पीएम मोदी ने कर्नाटक के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की और नमो ऐप के माध्यम से प्रभावी गवर्नेंस कम्युनिकेशन के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
6 अप्रैल को बीजेपी के स्थापना दिवस पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने निरंतर प्रभावी जनसेवा के लिए सत्ता में लौटने के महत्व पर जोर दिया।
जनसेवा के प्रति भाजपा कार्यकर्ताओं के समर्पण को स्वीकार करते हुए, पीएम मोदी ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए उनके साथ अपने सीधे जुड़ाव की पुष्टि की।
हर घर में गूंजने वाले नारे '4 जून, 400 पार' का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने बीजेपी में कर्नाटक के लोगों के मजबूत विश्वास को स्वीकार किया।
पीएम मोदी ने कर्नाटक के लोगों की सेवा करने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कार्यकर्ताओं से चुनाव अभियान की बेहतर योजना बनाने और बूथ को मजबूत करने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री मोदी- नमस्कार,
कर्नाटक के मेरे सभी कार्यकर्ता भाई-बहनों को मेरा नमस्कार!
नीमागेल्ला नन्ना नमस्कारागालु
आज मुझे जगद्गुरु बसवेश्वरा की धरती के प्रतिनिधि, ऐसे आप सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद करने का अवसर मिला है।
कर्नाटक की धरती, नाडप्रभु कैंपागौड़ा और सर एम. विश्वेश्वरैया जी जैसी कन्नड़ भाषा और कन्नड़ साहित्य दोनों भारत की लेखन परंपरा की धरोहर हैं।
मुझे पता है, आप सभी लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान में पूरी तरह से जुटे हुए हैं। वैसे तो भाजपा का कार्यकर्ता हर समय जनसेवा के लिए समर्पित रहता है। लेकिन इस समय आपका फोकस 26 अप्रैल और 7 मई को होने वाले वोटिंग की तैयारी पर है। बीजेपी कार्यकर्ता होने के नाते मैं भी, आप सबसे बात करने, आपके बीच आया हूं।

कल, यानि 6 अप्रैल को बीजेपी का स्थापना दिवस होता है। ये वो दिन है, जो जनसेवा का संकल्प और मजबूत करता है। जनसेवा के इस महायज्ञ को जारी रखने के लिए सरकार में वापसी उतनी ही जरूरी है। जनता-जनार्दन का आशीर्वाद उतना ही जरूरी है। इसलिए 10 वर्षों तक काम करके हमने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, हमें उन सबको जनता तक ले जाना है।

कर्नाटक के लोगों का भाजपा पर भरोसा निरंतर बढ़ा है। इसीलिए तो कर्नाटक के घर-घर से आवाज आने लगी है- चार जून, चार सौ पार!
चलिए, मैं कोई ज्यादा लंबा भाषण करना नहीं चाहता हूं। आप ही को सुनना चाहता हूं। और इसलिए हम चर्चा शुरू करते हैं। आइए, हमारे पहले कार्यकर्ता अपना परिचय बताएं और बातचीत शुरू करें।


