आने वाले पांच वर्षों में मोदी-योगी; पूर्वांचल की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने वाले हैं: जौनपुर, उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी

भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।

शीतला धाम चौकिया के ई पावन धरती जौनपुर के हमरे सब परिवार के लोगन के हमार प्रणाम! आपका ये आशीर्वाद, आपका ये स्नेह, ये दिखाता है कि यूपी में इंडी गठबंधन वालों के लिए एक सीट भी जीतना भी मुश्किल कर दिया है आप लोगों ने। 4 जून को जौनपुर में इतनी ‘इमरती’ बंटेगी कि सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।

भाइयों और बहनों,

ये चुनाव देश के प्रधानमंत्री चुनने का अवसर है। अब ऐसा प्रधानमंत्री, जो एक दमदार सरकार चलाए, जिस पर दुनिया रौब न जमा सके लेकिन वो भारत के दमखम से दुनिया को परिचित करवाए। इसलिए जब आप जौनपुर से हमारे कृपाशंकर जी को वोट देते हैं, मछलीशहर से बीपी सरोज जी को वोट देते हैं, तो आपका वोट दमदार सरकार बनाता है। आप इनको जो वोट देंगे वो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। (बैठिए भैया बैठिए सरोज जी) और दमदार सरकार कैसे काम करती है, ये आपने काशी में देखा है। ये आप अयोध्या में होते देख रहे हैं। पहले लोग विकास की बातें करते थे, तो चर्चा कभी दिल्ली की होती थी, कभी मुंबई की होती थी। अब देश और दुनिया काशी की भी चर्चा करता है, अयोध्या की भी चर्चा करता है। भाइयों-बहनों इतनी बड़ी तादाद में आपका आना, उसमें भी मैं देख रहा हूं चारों तरफ मुझे माताएं-बहनें के दर्शन हो रहे हैं, यह मेरा बड़ा सौभाग्य है कि इतनी बड़ी मात्रा में माताएं-बहनें इस लोकतंत्र के उत्सव को मना रही है, उसका नेतृत्व कर रही है और आपके आशीर्वाद जीवन में और क्या चाहिए मां-बहनें आपका आशीर्वाद यह मेरी बहुत बड़ी शक्ति बन गई है।

साथियों,

विकसित भारत बनाना, ये मेरा प्रण है! और विकसित भारत का ग्रोथ इंजन पूर्वांचल होगा, पूर्वी भारत होगा। इसलिए, जब मैं एक्सप्रेसवे बनाता हूं तो जौनपुर वालों को बड़ा लाभ होता है। जब मैं बनारस के हवाई अड्डे को अपग्रेड करता हूं, तो भी यहां के लोगों को फायदा होता है। ये पूरा क्षेत्र हेल्थ और एजुकेशन, शिक्षा और स्वास्थ्य का एक बड़ा मजबूत हब बन रहा है। आने वाले 5 सालों में मोदी-योगी, पूर्वांचल की तस्वीर और तकदीर, दोनों बदलने वाले हैं।

साथियों,

जौनपुर तो, देश को IAS और IPS देने वाला जिला है। NDA सरकार, परीक्षा से लेकर भर्ती तक नई औऱ पारदर्शी व्यवस्थाएं बनाने में जुटी है। पहले केंद्र सरकार के ग्रुप- सी, डी की भर्तियों में इंटरव्यू होते थे। मोदी ने ये खत्म कर दिया, ताकि युवाओं को बेवजह की परेशानी ना हो, पारदर्शिता के साथ उनका चयन हो। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी हमने बड़ा फैसला लिया। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पहले सिर्फ अंग्रेज़ी में होती थी। अगर आपका बच्चा स्कूल में अंग्रेजी में पढ़ा है तभी उसको आगे जाने का कोई खिड़की खुलती है। अब मुझे बताइए भाई एक गरीब मां का बेटा, गरीब मां की बेटी, बच्चे को अंग्रेजी पढ़ाने कहां जाएगी, अंग्रेजी पढ़ाने के पैसे कहां से लाएगी? तो क्या मेरा मे दलित का बेटा डॉक्टर नहीं बनेगा क्या? मेरे पिछड़े का बच्चा डॉक्टर नहीं बनेगा क्या? और इसलिए भाइयों-बहनों मैंने तय कर लिया अब डॉक्टर बनना है, इंजीनियर बनना है तो आप अपने गांव की भाषा में पढ़ कर के आएंगे तो भी डॉक्टर बनेंगे इंजीनियर बनेंगे। अब गरीब मां का बेटा भी डॉक्टर बनेगा, गरीब मां की बेटी भी डॉक्टर बनेगी इंजीनियर बनेगी। अब हमने हिंदी में पढ़ाई और हिंदी में परीक्षा यह रास्ता खोल दिया है। लेकिन आप जानते हैं कांग्रेस और इंडी गठबंधन इसका भी विरोध करते हैं। यह लोग आपके बच्चों का उज्जवल भविष्य नहीं चाहते।

