माफिया के लिए आंसू बहाने वालों लोगों को अब पूर्वांचल में पैर नहीं रखने देना है: घोसी, यूपी में पीएम मोदी
इंडी गठबंधन वाले भारत में बहुसंख्यक समाज को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहते हैं: घोसी, यूपी में पीएम मोदी

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

लोकसभा चुनाव के ई महायज्ञ में, आज हम भृगु बाबा और वन देवी के प्रणाम करे अइनी ह। घोसी, मऊ, सलेमपुर, बलिया इ पूरा इलाका हमरे पड़ोस के इलाका ह। बनारस वालन के लिए इ पड़ोस ही हौ ना?

भाइयों और बहनों,

चौबीस के इस चुनाव पर पूरी दुनिया की नज़र है। भारत जितनी दमदार सरकार बनाएगा, जितना दमदार प्रधानमंत्री बनाएगा, दुनिया के हर देश में सुनाई देगी। साथियों, पूर्वांचल की ये धरती तो, पराक्रम और क्रांति की धरती है। ये वो इलाका है, जहां मंगल पांडेय का साहस है। यहां महाराजा सुहेलदेव का पराक्रम है, और स्वर्गीय चंद्रशेखर जी की मुखर आवाज है। ऐसे में पूर्वांचल के लिए तो इस चुनाव का महत्व डबल है। सपा-कांग्रेस के परिवारवाद ने, उनके परिवारवाद ने पूर्वांचल को माफिया का क्षेत्र बना दिया था। अभाव, गरीबी, लाचारी का क्षेत्र बना दिया था। लेकिन 10 साल से पूर्वांचल देश का प्रधानमंत्री चुन रहा है। 7 साल से पूर्वांचल, उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री चुन रहा है। औऱ इसलिए, पूर्वांचल सबसे खास है। घोसी, बलिया और सलेमपुर सिर्फ MP नहीं, बल्कि देश का PM चुन रहे हैं। घोसी से सुभासपा के अरविंद राजभर जी को मिला हर वोट, मोदी को मिलेगा। बलिया से नीरज शेखर जी को मिला वोट, मोदी को मिलेगा। सलेमपुर से रवींद्र कुशवाहा जी को मिला हर वोट, मोदी को मिलेगा। और इसलिए मेरे साथ बोलिए, फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

एक जून को मतदान से पहले हमारा पूर्वांचल मन बना चुका है। BJP को जिताना है, NDA को जिताना है। पूर्वांचल गरीब बेटे को ताकत देगा, जो आपकी सेवा में दिन रात एक कर रहा है। पूर्वांचल उसे ताकत नहीं देगा, जो आपको गरीब बनाए रखना चाहते हैं। आज मोदी आपका पक्का घर बना रहा है, आज मोदी आपकी प्रॉपर्टी के पक्के कागज़ यानि घरौनी बनाकर दे रहा है। इसलिए हमारे सभी देशवासियों ने ठान लिया है, आप सब का मक्कम निरधार है। आपका आशीर्वाद मोदी के साथ है।

साथियों,

समाजवादी पार्टी ने हमेशा साजिश के तहत पूर्वांचल को पिछड़ा बनाए रखा। ऐसे लोगों को पूर्वांचल बार-बार सजा देगा, जिन्होंने इस क्षेत्र के साथ विश्वासघात किया। इंडी गठबंधन के वो लोग, जिन्होंने आपके घरों में आग लगाई, जिन्होंने आपकी ज़मीनों पर कब्ज़े किए। जिन्होंने यहां दंगाइयों को ताकत दी, जो माफिया के लिए आंसू बहाते हैं, ऐसे लोगों को अब पूर्वांचल में पैर नहीं रखने देना है।

