Quoteलोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव शुरू हो गया है। 13 मई को तेलंगाना के मतदाता नया इतिहास लिखेंगे: पीएम मोदी
Quoteबीजेपी की लहर, कांग्रेस और बीआरएस का सफाया कर देगी। पूरा देश आज कह रहा है '4 जून को 400 पार': पीएम मोदी
Quoteइंडी अलायंस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि उनकी लड़ाई 'शक्ति' के खिलाफ है। मेरे लिए हर मां, बेटी और बहन 'शक्ति' का रूप हैं: पीएम मोदी
Quoteक्या कोई 'शक्ति' के विनाश की बात कर सकता है? हमने चंद्रयान मिशन की सफलता को समर्पित करते हुए चंद्रयान के लैंडिंग पॉइंट का नाम 'शिव शक्ति' रखा है: पीएम मोदी

भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

लोकसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है....दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र का उत्सव प्रारंभ हो चुका है। और 13 मई को तेलंगाना के लोग एक नया इतिहास रचने वाले हैं। 13 मई को तेलंगाना में होने वाला मतदान, विकसित भारत के लिए होगा। और जब भारत विकसित होगा तो तेलंगाना भी विकसित होगा। यहां तेलंगाना में बीजेपी के लिए लगातार जनसमर्थन बढ़ता ही जा रहा है। तेलंगाना का ये दृश्य, जगतियाल का ये जन-सैलाब इसका प्रमाण है। मैं पिछले 3 दिनों में दूसरी बार तेलंगाना आया हूं। उसके पहले मैं तेलंगाना के लिए हजारों करोड़ रुपयों की विकास परियोजनाओं की सौगात लेकर भी आपकी सेवा में हाजिर हुआ था। इसी महीने मैंने अदिलाबाद से पूरे देश और तेलंगाना के लिए 56 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण शिलान्यास किया था। संगारेड्डी में भी हाइवेज, रेलवेज और एयरवेज इनफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी हजारों करोड़ की परियोजनाओं को समर्पित किया था। ये विकास आज तेलंगाना के हर इलाके में पहुंच रहा है। इसीलिए, तेलंगाना के कोने-कोने में बीजेपी के लिए समर्थन बढ़ता ही जा रहा है। आपने देखा होगा, अभी मुझे मल्काजगिरी में भी जनता-जनार्दन... हम सबको अपना आशीर्वाद देने के लिए सड़कों पर उमड़ आई थी। जैसे-जैसे 13 मई निकट आ रही है, वोटिंग का दिन करीब आ रहा है, तेलंगाना में बीजेपी की ये लहर कांग्रेस का, बीआरएस का सूपड़ा साफ कर देगी। और इसीलिए, आज पूरा देश कह रहा है- 4 जून को 400 पार ! 4 जून को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं और इसलिए लोग कह रहे हैं 4 जून को 400 पार ! 4 जून को 400 पार ! 4 जून को 400 पार ! तेलंगाना भी कह रहा है- अबकी बार, 400 पार ! अबकी बार, 400 पार ! विकसित भारत के लिए...400 पार ! विकसित तेलंगाना के लिए...400 पार ! तीसरी सबसे बड़ी इकोनोमी के लिए...400 पार ! गरीब की की उन्नति के लिए...400 पार ! किसान कल्याण के लिए के लिए...400 पार ! युवाओं को नए अवसर के लिए...400 पार ! महिला सशक्तिकरण के लिए...400 पार ! मजबूत भारत के लिए…400 पार ! आत्मनिर्भर भारत के लिए ...400 पार ! समृद्ध भारत के लिए ...400 पार ! नालगु वंदलु दाटाली, बीजेपी-कि वोटु वेय्याली॥

