आईआईटी धारवाड़ राष्ट्र को समर्पित किया
दुनिया में सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म श्री सिद्धारूढ़ा स्वामीजी हुबली स्टेशन का लोकार्पण किया
पुनर्विकसित होसपेटे स्टेशन का लोकार्पण किया गया, जो हम्पी स्मारकों के समान डिजाइन किया गया है
धारवाड़ बहु-ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखी गई
हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
"डबल इंजन सरकार प्रदेश के हर जिले, गांव, कस्बे के पूर्ण विकास के लिए पूरी ईमानदारी से प्रयासरत है"
“धारवाड़ विशेष है। यह भारत की सांस्कृतिक जीवंतता का प्रतिबिंब है”
“धारवाड़ में आईआईटी का नया परिसर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सुविधा प्रदान करेगा। यह बेहतर कल के लिए युवा प्रतिभाओं को तैयार करेगा”
“शिलान्यास से लेकर लोकार्पण तक, डबल इंजन की सरकार निरंतर तेजी से काम करती है”
“अच्छी शिक्षा हर जगह और सभी तक पहुंचनी चाहिए। बड़ी संख्या में गुणवत्तापूर्ण संस्थान अधिक लोगों तक अच्छी शिक्षा की पहुंच सुनिश्चित करेंगे”
"प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचा और बेहतर शासन हुबली-धारवाड़ क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा"
"आज हम युवाओं को अगले 25 वर्षों में उनके संकल्पों को साकार करने के लिए सभी संसाधन दे रहे हैं"
"आज भारत सबसे शक्तिशाली डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक है"
“भारत के लोकतंत्र की जड़ें हमारे सदियों पुराने इतिहास से जुड़ी हैं। दुनिया की कोई ताकत भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान नहीं पहुंचा सकती”
"कर्नाटक हाई-टेक इंडिया का इंजन है"

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

जगद्गुरु बसवेश्वर अवरिगे नन्ना नमस्कारगळु।

कले, साहित्य मत्तू संस्कृतिया इ नाडिगे,

कर्नाटक दा एल्ला सहोदरा सहोदरीयारिगे नन्ना नमस्कारगळु।

साथियों,

मुझे इस साल की शुरुआत में भी हुबली आने का सौभाग्य मिला था। जिस तरह हुबली के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों ने सड़कों के किनारे खड़े होकर मुझे आशीर्वाद दिया, वो पल मैं कभी भूल नहीं सकता हूं इतना प्यार, इतने आशीर्वाद। बीते समय में मुझे कर्नाटक के अनेक क्षेत्रों में जाने का अवसर मिला है। बेंगलुरू से लेकर बेलागावी तक, कलबुर्गी से लेकर शिमोगा तक, मैसूर से लेकर तुमकुरू तक, मुझे कन्नड़िगा लोगों ने जिस तरह का स्नेह दिया है, अपनापन दिया है, एक से बढ़कर एक, आपका ये प्यार, आपके आशीर्वाद अभिभूत करने वाले हैं। ये स्नेह आपका मुझ पर बहुत बड़ा ऋण है, कर्ज है और इस कर्ज को मैं कर्नाटक की जनता की लगातार सेवा करके चुकाउंगा। कर्नाटक के प्रत्येक व्यक्ति का जीवन खुशहाल हो, यहां के नौजवानों को आगे बढ़ने के, रोजगार के लगातार नए अवसर मिलें, यहां की बहन-बेटियां और सशक्त हों, इसी दिशा में हम मिलकर काम कर रहे हैं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार, कर्नाटक के हर जिले, हर गांव, हर कस्बे के पूर्ण विकास के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रही है। आज धारवाड़ की इस धरा पर विकास की एक नई धारा निकल रही है। विकास की ये धारा हुबली, धारवाड़ के साथ ही, पूरे कर्नाटक के भविष्य को सींचने का काम करेगी, उसे पुष्पित और पल्लवित करने का काम करेगी।

