भारत की हर सफलता पर कांग्रेस को शर्म आती है: पीएम मोदी
कांग्रेस के नेताओं को औरंगजेब के अत्याचार याद नहीं आते और हमारे राजा-महाराजाओं को वे गाली देते हैं: पीएम मोदी
जब से कर्नाटक में कांग्रेस सरकार आई है तब से राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत खराब है: पीएम मोदी

भारत माता की, भारत माता की।

बेलगावी मत्तू चिक्कोडी या सोदारा सोदारियारिगे नन्ना नमस्कारगुड़ु! ताई भुवनेश्वरी और मां सौदत्ती येलम्मा को मैं प्रणाम करता हूं।

भाइयों और बहनों,
सबसे पहले तो मैं कर्नाटका के सभी वोटर्स का अभिनंदन करता हूं। कर्नाटका में मैं जहां-जहां गया हूं मुझे एक स्वर सुनाई देता है, -फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार...मोदी सरकार!

साथियों,

हम सभी छत्रपति शिवाजी महाराज को मानने वाले लोग हैं, भगवान बस्वेश्वरा का अनुसरण करने वाले लोग हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज ने शक्तिशाली भारत बनाने के लिए काम किया। भगवान बस्वेश्वरा ने अनुभव मंडपम् से डेमोक्रेसी का रास्ता बताया। 10 साल में भारत, शक्तिशाली हुआ, आप मुझे बताइए, भारत का शक्तिशाली होना, आप गर्व होता है। आपको गर्व हुआ? भारत की पहचान, मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में होने लगी है, आपको गर्व हुआ या नहीं? ये गर्व होने वाली बात है कि नहीं। भारत से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले। जब 25 करो़ड़ लोग जब 10 में गरीबी से निकलता है तब आपका आत्मविश्वास बढ़ा की नहीं? इसलिए ही देश कह रहा है- गरीबों के कल्याण के लिए फिर एक बार... मोदी सरकार...!

साथियों,

भारत जब आगे बढ़ता है, भारत जब मजबूत होता है, तो हर भारतीय खुश होता है। लेकिन कांग्रेस देशहित से इतना दूर हो चुकी है, परिवार हित में इतना उलझ गई है कि उसे देश की कोई उपलब्धियां अच्छी नहीं लगती। अब आपको याद होगा, कांग्रेस ने HAL को लेकर झूठ फैलाया। कांग्रेस ने कोरोना काल में मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन का विरोध किया, यहां तक कह दिया ये भाजपा की वैक्सीन है। भारत की हर सफलता पर उन्हें शर्म आने लगी है। और जैसे उन्हें भारत के वैक्सीन पर भरोसा नहीं, लोगों को उलझन में डालने की कोशिश की, उन्होंने EVM के बहाने, पूरी दुनिया में भारत की डेमोक्रेसी को बदनाम करने की कोशिश की। दो दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस वालों को और उनकी पूरी टोली करारा तमाचा मारा है। सवाल ये है कि आखिर कांग्रेस देश को नुकसान होने वाली बातों पर झूठ फैलाकर, लोगों में विश्वास तोड़ने का काम किसके इशारे पर काम कर रही है। कांग्रेस के नेताओं ने EVM पर जो झूठ बोला है। देश का हर नागरिक कहता है इतने महत्वपूर्ण विषय पर झूठ बोलकर आपने देश के लोकतंत्र बर्बाद करने का षडयंत्र किया है। आपको देश से माफी मांगनी चाहिए।

