पीएम मोदी ने भारत की विकास यात्रा में चेन्नई की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।
स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना, चेन्नई मेट्रो और अन्य परियोजनाएं शहर के स्वरुप को बदलने के लिए तैयार हैं: चेन्नई में पीएम मोदी
तमिलनाडु के लाभार्थियों को डायरेक्ट फंड ट्रांसफर बीजेपी के ट्रांसपेरेंट गवर्नेंस मॉडल को रेखांकित करता है: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ऊर्जा आत्मनिर्भरता हासिल करने में तमिलनाडु की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हुए पीएम-सूर्य घर योजना की सराहना की।
पीएम मोदी ने एनर्जी सेक्टर में भारत की प्रगति का उल्लेख किया तथा वंशवादी हितों की बजाय स्वच्छ राजनीति पर जोर दिया।
पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की और समर्पण भाव से भारत की सेवा जारी रखने का प्रण लिया।

वणक्कम् चेन्नई
Every time I come to Chennai; I feel energised by the people. It is great to be here in this city which is full of life. Chennai is also a great hub of talent, trade and tradition.In our mission to build a developed India, the people of Chennai will play a very-very important role.

साथियों,
तमिलनाडु के प्रति मेरा लगाव बहुत पहले से है। मुझसे आपका प्रेम भी बहुत पुराना है। लेकिन, इधर कुछ वर्षों से मैं जब भी तमिलनाडु आता हूं, कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगता है। इन्हें इस बात से तकलीफ होती है कि बीजेपी का जनाधार यहां लगातार बढ़ रहा है। और आज यहां चेन्नई में भी हम देख रहे हैं। दूर-दूर तक लोग ही लोग बैठे हैं, उत्साह से भरे हुए लोग बैठे हैं।



साथियों,
मोदी ने विकसित भारत के साथ-साथ विकसित तमिलनाडु का संकल्प लिया हुआ है। हमें जल्द ही भारत को दुनिया की टॉप 3 इकॉनमी बनाना है। इसमें तमिलनाडु की, चेन्नई की भी बड़ी भूमिका है। भारत सरकार चेन्नई जैसे शहरों को विकसित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। हमारी सरकार द्वारा, चेन्नई में हजारों करोड़ रुपये के Urban Infrastructure Projects पर काम किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन हो, पीने के पानी और सीवेज मैनेजमेंट के लिए AMRUT Scheme हो, चेन्नई मेट्रो और चेन्नई एयरपोर्ट प्रोजेक्ट हो हमने ऐसे कई प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाया है, जिससे यहां Ease of Living बढ़े। चेन्नई पोर्ट से मदुरवोयल के बीच कॉरिडोर बनाने के लिए भी हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।

साथियों,
केंद्र सरकार के इन प्रयासों के बीच DMK सरकार ने चेन्नई के लोगों की जरूरतों से, आपके सपनों से मुंह फेर रखा है। अभी कुछ समय पहले इतना बड़ा साइक्लोन आया। चेन्नई के लोगों को इतनी परेशानी हुई। लेकिन DMK सरकार ने मदद करने की जगह लोगों की मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ाने का काम किया। DMK के लोग संकट के समय Flood Management नहीं करते, बल्कि, ये Media Management करने में लगे रहते हैं। लोगों के घरों में पानी भरा हुआ था, लेकिन ये लोग मीडिया से कह रहे थे कि सब ठीक हो गया है। इसी से पता चलता है कि DMK सरकार को जनता के सुख-दुख से आपके सुख-दुख से कोई मतलब नहीं है।

साथियों,
BJP की केंद्र सरकार संवेदनशील है, और गरीब की चिंता करने वाली सरकार है। कोरोना महामारी में हमने सबसे पहले गरीबों के लिए मुफ्त राशन की चिंता की। जब देश ने अपनी वैक्सीन बनाई तो हमने तय किया कि हर एक व्यक्ति को मुफ्त में वैक्सीन मिले। तमिलनाडु तो MSME Sector का Leader State है। हमारी MSME को नुकसान न हो, इसके लिए हमारी सरकार ने तमिलनाडु की लाखों MSMEs को हजारों करोड़ रुपए का क्रेडिट भी दिलाया।

