80,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1406 परियोजनाओं का शिलान्यास किया
"केवल हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास एक भरोसेमंद साथी के मानदंडों को पूरा करने की शक्ति है, जिसकी तलाश आज दुनिया कर रही है"
"आज दुनिया भारत की क्षमता को देखने के साथ-साथ उसके प्रदर्शन की भी सराहना कर रही है"
"हमने पिछले 8 वर्षों में नीति स्थिरता, समन्वय और कारोबार में आसानी पर जोर दिया है"
उत्तर प्रदेश के तेज विकास के लिए हमारी डबल इंजन सरकार अवसंरचना, निवेश और विनिर्माण पर मिलकर काम कर रही है
"राज्य के एक संसद सदस्य के रूप में, मैंने राज्य के प्रशासन और सरकार में उस क्षमता और संभावना को महसूस किया है, जिनकी देश उनसे अपेक्षा करता है"
"हम नीति, निर्णय और इरादे से विकास के साथ हैं"

उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी, लखनऊ के सांसद और भारत सरकार के हमारे वरिष्‍ठ साथी श्रीमान राजनाथ सिंह जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे अन्‍य सहयोगीगण, यूपी के उप-मुख्यमंत्री, राज्य सरकार के मंत्रीगण, विधानसभा और विधान परिषद के स्पीकर महोदय, यहां उपस्थित उद्योग जगत के सभी साथी, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों!

सबसे पहले तो मैं उत्‍तर प्रदेश के सांसद के नाते, काशी के सांसद के नाते निवेशकों का स्‍वागत करता हूं और निवेशकों का मैं इसलिए धन्‍यवाद करता हूं कि उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति पर भरोसा किया है। उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति में वो सामर्थ्‍य है कि आपके सपनों और संकल्‍पों को नई उड़ान, नई ऊंचाई देने का सामर्थ्‍य उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों में है और आप जिस संकल्‍प को ले करके आए हैं, उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों का परिश्रम, उनका पुरुषार्थ, उनका सामर्थ्‍य, उनकी समझ, उनका समर्पण आपके सभी सपने-संकल्‍पों को सिद्ध करके रहेगा, ये मैं आपको विश्‍वास दिलाता हूं।

काशी का सांसद हूं तो एक सांसद के नाते मैं ये लोभ छोड़ नहीं सकता हूं, मोह छोड़ नहीं सकता हूं कि मैं इतना तो चाहूंगा कि आप लोग बहुत व्‍यस्‍त होते हैं, लेकिन कभी समय निकाल करके मेरी काशी देख कर आइए, काशी बहुत बदल गई, काशी बहुत बदल गई है। विश्‍व की ऐसी नगरी अपने पुरातन सामर्थ्‍य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्‍तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है।

साथियों,

यूपी में 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश से संबंधित समझौते यहां हुए हैं। ये रिकॉर्ड निवेश यूपी में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा। ये भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी पर बढ़ते विश्वास को दिखाता है। आज के इस आयोजन के लिए मैं यूपी के नौजवानों को विशेष बधाई दूंगा, क्योंकि इसका सबसे बड़ा लाभ यूपी के युवकों को, यु‍वतियों को, हमारी नई पीढ़ी को होने वाला है।

साथियों,

इस समय हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहे हैं। ये समय अगले 25 वर्षों के लिए अमृतकाल, नए संकल्‍प का काल, नए लक्ष्‍यों का काल और नए लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए सबका प्रयास के मंत्र को ले करके परिश्रम की पराकाष्‍ठा करने का अमृतकाल है। आज दुनिया में जो वैश्विक परिस्थितियां बनी हैं, वो हमारे लिए बड़े अवसर भी लेकर भी आई हैं। दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। दुनिया आज भारत के potential को भी देख रही है और भारत की Performance की भी सराहना कर रही है।

कोरोना काल में भी भारत रुका नहीं, बल्कि अपने Reforms की गति को और बढ़ा दिया। इसका परिणाम आज हम सभी देख रहे हैं। हम G-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से Grow कर रहे हैं। आज भारत, Global Retail Index में दूसरे नंबर पर है। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा Energy Consumer देश है। बीते साल दुनिया के 100 से अधिक देशों से, 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड FDI आया है। भारत ने बीते वित्तीय वर्ष में 417 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट करके नया रिकॉर्ड बनाया है।

