महामहिम राष्ट्रपति अशरफ घानी, मीडिया के सदस्य,
मुझे राष्ट्रपति घानी और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत कर खुशी हो रही है।
हमारी यह मुलाकात तब हो रही है जब नेपाल भयानक त्रासदी से जूझ रहा है। राष्ट्रपति घानी और मैं, हमारे दोनों देशों, दक्षिण एशिया और विश्व की तरफ से नेपाल के लोगों को कहना चाहता हूँ : आपके साहस और मानवता का दुनिया सम्मान करती है। और, त्रासदी और परीक्षा की इस घड़ी में आप अकेले नहीं हैं।
हम बचाव और राहत कार्य के लिए जो भी संभव होगा, सब करेंगे। और जब आप अपना जीवन फिर से शुरू कर रहे होंगे, अपने घरों और विरासत का पुनर्निर्माण कर रहे होंगे, हम आपके साथ होंगे।
मैंने और राष्ट्रपति घानी ने उनके देश के पुनर्निर्माण के लिए ऐतिहासिक प्रयासों पर विचार-विमर्श किया है। हम भारत के लोग शांति और समृद्धि से पूर्ण भविष्य के लिए अफगान लोगों के साहस और संकल्प की प्रशंसा करते हैं। वे भारी चुनौतियों से निपटने में सफल रहे हैं।
भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ता सिर्फ दो देशों या सरकारों के बीच नहीं है। यह मानव मन की एक कालातीत कड़ी है।
हम अफगान लोगों की मित्रता और सद्भावना को दिल से महत्व देते हैं। हर भारतीय के मन में अफगान लोगों के लिए भरपूर स्नेह और सम्मान है।
और इसलिए हम अफगानिस्तान के लोगों के साथ हैं। उन्होंने एक संयुक्त, स्थिर, लोकतांत्रिक और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण किया है।
यह हमारी मैत्रीपूर्ण जिम्मेदारी का फल है। यह क्षेत्रीय शांति और प्रगति के लिए हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है।
चौदह वर्ष पहले, हमने राष्ट्रपति करजई के नेतृत्व में अफगानिस्तान के लिए एक नए युग में, हमारे संबंधों में एक नया अध्याय शुरू किया। भौगोलिक सीमाओं एवं राजनीतिक बाधाओं के बावजूद यह साझेदारी फली-फूली है।
हमारी यह मुलाकात तब हो रही है जब नेपाल भयानक त्रासदी से जूझ रहा है। राष्ट्रपति घानी और मैं, हमारे दोनों देशों, दक्षिण एशिया और विश्व की तरफ से नेपाल के लोगों को कहना चाहता हूँ : आपके साहस और मानवता का दुनिया सम्मान करती है। और, त्रासदी और परीक्षा की इस घड़ी में आप अकेले नहीं हैं।
हम बचाव और राहत कार्य के लिए जो भी संभव होगा, सब करेंगे। और जब आप अपना जीवन फिर से शुरू कर रहे होंगे, अपने घरों और विरासत का पुनर्निर्माण कर रहे होंगे, हम आपके साथ होंगे।
मैंने और राष्ट्रपति घानी ने उनके देश के पुनर्निर्माण के लिए ऐतिहासिक प्रयासों पर विचार-विमर्श किया है। हम भारत के लोग शांति और समृद्धि से पूर्ण भविष्य के लिए अफगान लोगों के साहस और संकल्प की प्रशंसा करते हैं। वे भारी चुनौतियों से निपटने में सफल रहे हैं।
भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ता सिर्फ दो देशों या सरकारों के बीच नहीं है। यह मानव मन की एक कालातीत कड़ी है।
हम अफगान लोगों की मित्रता और सद्भावना को दिल से महत्व देते हैं। हर भारतीय के मन में अफगान लोगों के लिए भरपूर स्नेह और सम्मान है।
और इसलिए हम अफगानिस्तान के लोगों के साथ हैं। उन्होंने एक संयुक्त, स्थिर, लोकतांत्रिक और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण किया है।
यह हमारी मैत्रीपूर्ण जिम्मेदारी का फल है। यह क्षेत्रीय शांति और प्रगति के लिए हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है।
चौदह वर्ष पहले, हमने राष्ट्रपति करजई के नेतृत्व में अफगानिस्तान के लिए एक नए युग में, हमारे संबंधों में एक नया अध्याय शुरू किया। भौगोलिक सीमाओं एवं राजनीतिक बाधाओं के बावजूद यह साझेदारी फली-फूली है।
हम आईसीपी अटारी में अफगान ट्रकों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं। हम अफगान पाकिस्तान व्यापार और पारगमन समझौते के बाद के समझौते में शामिल होने के लिए भी तैयार हैं। इससे दक्षिण एशिया के सबसे पुराने व्यापारिक मार्गों में से एक को फिर से स्थापित करने में मदद मिलेगी। मैंने ईरान में चाह्बहर पोर्ट परियोजना को आगे ले जाने का भी आश्वासन दिया है। हम जल्द ही एक द्विपक्षीय मोटर वाहन करार करेंगे।
हम बुनियादी ढांचे, कृषि, संचार, मानव संसाधन विकास, सामुदायिक परियोजनाओं और मानवीय सहायता जैसी विकास भागीदारी का भी विस्तार करेंगे। हम नए व्यापार और निवेश के अवसरों का भी पता लगाएंगे।
हमने अपने प्रयासों में अफगान बच्चों पर विशेष ध्यान दिया है। आज मैंने काबुल में हबीबिया स्कूल, इंदिरा गांधी बाल स्वास्थ्य देखभाल अस्पताल और जन्मजात हृदय रोग से ग्रस्त बच्चों के इलाज हेतु रेड क्रीसेंट सोसायटी फंड के लिए नए सिरे से सहयोग करने का आश्वासन दिया है।
हम अफगान सुरक्षा बलों के क्षमता निर्माण के लिए हमारा सहयोग जारी रखने के लिए तैयार हैं। मुझे ख़ुशी है कि हमने अफगानिस्तान को तीन चीतल हेलीकाप्टर उपलब्ध कराये हैं जो बहादुर अफगान बलों को और सबल बनाएगा।
महामहिम, अफगानिस्तान की सफलता अफगान लोगों की नियति और उनका अधिकार है। साथ-ही-साथ यह दुनिया के लिए भी महत्वपूर्ण है। हमारे कठिन समय में यह काफी महत्वपूर्ण रहा है।
वैश्विक महत्व वाले इस मिशन में भारत आपके और अफगान लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेगा।
आपकी यात्रा ने हमारी साझेदारी को एक नई गति प्रदान की है।
धन्यवाद, महोदय, महामहिम धन्यवाद।