प्रधानमंत्री मोदी- कौन बोलेंगे, पहले
राजेश- नमस्ते सर।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते जी, राजेश जी नमस्कार।
राजेश- मैं राजेश सर, बूथ अध्यक्ष, बूथ संख्या-65, मैसुरु लोकसभा क्षेत्र।
प्रधानमंत्री मोदी- मेरी तरफ से भी, वहां के सब जनता-जनार्दन को खास करके मैसूरु के लोगों को, मेरी तरफ से आप नमस्कार कहिए।
प्रधानमंत्री मोदी- मैसूरु के लोगों को भी मेरा नमस्कार करिए। अच्छा राजेश जी, चुनाव के लिए अब बहुत कम समय बचा है। काम बहुत है, तो मुझे ये बताइए कि आपके कामों का बंटवारा ठीक से हो रहा है कि नहीं। और मुख्य बात मैं जानता हूं कि इस चुनाव का मेरा एक ही लक्ष्य है कि मैं इतना समय आप सब कार्यकर्ताओं, बूथ के कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में इसलिए लगाता हूं, क्योंकि मेरा लक्ष्य है कि हमें बूथ जीतना है। पोलिंग बूथ में विजय पक्का करना है। आप पोलिंग बूथ पर काम करते हैं। आपने ऐसी क्या योजना बनाई है, पोलिंग बूथ जीतने की।
राजेश- जी सर, काम का विभाजन हुआ है औऱ कार्यकर्ताओं को यह जानकारी दी जाती है कि उसे क्या-क्या काम करना है। प्रत्येक पेज लीडर को कुल 40 मतदाता आवंटित किए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सभी पन्ना प्रमुख, आपके जो पेज प्रमुख हैं, उनका मीटिंग करते हैं क्या।
राजेश- हां सर मीटिंग करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी - अच्छा राजेश जी, आपके बूथ पर सारी चुनाव सामग्रियां पहुंच जाए, कभी क्या होता है कि कार्यालय में आ करके सारा ढेर पड़ा रहता है। एक चीज बूथ में बंटे उससे पहले दूसरी आ जाती है। दूसरी बंटे, तीसरी आ जाती है। फिर कार्यकर्ताओं का बहुत बड़ा मैटेरियल वेस्ट जाता है। आप इसके लिए क्या सुनिश्चित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा ऐसा तो नहीं है कि जो महिलाओं के बीच में बांटने वाले पर्चे हैं, वो युवकों में बंट रहे हैं। जो किसानों को बांटना है, वो बाजार में बांट रहे हैं। ऐसी गलतियां तो नहीं हो रहीं हैं न।
राजेश- हो गया है, बोल रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- देखिए हो नहीं जाता है, अभी तो आपका चुनाव है। अभी तो शुरूआत हुई होगी, अभी तो चीजें आना बाकी है। मतदाता सूची क्या सबके पास पहुंच गई है। पन्ना प्रमुख के पास उसके पेज के सारे वोटर हैं क्या। एक बार कितने परिवारों का एक राउंड हुआ होगा बूथ में, और देख लिया होगा कि कितने हैं, कितने बाहर चले गए हैं। कितने लोग हैं लेकिन वोटर लिस्ट में नाम नहीं है। ऐसे सारा टिक मार्क कर दिया है, ऐसा कितना हुआ होगा।
राजेश- हर एक कार्यकर्ता को प्रतिदिन 30 घरों तक पहुंचने का काम सौंपा गया है।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए राजेश जी, आपसे बात करके मुझे अच्छा लगा। मैसूरु तो संस्कृति और सांस्कृतिक परंपरा की धरती रही है। बीते 10 वर्षों में भारत में हमारी सांस्कृतिक विरासत के लिए जो इतने सारे काम हुए हैं, हमें उसे लोगों तक पहुंचाना है। संगठन को सबसे ज्यादा मेहनत करनी होती है। ये वो समय होता है, जब हमें वोटर्स को अपना रिपोर्ट कार्ड देना होता है। इसके अलावा उन तक बूथ की जानकारी, वोटर स्लिप पहुंचाना, ये भी बहुत जरूरी होता है।
प्रधानमंत्री मोदी- राजेश जी, मैं एक और सुझाव दूंगा कि आप पन्ना प्रमुख के साथ दो -तीन और कार्यकर्ताओं की एक-एक और टोली बनाऐं। और एक टोली को दस घर और उस टोली में एक-दो महिला भी होनी चाहिए। कम से कम तीन लोगों की टोली होनी चाहिए और हम लोग क्या करते हैं। चुनाव में हाथ में झंडा लेकर के पर्चे ले करके निकलते हैं, जूलूस जैसा निकालते हैं, वो करना चाहिए लेकिन परिवार में जाना घर में बैठना,उनके घर से पानी पीना फिर उनके घर से गप्पे मारते मारते उनका वोट पक्का करना, देखिए चुनाव में प्रचार करना एक काम है औऱ वोट पक्का करना दूसरा काम है। और सबसे महत्वपूर्ण काम है वोट पक्का करना। और इसलिए मेरा आग्रह रहेगा कि इन चीजों पर सबसे ज्यादा बल दें।
प्रधानमंत्री मोदी- मुझे पक्का विश्वास है कि आप लोग मोदी सरकार के जो एचीवमेंट हैं, लोकहित के जो काम हुए हैं वो तो जरूर बताते होंगे। लेकिन साथ-साथ एक कागज पर तैयार करना चाहिए। ये कर्नाटक में जो कांग्रेस की सरकार बनी है। उसने कैसे धोखा किया है। वादे करने के बाद अब वो कैसे वादे निभा नहीं रहा है। वे कैसे करप्शन में डूबे हैं, वे कैसे गुटबाजी कर रहे हैं। ये सारी बातें भी हर घर में जा करके बैठ करके आधा-आधा घंटा गप्पें मार करके बतानी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी- उसी प्रकार से जिसके साथ बात कर रहे हैं। वो अगर युवा है तो वो बातें होनी चाहिए, महिला है तो वो बातें होनी चाहिए। किसान है तो वो बातें होनी चाहिए। जो लाभार्थी हैं किसी को घर मिला होगा, किसी को गैस मिला होगा, किसी को पानी मिला होगा। उन लोगों को उन विषयों पर जितना बात करेंगे उतना अच्छा होगा। और इसके लिए हम कार्यकर्ताओं को बहुत मेहनत करनी चाहिए, बहुत चीजें याद रखनी चाहिए। एक छोटी सी डायरी साथ में रख करके या मोबाइल फोन पर नोट करके, तथ्यों के आधार पर करनी चाहिए, तर्क के आधार पर करनी चाहिए। और अगर बूथ जीतना है तो उसके कुछ स्टेजेज होते हैं। पहला मतदाता का दिल जीतना। फिर उसके परिवार का दिल जीतना। उसके बाद उस पूरे मोहल्ले का दिल जीतना और फिर बूथ जीत सकते हैं। बूथ ऐसे ही नहीं जीता जाता।

