Quoteछत्तीसगढ़ नक्सली हिंसा के लिए बदनाम था,आज वह भाजपा के प्रयासों से हुए अभूतपूर्व विकास के लिए प्रसिद्ध है: छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी
Quoteझूठा प्रचार और आकंठ भ्रष्टाचार – यही छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की पहचान है: रायगढ़ में पीएम मोदी
Quoteकांग्रेस पार्टी, झूठे वायदों की गारंटी है, 50 साल पहले भी कांग्रेस के पास 'गरीबी हटाओ' का मंत्र था और आज भी वो उसी फर्जी गारंटी पर चुनाव लड़ती है: पीएम मोदी
Quoteघमंडिया इंडी अलायंस के लोग भारत की हजारों साल से चली आ रही संस्कृति को मिटाना चाहते हैं, ये भारत को मिटाना चाहते हैं: पीएम मोदी
Quoteभाजपा की प्राथमिकता छोटे और आदिवासी किसान हैं, बीते 9 वर्षों में दर्जनों वन उपजों को समर्थन मूल्य के दायरे में लाया गया है: पीएम मोदी

छत्तीसगढ़ के जम्मो. भाई-बहिनी, सियान महतारी मनल मोर जय जोहार।


आप सभी इतनी बारिश के बीच इतनी असुविधा होते हुए भी दूर-दूर से हमें आशीर्वाद देने आए हैं, और कई साथी तो शायद सुबह-सुबह घर से निकले होंगे, ये जो प्यार, ये जो स्नेह छत्तीसगढ़ के हर कोने में मुझे मिलता है, मेरे लिए ये बहुत बड़ा आशीर्वाद है आपकी सेवा करने की शक्ति देता है।

मेरे परिवारजनों,


पूरे देश में आजकल उत्सव का माहौल है। आज मैं यहां छत्तीसगढ़ में भी यही भाव, यही उमंग, यही उत्साह, यही उत्सव देख रहा हूं। उत्सवों के इस मौसम में हर खुशी इस बार डबल हो गई है। इस बार भारत अपनी उपलब्धियों का उत्सव भी मना रहा है। कुछ ही दिन पहले हमारे वैज्ञानिकों ने भारत को चांद पर पहुंचा दिया। भारत का चंद्रयान वहां पहुंचा, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया था। और जैसे हमारे छत्तीसगढ़ में लोग कहते हैं न- छत्तीसगढ़िया, सबसे बढ़िया, वैसे ही आज दुनिया के लोग कह रहे हैं- भारत का चंद्रयान, सबसे बढ़िया।

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साथियों,


इन सफलताओं के बीच भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। सफल जी-20 हर देशवासी की तपस्या का परिणाम है। ये 140 करोड़ भारतीयों के परिश्रम का परिणाम है। जी-20 की एक और बहुत बड़ी विशेषता रही है, एक और बड़ी सफलता रही है। जिन छोटे-छोटे देशों की आवाज़ वैश्विक मंचों तक नहीं पहुंच पाती थी, उनको पहली बार जी-20 में इतनी बड़ी भागीदारी मिली है। अपनी जड़ों से जुड़े रहने की वजह से आज भारत इतना बड़ा काम कर पाया है। जो वंचित है, उसे वरीयता देना यही आज के भारत की प्राथमिकता है। जिन गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज़ दबी हुई थी, उनके सपनों को हमने संकल्पों में बदला है। और मुझे खुशी है कि जी-20 को सफल बनाने में छत्तीसगढ़ की जनता की भी सीधी भागीदारी रही है। आपने नवा रायपुर में जी-20 की इतनी सफल बैठक कराई। आपने इतने अच्छे से मेहमानों का स्वागत किया। उनको छत्तीसगढ़ की संस्कृति, यहां के खान-पान, यहां की विशेषताओं, यहां के सामर्थ्य के बारे में बताया। इससे पूरी दुनिया में छत्तीसगढ़ की चर्चा हुई है, यहां का गौरव बढ़ा है। एक समय था जब छत्तीसगढ़ की पहचान नक्सली हमलों औऱ हिंसा से ही हुआ करती थी। भाजपा सरकार के प्रयासों के बाद आज छत्तीसगढ़ की पहचान यहां के विकास कार्यों की वजह से हो रही है।

