प्रधानमंत्री ने आईआईटी भिलाई, आईआईटी तिरूपति, आईआईआईटीडीएम कुरनूल, आईआईएम बोधगया, आईआईएम जम्मू, आईआईएम विशाखापत्तनम और भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) कानपुर जैसे कई महत्वपूर्ण शिक्षा संस्थानों के परिसरों को राष्ट्र को समर्पित किया
देश भर के कई उच्च शिक्षण संस्थानों में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन, राष्ट्र को समर्पित और आधारशिला रखी
प्रधानमंत्री ने एम्स जम्मू का उद्घाटन किया
जम्मू हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन और जम्मू में सामान्य उपयोगकर्ता सुविधा पेट्रोलियम डिपो की आधारशिला रखी
जम्मू-कश्मीर में कई महत्वपूर्ण सड़क और रेल संपर्क परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और आधारशिला रखी
पूरे जम्मू-कश्मीर में नागरिक और शहरी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
"आज की पहल जम्मू-कश्मीर में समग्र विकास को बढ़ावा देगी"
"हम एक विकसित जम्मू कश्मीर बनाएंगे"
"विकसित जम्मू-कश्मीर बनाने के लिए सरकार का ध्यान गरीबों, किसानों, युवाओं और नारी शक्ति पर है"
"मौजूदा पीढ़ी को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए नया भारत अधिक से अधिक खर्च कर रहा है"
"सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का मंत्र जम्मू-कश्मीर के विकास की आधारशिला है"
" जम्मू-कश्मीर के आम लोगों को पहली बार भारत के संविधान में उल्लिखित सामाजिक न्याय का आश्वासन मिल रहा है"
"अब एक नया जम्मू कश्मीर बन रहा है क्योंकि इसके विकास की सबसे बड़ी बाधा अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया गया है"
"दुनिया विकसित जम्मू-कश्मीर देखने के लिए उत्साहित है"

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जी, मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी जितेंद्र सिंह जी, संसद में मेरे साथी जुगल किशोर जी, गुलाम अली जी और जम्मू-कश्मीर के मेरे प्रिय भैनों ते भ्राओ, जै हिंद, इक बारी परतियै इस डुग्गर भूमि पर आइयै मिगी बड़ा शैल लग्गा करदा ऐ। डोगरे बड़े मिलन सार ने, ए जिन्ने मिलनसार ने उन्नी गै मिट्ठी…इंदी भाशा ऐ। तां गै ते…डुग्गर दी कवित्री, पद्मा सचदेव ने आक्खे दा ऐ- मिठड़ी ऐ डोगरेयां दी बोली ते खंड मिठे लोग डोगरे।

साथियों,

मैंने जैसा कहा मेरा नाता करीब 40 साल से भी ज्यादा पुराना आप लोगों से लगातार रहा है। बहुत कार्यक्रम मैंने किए हैं, बहुत बार आया हूं और अभी जितेंद्र सिंह ने बताया इस मैदान में भी किया है। लेकिन आज का ये जन सैलाब, आज का आपका जुनून, आपका ये उत्साह और मौसम भी विपरित, ठंड भी है, बारिश भी हो रही है और आप में से एक हिलता भी नही है। और मुझे तो बताया गया कि ऐसे तीन स्थान यहां पर हैं, जहां पर बहुत बड़ी मात्रा में स्क्रीन लगाकर के लोग बैठे हुए हैं। जम्मू-कश्मीर के लोगों का ये प्यार, आप इतनी बड़ी संख्या में यहां दूर-दूर से आए हैं, ये हम सभी के लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है। विकसित भारत को समर्पित ये कार्यक्रम सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आज देश के कोने-कोने से, अनेक शिक्षण संस्थानों से हमारे साथ लाखों लोग जुड़े हैं। इतना ही नहीं, इस कार्यक्रम में अभी मुझे मनोज जी बता रहे थे कि 285 ब्लॉक्स में ऐसे ही स्क्रीन लगाकर के वीडियो के माध्यम से इस कार्यक्रम को सुना जा रहा है, देखा जा रहा है। शायद एक साथ इतने स्थान पर बहुत ही well organized इतना बड़ा कार्यक्रम और वो भी जम्मू-कश्मीर की धरती पर, प्रकृति हर पल जहां चुनौती देती है, प्रकृति हर बार हमारी कसौटी करती है। वहां भी इतना आन-बान-शान के साथ कार्यक्रम होना वाकई जम्मू-कश्मीर के लोग अभिनंदन के अधिकारी हैं।

