अहमदाबाद और भुज के बीच नमो भारत रैपिड रेल का उद्घाटन किया
कई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई
पीएम आवास योजना-ग्रामीण के तहत 30,000 से अधिक घरों को मंजूरी
अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण के सिंगल विंडो आईटी सिस्टम (SWITS) को लॉन्च किया
"हमारे तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में सभी का प्रभावशाली विकास किया गया है "
"70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज देकर गरीबों और मध्यम वर्ग के स्वास्थ्य को लेकर लिया गया बड़ा फैसला"
"नमो भारत रैपिड रेल से मध्यमवर्गीय परिवारों को बहुत सुविधा मिलेगी"
"इन 100 दिनों में वंदे भारत नेटवर्क का विस्तार अभूतपूर्व है"
"यह भारत का समय है, यह भारत का स्वर्णिम काल है, यह भारत का अमृत काल है"
"भारत के पास अब खोने के लिए समय नहीं है, हमें भारत की साख और बढ़ानी है और हर भारतीय को सम्मानजनक जिंदगी भी देनी है"

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी, राज्य के लोकप्रिय मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी सी आर पाटिल, देश के अलग-अलग भागों से इस कार्यक्रम में जुड़े हुए सभी राज्यपाल महोदय, उप मुख्यमंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण, अन्य जनप्रतिनिधि और विशाल संख्या में यहां आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

कैसे हो सभी, सब मजे में, आप सभी की माफी मांग के मुझे आज भाषण हिंदी में करना है क्यूंकि दूसरे राज्य के भी साथी आज यहाँ इस कार्यक्रम में बडी संख्या में जुड़े है । और अपने गुजरात में तो हिन्दी चलता है क्यों ? चलता है न ?

आज देश में गणेशोत्सव चारों तरफ उत्सव की धूम है। । घरों में गणपति भी विराजित हैं। आज मिलाद-उन-नबी भी है...देश के अलग-अलग हिस्सों में कई त्योहार और पर्व मनाए जा रहे हैं। उत्सव के इस समय में भारत के विकास का उत्सव भी निरंतर जारी है। अभी यहां से करीब साढ़े आठ हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। इनमें रेल, रोड, मेट्रो... ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। आज गुजरात के गौरव में एक और सितारा जुड़ा है। आज नमो भारत रेपिड रेल भी शुरु हुई है। ये भारत की अर्बन कनेक्टिविटी के लिए एक और मील का पत्थर सिद्ध होने वाली है। आज गुजरात के हज़ारों परिवार, अपने नए घर में प्रवेश भी कर रहे हैं। आज हज़ारों परिवारों को उनके पक्के घर की पहली किश्त भी जारी हुई है। मेरी कामना है..नवरात्रि, दशहरा, दुर्गापूजा, धनतेरस, दीवाली, अब से सारे त्योहार इतने ही उमंग के साथ आप नए घर में मनाएंगे। आप सभी का गृह-प्रवेश शुभ हो, आपके सपनों को नई उड़ान देने वाला हो।। मैं विशेष रूप से उन हज़ारों बहनों को बधाई दूंगा, जिनके नाम पर ये घर रजिस्टर हुए हैं। विकास के इन सभी प्रोजेक्ट्स के लिए मैं गुजरात वासियों को, देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

उत्सव के इस माहौल में एक पीड़ा भी है। इस वर्ष गुजरात के अनेक इलाकों में एक साथ अतिवृष्टि हुई है। पहली बार इतिहास में इतने व्यापक स्तर से, इतने कम समय में, इतनी तेज बारिश हमने देखी है। इक्का-दुक्का जगहों में नहीं बल्कि, गुजरात के कोने-कोने में ये स्थिति पैदा हुई और इसके कारण हमने अनेक स्वजनों को खोया है। जान-माल की भी बहुत हानि हुई है। केंद्र और राज्य सरकार, प्रभावितों को हर संभव राहत देने के लिए काम कर रही है। जिन साथियों का उपचार चल रहा है, मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।

साथियों,

तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, मैं पहली बार आज गुजरात आया हूं, आप सभी के बीच आया हूं। गुजरात मेरी जन्मभूमि है..गुजरात ने मुझे जीवन की हर सीख दी है। आप लोगों ने हमेशा मुझ पर अपना प्यार लुटाया है....और बेटा जब अपने घर आता है...घर आकर जब अपनों से आशीर्वाद लेता है...तो उसे नई ऊर्जा मिलती है। उसका उत्साह, उसका जोश और बढ़ जाता है। और इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने आए, ये मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है।