|

साथियों,
तेलंगाना की ये धरती…भारत माता की...। देखिए…मेरा कितना सौभाग्य है, मेरे सामने शक्ति स्वरूपा एक बेटी शक्ति का रूप धारण करके मुझे आशीर्वाद देने आई है। उधर भी एक बेटी देखिए, शक्ति स्वरूपा बनके, मुझे आशीर्वाद देने आई है। और इधर देखिए इतनी माताएं-बहनें शक्ति स्वरूपा आज मोदी को आशीर्वाद दे रही हैं। अभी कल मुंबई में इंडी अलायंस की रैली थी और चुनाव घोषित होने के बाद इंडी आलंयस की ये पहली और उनके लिए ये सबसे महत्वपूर्ण रैली थी, उस रैली में उन्होंने अपना घोषणापत्र जाहिर किया। और उनके पहले घोषणापत्र का एलान क्या है। मुंबई के शिवाजी मैदान में जो छत्रपति शिवाजी महाराज कहते थे…जब एक औरत को उठाकर लाया तो उन्होंने कहा, काश! अगर तुम मेरी मां होती मैं भी तेरे जैसा सुंदर होता। ऐसा शिवाजी पार्क जहां से इंडी अलायंस ने अपना घोषणापत्र जाहिर किया और उन्होंने कहा है कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। मेरे लिए हर मां शक्ति का रूप है। हर बेटी शक्ति का रूप है। और मेरी माताओं-बहनों की तरफ, माताओं-बहनों आपको मैं शक्ति के रूप में पूजा करता हूं। मैं भारत मां का पुजारी हूं। मैं आप शक्ति स्वरूपा सब मां-बहन-बेटियों का भी पुजारी हूं। और जिन्होंने कल शिवाजी पार्क में, इंडी अलायंस ने अपना घोषणापत्र शक्ति को खत्म करने के लिए किया है, मैं इस चुनौती को स्वीकार करता हूं। और मैं इन शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा दूंगा। जीवन खपा दूंगा। क्या भारत की धरती पर कोई शक्ति के विनाश की बात कर सकता है क्या? क्या शक्ति का विनाश उन्हें मंजूर है। हम सब शक्ति की आराधना करते हैं कि नहीं करते हैं? पूरा हिंदुस्तान शक्ति की आराधना करता है कि नहीं करता है? अरे, हमने तो चंद्रयान की सफलता को भी किसको समर्पित किया...। चंद्रयान की सफलता को भी, जहां चंद्रयान ने लैंड किया हमने उस सफलता को भी शिव शक्ति नाम देकर शिव शक्ति को समर्पित किया है। और ये लोग शक्ति के विनाश का बिगुल फूंक रहे हैं। माताएं-बहनें शक्ति स्वरूपा आप हैं। क्या ऐसे लोगों को शक्ति के विनाश का मौका देंगे क्या? मौका देंगे क्या? शक्ति का विनाश करने वालों का विनाश होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए? शक्ति स्वरूपा माताओं की रक्षा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? शक्ति के संस्कार की रक्षा होनी चाहिए नहीं होनी चाहिए? और इसलिए भाइयों-बहनों इंडी अलायंस ने कल अपनी घोषणा जाहिर कर दी है, घोषणापत्र उनका जाहिर हो गया है और इसलिए लड़ाई एक तरफ शक्ति के विनाश करने वाले लोग हैं दूसरी तरफ शक्ति की पूजा करने वाले लोग हैं। मुकाबला 4 जून को जाएगा। कौन शक्ति का विनाश कर सकता है और कौन शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। इसका मुकाबला 4 जून को हो जाएगा।

|

साथियों,
तेलंगाना की ये धरती कोई साधारण धरती नहीं है। ये वो धरती है, जिसने अंग्रेजों से संघर्ष किया, जो रजाकारों के अत्याचारों से लड़ाई लड़े। इस धरती ने देश की अखंडता और सम्मान के लिए संघर्ष किया। बावजूद इसके, आज़ादी के बाद तेलंगाना को कांग्रेस के सियासी षडयंत्रों को सहना पड़ा। एक ओर वो कांग्रेस पार्टी है, जिसने तेलंगाना के सपनों को कुचला है। दूसरी ओर, वो BRS है जिसने यहां के लोगों की भावनाओं का इस्तेमाल किया, सत्ता पाई और बाद में जनता से ही विश्वासघात कर दिया। तेलंगाना निर्माण के पहले 10 वर्षों तक BRS ने तेलंगाना को जमकर लूटा। और अब, कांग्रेस ने तेलंगाना को अपना ATM स्टेट बना लिया है। तेलंगाना से लूटा गया ये पैसा दिल्ली तक जाता है, वहां परिवारवादी लोगों की तिजोरी में पहुंचता है। फिर इसी पैसे का इस्तेमाल देश में झूठ और बंटवारे की साजिशों की फंडिंग के लिए होता है। और तेलंगाना के लोग जानते हैं, एक घोटालेबाज, दूसरे घोटालेबाज पर कभी कार्रवाई नहीं कर सकता। इसीलिए, जो कांग्रेस पार्टी, चुनाव के समय BRS पर घोटालों का आरोप लगाती थी, आज वही कांग्रेस BRS की फाइलों पर हाथ धरकर बैठ गई है।

