डेवलपमेंट के मोर्चे पर एनडीए के मुकाबले में असफल कांग्रेस तथा उसके दोस्तों ने राष्ट्रविरोधी और तुष्टीकरण का एजेंडा अपनाया: पीएम मोदी
‘सरकार बनाओ, नोट कमाओ’ कांग्रेस और इंडी अघाड़ी का एकमात्र एजेंडा रहा है: पीएम मोदी
बाबा साहब के अपमान में हमेशा तत्पर कांग्रेस अब दलितों-पिछड़ों के आरक्षण पर डाका डालने की तैयारी में: पीएम मोदी
देश विरोधी और नफरत की राजनीति से, कांग्रेस और इंडी अलायंस ने दो सेल्फ-गोल कर लिए हैं: पीएम मोदी

भारत माता की…….. भारत माता की……. भारत माता की…… जय भवानी… जय भवानी….
करवीर निवासीनी आई महालक्ष्मीच्या, आई अंबाबाईच्या चरणी त्रिवार वंदन करतो, तमाम कोल्हापूरकरांना माझा नमस्कार, ये धरती छत्रपति शिवाजी महाराज, धर्मवीर संभाजी महाराज और छत्रपति शाहूजी महाराज के आदर्शों की धरती है। मैं इन सभी महापुरुषों के चरणों में प्रणाम करता हूं...

साथियों,
आप सब जानते हैं मैं काशी का सांसद हूं और आज करवीर काशी आया हूं। ये मेरा सौभाग्य है। साथियों, हमारे कोल्हापुर महाराष्ट्र का फुटबॉल हब कहा जाता है, फुटबॉल यहां के युवाओं में बहुत पॉपुलर है और आपको अगर फुटबॉल की भाषा में मैं बताऊं तो कल दूसरे चरण का मतदान पूरा होने के बाद बीजेपी और एनडीए दो जीरो से आगे चल रहे हैं, कांग्रेस और इंडी-एलायंस ने देश विरोधी और नफरत की राजनीति के दो सेल्फ गोल कर लिए हैं और इसलिए ये पक्का हो गया है फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार... अच्छा जरा एक और नारा बुलवाना चाहता हूं आज कोल्हापुर की धरती पर, आप बोलेंगे... अभी मैं बोल रहा था फिर एक बार अब मैं नहीं बोलूंगा आप बोलेंगे फिर एक बार ठीक है, गरीबों की सरकार... गरीबों की सरकार...एससी, एसटी, ओबीसी की सरकार... विकास को समर्पित सरकार... युवा को अवसर देने वाली सरकार... महिलाओं को सुविधा देने वाली सरकार... शाबाश...

भाइयों और बहनों,
अब तीसरे चरण में बॉल कैरियर की जिम्मेदारी कोल्हापुर वासियों के पास आने वाली है। मुझे विश्वास है आप ऐसा गोल दागेंगे, ऐसा गोल दागेंगे कि आगे के सारे राउंड भी इंडि- एलायंस वाले चारों खाने चित रहेंगे, क्योंकि ये पूरा देश जानता है जगत भारी कोलापुरी... जगत भारी...

