दिवालियापन कोड जैसे कई महत्त्वपूर्ण कानून बनाने में सीए लोगों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 
मैं सीए लोगों से आग्रह करता हूं कि भारत की आर्थिक विकास यात्रा में वे अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दें: प्रधानमंत्री 
जहां एक ओर स्वच्छ भारत अभियान हैं वहीं दूसरी तरफ देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने का आंदोलन चल रहा है: पीएम मोदी
काला धन छिपाने में मदद करने वालों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी: प्रधानमंत्री

नमस्ते!

श्रीमान निलेश विक्रमसे, अध्यक्ष Institute of Chartered Accountant of India (ICAI) के सभी पदाधिकारी, वित्तमंत्री श्री अरुण जेटली जी, केन्द्र सरकार में मंत्री परिषद के मेरे सभी साथी बंधु यहां और देश भर में करीब करीब 200 स्थान पर उपस्थित Chartered Accountant Field के सभी महानुभाव , राज्यों में उपस्थित सभी आदरणीय मुख्यमंत्री, आप सबको दिल्ली में बारिश के बीच भी ये उमंग और उत्साह के साथ आप सबको मेरी तरफ से नमस्कार।

आज के शुभ अवसर पर जिनका Felicitation किया गया है। आज इस सभागृह और देश में अलग अलग स्थान पर इतनी बड़ी तादाद में आप लोग उपस्थित हैं उद्योग और व्यापार से जुड़े हुए महानुभाव, टीवी और रेडियो पर देखने और सुनने वाले सभी देशवासी, नौजवान दोस्तों, भाइयों और बहनों,

आज Institute of Charted Accountant of India (ICAI) का स्थापना दिवस है। मेरी तरफ से आप सबको बहुत–बहुत शुभकामनाएं। और ये शुभ संयोग है कि आज से ही आपका स्थापना दिवस और भारत के अर्थ जगत में एक नई राह का आरंभ दिवस। आज से ही भारत में GST यानी के Good and Simple Tax की शुरुआत भी हुई है। मेरे लिये ये खुशी का विषय है कि इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं आप लोगों के बीच उपस्थित हूं, ये मेरे लिये सौभाग्य है।

नौजवानों, Chartered Accountant Field के साथ अनेक वर्षों से जुड़े हुए सभी महानुभाव, आपको देश की संसद ने एक पवित्र अधिकार दिया है। बही खातों में सही को सही और गलत को गलत कहने का, Certify करने का, Audit करने का, ये अधिकार सिर्फ और सिर्फ आपके पास है। जैसे डॉक्टर समाज के और व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य की चिंता करते हैं वैसे ही आप पर समाज के आर्थिक स्वास्थ्य की जिम्मेदारी होती है। और कोई डॉक्टर नहीं होगा ऐसा जो लोगों को ये कहे कि आप फलाना खाओ, ढीकना खाओ... ऐसा करो, वैसा करो क्योंकि आप बीमार हो जाओ और मेरी आमदनी बढ़ जाए। डॉक्टर को पता है कि कोई बीमार होगा तो मेरी रोजी रोटी कमाई बढ़ेगी, लेकिन फिर भी डॉक्टर कहता है कि आपको स्वस्थ रहने के लिये ये करना होगा। मेरे साथियों, समाज की आर्थिक व्यवस्थाएं स्वस्थ रहें उनमें गलत चीजों का प्रवेश न हो, ये आप देखते हैं। आप देश के अर्थतंत्र के बड़े स्तंभ हैं और इसलिये आप सबके बीच आना मेरे लिये स्वयं के लिये भी और एक शिक्षा और दीक्षा का भी बड़ा अवसर है।

दुनिया भर में भारत के Chartered Accountants को उनकी समझ और बेहतरीन Financial Skills के लिये जाना जाता है। आज मुझे अवसर मिला एक नये Chartered Accountancy Course Curriculum की शुरुआत करने का।

आपके Dynamic Course और Exam की Credibility की पहचान यही है। मुझे उम्मीद है कि नया Course इस Profession में आने वाले नए लोगों की Financial Skills को और मजबूत करेगा। और हमें अब हमारे Institutions और Human Recourse Development में जो Global BenchMark है Global Requirement हैं उसके अनुरूप हमारे Human Resource develop करने की दिशा में हमें लगातार Dynamic व्यवस्थाओं को विकसित करना होगा। हमारे Courses में Accountant Field की Technological चीजों को किस प्रकार से लाएं, हमारे कुछ Charted Neutral Firms, Technology में क्या Innovation करें, Accountant Filled Innovation. नए- नए Software वो भी अपने आप में एक बहुत बड़ा market आपका इंतजार कर रहा है।