साथियों,

एक राष्ट्र के रूप में अब ये समय अपने साझा प्रयासों को कई गुना अधिक बढ़ाने का है। ये एक ऐसा समय है, जब हम अपने फैसलों को सिर्फ एक साल या 5 साल को देखते हुए सीमित नहीं रख सकते। भारत में एक मज़बूत मैन्युफेक्चरिंग इकोसिस्टम, एक मज़बूत और डायवर्स वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए हर किसी का योगदान आवश्यक है। सरकार अपनी तरफ से निरंतर नीतियां बना रही है, पुरानी नीतियों में सुधार कर रही है।

अभी हाल ही में केंद्र की एनडीए सरकार ने अपने 8 वर्ष पूरे किए हैं। इन वर्षों में हम जैसा अभी योगी जी बता रहे थे, Reform-Perform-Transform के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने Policy Stability पर जोर दिया है, कॉर्डिनेशन पर जोर दिया है, Ease of Doing Business पर जोर दिया है। बीते समय में हमने हजारों कंप्लायंस खत्म किए हैं, पुराने कानूनों को समाप्त किया है। हमने अपने Reforms से एक राष्ट्र के रूप में भारत को मजबूती देने का काम किया है। One Nation-One Tax GST हो, One Nation-One Grid हो, One Nation-One Mobility Card हो, One Nation-One Ration Card हो, ये सारे प्रयास, हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं।

जब से यूपी में डबल इंजन की सरकार बनी है, तब से यूपी में भी इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। विशेषकर यूपी में जिस प्रकार कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, उससे व्यापारियों का भरोसा लौटा है, बिजनेस के लिए सही माहौल बना है। बीते वर्षों में यहां की प्रशासनिक क्षमता और गवर्नेंस में भी सुधार आया है। इसलिए आज जनता का विश्वास योगी जी की सरकार पर है। और जैसे उद्योग जगत के साथी अपने अनुभव के आधार पर अभी उत्‍तर प्रदेश की सराहना कर रहे थे।

मैं सांसद के नाते अपने अनुभव बताता हूं। कभी हमने उत्‍तर प्रदेश के administration को निकट से नहीं देखा था। कभी मुख्‍यमंत्रियों की मीटिंग में लोग आया करते थे तो वहां के एजेंडा कुछ अलग होते थे। लेकिन एक सांसद के रूप में जब मैं यहां काम करने लगा तो मेरा विश्‍वास अनेक गुना बढ़ गया कि उत्‍तर प्रदेश की ब्‍यूरोक्रेसी, उत्‍तर प्रदेश के administration में वो ताकत है जो देश उनसे चाहता है।

जो बात उद्योग जगत के लोग कह र‍हे थे, एक सांसद के नाते मैंने स्‍वयं ने इस सामर्थ्य को अनुभव किया है। और इसलिए मैं यहां सरकार के सभी ब्यूरोक्रेट्स, सरकार के छोटे-मोटे हर व्यक्ति को ये जो मिजाज उनका बना है, इसके लिए बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं।

साथियों, आज यूपी की जनता ने 37 साल बाद किसी सरकार को फिर से सत्ता में वापस लाकर अपने सेवक को एक जिम्‍मेदारी सौंपी है।

साथियों,

उत्तर प्रदेश में भारत की पांचवें-छठे हिस्से की आबादी रहती है। यानी यूपी के एक व्यक्ति की बेहतरी भारत के हर छठे व्यक्ति की बेहतरी होगी। मेरा विश्वास है कि ये यूपी ही है, जो 21वीं सदी में भारत की Growth story को momentum देगा। और इसी दस वर्ष को आप देख लीजिए, एक उत्तर प्रदेश हिन्‍दुस्‍तान का बहुत बड़ा Driving Force बनने वाला है। इन 10 वर्षों में आपको दिखाई देगा।

जहां परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले लोग हों, जिस प्रदेश में देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत से अधिक कंज्यूमर बेस हो, जहां 5 लाख से अधिक आबादी वाले एक दर्जन से ज्यादा शहर हों, जहां हर जिले का अपना कोई ना कोई खास प्रोडक्ट हो, जहां इतनी बड़ी संख्या में MSMEs हों, लघु उद्योग हों, जहां अलग-अलग मौसमों में अलग-अलग कृषि उत्पादों-अनाज-फल-सब्जियों की बहार हो, जिस प्रदेश को गंगा, यमुना, सरयू समेत अनेक नदियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, ऐसे यूपी को तेज़ विकास से भला कौन रोक सकता है?