साथियों,

आज मैं पूर्वांचल को, घोसी के लोगों को इंडी गठबंधन की बहुत बड़ी साजिश से सतर्क करने आया हूं। सपा-कांग्रेस का इंडी-गठबंधन, सभी जातियों को आपस में लड़ा रहा है। ये लोग चाहते हैं, दलित, ब्राह्मण, राजपूत, भूमिहार, चौहान, बनिया, यादव, मल्लाह, कुर्मी,कुशवाहा, राजभर, कुम्हार, गोंड, कायस्थ, सिंधी ऐसे.सब आपस में झगड़ा करके कमजोर हो जाएं। आप सोच रहे होंगे कि इससे इंडी गठबंधन का क्या फायदा होगा ? जब समाज के लोग एकजुट नहीं रहेंगे, आपस में एक दूसरे के बाल नोचेंगे, तो आपका असली मुद्दों से ध्यान भटक जाएगा। तब ये इंडी वाले अपनी असली साजिश को अमल में लाएंगे। ये तीन बड़ी साजिशों को पूरा करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। एक तो ये इंडी वाले, संविधान बदलकर उसमें नए सिरे से लिख देंगे कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाए। दूसरा, ये इंडी वाले लोग SC-ST-OBC को मिलने वाला आरक्षण खत्म कर देंगे।औऱ फिर तीसरा काम होगा, पूरा का पूरा आरक्षण धर्म के आधार पर मुसलमानों को देने का। आज सपा-कांग्रेस, इंडी वालों की वोटबैंक पॉलिटिक्स औऱ ये वोटबैंक पॉलिटिक्स इस स्तर पर नीचे गिर गई है। ये इंडी गठबंधन वाले भारत में बहुसंख्यक समाज को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहते हैं।

साथियों,

यहां जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं, उनको 2012 का सपा का घोषणा पत्र है वो शायद आपको याद नहीं होगा। 2012 में सपा ने अपने घोषणापत्र में साफ-साफ लिखा है कि जैसा आरक्षण बाबा साहब आंबेडकर ने दलितों को दिया वैसा ही आरक्षण मुसलमानों को दिया जाएगा। ये संविधान की भावना के खिलाफ है, बाबा साहेब की भावना के खिलाफ है, लेकिन इंडी वालों को इसकी कोई परवाह नहीं।

साथियों,

एक और तरीका कांग्रेस ने 2014 से पहले खोजा। ये तरीका, स्कूल-कॉलेज-यूनिवर्सिटी को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित करने का है।इसके लिए कांग्रेस ने रातों-रात कानून बदल दिया। एक झटके में ही हज़ारों शैक्षणिक संस्थानों को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कर दिया। और पहले इनमें SC/ST/OBC को आरक्षण मिलता था। वो पूरा खत्म हो गया और मुसलमानों को आरक्षण मिल गया। दलितों, पिछड़ों, आदिवासी बेटे-बेटियों के साथ इससे बड़ा धोखा क्या हो सकता है।

साथियों,

इनका तीसरा तरीका इन्होंने ओबीसी के आरक्षण में डाका डालने का अपनाया है। रातों-रात ये मुस्लिम जातियों को ओबीसी घोषित कर रहे हैं। अभी कलकत्ता हाईकोर्ट ने 77 मुस्लिम जातियों का ओबीसी आरक्षण खारिज किया है। मुस्लिम आरक्षण का ये पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में अटका हुआ है। बार-बार कोर्ट में ये मामला इसलिए अटका हुआ है क्योंकि बाबा साहब लिखकर गए थे कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता। क्योंकि वो तब बंटवारे के रूप में इसका परिणाम देख चुके थे। लेकिन वोटबैंक के भूखे, ये सपा वाले, कांग्रेस वाले बाबा साहब के संविधान को ही बदलना चाहते हैं, ताकि मुसलमानों को आरक्षण देने का जो उनका षडयंत्र है, SC-ST-OBC का आरक्षण छीन लेने का जो षडयंत्र है, उसको अदालत में जा करके कोई चुनौती न दे सके।

साथियों,

आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना, पूरी दुनिया से लोग वहां राम लला के दर्शन करने जा रहे हैं। लेकिन सपा-कांग्रेस के शाही परिवार के लोग, क्यों नहीं गए? इन्होंने प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण तक को ठोकर क्यों मार दी? आप याद कीजिए, चुनाव के समय ये मंदिरों में जाने का दिखावा करते हैं लेकिन 500 साल बाद, हमारी सभ्यता, हमारी आस्था का इतना बड़ा पल आया, तो ये राम मंदिर को गालियां देने लगे, खोट ढूंढने लगे। ये लोग राम मंदिर बनने से बहुत नाराज़ हुए। ये लोग लगातार दबाव बना रहे हैं कि जैसे शाहबानो का फैसला पलटा, वैसे ही राम मंदिर पर सर्वोच्च अदालत का फैसला भी पलटा जाए।