Friends,

हमारे शास्त्रों में चार पुरुषार्थ बताए गए हैं। हमारे शास्त्रों में चार पुरुषार्थ की चर्चा की गई है। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष! आपने कभी सोचा है क्या जिस प्रकार से धर्म और मोक्ष की चर्चा करें तो ऋषि मुनि हमको दिखते हैं। उसी की बराबरी में अर्थजगत का कारोबार भी आपके हाथ में है। उसकी बराबरी में है। और इसलिये अगर आपको मैं अर्थजगत का ऋषिमुनि कहूंगा, तो गलत नहीं होगा। जितना महत्व उन ऋषिमुनियों का रहा है जो मोक्ष का मार्ग दिखाते हैं। उतना ही महत्व मानव जीवन में अर्थव्यवस्था में आपके मार्गदर्शन का रहता है। अर्थ का सही आचरण क्या है कौन सा मार्ग सही है। ये दिशा दिखाने का दायित्व Chartered Accountant field के हर छोटे-मोटे व्यक्ति का है।

मेरे प्यारे साथियों जो प्यार मुझपे आप बरसा रहे हो, जिस प्रकार से आप मेरा हौसला बढ़ा रहे हो और ये आपका प्यार ही है, जो मुझे आज दिल खोलकर के कुछ बातें करने के लिये प्रेरित करता है। मेरी और आपकी देशभक्ति में कोई कमी नहीं है। जितना मैं देश आगे बढ़े चाहता हूं उतना आप भी ये देश आगे बढ़े ये चाहते हैं। लेकिन कुछ सच्चाइयां हैं। जो कभी – कभी सोचने के लिये मजबूर करती हैं। आप लोगों ने जो पुराने अनुभवी लोग हैं उनसे सुना होगा कि अगर किसी घर में आग लग जाए, उनकी सम्पत्ति पूरी जल जाए, कहते हैं वो परिवार स्वपुरुषार्थ से बहुत जल्द फिर से खड़ा हो जाता है। कष्ट होता है कभी कभी लेकिन वो फिर बैठकर के अपना कारोबार शुरू कर लेता है। समय रहते संकट से बाहर आ जाता है। लेकिन हमारे बुजुर्ग लोग कहते हैं आग लगने के बाद घर को खड़ा करना है तो परिवार कर देता है, लेकिन परिवार का एक सदस्य अगर चोरी करने की आदत रखता है, तो वो परिवार कभी खड़ा नहीं हो सकता है। भाइयों बहनों पूरा परिवार चोरी नहीं करता है। परिवार का एकाध सदस्य परिवार के नियमों को बीच बीच में से तोड़कर निकाल देता है, परिवार समाप्त हो जाता है।

बही को सही करने वाले मेरे साथियों, इसी तरह कोई भी देश बड़े से बड़े संकटों से खुद को उबार सकता है। बाढ़ हो, भूकम्प हो, कोई भी संकट हो देश की जनता जनार्दन में सामर्थ होता है, शासन व्यवस्था, जनता मिलकर के संकट से बाहर निकल आते हैं, लेकिन उस देश में कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग जाए, तो जैसे परिवार उठ खड़ा नहीं हो पाता है, वो देश वो समाज भी उठ खड़ा नहीं हो पाता है। सारे सपने टूट जाते हैं विकास रुक जाता है। कुछ ही लोग होते हैं जो इस प्रगति को रोकने का काम करते रहते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने पिछले तीन वर्षों में कई कड़े कदम उठाए हैं। नए कानून बनाए गए, पुराने कानूनों को और सख्त किया गया है। कितने ही देशों के साथ समझौते किये हैं। पुराने जो समझौते थे उनमें बदलाव किया गया है। विदेश में काले धन के कार्रवाई के खिलाफ क्या असर हो रहा है इसकी गवाही Swiss बैंकों के ताजा आंकड़ों से मिल रही है।