साथियों,
चुनाव के पहले ही मैंने कहा था ये चुनाव विकसित भारत के संकल्प का चुनाव है। लेकिन जैसे ही कांग्रेस पार्टी और उसके दोस्तों को ये एहसास हुआ कि वो विकास के ट्रैक रिकॉर्ड में एनडीए की बराबरी नहीं कर सकते, उन्होंने अपनी रणनीति बदल दी इसलिए इंडी-एलाइंस वालों ने खुलकर देश विरोधी एजेंडा और तुष्टीकरण के हतकंडों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। अब कांग्रेस का एजेंडा है कि वो सरकार में आने के बाद कश्मीर में आर्टिकल 370 वापस ले आएंगे... क्या आप ऐसा करने देंगे, अब किसी में हिम्मत है कि मोदी के इस कदम को पीछे हटा सके... ये लोग कह रहे हैं कि इनकी सरकार बनी तो ये लोग सीएए कानून रद्द कर देंगे... क्या ये देश उनको करने देगा और अगर करने जाएंगे तो उनकी हालत क्या होगी उनको पता है क्या... अब आप मुझे बताइए जिन लोगों के तीन अंकों में लोकसभा सीट जीतने के लाले पड़े हो, क्या ये इंडी-एलायंस वाले सरकार के दरवाजे तक भी पहुंच सकते हैं क्या? और उनका तो हाल ये है जी वो ऐसी फार्मूला बना रहें एक साल- एक पीएम ये फार्मूला निकालने में लगे हैं। अगर पांच साल मौका मिले तो पांच प्रधानमंत्री। अब इनको इसकी आदत हो गई कर्नाटका में भी अभी सरकार बनी उनकी पार्टी, उनका विजय, फार्मूला क्या ढाई साल एक मुख्यमंत्री ढाई साल के बाद जो डेप्युटी सीएम है वो मुख्यमंत्री ये खेल खेल रहें हैं। इन्होंने छत्तीसगढ़ में फार्मूला बनाई थी ढाई साल एक मुख्यमंत्री दूसरे ढाई साल दूसरा मुख्यमंत्री। उन्होंने राजस्थान में फार्मूला बनाई थी, एक ढाई साल एक मुख्यमंत्री दूसरे ढाई साल और हुआ क्या? ये फार्मूला निकालने वाले लोग पांच साल में पांच प्रधानमंत्री देश पर थोपने के सपने देखने वालों को ये देश कभी भी सहन करने वाला नहीं है। और इसलिए यह लोग देश पर गुस्सा उतार रहे हैं। कर्नाटका और तमिलनाडु में कांग्रेस और एंडी-एलायस के लोग, क्या भाषण कर रहे हैं। दक्षिण भारत को तोड़कर अलग देश बनाने की मांग कर रहे हैं। आप मुझे बताइए अहद पेशावर, अहद पेशावर, तहत तंजावर हिंदवी स्वराज्य... ये घोषणा जिस धरती पर हुई, छत्रपति शिवाजी महाराज की धरती क्या कभी भी कांग्रेस के ऐसे एजेंडे को स्वीकार करेगी क्या? इन्हें जवाब मिलना चाहिए, मिलेगा कि नहीं मिलेगा तगड़ा जवाब मिलेगा...

साथियों,
अयोध्या में राम मंदिर का 500 साल पुराना सपना पूरा हुआ। दशकों तक राम मंदिर को बनने से रोकने वाली कांग्रेस ने उसका भी बहिष्कार किया और ये कांग्रेस इतनी अधःपतन में गई है ये राम मंदिर की जो ट्रस्टी है ना य अच्छे लोग हैं तो कांग्रेस के सारे पाप माफ कर दिए और घर जाकर के निमंत्रण दिया कि नहीं भाई चलो जो हो गया हो गया आओ। उन्होंने उस निमंत्रण को ठुकरा दिया क्या कोई कभी प्रभु राम के दरबार में जाने का निमंत्रण ठुकरा सकता है क्या... ऐसे लोगों पर भरोसा कर सकते हैं क्या? अरे कांग्रेस वाले जरा आईने में चेहरा देखो वो अयोध्या के अंसारी, अयोध्या का वो अंसारी परिवार, जो जिंदगी भर राम मंदिर के विरुद्ध अला अदालत में केस लड़ता रहा। उसके पिताजी भी लड़ते रहे, वो भी गुजर गए, वो भी लड़ता रहा, लेकिन जब न्यायालय ने कहा कि भईया राम मंदिर है। तो अंसारी खुद प्रभु राम के प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में आकर के वहां मौजूद रहे। जिंदगी भर लड़ाई लड़ी लेकिन फिर राम की शरण आए और ये राम का निमंत्रण ठुकरा दिया। जो राम को ठुकराएगा उसको आप क्या करोगे, आप क्या करोगे, आप क्या करोगे? जो डीएमके पार्टी वो उनकी खासम-खास वो कह रही है सनातन को गालियां देने पर अब उतारू है कहती है ये सनातन तो डेंगू है मलेरिया है और जो लोग सनातन के विनाश की बात करते हैं उन्हें इंडी- अगाड़ी के लोग महाराष्ट्र बुलाकर उनका सम्मान करते हैं? ये दृश्य देखकर के मुझे तो सोचता हूं बाला साहब के पर कितनी बीती होगी? बाला साहब ठाकरे के मन पर कितनी चोट पहुंची होगी... ऐसे लोग हैं ये इतना ही नहीं इंडी आघाडी वोट बैंक की राजनीति में इतना गिर गया है कि शिवाजी महाराज की धरती पर ये औरंगजेब को मानने वालों से जाकर के मिल गए हैं। नकली शिवसेना इन सब एजेंडों में इन लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
आज बाला साहब ठाकरे होते तो इनकी ये हरकतें बहुत दुखी करती और आज भी उनकी आत्मा जहां भी होगी सबसे ज्यादा दुखी उनके इन कारनामों से होती होगी।