भाइयों और बहनों,

मोदी जब खुलकर इनकी पोल खोलता है, तो ये मोदी की कब्र खोदने के नारे लगाते हैं। ये लोग मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करने के फतवे निकालते हैं। लेकिन जब तक मोदी के पास माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच है, आप सब का आशिर्वाद है,नौजवान का उत्साह है, मोदी का कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। ये बलिया है जहां से घऱ-घर सस्ती उज्जवला गैस पहुंचाने की क्रांति शुरु हुई थी। आज पूरे देश में गरीब, दलित,पिछड़े परिवार की माताएं-बहनें मुझे हर दिन खाना पकाते समय आशीर्वाद देती हैं। मोदी ने चूल्हा ही नहीं दिया, मुफ्त अनाज भी दिया। ताकि किसी मां को भूखा रहना न पड़े, अपनी संतान को भूखा देखना न पड़े, गरीब का चूल्हा बुझ न जाए। आज यहां गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। अब मोदी हर परिवार के बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज की गारंटी लेकर आया है। आपको माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी के इलाज के खर्च की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। ये खर्चा मोदी करेगा।

साथियों,

हमारी माताएं-बहनें जानती हैं, शौचालय, बिजली, गैस, नल ये सब आ रहा है लेकिन मोदी इतने पर ही नहीं रुकेगा, अब मोदी हर परिवार को हमारी माताओं बहनों का बिजली का बिल ज़ीरो कर देगा, जीरो। इतना ही नहीं हर में बिजली बनेगी औऱ ज्यादा बिजली बेच करके हर परिवार कमाई भी करेगा। और इसके लिए मोदी ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना शुरु की है। योजना चालू है। आप आनलाइन रजिस्ट्री करवा सकते हैं। औऱ इसमें आपकी घर की छत पर सोलर पैनल लगेगा, उससे बिजली बनेगी औऱ वो बिजली आपको मुफ्त में काम आएगी और ज्यादा बिजली सरकार खरीदेगी। आफको कमाई होगी औऱ इसके लिए सरकार आपकी घर की छत पर सोलर लगाने के लिए सरकार आपको हर घर को 75 हजार रूपए तक की मदद करेगी।

साथियों,

4 जून को तो बड़ा मंगल है, बुढवा मंगल है, बुढवा मंगल है। 4 जून को ही विकसित भारत के लिए मंगल होना है। और इसलिए आपको याद रखना है, घोसी में NDA को जिताना है औऱ हम गलती न करें यहां पर चुनाव चिन्ह छड़ी है। ऐसा न हो, लोग जा करके कमल ढुंढे। औऱ कमल न दिखाई दे तो झगड़ा कर लें, यहां पर मोदी के हाथ में छड़ी है। बलिया में और सलेमपुर में, वहां कमल है। आपको जहां छड़ी है वहां छड़ी याद रहेगी? जहां कमल है वहां कमल याद रहेगा? लेकिन इसके लिए घर घर जाएगें? जरा दोनों हाथ ऊपर करके बताइए? घर घर जाएगें? ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? मतदान के सारे रिकार्ड तोड़ेंगे? हर पोलिंग बूथ को जीतेंगे? पक्का? अच्छा मेरा एक काम करेंगे आप लोग? ऐसे नही, पूरा हाथ जोड़ कर पूरी ताकत से बताओ तो बोलूं? मेरा एक काम करेंगे? ये चुनाव वाला काम नहीं है, मेरा पर्सनल काम है, करेंगे? जरा पूरी ताकत से बताइए, करेंगे? एक काम करना, आने वाले दिनों में जब भी किसी गांव में जाते हैं या अपने गांव वाले को ले करके, आपके गांव में जो देवस्थान हो, आपके गांव मे जो तीर्थ क्षेत्र हो, वहां जाना मोदी की तरफ से मत्था टेकना परमात्मा के सामने औऱ कहना परमात्मा हमें आशिर्वाद दें, करेंगे? करेंगे? और ये आशिर्वाद मोदी के लिए नहीं चाहिए, ये आशिर्वाद मोदी के परिवार के लिए नहीं चाहिए, ये आशिर्वाद विकसित भारत बनाने के लिए चाहिए। तो गांव गांव, मंदिर मंदिर जाएगें? हर तीर्थ क्षेत्र में जाएगें? आशिर्वाद मांगेंगे?

बोलिए, भारत माता की जय! भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।