तमिलनाडु का विकास कभी डीएमके की प्राथमिकता नहीं रहा, उसने हमेशा घृणा और विभाजन की राजनीति की।
किसी भी तरीके से सत्ता पर काबिज रहना ही डीएमके और कांग्रेस जैसी परिवारवादी पार्टियों का एकमात्र एजेंडा है।
दशकों तक ‘गरीबी हटाओ’ के नारे के साथ कांग्रेस गरीबी नहीं हटा सकी, एनडीए सरकार ने एक दशक में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला।

एन अन्बारंद तमिल सगोदर सगोदरिगले, वणक्कम
मेट्टूपालयम की इस धरती से मैं सबसे पहले मरुधामलाई मुरुगन और कोनिअम्मन को नमन करता हूं। मेट्टूपालयम में कोयंबटूर जिले की Energy भी है और नीलगिरीस हिल्स की सुंदरता भी है। नीलगिरी की Tea पूरे देश में प्रसिद्ध है। और, Tea Garden की इतनी सुंदर जगह से एक चाय वाले का दिल का रिश्ता न हो, ये तो हो ही नहीं सकता!

साथियों,

कुछ ही दिन में तमिलनाडु, ‘तमिळ् पुत्ताण्डु’ को सेलीब्रेट करने जा रहा है। मेरी आपको advance में बहुत सारी शुभकामनाएं हैं।

अनईवरुक्कुम् इनिया तमिळ् पुत्ताण्डु नलवाळतुक्कळ् मेरी कामना है कि ये नव वर्ष, हर तमिल भाई-बहन के जीवन में progress, health और prosperity को new height पर लेकर जाए। कोंगू और नीलगिरी की ये भूमि बीजेपी के लिए हमेशा ही खास रही है।
अटल जी के समय में नीलगिरी constituency के लोगों ने बीजेपी को जबरदस्त समर्थन देकर यहां बीजेपी का सांसद बनाया था।

आज मैं देख रहा हूं, पूरे तमिलनाडु में बीजेपी ही छाई हुई है। हर कोई कह रहा है, DMK की विदाई बीजेपी और NDA के द्वारा ही होगी। आज पूरा तमिलनाडु कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,

DMK और काँग्रेस जैसी Family पार्टियों का एक ही एजेंडा रहता है- किसी भी तरह झूठ बोलकर सरकार में रहो। काँग्रेस ने इतने दशकों तक गरीबी हटाओ का नारा दिया। लेकिन, गरीबी नहीं हटी। ये NDA सरकार है जिसने twenty five crore लोगों को गरीबी से बाहर निकाला। कांग्रेस-DMK के इंडी अलांयस ने दशकों तक SC-ST-OBC समाज के करोड़ों लोगों को मकान, बिजली, पानी के लिए तरसाकर रखा। क्योंकि इनकी सोच थी कि सबको मकान, बिजली नहीं मिल सकता। लेकिन, बीजेपी सरकार ने करोड़ों गरीबों को पीएम आवास दिया, हर गाँव तक बिजली पहुंचाई, 80 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन दिया। इनमें अधिकांश SC-ST-OBC समाज के लोग हैं। इन Family पार्टियों को लगता है कि इनके बेटे-बेटियों के अलावा कोई गरीब Tribal बड़े पद पर नहीं बैठ सकता। लेकिन, बीजेपी ने पहली बार एक Tribal महिला को प्रेसिडेंट बनाया। और उस समय भी इंडी अलायंस वालों ने उनका विरोध किया।

साथियों,

इंडी अलायंस वालों को भारत के सामर्थ्य पर विश्वास नहीं है। दुनिया में कोरोना की इतनी बड़ी पेंडेमिक आई। इंडी अलायंस के लोग कहते थे भारत वैक्सीन बना ही नहीं सकता। हमने कहा हम मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाएँगे। भारत ने ना केवल मेड इन इंडिया वैक्सीन बनाई बल्कि फ्री वैक्सीन देकर करोड़ों लोगों की जान बचाई।