साथियों,

पिछले 10 वर्षो में BJP-NDA सरकार ने देश के नागरिकों की Ease of Living के लिए बहुत काम किया है। इसका एक बड़ा उदाहरण है- भारतीय न्याय संहिता। ये कांग्रेस वाले मानसिक रूप से अंग्रेजों की गुलामी में ही जी रहे थे, वो इससे बाहर ही नहीं आ रहे थे। वो तिरंगा झंडा फहराकर आजादी की तो बात करते थे। लेकिन हर कानून व्यवस्था में मन से अंग्रेजी को जी रहे थे। गुलामी के कालखंड से प्रेरित कितना पुराना, आजादी से पहले का कानून क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम का हटना अब BJP सरकार ने उसे हटा दिया। भारतीय न्याय संहिता में दंड को नहीं, बल्कि नागरिकों को न्याय मिलने को प्राथमिकता दी गई है। इसमें आतंकवाद से जुड़े कानूनों को भी और सख्त किया गया है, दूसरों पर अत्याचार से जुड़े कानूनों को कड़ा बनाया गया है। भारतीय साक्ष्य अधिनियम में इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस को लेकर नए प्रावधान किए गए हैं। एक जुलाई से लागू होने के बाद, ये संहिता देश के हर नागरिक को बहुत मदद करने वाली है।

लेकिन साथियों,

जबसे कर्नाटका में कांग्रेस सरकार आई है, तबसे पूरे स्टेट में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बहुत खराब है। खराब है कि नहीं। हालत बद से बदतर हो रहा है। यहां बेलगावी में एक आदिवासी बहन के साथ जो कुछ हुआ, चिक्कोडी में जैन मुनि के साथ जो हुआ, वो शर्मसार करने वाला है कि नहीं है, पीड़ा देने वाला है कि नहीं, कर्नाटक की प्रतिष्ठा को धूल में मिलाने वाला है कि नहीं। हुबली में हमारी एक बेटी के साथ जो कॉलेज कैंपस में हुआ उसने तो पूरे देश में भूचाल ला दिया। उस बेटी का परिवार एक्शन की मांग करता रहा, लेकिन कांग्रेस की सरकार तुष्टिकरण को प्राथमिकता देती है। उनके लिए नेहा जैसी बेटियों की जिंदगी कीमत नहीं है, उनको तो अपने वोट बैंक की चिंता है। बैंगलुरु के कैफे में बम धमाका हुआ, तब भी कांग्रेस सरकार ने शुरुआत में इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। यहां तक कह दिया ये तो गैस का सिलेंडर फटा था। देश की जनता की आंख में क्यों धूल झोंक रहे हो कांग्रेस के लोग। अगर तुमसे नहीं बनता है तो छोड़करके घर चले जाओ। ये वही कांग्रेस है जिसने वोट के लिए PFI , जो आतंकवाद को पनाह देने वाला देश विरोधी संगठन है, जिस पर मोदी सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे PFI संगठन का चुनाव में मदद लेने के लिए वायनाड में एक सीट जीतने के लिए आप उसको सरेंडर कर रहे हो। उनके कारनामों का बचाव कर रहे हो। लेकिन भाजपा सरकार ने देश और समाज विरोधी PFI को बैन किया है। उसे बड़े-बड़े खैरख्वाह जेलों में सड़ रहे हैं।

साथियों,

कांग्रेस ने हमारे इतिहास को, हमारी आज़ादी की लड़ाई को भी तुष्टिकरण की नज़र से लिखवाया है। और आज भी ये कांग्रेस के शहजादे उसी पाप को आगे बढ़ा रहे हैं। आपने कांग्रेस के शहज़ादे का एक ताजा बयान ज़रूर सुना होगा। शहज़ादे का कहना है कि भारत के राजा-महाराजा अत्याचारी थे, गरीबों की ज़मीन छीन लेते थे। जब मर्जी हो उनका सब हड़प लेते थे। कांग्रेस के शहजादे ने छत्रपत्ति शिवाजी महाराज, कित्तूर की रानी चिन्नमा जैसे व्यक्तित्वों का अपमान किया है। इनका सुशासन, इनकी देशभक्ति आज भी हम सभी को प्रेरित करती है। शहजादे को पता है क्या मैसूर राजघराने का योगदान उनको याद नहीं रहा। मैसूर राजघराने को आज पूरा देश गर्व से याद करता है।