साथियों,

मुझे गुजरात के आप सभी लोगों की अपेक्षा का भी ऐहसास है। बार-बार मुझे अलग-अलग corner से message भी आया करते थे। आप चाहते थे कि तीसरी बार शपथ लेने के बाद मैं जल्द से जल्द आपके बीच आऊं और बहुत स्वाभाविक था, 60 साल के बाद देश की जनता ने एक नया इतिहास रचा है। एक सरकार को लगातार तीसरी बार देश की सेवा करने का अवसर दिया है। ये भारत के लोकतंत्र की बहुत बड़ी घटना है और इसलिए गुजरात के मन में ये विचार आना कि हमारे नरेन्द्र भाई पर तो हमारा हक है। उन्होंने तुरंत गुजरात आना चाहिए। आपकी भावना सही है। लेकिन राष्ट्र प्रथम का संकल्प दिलाकर आप ही लोगों ने मुझे दिल्ली भेजा है। मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान आप लोगों को... देशवासियों को एक गारंटी दी थी। मैंने कहा था कि तीसरे टर्म के पहले 100 दिन, देश के लिए अभूतपूर्व फैसले लिए जाएंगे। बीते 100 दिनों में, मैंने दिन नहीं देखा, रात नहीं देखा, 100 दिन के एजेंडे को पूरा करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी...देश हो या विदेश, जहां भी, जो भी प्रयास करने थे, वो किए...कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी। और आपने देखा होगा पिछले 100 दिन में न जाने कैसी कैसी बातें होने लगी। इस दौरान मेरा मजाक उड़ाने लगे... मोदी का मखौल उड़ाने लगे... भांति-भांति के तर्क वितर्क बताते रहे... मजा लेते थे और लोग भी हैरान थे कि मोदी क्या कर रहा है? क्यों चुप है? इतनी मजाक हो रहा है... इतना अपमान हो रहा है।

लेकिन मेरे गुजरात के भाईयों-बहनों,

ये सरदार पटेल की भूमि से पैदा हुआ बेटा है। हर मजाक, हर मखौल, हर अपमान को सहते हुए, एक प्रण लेकर के 100 दिन मैंने आपके कल्याण के लिए, देश हित के लिए नीति बनाने और निर्णय लेने में जुटा हुआ था। और तय किया था जिनको जितना मखौल उड़ाना है उड़ाने दो। उनको भी तो मौज आएगी, लेलो लेलो। और मैंने तय किया था मैं एक भी जवाब नहीं दूंगा। जिस रास्ते पर मुझे देश के कल्याण के मार्ग पर चलना है। कितने ही प्रकार के हंसी, मजाक, ठिठौरापन होता रहे, मैं अपनी इस राह से भटकूंगा नहीं। और आज मुझे खुशी है कि उन सब अपमानों को पचाते हुए 100 दिन के इन निर्णयों में, देश के हर नागरिक, हर परिवार, हर वर्ग के कल्याण की गारंटी पक्की हो गई है। इन 100 दिनों में 15 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा योजनाओं पर काम शुरू हुआ है। चुनाव के दौरान मैंने 3 करोड़ नए घर बनाने की गारंटी देश को दी थी। इस गारंटी पर तेजी से काम हो रहा है। आज यहां इस कार्यक्रम में भी गुजरात के हज़ारों परिवारों को पक्का घर मिला है। कल मैं झारखंड में था, वहां भी हज़ारों परिवारों को घर दिए गए हैं। गांव हो या शहर, हम सभी को बेहतर जिंदगी जीने के लिए व्यवस्थाएं जुटाने में लगे हैं।। शहरी मिडिल क्लास के घरों के लिए आर्थिक मदद देना हो...श्रमिकों को सही किराए पर अच्छा घर देने का अभियान हो...फैक्ट्रियों में काम करने वालों के लिए विशेष आवास योजना बनानी हो...वर्किंग वूमन के लिए देश में नए होस्टल बनाने हो...सरकार इन पर हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