साथियों,
तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करने वालों की नजर अब लोगों की कमाई और दलित-पिछड़ों के आरक्षण पर पहुंच गई है। कांग्रेस के शहजादे उन्होंने घोषणा की है कि वो आपकी संपत्ति की, महिलाओं के गहने और सोने-चांदी की जांच करवाएंगे। आपकी कमाई को कांग्रेस उन लोगों में बांटेगी जिनका ये देश पर पहला हक है ऐसा बताते हैं, तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक गिर सकती है।

साथियों,
कांग्रेस ने एक और ऐसी घोषणा की है जो महाराष्ट्र के हर मतदाता को जानना जरूरी है। कांग्रेस ने ऐलान किया है आप जीवन भर जो कमाएंगे, अपने बच्चों के लिए जो कुछ भी जोड़ते रहेंगे, वो पूरा का पूरा आपके संतानों को नहीं मिलेगा। आज आपके पास गाड़ी है तो आप अपने बेटे को दे सकते हैं, घर है दे सकते हैं, खेत है दे सकते हैं, ये कांग्रेस के शहजादे फार्मूला लाए हैं। आपके न रहने के बाद आपकी पैतृक कमाई में से आधा हिस्सा कांग्रेस Inheritance tax लगाकर वसूल करना चाहती है। क्या आप अपनी मेहनत करके जो कमाई की है, पाई-पाई बचाई है बच्चों के लिए, क्या उसे आप लूटने देंगे क्या? ये कांग्रेस की सरकार जो सपने देखती है उसको पूरा होने देंगे क्या?

साथियों,
महाराष्ट्र बाबा साहेब आंबेडकर, छत्रपति शाहू जी महाराज, ज्योतिबा फुले की धरती है। महाराष्ट्र की ये धरती सामाजिक न्याय का प्रतीक है। लेकिन कांग्रेस और इंडी आघाडी ने सामाजिक न्याय की हत्या करने की भी ठान ली है। हमेशा बाबासाहब का अपमान करने वाली कांग्रेस अब दलितों- पिछड़ों के आरक्षण पर डाका डालने की तैयारी में है। कांग्रेस महाराष्ट्र समेत पूरे देश में आरक्षण का अपना कर्नाटक मॉडल लागू करना चाहती है और ये कर्नाटक का मॉडल क्या है... इस देश के दलितों ने, आदिवासियों ने, पिछड़ों ने, एससी-एसटी, ओबीसी, सबने समझने जैसा है जी, बड़ा भयंकर है मॉडल। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने ओबीसी कोटे में जो 27 पर आरक्षण है, वो मुसलमानों को देने के लिए उन्होंने क्या किया रातों-रात एक कागज पर थप्पा मार कर के सभी मुसलमानों को ओबीसी बना दिया रातों-रात और इसके कारण वो ओबीसी का जो कोटा था उसके हकदार बन गए। और जो ओबीसी को मिलता था वो पूरा का पूरा उन्होंने लूट लिया भाइयों। अब यह फार्मूला यह पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। आप करने देंगे क्या, करने देंगे क्या? 2012 में इंडी-गठबंधन की सरकार ने ये कोशिश की थी तब ये सफल नहीं हो पाए थे। इसलिए अब कांग्रेस संविधान बदलकर दलित-पिछड़ों का आरक्षण धर्म के नाम पर बांटना चाहती है। ओबीसी के आरक्षण पर ये डाका, क्या कभी कोई बर्दाश्त कर सकता है क्या? आप बर्दाश्त कर सकते हैं क्या? आप स्वीकार कर सकते हैं क्या? जिन लोगों ने कर्नाटक में पिछड़ों का आरक्षण छीना है, उन्हें देश में एक इंच भी सफलता नहीं मिलनी चाहिए। अवसर नहीं मिलना चाहिए।