साथियों,
बीजेपी की केंद्र सरकार, तमिलनाडु के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए भारत सरकार, अनेक योजनाओं का पैसा सीधे यहां के लाभार्थियों को भेज रही है। DMK को दिक्कत इसी बात से है कि लाखों करोड़ रुपये का ये लाभ सीधे तमिलनाडु के लोगों के अकाउंट में पहुंच रहा है। आज टॉयलेट्स, गैस कनेक्शन, नल से जल कनेक्शन, फ्री हेल्थ इंश्योरेंश, सड़क, रेल, हाइवे, पोर्ट सब पर काम हो रहा है। लाखों करोड़ रुपए के इन विकास कार्यों को लूटने में DMK के लोगों को मुश्किल आ रही है। इस बात से यहां की एक फ़ैमिली बहुत परेशान है। इसलिए ये DMK के लोग सोच रहे हैं कि अगर पैसे नहीं तो कम से कम इन कामों का क्रेडिट ही खा सकें! लेकिन, उसमें भी इन्हें सफलता नहीं मिल रही। मैं DMK को बताना चाहता हूं, मोदी तमिलनाडु के विकास का पैसा आपको लूटने नहीं देगा। और जो पैसा आपने लूटा है, वो वसूलकर वापस तमिलनाडु के लोगों पर खर्च किया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है- इदु मोदियिन् गारंटी।

साथियों,
परिवारवादी पार्टियां सिर्फ और सिर्फ अपने भविष्य की सोचती हैं, जबकि मोदी देश के भविष्य का सोचकर काम कर रहा है। परिवारवादी पार्टियों के समय देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी, देश के ढाई करोड़ से ज्यादा घर अंधेरे में थे। आप भी जानते हैं कि 21वीं सदी की बहुत बड़ी चुनौती Energy Security है। आज हमारी सरकार इस दिशा में भी तेजी से काम कर रही है। अभी मैं कलपाक्कम से ही आ रहा हूं जहां भारत ने ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आज कलपाक्कम में, देश के पहले और मेड इन इंडिया, फास्ट ब्रीडर रिएक्टर ने बिजली उत्पादन के लिए ऐतिहासिक पड़ाव पार किया है। तकनीकी भाषा में कहें तो आज इस परमाणु ऊर्जा केंद्र में “Core Loading” का आरंभ हो गया है। कुछ ही समय में इससे बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस रिएक्टर के चालू होने के बाद भारत, ऐसी टेक्नॉलॉजी हासिल करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। मैं सभी भारत वासियों को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बधाई देता हूं।

साथियों,
जब संकल्प बड़े हों तो परिश्रम भी उतना ही ज्यादा करना पड़ता है। साल 2024 की शुरुआत हुए बहुत सप्ताह नहीं गुजरे हैं। अभी तो हम मार्च की शुरुआत में हैं, लेकिन ये कालखंड दिखाता है कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी करने के लिए कितने बड़े स्केल पर काम कर रहा है। कुछ दिन पहले ही मैंने काकरापार परमाणु ऊर्जा केंद्र में स्थापित 1,400 मेगावाट की क्षमता वाले दो नए रिएक्टर राष्ट्र को समर्पित किए। आज ही तेलंगाना से अनेक पावर प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण हुआ है। इसी कालखंड में, तेलंगाना में, 1600 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का लोकार्पण हुआ है। झारखंड में 1300 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का लोकार्पण हुआ है। यूपी में 1600 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी में ही 300 मेगावॉट के सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। राजस्थान में भी बड़े सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी में ही अल्ट्रा मेगा रीन्यूएबल पार्क का शिलान्यास हुआ है। हिमाचल में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 4G इथेनॉल प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी के नोएडा में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकले पानी से ग्रीन हाइड्रोजन बनाने का काम शुरु हुआ है। ये मैं 50 दिन का हिसाब आपको दे रहा हूं। ये 50 दिन में सिर्फ एनर्जी के क्षेत्र में क्या काम हुआ है मैं इसकी बात कर रहा हूं। विकास कैसे होता है, स्केल कितना बड़ा होता है इसका अंदाज देश को आएगा।

साथियों,
आप जरा, एक बात मैं कहने जा रहा हूं जरा ध्यान से सुनिए। चेन्नई के लोग भी सुनें, तमिलनाडु के लोग भी सुनें और देश के लोग भी सुनें। कुछ दिन पहले तमिलनाडु में ही देश के पहले ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल वेसल को लॉन्च किया गया था। यूपी के मेरठ-सिंभावली ट्रांसमिशन लाइन्स का उद्घाटन इसी दौरान हुआ है। कर्नाटका के कोप्पल में विंड एनर्जी ज़ोन से ट्रांसमिशन लाइन्स का उद्घाटन भी किया गया है।