प्रधानमंत्री मोदी- एक और बात यह कि जहां भी गठबंधन में हैं, यहां तक कि जहां हमारी सरकार नहीं भी है। हमने उस राज्य में भी कई बड़े काम किए हैं। मैं कर्नाटक के अपने साथियों से भी कहूंगा कि राज्य में जहां हम गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। वहां बूथ स्तर पर भी आप एनडीए के दलों से एक साथ मिलकर पूरी मेहनत से चुनाव का काम करें। और मेरा तो आग्रह कि हर बूथ में एनडीए के सब कार्यकर्ताओं की संयुक्त मीटिंग करनी चाहिए। जितनी ज्यादा शक्ति इक्ठ्ठी करेंगे। इतना परिणाम पक्का हो जाएगा।
चलिए, राजेश जी आपसे बात करके अच्छा लगा, अब हम किसी एक औऱ कार्यकर्ता के पास चलेंगे। उनसे हम बात करते हैं।


सरला- मोदी जी, नमस्ते।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी नमस्ते, आप शिमोगा लोकसभा से हैं।
सरला- मैं बूथ अध्यक्ष, बूथ संख्या-37, शिमोगा लोकसभा से हूं।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी, मुझे तो बूथ के ही कार्यकर्ता और बूथ के काम की ही चर्चा करनी है। आप तो जिस उत्साह से बोल रही हैं, मुझे पक्का विश्वास है कि आप बहुत काम करती होंगी। सरला जी, क्या आपके बूथ कार्यकर्ता, लोगों से मिलकर ये बताते हैं कि केंद्र सरकार उनके लिए कितनी योजनाएं चला रही है। आने वाले पांच वर्षों में तेज विकास के लिए अभी से जो काम शुरू हुआ है उनका जिक्र करती हैं आप।
सरला- हां मोदी जी, हम अपने सरकार के पिछले 10 सालों की उपलब्धियों से सभी को अवगत करा रहा है। सूचना हेतु मोदी एप के माध्यम से जानकारी एकत्रित कर रहे हैं। अब आपके नेतृत्व में भारत कुछ ही समय में एक विकसित देश के रूप में देखा जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी- सरला जी, जब आप लोगों से मिलते हैं तो लोग किस काम को सबसे ज्यादा याद करते हैं, किस काम को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं।
सरला- मोदी जी क्या कर रहे हैं। इसके बारे में मतदान करने के लिए बोल रहे हैं। उज्ज्वला, जल जीवन और आपका जो कार्यक्रम होता हैं, वो कार्यक्रम के बारे में बोल रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी-अच्छा, माताओं-बहनों में ये राम मंदिर का मामला कितना चलता है वहां।
सरला- जो सरकार ने किया, उसके बारे में पूछ लिया और राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के बारे में बहुत ज्यादा से ज्यादा लोग पूछ रहे हैं। और हर घर को मिल गई है, इसलिए वो लोग बहुत खुश हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सरला जी, आप देखते हैं कि महिलाओं की शक्ति मोदी की सुरक्षा-शक्ति है। महिलाएं हमेशा ताकत देती हैं और आप महिला वोटरों के साथ मिलती हैं इन महिला वोटर ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। भाजपा के लिए मतदान करें। उनको कमल का निशान पता हो। उनको कितने नम्बर पर हमारा नाम है, ये पता हो। बटन कैसे दबाना है ये पता हो। इसके लिए क्या करते हैं आप।
सरला- मोदी सरकार द्वारा महिलाओं को दी गई आत्मनिर्भर जीवन महिला सशक्तिकरण योजना के बारे में वे बात कर रहे हैं। और उन्हें बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी-सरला जी, आपका उत्साह और विश्वास देखते हुए, सुन करके मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं सरला जी के माध्यम से कर्नाटक के सभी बूथ कार्यकर्ताओं से यही कहूंगा कि पिछले दस वर्षों में बीजेपी सरकार के कई फैसलों से देश की नारीशक्ति को बहुत बल मिला है। शिमोगा के ही राष्ट्रकवि कुवेंपु जी ने नारी सशक्तिकरण के जो विचार दिए, वो विचार हमारे लिए प्रेरणा बने हैं। 10 साल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ से लेकर नारी शक्ति वंदन अधिनियम तक हर फैसले के केंद्र में हमारी नारीशक्ति रही है।
प्रधानमंत्री मोदी -सरला जी और सभी कार्यकर्ताओं से मैं एक आग्रह करता हूं कि क्या हम पोलिंग बूथ पर कम से कम दो बार सिर्फ और सिर्फ महिला मतदाताओं का जूलूस निकाल सकते हैं। उनकी पूरी यात्रा निकले। उनके हर गली-मोहल्ले में जाएं। नारे बोलते-बोलते दो बार कम से कम, ये अगर आप कर सकते हैं तो महिला मतदाता बहुत जागृत होंगे। एक बार हमारे जुलूस में जुड़ेंगे तो वो खुद भी वोटर बनेंगे और कनवासर भी बनेंगे। तो आप इस तरफ बल दें, ऐसी मेरी अपेक्षा है।
प्रधानमंत्री मोदी- और मेरा सुझाव है कि हमलोग घर पर काम करने के बाद कोई एक जगह तय करनी चाहिए। सभी बूथ के कार्यकर्ताओं ने मिलना चाहिए। और मिलकर के दिन भर क्या काम हुआ। कहीं से कोई निगेटिविटी बात ध्यान में आ रही है क्या। कहीं पर ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है क्या। उसका हिसाब-किताब करना चाहिए, दूसरा बूथ के अंदर एक पांच दस लोग ऐसे होते हैं, किसी का बीस मत पर प्रभाव होता है किसी का पचास मत पर प्रभाव होता है, किसी का 100 मत पर प्रभाव होता है। ये जो की-वोटर होते हैं, जो पच्चीस-पचास वोट पर प्रभावित करते हैं, उन लोगों को जितने भी हमारे सीनियर लोग हैं बूथ के उन्होंने जाकर मिलना चाहिए और उनकी मदद लेनी चाहिए, उनके बूथ के वोट पक्के करने चाहिए। ये काम भी पूरे कर्नाटक में होना चाहिए।
चलिए, सरला जी के माध्यम से मैंने आपसे काफी बातें की अब हम कोई और कार्यकर्ता से आगे जुड़ेंगे, उनसे बात करेंगे