साथियों,

कुछ दिन पहले ही गरीब और मिडल क्लास के स्वास्थ्य से जुड़ा बहुत बड़ा फैसला लिया गया। मैंने आपसे वायदा किया था कि देश में 70 वर्ष से ऊपर के जितने भी बुजुर्ग हैं, सबको 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिलेगा। ये गारंटी भी पूरी हो गई है। अब मिडिल क्लास के बेटे-बेटियों को अपने मां-बाप के इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। अब आपका ये बेटा, इसकी चिंता करेगा।

साथियों,

इन 100 दिनों में नौजवानों की नौकरी, उनके रोजगार-स्वरोजगार, उनके कौशल विकास के लिए बड़े फैसले लिए गए हैं। नौजवानों के लिए 2 लाख करोड़ रुपए का विशेष पीएम-पैकेज घोषित किया गया है। इसका फायदा 4 करोड़ से अधिक नौजवानों को होगा। अब कंपनियों में पहली नौकरी की पहली सैलरी, अगर कंपनी नए नौजवान को पहली बार रोजगार देती है तो वो पैसे सरकार देने वाली है। सरकार ने मुद्रा लोन, जिस मुद्रा लोन ने स्वरोजगार के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाई है, बहुत सफल अभियान रहा है। उसकी सफलता को देखते हुए पहले 10 लाख रुपये तक मिलते थे, अब उसे बढ़ाकर के 20 लाख रुपया कर दिया गया है।

साथियों,

मैंने माताओं-बहनों को गारंटी दी थी कि देश में 3 करोड़ लखपति दीदी बनाई जाएंगी। बीते सालों में 1 करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। लेकिन आपको खुशी होगी कि तीसरे टर्म में पहले 100 दिन में गुजरात सहित पूरे देश में 11 लाख नई लखपति दीदी बनी हैं। हाल में ही, सरकार ने तिलहन उगाने वाले किसानों के हित में तेलबिया, उनके हित में भी बड़ा फैसला किया। ये फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि देश के किसान हमारे तिलहन किसानों को बढ़े हुए MSP से भी ज्यादा कीमत मिले। तिलहन किसानों को फायदा हो। इसके लिए विदेशी तेल के आयात पर शुल्क बढ़ाया गया है। इससे सोयाबीन और सूरजमुखी जैसी फसलें उगाने वाले किसानों को बहुत लाभ होगा। और देश को खाद्य तेल में आत्मनिर्भर बनाने के मिशन को भी गति मिलेगी। सरकार ने बासमती चावल और प्याज़ के निर्यात पर भी जो रोक लगी हुई थी उसे भी हटा दिया है। इससे विदेशों में भारत के चावल और प्याज की मांग बढ़ी है। इस निर्णय से भी देश के करोड़ों किसानों को फायदा होगा।

साथियों,

बीते 100 दिनों में रेल, रोड, पोर्ट, एयरपोर्ट और मेट्रो से जुड़े दर्जनों प्रोजेक्ट्स को स्वीकृति दी गई है। इसकी झलक आज के इस कार्यक्रम में भी दिख रही है, वीडियो में भी बताया गया। यहां गुजरात में कनेक्टिविटी से जुड़े ढेर सारे प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास या लोकार्पण हुआ है। थोड़ी देर पहले मैंने मेट्रो से गिफ्ट सिटी स्टेशन तक सफर किया। इस दौरान अनेक लोगों ने अपने अनुभव साझा किए। अमदाबाद मेट्रो के विस्तार से हर कोई खुश है। 100 दिनों के अंदर देशभर के अनेक शहरों में मेट्रो के विस्तार से जुड़े निर्णय लिए गए हैं।

साथियों,

गुजरात के लिए आज का दिन एक और वजह से भी खास है। आज से अहमदाबाद और भुज के बीच नमो भारत रेपिड रेल चलने लगी है। नमो भारत रेपिड रेल देश में एक शहर से दूसरे शहर रोज आने जाने वाले हमारे मिडिल क्लास परिवारों को बहुत सुविधा देने वाली है। इससे नौकरी-पेशा, व्यापार-कारोबार और पढ़ाई-लिखाई से जो साथी जुड़े हुए हैं, उनको बहुत लाभ मिलेगा। आने वाले समय में देश के अनेक शहरों को नमो भारत रेपिड रेल कनेक्ट करने वाली है।