साथियों,
कांग्रेस और इंडी आघाडी का एक ही एजेंडा है, सरकार बनाओ नोट कमाओ। लेकिन हमनें इन 10 वर्षों में समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए काम किया। एनडीए ने युवाओं और महिलाओं को केंद्र में रखकर काम किया। एनडीए ने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया ताकि देश में उद्योग बढ़े। एनडी ने स्टार्ट-अप इंडिया अभियान शुरू किया ताकि युवाओं को ज्यादा अवसर मिले। आज स्टार्टअप्स के मामले में भारत दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा देश है। आज दुनिया में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा मोबाइल फोन बनाने वाला भारत है। यानि जिस युवा को कांग्रेस ने नौकरी और रोजगार के लिए तरसा दिया था, भारत का वो युवा अब दुनिया की अर्थव्यवस्था को दिशा दे रहा है। अगले कार्यकाल में भाजपा एनडीए युवाओं को और ज्यादा अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए भाजपा ने घोषणा की है कि मुद्रा योजना के तहत अब 10 लाख के बजाय 20 लाख रुपए का लोन दिया जाएगा, बिना गारंटी दिया जाएगा। अगले पांच साल में हमारी सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर पर रिकॉर्ड निवेश करेगी, इससे भी युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

साथियों,
विकास में महिलाओं की भागीदारी विकसित हो और विकसित भारत की गारंटी है। इसलिए महिलाओं के लिए अवसर, उनकी सुरक्षा, ये मोदी की गारंटी है। पहले जिन सेक्टर्स में महिलाओं के काम करने के ऊपर पाबंदी थी, मोदी ने उस पाबंदी को खत्म कर दिया। हमारी सरकार ने रोजगार मेलों के जरिए सरकारी नौकरी में लाखों भर्तियां की है। इससे सरकारी नौकरियों में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। महाराष्ट्र में यहां, कोल्हापुर में सहकारी समितियों में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका है। हमारी सरकार ने पहली बार अलग सहकारी मंत्रालय बनाया। हमनें महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सेल्फ हेल्प ग्रुप का एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया। इसी का नतीजा है कि पिछले 10 साल में 10 करोड़ महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी है। यहां महाराष्ट्र में भी पिछले 10 वर्षों में सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाओं को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी गई है। अब हमारी सरकार सेल्फ हेल्प ग्रुप की तीन करोड़ महिलाओं को, तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लेकर काम कर रही है।

साथियों,
आज यही नारी शक्ति जब मोदी का सुरक्षा कचर बनकर खड़ी है तो कांग्रेस वालों की जरा तकलीफ ज्यादा ही बढ़ जाती है। और आप भूलिएगा नहीं, वीरांगना ताराबाई के देश में कांग्रेस के युवराज शक्ति का विनाश करने की बातें करते हैं।