श्रुति- नमस्ते मोदी जी।
प्रधानमंत्री मोदी- नमस्ते जी।
श्रुति- मैं श्रुति आप्टेकर, कर्नाटक की दूसरी राजधानी कुंदानगरी बेलगावी दक्षिण से, बूथ नम्बर 80 से बात कर रही हूं।
प्रधानमंत्री मोदी-श्रुति जी नमस्कार, कैसाय है तुम्हीं।
महिला-मस्त है सर।
प्रधानमंत्री मोदी-चलिए, हम अब बात शुरू करते हैं। मुझे ये बताइए आपके यहां चुनाव अभियान कैसा चल रहा है। कर्नाटक के आम वोटर , खास तौर से वहां की महिलाएं, चुनाव को ले करके क्या कह रही हैं।
श्रुति- सर, हम नमो और सरल ऐप के जरिए पिछले दस साल के कर्नाटक में मोदी सरकार की उपलब्धियां व योगदान खास करके महिलाएं सशक्तिकरण और नारी योजना के बारे में बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या-क्या अनुभव आता है जब बताते हैं तो क्या अनुभव आता है।
श्रुति- बहुत ही अच्छा अनुभव आता है सर, अबकी बार 400 पार बोलते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- अबकी बार 400 पार लोग बोल रहे हैं। अच्छा ऐसा कौन सा बड़ा कार्यक्रम किया। आपने पोलिंग बूथ में जो आप कह सकते हैं अच्छा कार्यक्रम हुआ, बड़ा कार्यक्रम हुआ।
श्रुति- चाय पे चर्चा।
प्रधानमंत्री मोदी-कैसे किया था,जरा बताइए।
श्रुति- कार्नर-कार्नर में।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा श्रुति जी ज्यादा आपको परेशान नहीं करता हूं। मुझे ये बताइए कि आप के यहां कभी पन्ना प्रमुखों के साथ, बूथ के अध्यक्ष की बातचीत की है क्या, मीटिंग की है क्या।
श्रुति- हां की है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या हुआ, उसमें कितने लोग थे।
श्रुति- 80 से 90 लोग थे।
प्रधानमंत्री मोदी - अच्छा श्रुति जी आज हमारी कितने लोग बातचीत सुनते होंगे आपके बूथ में।
श्रुति- 100 से ज्यादा सर।
प्रधानमंत्री मोदी- 100 से ज्यादा सुनते होंगे। और आपने पोलिंग बूथ की मीटिंग की, नहीं की , आप तो जवाब ही नहीं दे रही हैं मुझे। अच्छा श्रुति जी बेलगावी और इसके आस पास के इलाके में खेती करने वाले अन्नदाताओं की बड़ी संख्या है। वहां गन्ने की खेती भी हुई है। हमने किसानों के लिए जो काम किए हैं। खासकर गन्ना किसानों के भलाई के लिए जो काम किए हैं। क्या ये वहां के हमारे अन्नदाताओं को पता है क्या।
श्रुति- हां पता है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- हां बोलिए, श्रुति जी आप बोलिए।
महिला- सर जब कर्नाटक में जब हमारी सरकार, बीजेपी की सरकार थी, तब किसान निधि के अन्तर्गत के 6000 के अलावा हमारी कर्नाटक की बीजेपी सरकार के 4000 किसानों को मिले थे, जो अब की कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष के कारण पिछले साल 1000 किसानों को देना बंद किया है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा ये जो हमने एथेनॉल बना रहे हैं, जिसे गन्ना किसानों को बहुत लाभ हो रहा है, इसका गन्ना किसानों को पता है क्या।
महिला- पता है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, श्रुति जी आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं तो यही कहूंगा कि किसान भाईयों के लिए, दस साल में कितने सारे काम हुए। खेती के इलाकों से कनेक्टिविटी अच्छी हुई है। किसानों को फसलों का सही दाम मिला है, फसल बीमा मिला है, और भी बहुत कुछ है और ये बीजेपी काम है। जनता यही देखकर विरोधी दलों से सवाल करती है कि आपका काम क्या है। ये मोदी के खिलाफ बोलते रहते हैं, लेकिन हमने इतना सारा काम किया है कि वो हम आसानी से लोगों को बता सकते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी- कांग्रेस के जो लोग चुनाव में फ्री बिजली की बातें कर करके चुनाव जीतने की कोशिश करते थे। अब उनकी सरकार में किसानों की बिजली महंगी हो गई, गन्ना किसानों के हित के लिए उन्होंने कभी कुछ नहीं किया। लेकिन मोदी जब कुछ अच्छा कभी करेगा, तो ये लोग उनको भी गाली देते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी- गरीब और मध्यम वर्ग की आकाक्षांओं को बीजेपी ही पूरा कर सकती है। गरीब को पक्का मकान हो, शौचालय मिले, बिजली, गैस, नल से जल और गैस कनेक्शन की सुविधा हो, ये सब जरूरी है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाकर भी, कर्नाटक के युवाओं को नए अवसर दे रही है। पीएम सम्मान नीधि के माध्यम से हम किसानों के छोटे छोटे सपने पूरे कर रहे हैं। और मिलेट पर जो बल दे रहे हैं। इस पूरे कर्नाटका को मिल रहा है। क्योंकि कर्नाटक ने मिलेट में काफी काम किया हुआ है। वहां किसानों ने काम किया है, अब हम मिलेट को पूरी दुनिया में पहुंचा रहे हैं। इसके कारण जो छोटे-छोटे किसान हैं, जो मिलेट की खेती करते हैं,जिसको अब हम श्रीअन्न कहते हैं, इस श्री अन्न का भी लाभ मिल रहा है। इन सभी आकांक्षाओं को केन्द्र में भाजपा की सरकार ही पूरा कर सकती है। ये मोदी की गारंटी है। इसी गारंटी को आप लोगों को घर-घर पहुंचाना है। आइए, इसके बाद हमारे साथ कौन कार्यकर्ता बात करेंगे।