साथियों,

मैं सोच रहा था कि मुझे आज यहां भाषण करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए क्योंकि अभी जम्मू-कश्मीर के कुछ लोगों से मुझे जो बात करने का मौका मिला, जिस उमंग से, जिस उत्साह से, जिस clarity के साथ वो सारे अपनी बातें बता रहे थे, देश में जो भी व्यक्ति उनकी बातें सुनता होगा ना उसका हौसला बुलंद हो जाता होगा, उसका विश्वास अमर हो जाता होगा और उसको लगता होगा कि गारंटी का मतलब क्या होता है, इन 5 लोगों ने हमारे साथ बातचीत करके सिद्ध कर दिया है। मैं उन सभी को बहुत-बहुत बधाई दता हूं।

साथियों,

विकसित भारत, विकसित जम्मू-कश्मीर को, इस मकसद को लेकर जो उत्साह है, वाकई अभूतपूर्व है। ये उत्साह हमने विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान भी देखा है। जब मोदी की गारंटी वाली गाड़ी गांव-गांव तक पहुंच रही थी, तो आप लोगों ने उसका शानदार स्वागत किया। जम्मू-कश्मीर के इतिहास में ये पहली बार हुआ, जब कोई सरकार उनके दरवाज़े पर आई है। कोई भी सरकार की योजना के लाभ, कोई भी जो इसका हकदार है वो छूटेगा नहीं...और यही तो मोदी की गारंटी है, यही तो कमल का कमाल है! और अब हमने संकल्प लिया है, विकसित जम्मू-कश्मीर का। मुझे आप पर विश्वास है। हम विकसित जम्मू-कश्मीर बनाकर के ही रहेंगे। 70-70 साल से अधूरे आपके सपने, आने वाले कुछ ही वर्षों में मोदी पूरे करके देगा।

भाइयों और बहनों,

एक वो दिन भी थे, जब जम्मू-कश्मीर में से सिर्फ निराशा की खबरें आती थीं। बम-बंदूक, अपहरण, अलगाव, ऐसी ही बातें जम्मू-कश्मीर का दुर्भाग्य बना दी गई थीं। लेकिन अब आज जम्मू-कश्मीर, विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। आज ही यहां 32 हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स उसका शिलान्यास और कुछ का लोकार्पण किया गया है। ये शिक्षा-कौशल, रोज़गार, सेहत, उद्योग और कनेक्टिविटी से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं। आज यहां से देश के अलग-अलग शहरों के लिए औऱ भी ढेर सारी परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है। अलग-अलग राज्यों में IIT और IIM जैसी संस्थाओं का विस्तार हो रहा है। इन सारी विकास परियोजनाओं के लिए जम्मू- कश्मीर को, पूरे देश को, देश की युवा पीढ़ी को बहुत-बहुत बधाई। आज यहां सैकड़ों नौजवानों को सरकारी नियुक्ति पत्र भी सौंपे गए हैं। मैं सभी नौजवान साथियों को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

जम्मू-कश्मीर बहुत दशकों तक परिवारवाद की राजनीति का शिकार रहा है। परिवारवाद की राजनीति करने वालों ने हमेशा सिर्फ अपना स्वार्थ देखा है, आपके हितों की चिंता नहीं की है। और परिवारवाद की राजनीति का सबसे ज्यादा अगर कोई नुकसान उठाता है, तो हमारे युवा उठाते हैं, हमारे नौजवान बेटे-बेटी उठाते हैं। जो सरकारें सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने में जुटी रहती हैं, वो सरकारें अपने राज्य के दूसरे युवाओं का भविष्य ताक पर रख देती हैं। ऐसी परिवारवादी सरकारें युवाओं के लिए योजनाएं बनाने को भी प्राथमिकता नहीं देतीं। सिर्फ अपने परिवार की सोचने वाले लोग, कभी आपके परिवार की चिंता नहीं करेंगे। मुझे संतोष है कि जम्मू-कश्मीर को इस परिवारवादी राजनीति से मुक्ति मिल रही है।