साथियों,
कोल्हापुर विकास और विरासत की संभावनाओं से भरा क्षेत्र है लेकिन इंडी आघाडी की सरकारों ने इस क्षेत्र की इतनी उपेक्षा की... आज केंद्र की एनडीए सरकार और मुख्यमंत्री एकनाथ सिंधे जी, देवेंद्र फडणवीस और भाई अजीत पवार की सरकार कोल्हापुर के विकास के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। मुंबई बेंगलुरु हाईवे के विस्तार का काम तेजी से चल रहा है। शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे के जरिए महाराष्ट्र का एक बड़ा हिस्सा आधुनिक कनेक्टिविटी से जुड़ने जा रहा है। हमनें कोल्हापुर और क्षेत्र के नई ट्रेनें दी हैं और भविष्य में यहां वंदे भारत ट्रेनें भी चलेगी। हमनें कोल्हापुर वैभव वाड़ी रेलवे लाइन को मंजूरी दी है, जिससे कोकण क्षेत्र की कनेक्टिविटी और बढ़ेगी। कोल्हापुर एयरपोर्ट के लोकार्पण का सौभाग्य भी मुझे ही मिला है।

भाइयो और बहनों,
इस क्षेत्र में अंबाबाई शक्तिपीठ का आशीर्वाद प्राप्त है। आने वाले समय में अच्छी सड़को और सुविधाओं के कारण लाखों भक्त अंबाबाई के दर्शन करने आएंगे। यहां उद्योग, व्यापार और पर्यटन से जुड़े अवसर पैदा होगें। आप मुझे बताइए मोटा कमीशन न मिलने तक फाइलों को दबाकर बैठने वाले लोग, याकूब मैनन की कब्र को सवारने वाले लोग, उनसे आप कोल्लापुर का, महाराष्ट्र का, भाग्य बदलने की उम्मीद कर सकते हैं क्या... ये लोग महाराष्ट्र को आगे लेकर जा सकते हैं क्या...

साथियों,
7 मई को महाराष्ट्र और देश का भविष्य तय करने के लिए एक बड़ा अवसर आ रहा है, मेरा आप सबसे अनुरोध है कि कोल्हापुर से एनडीए के उम्मीदवार भाई संजय मांडलिक जी और हाथ कड़ागले से धैर्यशील माणे जी इनके पक्ष में भारी संख्या में मतदान करके मोदी के हाथ मजबूत कीजिए। आप इनको जो वोट देने वाले हैं ना, वो वोट सीधा-सीधा मोदी को जाने वाला है। लेकिन गर्मी बहुत है, कहीं-कहीं शादियां भी है फिर भी मतदान ज्यादा होगा ना? आप घर-घर जाएंगे मतदाताओं को जगाएंगे? आप पोलिंग बूथ जीतेंगे... मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे? पक्का... अच्छा मेरा एक काम करेंगे... ये मेरा पर्सनल काम है करेंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे... करेंगे... मेरा एक काम करना, मेरा एक काम करना, यहां से जाने के बाद आस-पास पड़ोस में, गांव में, मोहल्ले में, जिन-जिन लोगों को मिलना हो जाए, नहीं होता है तो जाकर के मिलिए, मेरी तरफ से मिलिए, और हर एक को कहना कि अपने मोदी जी कोल्हापुर आए थे और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है घर-घर मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे... आप जब हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे ना... तो हर घर के लोग मुझे आशीर्वाद देंगे और हर परिवार से जब मुझे आशीर्वाद मिलेगा, तो मेरी ऊर्जा अनेक गुना बढ़ जाएगी। और वो ऊर्जा आपके लिए काम आएगी क्योंकि आपका सपना यही मेरा संकल्प है। मेरा पल-पल आपके नाम है। मेरा पल-पल देश के नाम है और इसलिए भाइयों- बहनों मैं प्रण लेकर के चला हूं, 24 बाय 7 फॉर 2047, ये प्रण लेकर के निकला हूं। आपके लिए निकला हूं और इसलिए मुझे पल-पल आपके आशीर्वाद की जरूरत है। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।