मेरे परिवारजनो,


दिल्ली की भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। लेकिन यहां जो कांग्रेस की सरकार है, वो विकास के काम में नहीं बल्कि सिर्फ हवा-हवाई बातों और दावों में जुटी रहती है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार ना होने का बहुत बड़ा नुकसान, जबसे बीजेपी की सरकार गई, जबसे ये लोग बैठे हैं, सबसे बड़ा नुकसान मेरे छत्तीसगढ़ के भाइयों और बहनों को उठाना पड़ा है, मेरे नौजवानों को उठाना पड़ा है। केंद्र की भाजपा सरकार बीते 9 वर्षों में देशभर के गरीब परिवारों को करीब-करीब 4 करोड़ घर दे चुकी है। कितने ? जरो जोर से बोलिए कितने? चार करोड़ घर। हम चाहते थे कि छत्तीसगढ़ के गरीब परिवारों को भी पीएम आवास योजना का अधिक से अधिक लाभ मिले। लेकिन कांग्रेस की सरकार, यहां छत्तीसगढ़ में गरीबों के पक्के घर नहीं बनने दे रही है। महिला कल्याण हो, पीएम स्वनिधि योजना हो, हर घर जल योजना हो, गरीब कल्याण से लेकर युवा कौशल और रोज़गार की हर योजना में कांग्रेस ने, यहां की सरकार ने छत्तीसगढ़ को बहुत पीछे पहुंचा दिया है।

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मेरे परिवारजनों,


कांग्रेस जिस तरह घोटालों की राजनीति करती है, उसमें सिर्फ उसके नेताओं की तिजोरी भरती है। भरती है ना.. भरती है ना.. लूट रहे हैं ना.. गरीब कल्याण में भले पीछे हो, लेकिन भ्रष्टाचार में छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार लगातार आगे बढ़ रही है। आप कल्पना कीजिए, मैं तो सोच भी नहीं सकता हूं, देशवासी भी सोच नहीं सकते, गरीब से गरीब इंसान भी सोच नहीं सकता। आप कल्पना करिए कि अगर कोई गाय के गोबर में भी भ्रष्टाचार करे, तो उसकी मानसिकता क्या होगी। छत्तीसगढ़ की बहनों से वादा तो किया था शराबबंदी का, लेकिन कांग्रेस ने शराब की बिक्री में ही घोटाला कर दिया। छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से इतना समृद्ध राज्य है। केंद्र की भाजपा सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड योजना बनाई। हमारा मकसद था कि जिन जिलों से खनिज संपदा निकलती है, तो उसका एक हिस्सा उसी क्षेत्र में विकास के लिए खर्च किया जाए। हम चाहते थे, हमारे आदिवासी बहनों-भाइयों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिले। लेकिन यहां की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार ने इसको भी नहीं छोड़ा। छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा को कांग्रेस के, ये जो पार्टी है न वो कांग्रेस के एटीएम की तरह उपयोग किया जा रहा है। झूठा प्रचार और आकंठ भ्रष्टाचार – यही छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की पहचान है। और वो तो कहते हैं कि बहुत सालों के बाद मौका मिला है और इसके बाद मिलने वाला नहीं है, यही समय है जितना लूट सको लूटो।

मेरे परिवारजनों,


कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड और भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड आपके सामने है।
50 साल से भी पहले, कांग्रेस ने देश से गरीबी हटाने की गारंटी दी थी। दी थी कि नहीं दी थी भैया, इंदिरा जी के जमाने गरीबी हटाने की बातें कर रहे थे ना। कांग्रेस तब भी हर चुनाव इस गारंटी पर लड़ती थी, आज भी इसी गारंटी पर लड़ती है। अगर कांग्रेस अपने जमाने में अपना काम ठीक से करती, तो आज मोदी को इतनी मेहनत ना करनी पड़ती। मोदी ने गारंटी दी थी कि देश के गरीब को सशक्त बनाऊंगा। आज आप इसके परिणाम देख रहे हैं। सिर्फ 5 वर्षों में ही साढ़े 13 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए हैं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा सरकार ने गरीब के हित में योजनाएं बनाईं। भाजपा ने गरीबों को गरीबी से लड़ने के लिए ज़रूरी साधन दिए सामर्थ्य दिया। भाजपा ने सरकारी योजनाओं से बिचौलियों को, कटकी कंपनी को लुटेरों को बाहर निकाला। हमने ये सुनिश्चित किया कि लाभार्थियों तक पूरा लाभ पहुंचे। आज आप देखिए, मुफ्त राशन हर लाभार्थी तक, हर गरीब तक, बिना किसी घोटाले के पहुंच रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत छत्तीसगढ़ के लाखों गरीब परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। जो कभी गैस सिलेंडर की कल्पना तक नहीं कर सकते थे, उनतक गैस कनेक्शन मुफ्त में पहुंचाया है। अभी कुछ दिन पहले ही उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए सिलेंडर 400 रुपए सस्ता किया गया है। कल ही केंद्र सरकार ने 75 लाख नए उज्ज्वला कनेक्शन देने को मंजूरी दी है। जिन परिवारों में विस्तार हुआ है या परिवार में विभाजन हुआ है, वो भी रह न जाए उसकी चिंता अभी से शुरू कर दी है, इसका बहुत बड़ा लाभ हमारी छत्तीसगढ़ की बहनों-बेटियों को होने जा रहा है।