भाइयों और बहनों,

जम्मू-कश्मीर को विकसित बनाने के लिए हमारी सरकार गरीब, किसान, युवाशक्ति और नारीशक्ति पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही है। उस बच्ची को परेशान मत करो भई, बहुत छोटी गुड़िया है, अगर यहां होती मैं उसे बहुत आशीर्वाद देता, लेकिन इस ठंड में उस बच्ची को परेशान मत कीजिए जी। कुछ समय पहले तक यहां के नौजवानों को उच्च शिक्षा के लिए, प्रोफेशनल एजुकेशन के लिए दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। आज देखिए, जम्मू कश्मीर शिक्षा और कौशल विकास का बहुत बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। बीते 10 वर्षों में देश में शिक्षा को आधुनिक बनाने का जो मिशन हमारी सरकार ने चलाया है, उसका आज यहां और विस्तार हो रहा है। मुझे याद है, साल 2013 के दिसंबर में, जिसका जितेंद्र जी अभी उल्लेख कर रहे थे, जब मैं बीजेपी की ललकार रैली में आय़ा था, तो इसी मैदान में आपसे कुछ गारंटी देकर गया था। मैंने सवाल उठाया था कि यहां जम्मू में भी IIT और IIM जैसे आधुनिक शिक्षा संस्थान क्यों नहीं बन सकते? वो वायदे हमने पूरे करके दिखाए। अब जम्मू में IIT भी है और IIM भी है। और इसलिए लोग कहते हैं- मोदी की गारंटी यानि, गारंटी पूरा होने की गारंटी! आज यहां IIT जम्मू के एकैडमिक कॉम्प्लेक्स और हॉस्टल का लोकार्पण हुआ है। मैं देख रहा हूं नौजवानों का उत्साह, अद्भुत दिखता है। इसके साथ-साथ IIT भिलाई, IIT तिरुपति, IIIT-DM कुरनूल Indian Institute of Skills कानपुर, उत्तराखंड और त्रिपुरा में सेंट्रल संस्कृत यूनिवर्सिटीज़ के पर्मानेंट कैंपस का भी लोकार्पण किया गया है। आज IIM जम्मू के साथ-साथ IIM बोधगया बिहार में और IIM विशाखापट्टनम कैंपस आंध्र में, उसका भी उद्घाटन यहीं से हुआ है। इसके अलावा आज NIT दिल्ली, NIT अरुणाचल प्रदेश, NIT दुर्गापुर, IIT खड़कपुर, IIT बॉम्बे, IIT दिल्ली I.I.S.E.R बेहरामपुर, ट्रिपल आईटी लखनऊ, जैसे उच्च शिक्षा के आधुनिक संस्थानों में एकैडमिक ब्लॉक्स, हॉस्टल, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम ऐसे कई सुविधाओं का भी लोकार्पण हुआ है।

साथियों,

10 साल पहले तक शिक्षा और कौशल के क्षेत्र में इस स्केल पर सोचना भी मुश्किल था। लेकिन ये नया भारत है। नया भारत अपनी वर्तमान पीढ़ी को आधुनिक शिक्षा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा खर्च करता है। बीते 10 साल में देश में रिकॉर्ड संख्या में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज का निर्माण हुआ है। यहां जम्मू-कश्मीर में ही करीब 50 नए डिग्री कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं, 50। ऐसे 45 हजार से ज्यादा बच्चों का स्कूल में दाखिला कराया गया है, और ये वो बच्चे जो पहले स्कूल नहीं जाते थे। और मुझे खुशी है कि इन स्कूलों का सबसे ज्यादा फायदा हमारी बेटियों को हुआ है। आज वे घर के पास ही बेहतर शिक्षा हासिल कर पा रही हैं। एक वो दिन थे, जब स्कूल जलाए जाते थे, एक आज का दिन है, जब स्कूल सजाए जा रहे हैं।