साथियों,

वंदे भारत ट्रेनों के नेटवर्क को इन 100 दिनों में जिस तेज़ी से बढ़ाया गया है, वो तो अभूतपूर्व है। इस दौरान देश में 15 से अधिक नए रूट्स पर नई वंदेभारत ट्रेनें शुरु हो चुकी हैं। इसका मतलब ये हुआ कि पिछले 15 सप्ताह में हर सप्ताह एक हिसाब से 15 सप्ताह में 15 नई मेट्रो । कल झारखंड से भी मैंने अनेक वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। आज भी...नागपुर-सिकंदराबाद, कोल्हापुर-पुणे, आगरा कैंट-बनारस, दुर्ग -विशाखापट्टनम, पुणे-हुब्बलि वंदे भारत ट्रेन शुरु हुई हैं। वाराणसी और नई दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत तो अब 20 कोच की हो गई है। आज देश में सवा सौ से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें हर रोज हजारों लोगों को बेहतर सफर का आनंद दे रही हैं।

साथियों,

गुजरात के हम लोग...समय का मूल्य समझते हैं। भारत के लिए ये समय...भारत का गोल्डन पीरियड है...भारत का अमृतकाल है। अगले 25 साल में हमें अपने देश को विकसित बनाना है...और इसमें गुजरात की बहुत बड़ी भूमिका है। गुजरात आज मैन्यूफैक्चरिंग का बहुत बड़ा हब बन रहा है। आज गुजरात भारत के सबसे वेल कनेक्टेड राज्यों में से एक है। वो दिन दूर नहीं जब गुजरात...भारत को पहला मेड-इन-इंडिया ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-295 देगा। सेमीकंडक्टर मिशन में आज गुजरात जिस तरह लीड ले रहा है...वो अभूतपूर्व है। आज गुजरात में एक से बढ़कर एक यूनिवर्सिटीज हैं...पेट्रोलियम हो...फोरेंसिक हो...वेलनेस हो...हर आधुनिक विषय की पढ़ाई के लिए गुजरात में बेहतरीन मौके हैं...विदेशी यूनिवर्सिटीज भी यहां गुजरात में आकर अपने कैंपस खोल रही हैं...कल्चर से लेकर एग्रीकल्चर तक गुजरात की पूरी दुनिया में धूम मची हुई है...हम जिन फसलों के बारे में सोच भी नहीं सकते थे...वो फसलें और अनाज भी अब गुजरात विदेशों में एक्सपोर्ट कर रहा है। और ये सब किसने किया है? गुजरात में ये परिवर्तन कौन लाया है?

साथियों,

ये गुजरात के आप सभी परिश्रमी लोगों ने किया है। पूरी की पूरी एक पीढ़ी गुजर गई जिसने गुजरात के विकास के लिए जी-जान से यहां मेहनत की है। अब यहां से हमें गुजरात को एक नई ऊंचाई पर लेकर जाना है। आपको याद होगा...इस बार लाल किले से मैंने भारत में बनने वाले सामानों की क्वालिटी की बात की है। जब हम कहते हैं कि ये एक्सपोर्ट क्वालिटी का है...तो कहीं ना कहीं ये भी मान लेते हैं कि जो एक्सपोर्ट नहीं हो रहा...उसकी क्वालिटी शायद उतनी बेहतर नहीं है। और इसलिए कहते हैं ये एक्सपोर्ट क्वालिटी का है। हमें इस मानसिकता से बाहर निकलना है। मैं चाहता हूं...गुजरात अपने बेस्ट क्वालिटी के प्रॉडक्ट्स के लिए भारत और पूरी दुनिया में अपनी शानदार पहचान बनाए।

साथियों,

आज भारत जिस तरह नए संकल्पों के साथ काम कर रहा है...विदेशों में भी भारत की आज वाह-वाही हो रही है। हाल के दिनों में मुझे अनेक देशों में, अनेक बड़े मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला। आपने भी देखा है कि दुनिया में भारत को कितना मान-सम्मान मिल रहा है। दुनिया में हर कोई भारत का, भारतीयों का खुले मन से स्वागत करता है। हर कोई चाहता है कि भारत के साथ अच्छे रिश्ते बने। अगर कहीं कोई संकट है, कहीं कोई समस्या है, तो लोग समाधान के लिए भारत को याद करते हैं। जिस प्रकार भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार स्थिर सरकार बनाई...जिस प्रकार भारत तेज़ गति से विकास कर रहा है...उससे दुनिया की उम्मीदें और अधिक बढ़ गई हैं। और 140 करोड़ देशवासियों का ये अटूट भरोसा ही है...जिसके चलते मैं भी सीना चौड़ा करके, गर्व के साथ दुनिया को भरोसा देता हूं, मेरे देशवासियों की ताकत के कारण। भारत पर इस बढ़ते भरोसे का सीधा फायदा, भारत के किसान, भारत के नौजवान को होता है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो हमारे स्किल्ड नौजवानों की डिमांड बढ़ती है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो हमारा एक्सपोर्ट बढ़ता है और देश में ज्यादा निवेश आता है। जब भारत पर भरोसा बढ़ता है तो विदेशी निवेशक भारत में अपना पैसा लगाते हैं, फैक्ट्रियां लगाते हैं।