साथियों,

अभी इस बजट में ही हमने गंगा के दोनों किनारों पर, भारत सरकार के बजट की बात कर रहा हूं, 5-5 किलोमीटर के दायरे में केमिकल फ्री नैचुरल फार्मिंग का कॉरिडोर बनाने की घोषणा की है। डिफेंस कॉरिडोर की चर्चा तो होती है, लेकिन इस कॉरिडोर की कोई चर्चा नहीं करता है। यूपी में गंगा ग्यारह सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी हैं और यहां के 25 से 30 जिलों से होकर गुजरती हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि नेचुरल फार्मिंग की कितनी बड़ी संभावना यूपी में बनने जा रही है। यूपी सरकार ने कुछ वर्ष पहले अपनी फूड प्रोसेसिंग नीति भी घोषित की है। मैं समझता हूं, कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए और यहां जो उद्योग जगत के लोग हैं उनसे मैं आग्रहपूर्वक इस विषय पर कहना चाहता हूं। कॉरपोरेट वर्ल्‍ड के लिए इस समय एग्रीकल्चर में इंवेस्टमेंट की ये Golden Opportunity है।

साथियों,

तेज विकास के लिए, हमारी डबल इंजन की सरकार Infrastructure, Investment और Manufacturing तीनों पर एक साथ काम कर रही है। इस साल के बजट में साढ़े 7 लाख करोड़ रुपए के अभूतपूर्व capital expenditure का allocation इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हमने PLI स्कीम्स घोषित की हैं, जिनका लाभ आपको यहां यूपी में भी मिलेगा।

यूपी में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर भी आपके लिए बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ रहा है। भारत में आज डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर जितना जोर दिया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं दिया गया। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हमने बड़ी हिम्मत के साथ फैसला किया है, हमने 300 चीजें ऐसी identify की हैं और हमने निर्णय किया है कि ये 300 चीजें अब विदेश से नहीं आएंगी। यानी military equipments से जुड़ी हुई ये 300 चीजें हैं, मतलब डिफेंस के क्षेत्र में जो manufacturing में आना चाहते हैं उनके लिए इन 300 प्रोडक्ट के लिए तो assured market available है। इसका भी आपको बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा।

साथियों,

हम मैन्युफेक्चरिंग और ट्रांसपोर्ट जैसे पारंपरिक बिजनेस की डिमांड को पूरा करने के लिए फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बना रहे हैं। यहां यूपी में भी आधुनिक पावर ग्रिड हो, गैस पाइपलाइन का नेटवर्क हो या फिर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, सभी पर 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार काम हो रहा है। आज यूपी में जितने किलोमीटर एक्सप्रेसवे पर काम हो रहा है, वो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आधुनिक एक्सप्रेसवे का सशक्त नेटवर्क उत्तर प्रदेश के सभी economic zones को आपस में कनेक्ट करने वाला है।

जल्द ही यूपी की पहचान आधुनिक railway infrastructure के संगम के रूप में भी होने वाली है। Eastern और western dedicated freight (फ्रेट) corridor यहीं यूपी में ही आपस में एक-दूसरे से जुड़ने वाले हैं। जेवर समेत यूपी के 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स, यहां की इंटरनेशनल कनेक्टिविटी को और मजबूत करने वाले हैं। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्र हो या फिर वाराणसी, यहां दो Multi Modal logistics transport hub का निर्माण भी हो रहा है। Industrial strategy के हिसाब से, logistics के हिसाब से यूपी देश के सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर वाले राज्यों में शामिल हो रहा है। यूपी में बढ़ती हुई ये कनेक्टिविटी और बढ़ता हुआ Investment, यूपी के युवाओं के लिए अनेक नए अवसर लेकर आ रहा है।