साथियों,

भाजपा, युवाओं की आकांक्षाओं को समझती है, उनके लिए काम करती है। ये भाजपा है जिसने मेडिकल की परीक्षा में ओबीसी आरक्षण को लागू किया है। हमने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया है। पेपर लीक माफिया के खिलाफ सख्त कानून भी मोदी सरकार ने बनाया है। ये हमारी सरकार है जो हर जिले में मेडिकल कॉलेज बना रही है। हम रिकॉर्ड संख्या में IIT,IIM, AIIMS, बना रहे हैं। और इस महाअभियान का सबसे ज्यादा फायदा युवाओं को मिल रहा है।

भाइयों और बहनों,

इस चुनाव में देश के सामने दो मॉडल हैं। एक तरफ हम लोग हैं मोदी है भाजपा है एनडीए है, हम लोगों का रास्ता क्या है हम लोगों का रास्ता है संतुष्टिकरण। हर किसी को संतुष्ट करना, संतोष देना और दूसरी तरफ सपा हो कांग्रेस हो घमंडिया गठबंधन हो उनका मॉडल है तुष्टीकरण अपीजमेंट। देश में जब सपा कांग्रेस का तुष्टीकरण मॉडल चलता था तो सिर्फ और सिर्फ कुछ परिवारों का ही लाभ हुआ। सामाजिक न्याय के नाम पर गरीब, दलित, पिछड़ों के साथ छल हुआ है छल, अपराध हुआ है। कच्चे घर, गंदा पानी, खुले में शौच न जाने कितने अपमान, बिजली गैस का अभाव। (कोई इस बच्चे से फोटो ले लीजिए उस बच्चे को इतने प्यार से आया है। बेटे थोड़े आगे आ जाओ तुम, बेटा आगे आ जाओ थोड़ा। एसपीजी वाले आप उसको बेचारे को परेशान मत करो। देखिए कितना बढ़िया स्केच बना के लाया है। वाह खुद बनाते हो बेटा खुद बनाते हो। अच्छा पीछे तुम्हारा नाम पता लिखा है, हां तो मैं चिट्ठी लिखूंगा तुझे। देखिए तुम इतना अच्छा बनाते हो तो पढ़ाई भी उसी में करना तुम बहुत अच्छे आर्टिस्ट बनोगे।) साथियों, गरीब को कैसे अभाव में जीना पड़ता था, बिजली नहीं, गैस के चूल्हे का तो सवाल नहीं, राशन नहीं, अस्पताल में इलाज नहीं, नौजवान के लिए पलायन करने के सिवाय कोई चारा नहीं और वो जहां जाते थे वहां भी चैन से नहीं रह सकते थे। उनकी पीठ पीछे यहां दबंग माफिया घर और जमीन पर कब्जा कर लेते थे। जब वापस आते थे तो घर पर कोई और बैठ जाता था।

