अहमदाबाद और भुज के बीच नमो भारत रैपिड रेल का उद्घाटन किया
कई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई
पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत 30,000 से अधिक घरों को मंजूरी
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण के सिंगल विंडो आईटी सिस्टम (SWITS) को लॉन्च किया
"हमारे तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में सभी का प्रभावशाली विकास किया गया है "
"70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज देकर गरीबों और मध्यम वर्ग के स्वास्थ्य को लेकर लिया गया बड़ा फैसला"
"नमो भारत रैपिड रेल से मध्यमवर्गीय परिवारों को बहुत सुविधा मिलेगी"
"इन 100 दिनों में वंदे भारत नेटवर्क का विस्तार अभूतपूर्व है"
"यह भारत का समय है, यह भारत का स्वर्णिम काल है, यह भारत का अमृत काल है"
"भारत के पास अब खोने के लिए समय नहीं है, हमें भारत की साख और बढ़ानी है और हर भारतीय को सम्मानजनक जिंदगी भी देनी है"

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी, राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी सी आर पाटिल, देश के अलग-अलग भागों से इस कार्यक्रम में जुड़े हुए सभी राज्यपाल महोदय, उप मुख्यमंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि और विशाल संख्या में यहां आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

कैसे हो सभी, सब मजे में, आप सभी की माफी मांग के मुझे आज भाषण हिंदी में करना है क्यूंकि दूसरे राज्य के भी साथी आज यहाँ इस कार्यक्रम में बडी संख्या में जुड़े है । और अपने गुजरात में तो हिन्दी चलता है क्यों ? चलता है न ?

आज देश में गणेशोत्सव चारों तरफ उत्सव की धूम है। । घरों में गणपति भी विराजित हैं। आज मिलाद-उन-नबी भी है...देश के अलग-अलग हिस्सों में कई त्योहार और पर्व मनाए जा रहे हैं। उत्सव के इस समय में भारत के विकास का उत्सव भी निरंतर जारी है। अभी यहां से करीब साढ़े आठ हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इनमें रेल, रोड, मेट्रो... ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। आज गुजरात के गौरव में एक और सितारा जुड़ा है। आज नमो भारत रेपिड रेल भी शुरु हुई है। ये भारत की अर्बन कनेक्टिविटी के लिए एक और मील का पत्थर सिद्ध होने वाली है। आज गुजरात के हज़ारों परिवार, अपने नए घर में प्रवेश भी कर रहे हैं। आज हज़ारों परिवारों को उनके पक्के घर की पहली किश्त भी जारी हुई है। मेरी कामना है..नवरात्रि, दशहरा, दुर्गापूजा, धनतेरस, दीवाली, अब से सारे त्योहार इतने ही उमंग के साथ आप नए घर में मनाएंगे। आप सभी का गृह-प्रवेश शुभ हो, आपके सपनों को नई उड़ान देने वाला हो।। मैं विशेष रूप से उन हज़ारों बहनों को बधाई दूंगा, जिनके नाम पर ये घर रजिस्टर हुए हैं। विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए मैं गुजरात वासियों को, देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

उत्सव के इस माहौल में एक पीड़ा भी है। इस वर्ष गुजरात के अनेक इलाकों में एक साथ अतिवृष्टि हुई है। पहली बार इतिहास में इतने व्यापक स्तर से, इतने कम समय में, इतनी तेज बारिश हमने देखी है। इक्का-दुक्का जगहों में नहीं बल्कि, गुजरात के कोने-कोने में ये स्थिति पैदा हुई और इसके कारण हमने अनेक स्वजनों को खोया है। जान-माल की भी बहुत हानि हुई है। केंद्र और राज्य सरकार, प्रभावितों को हर संभव राहत देने के लिए काम कर रही है। जिन साथियों का उपचार चल रहा है, मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

साथियों,

तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, मैं पहली बार आज गुजरात आया हूं, आप सभी के बीच आया हूं। गुजरात मेरी जन्मभूमि है..गुजरात ने मुझे जीवन की हर सीख दी है। आप लोगों ने हमेशा मुझ पर अपना प्यार लुटाया है....और बेटा जब अपने घर आता है...घर आकर जब अपनों से आशीर्वाद लेता है...तो उसे नई ऊर्जा मिलती है। उसका उत्साह, उसका जोश और बढ़ जाता है। और इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने आए, ये मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है।