साथियों,

कांग्रेस के शहजादे का ये बयान, सोच-समझकर, वोटबैंक की राजनीति के लिए, तुष्टिकरण के लिए दिया गया बयान है। याद रखिए, शहज़ादे ने राजा-महाराजा को तो बुरा-भला कह दिया, उनकी तो आलोचना कर दी। लेकिन भारत के इतिहास में जो अत्याचार, नवाबों-निजामों, बादशाहों और सुल्तानों ने किए हैं, उसकी बात पर तो शहजादे के मुंह पर ताला लग जाता है, बोलती बंद हो जाती है और राजा-महाराजा को गालियां दे रहे हो, उनको अपमानित करते हो। कांग्रेस को औरंगज़ेब के अत्याचार याद नहीं आते जिसने हमारे सैकड़ों मंदिर को तोड़ा, अपवित्र किया। कांग्रेस तो औरंगजेब का गुणगान करने वाली पार्टियों के साथ खुशी से गठबंधन करती है। इनको वो लोग याद नहीं आते जिन्होंने देशभर में हमारे तीर्थों को तहस-नहस किया, लूटपाट की, हत्याएं कीं, गौहत्याएं की। इनको वो नवाब याद नहीं आए जिन्होंने भारत के विभाजन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई। कोई कल्पना कर सकता है कि क्या बनारस के राजा के बिना बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना संभव हो सकती थी? क्या महारानी अहिल्याबाई होलकर ने मंदिरों का पुनर्निर्माण करा कर हमारे आस्था स्थलों की रक्षा नहीं की थी? मैं गुजरात से आता हूं, मेरा गांव गायकवाड़ स्टेट में पड़ता है, ये बड़ौदा महाराज थे जिन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिभा को पहचाना, उनकी शक्ति को पहचाना और उन्हें पढ़ने के लिए विदेश भेजा। ये काम गायकवाड़ महाराजा ने किया था। ये कांग्रेस के शहजादे को इन राजा-महाराजा का योगदान याद नहीं आता है। लेकिन वोटबैंक की राजनीति के लिए ये राजा-महाराजा के खिलाफ बोलने की हिम्मत करते हैं, लेकिन नवाबों के खिलाफ, बादशाहों के खिलाफ, सुल्तानों के खिलाफ एक शब्द बोलने की उनमें ताकत नहीं है। कांग्रेस की तुष्टिकरण की मानसिकता अब देश के सामने खुलकर सामने आ रही है। और यही मानसिकता कांग्रेस के मेनिफेस्टो में भी झलकती है।

साथियों,

आज पूरा देश समझ गया है कि जहां कांग्रेस आई...वहां से विकास का पलायन शुरू हो जाता है। कर्नाटका में भी यही हो रहा है। जब बीजेपी की सरकार यहां थी, तो भारत में FDI का बहुत बड़ा हिस्सा कर्नाटका में आता था। लेकिन अब यहां स्थितियां बदल रही हैं। जब से कांग्रेस सरकार यहां आई है, तबसे रोड के, irrigation के काम बंद पड़ गए हैं। यहां बिजली के कट लगने से हर कोई परेशान है। उद्योग परेशान हैं, लोग परेशान हैं। इसलिए ही लोग कहते हैं- जहां कांग्रेस आई, वहां बर्बादी लाई।

