कर्नाटका भाजपा का हर एक कार्यकर्ता, मेरे लिए साथी है, मित्र है, सहोदर है: दावणगेरे में पीएम मोदी
भाजपा ने पॉलिटिक्स ऑफ परसेप्शन को पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस में बदल दिया है: दावणगेरे में पीएम मोदी
कर्नाटक के तेज विकास के लिए पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार बहुत महत्वपूर्ण है: पीएम मोदी

भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!

कर्नाटका के मुख्यमंत्री श्री बासवराज बोम्मई जी, पूर्व मुख्यमंत्री और मेरे पुराने साथी श्री बीएस येद्दयुरप्पा जी, सदानंद गौड़ा जी, जगदीश शट्टार जी, कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष श्री नलिन कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सभी सहयोगी, बीजेपी के सभी वरिष्ठ साथी और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों!

दावणगेरेया, नन्ना सहोदरा-सहोदरियरिगे, नमस्कारागळु।
कर्नाटकदा, नन्ना भाजपा-BJP कार्यकर्ता, बान्धवरिगे, नमस्कारगळु।

ट्रांसलेशन की जरूरत नहीं, हिंदी चलेगा। अच्छा।

मुझे जब-जब दावणगेरे आने का अवसर मिला हर बार मैंने देखा है, आपके आशीर्वाद बढ़ते ही जाते हैं। बढ़ते ही जाते हैं। मैं कर्नाटका बीजेपी का धन्यवाद करता हूं कि आज उन्होंने कार्यक्रम की ऐसी रचना की, कि मुझे आप सबके दर्शन करने का मौका मिला। और फिर मैं मंच पे आया। आप जैसे पुरुषार्थी, त्याग और तपस्या से भरे हुए, मां भारती के उज्ज्वल भविष्य के लिए जीने वाले, जूझने वाले आप सबके दर्शन करना ये मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य की बात है। ये मूड ये विजय संकल्प रैली, ऐसा लग रहा है, जैसे विजय महोत्सव मनाने की रैली है। और आज देखिए सुखद संयोग, आज विजय संकल्प रैली हो रही है, उसी समय हमारे कर्नाटका में कलबुर्गी में जो कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कर्मभूमि है। आज वहां मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव था और कलबुर्गी में भारतीय जनता पार्टी के मेयर और डिप्टी मेयर जीत गए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में भाजपा का विजय डंका बज गया। ये एक प्रकार से विजय संकल्प रैली का शुभ संकेत है कि विजय यात्रा आरंभ हो चुकी है। ये दृश्य, ये कलबुर्गी का नतीजा, ये साफ दिखा रहा है कि डबल इंजन सरकार की धमाकेदार वापसी का निर्धार कर्नाटका ने कर लिया है। अब मैं तो, बहुत पहले से मेरा कार्यक्रम बना था, इसलिए मुझे आज आना था। लेकिन इसी समय कलबुर्गी के मेयर का चुनाव आ गया। कल जरूर कांग्रेस के हमारे साथी बयान देंगे कि मोदी आया था। जरूर कुछ किया होगा। इसलिए कलबुर्गी में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में ही उनको मुंह की खानी पड़ी। पता नहीं कैसे-कैसे आरोप लगा देंगे ये।

भाइयों-बहनों,
ये विकसित कर्नाटका के लिए डबल इंजन की सरकार को आप सबका आशीर्वाद है। साथियों, मैं श्रीहरि हरेश्वर, ताई भोरेश्वरी और इस क्षेत्र के सभी पवित्र मठों को आदरपूर्वक नमन करता हूं। आज जहां ये सभा हो रही है, वो दावणगेरे और हरिहर के बीच में हैं। मां तुंगभद्रा का आशीर्वाद इस क्षेत्र को है। हरि हरेश्वर मंदिर के रूप में यहां हरि और हरा का समन्वय होता है। ऐसे स्थान पर कर्नाटका भाजपा की चार विजय संकल्प यात्राओं का आज महासंगम हो रहा है। और हमारे यहां कहा जाता है, जब कोई यात्रा करके आता है, उसके दर्शन करते हैं तो आपको भी उसका पुण्य मिलता है। आज मुझे भी इन सभी यात्रियों का दर्शन करके, आज मुझे भी पुण्य मिला है।