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 मेरे परिवारजनों,


छत्तीसगढ़ में अच्छी सड़कों, अच्छी रेल व्यवस्था, बिजली ये सारी सुविधा बहुत जरूरी है। जब दिल्ली और रायपुर दोनों जगह भाजपा सरकार होती है तब ऐसी सुविधाएं तेजी से आखिरी गांवों तक पहुंचती है गरीब से गरीब तक पहुंचती है। आज मैं अभी सरकार कार्यक्रम से आ रहा हूं। उस सरकारी कार्यक्रम में मैंने जिन परियोजनाओं का लोकार्पण किया वो सारी परियोजनाएं हमें छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाई पर ले जाने की ताकत देती है। छत्तीसगढ़ के गरीबों का कल्याण करने की ताकत देती है। थोड़ी देर पहले जो कार्यक्रम हुआ उसमें कुछ साथियों को सिकल सेल काउंसिलिंग कार्ड भी दिए गए हैं। सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बीमारी है जो माता-पिता से बच्चों तक जाती है आदिवास परिवारों में ये बहुत बड़ी चुनौती रही है। ये आदिवासी युवाओं के स्वास्थ्य और स्वाभाविक विकास को प्रभावित करता है। इसलिए भाजपा सरकार ने पहली बार इससे मुक्ति के लिए, सिकल सेल से मुक्ति के लिए मेरे आदिवासी भाइयों, बहनो, बच्चों को मदद करने के लिए एक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया है। इसके तहत आने वाले तीन वर्षों में सात करोड़ साथियों की जांच की जाएगी। हमने संकल्प लिया है कि आदिवासी माताओं, बहनों और बच्चों को सिकल सेल की इस बीमारी से मुक्ति दिलाकर के ही रहेंगे।

मेरे परिवारजनो,


भाजपा की प्राथमिकता छोटे किसान हैं, आदिवासी किसान हैं। भाजपा का निरंतर प्रयास है कि छोटे किसानों की उपज और वनोपज उसको महत्व मिले। उन्हें अधिक से अधिक दाम मिले। अभी दिल्ली में जी-20 के लिए जो मेहमान आए थे, उनको हमारी राष्ट्रपति आदरणीय द्रौपदी मुर्मू जी ने एक भोज दिया था। दुनिया के बड़े-बड़े नेता भोजन के लिए पधारे थे और हमारी राष्ट्रपति जी ने उनको क्या खिलाया? कोदो, कुटकी, रागी, हम जो अपने परिवारों में खाते हैं, जिसे मोटा अनाज कहते हैं, जिसको आजकल हम श्री अन्न कहते हैं और जो हमारे छोटे-छोटे किसान छोटी-छोटी जमीन के टुकड़ों पर उगाते हैं। जो मेरे आदिवासी भाई-बहन उगाते हैं, हमने इन मोटे अनाजों से बड़े-बड़े नेताओं का स्वागत किया है। भारत का श्री अन्न, आपके खेतों में उगने वाला श्री अन्न, विश्व की पोषण और पौष्टिक सुरक्षा का ब्रांड बने, ये मोदी का मिशन है। हमारे आदिवासी बहन-भाई जंगल से जो उत्पाद इकट्ठा करते हैं, ऐसे उत्पादों के बेहतर दाम देने के लिए भी भाजपा प्रतिबद्ध है। इसलिए बीते 9 वर्षों में दर्जनों वन उपजों को समर्थन मूल्य के दायरे में लाया गया है। जो सैकड़ों वनधन केंद्र बनाए गए हैं, इससे भी इन वन उत्पादों की भी अधिक कीमत मिलनी तय हुई है। मुझे खुशी है कि वनधन केंद्रों में बड़ी संख्या में आदिवासी बहन-भाइयों को रोज़गार मिला है। विशेष रूप से आदिवासी बहनों के सैकड़ों स्वयं सहायता समूह वनधन योजना से जुड़े हैं।