सुप्रीत- नमस्ते मोदी जी।
प्रधानमंत्री मोदी -मोदी-नमस्ते
सुप्रीत-आपसे बात करके बहुत खुश लग रहा है, It is my pleasure to talking with you.
प्रधानमंत्री मोदी-सुप्रीत जी आप को बहुत-बहुत नमस्कार, आप कहां से बोल रहे हैं।
सुप्रीत- मैं कृष्णनगरी उडुपी से बात कर रहा हूं। मेरा बूथ नम्बर है 144 है। मेरा बूथ से वीएस आचार्या जी औऱ भाजपा को पहली वोट मतलब एक सीट इधर से ही आया था, मतलब वो बहुत कनेक्शन है।
प्रधानमंत्री मोदी- मेरा पर्सनल कनेक्शन क्या है।
सुप्रीत- राम मंदिर का ट्रस्टी हमारा पेजाऊर मठ का स्वामी जी ट्रस्टी है न तो, वो कनेक्शन हो सकता है, सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा देखिए, आप की ये जो कृष्णनगरी है न,ये जो भगवान कृष्ण की मूर्ति है न, कहते हैं कि वो द्वारका से आई है और समुद्री प्रलय में द्वारका से आई और वही पर प्रतिस्थापित हुई। और पेजावर मठ के स्वामी जी के साथ मेरा बहुत घनिष्ठ संबंध रहा। मुझे अच्छा लगा, आज मुझे उडुपी से बात करने का मौका मिला है।
सुप्रीत - जी सर
प्रधानमंत्री मोदी- तो ये सुना है आपने
सुप्रीत -जी सर
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सुप्रीत जी चलिए, हमें तो बूथ जीतना है और वही हमारा मकसद होना चाहिए। अगर लोकसभा जीतना है तो पहले पोलिंग बूथ जीतना पड़ता है। अच्छा समाज के अलग-अलग वर्गों तक पहुंचने के लिए आपके क्या आयोजन है, जैसे फर्स्ट टाइम वोटर है, उसके लिए क्या योजना है। या हमारे लाभार्थी हैं, कोई आवास के लाभार्थी होंगे। कोई गैस के लाभार्थी होंगे, उनको मिलने की आपकी क्या योजना है। किसी ने मुद्रा योजना मिली होगी। मुद्रा योजना के कारण किसी का कारोबार अच्छा चलता होगा। क्या कभी ऐसे लोगों के इंटरव्यू लेकर के, इनकी रील बना करके सोशल मीडिया में प्रचारित करते हैं क्या।
सुप्रीत- जी सर, उसके लिए हमारे बूथ का एक टीम बनाया है, और जो भी लाभार्थी होते हैं मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, जो भी होते है, उन लोगों से मीटिंग कर करके, मतदाताओं तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। और उसके साथ ही साथ हर एक मतदाता को आर्टिकल-370 जो रद्द हुआ है। उसके बारे में इनफार्मेशन दे रहे हैं और राम मंदिर का निर्माण हुआ है न, उसके बारे में भी इनफार्मेशन दे रहे हैं। और रील्स का हम लोग सोच रहे थे, हमलोग अब उसको बना करके, हम ग्रुप में और हमारे वार्ड के बूथ के ग्रुप में डालने का मीटिंग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- देखिए, आपने पिछले तीन चुनावों का पोलिंग बूथ का हिसाब किताब निकाला है क्या। पिछली लोकसभा में कितने वोट मिले थे, उसके बाद विधानसभा में कितने मिले थे, फिर लोकसभा में कितने मिले थे औऱ अभी विधानसभा में कितने मिले थे, क्या इसका हिसाब सबने कागज पर निकाला है।