साथियों,

मुझे गुजरात के आप सभी लोगों की अपेक्षा का भी ऐहसास है। बार-बार मुझे अलग-अलग corner से message भी आया करते थे। आप चाहते थे कि तीसरी बार शपथ लेने के बाद मैं जल्द से जल्द आपके बीच आऊं और बहुत स्वाभाविक था, 60 साल के बाद देश की जनता ने एक नया इतिहास रचा है। एक सरकार को लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का अवसर दिया है। ये भारत के लोकतंत्र की बहुत बड़ी घटना है और इसलिए गुजरात के मन में ये विचार आना कि हमारे नरेन्द्र भाई पर तो हमारा हक है। उन्होंने तुरंत गुजरात आना चाहिए। आपकी भावना सही है। लेकिन राष्ट्र प्रथम का संकल्प दिलाकर आप ही लोगों ने मुझे दिल्ली भेजा है। मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान आप लोगों को... देशवासियों को एक गारंटी दी थी। मैंने कहा था कि तीसरे टर्म के पहले 100 दिन, देश के लिए अभूतपूर्व फैसले लिए जाएंगे। बीते 100 दिनों में, मैंने दिन नहीं देखा, रात नहीं देखा, 100 दिन के एजेंडे को पूरा करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी...देश हो या विदेश, जहां भी, जो भी प्रयास करने थे, वो किए...कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। और आपने देखा होगा पिछले 100 दिन में न जाने कैसी कैसी बातें होने लगी। इस दौरान मेरा मजाक उड़ाने लगे... मोदी का मखौल उड़ाने लगे... भांति-भांति के तर्क वितर्क बताते रहे... मजा लेते थे और लोग भी हैरान थे कि मोदी क्या कर रहा है? क्यों चुप है? इतनी मजाक हो रहा है... इतना अपमान हो रहा है।

लेकिन मेरे गुजरात के भाईयों-बहनों,

ये सरदार पटेल की भूमि से पैदा हुआ बेटा है। हर मजाक, हर मखौल, हर अपमान को सहते हुए, एक प्रण लेकर के 100 दिन मैंने आपके कल्याण के लिए, देश हित के लिए नीति बनाने और निर्णय लेने में जुटा हुआ था। और तय किया था जिनको जितना मखौल उड़ाना है उड़ाने दो। उनको भी तो मौज आएगी, लेलो लेलो। और मैंने तय किया था मैं एक भी जवाब नहीं दूंगा। जिस रास्ते पर मुझे देश के कल्याण के मार्ग पर चलना है। कितने ही प्रकार के हंसी, मजाक, ठिठौरापन होता रहे, मैं अपनी इस राह से भटकूंगा नहीं। और आज मुझे खुशी है कि उन सब अपमानों को पचाते हुए 100 दिन के इन निर्णयों में, देश के हर नागरिक, हर परिवार, हर वर्ग के कल्याण की गारंटी पक्की हो गई है। इन 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा योजनाओं पर काम शुरू हुआ है। चुनाव के दौरान मैंने 3 करोड़ नए घर बनाने की गारंटी देश को दी थी। इस गारंटी पर तेजी से काम हो रहा है। आज यहां इस कार्यक्रम में भी गुजरात के हज़ारों परिवारों को पक्का घर मिला है। कल मैं झारखंड में था, वहां भी हज़ारों परिवारों को घर दिए गए हैं। गांव हो या शहर, हम सभी को बेहतर जिंदगी जीने के लिए व्यवस्थाएं जुटाने में लगे हैं।। शहरी मिडिल क्लास के घरों के लिए आर्थिक मदद देना हो...श्रमिकों को सही किराए पर अच्छा घर देने का अभियान हो...फैक्ट्रियों में काम करने वालों के लिए विशेष आवास योजना बनानी हो...वर्किंग वूमन के लिए देश में नए होस्टल बनाने हो...सरकार इन पर हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