भाइयों और बहनों,

मोदी के संतुष्टिकरण, संतोष वाला मॉडल ने स्थिति बदल दी है। यूपी में भाजपा ने, जमीन माफिया की कमर तोड़ दी है, ये जो उद्योग चल रहा था उसकी कमर तोड़ दी। अब नागरिकों का हित सर्वोपरि है। जो जौनपुर में राशनकार्ड बना है, अब उसी पर मुंबई जाओ, सूरत जाओ, हैदराबाद जाओ मुफ्त राशन उस पर मिल जाएगा। क्योंकि मोदी ने वन नेशन, वन राशन कार्ड लागू कर दिया है। यहां यूपी में 50 लाख पक्के घर लाभार्थियों को मिल चुके हैं। इसमें से 1 लाख घर यहीं जौनपुर जिले में मिले हैं। 1 लाख घर जिले में। मुझे बताइए, हर मां मोदी को आशीर्वाद देगी कि नहीं देगी। फिर ये ईवीएम ईवीएम करके चिल्लाते हैं। अरे इनको मालूम नहीं है ये ईवीएम का खेल नहीं है यह हर मां बहन के आशीर्वाद है, जिसको रहने के लिए पक्का घर मिला है। और मुझे कभी-कभी मौका मिल जाता है तो मैं इन लाभार्थियों के घर में जाकर देखता हूं इनमें शौचालय, नल से जल, बिजली, सस्ता सिलेंडर ये सारी सुविधाएं घर के साथ होती हैं, सिर्फ चार दीवारें नहीं, घर याने पक्का घर। और ज्यादातर घर, हमारे समाज का रिवाज कैसा है मेरी माताएं-बहनों को जरूर बता देना। मेरी ये बात जरूर बता देंगे आप लोग। हमारे यहां परंपरा क्या थी घर है तो पति के नाम। (ये क्या बढ़िया मोदी योगी बना लाए हो भाई। और ये मोदी तो इतना सुंदर लग रहा है, क्या बढ़िया मेकअप किया है भाई। और हाथ भी बढ़िया वाह दोनों मोदी योगी बनके आ गए। शाबाश बहुत बढ़िया किया आपने। देखिए सब अखबार वालों की नजर मेरे से हट गई आप पर आ गई। बढ़िया है वाह। ये मोदी को तो हाथ हिलाना भी आ गया है)

अच्छा माताएं बहनें सुनिए, (भाई उन बच्चों को बिठाइए परेशान मत कीजिए। मैं उनका बहुत आभारी हूं) देखिए हमारे समाज में कैसा रहा घर है तो मालिक कौन कोई पति या पुत्र, दुकान है तो मालिक कौन पति या पुत्र, गाड़ी लाए तो मालिक कौन पति या पुत्र, खेत है तो मालिक कौन पति या पुत्र, हमारी माताओं-बहनों के नाम पर कुछ नहीं। मोदी ने कह दिया ये नहीं चलेगा और इसलिए मोदी जो घर देता है ना वह महिलाओं के नाम पर देता है। और मैंने तो तय किया है मैं तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने वाला हूं। और मैं आपको एक और गारंटी दूंगा जिनको भी घर, गैस, पानी का नल नहीं मिला है, मेरा एक काम करोगे आप लोग? हाथ ऊपर करके सबके सब बताओ तो बोलूंगा मेरा एक काम करोगे, पक्का करोगे। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा एक काम करोगे? देखिए इस चुनाव में आप जहां-जहां जाएंगे और हो सकता है किसी गांव में एकाध दो परिवार ऐसे मिल जाएं जिनको अभी पक्का घर नहीं मिला है, किसी को नल से जल नहीं मिला है, किसी को गैस का कनेक्शन नहीं मिला है तो उसका नाम पता लिख कर के मुझे भेज दीजिए और उसको कह देना कि मोदी जी ने गारंटी दी है कि 4 जून के बाद जब तीसरी बार सरकार बनेगी तो जिनको अभी घर नहीं मिला उनको मिल जाएगा, जिनको गैस नहीं मिला मिल जाएगा, ये मेरा काम करोगे? मुझे सबको देना है क्योंकि मेरे लिए तो ये माताओं-बहनों की पूजा है, भक्ति है मेरी। ये भक्ति मैं करूंगा और प्रसाद में चढ़ाऊंगा उनके लिए पक्का घर। ये मेरी भक्ति है।