सुप्रीत- हां सर, वो सबका हिसाब हमारे पास है। हमारे टीम के पास है, हमलोग उसके, हर एक चुनाव से हमारा लीड बढ़ते जा रहा है, पिछले विधानसभा चुनाव में लीड बढ़ा है। इस बार भी हमारा पूरा कोशिश रहेगा कि पोलिंग 75 परसेंट से ज्यादा हो और बीजेपी को 50 से 60 परसेंट वोट आना चाहिए इसलिए हम लोग डेली रात को मीटिंग करके, हमारे जो 14 मेंबर्स है उनसे मीटिंग करके, उसका रणनीति जारी की है सर।
प्रधानमंत्री मोदी- अच्छा सुप्रीत जी अगर हमें महिलाओं के वोट ज्यादा मिलते हैं तो महिला ज्यादे से ज्यादा मतदान करें,महिला कार्यक्रम हो। महिलाओं को लेकर महिला नेतृत्व करे, तो बूथ पर सबसे ज्यादा वोट महिलाओं के मिले। इसके लिए कोई अलग से योजना बन सकती हैं।
सुप्रीत- हां सर, हमने एक योजना बनायी है। हमारे राम मंदिर के टाइम हम लोग भजना प्रोग्राम की थी। उसका एक टीम थे। महिलाओं की टीम थी, वही हम लोग हर एक घर ले जा करके, हमारे केंद्र सरकार की कुछ भी योजना है। हमारा सक्सेस स्टोरी है, वो महिलाओं को इनड्यूजली महिलाओं को हम लोग बता रहे हैं। ये प्लान से हम लोग महिलाओं के ज्यादा वोट जीत सकते हैं सर।
प्रधानमंत्री मोदी- क्या आप एक काम कर सकते हैं, सभी महिलाऐं मेंहदी का कार्यक्रम करें। और अपने हाथ में, कमल निशान की मेंहदी लगाएं और कमल दिखाई दे। औऱ ऐसा बड़ा कार्यक्रम, सिर्फ कमल ही बनाना है मेंहदी में। इस बड़ा अभियान चला सकते हैं क्या।
सुप्रीत- जरूर सर, ऐसा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी- एक मिनट,मुझे लगता है..कर्नाटक के लोग करें, बाकी के लोग समझ सके कि मैं क्या कह रहा हूं।
प्रधानमंत्री मोदी- हां..सुप्रीत जी बोलिए
सुप्रीत- हां सर, हमारा एक योजना है। गुडी पड़वा के दिन, घर के सामने कमल का रंगोली बनाने का।
प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, ये बहुत बढ़िया सुझाव दिया आपने कि हम गुड़ी पड़वा के दिन, सब लोग घर के सामने कमल बनाएं। लेकिन आप एक कार्यक्रम बनाइए, उस दिन सभी महिला इकठ्ठी हों और सभी महिलाओं के हाथ में कमल के चित्र की मेंहदी लगाइए, रंगोली तो कीजिए ही कीजिए,साथ-साथ यह भी कीजिए।
सुप्रीत- जरूर सर, जरूर सर करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी- सुप्रीत जी, आपके माध्यम से कर्नाटक के सभी कार्यकर्ताओं से यही कहूंगा कि हम बूथ स्तर पर जो बैठकें होती हैं, उनका बहुत बड़ा महत्व होता है। बूथ स्तर पर संकलन बहुत जरूरी होता है। पन्ना प्रमुख अपने वोटर से लगातार संपर्क बनाए रखें। जो वर्किंग प्रोफेशनल्स हैं, उनसे हफ्ते में किसी न किसी छुट्टी के दिन मीटिंग करें। बुजुर्गों से घर जाकर मिलें। बाजार निकलते हैं तो हर दुकानदार से बात करें। उन्हें भरोसा दें कि उन्हें वोट देने में कोई असुविधा नहीं होगी। उनका समय भी ज्यादा नहीं जाएगा। बूथ पर आते ही उनको वोट करवा देंगे। और उनको बूथ पहुंचाने से और उन्हें वापस घर छोड़ने का इंतजाम करना चाहिए। और घर की मुखिया महिला को आग्रहपूर्वक जिम्मा दें कि वो घर के सब लोगों का वोट दिलवाना सुनिश्चित करे।