साथियों,

कुछ दिन पहले ही गरीब और मिडल क्लास के स्वास्थ्य से जुड़ा बहुत बड़ा फैसला लिया गया। मैंने आपसे वायदा किया था कि देश में 70 वर्ष से ऊपर के जितने भी बुजुर्ग हैं, सबको 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिलेगा। ये गारंटी भी पूरी हो गई है। अब मिडिल क्लास के बेटे-बेटियों को अपने मां-बाप के इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। अब आपका ये बेटा, इसकी चिंता करेगा।

साथियों,

इन 100 दिनों में नौजवानों की नौकरी, उनके रोजगार-स्वरोजगार, उनके कौशल विकास के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। नौजवानों के लिए 2 लाख करोड़ रुपए का विशेष पीएम-पैकेज घोषित किया गया है। इसका फायदा 4 करोड़ से अधिक नौजवानों को होगा। अब कंपनियों में पहली नौकरी की पहली सैलरी, अगर कंपनी नए नौजवान को पहली बार रोजगार देती है तो वो पैसे सरकार देने वाली है। सरकार ने मुद्रा लोन, जिस मुद्रा लोन ने स्वरोजगार के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई है, बहुत सफल अभियान रहा है। उसकी सफलता को देखते हुए पहले 10 लाख रुपये तक मिलते थे, अब उसे बढ़ाकर के 20 लाख रुपया कर दिया गया है।

साथियों,

मैंने माताओं-बहनों को गारंटी दी थी कि देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाई जाएंगी। बीते सालों में 1 करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। लेकिन आपको खुशी होगी कि तीसरे टर्म में पहले 100 दिन में गुजरात सहित पूरे देश में 11 लाख नई लखपति दीदी बनी हैं। हाल में ही, सरकार ने तिलहन उगाने वाले किसानों के हित में तेलबिया, उनके हित में भी बड़ा फैसला किया। ये फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि देश के किसान हमारे तिलहन किसानों को बढ़े हुए MSP से भी ज्यादा कीमत मिले। तिलहन किसानों को फायदा हो। इसके लिए विदेशी तेल के आयात पर शुल्क बढ़ाया गया है। इससे सोयाबीन और सूरजमुखी जैसी फसलें उगाने वाले किसानों को बहुत लाभ होगा। और देश को खाद्य तेल में आत्मनिर्भर बनाने के मिशन को भी गति मिलेगी। सरकार ने बासमती चावल और प्याज़ के निर्यात पर भी जो रोक लगी हुई थी उसे भी हटा दिया है। इससे विदेशों में भारत के चावल और प्याज की मांग बढ़ी है। इस निर्णय से भी देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा।

साथियों,

बीते 100 दिनों में रेल, रोड, पोर्ट, एयरपोर्ट और मेट्रो से जुड़े दर्जनों प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है। इसकी झलक आज के इस कार्यक्रम में भी दिख रही है, वीडियो में भी बताया गया। यहां गुजरात में कनेक्टिविटी से जुड़े ढेर सारे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास या लोकार्पण हुआ है। थोड़ी देर पहले मैंने मेट्रो से गिफ्ट सिटी स्टेशन तक सफर किया। इस दौरान अनेक लोगों ने अपने अनुभव साझा किए। अमदाबाद मेट्रो के विस्तार से हर कोई खुश है। 100 दिनों के अंदर देशभर के अनेक शहरों में मेट्रो के विस्तार से जुड़े निर्णय लिए गए हैं।

साथियों,

गुजरात के लिए आज का दिन एक और वजह से भी खास है। आज से अहमदाबाद और भुज के बीच नमो भारत रेपिड रेल चलने लगी है। नमो भारत रेपिड रेल देश में एक शहर से दूसरे शहर रोज आने जाने वाले हमारे मिडिल क्लास परिवारों को बहुत सुविधा देने वाली है। इससे नौकरी-पेशा, व्यापार-कारोबार और पढ़ाई-लिखाई से जो साथी जुड़े हुए हैं, उनको बहुत लाभ मिलेगा। आने वाले समय में देश के अनेक शहरों को नमो भारत रेपिड रेल कनेक्ट करने वाली है।