Swiss Bank ने बताया है कि भारतीयों द्वारा जमा राशि अब तक के record में सबसे नीचे स्तर पर पहुंच गई है। तीस साल पहले, 1987 में Swiss बैंकों ने बताना शुरू किया था कि किस देश के लोग कितना पैसा वहां जमा करा रहे हैं। पिछले साल की जो रिपोर्ट अब आई है उसके मुताबिक भारतीयों का जो पैसा वहां जमा है, उसमें नया नहीं पुराना, उसमें 45% कमी आई है। 2014 से जिस दिन मुझे आपने काम दिया, उस दिन से, 2014 से ही गिरावट का जो दौर शुरू हुआ था। वो और तेज हो गया है और आपको जानकर के दुख भी होगा कि आश्चर्य भी होगा 2013 का Swiss बैंक का record कहता है 42% Increase था। 42 प्रतिशत वृद्धि थी। और भाइयों बहनों अब से दो वर्ष बाद जब स्वीट्जरलैंड से real-time data मिलने लगेगा तब विदेश में कालाधन जमा करने वालों को और मुसीबत होने वाली है। आप के पैसे इस लायक नहीं होंगे मुझे विश्वास है, लेकिन आपके प्रति मेरा इतना प्यार है मैं बता देता हूं, उनको कान में बता दीजिए।

साथियों मैं देश में एक तरफ मैं स्वच्छता अभियान को भी चला रहा हूं और दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था में सफाई अभियान भी चला रहा हूं। इस देश में 8 नवम्बर आपको सबसे ज्यादा याद है। Demonetization का फैसला भी कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बहुत बड़ा कदम था। और मैंने सुना है... सच है गलत है आप जानें। ये मैंने सुना है कि 8 नवम्बर के बाद आप लोगों को बहुत काम करना पड़ा है। आप लोगों को इतना काम करना पड़ा है, इतना काम करना पड़ा है शायद पूरी करियर में करने की नौबत नहीं आई। मैंने ये भी सुना कि बहुत Chartered Account पंथ के लोग दीवाली की छुट्टियां मनाने गए थे। होटल बुक थे, पैसे दे दिये थे। लेकिन सब कुछ cancel करके वापस आ गए। कहते थे कि कुछ Chartered Accountant के Offices रात–रात भर चलते थे। अब मुझे मालूम नहीं है कि वापसी के बाद आपने क्या काम किया? सही किया गलत किया! देश के लिये किया कि client के लिये किया! लेकिन किया जरूर था।

साथियों कालेधन के खिलाफ इस सफाई अभियान के दौरान मैं पहली बार कुछ बातें आज आपके सामने share कर रहा हूं। क्योंकि आप आप उस बात की ताकत बराबर समझते हैं। सरकार ने बैंकों में जो पैसे जमा हुए उसका Data Mining के लिये एक बहुत बड़ी व्य़वस्था खड़ी की। लगातार Data Mining चल रहा है। कहां से रुपया आए, कहां जमा हुए, कहां गए, कैसे गए? 8 नवम्बर के बाद क्या क्या हुआ, बहुत कुछ चल रहा है। ये जो Data Mining चला है अभी हमने किसी को पकड़ के पूछताछ नहीं की है। सिर्फ आंकड़े का अध्ययन किया है। मेरे प्यारे साथियों मैंने पहले ही कहा आपकी देश भक्ति मेरी देश भक्ति से जरा भी कम नहीं है। लेकिन आप देखिए तीन लाख से ज्यादा मैं आज पहली बार ये सारी बातें बता रहा हूं। देश ये सुनकर के चौंक जाएगा। तीन लाख से ज्यादा कंपनियां…रजिस्टर्ड कंपनियां ऐसी सामने दिखाई दी हैं, जिनकी सारी लेनी-देनी शक के घेरे में है। सवालों के घेरे में उन पर सवालिया निशान लगा है। और ये जितना Mining हुआ है उसमें से काफी Mining बाकि है।

ये तीन लाख से कहां बढ़ेगा मैं कह नहीं सकता। और जब उनकी जांच शुरू की तो कुछ चीजें गंभीर रूप में पाई गई है। एक आंकड़ा मैं बता रहा हूं, शायद हिंदुस्तान को इस सरकार की सोच क्या है? राजनेताओं में दम क्या है? उसकी एक पहचान हो जाएगी। एक तरफ पूरी सरकार, पूरा मीडिया, व्यापारी जगत सबका ध्यान तीस तारीख रात को 12 बजे क्या होगा उस पर था। एक जुलाई क्या होगा उस पर था। 48 घंटे पहले एक लाख कंपनियों को कलम के एक झटके से हताहत कर दिया। Registrar of Companies से इनका नाम हटा दिया है। ये मामूली निर्णय नहीं है दोस्तो राजनीति के हिसाब किताब करने वाले ऐसे फैसले नहीं ले सकते हैं| राष्ट्र हित के लिए जीने वाले ही ऐसे फैसले कर सकते हैं। एक लाख कंपनियों को कलम के एक झटके से खत्म करने की ताकत देश भक्ति की प्रेरणा से आ सकती है। जिन्होंने गरीब को लूटा है उन्हें गरीब को लौटाना ही पड़ेगा।