साथियों,

हमारा देश, छोटे किसानों का देश है। कृषि क्षेत्र का कायाकल्प करने के लिए ये बहुत जरूरी है कि हम छोटे किसानों की संगठन शक्ति को एकजुट करें। इसलिए ही BJP-NDA सरकार, FPOs, सेल्फ हेल्प ग्रुप और cooperatives तीनों पर बल दे रहा है। BJP सरकार में देश में 8 हजार नए FPOs बने हैं। ये FPOs Input Cost कम करने से लेकर किसानों को मार्केट रेट दिलाने तक में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। पिछले 10 साल में 10 करोड़ महिलाएं सेल्फ हेल्प ग्रुप में शामिल हुई हैं। इन्हें केंद्र सरकार ने लाखों करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी है। केंद्र सरकार पैक्स को मजबूत करने के लिए भी लगातार काम कर रही है। सरकार 60 हजार से ज्यादा पैक्स के कंप्यूटर-राइजेशन का काम भी पूरा करने में जुटी है। NDA सरकार, sugar co-operatives को भी बढ़ावा दे रही है। BJP सरकार ने पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेडिंग को बढ़ाकर गन्ना किसानों की बहुत बड़ी मुश्किल आसान की है। इथेनॉल ब्लेंडिंग की वजह से गन्ना किसानों को Seventy Thousand Crore Rupees से ज्यादा मिले हैं। चीनी मिलों पर बकाया होने की उनकी समस्या भी अब दूर हो रही है। लेकिन साथियों, यहां कांग्रेस ने Farmers के साथ जो विश्वासघात किया है, वो तो बहुत बड़ा पाप है। यहां जब बीजेपी की सरकार थी, तो farmers के बैंक अकाउंट में ten thousand रुपए जमा होते थे। कांग्रेस की सरकार ने four thousand रुपए देना बंद कर दिया। अब वोट मिल गया, अब किसान जाने, किसान का काम जाने, उनको परवाह ही नहीं है। अब मोदी जो छह हजार रुपया भेजता है वही किसान को जाता है। यहां के पैसे उन्होंने काट लिए। और पीएम किसान सम्मान निधि के पैसे आपको ऐसे ही मिलते रहेंगे। ये कांग्रेस वालों ने जो पाप किया है उसकी सजा आप इस चुनाव में दीजिए। और मोदी आने वर्षों में भी आपको गारंटी देता है जो दिल्ली से भेजा जाता है वो चालू रहेगा।

साथियों,

आपका ये सेवक, गांव, किसान, नौजवान, नारीशक्ति को सशक्त करके आपकी संपत्ति बढ़ाने में जुटा है। लेकिन कांग्रेस क्या कर रही है? कांग्रेस के शहज़ादे आजकल घोषणा कर रहे हैं और भाई-बहन दोनों कर रहे हैं कि वो अगर चुनाव जीत गए तो पूरे देश का एक्स-रे करेंगे। आपकी प्रॉपर्टी का एक्स-रे किया जाएगा। बैंक के लॉकर का एक्स-रे किया जाएगा। आपकी जमीन कितनी है एक्स-रे होगा। आपके पास गाड़ी कितनी है, स्कूटर कितनी है, साइकिल कितनी है इसका एक्स-रे होगा। महिलाओं के पास स्त्रीधन कितना है, गहने कितने हैं, सोना कितना है, मंगलसूत्र कहां पड़ा है, इसका एक्स-रे किया जाएगा। यानि ये लोग हर घर में छापा मारकर आपकी संपत्ति पर कब्जा करना चाहते हैं। आपकी संपत्ति पर कब्जा करने के बाद कांग्रेस इसे अपने पसंदीदा वोटबैंक को देना चाहती है। क्या आप अपनी गाढ़ी कमाई की संपत्ति को लूटने देंगे। आपने बचाया हुआ सोना-चांदी लूटने देंगे। क्या आप मंगलसूत्र पर किसी को हाथ लगाने देंगे। कोई पंजा आपकी संपत्ति लूट सकता है क्या। मैं कांग्रेस को एलर्ट करना चाहता हूं, ये मंसूबे छोड़ दीजिए। जब तक मोदी जिंदा है, ये आपके मंसूबे मैं पार नहीं होने दूंगा।