भाइयों और बहनों,

एक तरफ, हर देशवासी पूरी दुनिया में भारत का ब्रांड एंबेसडर बनना चाहता है। अपने देश के सामर्थ्य को आगे बढ़ाने में लगा है...वहीं देश में ही नेगेटिविटी से भरे कुछ लोग, उल्टा काम कर रहे हैं। य़े लोग देश की एकता पर प्रहार कर रहे हैं। सरदार पटेल ने हमें 500 से ज्यादा रियासतों को मिलाकर भारत का एकीकरण किया। सत्ता के भूखे ये लालची लोग...भारत के ही टुकड़े-टुकड़े कर देना चाहते हैं। आप लोगों ने सुना होगा...अब ये लोग मिलकर कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 को वापस ले आएंगे..ये लोग जम्मू-कश्मीर में दो संविधान-दो विधान का नियम फिर लागू करना चाहते हैं। तुष्टिकरण के लिए ये लोग किसी भी हद को पार कर रहे हैं...नफरत से भरे हुए ये लोग भारत को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। ये लोग गुजरात को भी लगातार निशाने पर ले रहे हैं। इसलिए गुजरात को इनसे सतर्क भी रहना है और इन पर नजर भी रखनी है।

साथियों,

विकसित होने के रास्ते पर चल रहा भारत...ऐसी ताकतों से डटकर मुकाबला करेगा। भारत के पास अब गंवाने के लिए समय नहीं है। हमें भारत की साख भी बढ़ानी है और हर भारतीय को सम्मान का जीवन भी देना है। और मैं जानता हूं...गुजरात इसमें भी अग्रणी है। हम सभी के प्रयासों से हमारे हर संकल्प सिद्ध होंगे। आज आप जिस उमंग -उत्साह के साथ आशीर्वाद दे रहे हैं। मैं अब गुजरात से नई ऊर्जा लेकर के आगे बढूंगा, नई चेतना को लेकर के जीऊंगा। आपके लिए, आपके सपनों के लिए अपना पल-पल खपा दूंगा साथियों। आपका कल्याण, आपके जीवन की सफलता, आपके सपनों को साकार करना, जीवन में इसके सिवाय कोई इच्छा नहीं है, कोई आकांक्षा नहीं है। सिर्फ और सिर्फ आप ही, मेरे देशवासी ही मेरे आराध्य हैं। मैंने मेरे इस आराध्य देव की पूजा में अपने आपको आहूति देने करने का निर्णय कर लिया है, अपने आपको खपाने का निर्णय कर लिया है। और इसलिए साथियों, जीऊंगा तो आपके लिए, जूझता रहूंगा तो आपके लिए, जी-जान से खपता रहूंगा तो आपके लिए। आप मुझे आशीर्वाद दें। करोड़ों-करोड़ों देशवासियों के आशीर्वाद से एक नए आत्मविश्वास के साथ नए उमंग और नए हौसले के साथ मैं 140 करोड़ भारतवासियों के सपनों के लिए जी रहा हूं, जीता हूं, जीना चाहता हूं। इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने के लिए आए। मैं कल शाम से गुजरात आया हूं, लंबे समय बाद आया लेकिन आपका प्यार बढ़ता ही चला जा रहा है, बढ़ता ही चला जा रहा है और मेरा हौसला भी बुलंद होता चला जा रहा है। एक बार फिर आप सभी को नई सुविधाओं के लिए, नई योजनाओं के लिए, नए अवसरों के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। मेरे साथ बोलिये- भारत माता की जय! दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से साथ बोलिये –