साथियों,
जो एक महत्वपूर्ण बात मैं कहना चाहता हूं… भारत सरकार द्वारा 1 करोड़ परिवारों को मुफ्त बिजली…ये आपके लिए है चेन्नई के लिए है…तमिलनाडु के लिए है, देश के लिए है विशेषकर मध्यम वर्ग के लिए हैं। मुफ्त बिजली, जीरो बिल देने वाली। पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना भी शुरु की गई है। इस योजना पर सरकार 75 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। बिजली से जुड़े ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स भारत को बिजली सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाएंगे। और इसमें तमिलनाडु की बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। आप अपने सोलर से बिजली बना सकेंगे। 300 यूनिट बिजली आपका जीरो बिल और ज्यादा बिजली पैदा करेंगे तो सरकार खरीदेगी आपको बिजली बेचकर कमाई होगी। हर परिवार की बिजली खुद की होगी, बिजली बेचकर कमाई भी होगी।

साथियों,
ये आप DMK वालों को भलीभांति जानते हैं। और कांग्रेस को भी आप अच्छी तरह जानते हैं। ये दोनों लोग हैं ऐसे और इनके जैसे और भी हैं। DMK औऱ कांग्रेस जैसी पार्टियां कहती हैं, उनका मोटो है- Family First और मोदी कहता है- Nation First. इसलिए अब इंडी गठबंधन के लोगों ने मुझे गाली देने का नया फॉर्मूला निकाला है। ये लोग कहने लगे हैं कि मोदी का तो कोई परिवार ही नहीं है, मतलब जिनको परिवार है उनको भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस मिल जाता है। क्या जिनको परिवार है उनको सत्ता परिवार के लोगों के लिए हड़प करने का लाइसेंस मिल जाता है क्या। मेरे प्यारे देशवासियों, मेरे प्यारे परिवारजनों ये बार-बार मेरे परिवार को गाली देने का उनको शौक लग गया है। भाइयों-बहनों, मैंने घर छोड़ा है। खुद के लिए नहीं, मौजमस्ती के लिए नहीं, मेरे देश के लिए। ये मेरा देश यही मेरा परिवार है। 140 करोड़ भारतवासी यही मेरा परिवार है। देश के युवा मेरा परिवार हैं इसलिए मैं उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा हूं। देश की बहनें-बेटियां मेरा परिवार हैं इसलिए मैं उन्हें ज्यादा से ज्यादा नए अवसर देने के लिए काम कर रहा हूं। देश के किसान, देश के गरीब ये सब मेरे परिवार हैं इसलिए मैं उन्हें Empower करने के लिए खुद को खपा रहा हूं। और मेरे परिवारजनों, जिसका कोई नहीं है, वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है।
मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार ! इसलिए आज पूरा देश कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कामरूप तक आज पूरा देश एक सुर में कह रहा है-
मैं हूं...मोदी का परिवार !
मैं हूं...मोदी का परिवार !
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
यही…यही मेरा परिवार है।

साथियों,
कांग्रेस, DMK और इंडी गठबंधन से जुड़ी पार्टियां भ्रष्टाचार और परिवारवाद में डूबी हुई पार्टियां हैं। उनके लिए अपना परिवार ही सब कुछ है, उनके लिए भ्रष्टाचार ही सब कुछ है। इंडी गठबंधन के भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण देने वाले एक फैसले को आज सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया है। मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। साथियों, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद इंडी एलायंस में मातम छाया हुआ है। आंसू उनके सूख नहीं रहे हैं। डरे हुए हैं, कांप रहे हैं। क्योंकि इंडी अलायंस को रिश्वतखोरी के अलावा, भ्रष्टाचार के अलावा, देश की व्यवस्थाओं को करप्ट करने के अलावा और कुछ भी न करना आता है न करने का इरादा है और न ही वो अपने परिवार के बाहर सोच सकते हैं। दशकों तक इंडी अलायंस में शामिल दलों ने लूट की राजनीति की है। आज इन्हीं लोगों की वजह से देश का युवा, राजनीति से, व्यवस्थाओं से इतना चिढ़ा रहता है। आज आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा देगा। और आप ये जानते हैं कि मोदी का सबसे बड़ा प्रिय काम है… स्वच्छता अभियान। और स्वच्छता अभियान कैसा भी हो, मुझे सब जगह पर साफ-सफाई करनी ही है। बस आपके आशीर्वाद चाहिए।