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मेरे परिवारजनो,


छत्तीसगढ़ की ये भूमि, भगवान श्री राम का ननिहाल है। माता कौशल्या का भव्य मंदिर यहां है। आज इस पवित्र भूमि पर मैं आप सभी को आप सभी भाई-बहनों को हमारी आस्था, हमारे देश के खिलाफ जो साजिश हो रही है उसके प्रत जागरूक करना चाहता हूं। जिन लोगों को आप सभी ने पिछले 9 साल से केंद्र सरकार से बाहर कर रखा है, जो लोग लगातार चुनाव हार रहे हैं, वे लोग अब आपसे इतनी नफरत से भर गए हैं कि उन्होंने आपकी पहचान, आपकी संस्कृति के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन बनाया है। कुछ लोग इसे घमंडिया गठबंधन भी कहते हैं। अब इंडी गठबंधन ने तय किया है कि वो भारत की सनातन संस्कृति को समाप्त करके रहेगा। यानि जो संस्कृति हजारों साल से भारत को एक किए हुए है, सत्ता के लालच में ये लोग अब उसे तोड़ना चाहते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जिसमें भगवान् राम सबरी को माँ कहकर उनके जूठे बेरों को खाने का आनंद लेते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम वनवासियों को, निषादराज गुहु को अपने भाई से भी बढ़कर बताते हैं। सनातन संस्कृति वो है- जहां राम, नाव चलाने वाले केवट को गले लगाकर धन्य हो जाते हैं। सनातन संस्कृति वो है जिसमें वानरों की सेना श्रीराम की शक्ति बढ़ाकर, लंका विजय का कारण बनती है। सनातन संस्कृति वो है- जो किसी परिवार में हुए जन्म को नहीं, बल्कि व्यक्ति के कर्म उसको प्रधानता देती है।गांधी जी से लेकर स्वामी विवेकानंद तक, देवी मां अहिल्याबाई होल्कर से लेकर मीरा बाई तक, हजारों हजार साल से ये सनातन धर्म, सनातन संस्कृति हर किसी को प्रेरित करती रही है। ये सनातन संस्कृति है जो रविदास और कबीरदास को संत शिरोमणि कहकर अपना गौरव बढ़ाती है। हमारे यहां छत्तीसगढ़ में ही बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी हुए थे, श्याम लाल सोम जी। उन्हें प्रथम जंगल सत्याग्रही कहा जाता है। श्याम लाल सोम जी का जीवन सनातन से ही प्रेरित था। हमारे छत्तीसगढ़ के ही शहीद रामाधीन गोंड का तो नाम ही सनातन का प्रतिबिंब रहा है। ऐसी सनातन संस्कृति को समाप्त करने का ऐलान इंडी अलायंस के लोगों ने किया है। छत्तीसगढ़ के लोगों को, देश के लोगों को इनसे बहुत सतर्क रहना है। ये भारत की हजारों साल से चली आ रही संस्कृति को मिटाना चाहते हैं, ये भारत को मिटाना चाहते हैं।

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मेरे परिवारजनो,


पूरी दुनिया में भारत की धूम है, दुनिया भारत में निवेश की हर संभावना को तलाश रही है, लेकिन यहां कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार केंद्र के काम में रोड़े अटकाने वाली सरकार रहेगी तो छत्तीसगढ़ को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। छत्तीसगढ़ के युवाओं को यहीं पर बेहतर रोजगार मिले, छत्तीसग़ढ़ निवेश आकर्षित करने में अग्रणीय हो इसके लिए यहां भाजपा की सरकार बनना आवश्यक है। ये जो समय आया है इसको छत्तीसगढ़ को चूकना नहीं है। छत्तीसगढ़ को अटल जी ने जिस भाव के साथ बनाया है अब मोदी को उसी भाव के साथ विकसित छत्तीसगढ़ बनाने का अवसर देना यही मैं आपलोगों से प्रार्थना करता हूं। छत्तीसगढ़ के पास अपार संपदा है अब इसे भाजपा का कमल खिलाकर समर्पण और संकल्प से जोड़ना है। आप इतनी बड़ी संख्या में इतनी बारिश के बावजूद भी हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए इसके लिए हम सभी आप सबका बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं।