साथियों,
BRS और कांग्रेस की मिलीभगत कितनी जबरदस्त है, ये भी आज तेलंगाना के लोग देख रहे हैं। आज BRS के घोटालों पर कांग्रेस की बोलती बंद हो गई है। कालेश्वरम स्कैम के अरबों रुपये कहां चले गए, कांग्रेस में कोई इसका जवाब नहीं मांग रहा है। और कांग्रेस जो सैकड़ों वादे करके सरकार में आई थी, वो क्यों पूरे नहीं हो रहे, BRS में कोई ये सवाल नहीं पूछता है। दोनों एक-दूसरे को बचा रहे हैं। दोनों एक दूसरे की जमकर मदद कर रहे हैं। और सबकुछ परदे के पीछे कर रहे हैं। और, जब दोनों पार्टियों के स्कैम की जांच होती है तो दोनों मिलकर के क्या करते हैं, एक ही काम… मोदी को गाली…मोदी को गाली….मोदी को गाली…। यही करते हैं न? दिन रात मोदी-मोदी के सिवाय कुछ करते हैं क्या ये लोग? इनके मुंह से कभी भारत माता की जय सुना क्या? मोदी को सौ बार बोलते हैं। मां भारत को एक बार भी याद नहीं करते हैं। लेकिन तेलंगाना के मेरे साथियों, BRS और कांग्रेस एक दूसरे के लिए चाहे कितनी भी कवर फ़ायर कर लें, इनकी एक-एक लूट का हिसाब होता रहेगा। मोदी, तेलंगाना के लोगों को गारंटी देता है कि तेलंगाना को लूटने वालों को छोड़ेगा नहीं। ये मोदी की गारंटी है। इदि मोदी गैरंटी।

|

साथियों,
परिवारवादी पार्टियां, परिवारवाद में डूबे ये लोग केवल देश को लूटने के लिए राजनीति में आए हैं। ये लोग कभी देश का, किसी राज्य का भला नहीं कर सकते। आप परिवारवादियों का पूरा इतिहास उठाकर देख लीजिये, देश में जितने भी बड़े घोटाले हुये हैं, उनके पीछे कोई न कोई परिवारवादी पार्टी ही मिलेगी। आप जरा सोचना, ये मीडिया के मित्रों को भी मैं जरा होमवर्क देकर जाता हूं कि आप सोचिए, देश में लाखों करोड़ का 2G स्पेक्ट्रम घोटाला हुआ। किसका नाम आया? दिल्ली दरबार का संरक्षण और डीएमके परिवार की करतूत! देश में नेशनल हेराल्ड घोटाला हुआ। किसका नाम आया?कांग्रेस का सबसे बड़ा परिवार जो कांग्रेस पार्टी को चलाता है। उनका नाम आया। देश में बोफोर्स स्कैम भी हुआ था। किसका नाम आया था? इसी परिवार का। बिहार में इतना बड़ा चारा घोटाला हुआ। कौन अपराधी साबित हुआ? बिहार में ‘नौकरी के बदले जमीन’ घोटाला हुआ। किसका नाम आया? आरजेडी चलाने वाले उसी परिवार के लोगों का। इसी परिवारवादी भ्रष्टाचार का शिकार हमारा तेलंगाना भी हुआ है। परिवारवादी BRS ने प्रदेश में कालेश्वरम घोटाला किया है, दिल्ली में हुए ‘लिकर स्कैम’ में भी कट-कमीशन खा लिया। इसलिए कांग्रेस हो या BRS- इनसे जितना बचेंगे उनको जितना दूर रखेंगे वही इसकी दवाई है। इसलिए 13 मई को आपको वोटिंग के दिन याद रखना है- BJP को जिताना है, बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। बीजेपी को जिताना है। आप तेलंगाना में बीजेपी को जितनी ज्यादा सीटें देंगे, उतनी ही मेरी ऊर्जा बढ़ेगी। और ये जो शक्ति स्वरूपा का विनाश करने निकले हैं न, उनकी रक्षा करने के लिए मुझे ताकत चाहिए अब। मैं विकसित भारत के लिए और ज्यादा परिश्रम करुंगा। आपको भरोसा है न। मैं परिश्रम करूंगा इस बात पे भरोसा है न। क्या कभी मैंने मेहनत करने में कमी रखी है क्या? खुद को खपाउंगा, और कुर्सी की परवाह किए बिना आपकी भलाई के लिए जो जरूरी है वो निर्णय करूंगा।