साथियों,

अब मोदी ने और एक काम तय किया है। मैंने तय किया है कि आपका जो बिजली का बिल है ना घर में अब मोदी ने बिजली तो दी, लेकिन लोग आके भड़काते हैं, देखो बिजली दी क्या मिला, इतना बिल दिया मोदी ने तो। अब मैंने कह दिया है अब मोदी ने बिजली तो दी अब बिल भी मुझे जीरो करना है, बिजली का बिल जीरो। इतना ही नहीं आप बिजली पैदा भी करेंगे और घर के काम की बिजली के अतिरिक्त जो बिजली होगी वह सरकार खरीद करके आपको कमाई भी होगी। यह पीएम सूर्य घर योजना के तहत होगा। मोदी की एक और गारंटी आपके परिवार की बचत बढ़ाने वाली है। अब देखिए हर परिवार में बुजुर्ग लोग होते हैं। 70 वर्ष से ऊपर की आयु के माता पिता दादा दादी चाचा चाची नाना नानी कोई कोई तो होता ही है। और 70 साल हो जाते हैं तो छोटी मोटी बीमारी भी आ जाती है। अब जो बेटा और बेटी कमाते हैं उनके सामने एक तरफ खुद का रोजमर्रा की जिंदगी, दूसरी तरफ बच्चों का भविष्य और ऊपर से बुजुर्ग माता-पिता की जिम्मेवारी और उसमें भी अगर कोई बीमारी आ गई तो तो वह परिवार बेचारा तबाह हो जाता है। कितना ही मेहनती बेटा हो कितनी मेहनती बेटी हो, लेकिन बीमारी परिवार में मुसीबत कर देती है। तो मोदी की एक और गारंटी आपके माता-पिता दादा-दादी चाचा-चाची नाना-नानी अगर वो 70 साल से ऊपर के हैं तो उनके इलाज की चिंता आप नहीं, ये मोदी करेगा, आपका बेटा करेगा। और इससे आपका जो पैसा बचेगा उससे आपको अपने बच्चों का भविष्य बनाना है। बनाएंगे?

भाइयों और बहनों,

एक तरफ मोदी संतुष्टिकरण से सच्चा सामाजिक न्याय देने में जुटा है तो वहीं सपा-कांग्रेस का इंडी-गठबंधन तुष्टिकरण के गर्त में गिरता ही चला जा रहा है। वोट बैंक की राजनीति से ऊपर नहीं उठता है। आए दिन कभी छिप करके, कभी खुलेआम हिंदू-मुसलमान हिंदू-मुसलमान 70 साल से यही खेल करते रहे। अब मुझे बताइए भाइयों, इस देश को 500 साल के इंतजार के बाद राम मंदिर मिला कि नहीं मिला। आपको आनंद हुआ कि नहीं हुआ। गर्व हुआ कि नहीं हुआ। पूरा देश खुश है दुनिया में रहने वाला हर हिंदुस्तानी खुश है। लेकिन यह परिवारवादी गालियां दे रहे हैं गालियां। सपा के शहजादे, उनके चाचा वह तो राम मंदिर को कहते हैं बेकार है। ये सपा के शहज़ादे काशी का मज़ाक उड़ाते हैं।