और भाइयों और बहनों,

आज जम्मू कश्मीर में स्वास्थ्य सेवाओं में भी तेजी से सुधार हो रहा है। 2014 से पहले जम्मू कश्मीर में मेडिकल कॉलेज की संख्या सिर्फ 4 थी। यही, वही आज मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर 4 से बढ़कर 12 हो गई है। 2014 में MBBS की 500 सीटों के मुकाबले आज 1300 से अधिक MBBS की सीट यहां पर हैं। 2014 से पहले यहां पर एक भी मेडिकल पीजी की सीट नहीं थी, वही आज उनकी संख्या बढ़कर साढ़े 6 सौ से अधिक हो गई है। 4 सालों में यहां करीब 45 नए नर्सिंग और पैरामेडिक कॉलेज खोले जा चुके हैं। इनमें सैकड़ों नई सीटें जोड़ी गई हैं। जम्मू-कश्मीर देश का ऐसा राज्य है जहां 2 एम्स बन रहे हैं। इनमें से एक, एम्स जम्मू का उद्घाटन आज करने का मुझे सौभाग्य मिला है। जो बड़ी उम्र के साथी यहां आए हैं, जो मुझे सुन रहे हैं, उनके लिए तो ये कल्पना से भी परे था। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक दिल्ली में ही एक एम्स हुआ करता था। गंभीर बीमारी के इलाज के लिए आपको दिल्ली जाना पड़ता था। लेकिन मैंने आपको यहां जम्मू में ही एम्स की गारंटी दी थी। और ये गारंटी मैंने पूरी करके दिखाई है। बीते 10 वर्षों में देश में 15 नए एम्स स्वीकृत हुए हैं। उनमें से एक जम्मू में आज आपकी सेवा के लिए तैयार है। और AIIMS कश्मीर पर भी तेजी से काम चल रहा है।

भाइयों और बहनों,

आज हम एक नया जम्मू-कश्मीर बनते हुए देख रहे हैं। प्रदेश के विकास में सबसे बड़ी दीवार आर्टिकल-370 की थी, आर्टिकल-370 की थी। इस दीवार को भाजपा की सरकार ने हटा दिया है। अब जम्मू कश्मीर, एक संतुलित विकास की ओर बढ़ रहा है। और मैंने सुना है शायद इसी हफ्ते ये 370 को लेकर के कोई फिल्म आने वाली है। मुझे लगता है आपका जय-जय कार होने वाला है पूरे देश में। मुझे पता नहीं है फिल्म कैसी है, मैंने कल ही कही, किसी टीवी पर सुना कि ऐसी कोई 370 पर फिल्म आ रही है। अच्छा है, लोगों को सही जानकारी मिलने में काम आएगी।

साथियों,

ये 370 की ताकत देखिए, 370 जाने के कारण आज मैंने हिम्मत के साथ देशवासियों को कहा है कि अगले चुनाव में भाजपा को 370 दीजिए और NDA को 400 पार कर दीजिए। अब प्रदेश का कोई भी इलाका पीछे नहीं रहेगा, सब मिलकर आगे बढ़ेंगे। यहां जो लोग दशकों तक अभाव में जी रहे थे, उन्हें भी आज सरकार के होने का ऐहसास हुआ है। आज आप देखिए, गांव-गांव एक नई राजनीति की लहर चल पड़ी है। परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण के खिलाफ यहां के नौजवानों ने बिगुल फूंक दिया है। आज जम्मू-कश्मीर का हर नौजवान अपना भविष्य खुद लिखने के लिए आगे निकल रहा है। जहां कभी बंद औऱ हड़ताल का सन्नाटा रहता था, वहां अब ज़िंदगी की चहल-पहल दिखाई देती है।

साथियों,

जिन लोगों ने जम्मू-कश्मीर में दशकों तक सरकार चलाई, उन्होंने कभी आपकी आशाओं-आकांक्षाओं की परवाह नहीं की। पहले की सरकारों ने तो यहां रहने वाले हमारे फौजी भाइयों तक का सम्मान नहीं किया। कांग्रेस सरकार 40 साल तक फौजियों से झूठ बोलती रही कि वन रैंक वन पेंशन लाएगी। लेकिन वन रैंक वन पेंशन का वायदा भाजपा सरकार ने पूरा किया। OROP की वजह से यहां जम्मू के ही पूर्व सैनिकों को, फौजियों को 1600 करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। जब संवेदनशील सरकार हो, जब आपकी भावनाएं समझने वाली सरकार हो, तो ऐसे ही तेज गति से काम करती है।