साथियों,
हमारा विज़न है- विकसित तेलंगाना से विकसित भारत का निर्माण! बीते 10 वर्षों की एक बड़ी उपलब्धि है कि हमने 25 करोड़ देशवासियों को गरीबी से बाहर निकाला है। हमने इसके लिए योजनाएं बनाईं। हमने ईमानदारी से हर योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाया। हमने देश भर में गरीब परिवारों को 4 करोड़ से ज्यादा पीएम आवास बनाकर दिये। हमने 12 करोड़ से ज्यादा घरों तक नल से जल पहुंचाया। हमने देश के 50 करोड़ लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा। आज 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों को आयुष्मान कार्ड से मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है। पीएम स्वनिधि जैसी योजनाओं के जरिए गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हजारों करोड़ रुपए की सहायता दी गई है।

साथियों,
हमारी सरकार ने इन सभी योजनाओं का लाभ तेलंगाना की जनता तक बिना किसी भेदभाव के पहुंचाया है। हमने तेलंगाना की माताओं-बहनों को उज्जवला योजना के 11 लाख से ज्यादा गैस कनेक्शन दिए। हम तेलंगाना के 30 लाख किसानों को हर साल किसान सम्मान निधि के 6000 रुपये भेज रहे हैं। तेलंगाना में आयुष्मान भारत योजना से 80 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त इलाज सुनिश्चित हुआ है। आज भी BJP सरकार तेलंगाना के 2 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन की व्यवस्था कर रही है। अगर यहां तेलंगाना में BJP की सरकार होती तो हम तेलंगाना को और आगे ले जाने में हमें सुविधा रहती है क्योंकि हम जनता को साथ लेकर चलते। साथियों, पिछले दिनों विधानसभा के चुनाव में आपने BRS के प्रति जो गुस्सा था किसी भी हालत में आप BRS को खतम करना चाहते थे, आपने वो काम कर दिया। ये चुनाव दिल्ली में फिर एक बार मोदी सरकार को लाने का चुनाव है।

साथियों,
हमने सिर्फ 10 साल में भारत को दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया है। हमने ये भी सुनिश्चित किया है कि इस प्रगति में हमारा किसान, हमारा श्रमिक वर्ग भी पीछे न रहे। इसीलिए, हमने पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं शुरू कीं। हमने किसान की आर्थिक ताकत को बढ़ाया, और साथ ही उस पर फर्टिलाइजर के बढ़ते दामों का बोझ भी नहीं आने दिया। हमने किसान की आय बढ़ाने के लिए फसलों की MSP बढ़ाई। आज इन प्रयासों का लाभ तेलंगाना के किसानों को मिल रहा है। 2014 में धान की जो MSP 1300 रुपए थी, वो आज 2200 रुपए है। हमने अकेले तेलंगाना के किसानों से 1 लाख 30 हजार करोड़ रुपए की धान की खरीद की है। ये क्षेत्र हल्दी के किसानों का भी क्षेत्र है। कांग्रेस-BRS ने कभी उनकी भी चिंता नहीं की। हमने टर्मरिक किसानों के लिए ‘टर्मरिक बोर्ड’ का गठन किया। 2014 में हल्दी की जो कीमत 6 हजार से 8 हजार रुपए प्रति क्विंटल थी, आज उसके 20 हजार रुपए तक मिल रहे हैं। गन्ना किसानों के लिए भी हमने प्रति क्विंटल मूल्य बढ़ाकर 340 रुपए कर दिया है। यहां की राज्य सरकारों का आलम ये है कि, वो अभी तक बंद पड़ी निज़ाम शुगर फ़ैक्टरी को शुरू नहीं कर पाये हैं। लेकिन, हमने करीब 6400 करोड़ रुपए खर्च करके रामागुंडम फर्टिलाइज़र फ़ैक्टरी फिर से शुरू कर दी है। इस फ़ैक्टरी में आज 75 हजार टन यूरिया बन रहा है। इससे किसानों का फायदा तो हो ही रहा है, युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। अब अगले 5 वर्षों में हमें किसानों को समृद्धि की नई ऊंचाई पर लेकर जाना है।