साथियों,

इस चुनाव में कांग्रेस ने इनहेरिटेंस टैक्स का नया फॉर्मूला भी निकाला है। ये बड़ा भयंकर है, आपकी नींद उड़ जाएगा। उन्होंने क्या कहा है कि दिल्ली में उनकी सरकार बनेगी तो ऐसा कानून लाएंगे कि आप जो अपने बच्चों के लिए बचाते हैं, आपने मेहनत करके कमाया, खर्चा नहीं किया, मौज नहीं किया, थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा किया। और मन में रहता है, मरने के बाद बच्चों को कुछ देकर के जाऊं, छोटा सा घर देकर के जाऊं। कुछ पैसे देकर जाऊं ताकि बच्चों को मेरे मरने के बाद किसी के पास जाना न पड़े। हर मां-बाप ऐसा चाहता है कि नहीं चाहता है। हर मां-बाप अपने बच्चों को कुछ देना चाहता है कि नहीं चाहता। और इसीलिए हर मां-बाप कुछ बचत करके रखता है कि नहीं रखता है। अब ये कांग्रेस वाले कहते हैं, आपने जो बचाया है, अब अपने बच्चों को नहीं दे सकते। आपने जो बचाया है उस पर 55 परसेंट टैक्स लगाकर सरकार वो छीन लेगी। मतलब दो मकान है तो एक कांग्रेस की सरकार की जेब में और दूसरे से अपने दो बच्चों को बांट के दो। अपनी वोट बैंक को बांटने के लिए ये आपकी संपत्ति पर डाका डालना चाहते हैं। क्योंकि उन्होंने घोषणा की है कि इस देश की संपत्ति पर पहला अधिकार किसका है, उनके वोट बैंक है ये डॉक्टर मनमोहन सिंह जी भी कह चुके हैं। मैं कर्नाटका के सभी लोगों से पूछना चाहता हूं, मैं आपके माध्यम से देशवासियों से पूछ रहा हूं, क्या आप ऐसा होने देंगे। ऐसा कानून लाने वाले को आने देंगे। ऐसी सोच वाली कांग्रेस को सजा देंगे। इस चुनाव में हर बूथ पर उनको चुन-चुन कर साफ करेंगे।

भाइयों और बहनों,

बीजेपी, कित्तुर रानी चिन्नमा से प्रेरणा लेती है। इसलिए NDA सरकार ने सेना के हर मोर्चे को महिलाओं के लिए खोल दिए हैं। बेलगावी में तो संगोली रायन्ना सैनिक स्कूल भी बना है। हमारी बेटियां भी अब सैनिक स्कूलों में पढ़ पा रही हैं। बीजेपी सरकार की नीतियों की वजह से Central police forces में महिलाओं की संख्या अब दोगुनी से भी अधिक हो चुकी है।

साथियों,

आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। और आपका सपना साकार करने के लिए मेरा पल-पल आपके नाम। मेरा पल-पल देश के नाम। ट्वेंटी फोर बाई सेवन फॉर 2047 ये मोदी का वादा है। इसलिए मेरे बहनों-भाइयों, इस चुनाव में दिल्ली में मुझे कर्नाटका से मजबूत समर्थन की जरूरत है। मैं आज आपके पास कुछ मांगने के लिए आया हूं। मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं। इसलिए, इस चुनाव में बेलगावी से जगदीश शेट्टर जी को और चिक्कोडी से अन्ना साहेब शंकर जोले जी को ज्यादा से ज्यादा वोट दीजिए। और आप जब इनके लिए कमल के निशान पर बटन दबाएंगे न, तो वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा। तो मोदी को मजबूत बनाएंगे? मोदी को मजबूत बनाने के लिए घर-घर जाएंगे। मोदी को मजबूत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाएंगे। सुबह 10 बजे के पहले ज्यादा से ज्यादा मतदान करेंगे। पहले मतदान फिर जलपान। आपसे मेरा आग्रह है हमें सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ने हैं, और हर पोलिंग बूथ जीतना है, हर पोलिंग बूथ जीतोगे। अच्छा मेरा एक पर्सनल काम है, करेंगे। आप घर-घर जाइएगा, और कहिएगा कि मोदी जी आए थे और मोदी जी ने आपको नमस्कार कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचा देंगे। हर घर मेरा नमस्कार पहुंचाएंगे न तो हर परिवार मुझे आशीर्वाद देगा और हर परिवार का आशीर्वाद मेरे लिए एक नई ऊर्जा बन जाता है और जब नई ऊर्जा बन जाता है तो मैं पूरी शक्ति के साथ आपके सपनों को साकार करने के लिए अपनी जिंदगी खपा देता हूं और इसीलिए मुझे आपके आशीर्वाद चाहिए।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की। भारत माता की। भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।