साथियों,

भारत के संविधान में जिस सामाजिक न्याय का भरोसा दिया गया है, वो भरोसा पहली बार जम्मू-कश्मीर के सामान्य जन को भी मिला है। हमारे शरणार्थी परिवार हों, वाल्मिकी समुदाय हो, सफाई कर्मचारी हों, उनको लोकतांत्रिक हक मिला है। वाल्मिकी समुदाय को SC कैटेगरी का लाभ मिलने की वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है। 'पद्दारी जनजाति', 'पहाड़ी जातीय समूह', 'गड्डा ब्राह्मण' और 'कोली' समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया गया है। अनुसूचित जनजातियों के लिए विधानसभा में सीटें आरक्षित हुई हैं। पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम में ओबीसी को आरक्षण दिया गया है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास यही मंत्र तो विकसित जम्मू-कश्मीर की बुनियाद है।

साथियों,

जम्मू-कश्मीर में हो रहे विकास कार्यों का बहुत बड़ा लाभ हमारी माताओं-बहनों-बेटियों को हुआ है। हमारी सरकार जो पक्के घर बनवा रही है, उनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम हैं...हर घर जल योजना ने...हजारों की संख्या में शौचालयों के निर्माण ने...आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज ने...यहां की बहनों-बेटियों का जीवन बहुत आसान बनाया है। आर्टिकल 370 हटने के बाद हमारी बहनों को वो हक भी मिले हैं, जिनसे पहले उन्हें वंचित रखा गया था।

साथियों,

आपने नमो ड्रोन दीदी योजना के बारे में भी सुना होगा। मोदी की गारंटी है कि हमारी बहनों को ड्रोन पायलट बनाया जाएगा। मैं कल एक बहन का इंटरव्यू देख रहा था वो कह रही थी मुझे तो साइकिल चलाना भी नहीं आता था और आज मैं ट्रेनिंग के बाद ड्रोन पायलट बनकर के घर जा रही हूं। देश में बहुत बड़ी संख्या में बहनों की ट्रेनिंग शुरु भी हो चुकी है। इसके लिए हमने हज़ारों स्वयं सहायता समूहों को ड्रोन देने का निर्णय लिया है। लाखों रुपए के इन ड्रोन्स से खेती और बागवानी में मदद मिलेगी। खाद हो, कीटनाशक हो, इनके छिड़काव का काम बहुत आसान हो जाएगा। और बहनों को इससे अतिरिक्त कमाई होगी।

भाइयों और बहनों,

पहले भारत के बाकी हिस्से में एक काम होता था और जम्मू-कश्मीर में उसका लाभ या तो मिलता ही नहीं था, या फिर बहुत देर से मिलता था। आज विकास के सारे कार्य पूरे देश में एक साथ हो रहे हैं। आज देशभर में नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, तो जम्मू-कश्मीर भी किसी से पीछे नहीं है। आज जम्मू एयरपोर्ट के विस्तार का काम भी शुरु हुआ है। कश्मीर से कन्याकुमारी को रेल से जोड़ने का सपना भी आज और आगे बढ़ा है। थोड़ी देर पहले ही श्रीनगर से संगलदान और संगलदान से बारामुला के लिए ट्रेनें चलीं हैं। वो दिन दूर नहीं जब कश्मीर से ट्रेन में बैठकर लोग पूरे देश के सफर पर निकल पाएंगे। आज जो पूरे देश में रेलवे के बिजलीकरण का इतना बड़ा अभियान चल रहा है, उसका बड़ा लाभ इस क्षेत्र को भी मिला है। आज जम्मू कश्मीर को अपनी पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन मिली है। इससे प्रदूषण को कम रखने में बहुत मदद मिलने वाली है।

साथियों आप देखिए,

जब देश में वंदे भारत के रूप में आधुनिक ट्रेन शुरु हुई, तो हमने इसके शुरुआती रूट्स में जम्मू-कश्मीर को भी चुना। हमने माता वैष्णो देवी तक पहुंचना और आसान बनाया। मुझे खुशी है कि आज जम्मू कश्मीर में 2 वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं।

साथियों,

गांव की सड़कें हों, जम्मू शहर के अंदर की सड़कें हों, या फिर नेशनल हाईवे, जम्मू-कश्मीर में चौतरफा काम चल रहा है। आज अनेक सड़कों का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इसमें श्रीनगर रिंग रोड का दूसरा चरण भी शामिल है। ये जब बनकर तैयार होगी, तो मनसबल झील और खीरभवानी मंदिर आना, वहां जाना और आसान हो जाएगा। जब श्रीनगर-बारामूला-उरी ये हाईवे का काम पूरा होगा, तो इससे किसानों और टूरिज्म सेक्टर को और ज्यादा लाभ होगा। दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे इसके विस्तार से जम्मू और कटरा के बीच की सुविधा और बेहतर होगी। जब ये एक्सप्रेसवे बनकर तैयार होगा तो जम्मू और दिल्ली के बीच आना-जाना बहुत आसान हो जाएगा।