मेरे साथ बोलिए, भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

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यूपी, अब सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा; अब ये सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा है: वाराणसी में पीएम मोदी
April 11, 2025
Quoteपिछले 10 वर्षों में बनारस के विकास को नई गति मिली है: प्रधानमंत्री
Quoteमहात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने महिला सशक्तिकरण, उनके आत्मविश्वास और समाज के कल्याण के लिए जीवन भर कार्य किया: प्रधानमंत्री
Quoteबनास डेयरी ने काशी के हजारों परिवारों की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल दी है: प्रधानमंत्री
Quoteकाशी अब आरोग्‍य की राजधानी बन रही है: प्रधानमंत्री
Quoteआज काशी जाने वाला हर व्‍यक्ति यहां के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की प्रशंसा करता है: प्रधानमंत्री
Quoteभारत आज विकास और विरासत दोनों को एक साथ आगे बढ़ा रहा है, हमारी काशी इसका सर्वोत्तम मॉडल बन रही है: प्रधानमंत्री
Quoteउत्तर प्रदेश अब सिर्फ संभावनाओं की भूमि नहीं बल्कि सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्‍प भूमि बन रहा है: प्रधानमंत्री

नमः पार्वती पतये, हर-हर महादेव!

मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, उपस्थित मंत्रीगण, अन्‍य जनप्रतिनिधिगण, बनास डेयरी के अध्यक्ष शंकर भाई चौधरी और यहां इतनी बड़ी संख्या में आशीर्वाद देने के लिए आए मेरे सभी परिवार जन,

काशी के हमरे परिवार के लोगन के हमार प्रणाम। आप सब लोग यहां हमें आपन आशीर्वाद देला। हम ए प्रेम क कर्जदार हई। काशी हमार हौ, हम काशी क हई।

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साथियों,

कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकट मोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले, काशी की जनता आज विकास का उत्सव मनाने यहां इकट्ठी हुई है।

साथियों,

पिछले 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम भी रखे हैं। आज काशी, सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है। काशी अब पूर्वांचल के आर्थिक नक्शे के केंद्र में है। जौने काशी के स्वयं महादेव चलाव लन… आज उहे काशी पूर्वांचल के विकास के रथ के खींचत हौ!

साथियों,

कुछ देर पहले काशी और पूर्वांचल के अनेक हिस्सों से जुड़ी ढेर सारी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। कनेक्टिविटी को मजबूती देने वाले अनेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, गांव-गांव, घर-घर तक नल से जल पहुंचाने का अभियान, शिक्षा, स्वास्थ्य और खेल सुविधाओं का विस्तार और हर क्षेत्र, हर परिवार, हर युवा को बेहतर सुविधाएं देने का संकल्प ये सारी बातें, ये सारी योजनाएं, पूर्वांचल को विकसित पूर्वांचल बनाने की दिशा में मील का पत्थर बनने वाली हैं। काशी के हर निवासी को इन योजनाओं से खूब लाभ मिलेगा। इन सभी विकास कार्यों के लिए, बनारस के लोगों को, पूर्वांचल के लोगों को मैं ढेर सारी बधाई देता हूं।

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साथियों,

आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जी ने जीवन भर, नारी शक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों को, उनके संकल्पों को नारी सशक्तिकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई ऊर्जा दे रहे हैं।

साथियों,

आज मैं एक बात और भी कहना चाहूंगा, महात्मा फुले जी जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों से प्रेरणा से ही देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ, सबका विकास। हम देश के लिए उस विचार को लेकर के चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ, सबका विकास। जो लोग सिर्फ और सिर्फ सत्ता हथियाने के लिए, सत्ता पाने के लिए, दिन रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है, परिवार का साथ, परिवार का विकास। आज मैं सबका साथ, सबका विकास के इस मंत्र को साकार करने की दिशा में पूर्वांचल के पशुपालक परिवारों को, विशेष रूप से हमारी मेहनतकश बहनों को विशेष बधाई देता हूं। इन बहनों ने बता दिया है, अगर भरोसा किया जाए, तो वो भरोसा नया इतिहास रच देता है। ये बहनें अब पूरे पूर्वांचल के लिए नई मिसाल बन चुकी हैं। थोड़ी देर पहले, उत्तर प्रदेश के बनास डेयरी प्लांट से जुड़े सभी पशुपालक साथियों को बोनस वितरित किया गया है। बनारस और बोनस, ये कोई उपहार नहीं है, ये आपकी तपस्या का पुरस्कार है। 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा का ये बोनस, आपके पसीने का, आपके परिश्रम का तोहफा है।

साथियों,

बनास डेयरी ने काशी में हजारों परिवारों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल दी है। इस डेयरी ने आपकी मेहनत को इनाम में बदला और सपनों को नई उड़ान दी और खुशी की बात ये, कि इन प्रयासों से, पूर्वांचल की अनेकों बहनें अब लखपति दीदी बन गई हैं। जहाँ पहले गुज़ारे की चिंता थी, वहाँ अब कदम खुशहाली की तरफ बढ़ रहे हैं। और ये तरक्की बनारस, यूपी के साथ ही पूरे देश में दिखाई दे रही है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है। 10 साल में दूध के उत्पादन में करीब 65 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, डबल से भी ज्यादा। ये सफलता आप जैसे देश के करोड़ों किसानों की है, मेरे पशुपालक भाइयों और बहनों की है। और ये सफलता एक दिन में नहीं मिली है, बीते 10 सालों से, हम देश के पूरे डेयरी सेक्टर को मिशन मोड में आगे बढ़ा रहे हैं।