साथियों,
परिवारवाद का एक स्वभाव है। ये परिवारवादी जो पार्टियां होती है न उनको परिश्रम से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं होता है। वो मेहनत-वेहनत करना…अपनी जिम्मेदारी मानते ही नहीं हैं। इसलिए परिवारवाद अपने साथ अहंकार भी लेकर आता है। और जब कोई परिवारवादी सरकार में किसी अहम पद पर आ जाता है, तो उसे लगता है कि देश और देश की जनता उसकी गुलाम है। वो अपने पद की गरिमा तक भूल जाता है। आज हमने ये भी देखा है कि कैसे देश की सबसे बड़ी अदालत ने, सुप्रीम कोर्ट ने DMK परिवार के एक मंत्री से सख्त सवाल किए हैं। करोड़ों लोगों की आस्था का घोर अपमान करना भी परिवारवादियों की एक निशानी है, पहचान है, आदत है। और मुझे अफसोस है कि जिन्हें अपने अहंकार में जनता की भावनाओं तक की परवाह नहीं है, वो तमिलनाडु सरकार में प्रमुख पद पर बने बैठे हैं।

साथियों,
आज मैं एक गंभीर विषय की भी चर्चा करना चाहता हूं। मैं अपनी एक चिंता साझा करना चाहता हूं। और मैं चाहता हूं कि तमिलनाडु हर मां-बाप मेरी इस चिंता को समझे। मुझे आपके बच्चों की चिंता है, मुझे आपके बेटे-बेटियों की चिंता है। और इसलिए मैं बहुत चिंता के साथ, बड़ी गंभीरता के साथ, मेरे दिल का एक दर्द आपसे साझा करना चाहता हूं। आप जानते हैं कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी के संरक्षण में ड्रग्स, ड्रग्स के गिरोह पनप रहे हैं। और जो जानकारियां मेरे पास आ रही हैं, वो चिंताजनक है। मुझे आपकी आने वाली पीढ़ी की चिंता है। मुझे आपके बेटे-बेटियों की चिंता है। आपको ऐसी पार्टी से बहुत सावधान रहने की जरूरत है जो आपके बच्चों का भविष्य तबाह होता देख रही है, आंखें मूंद करके बैठी है। आप लोग भाजपा को मजबूत करेंगे तो तमिलनाडु के दुश्मनों पर भी कार्रवाई और तेज होगी। और ये मोदी की गारंटी है- इदु मोदियिन् गारंटी।

साथियों,
विकसित तमिलनाडु के लिए हम सबको मिलकर काम करना है। विकसित तमिलनाडु से ही विकसित भारत का रास्ता मजबूत होगा। और हम ये संकल्प लेकर चले हैं। हम विकसित भारत बनाकर रहेंगे। आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में बैठ करके जो राजनीति की कथाएं क्रिएट करने में लगे रहते हैं खबरों को मैन्यूफैक्चर करने में लगे रहते हैं, ये चेन्नई का दृश्य आज उनकी भी नींद खराब कर देगा कि तमिलनाडु जग चुका है, एनडीए के साथ जुड़ चुका है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की…पूरी ताकत से दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए। भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…वंदे..वंदे..वंदे..वंदे..वंदे।
बहुत बहुत धन्यवाद

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
आज महाराष्ट्र ने विकास, सुशासन और सच्चे सामाजिक न्याय की जीत देखी है: पीएम मोदी
महाराष्ट्र की जनता ने भाजपा को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की कुल सीटों से कहीं ज़्यादा सीटें दी हैं: पीएम मोदी
महाराष्ट्र ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। यह पिछले 50 सालों में किसी भी पार्टी या चुनाव-पूर्व गठबंधन की सबसे बड़ी जीत है: पीएम मोदी
‘एक हैं तो सेफ हैं’ देश का ‘महामंत्र’ बन गया है: पार्टी मुख्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं से पीएम मोदी
महाराष्ट्र देश का छठा राज्य बन गया है जिसने लगातार तीसरी बार भाजपा को जनादेश दिया है: पीएम मोदी

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।