साथियों,

अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए ये लोग हर हद पार कर रहे हैं। मुझे तो हैरानी है, 21वीं सदी और ये तीन तलाक का झंडा लेकर घूम रहे हैं। यह माताओं-बहनों के साथ जुल्म हो रहा है। ये समझने को तैयार नहीं, क्यों? वोट मिलता है। यह आर्टिकल 370 जो हटाया हमने, देश का संविधान पूरे देश में लागू किया। अब कहते नहीं, हम 370 की दीवार फिर से बना देंगे। ये धर्म के आधार पर देश में आरक्षण की वकालत करते हैं। ये देश का संविधान बदल एससी एसटी ओबीसी को जो आरक्षण मिला है उसका हक छीनना चाहते हैं, डाका डालना चाहते हैं। और ये काम उन्होंने कर्नाटक में कर दिया। वहां उन्होंने क्या किया, जितने मुसलमान थे कर्नाटका में, कितने ही सुखी हो, संपन्न हो, पढ़े लिखे हो, उन्होंने रातों रात सभी मुसलमानों को एक हुकम करके ओबीसी बना दिया। इससे क्या हुआ जो ओबीसी को आरक्षण मिला था उसमें बहुत बड़ा डाका डाल दिया रातोंरात आरक्षण के दो हिस्से हो गए। एक हिस्सा उनके पास चला गया और बाकी जो इतने सालों से ओबीसी का आरक्षण था वे बेचारे रोते रह गए। और यह पूरा मॉडल पूरे देश में लागू कर करना चाहते हैं। भाइयों बहनों, मैं भी आप के बीच में से निकला हूं। क्या मेरे जीते जी कर पाएंगे क्या? मेरे जीते जी यह ओबीसी का आरक्षण छीन पाएंगे क्या? मेरे जीते जी एससी का आरक्षण छीन पाएंगे क्या? मेरे जीते जी एसटी का आरक्षण छीन पाएंगे क्या? भाइयों बहनों मैं जिंदा हूं ना तब तक मैं इनको ये राजनीति नहीं करने दूंगा। अब आपने सुना होगा ये कांग्रेस वाले एक एक्सरे मशीन लाए एक्सरे मशीन लाया, जरा उससे सावधान रहने की जरूरत है। ये कांग्रेस वाले अभी पिछले एक हफ्ते से मैं उनके हिडन एजेंडे को खुला कर रहा हूं तबसे डर गए हैं। मुझे लगता है उनका एक्सरे मशीन बिगड़ा हुआ है रिपेरिंग में गया लगता है। वो कहते हैं हम आपकी संपत्ति का एक्सरे निकालेंगे। शादी करके आए तो आपके पास कितना सोना था, कितने गहने थे, आपके पास मंगल सूत्र था कि नहीं था, बैंक में कुछ पैसा पड़ा है कि नहीं पड़ा है। खेत खलिहान कितना है, गाड़ी वाड़ी व्यापार वगैरह... बोले हम सारा एक्सरे निकालेंगे और आपके आवश्यकता से ज्यादा है वो हम छीन लेंगे। मुझे बताइए, आप छीनने देंगे क्या? आपका खेत खलिहान छीनने देंगे क्या? आपका मंगलसूत्र छीनने देंगे क्या? आपके गहने छीनने देंगे क्या? भाइयों बहनों, इनका तो इरादा है कि अब आपके पास जो है ना, वह मरने के बाद आप अपने बच्चों को नहीं दे सकते हैं बताइए। हमारे देश में मां-बाप जीवन के आखिर में चाहता है कि मेरे पास कुछ ज्यादा हो ताकि मैं बच्चों को देकर के जाऊं। ये कहते हैं मरने के बाद आप अपने बच्चों को नहीं दे पाएंगे आधे से ज्यादा सरकार ले लेगी। क्या आप लेने देंगे क्या?

साथियों,

आपको कांग्रेस की एक्स-रे मशीन से भी सावधान रहना है। कांग्रेस के शहज़ादे एक्स-रे मशीन लेकर घूम रहे हैं। वो कहते हैं कि जो आपने अपनी संतानों के लिए बचाया है, कमाया है... उसका एक्स-रे करेंगे और एक हिस्सा अपने वोटबैंक को दे देंगे। अब आप ही बताइए साथियों... आप अपनी कमाई...अपनी तनख्वाह का आधा हिस्सा...अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा सपा-कांग्रेस को देंगे क्या?

भाइयों-बहनों,

ये सपा-कांग्रेस के खेल खतरनाक हैं। शहजादों की नीति खतरनाक है। वो यहां आपसे वोट मांग रहे हैं और दक्षिण भारत में जाकर के उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान करते हैं, गालियां देते हैं। उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अनाप शनाप भाषा बोलते हैं। ये लोग सनातन धर्म को गालियां दिलवाते हैं। इनके साथी डीएमके के लोग हों, केरल में लेफ्ट के लोग हों, कर्नाटक और तेलंगाना कांग्रेस के लोग हों जब वो दल यूपी के लोगों को गालियां देते हैं तो सपा-कांग्रेस वाले अपने कान में रुई डाल देते हैं। क्या यूपी के लोगों को गाली देने वाले इंडी गठबंधन को आप माफ कर देंगे क्या? हम उत्तर प्रदेश के लोगों को गाली देने वालों को माफ कर देंगे क्या?

साथियों,

विकसित भारत के लिए हमें भारत भाजपा को जिताना है। हमें भारत को मजबूत बनाना है। ई बताव हम ईहां से जीत के लिए आश्वस्त होई के जाई ना? बोला...? मछलीशहर में भी कमल के फूल खिली न, बोला खिली न? यही जोश है, जिसके चलते देश कह रहा है- फिर एक बार…मोदी सरकार ! मैं बहुत-बहुत आपका आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।