हमने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जोड़ा है, उनके लिए लोन की सीमा बढ़ाई है, सब्सिडी की व्यवस्था की है और सबसे बड़ा महत्वपूर्ण एक काम, जीव दया का काम भी है। खुरपका-मुंहपका, Foot and Mouth Disease से पशुधन को बचाने के लिए मुफ्त वैक्सीन प्रोग्राम चलाया जा रहा है। कोविड की मुफ्त वैक्सीन की तो सबको चर्चा करनी याद आती है, लेकिन ये सरकार ऐसी है, जिसके सबका साथ, सबका विकास में मेरे पशुओं को भी मुफ्त में टीकाकरण हो रहा है।

दूध का संगठित कलेक्शन हो इसके लिए देश की 20 हजार से ज्यादा सहकारी समितियों को फिर से खड़ा किया गया है। इसमें लाखों नए सदस्य जोड़े गए हैं। प्रयास ये है कि डेयरी सेक्टर से जुड़े लोगों को एक साथ जोड़कर आगे बढ़ाया जा सके। देश में गाय की देसी नस्लें विकसित हों, उनकी क्वालिटी अच्छी हो। गायों की ब्रीडिंग का काम साइंटिफिक अप्रोच से हो। इसके लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन चल रहा है। इन सारे कामों का मूल यही है कि देश में जो पशुपालक भाई बहन हैं, वो विकास के नए रास्ते से जुड़ें। उन्हें अच्छे बाजार से, अच्छी संभावनाओं से जुड़ने का अवसर मिले। और आज बनास डेरी का काशी संकुल, पूरे पूर्वांचल में इसी प्रोजेक्ट को, इसी सोच को आगे बढ़ा रहा है। बनास डेयरी ने यहां गिर गायों का भी वितरण किया है और मुझे बताया गया है कि उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। बनास डेयरी ने यहां बनारस में पशुओं के चारे की व्यवस्था भी शुरू कर दी है। पूर्वांचल के करीब-करीब एक लाख किसानों से आज ये डेयरी दूध कलेक्ट कर रही है, किसानों को सशक्त कर रही है।

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साथियों,

अभी कुछ देर पहले मुझे यहां कई बुजुर्ग साथियों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड सौंपने का अवसर मिला है। मैंने उन साथियों के चेहरे पर जो संतोष का भाव देखा, मेरे लिए वो इस योजना की सबसे बड़ी सफलता है। इलाज को लेकर घर के बुजुर्गों की जो चिंता रहती है, वो हम सब जानते हैं। 10-11 साल पहले इस क्षेत्र में, पूरे पूर्वांचल में, इलाज को लेकर जो परेशानियां थीं, वो भी हम सब जानते हैं। आज स्थितियां बिल्कुल अलग हैं, मेरी काशी अब आरोग्य की राजधानी भी बन रही है। दिल्ली-मुंबई के बड़े-बड़े जो अस्पताल, ये अस्पताल अब आज आपके घर के पास आ गए हैं। यही तो विकास है, जहाँ सुविधाएं लोगों के पास आती हैं।

साथियों,

बीते 10 वर्षों में हमने सिर्फ अस्पतालों की गिनती ही नहीं बढ़ाई है, हमने मरीज की गरिमा भी बढ़ाई है। आयुष्मान भारत योजना मेरे गरीब भाई-बहनों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ये योजना सिर्फ इलाज नहीं देती, ये इलाज के साथ-साथ विश्वास देती है। उत्तर प्रदेश के लाखों और वाराणसी के हजारों लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। हर इलाज, हर ऑपरेशन, हर राहत, जीवन की एक नई शुरुआत बन गई है। आयुष्मान योजना से यूपी में ही लाखों परिवारों के करोड़ों रुपये बचे हैं, क्योंकि सरकार ने कहा, अब आपके इलाज की जिम्मेदारी हमारी है।