साथियों,

सदियों से हमारा धारवाड़ मलेनाडु और बयालू सीमे इसके बीच गेटवे टाउन, यानी द्वार के रूप में जाना जाता रहा है। अलग-अलग क्षेत्रों के यात्रियों के लिए ये नगर एक पड़ाव होता था। इसने हर किसी का दिल खोलकर के स्वागत किया, और हर किसी से सीखकर खुद को समृद्ध भी किया। इसीलिए धारवाड़ केवल एक गेटवे ही नहीं रहा, बल्कि ये कर्नाटक और भारत की जीवंतता का एक प्रतिबिंब बन गया। इसे कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। धारवाड़ की पहचान साहित्य से रही है, जिसने डॉ डी. आर. बेंद्रे जैसे साहित्यकार दिये हैं। धारवाड़ की पहचान समृद्ध संगीत से रही है, जिसने पंडित भीमसेन जोशी, गंगूभाई हंगल और बासवराज राजगुरु जैसे संगीतज्ञ दिये हैं। धारवाड़ की धरती ने पंडित कुमार गंधर्व, पंडित मल्लिकार्जुन मानसुर, जैसे महान रत्नों को दिया है। और धारवाड़ की पहचान यहाँ के स्वाद से भी है। ऐसा कौन होगा, जिसने एक बार ‘धारवाड़ पेड़ा’ का स्वाद लिया हो और फिर उसका मन उसे दोबारा खाने का ना किया हो। लेकिन हमारे साथी प्रहलाद जोशी मेरे स्वास्थ्य का बहुत ख्याल रखते हैं, इसलिए उन्होंने आज मुझे पेड़ा तो दिया, लेकिन बंद बॉक्स में दिया।

साथियों,

आज धारवाड़ में IIT के इस नए कैम्पस की दोहरी खुशी है। यहां हिंदी समझ में आता है इस तरफ। ये कैंपस, धारवाड़ की पहचान को और मजबूत करने का काम करेगा।

साथियों,

यहाँ आने से पहले मैं अभी मंड्या में था। मंड्या में मुझे ‘बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेस वे’ कर्नाटक की और देश की जनता को समर्पित करने का सौभाग्य मिला। ये एक्सप्रेस वे कर्नाटक को दुनिया के सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी हब के रूप में और आगे ले जाने का रास्ता तैयार करेगा। अभी कुछ ही दिन पहले बेलागावी में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ था। शिमोगा में कुवेम्पु एयरपोर्ट का inauguration भी हुआ था। और, अब धारवाड़ में IIT का ये नया कैम्पस कर्नाटक की विकासयात्रा में नया अध्याय लिख रहा है। एक इंस्टीट्यूट के रूप में यहां की high-tech facilities IIT-धारवाड़ को वर्ल्ड के बेस्ट institutes के बराबर पहुँचने की प्रेरणा देंगे।


साथियों,

ये संस्थान, भाजपा सरकार की संकल्प से सिद्धि का भी उदाहरण है। 4 साल पहले फरवरी 2019 में मैंने इस आधुनिक इंस्टीट्यूट का शिलान्यास किया था। बीच में कोरोना काल था, काम करने में अनेक दिक्कतें थी। लेकिन उसके बावजूद भी मुझे खुशी है कि 4 साल के भीतर-भीतर IIT-धारवाड़ आज एक futuristic institute के रूप में तैयार हो चुका है। शिलान्यास से लोकार्पण तक, डबल इंजन सरकार इसी स्पीड से काम करती है और मेरा तो संकल्प रहता है जिसका शिलान्यास हम करेंगे उसका उद्घाटन भी हम ही करेंगे। होती है, चलती है शिलान्यास करो पत्थर रखो और भूल जाओ वो वक्त चला गया है।

साथियों,

आजादी के बाद कई दशकों तक हमारे यहां यही सोच रही कि अच्छे शिक्षण संस्थाओं का विस्तार होगा तो उसके ब्रांड पर असर पड़ेगा। इस सोच ने देश के युवाओं का बहुत नुकसान किया है। लेकिन अब नया भारत, नौजवान भारत, इस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है। अच्छी शिक्षा हर जगह पहुंचनी चाहिए, हर किसी को मिलनी चाहिए। जितने ज्यादा उत्तम इंस्टीट्यूट होंगे, उतने ज्यादा लोगों तक अच्छी शिक्षा की पहुंच होगी। यही वजह है कि बीते 9 वर्षों में भारत में अच्छे एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की संख्या लगातार बढ़ रही है। हमने AIIMS की संख्या तीन गुना कर दिया। आजादी के बाद 7 दशकों में जहां देश में सिर्फ 380 मेडिकल कॉलेज थे, वहीं पिछले 9 वर्षों में 250 मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। इन 9 वर्षों में देश में अनेकों नए IIM और IIT खुले हैं। आज का ये कार्यक्रम भी भाजपा सरकार की इसी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