मैं कर्नाटका भाजपा के सभी कार्यकर्ताओं को इन सफल यात्राओं के लिए हृदय से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। और मैं लगातार इसकी जानकारी लेता रहता था। हर जगह से वीडियो मेरे पास पहुंचते थे और मैं देख रहा था कि इन यात्राओं में जो जन विश्वास मिला है, जो उत्साह और उमंग मिला है, जो समर्थन मिला है, ये अभूतपूर्व है अद्भुत है। लेकिन अब हमारी जिम्मेवारी शुरू होती है, पूरी करोगे? ये जिम्मेवारी पूरी करोगे? दोनों हाथ ऊपर करके बताइये, जिम्मेवारी पूरी करोगे? पक्का करोगे। ये यात्राओं में और इस महासंगम में ये जो उत्साह, उमंग, जनसमर्थन मिला है, इसको अब हमें आने वाले तीन महीने कड़ी मेहनत करके हर बूथ पर पहुंचाना है, पहुंचाओगे? पहुंचाओगे? हर बूथ पर जाओगे? हर बूथ में उत्साह पहुंचाओगे? हर बूथ में एक नई शक्ति नई ऊर्जा भर दोगे? हर बूथ जीतने का संकल्प कर लोगे? जरा जोर से बताइए, हर बूथ को जीतने का संकल्प कर लोगे? शाबाश!

साथियों,
आज यहां इतने सारे समर्पित साथियों को देखकर मन बहुत भावुक भी हो रहा है। मैं कल सोशल मीडिया पर कर्नाटका का ही एक वीडियो देख रहा था। एक पार्टी के बड़े नेता, कर्नाटका के पूर्व मुख्यमंत्री, उनकी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारने का आनंद ले रहे थे।

जो अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं कर सकते, वो जनता-जनार्दन का सम्मान क्या करेंगे? मुझे गर्व है कि भाजपा में कोई छोटा नहीं है- कोई बड़ा नहीं है। हम सभी कार्यकर्ता बिल्कुल बराबर-बराबर हैं। और इसलिए आपका दर्शन करना ये मेरे लिए बड़े सद्भाग्य है, सौभाग्य है। ऐसा भाव मेरे मन में आता है। कर्नाटका भाजपा का हर एक कार्यकर्ता, मेरे लिए मेरा एक मजबूत साथी है। कर्नाटका का हर कार्यकर्ता मेरा परम मित्र है। कर्नाटका का हर कार्यकर्ता मेरा सहोदर है।

भाइयों और बहनों,
भारतीय राजनीति में लंबे समय तक आरोपों की, आक्षेपों की राजनीति चली है। बीते वर्षों में भाजपा ने इस गंदी राजनीति को बदला है। पॉलिटिक्स, पॉलिटिक्स ऑफ परसेप्शन को भाजपा ने पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस में बदल दिया है।
इस बात की गवाही इस साल के शुरुआती तीन महीने में भी दे रहे हैं। अभी-अभी मैं बैंगलुरु से Whitefield metro line का उद्घाटन करके आ रहा हूं। इससे पहले, तुमकुरू को एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर बनाने की फैक्ट्री मिली। शिवमोगा एयरपोर्ट का लोकार्पण हुआ। दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म में से एक कर्नाटका को मिला। बैंगलुरु-मैसुरू एक्सप्रेसवे का लोकार्पण हुआ। नारायणपुर लेफ्ट बैंक कैनाल के प्रोजेक्ट का लोकार्पण हुआ। IIT धारवाड़ के परमानेंट कैंपस का लोकार्पण हुआ। जल जीवन मिशन के तहत दर्जनों प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण किया।

साथियों,
गिनते ही रह जाएंगे लोग, क्योंकि ये दिन-रात काम करने वाली डबल इंजन की सरकार है। डबल इंजन सरकार मुफ्त राशन से लेकर मुफ्त इलाज तक, गरीब की हर जरूरत का ध्यान रख रही है। सिर्फ साढ़े 3 वर्षों में ही लगभग 40 लाख नए नल कनेक्शन कर्नाटका में दिए गए हैं। इससे माताओं-बहनों का जीवन बहुत आसान हुआ है।
इस साल के बजट में केंद्र सरकार ने अपर भद्रा प्रोजेक्ट के लिए 5300 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसका भी बहुत बड़ा लाभ इस क्षेत्र के लोगों को, मेरे किसान भाइयों-बहनों को होने वाला है।