|

साथियों,
पहले देश में विकास से जुड़े वायदों को सबसे बड़ा चुनावी झूठ माना जाता था। लेकिन, इन 10 वर्षों में विकास भारत की सबसे बड़ी पहचान बनकर उभरा है। आज भारत के आधुनिक इनफ्रास्ट्रक्चर की चर्चा पूरी दुनिया में होती है। इन 10 वर्षों में हमने तेलंगाना के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए अभूतपूर्व काम किया है। हमारे तेलगू भाषी लोग दुनिया के हर देश में मिलेंगे। अच्छी पोजिशन में मिलेंगे। मेहनत करने वाले मिलेंगे। और आप पूछिए, जो भी तेलगू भाषी दुनिया में रहता है उसको पूछिए आज दुनिया में उसका सम्मान है कि नहीं है। वो सीना तान करके कहेगा, मैं जहां भी जाता हूं हिंदुस्तान का गौरव होता है। हमने यहां करीब 25 हजार करोड़ रुपए खर्च करके नेशनल हाईवेज बनवाए हैं। 2014 तक तेलंगाना में सिर्फ 2500 किलोमीटर नेशनल हाइवेज़ बने थे। जरा आंकड़ा याद रखिए, 2014 के पहले, यानि देश आजाद हुआ तब से लेकर के 75 साल 70 साल जो भी है समय, सिर्फ 2500 किलोमीटर। ये उनका काम देखिए और ये मोदी का कमाल देखिए। हमने केवल 10 वर्षों में 2000 किलोमीटर नेशनल हाइवेज़ बना दिए हैं। करीमनगर से वारंगल के बीच ढाई हजार करोड़ रुपए के फोर लेन प्रोजेक्ट जैसे विकास के काम यहां हुए हैं। हम तेलंगाना के रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक बना रहे हैं, यहां वंदे भारत की कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं।

साथियों,
आने वाले 2 जून को तेलंगाना के जन्म के 10 साल पूरे होंगे। इसलिए, 4 जून को नतीजों के बाद केंद्र में भाजपा सरकार बनेगी, वो देश के साथ ही तेलंगाना के अगले दशक का भाग्य बनाएगी। इसलिए अगले 5 वर्ष तेलंगाना के लिए बहुत अहम हैं। अगले 5 वर्षों में हम तेलंगाना के हाइवेज़ और एक्सप्रेसवेज़ नेटवर्क को और आधुनिक बनाना चाहते हैं। अगले 5 वर्षों में हम यहां के रेलवे इनफ्रास्ट्रक्चर को बेहतरीन बनाएंगे। अगले 5 वर्षों में हमें डिजिटल इंडिया का विस्तार गांव-गांव तक करना है। अगले 5 वर्षों में हमें ग्रामीण क्षेत्रों में हजारों नए गोदाम बनाने हैं ताकि किसानों को लाभ हो। अगले 5 वर्षों में हमें घरों पर ज्यादा से ज्यादा सोलर पैनल लगवाने हैं ताकि बिजली बिल जीरो हो जाए। और इस सबमें तेलंगाना और तेलंगाना के प्रतिभाशाली युवाओं की बहुत बड़ी भूमिका होगी। ये 18वीं लोकसभा का चुनाव है। 18 साल के ऊपर के हर युवा को विकसित भारत के लिए वोट करना है, विकसित तेलंगाना के लिए वोट करना है। और, ये तब होगा, जब आप इस चुनाव में कमल के निशान पर BJP को अपना आशीर्वाद दें। इस चुनाव में निजामाबाद से भाई अरविंद धर्मपुरी गारू, करीमनगर से बंडी संजय कुमार गारू और पेद्दापल्ले से ‘मेरे भाई’ गोमासा श्रीनिवास गारू को भारी मतों से इनको विजयी बनाना है। आशीर्वाद मिलेंगे आपके। हर पोलिंग बूथ पे जिताएंगे? हर पोलिंग बूथ में जाएंगे?