भारत माता की जय

भारत माता की जय

भारत माता की जय

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है: पीएम मोदी
December 26, 2024
PM launches ‘Suposhit Gram Panchayat Abhiyan’
On Veer Baal Diwas, we recall the valour and sacrifices of the Sahibzades, We also pay tribute to Mata Gujri Ji and Sri Guru Gobind Singh Ji: PM
Sahibzada Zorawar Singh and Sahibzada Fateh Singh were young in age, but their courage was indomitable: PM
No matter how difficult the times are, nothing is bigger than the country and its interests: PM
The magnitude of our democracy is based on the teachings of the Gurus, the sacrifices of the Sahibzadas and the basic mantra of the unity of the country: PM
From history to present times, youth energy has always played a big role in India's progress: PM
Now, only the best should be our standard: PM

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

केंद्रीय मंत्रिमंडल में मेरी सहयोगी अन्नपूर्णा देवी जी, सावित्री ठाकुर जी, सुकांता मजूमदार जी, अन्य महानुभाव, देश के कोने-कोने से यहां आए सभी अतिथि, और सभी प्यारे बच्चों,

आज हम तीसरे ‘वीर बाल दिवस’ के आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने वीर साहिबजादों के बलिदान की अमर स्मृति में वीर बाल दिवस मनाने की शुरुआत की थी। अब ये दिन करोड़ों देशवासियों के लिए, पूरे देश के लिए राष्ट्रीय प्रेरणा का पर्व बन गया है। इस दिन ने भारत के कितने ही बच्चों और युवाओं को अदम्य साहस से भरने का काम किया है! आज देश के 17 बच्चों को वीरता, इनोवेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स और आर्ट्स जैसे क्षेत्रों में सम्मानित किया गया है। इन सबने ये दिखाया है कि भारत के बच्चे, भारत के युवा क्या कुछ करने की क्षमता रखते हैं। मैं इस अवसर पर हमारे गुरुओं के चरणों में, वीर साहबजादों के चरणों में श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ। मैं अवार्ड जीतने वाले सभी बच्चों को बधाई भी देता हूँ, उनके परिवारजनों को भी बधाई देता हूं और उन्हें देश की तरफ से शुभकामनाएं भी देता हूं।

साथियों,

आज आप सभी से बात करते हुए मैं उन परिस्थितियों को भी याद करूंगा, जब वीर साहिबजादों ने अपना बलिदान दिया था। ये आज की युवा पीढ़ी के लिए भी जानना उतना ही जरूरी है। और इसलिए उन घटनाओं को बार-बार याद किया जाना ये भी जरूरी है। सवा तीन सौ साल पहले के वो हालात 26 दिसंबर का वो दिन जब छोटी सी उम्र में हमारे साहिबजादों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की आयु कम थी, आयु कम थी लेकिन उनका हौसला आसमान से भी ऊंचा था। साहिबजादों ने मुगल सल्तनत के हर लालच को ठुकराया, हर अत्याचार को सहा, जब वजीर खान ने उन्हें दीवार में चुनवाने का आदेश दिया, तो साहिबजादों ने उसे पूरी वीरता से स्वीकार किया। साहिबजादों ने उन्हें गुरु अर्जन देव, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह की वीरता याद दिलाई। ये वीरता हमारी आस्था का आत्मबल था। साहिबजादों ने प्राण देना स्वीकार किया, लेकिन आस्था के पथ से वो कभी विचलित नहीं हुए। वीर बाल दिवस का ये दिन, हमें ये सिखाता है कि चाहे कितनी भी विकट स्थितियां आएं। कितना भी विपरीत समय क्यों ना हो, देश और देशहित से बड़ा कुछ नहीं होता। इसलिए देश के लिए किया गया हर काम वीरता है, देश के लिए जीने वाला हर बच्चा, हर युवा, वीर बालक है।