साथियों,

21वीं सदी का भारत, अपने शहरों को आधुनिक बनाते हुए आगे बढ़ रहा है। भाजपा सरकार ने हुबली-धारवाड़ को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल किया था। आज इसके तहत यहां अनेक स्मार्ट परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है। इसके अलावा एक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स की आधारशिला रखी गई है। टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और स्मार्ट गवर्नेंस की वजह से आने वाले दिनों में हुबली धारवाड़ का ये क्षेत्र विकास की नई ऊंचाई पर जाएगा।

साथियों,

पूरे कर्नाटक में श्री जयदेव हॉस्पिटल ऑफ कार्डियोवस्कुलर साइंसेज एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट पर भी बहुत भरोसा किया जाता है। इसकी सेवाएं बेंगलुरु, मैसूर और कलबुर्गी में मिलती हैं। आज हुबली में इसके नए ब्रांच की आधारशिला रखी गई है, इसके बनने के बाद इस क्षेत्र के लोगों को बहुत बड़ी सुविधा हो जाएगी। ये क्षेत्र पहले से ही Health Care Hub है। अब नए अस्पताल से यहां के और ज्यादा लोगों को फायदा होगा।

साथियों,

धारवाड़ और उसके आसपास के क्षेत्र में पीने के साफ पानी को उपलब्ध कराने के लिए भी केंद्र और राज्य सरकार मिलकर काम कर रहे हैं। जल जीवन मिशन के तहत यहां एक हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की योजना का शिलान्यास हुआ है। इसके द्वारा रेणुका सागर जलाशय और मालाप्रभा नदी का जल, नल के जरिए सवा लाख से ज्यादा घरों तक पहुंचाया जाएगा। धारवाड़ में जब नया वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार होगा तो इससे पूरे जिले के लोगों को फायदा होगा। आज तुपरीहल्ला फ्लड डैमेज कंट्रोल प्रोजेक्ट की आधारशिला भी रखी गई है। इस प्रोजेक्ट के द्वारा बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकेगा।

साथियों,

आज मुझे एक और बात की बहुत प्रसन्नता है। कर्नाटक ने कनेक्टिविटी के मामले में आज एक और माइलस्टोन को छू लिया है। और कर्नाटक को ये गौरव दिलाने का सौभाग्य हुबली को मिला है। अब सिद्धरूधा स्वामीजी स्टेशन पर दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है। लेकिन ये सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं है, ये सिर्फ एक प्लेटफॉर्म का विस्तार नहीं है। ये विस्तार है उस सोच का, जिसमें हम इंफ्रास्ट्रक्चर को प्राथमिकता देते हैं। होसपेट–हुबली–तिनाईघाट सेक्शन का इलेक्ट्रिफिकेशन और होसपेट स्टेशन का अपग्रेडेशन हमारे इसी विजन को ताकत देता है। इस रूट से बड़े पैमाने पर उद्योगों के लिए कोयले की ढुलाई होती है। इस लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन के बाद डीजल पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण की सुरक्षा होगी। इन सारे प्रयासों से क्षेत्र के आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

भाइयों और बहनों,

अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, सिर्फ आंखों को अच्छा लगने के लिए नहीं होता, ये जीवन को आसान बनाने वाला होता है। ये सपनों को साकार करने का रास्ता बनाता है। जब हमारे यहां अच्छी सड़कें नहीं थीं, अच्छे अस्पताल नहीं थे, हर वर्ग, हर आयु के लोगों को कितनी परेशानी होती थी। लेकिन आज जब नए भारत में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, तो सभी को इसका लाभ मिल रहा है। अच्छी सड़कों से स्कूल-कॉलेज जाने वाले युवाओं को आसानी होती है। आधुनिक हाईवे से किसानों को, मज़दूरों को, व्यापार करने बिजनेस वाले को, दफ्तर आने वाले लोगों को, मिडिल क्लास को, हर किसी को लाभ होता है। इसलिए हर कोई अच्छा-आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर चाहता है। और मुझे खुशी है कि बीते 9 वर्षों से देश लगातार अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए निरंतर काम कर रहा है। पिछले 9 वर्ष में देश के गांवों में पीएम सड़क योजना के माध्यम से सड़कों का नेटवर्क दोगुना से अधिक हो चुका है। नेशनल हाइवे नेटवर्क में 55% से अधिक वृद्धि हो चुकी है। सिर्फ सड़क ही नहीं, बल्कि देश में आज एयरपोर्ट और रेलवे का भी अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है। पिछले 9 वर्षों में देश में एयरपोर्ट्स की संख्या दोगुनी से अधिक हो चुकी है।