साथियों,
जब डबल इंजन सरकार नहीं होती है, तब क्या होता है। इसका उदाहरण पीएम किसान सम्मान योजना में है। साल 2019 में जब केंद्र की भाजपा सरकार ने योजना शुरू की, तब यहां कांग्रेस-जेडीएस की सरकार थी। बार-बार कहने के बाद भी कांग्रेस-जेडीएस ने बहुत कम किसानों के नाम केंद्र सरकार को भेजे थे।

जब कर्नाटका में डबल इंजन सरकार बनी तो उसने कांग्रेस और जेडीएस की गलतियों में सुधार किया। आज कर्नाटका के करीब-करीब 60 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है। अब तक दावणगेरे के भी डेढ़ लाख से ज्यादा किसानों को भी लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं।
मुझे खुशी है कि केंद्र सरकार पीएम किसान सम्मान निधि के जो पैसे भेजती है, कर्नाटका की भाजपा सरकार उसमें और पैसे जोड़कर हमारे किसान भाइयों की ज्यादा मदद कर रही है। यही है डबल इंजन की सरकार का डबल फायदा।

साथियों,
दावणगेरे जिले में तो संत सेवालाल महाराज जी की जन्मस्थली है। संत सेवालाल महाराज जी ने बंजारा समुदाय की लड़ाई लड़ी। इसी वर्ष बोम्मई जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बंजारा समुदाय के परिवारों को हक्कु पत्र देने की शुरुआत की है। हमारा जो मंत्र है, दलित हो, आदिवासी हो, वनवासी हो, महिलाएं हो, बुजुर्ग हो, जो वंचित है, उन वंचितों को वरीयता, वंचितों को प्राथमिकता ये हमारे हर कदम में नजर आती है। ये हमारे संकल्प को दिखाता है।

भाइयों और बहनों,
कर्नाटका ने अवसरवादी औ स्वार्थी गठबंधन की सरकारों का लंबा दौर देखा है। ऐसी सरकारों से कर्नाटका को हमेशा नुकसान हुआ है। इसलिए कर्नाटका के तेज विकास के लिए भाजपा की पूर्ण बहुमत की स्थिर सरकार बहुत जरूरी है। आप बताइये भाइयों, जब किसी को बहुमत नहीं मिलता है तो हमारे कर्नाटका का हाल बुरा होता है कि नहीं होता है? होता है कि नहीं होता है? होता है कि नहीं होता है? अब कर्नाटका को मजबूत स्थिर सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? मजबूत बहुमत वाली सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए?
भाइयों और बहनों, अब पहला काम कर्नाटका को इस जोड़-तोड़ की राजनीति से बाहर लाना है। हमारे कर्नाटका को तेज गति से आगे ले जाना है। और इसलिए भाजपा की पूर्ण बहुमत वाली, मजबूत स्थिर सरकार ये कर्नाटका के लिए आज समय की मांग है। कर्नाटका के उज्ज्वल भविष्य के लिए ये बहुत आवश्यक है। जरा मेरे कर्नाटका के भाई-बहन बताइये, क्या कर्नाटका चाहता है कि मैं भी आपकी सेवा करूं। क्या आप चाहते हैं कि मैं भी आपकी सेवा करूं। जरा जोर से जवाब दीजिए, क्या मैं भी आपकी सेवा करूं। जितनी ज्यादा हो सके, उतनी सेवा करूं। हर कर्नाटकावासी की सेवा करूं। हर गांव की सेवा करूं। अब मुझे बताइये, अगर मुझे सेवा करनी है, आपके लिए मुझे कुछ करना है, तो मुझे कर्नाटका में भाजपा की मजबूत सरकार चाहिए कि नहीं चाहिए? चाहिए कि नहीं चाहिए? आप सबको जिताकर के लानी चाहिए कि नहीं लानी चाहिए? पक्का लाएंगे। घर-घर जाएंगे।
भाजपा कर्नाटका को विकसित भारत का ड्राइविंग फोर्स बनाना चाहती है। जबकि कांग्रेस कर्नाटका को नेताओं की तिजोरियां भरने वाले ATM के रूप में देखती है।