साथियों,

वीर बाल दिवस का ये वर्ष और भी खास है। ये वर्ष भारतीय गणतंत्र की स्थापना का, हमारे संविधान का 75वां वर्ष है। इस 75वें वर्ष में देश का हर नागरिक, वीर साहबजादों से राष्ट्र की एकता, अखंडता के लिए काम करने की प्रेरणा ले रहा है। आज भारत जिस सशक्त लोकतंत्र पर गर्व करता है, उसकी नींव में साहबजादों की वीरता है, उनका बलिदान है। हमारा लोकतंत्र हमें अंत्योदय की प्रेरणा देता है। संविधान हमें सिखाता है कि देश में कोई भी छोटा बड़ा नहीं है। और ये नीति, ये प्रेरणा हमारे गुरुओं के सरबत दा भला के उस मंत्र को भी सिखाती हैं, जिसमें सभी के समान कल्याण की बात कही गई है। गुरु परंपरा ने हमें सभी को एक समान भाव से देखना सिखाया है और संविधान भी हमें इसी विचार की प्रेरणा देता है। वीर साहिबजादों का जीवन हमें देश की अखंडता और विचारों से कोई समझौता न करने की सीख देता है। और संविधान भी हमें भारत की प्रभुता और अखंडता को सर्वोपरि रखने का सिद्धांत देता है। एक तरह से हमारे लोकतंत्र की विराटता में गुरुओं की सीख है, साहिबजादों का त्याग है और देश की एकता का मूल मंत्र है।

साथियों,

इतिहास ने और इतिहास से वर्तमान तक, भारत की प्रगति में हमेशा युवा ऊर्जा की बड़ी भूमिका रही है। आजादी की लड़ाई से लेकर के 21वीं सदी के जनांदोलनों तक, भारत के युवा ने हर क्रांति में अपना योगदान दिया है। आप जैसे युवाओं की शक्ति के कारण ही आज पूरा विश्व भारत को आशा और अपेक्षाओं के साथ देख रहा है। आज भारत में startups से science तक, sports से entrepreneurship तक, युवा शक्ति नई क्रांति कर रही है। और इसलिए हमारी पॉलिसी में भी, युवाओं को शक्ति देना सरकार का सबसे बड़ा फोकस है। स्टार्टअप का इकोसिस्टम हो, स्पेस इकॉनमी का भविष्य हो, स्पोर्ट्स और फिटनेस सेक्टर हो, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग की इंडस्ट्री हो, स्किल डेवलपमेंट और इंटर्नशिप की योजना हो, सारी नीतियां यूथ सेंट्रिक हैं, युवा केंद्रिय हैं, नौजवानों के हित से जुड़ी हुई हैं। आज देश के विकास से जुड़े हर सेक्टर में नौजवानों को नए मौके मिल रहे हैं। उनकी प्रतिभा को, उनके आत्मबल को सरकार का साथ मिल रहा है।

मेरे युवा दोस्तों,

आज तेजी से बदलते विश्व में आवश्यकताएँ भी नई हैं, अपेक्षाएँ भी नई हैं, और भविष्य की दिशाएँ भी नई हैं। ये युग अब मशीनों से आगे बढ़कर मशीन लर्निंग की दिशा में बढ़ चुका है। सामान्य सॉफ्टवेयर की जगह AI का उपयोग बढ़ रहा है। हम हर फ़ील्ड नए changes और challenges को महसूस कर सकते हैं। इसलिए, हमें हमारे युवाओं को futuristic बनाना होगा। आप देख रहे हैं, देश ने इसकी तैयारी कितनी पहले से शुरू कर दी है। हम नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, national education policy लाये। हमने शिक्षा को आधुनिक कलेवर में ढाला, उसे खुला आसमान बनाया। हमारे युवा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, इसके लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। छोटे बच्चों को इनोवेटिव बनाने के लिए देश में 10 हजार से ज्यादा अटल टिंकरिंग लैब शुरू की गई हैं। हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अवसर मिले, युवाओं में समाज के प्रति अपने दायित्वों को निभाने की भावना बढ़े, इसके लिए ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है।

भाइयों बहनों,

आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है- फिट रहना! देश का युवा स्वस्थ होगा, तभी देश सक्षम बनेगा। इसीलिए, हम फिट इंडिया और खेलो इंडिया जैसे मूवमेंट चला रहे हैं। इन सभी से देश की युवा पीढ़ी में फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। एक स्वस्थ युवा पीढ़ी ही, स्वस्थ भारत का निर्माण करेगी। इसी सोच के साथ आज सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान की शुरुआत की जा रही है। ये अभियान पूरी तरह से जनभागीदारी से आगे बढ़ेगा। कुपोषण मुक्त भारत के लिए ग्राम पंचायतों के बीच एक healthy competition, एक तंदुरुस्त स्पर्धा हो, सुपोषित ग्राम पंचायत, विकसित भारत का आधार बने, ये हमारा लक्ष्य है।