साथियों

इंडी अलायंस के लोग ये भी कहते थे कि पेंडेमिक में हमारी इकॉनॉमी ठप्प हो जाएगी। लेकिन, केंद्र सरकार ने MSMEs को उसी दौर में Two lakh crore रूपीज की तुरंत सहायता दी। उसकी वजह से कोयम्बटूर जैसी जगहों पर काम करने वाली हजारों MSMEs बंद होने से बचीं, लाखों युवाओं के रोजगार बचे। तमिलनाडु में इतना potential है, talent है। लेकिन जब से DMK सरकार आई है, इन सबको ignore किया जा रहा है। Coimbatore region की textile industry कितनी famous है। DMK सरकार power tariff को बढ़ाकर इस इंडस्ट्री को तबाह करने में, weavers की जिंदगी तबाह करने में जुटी है। इनके करप्शन से भी तमिलनाडु की हर इंडस्ट्री परेशान है। देश आज ‘मेक इन इंडिया’ की ओर बढ़ रहा है। लेकिन, DMK उन लोगों के साथ खड़ी है जो देश में investment को खत्म करना चाहते हैं। अपनी इस राजनीति से ये लोग सबसे ज्यादा नुकसान तमिलनाडु का कर रहे हैं। बीजेपी सरकार तमिलनाडु में, इस रीजन में, डिफेंस कॉरिडॉर बना रही है। इसका लाभ कोयम्बटूर को भी मिलेगा। क्या इंडी अलायंस की मानसिकता से कभी डिफेंस कॉरिडॉर बन पाता? क्या कोई investor देश में आता?

साथियों,

देश में जब काँग्रेस सरकार थी, राज्यों के साथ इस आधार पर भेदभाव होता था कि कहाँ किस पार्टी की सरकार है। लेकिन, NDA सरकार सबका साथ, सबका विकास के विज़न पर काम कर रही है। हम कहते हैं, विकसित भारत के लिए विकसित तमिलनाडु! इसीलिए, हमने पिछले 10 साल में तमिलनाडु के development के लिए लाखों करोड़ रुपए दिये। हम कोयम्बटूर सहित तमिलनाडु में दो शहरों में multi-model logistics park बना रहे हैं। NDA सरकार ने देश में वंदेभारत ट्रेनें चलाईं, तो कोयम्बटूर को भी दो वंदेभारत ट्रेनें दीं। यहाँ employment opportunities के लिए, लोगों की सुविधा के लिए पोल्लाची से कोयंबटूर तक नेशनल हाइवे भी बनाया गया है।

साथियों,

Discrimination और division का जो खतरनाक खेल कांग्रेस देश में खेलती है, वही खेल DMK तमिलनाडु में खेलती है। आप जल-जीवन मिशन का उदाहरण देखिए! केंद्र सरकार ने ये योजना शुरू की, हमने देश के करोड़ों घरों को वॉटर कनेक्शन दिया। लेकिन, DMK सरकार पानी कनेक्शन देने में भी पहले ये देखती कि कौन इनकी पार्टी का कार्यकर्ता और वोटर है! कोयम्बटूर जैसे शहर में कई जगहों पर आज भी कई दिन में केवल एक बार पानी आता है। DMK हमेशा से hate और division वाली राजनीति करती है। DMK का फोकस कभी भी तमिलनाडु का विकास नहीं रहा है। लेकिन मैं ये विश्वास दिलाता हूँ, NDA सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में कोंगू रीजन और नीलगिरीज के विकास के लिए और तेजी से काम करेगी। इदु मोदियिन् गारंटी!