साथियों,

विकसित होते जम्मू कश्मीर को लेकर आज पूरी दुनिया में बहुत उत्साह है। मैं तो हाल में ही, गल्फ देशों के दौरे से लौटा हूं। वहां जम्मू-कश्मीर में निवेश को लेकर बहुत पॉजिटिविटी है। आज जब दुनिया, जम्मू-कश्मीर में G-20 का आयोजन होते देखती है, तो इसकी गूंज बहुत दूर तक पहुंचती है। पूरी दुनिया जम्मू-कश्मीर की सुंदरता, यहां की परंपरा, यहां की संस्कृति और आप सभी के स्वागत से बहुत प्रभावित हुई है। आज हर कोई जम्मू-कश्मीर आने के लिए तत्पर है। पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में 2 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आए, जो एक रिकॉर्ड है। अमरनाथ जी और श्री माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा हो गई है। आज जिस गति से यहां इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है, उसको देखते हुए, ये संख्या आने वाले समय में कई गुणा बढ़ने वाली है। पर्यटकों की बढ़ती हुई ये संख्या, यहां रोजगार के भी अनेकों नए अवसर बनाने वाली है।

भाइयों और बहनों,

बीते 10 वर्षों में भारत 11वें नंबर से 5वें नंबर की आर्थिक ताकत बना हैं। जब देश की आर्थिक ताकत बढ़ती है, तो क्या होता है? तब सरकार के पास, लोगों पर खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा आता है। आज भारत गरीबों को मुफ्त राशन, मुफ्त इलाज, पक्के घर, गैस, टॉयलेट, पीएम किसान सम्मान निधि जैसी अनेक सुविधाएं दे रहा है। ये इसलिए क्योंकि भारत की आर्थिक ताकत बढ़ी है। अब हमें आने वाले 5 वर्षों में भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाना है। इससे गरीब कल्याण और इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च करने की देश की क्षमता कई गुणा और बढ़ जाएगी। यहां ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर बनेगा कश्मीर की वादियों में लोग स्विट्ज़रलैंड जाना भूल जाएंगे। इसका फायदा जम्मू-कश्मीर के हर परिवार को होगा, आपको होगा।

आप हम सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखिए। और आज जम्मू-कश्मीर के इतिहास में इतना बड़ा विकास उत्सव हुआ है, हमारे पहाड़ी भाई-बहनों के लिए, हमारे गुर्जर भाई-बहनों के लिए, हमारे पंडितों के लिए, हमारे बाल्मीकि भाइयों के लिए, हमारी माताओं-बहनों के लिए ये जो विकास उत्सव हुआ है, मैं आपसे एक काम कहता हूं करोगे? करोगे? एक काम करोगे? अपना मोबाइल फोन निकालकर के फ्लैश लाइट जलाकर के, आप इस विकास उत्सव को जरा आनंद लुटाइए। सब अपने मोबाइल की फ्लैश चालू कीजिए। जो, जहां खड़ा है सब अपने मोबाइल की फ्लैश चालू करें, और विकास उत्सव को, उसका स्वागत करें हम, सबके मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट चालू हो जाए। सबके मोबाइल के, ये विकास उत्सव सारा देश देख रहा है कि जम्मू चमक रहा है, जम्मू-कश्मीर की रोशनी देश में पहुंच रही है...शाबाश। मेरे साथ बोलिए-

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

भारत माता की जय।

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

Prime Minister Shri Narendra Modi will participate in the ‘Odisha Parba 2024’ programme on 24 November at around 5:30 PM at Jawaharlal Nehru Stadium, New Delhi. He will also address the gathering on the occasion.

Odisha Parba is a flagship event conducted by Odia Samaj, a trust in New Delhi. Through it, they have been engaged in providing valuable support towards preservation and promotion of Odia heritage. Continuing with the tradition, this year Odisha Parba is being organised from 22nd to 24th November. It will showcase the rich heritage of Odisha displaying colourful cultural forms and will exhibit the vibrant social, cultural and political ethos of the State. A National Seminar or Conclave led by prominent experts and distinguished professionals across various domains will also be conducted.