साथियों,

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में गति आए, इसके लिए हमारी सरकार ने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान बनाया है। ये केंद्र सरकार, राज्य सरकार, अलग-अलग विभाग, अलग-अलग एजेंसियां, इतना ही नहीं स्‍थानीय समाज की संस्‍थाओं तक को, सभी को एक साथ जोड़ना, उसी प्रकार से प्राइवेट सैक्‍टर, बिजनेस से जुड़े संस्थानों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाने का काम ये पीएम गतिशक्ति योजना के द्वारा हो रहा है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी भी प्रोजेक्ट से जुड़े हर स्टेकहोल्डर को रियल टाइम जानकारी मिलेगी। अपने-अपने हिस्से का काम उसे कब तक पूरा करना है, इसकी प्लानिंग वो समय पर कर पाएगा। बीते 8 साल में प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने का जो नया कल्चर देश में विकसित हुआ है, उनको ये नए आयाम देगा।

साथियों,

बीते वर्षों में भारत ने जिस तेजी से काम किया है, उसका एक उदाहरण हमारी डिजिटल क्रांति है। 2014 में हमारे देश में सिर्फ साढ़े 6 करोड़ ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स थे। आज इनकी संख्या 78 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। 2014 में एक GB डेटा करीब-करीब 200 रुपए का पड़ता था। आज इसकी कीमत घटकर 11-12 रुपए हो गई है। भारत दुनिया के उन देशों में है जहां इतना सस्ता डेटा है। 2014 में देश में 11 लाख किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर था। अब देश में बिछाए गए ऑप्टिकल फाइबर की लंबाई 28 लाख किलोमीटर को पार कर चुकी है।

2014 में देश में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा था। आज ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी ग्राम पंचायतों की संख्या भी पौने दो लाख को पार कर गई है। 2014 में देश में 90 हजार के आस-पास ही कॉमन सर्विस सेंटर्स थे। आज देश में कॉमन सर्विस सेंटर्स की संख्या भी 4 लाख से ज्यादा हो गई है। आज दुनिया के डिजिटल ट्रांजेक्शन का करीब-करीब 40 प्रतिशत भारत में हो रहा है, दुनिया का 40 प्रतिशत। किसी भी हिन्‍दुस्‍तानी को गर्व होगा। जिस भारत को लोग अनपढ़ बताते हैं, वो भारत ये कमाल कर रहा है।

हमने बीते 8 वर्षों में डिजिटल क्रांति के लिए जिस फाउंडेशन को मजबूत किया, उसी का नतीजा है कि आज अलग-अलग सेक्टर्स के लिए इतनी संभावनाएं बन रही हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे युवाओं को मिला है। 2014 से पहले हमारे यहां कुछ सौ स्टार्ट-अप्स ही थे। लेकिन आज देश में रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स की संख्या भी 70 हजार के आसपास पहुंच रही है। अभी हाल ही में भारत ने 100 यूनिकॉर्न का रिकॉर्ड भी बनाया है। हमारी नई इकोनॉमी की डिमांड को पूरा करने के लिए, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती का बहुत लाभ आप लोगों को मिलने वाला है।

साथियों,

मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यूपी के विकास के लिए, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए जिस भी सेक्टर में, जो भी रिफॉर्म आवश्यक होंगे, वो रिफॉर्म निरंतर किए जाते रहेंगे। हम नीति से भी विकास के साथ हैं, निर्णयों से भी विकास के साथ हैं, नीयत से भी विकास के साथ हैं और स्वभाव से भी विकास के साथ हैं।

हम सब आपके हर प्रयास में आपके साथ होंगे और हर कदम पर आपका साथ देंगे। आप पूरे उत्साह से उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में शामिल हों। उत्तर प्रदेश के भविष्य का निर्माण आपके भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगा। ये win-win situation है। ये निवेश सभी के लिए शुभ हो, सभी को लाभ देने वाला हो।

इसी कामना के साथ इति शुभम् कहते हुए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।