साथियों,

DMK और इंडी अलायंस के लोग तुष्टिकरण के अलावा और कुछ नहीं कर सकते। यहीं कोयम्बटूर में हमारे पवित्र संगमेश्वरा मंदिर में आतंकवादी हमला हुआ था। लेकिन DMK सरकार कट्टरपंथियों पर लगाम लगाने की जगह उन्हें बढ़ावा दे रही है।

साथियों,

अयोध्या में राममंदिर का भव्य निर्माण होता है, ये लोग उसका भी विरोध करते हैं। मैं तमिलनाडु में भगवान राम से जुड़े स्थानों पर आता हूँ, इन्हें उससे भी तकलीफ होती है। ये लोग तो सनातन धर्म को समाप्त करने की धमकी दे रहे हैं। नए संसद भवन में तमिलनाडु की संस्कृति से जुड़े पवित्र सेंगोल की स्थापना होती है, DMK उसका बॉयकॉट करती है। DMK करप्शन और स्कैम का दूसरा नाम है। आज देश 5 जी में वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रहा है लेकिन इसी DMK ने 2जी में स्कैम करके देश को बदनाम किया था। भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए DMK और काँग्रेस सबसे आगे खड़े नज़र आते हैं। मैं कहता हूँ- भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं-भ्रष्टाचारी बचाओ।

साथियों,

एक हफ़्ते पहले हमने कच्चातीवू का मुद्दा उठाया। सरकारी दस्तावेज़ों से ये बात खुली कि कैसे कॉंग्रेस और DMK ने मिलकर तमिलनाडु का एक हिस्सा दूसरे देश को दे दिया। भारत की संप्रभुता से हुए इस खिलवाड़ की क़ीमत हमारे ग़रीब मछुआरे चुकाते रहे हैं। 19 अप्रैल को मतदान के समय DMK और कांग्रेस के इन पापों का हिसाब जरूर होना चाहिए।

साथियों,

DMK सत्ता के अहंकार में डूबी हुई पार्टी है। जब DMK के एक बड़े नेता से हमारे युवा नेता, अन्नामलाई जी के बारे में पूछा गया तो DMK नेता ने अहंकार में कहा कौन है वो औऱ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। ये अहंकार तमिलनाडु के महान कल्चर के खिलाफ है। ये अहंकार तमिलनाडु के लोगों को कभी पसंद नहीं आएगा। एक पूर्व पुलिस ऑफिसर के लिए, backward Class से आने वाले एक युवा के लिए, ग्राउंड पर इतना काम करने वाले युवा के लिए जो शब्द DMK ने कहे हैं, वही उसका असली कैरेक्टर है। ये Family Politics करने वाले लोग, हर युवा को इसलिए आगे बढ़ने से रोकते हैं।

DMK के एक बड़े नेता ने कुछ दिन पहले कहा कि ये चुनाव इसलिए है ताकि मोदी भारत छोड़ दे। मैं उन्हें और उनकी पार्टी को बताना चाहता हूँ, ये चुनाव इसलिए है ताकि करप्शन भारत छोड़ दे। ये चुनाव इसलिए है ताकि परिवारवाद भारत छोड़ दे। ये चुनाव इसलिए है ताकि ड्रग्स भारत छोड़ दे। ये चुनाव इसलिए है ताकि हर वो देशविरोधी विचार जिसका DMK संरक्षण करती है वो भारत छोड़ दे।

साथियों,

कोयम्बटूर से तमिलनाडु बीजेपी के प्रेसिडेंट, ऊर्जावान के अन्नामलाई आपके कैंडिडेट हैं। निलगिरी से केन्द्रीय मंत्री डॉक्टर एल. मुरुगन जी चुनाव लड़ रहे हैं। ये लोग आपकी आवाज़ सीधे मुझ तक पहुंचाएंगे। इनके साथ ही, पोल्लाची से के वसंतराजन जी और तिरुप्पुर लोकसभा से एपी मुरुगाननंदम जी बीजेपी प्रत्याशी हैं। इनकी जीत तमिलनाडु के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगी। इदु मोदियिन् गारंटी! मुझे विश्वास है, आप मेरा ये संदेश जन-जन तक जरूर पहुंचाएंगे।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
वंदे मातरम्...

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।