प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, कर्नाटक के सभी कार्यकर्ता, आज मुझे आप सब से फोन पर बात करने का मौका मिला। आप इससे अंदाज लगा सकते होंगे कि कितना महत्वपूर्ण है। मेरे लिए बूथ का कार्यकर्ता कितना महत्वपूर्ण है। मेरे लिए बूथ जीतना कितना महत्वपूर्ण है। और मुझे देखिए, किसी का कोई किला जीतना होता है न, तो पहले उस किले की जो चौकियां होती है न उसे जीतनी पड़ती हैं, तब किला जीता जाता है। उसी प्रकार से लोकसभा जीतनी है तो बूथ जीतना पड़ता है। इसलिए हमें पूरी शक्ति बूथ जीतने पर लगानी है। मैंने कहा है जो पहले वोट मिले हैं, उसमें 370 और ज्यादा वोट मिलने चाहिए। 370 की धारा हटाकर हमने इतना बड़ा काम किया है तो हमें हर बूथ में 370 अधिक वोट के लिए प्रयास करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी- दूसरा, जब हम मतदान के लिए संपर्क करने जाएं। हमें हर नाम के सामने टिक मार्क करनी चाहिए कि मतदान के लिए कौन रहने वाला है। कौन नहीं रहने वाला है। कौन मतदान के दिन बाहर जाने वाला है। ये हमारे पास लिस्ट होनी चाहिए और उनसे रिक्वेस्ट करनी चाहिए कि वोट करके आप बाहर जाएं। इस एक-एक वोट की चिन्ता करनी चाहिए और उनको कोई असुविधा है तो उसकी भी चिंता करनी चाहिए। कोई बुजुर्ग है तो हम आ करके ले जाएंगे। कोई दिव्यांग है तो कहना चाहिए कि हम आ करके ले जाएंगे। लेकिन वोट ज्यादा से ज्यादा हो और हमारे मतदाता, जो भाजपा के मतदाता हैं, वो सुबह-सुबह वोट करें। क्योंकि गर्मी बहुत हो रही है आजकल। सुबह जितनी जल्दी हमारा वोटिंग हो जाए, इसकी हमें व्यवस्था करनी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी- चलिए, आप सब से बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा। कर्नाटक के कार्यकर्ता बहुत मेहनती है और विजय के विश्वास से भरे हुए हैं, लेकिन इस सब के बीच बूथ जीतने का विश्वास मजबूत हो, बूथ जीतने की योजना मजबूत हो, और हम सब पूरी ताकत लगा दें बूथ जीतने की। मेरी आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं। गुड़ी पड़वा की बहुत शुभकामनाएं हैं। आने वाले रामनवमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं।

