दो डायलॉग हैं। वो सारे लोग ऊपर से नीचे गुनगुना रहे हैं। पहला- मोदी जीत जाएगा तो तानाशाही आ जाएगी। आप इससे सहमत हैं क्या। फिर भी उनकी फ्लॉप फिल्म चलती रहती है। दूसरा- मोदी जीत जाएगा तो आरक्षण चला जाएगा। ऐसा झूठ चलाते रहते हैं, लेकिन, आपने देखा होगा, जैसे ही कांग्रेस की फिल्म का ट्रेलर, उनके घोषणापत्र आया, इनके असली इरादे और पर्दे के पीछे कांग्रेस का हिडन एजेंडा क्या है देश को उसकी भनक लग गई। देश के कान खड़े हो गए, देश चौंक गया। अब तो एक-एक करके इनकी सारी सच्चाई सामने आने लगी है।
भाइयों बहनों,
कांग्रेस, पूरे देश में आरक्षण का कर्नाटका मॉडल लागू करना चाहती है। आपको मालूम है कर्नाटका मॉडल क्या है। ये जरा इस चीज को समझ लीजिए भाई, और घर-घर जाकर समझाइए। ये कर्नाटका मॉडल बड़ा भयंकर, खतरनाक है। मैं भी ओबीसी हूं, मैं तो डर ही गया। अगर मैं डर गया तो आपका क्या हुआ होगा। इनका कर्नाटका का मॉडल ये है, कर्नाटका में जहां कांग्रेस की सरकार है, वहां OBC को जो आरक्षण का 27 परसेंट का कोटा मिला हुआ है। संविधान ने दिया हुआ है, भारत की संसद ने दिया हुआ है। बाबा साहब अंबेडकर ने दिया हुआ है। उसी 27 परसेंट ओबीसी के कोटे में से मुस्लिमों की सभी जातियों को आरक्षण दे दिया गया है। ओबीसी का लूट लिया गया, रातोंरात कोई कानूनी प्रक्रिया किए बिना, एक कागज पर ठप्पा मार करके उन्होंने कर्नाटक के सभी मुसलमानों को वो कितना ही धनी हो, कितना ही पढ़ा-लिखा हो, डॉक्टर हो, इंजीनियर हो, वकील हो, कितना ही उच्च वर्ग का हो, सभी मुसलमानों को एक कागज पर ठप्पा मार करके रातोंरात उन सबको ओबीसी बना दिया। अब जब ओबीसी बन गए तो ओबीसी आरक्षण के हकदार बन गए। और जो ओबीसी समाज के छोटे-छोटे लोगों को आरक्षण मिलता था वो सारा का सारा उन्होंने लूट लिया। मुझे बताइए, ऐसा मॉडल आपको मंजूर है, कर्नाटका का ओबीसी को बर्बाद करने वाला मॉडल क्या देश स्वीकार कर सकता है। ओबीसी के हक को जाने देंगे। ओबीसी के हक की रक्षा करेंगे कि नहीं करेंगे। उनके आरक्षण की रक्षा करेंगे कि नहीं करेंगे। इतना ही नहीं, जब ये कांग्रेस वाले केंद्र सरकार में थे, तब 2011 में भी इन्होंने पिछड़ों के आरक्षण का हिस्सा कम करके, उसे धर्म के आधार पर बांटने के लिए आदेश जारी किया था। कांग्रेस सरकार के उस आदेश पर कोर्ट ने स्टे लगा दिया था। अब फिर से कांग्रेस ने नए तरीके से आरक्षण को लूटने का प्रोजेक्ट शुरू किया है। कांग्रेस की मंशा संविधान बदलकर दलितों, पिछड़ों के आरक्षण को छीनकर अपने खास लोगों, अपने वोटबैंक को देने की है। आप मुझे बताइये, OBC आरक्षण में इस डाके पर सपा पूरी तरह मौन क्यों धारण किए हैं? क्या कांग्रेस के साथ रहकर समाजवादी पार्टी भी पिछड़ों के आरक्षण की विरोधी बन गई है। सत्ता पाने की लालच में ओबीसी के पीठ में छुरा भोंकने का खेल चल रहा है। क्या यूपी का पिछड़ा समाज, यादव-कुर्मी-मौर्या-कुशवाहा समाज इस अत्याचार को बर्दाश्त करेगा?