और मैं आपको एक और बात बताऊंगा। अभी किशन रेड्डी ने इसके बारे में विस्तार से बताया। अब देखिए मैंने एक हिम्मत की है। अब वो हिम्मत तो मेरी तब काम आएगी, जब आप मेरी मदद करेंगे। करेंगे मदद? देखिए मैंने मेहनत की है, हिम्मत भी की है। लेकिन आपकी मदद के बिना कुछ होना नहीं है, करेंगे मदद? देखिए मैंने एक काम किया है। टेक्नोल़ॉजी की मदद से मैं अब तेलगू में आपसे बात करना चाहता हूं। 100 परसेंट तो नहीं हो सकता लेकिन 80-90 परसेंट तो हो जाएगा, लेकिन इसके लिए आपको एक काम करना पड़ेगा। करेंगे? आप अपने मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया में जो एक्स होता है न एक्स। एक्स साइट होती है, वहां जाकर के नमो इन तेलगू हैंडल पर जाइए, तो वहां आपका ये सेवक तेलगू में बात करेगा। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे आप। पहले वाला तो करेंगे न। सब बताइए करेंगे न। जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे न। अच्छा दूसरा एक काम करोगे, अभी मैंने ये हिम्मत की है, शुरुआत की है। अगर आप उसको सुनकर के उसमें क्या-क्या गलतियां रह गई है। उसमें क्या-क्या कमी रह गई है। क्या मुझे बताएंगे क्या? आप मेरे टीचर। काम करेंगे न। मुझे सिखाएंगे तेलगू? तो मुझे आपकी मदद चाहिए। मैं तेलगू में आपलोगों से लगातार बात करना चाहता हूं। और इसीलिए मैंने टेक्नोलॉजी का उपयोग किया है। मैं चाहता हूं आप ही नहीं, पूरा तेलंगाना मोदी को तेलगू में सुने। और आप जब मोबाइल पर जाकर, एक्स पर जाकर के नमो इन तेलगू डाउनलोड करोगे, फिर आप किसी को भी कह सकते हैं, ए गड़बड़ मत कर, मोदी मेरी जेब में है। ऐसा कह सकते हैं न। देखिए, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मुझे अपनी बात पहुंचानी है, उनकी भाषा में पहुंचाने का मैं प्रयास करूंगा। लेकिन उसके लिए तेलंगाना के हर मोबाइल फोन पर मोदी होना चाहिए। मोदी इन तेलगू होना चाहिए। और मैं आपको गारंटी देने आया हूं। मैं आपको विकसित तेलंगाना की गारंटी देता हूं। मुझे विश्वास है, आप भी मुझे इस बार तेलंगाना में बीजेपी का परचम लहराने की गारंटी देंगे। देंगे न? आप भी मुझे गारंटी देंगे न? देखिए आपकी गारंटी के लिए आप अपने मोबाइल फ्लैश चालू कीजिए। आपके मोबाइल फ्लैश लाइट बनाइए। ये मुझे गारंटी देनी है आपको। आपके मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट…हर किसी के मोबाइल की फ्लैश लाइट जलनी चाहिए। ये आपकी गारंटी है मुझे। ये आपकी गारंटी है मुझे। ये मेरे तेलंगाना के बहनों-भाइयों की गारंटी है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की।
बहुत-बहुत धन्यवाद!

Explore More
140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

लोकप्रिय भाषण

140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

Media Coverage

"Huge opportunity": Japan delegation meets PM Modi, expressing their eagerness to invest in India
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM’s speech at TV9 Summit 2025
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

|

साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

|

साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

|

साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

|

साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।