साथियों,
कांग्रेस वाले हर चुनाव से पहले झूठी गारंटी की एक पोटली लेकर घूमने लगते हैं। इनकी गारंटियां कैसी होती हैं, इसका ताजा-ताजा उदाहरण हिमाचल प्रदेश में हम देख रहे हैं। वहां अभी-अभी चुनाव हुए थे। उस चुनाव के पहले ये कांग्रेस के लोग ऐसे बड़े-बड़े वादे करते थे। ऐसी बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते थे। ऐसी बड़ी-बड़ी पोटलियां खोल देते थे। उन्होंने वादा किया था रोजगार का। उन्होंने वादा किया था भत्ते का। ये मुफ्त की गारंटियों का पिटारा लेकर गए थे। लोगों को भ्रमित कर रहे थे।
कुछ दिन पहले हिमाचल सरकार का बजट आया तो चुनाव के पहले उन्होंने जो गारंटियां दीं थीं, उसका कहीं नामो-निशान नहीं दिख रहा है। क्या ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। जोर से बोलिए- ऐसी कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। झूठे वादे करने वाली कांग्रेस पर भरोसा कर सकते हैं। क्या ऐसी कांग्रेस को कर्नाटका में पैर रखने की जगह देनी चाहिए क्या? पूरी तरह उनको निकालना चाहिए कि नहीं निकालना चाहिए? आज हिमाचल की जनता कांग्रेस को बार-बार पूछ रही है कि चुनाव के समय जो वादे लेकर के आए थे, जो गारंटियां लेकर के आए थे, अभी तो तीन महीने नहीं हुए हैं, उन गारंटियों का क्या हुआ? ये सब हवा में उड़ गईं। कर्नाटका के लोग भी जागते रहें। ये ऐसे ही खेल खेलने वाले के लिए कर्नाटका एक मौका न देना। कांग्रेस ऐसे ही जनता को धोखा देने में माहिर है।

साथियों,
आज कांग्रेस के पास देश के लिए, कर्नाटका के लिए कोई भी पॉजिटिव एजेंडा नहीं है। इसलिए कांग्रेस सपना देख रही है। और आपने सुना होगा, क्या सपना देख रही है। जो लोग हिंदी समझते हैं, उनको बराबर समझ आएगा। मैं बताता हूं कि कांग्रेस वाले क्या सपना देखते हैं और कभी-कभी पब्लिकली बोलते भी हैं। कांग्रेस वाले कहते हैं- मोदी तेरी कब्र खुदेगी। ये कांग्रेस वाले कहते हैं- मोदी तेरी कब्र खुदेगी। लेकिन ये कांग्रेस के लोगों को पता नहीं कि कर्नाटका के लोगों ने संकल्प ले लिया है। अगर उनका संकल्प है मोदी तेरी कब्र खुदेगी तो कर्नाटका का सपना है मोदी तेरा कमल खिलेगा। मोदी तेरा कमल खिलेगा। मोदी तेरा कमल खिलेगा।

 देश की जनता का, कर्नाटका की जनता का कमल के खिलने में ही विश्वास है। मेरे कर्नाटका के भाइयों-बहनों कमल में समृद्धि का, संपन्नता का, निवेश का, आगे बढ़ने का एक जबरदस्त विश्वास है। दुनिया आज भारत की तरफ देख रही है। और भारत हमारे कर्नाटका की तरफ देख रहा है।


कर्नाटका में वैश्विक निवेश को आकर्षित करने वाले बैंगलुरु जैसे अनेक HUB बनें, ये भाजपा का विजन है। इसलिए कोरोनाकाल में भी विदेशी निवेश के मामले में ये हमारा कर्नाटका प्रांत अग्रणी रहा है। और इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं।


भाइयो और बहनों, ये दावणगेरे टेक्सटाइल का हब है। केंद्र सरकार देशभर में 7 मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाने वाली है। और इन सात में से एक ये हमारे कर्नाटका में बनने जा रहा है। कल ही हुबली-धारवाड़ में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफेक्चरिंग कलस्टर प्रोजेक्ट के लिए भी केंद्र सरकार ने स्वीकृति दी है। इससे भी हजारों नए रोजगार बनेंगे।
अब जब कर्नाटका का इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक हो रहा है, तो खेती से लेकर सर्विस सेक्टर और मैन्युफेक्चरिंग सेक्टर तक हर इंडस्ट्री का विस्तार होने वाला है। ट्रेडिशन और टेक्नॉलॉजी से समृद्ध कर्नाटका में भाजपा सरकार की वजह से युवाओं के लिए अनंत अवसर बन रहे हैं।