साथियों,

साल 2014 से पहले देश में इंटरनेट की, भारत की डिजिटल ताकत की चर्चा बहुत कम होती थी। लेकिन आज भारत दुनिया की सबसे ताकतवर डिजिटल इकॉनॉमीज़ में से एक है। ये इसलिए हुआ क्योंकि हमने सस्ता इंटरनेट उपलब्ध कराया, गांव-गांव इंटरनेट पहुंचाया। पिछले 9 वर्षों में हर दिन औसतन ढाई लाख ब्रॉडबैंड कनेक्शन दिए गए हैं, प्रतिदिन ढाई लाख कनेक्शन।

इंफ्रा के विकास में ये गति इसलिए आ रही है, क्योंकि आज देश और देशवासियों की ज़रूरत के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है। पहले राजनीतिक लाभ-हानि देखकर ही रेल, रोड ऐसे प्रोजेक्ट्स की घोषणा होती थी। हम पूरे देश के लिए पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान लेकर आए हैं, ताकि जहां-जहां भी देश में ज़रूरत है, वहां तेज़ गति से इंफ्रास्ट्रक्चर बन सके।

साथियों,

आज देश में सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी अभूतपूर्व काम हो रहा है। साल 2014 तक देश की एक बड़ी आबादी के पास पक्का घर नहीं था। टॉयलेट के अभाव के कारण हमारी बहनों को कितने कष्ट उठाने पड़ते थे। लकड़ी-पानी के इंतजाम में ही बहनों का पूरा समय चला जाता था। गरीब के लिए अस्पताल की कमी थी। अस्पताल में इलाज महंगा था। हमने एक-एक करके इन समस्याओं का समाधान किया। गरीब को अपना पक्का घर मिला, बिजली-गैस कनेक्शन मिला, टॉयलेट मिला। अब हर घर नल से जल की सुविधा मिल रही है। घर-गांव के निकट अच्छे अस्पताल बन रहे हैं, अच्छे कॉलेज-यूनिवर्सिटी बन रहे हैं। यानि आज हम अपने युवाओं को हर वो साधन दे रहे हैं, जो आने वाले 25 साल के संकल्प सिद्ध करने में उनकी मदद करेंगे।


साथियों,

आज जब मैं भगवान बसवेश्वर की धरती पर आया हूं तो खुद को और धन्य महसूस कर रहा हूं। भगवान बसवेश्वर के अनेक योगदानों में सबसे प्रमुख है-अनुभव मंडपम की स्थापना। इस लोकतांत्रिक व्यवस्था का दुनिया भर में अध्ययन होता है। और ऐसी अनेक बातें है, जिसके कारण हम दावे के साथ कहते हैं भारत सिर्फ largest democracy नहीं, भारत mother of democracy भी है। ये मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे कुछ वर्ष पूर्व लंदन में भगवान बसवेश्वर की प्रतिमा के लोकार्पण का अवसर मिला। लंदन में भगवान बसवेश्वर, लोकतंत्र की मजबूत नींव का प्रतीक अनुभव मंडपम। वो भगवान बसवेश्वर लंदन की धरती पर उनकी मूर्ति लेकिन ये दुर्भाग्य है कि लंदन में ही भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाने का काम किया गया। भारत के लोकतंत्र की जड़ें, हमारे सदियों के इतिहास से सींची गई हैं। दुनिया की कोई ताकत भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान नहीं पहुंचा सकती। बावजूद इसके कुछ लोग भारत के लोकतंत्र को लगातार कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। ऐसे लोग भगवान बसवेश्वर का अपमान कर रहे हैं। ऐसे लोग कर्नाटक के लोगों का, भारत की महान परंपरा का, भारत के 130 करोड़ जागरूक नागरिकों का अपमान कर रहे हैं। ऐसे लोगों से कर्नाटक के लोगों को भी सतर्क रहना है।

 

साथियों,

कर्नाटक ने बीते वर्षों में जिस तरह से भारत को tech-future के रूप में पहचान दिलाई है, ये समय उसे और आगे बढ़ाने का है। कर्नाटक हाइटेक इंडिया का इंजन है। इस इंजन को डबल इंजन की सरकार की पावर मिलनी बहुत जरूरी है।

साथियों,

एक बार फिर हुबली-धारवाड़ के लोगों को विकास के प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत-बहुत बधाई, बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मेरे साथ बोलें– भारत माता की जय। दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए – भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।