और साथियों,

जब आपने हमें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तो हमने भी आपको सेवक के रूप में स्नेह स्वरूप अपने कर्तव्य को निभाया है और कुछ लौटाने का नम्र प्रयास किया है। मेरी गारंटी थी, बुजुर्गों का इलाज मुफ्त होगा, इसी का परिणाम है, आयुष्मान वय वंदना योजना! ये योजना, बुजुर्गों के इलाज के साथ ही उनके सम्मान के लिए है। अब हर परिवार के 70 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, मुफ्त इलाज के हकदार हैं। वाराणसी में सबसे ज़्यादा, करीब 50 हज़ार वय वंदना कार्ड यहां के बुजुर्गों तक पहुंच गए हैं। ये कोई आंकड़ा नहीं, ये सेवा का, एक सेवक का नम्र प्रयास है। अब इलाज के लिए जमीन बेचने की जरूरत नहीं! अब इलाज के लिए कर्ज लेने की मजबूरी नहीं! अब इलाज के लिए दर-दर भटकने की बेबसी नहीं! अपने इलाज के पइसा क चिंता मत करा, आयुष्मान कार्ड से आपके इलाज के पइसा अब सरकार देई!

साथियों,

आज काशी होकर जो भी जाता है, वो यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर की, यहां की सुविधाओं की बहुत प्रशंसा करता है। आज हर दिन लाखों लोग बनारस आते हैं। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करते हैं, मां गंगा में स्नान करते हैं। हर यात्री कहता है, बनारस, बहुत बदल गया है। कल्पना कीजिए, अगर काशी की सड़कें, यहां की रेल और एयरपोर्ट की स्थिति 10 साल पहले जैसी ही रहती, तो काशी की हालत कितनी खराब हो गई होती। पहले तो छोटे-छोटे त्योहारों के दौरान भी जाम लग जाता था। जैसे किसी को चुनार से आना हो और शिवपुर जाना हो। पहले उसको पूरा बनारस घूम कर, जाम में फंसकर, धूल-धूप में तपकर जाना पड़ता था। अब फुलवरिया क फ्लाईओवर बन गइल हो। अब रास्ता भी छोटा, समय भी बचत हो, जीवन भी राहत में हौ! ऐसे ही जौनपुर और गाजीपुर के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को आने-जाने में और बलिया, मऊ, गाजीपुर जिलों के लोगों को एयरपोर्ट जाने के लिए वाराणसी शहर के भीतर से जाना होता था। घंटों लोग जाम में फंसे रहते थे। अब रिंग रोड से कुछ ही मिनट में, लोग इस पार से उस पार पहुंच जाते हैं।

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साथियों,

केहू के गाजीपुर जाए के हौ त पहिले कई घंटा लगत रहल। अब गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर, आजमगढ़ हर शहर में जाने का रास्ता, पहुंचने का रास्ता चौड़ा हो गया है। जहां पहले जाम था, आज वहाँ विकास की रफ्तार दौड़ रही है! बीते दशक में वाराणसी और आस-पास के क्षेत्रों की कनेक्टिविटी, उस पर करीब 45 हज़ार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। ये पैसा सिर्फ कंक्रीट में नहीं गया, ये विश्वास में बदला है। इस निवेश का लाभ आज पूरी काशी और आसपास के जिलों को मिल रहा है।

साथियों,

काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर हो रहे इस निवेश को आज भी विस्तार दिया गया है। हजारों करोड़ के प्रोजेक्टस का आज शिलान्यास किया गया है। हमारा जो लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट है, उसके विस्तारीकरण का काम तेजी से चल रहा है। जब एयरपोर्ट बड़ा हो रहा है, तो उसको जोड़ने वाली सुविधाओं का विस्तार भी ज़रूरी था। इसलिए अब एयरपोर्ट के पास 6 लेन की अंडरग्राउंड टनल बनने जा रही है। आज भदोही, गाजीपुर और जौनपुर के रास्तों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर भी काम शुरु हुआ है। भिखारीपुर और मंडुवाडीह पर फ्लाईओवर की मांग लंबे समय से हो रही थी। हमके खुशी हौ कि इहो मांग पूरा होए जात हौ। बनारस शहर और सारनाथ को जोड़ने के लिए नया पुल भी बनने जा रहा है। इससे एयरपोर्ट और अन्य जनपदों से सारनाथ जाने के लिए शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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साथियों,

अगले कुछ महीनों में, जब ये सारे काम पूरे हो जाएंगे, जो बनारस में आवाजाही और भी आसान होगी। रफ्तार भी बढ़ेगी और कारोबार भी बढ़ेगा। इसके साथ-साथ, कमाई-दवाई के लिए बनारस आने वालों को भी बहुत सुविधा होगी। और अब तो काशी में सिटी रोपवे का ट्रायल भी शुरू हो गया है, बनारस अब दुनिया के चुनिंदा ऐसे शहरों में होगा, जहां ऐसी सुविधा होगी।