साथियों,
हमारे देश में सालों से सामान्य वर्ग के गरीबों की भी अपेक्षा थी कि उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिले। चाहे ब्राह्मण का बेटा हो, बनिये का बेटा हो, क्षत्रिय का बेटा हो, जो गरीब थे उन्हें लगता था हमारा कौन देखेगा, हमारी कौन चिंता करेगा। भाइयों-बहनों मैं गरीब मां का बेटा हूं, मैं हर किसी का दर्द समझता हूं। और इसलिए भारतीय जनता पार्टी को आपने सेवा करने का मौका दिया। मुझे आपने प्रधान सेवक के रूप में सेवा करने का मौका दिया। तो मैंने पार्लियामेंट में जो सामान्य वर्ग के लोग हैं उनमें जो गरीब हैं उनकी भी चिंता की और उनके लिए 10 प्रतिशत आरक्षण बनाया। और किसी का भी चोरी किए बिना, किसी का भी आरक्षण लूटे बिना, देश में कोई जिंदाबाद-मुर्दापबाद के नारे लगाए बिना, सबको समझाकर प्रेम से सबके गले उतरा कि ब्राह्मण, बनिया, क्षत्रिय का बेटा भी गरीब होता है। और मैंने एक भी तनाव के बिना ये काम किया। और आज उसका लाभ मेरे इन गरीब परिवारों को मिल रहा है। जबकि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी, ST-SC-OBC का अधिकार छीनकर अपने वोटबैंक को मजबूत बनाने के लिए धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।
साथियों,
इन दिनों कांग्रेस के शहजादे के एक और इरादे ने देशभर में हड़कंप मचा दिया है। ये कह रहे हैं कि कांग्रेस हर देशवासी की संपत्ति की एक्स-रे जांच करवाएगी। आपकी भी एक्सरे जांच होगी। आपके घर की एक्सरे जांच होगी, आपकी आलमारी की एक्सरे जांच होगी। आपका बैंक में लॉकर हो तो उसकी एक्सरे जांच होगी और आपके पास कितने पैसे हैं क्या कमाया है, कितना सोना है, कितने गहने हैं, माताओं-बहनों का मंगलसूत्र कितने सोने का है, ये सारी जानकारी वे इकट्ठी करेंगे। आपने जो गाढ़ी कमाई से इकट्ठा किया है। वो कहते हैं एक्सरे करके ले लिया जाएगा। और जिनके पास नहीं है, उनमें बांटा जाएगा। आपकी कमाई का पैसा, आपके पैसों को उनकी वोट बैंक को मजबूत करने के लिए खैरात कर दिया जाएगा भाइयों बहनों। क्या आपकी कमाई हुई पूंजी किसी को लूटने देंगे क्या। कांग्रेस आपकी कमाई उस वोटबैंक में बांट देगी जिनके बारे में वो कहती है कि उनका इस देश के संसाधनों पर पहला हक है। शाहजहांपुर का ये क्षेत्र तो खेती-किसानी का क्षेत्र है। यानि अब कांग्रेस की नजर किसानों के खेतों पर भी है। कांग्रेस ने कहा है कि वो आपके खेत-खलिहानों की भी जांच कराएगी। इसके बाद कांग्रेस का इरादा आपकी जमीन छीनकर, अपने पसंदीदा वोटबैंक को देने का है। क्या आपको ये मंजूर होगा? क्या देश मंजूर कर सकता है। और इतना ही नहीं, कांग्रेस एक और साजिश देश के किसानों के खिलाफ कर रही है। आज देश के ज्यादातर किसानों के पास उनकी पुरखों की जमीन है। आपके दादा-परदादा ने बहुत मेहनत से ये जमीन जुटाई है। उनके दिए हुए खेत-खलिहान से ही आपके परिवार का पालन-पोषण हुआ। उसी खेत से आपके घर में धन-संपत्ति आई। बच्चों की पढ़ाई-लिखाई हुई..शादी-ब्याह हुआ। लेकिन कांग्रेस चाहती है कि अब आप ये खेत अपने बच्चों को देंगे, तो वो उस पर 50 प्रतिशत से ज्यादा टैक्स लगाएगी। कांग्रेस आपकी जमीन, आपका घर और जो कुछ भी पुरखों का दिया आपके पास है, वो सब छीनकर ले जाएगी, ताकि उसका वोटबैंक को बांटा जा सके। और कांग्रेस की इस साजिश में समाजवादी पार्टी भी बराबर की भागीदारी कर रही है। दो शहजादों के फिर से साथ आने का सबसे बड़ा आधार तुष्टिकरण की यही राजनीति है। इसलिए आज पूरा देश कह रहा है - कांग्रेस की लूट-जिंदगी के साथ भी, जिंदगी के बाद भी।
साथियों,
आपकी कमाई पर पंजा डालने की प्लानिंग करने वाले ये वो लोग हैं, जिन्होंने देश में लाखों करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले किए हैं। ये लोग आपकी संपत्ति का, उसको हड़पने का खेल खेलना चाहते हैं, मोदी उनको साफ-साफ बता देना चाहता है, 4 जून के बाद आपके आशीर्वाद से फिर से मोदी जब सरकार बनाएगा, हर भ्रष्टाचारी का हिसाब होगा, घोटालों की काली कमाई का हिसाब होगा। और ये मोदी की गारंटी है।
साथियों,
आप शाहजहांपुर से भाई अरुण कुमार सागर और धौरहरा से बहन रेखा वर्मा को जितनी बड़ी जीत देंगे, मोदी की ताकत उतनी ही बढ़ेगी। साथ ही, पार्टी के जनप्रिय नेता मानवेंद्र सिंह जी की दुखद अनुपस्थिति का कष्ट भी हम सबको है। दादरौल में हमें मानवेंद्र सिंह जी के संकल्पों को पूरा करना है।
मेरा एक और करेंगे। पर्सनल काम है करोगे। घर-घर जाना और कहना अपने मोदी जी आए थे, मोदी जी आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे।
बोलिए... भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत बहुत धन्यवाद