साथियों,

वीर बाल दिवस, हमें प्रेरणाओं से भरता है और नए संकल्पों के लिए प्रेरित करता है। मैंने लाल किले से कहा है- अब बेस्ट ही हमारा स्टैंडर्ड होना चाहिए, मैं अपनी युवा शक्ति से कहूंगा, कि वो जिस सेक्टर में हों उसे बेस्ट बनाने के लिए काम करें। अगर हम इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारी सड़कें, हमारा रेल नेटवर्क, हमारा एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम मैन्युफैक्चरिंग पर काम करें तो ऐसे करें कि हमारे सेमीकंडक्टर, हमारे इलेक्ट्रॉनिक्स, हमारे ऑटो व्हीकल दुनिया में बेस्ट हों। अगर हम टूरिज्म में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारे टूरिज्म डेस्टिनेशन, हमारी ट्रैवल अमेनिटी, हमारी Hospitality दुनिया में बेस्ट हो। अगर हम स्पेस सेक्टर में काम करें, तो ऐसे करें कि हमारी सैटलाइट्स, हमारी नैविगेशन टेक्नॉलजी, हमारी Astronomy Research दुनिया में बेस्ट हो। इतने बड़े लक्ष्य तय करने के लिए जो मनोबल चाहिए होता है, उसकी प्रेरणा भी हमें वीर साहिबजादों से ही मिलती है। अब बड़े लक्ष्य ही हमारे संकल्प हैं। देश को आपकी क्षमता पर पूरा भरोसा है। मैं जानता हूँ, भारत का जो युवा दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों की कमान संभाल सकता है, भारत का जो युवा अपने इनोवेशन्स से आधुनिक विश्व को दिशा दे सकता है, जो युवा दुनिया के हर बड़े देश में, हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा सकता है, वो युवा, जब उसे आज नए अवसर मिल रहे हैं, तो वो अपने देश के लिए क्या कुछ नहीं कर सकता! इसलिए, विकसित भारत का लक्ष्य सुनिश्चित है। आत्मनिर्भर भारत की सफलता सुनिश्चित है।

साथियों,

समय, हर देश के युवा को, अपने देश का भाग्य बदलने का मौका देता है। एक ऐसा कालखंड जब देश के युवा अपने साहस से, अपने सामर्थ्य से देश का कायाकल्प कर सकते हैं। देश ने आजादी की लड़ाई के समय ये देखा है। भारत के युवाओं ने तब विदेशी सत्ता का घमंड तोड़ दिया था। जो लक्ष्य तब के युवाओं ने तय किया, वो उसे प्राप्त करके ही रहे। अब आज के युवाओं के सामने भी विकसित भारत का लक्ष्य है। इस दशक में हमें अगले 25 वर्षों के तेज विकास की नींव रखनी है। इसलिए भारत के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा इस समय का लाभ उठाना है, हर सेक्टर में खुद भी आगे बढ़ना है, देश को भी आगे बढ़ाना है। मैंने इसी साल लालकिले की प्राचीर से कहा है, मैं देश में एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिसके परिवार का कोई भी सक्रिय राजनीति में ना रहा हो। अगले 25 साल के लिए ये शुरुआत बहुत महत्वपूर्ण है। मैं हमारे युवाओं से कहूंगा, कि वो इस अभियान का हिस्सा बनें ताकि देश की राजनीति में एक नवीन पीढ़ी का उदय हो। इसी सोच के साथ अगले साल की शुरुआत में, माने 2025 में, स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर, 'विकसित भारत यंग लीडर्स डॉयलॉग’ का आयोजन भी हो रहा है। पूरे देश, गाँव-गाँव से, शहर और कस्बों से लाखों युवा इसका हिस्सा बन रहे हैं। इसमें विकसित भारत के विज़न पर चर्चा होगी, उसके रोडमैप पर बात होगी।

साथियों,

अमृतकाल के 25 वर्षों के संकल्पों को पूरा करने के लिए ये दशक, अगले 5 वर्ष बहुत अहम होने वाले हैं। इसमें हमें देश की सम्पूर्ण युवा शक्ति का प्रयोग करना है। मुझे विश्वास है, आप सब दोस्तों का साथ, आपका सहयोग और आपकी ऊर्जा भारत को असीम ऊंचाइयों पर लेकर जाएगी। इसी संकल्प के साथ, मैं एक बार फिर हमारे गुरुओं को, वीर साहबजादों को, माता गुजरी को श्रद्धापूर्वक सिर झुकाकर के प्रणाम करता हूँ।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद !