कांग्रेस के राज में आतंकियों का स्वागत प्रधानमंत्री आवास में होता था: बीड में पीएम मोदी
कांग्रेस सत्ता में आकर गरीबों के अनाज से लेकर राम मंदिर तक को ‘कैंसिल’ करना चाहती है: बीड में पीएम मोदी

हर- हर महादेव।

मैं संत भगवान, बाबा संत नारायण महाराज को नमन करता हूं। योगेश्वर देवी को प्रणाम करता हूं। बीड का हमारे स्वर्गीय गोपीनाथ मुंडे जी से दिल का रिश्ता रहा है। वो हमेशा मुझसे बीड और मराठवाड़ा के विकास के लिए चर्चा करते थे। मैं उन्हें बहुत भावपूर्वक याद कर रहा हूं और साथियों, मेरा एक दुर्भाग्य रहा कि 2014 में आपने जब मुझे देश की सेवा करने का दायित्व दिया तब मैं देशभर में से गोपीनाथ जी जैसे साथियों को चुन-चुन करके दिल्ली ले गया था, ताकि हम मिलकर के देश की सेवा करें। गोपीनाथ जी के पास मुझसे भी ज्यादा अनुभव था लेकिन मेरा ये दुर्भाग्य रहा कि आने के कुछ ही समय में मुझे मेरे साथी को मुझे गंवाना पड़ा और इन कार्यकाल में मुझे मेरे बहुत साथी खोने पड़े। गोपीनाथ जी, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, मनोहर पर्रिकर यानी ये आप कल्पना कर सकते हैं कि मेरे जैसे व्यक्ति को जब मेरे हाथ कट जायें तो मेरी मुसीबत कितनी बढ़ गई होगी और इसलिए इन सब साथियों की मुझे बहुत याद आना और यहां जब आया हूं तो स्वाभाविक रूप से गोपीनाथ जी की याद आना और जो मैं कमी महसूस करता हूं वो मुझे फील होता है।

साथियों,

आज तीसरे फेज का मतदान खत्म होने पर है और साथ ही, इंडी अघाड़ी की उम्मीदें भी खत्म हो गई है। पहले चरण में इंडी अघाड़ी पस्त हुआ, दूसरे में ध्वस्त हुआ और आज तीसरे चरण में इंडी अघाड़ी का कहीं कोई छोटा-मोटा दीया अगर जल रहा था वो भी बुझ गया है।

साथियों,

मोदी विकसित भारत के मिशन पर निकला हुआ है। इस संकल्प के लिए आज मैं आपसे कुछ मांगने के लिए आया हूं, मुझे आपसे आशीर्वाद चाहिए। और मेरी विरासत आप ही हैं, आपकी आने वाली पीढ़ियां वो ही मेरी विरासत है। मैं आपके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए निकला हूं। मैं आपके बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा हूं। आप ही मेरा परिवार है, मेरा भारत- मेरा परिवार। लेकिन साथियों, आप जानते हैं ये इंडी अघाड़ी किस एजेंडे के साथ चुनाव में है? इनका एक ही एजेंडा है। ये सरकार में आएंगे, तो ‘मिशन कैंसल’ चलाएंगे। इन्होंने कहा इंडी वाले जब सरकार में आए तो वो आर्टिकल 370 जो मोदी ने हटाया है उसको ये हटाकर के फिर बिठा देंगे। इंडी वाले सरकार में आए तो मोदी जो CAA लाया है, उसको कैंसल करेंगे। इंडी वाले सरकार में आए तो मोदी जो तीन तलाक के खिलाफ कानून लायें हैं, उसको कैंसल करेंगे। ये लोग मोदी जो किसान सम्मान निधि का पैसा किसानों को भेजता है, उसको कैंसल कर देंगे। मोदी जो मुफ्त राशन की योजना लेकर के गरीब को मुफ्त राशन दे रहा है, उसको कैंसल कर देंगे। हम देश के 55 करोड़ गरीबों को 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज दे रहे हैं, कांग्रेस NDA की ये योजना भी कैंसल कर देगी और इतना ही नहीं कांग्रेस वाले, इंडी अघाड़ी वाले राम मंदिर को भी कैंसल कर देंगे। आप चौंकिए नहीं, एक पुराने कांग्रेसी नेता ने जो 20-25 साल कांग्रेस में रहे, जिन्होंने कुछ समय पहले ही कांग्रेस छोड़ी है उन्होंने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि जब कोर्ट से राम मंदिर के पक्ष में फैसला आया था, तो शहजादे ने खास लोगों की एक मीटिंग बुलाई थी। शहजादे ने कहा था कि कांग्रेस सरकार आएगी तो राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलट देंगे। इनके पिताजी ने तुष्टिकरण के लिए तीन तलाक के मामले में शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का जो जजमेंट आया था उसके निर्णय को पलट दिया था कहते हैं वैसे ही अब राम मंदिर के फैसले को भी पलट देंगे।

साथियों,

आज ही इंडी गठबंधन के एक और नेता ने कहा है कि राम मंदिर तो बेकार है। बताइये, यही नेता पहले भगवान राम की पूजा को पाखंड बता चुके हैं। किसी और धर्म के लिए ये ऐसी भाषा सपने में भी बोलने की हिम्मत नहीं दिखा सकते। लेकिन तुष्टिकरण के लिए, वोट बैंक के लिए ये लोग बार-बार प्रभु श्रीराम का, रामभक्तों का लगातार अपमान कर रहे हैं। क्या ऐसे लोगों का इंडी गठबंधन आप मुझे जवाब देना, क्या ऐसे लोगों का इंडी गठबंधन महाराष्ट्र के गौरव को बढ़ा पाएगा? जरा पूरी ताकत से बोलिए क्या बढ़ा पाएगा? बढ़ा पाएगा?

साथियों,

कांग्रेस अब खुलकर वोट बैंक और तुष्टिकरण का खेल खेल रही है। आपने सुना होगा इंडी अघाड़ी के लोग वोट जिहाद की अपील कर रहे हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के लोग 26/11 के मुंबई हमले के आतंकियों को क्लीन चिट दे रहे हैं। शिंदे जी ने अभी अपने भाषण में इसका उल्लेख भी किया, कसाब समेत जो दस आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे ऐसा लगता है कांग्रेस उनसे कोई रिश्तेदारी निभा रही है। देश पूछना चाहता है कांग्रेस के लोगों और आतंकवादियों का ये रिश्ता क्या कहलाता है? देश भूला नहीं है वो दिन जब कांग्रेस के समय में आतंकियों का स्वागत प्रधानमंत्री आवास में होता था और देश ने वो दिन भी देखा था, जब दिल्ली में बाटला हाउस में मारे गए आतंकियों के लिए कांग्रेस की सबसे बड़ी नेता आंसू बहा रही थीं। आतंकवादियों के मरने पर इंडी अघाड़ी वालों वही दिन देश में वापस लाना चाहते हो याद रखो मोदी चट्टान बनकर तुम्हारे सामने खड़ा है।

साथियों,

शहजादे तुष्टिकरण की सनक में एक और खतरनाक चाल चल रहे हैं। आप भी जानते हैं बाबासाहेब अंबेडकर ने दलितों, पिछड़ों को, आदिवासियों को आरक्षण का अधिकार दिया था। बाबासाहेब ने इस बात का भी पुरजोर विरोध किया था कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता इस बात पर बाबा साहेब अड़े हुए थे, पूरी संविधान सभा ने आज से 75 साल पहले लंबी चर्चा करके तय किया था कि धर्म के आधार पर इस देश में आरक्षण नहीं दिया जा सकता, लेकिन कांग्रेस पार्टी दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों का आरक्षण छीनकर उसे धर्म के नाम पर देना चाहती है। आपको मैं एक उदाहरण बताता हूं ये कल्पना नहीं है ये हो चुका है और आप चौंक जाएंगे आपके सामने कितनी बड़ी मुसीबत दरवाजे पर दस्तक दे रही है मैं उदाहरण के साथ आज मेरे बीड के भाई-बहनों को समझाना चाहता हूं। मैं मेरे देश के लोगों को समझाना चाहता हूं। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है वहां पर OBC को 27 परसेंट आरक्षण मिला हुआ है इन्होंने क्या किया रातों-रात एक फतवा निकाला सरकार ने, रातों-रात उन्होंने एक ऑर्डर निकाला ठप्पे मार दिए, सिग्नेचर कर दिया और ऑर्डर क्या निकाला, कर्नाटक में जितने भी मुसलमान हैं सबको रातों-रात उन्होंने OBC बना दिया, घोषित कर दिया रात से ये OBC है परिणाम क्या हुआ, जो OBC समाज के लोगों को 27 परसेंट आरक्षण मिला था, बाबासाहेब अंबेडकर ने दिया था, संविधान ने दिया था, भारत की संसद ने दिया था रातों-रात मुसलमानों को OBC बनाकर उसमें डाल दिया, तो जो OBC के पास था उसमें डाका डाल दिया, रातों-रात चोरी करके लूट लिया और जो पहले इसका लाभ लेते थे उसका बहुत बड़ा हिस्सा मुसलमानों के खाते में चला गया। अब मुझे बताइये क्या इस प्रकार का खेल आपको मंजूर है? पिछले दरवाजे से OBC का आरक्षण लूट लिया जाए ये आपको मंजूर है, जरा पूरी ताकत से बताओ तो पता चलेगा कि मंजूर है कि नहीं है। आपको मंजूर है ऐसा पाप अब यही काम ये देश में हर राज्य में करना चाहते हैं।

साथियों,

आज सुबह ही इंडी गठबंधन के एक और नेता ने इनकी साजिश को खुद ही स्वीकार कर लिया है और उनके झूठ को बेनकाब कर दिया है और ये नेता वही है जिन्हें चारा घोटाले में अदालत ने सजा दी है। जानते हैं ना नाम तो, कौन है? चलिए बीड वाले भी जानते हैं। इंडी गठबंधन के इस नेता ने आखिरकार स्वीकार कर लिया है कि ये लोग मुसलमानों को पूरा का पूरा आरक्षण देना चाहते हैं। यानी अभी जो SC-ST-OBC को आरक्षण मिलता है वो बंद करके ये लोग पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को देना चाहते हैं। आज सुबह उन्होंने कहा है ये इस देश के हर दलित-पिछड़े-आदिवासी के लिए खतरे की घंटी है, इसलिए आपको इंडी गठबंधन के इरादों से सावधान रहना है। भाइयों- बहनों, ये मोदी है आप भी इसको भली-भांति जानते हैं, मैं आपको गारंटी देता हूं जब तक मोदी जिंदा है, जब तक मोदी जिंदा है दुनिया की कोई ताकत दलितों का, आदिवासियों का, पिछड़ों का, ओबीसी का आरक्षण नहीं ले सकती है, ये मोदी की ताकत है।

भाइयों- बहनों,

आज कोई भी राष्ट्रवादी ताकत कांग्रेस के साथ नहीं बची है। असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, बीजेपी के साथ है। बाला साहेब ठाकरे की असली राष्ट्रवादी शिवसेना, बीजेपी के साथ है और कांग्रेस के साथ कौन है? नकली शिवसेना, नकली राष्ट्रवादी कांग्रेस और ये कर क्या रहे हैं? ये नकली वादे कर रहे हैं, नकली वीडियो बना रहे हैं।

साथियों,

कांग्रेस की आदत है, ना काम करो-ना काम करने दो। आपको याद होगा मैंने गुजरात और महाराष्ट्र के बीच बुलेट ट्रेन का काम शुरू किया। कांग्रेस ने पहले उसका मज़ाक उड़ाया, फिर उसका विरोध किया और जब तक महाविनाश अघाड़ी की सरकार रही, इन्होंने काम बढ़ने ही नहीं दिया। अब ये अगर सरकार में आएंगे, तो बुलेट ट्रेन का काम ठप्प कर देंगे। एक ओर बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में बुलेट ट्रेन के विस्तार की बात कर रही है। दूसरी ओर, कांग्रेस और इंडी अघाड़ी बुलेट ट्रेन का विरोध कर रहे हैं। आप मुझे बताइये, 21वीं सदी के भारत को कौन सी सरकार चाहिए? क्या देश को इन विकास विरोधी लोगों के हाथ में हम दे सकते हैं क्या?

साथियों,

कांग्रेस जहां भी आई है, उसने सपनों को कुचला है। महाराष्ट्र और मराठवाड़ा खुद इसके भुक्तभोगी हैं। इंडी अघाड़ी ने कभी यहां सूखे की समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। इन्होंने बस फीते काटे और भ्रष्टाचार किया। 60 वर्षों से मराठवाड़ा जल ग्रिड परियोजना ठप्प पड़ी थी। आज एकनाथ शिंदे जी, देवेंद्र फड़नवीस और अजित पवार मिलकर सिंचाई परियोजनाओं को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं।

साथियों,

हमने पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत महाराष्ट्र के 27 प्रोजेक्ट को चुना है। इनमें से 10 प्रोजेक्ट पूरे भी हो चुके हैं। बाकी प्रोजेक्ट भी जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। जब देवेंद्र फडणवीस जी की सरकार ने महाराष्ट्र के लिए बलिराजा जल संजीवनी स्कीम बनाई थी। लेकिन इंडी अघाड़ी सरकार ने उसे भी रोक दिया था। लेकिन, अब इस स्कीम को गति मिली है। NDA को आपका आशीर्वाद ये सुनिश्चित करेगा कि ये मराठवाड़ा पानी के संकट से मुक्त हो।

साथियों,

मोदी किसी बड़े शाही परिवार से नहीं है। वो गरीबी से निकलकर आपके आशीर्वाद से यहां पहुंचा है। मुझे पता है किसान एक फसल के लिए कितनी मेहनत करता है। उसकी फसल अगर खराब हो जाती थी, तो उस पर क्या बीतती थी। इसलिए, मोदी ने फसल बीमा की गारंटी दी। आज हर वर्ष बीड के किसानों को बीमा के 500 से 700 करोड़ रुपए मिलते हैं। महायुति सरकार ने भी 1 रुपए में फसल बीमा की स्कीम शुरू की है। महाराष्ट्र सरकार किसान सम्मान निधि में भी 6 हजार रुपए जोड़कर दे रही है। साथियों, मराठवाड़ा के विकास NDA की ज़िम्मेदारी है। आज भारतमाला परियोजना के तहत सूरत-अक्कलकोट रोड हो, 3 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहा छत्रपति संभाजी नगर से येडशी तक नेशनल हाईवे हो, अहमदनगर- बीड- परली रेल लाइन का निर्माण हो, कांग्रेस ने जिस मराठवाड़ा की अपेक्षा की थी, आज वो विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।

साथियों,

13 मई को महाराष्ट्र और देश के विकास की गारंटी का महापर्व है। आपका हर वोट मोदी के विकसित भारत के विज़न को मजबूती देगा। भारतीय जनता पार्टी और एनडीए ने गोपीनाथ जी के सपनों को पूरा करने की ज़िम्मेदारी बेटी पंकजा को दी है। मेरा अनुरोध है, 13 मई को बेटी पंकजा मुंडे जी को भारी मतों से विजयी बनाएं। बनाएंगे, इसके लिए काम करेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे? मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे? कितनी ही गर्मी क्यों ना हो मतदान ज्यादा होगा, अब पार्लियामेंट तो जीतना है लेकिन मेरा एक और काम है करोगे, मुझे पोलिंग बूथ जीतना है ये पार्लियामेंट सीट में जितने पोलिंग बूथ है वो सारे पोलिंग बूथ जीत सकते हैं क्या? आप पोलिंग बूथ जीत करके दिखाएंगे क्या? सारे के सारे पोलिंग बूथ में भाजपा का, एनडीए का झंडा झुकना नहीं चाहिए, करेंगे। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? ये, ये जो मेरा काम है ना ये चुनाव वाला काम नहीं है, ना ही वो पंकजा वाला काम है, ना वो भाजपा वाला काम है, ये मेरा पर्सनल काम है करोगे?, ये ठंडे पड़ गए यार जरा हाथ ऊपर करके ताकत से बताओ ना, करेंगे? पक्का करेंगे, तो एक काम मेरा जरूर करना ज्यादा से ज्यादा घरों में जाकर के परिवार के सबको मिलना और मिलकर के कहना कि अपने मोदी आए थे और मोदी ने आपको प्रणाम भेजा है, मेरा प्रणाम पहुंचा दोगे, घर- घर पहुंचा दोगे, हर माता-बहन को पहुंचा दोगे, हर बुजुर्ग को पहुंचा दोगे जब आप उनको मेरा प्रणाम पहुंचाओ ना वो जरूर मुझे आशीर्वाद देंगे और जब वो मुझे आशीर्वाद देते हैं तो मेरी ऊर्जा अनेक गुना बढ़ जाती है और आपके लिए खपने का मेरा संकल्प मजबूत हो जाता है। मेरे साथ बोलिए भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।