साथियों,

वंदे भारत ट्रेनों के नेटवर्क को इन 100 दिनों में जिस तेज़ी से बढ़ाया गया है, वो तो अभूतपूर्व है। इस दौरान देश में 15 से अधिक नए रूट्स पर नई वंदेभारत ट्रेनें शुरु हो चुकी हैं। इसका मतलब ये हुआ कि पिछले 15 सप्ताह में हर सप्ताह एक हिसाब से 15 सप्ताह में 15 नई मेट्रो । कल झारखंड से भी मैंने अनेक वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। आज भी...नागपुर-सिकंदराबाद, कोल्हापुर-पुणे, आगरा कैंट-बनारस, दुर्ग -विशाखापट्टनम, पुणे-हुब्बलि वंदे भारत ट्रेन शुरु हुई हैं। वाराणसी और नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत तो अब 20 कोच की हो गई है। आज देश में सवा सौ से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें हर रोज हजारों लोगों को बेहतर सफर का आनंद दे रही हैं।

साथियों,

गुजरात के हम लोग...समय का मूल्य समझते हैं। भारत के लिए ये समय...भारत का गोल्डन पीरियड है...भारत का अमृतकाल है। अगले 25 साल में हमें अपने देश को विकसित बनाना है...और इसमें गुजरात की बहुत बड़ी भूमिका है। गुजरात आज मैन्यूफैक्चरिंग का बहुत बड़ा हब बन रहा है। आज गुजरात भारत के सबसे वेल कनेक्टेड राज्यों में से एक है। वो दिन दूर नहीं जब गुजरात...भारत को पहला मेड-इन-इंडिया ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-295 देगा। सेमीकंडक्टर मिशन में आज गुजरात जिस तरह लीड ले रहा है...वो अभूतपूर्व है। आज गुजरात में एक से बढ़कर एक यूनिवर्सिटीज हैं...पेट्रोलियम हो...फोरेंसिक हो...वेलनेस हो...हर आधुनिक विषय की पढ़ाई के लिए गुजरात में बेहतरीन मौके हैं...विदेशी यूनिवर्सिटीज भी यहां गुजरात में आकर अपने कैंपस खोल रही हैं...कल्चर से लेकर एग्रीकल्चर तक गुजरात की पूरी दुनिया में धूम मची हुई है...हम जिन फसलों के बारे में सोच भी नहीं सकते थे...वो फसलें और अनाज भी अब गुजरात विदेशों में एक्सपोर्ट कर रहा है। और ये सब किसने किया है? गुजरात में ये परिवर्तन कौन लाया है?

साथियों,

ये गुजरात के आप सभी परिश्रमी लोगों ने किया है। पूरी की पूरी एक पीढ़ी गुजर गई जिसने गुजरात के विकास के लिए जी-जान से यहां मेहनत की है। अब यहां से हमें गुजरात को एक नई ऊंचाई पर लेकर जाना है। आपको याद होगा...इस बार लाल किले से मैंने भारत में बनने वाले सामानों की क्वालिटी की बात की है। जब हम कहते हैं कि ये एक्सपोर्ट क्वालिटी का है...तो कहीं ना कहीं ये भी मान लेते हैं कि जो एक्सपोर्ट नहीं हो रहा...उसकी क्वालिटी शायद उतनी बेहतर नहीं है। और इसलिए कहते हैं ये एक्सपोर्ट क्वालिटी का है। हमें इस मानसिकता से बाहर निकलना है। मैं चाहता हूं...गुजरात अपने बेस्ट क्वालिटी के प्रॉडक्ट्स के लिए भारत और पूरी दुनिया में अपनी शानदार पहचान बनाए।

साथियों,

आज भारत जिस तरह नए संकल्पों के साथ काम कर रहा है...विदेशों में भी भारत की आज वाह-वाही हो रही है। हाल के दिनों में मुझे अनेक देशों में, अनेक बड़े मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। आपने भी देखा है कि दुनिया में भारत को कितना मान-सम्मान मिल रहा है। दुनिया में हर कोई भारत का, भारतीयों का खुले मन से स्वागत करता है। हर कोई चाहता है कि भारत के साथ अच्छे रिश्ते बने। अगर कहीं कोई संकट है, कहीं कोई समस्या है, तो लोग समाधान के लिए भारत को याद करते हैं। जिस प्रकार भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर सरकार बनाई...जिस प्रकार भारत तेज़ गति से विकास कर रहा है...उससे दुनिया की उम्मीदें और अधिक बढ़ गई हैं। और 140 करोड़ देशवासियों का ये अटूट भरोसा ही है...जिसके चलते मैं भी सीना चौड़ा करके, गर्व के साथ दुनिया को भरोसा देता हूं, मेरे देशवासियों की ताकत के कारण। भारत पर इस बढ़ते भरोसे का सीधा फायदा, भारत के किसान, भारत के नौजवान को होता है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो हमारे स्किल्ड नौजवानों की डिमांड बढ़ती है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो हमारा एक्सपोर्ट बढ़ता है और देश में ज्यादा निवेश आता है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो विदेशी निवेशक भारत में अपना पैसा लगाते हैं, फैक्ट्रियां लगाते हैं।