बहुत-बहुत धन्यवाद आप सबका।
सबको नमस्कार।

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PM meets eminent economists at NITI Aayog
December 24, 2024
Theme of the meeting: Maintaining India’s growth momentum at a time of Global uncertainty
Viksit Bharat can be achieved through a fundamental change in mindset which is focused towards making India developed by 2047: PM
Economists share suggestions on wide range of topics including employment generation, skill development, enhancing agricultural productivity, attracting investment, boosting exports among others

Prime Minister Shri Narendra Modi interacted with a group of eminent economists and thought leaders in preparation for the Union Budget 2025-26 at NITI Aayog, earlier today.

The meeting was held on the theme “Maintaining India’s growth momentum at a time of Global uncertainty”.

In his remarks, Prime Minister thanked the speakers for their insightful views. He emphasised that Viksit Bharat can be achieved through a fundamental change in mindset which is focused towards making India developed by 2047.

Participants shared their views on several significant issues including navigating challenges posed by global economic uncertainties and geopolitical tensions, strategies to enhance employment particularly among youth and create sustainable job opportunities across sectors, strategies to align education and training programs with the evolving needs of the job market, enhancing agricultural productivity and creating sustainable rural employment opportunities, attracting private investment and mobilizing public funds for infrastructure projects to boost economic growth and create jobs and promoting financial inclusion and boosting exports and attracting foreign investment.

Multiple renowned economists and analysts participated in the interaction, including Dr. Surjit S Bhalla, Dr. Ashok Gulati, Dr. Sudipto Mundle, Shri Dharmakirti Joshi, Shri Janmejaya Sinha, Shri Madan Sabnavis, Prof. Amita Batra, Shri Ridham Desai, Prof. Chetan Ghate, Prof. Bharat Ramaswami, Dr. Soumya Kanti Ghosh, Shri Siddhartha Sanyal, Dr. Laveesh Bhandari, Ms. Rajani Sinha, Prof. Keshab Das, Dr. Pritam Banerjee, Shri Rahul Bajoria, Shri Nikhil Gupta and Prof. Shashwat Alok.