विकसित कर्नाटका के लिए यहां पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार बहुत जरूरी है। ये संदेश हमें कर्नाटका के बूथ-बूथ तक पहुंचाना है। मुझे भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता पर बहुत पूरा भरोसा है।
आप इतनी बड़ी संख्या में यहां आए। ये अपने-आप कर्नाटका के मिजाज को दिखाता है। भाइयो और बहनों, मैं जरा आपसे कुछ पूछना चाहता हूं। जवाब देंगे आप लोग? जवाब देंगे। जरा जोर से बोलिए- जवाब देंगे। आप मुझे बताइये, आज पूरी दुनिया में हिंदुस्तान के नाम की गूंज है कि नहीं है।


हिंदुस्तान का जय-जयकार हो रहा है कि नहीं हो रहा है। अमेरिका में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। जर्मनी में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। फ्रांस में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। अफ्रीका में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। सिंगापुर में भी हो रहा है कि नहीं हो रहा है। इंडोनेशिया में हो रहा है कि नहीं हो रहा है। जापान में हो रहा है कि नहीं हो रहा है। चारों तरफ हो रहा है ना। क्या कारण है? क्या कारण है? ये दुनिया में डंका बज रहा है, क्या कारण है? जरा सब बताइये क्या कारण है। आपका जवाब गलत निकला। आपका जवाब गलत निकला। ये दुनिया में हिंदुस्तान का डंका मोदी के कारण नहीं, ये आपने एक वोट दिया था ना, उसके कारण बज रहा है। ये आपके एक वोट की ताकत है, जो दुनिया में हिंदुस्तान का डंका बज रहा है।


भाइयों और बहनों, हमें कर्नाटका का जो डंका है ना, वो भी अब जोरों से बजाना है। और इसलिए आपके वोट की ताकत कर्नाटका को दुनियाभर में मशहूर कर देगी। भाइयों और बहनों, इतना बड़ा उत्साह, इतना उमंग, इतना जोश। अब ज्यादा मेहनत का काम शुरू हो रहा है। अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में मेरा कर्नाटका फिर से आना होने वाला है। वर्ल्ड टाइगर डे के लिए मैं कर्नाटका के टाइगरों के बीच आने वाला हूं। और कर्नाटका के टाइगर टूरिज्म का भी बहुत बड़ा आकर्षण बनें, उसके लिए भारत सरकार एक बहुत बड़ा आयोजन अप्रैल महीने के प्रथम सप्ताह में कर्नाटका में करेगी। और मैं भी आने वाला हूं। फिर से आपके दर्शन करूंगा। और इन दस दिन में आपने क्या काम किया है, उसकी भी जरा पूछताछ करूंगा।


साथियों, ये कर्नाटका का प्यार, मैं जहां गया, करीब-करीब हर इलाके में जाना हुआ, आपने जो प्यार दिया है। आपने जो आशीर्वाद दिए हैं। उसने हमें एक नई शक्ति दी है। नया विश्वास दिया है। नई ऊर्जा दी है। और मैं इसके लिए दावणगेरे की धरती से कर्नाटका के हर नागरिक का सिर झुकाकर के धन्यवाद करता हूं। मैं उनका अभिनंदन करता हूं। आप सबके मेहनत, देश के लिए जीने का आपका संकल्प, इसके लिए मैं आप सभी मेरे साथियों को भी आज सिर झुकाकर के नमन करता हूं। प्रणाम करता हूं। मेरे साथ बोलिए-भारत माता की जय! आवाज पूरे कर्नाटका में गूंजनी चाहिए।
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
अब आपके मोबाइल की ये फ्लैश लाइट चालू कीजिए। और विजय संकल्प का प्रकाश, विजय संकल्प का प्रकाश सब दूर पहुंचाइये। ये विजय संकल्प का प्रकाश हर बूथ में पहुंचाना है। ये विजय संकल्प का संदेश हर बूथ में पहुंचाना है। हर परिवार में पहुंचाना है। फिर से बोलिए- भारत माता की जय। भारत माता की जय। भारत माता की जय। बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।