भाइयों और बहनों,

एक तरफ, हर देशवासी पूरी दुनिया में भारत का ब्रांड एंबेसडर बनना चाहता है। अपने देश के सामर्थ्य को आगे बढ़ाने में लगा है...वहीं देश में ही नेगेटिविटी से भरे कुछ लोग, उल्टा काम कर रहे हैं। य़े लोग देश की एकता पर प्रहार कर रहे हैं। सरदार पटेल ने हमें 500 से ज्यादा रियासतों को मिलाकर भारत का एकीकरण किया। सत्ता के भूखे ये लालची लोग...भारत के ही टुकड़े-टुकड़े कर देना चाहते हैं। आप लोगों ने सुना होगा...अब ये लोग मिलकर कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 को वापस ले आएंगे..ये लोग जम्मू-कश्मीर में दो संविधान-दो विधान का नियम फिर लागू करना चाहते हैं। तुष्टिकरण के लिए ये लोग किसी भी हद को पार कर रहे हैं...नफरत से भरे हुए ये लोग भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ये लोग गुजरात को भी लगातार निशाने पर ले रहे हैं। इसलिए गुजरात को इनसे सतर्क भी रहना है और इन पर नजर भी रखनी है।

साथियों,

विकसित होने के रास्ते पर चल रहा भारत...ऐसी ताकतों से डटकर मुकाबला करेगा। भारत के पास अब गंवाने के लिए समय नहीं है। हमें भारत की साख भी बढ़ानी है और हर भारतीय को सम्मान का जीवन भी देना है। और मैं जानता हूं...गुजरात इसमें भी अग्रणी है। हम सभी के प्रयासों से हमारे हर संकल्प सिद्ध होंगे। आज आप जिस उमंग -उत्साह के साथ आशीर्वाद दे रहे हैं। मैं अब गुजरात से नई ऊर्जा लेकर के आगे बढूंगा, नई चेतना को लेकर के जीऊंगा। आपके लिए, आपके सपनों के लिए अपना पल-पल खपा दूंगा साथियों। आपका कल्याण, आपके जीवन की सफलता, आपके सपनों को साकार करना, जीवन में इसके सिवाय कोई इच्छा नहीं है, कोई आकांक्षा नहीं है। सिर्फ और सिर्फ आप ही, मेरे देशवासी ही मेरे आराध्य हैं। मैंने मेरे इस आराध्य देव की पूजा में अपने आपको आहूति देने करने का निर्णय कर लिया है, अपने आपको खपाने का निर्णय कर लिया है। और इसलिए साथियों, जीऊंगा तो आपके लिए, जूझता रहूंगा तो आपके लिए, जी-जान से खपता रहूंगा तो आपके लिए। आप मुझे आशीर्वाद दें। करोड़ों-करोड़ों देशवासियों के आशीर्वाद से एक नए आत्मविश्वास के साथ नए उमंग और नए हौसले के साथ मैं 140 करोड़ भारतवासियों के सपनों के लिए जी रहा हूं, जीता हूं, जीना चाहता हूं। इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने के लिए आए। मैं कल शाम से गुजरात आया हूं, लंबे समय बाद आया लेकिन आपका प्यार बढ़ता ही चला जा रहा है, बढ़ता ही चला जा रहा है और मेरा हौसला भी बुलंद होता चला जा रहा है। एक बार फिर आप सभी को नई सुविधाओं के लिए, नई योजनाओं के लिए, नए अवसरों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिये- भारत माता की जय! दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से साथ बोलिये –

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।