साथियों,

वाराणसी में विकास का, इंफ्रास्ट्रक्चर का कोई भी काम होता है, तो इसका लाभ पूरे पूर्वांचल के नौजवानों को होता है। हमारी सरकार का बहुत जोर इस पर भी है कि काशी के युवाओं को स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लगातार मौके मिलें। और अब तो 2036 में, ओलंपिक भारत में हो, इसके लिए हम लगे हुए हैं। लेकिन ओलंपिक में मेडल चमकाने के लिए मेरे काशी के नौजवानों आपको अभी से लगना पड़ेगा। और इसलिए आज, बनारस में नए स्टेडियम बन रहे हैं, युवा साथियों के लिए अच्छी फैसिलिटी बन रही है। नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खुल गया है। वाराणसी के सैकड़ों खिलाड़ी उसमें ट्रेनिंग ले रहे हैं। सांसद खेल प्रतियोगिता के भी प्रतिभागियों को इस खेल के मैदान में अपना दम दिखाने का अवसर मिला है।

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साथियों,

भारत आज विकास और विरासत, दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बढ़िया मॉडल, हमारी काशी बन रही है। यहां गंगा जी का प्रवाह है और भारत की चेतना का भी प्रवाह है। भारत की आत्मा, उसकी विविधता में बसती है और काशी उसकी सबसे सुंदर तस्वीर है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग संस्कृति, हर गली में भारत का एक अलग रंग दिखता है। मुझे खुशी है कि काशी-तमिल संगमम् जैसे आयोजन से, एकता के ये सूत्र निरंतर मजबूत हो रहे हैं। अब तो यहां एकता मॉल भी बनने जा रहा है। इस एकता मॉल में भारत की विविधता के दर्शन होंगे। भारत के अलग-अलग जिलों के उत्पाद, यहां एक ही छत के नीचे मिलेंगे।

साथियों,

बीते वर्षों में, यूपी ने अपना आर्थिक नक्शा भी बदला है, नजरिया भी बदला है। यूपी, अब सिर्फ संभावनाओं की धरती नहीं रहा, अब ये सामर्थ्य और सिद्धियों की संकल्प भूमि बन रहा है! अब जैसे आजकल ‘मेड इन इंडिया’ की गूंज हर तरफ है। भारत में बनी चीजें, अब ग्लोबल ब्रांड बन रही हैं। आज यहां कई उत्पादों को GI टैग दिया गया है। GI टैग, ये सिर्फ एक टैग नहीं है, ये किसी जमीन की पहचान का प्रमाण पत्र है। ये बताता है कि ये चीज़, इसी मिट्टी की पैदाइश है। जहां GI टैग पहुंचता है, वहां से बाजारों में बुलंदियों का रास्ता खुलता है।

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साथियों,

आज यूपी पूरे देश में GI टैगिंग में नंबर वन है! यानी हमारी कला, हमारी चीजें, हमारे हुनर की अब तेजी से अंतरराष्ट्रीय पहचान बन रही है। अब तक वाराणसी और उसके आसपास के जिलों में 30 से ज्यादा उत्पादों को GI टैग मिला है। वाराणसी का तबला, शहनाई, दीवार पर बनने वाली पेंटिंग, ठंडाई, लाल भरवां मिर्च, लाल पेड़ा, तिरंगा बर्फी, हर चीज़ को मिला है पहचान का नया पासपोर्ट, GI टैग। आज ही, जौनपुर की इमरती, मथुरा की सांझी कला, बुंदेलखंड का कठिया गेहूँ, पीलीभीत की बांसुरी, प्रयागराज की मूंज कला, बरेली की ज़रदोज़ी, चित्रकूट की काष्ठ कला, लखीमपुर खीरी की थारू ज़रदोज़ी, ऐसे अनेक शहरों के उत्पादों को GI टैग वितरित किए गए हैं। यानी यूपी की मिट्टी में जो खुशबू है, अब वो सिर्फ हवा में नहीं, सरहदों के पार भी जाएगी।

साथियों,

जो काशी को सहेजता है, वह भारत की आत्मा को सहेजता है। हमें काशी को निरंतर सशक्त करते रहना है। हमें काशी को, सुंदर और स्वप्निल बनाए रखना है। काशी की पुरातन आत्मा को, आधुनिक काया से जोड़ते रहना है। इसी संकल्प के साथ, मेरे साथ एक बार फिर, हाथ उठाकर कहिए। नमः पार्वती पतये, हर हर महादेव। बहुत बहुत धन्यवाद।