इसके अलावा सरकार ने 37000 से ज्यादा, 37 हजार से ज्यादा Shell Companies की पहचान already कर ली है। जो कालेधन को छुपाना, हवाला करना, न जाने क्या करना इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिये कदम उठाए जा रहे हैं। कानून तोड़ने वाली कंपनियों के खिलाफ आने वाले दिनों में और कठोर कार्रवाई की जाएगी। और मैं जानता हूं कालेधन के खिलाफ एक कार्रवाई का फर्जी कंपनियों को खत्म करने का किसी भी राजनीतिक दल को कितना नुकसान हो सकता है मुझे पूरा पता है। लेकिन किसी न किसी ने तो देश के लिये लेना है यह निर्णय।

Chartered Accountants के Field के मेरे साथियों, मैं आज आपके यहां बीच आया हूं, स्थापना दिवस पर आया हूं। मैं आपसे, हल्का सा सवाल पूछने का मन करता है मेरा। बही को सही करने का जिसके हाथ में ताकत है। Demonetization के बाद कोई तो होगा न जिसने इन कंपनियों की मदद की होगी। ये चोर-लुटेरे, ये कंपनियां किसी न किसी आर्थिक डॉक्टर के पास जरूर गई होंगी। मुझे पूरा पता है आप में से किसी के पास नहीं आई होंगी। लेकिन कहीं तो गई होगी, जिनके पास गई क्या उन्हें उनको पहचानने की जरूरत पड़ेगी। और जिन्होंने ऐसे लोगों की उंगली पकड़ी हो जिन्होंने ऐसे लोगों को सहारा दिया हो, जिन्होंने ऐसे लोगों को रास्ता दिखाया हो, क्या आप में ऐसे लोगों को भीतर बैठे हुए लोगों को पहचानने की जरूरत है कि नहीं? उनको जरा किनारे करने की जरूरत लगती है कि नहीं लगती है? साथियों मुझे बताया गया है कि हमारे देश में 2 लाख 72 हजार से ज्यादा Chartered Accountants हैं। आपके साथ ‘Articled Assistants’ भी और उनकी संख्या भी करीब करीब दो लाख के बराबर है। और अगर हम सारे Chartered Accountants, ‘Articled Assistants’ आपके साफ सुथरे कर्मचारी इन सभी को जोड़ दें तो मेरा मोटा-मोटा अनुमान है कि ये संख्या आठ लाख से भी ज्यादा है। आपका परिवार इस field का परिवार 8 लाख से ज्यादा है। यानी के सिर्फ आपके profession में...अब मैं आपके सामने कुछ और तथ्य रखता हूं क्योंकि आप आंकड़ों से बातें जल्दी समझ जाते हैं और समझा भी देते हैं।

अनुमान है कि हमारे देश में दो करोड़ से ज्यादा इंजीनियर और मैनेजमेंट के graduates हैं। 8 लाख से ज्यादा डॉक्टर हैं। यानी जिसे cream profession माना जाता है बहुत सम्मान से देखा जाता है। ऐसे लोगों की संख्या हमारे देश में करोड़ों में है। अगर देश के तमाम शहरों में बने बड़े बड़े आलिशान घरों को भी जोड़ा जाए तो उनकी संख्या भी करोड़ों में है। इतना ही नहीं एक आंकड़ा ये भी है कि last year भारत से विदेश में घूमने फिरने वाले जाने की संख्या 2 करोड़ 18 लाख लोग विदेश में सैर करने कगए थे। ये आंकड़े..अब आपको ताज्जुब होगा कि इसके बाद भी क्या कारण है कि हमारे देश में सिर्फ, सिर्फ, सिर्फ 32 लाख लोग ही ये कहते हैं कि उनकी Income, उनके Taxable Income में दस लाख से ज्यादा बताई जाती है। आप में से कोई इसमें विश्वास करेगा क्या। करेगा क्या। बही को सही करने वाले मैं आप लोगों से पूछ रहा हूं। क्या इस देश में 32 लाख लोग हैं जो दस लाख से ज्यादा कमाई करते हैं।

मेरे प्यारे साथियों देश की कड़वी सच्चाई यही है। ये संख्या देश के सिर्फ 32 लाख लोग अपनी आमदनी दस लाख रुपये से ज्यादा बताते हैं। मैं समझता हूं ये अपने आप में ज्यादातर देश जो है सैलरी का जिनकी फिक्स आय है जिनकी तनख्वाह निकलता है, सरकारी से तनख्वाह निकलता है। इसके सिवाए देश में क्या स्थिति है। और इसलिये भाइयों बहनों मैं और आंकड़ों में जाना नहीं चाहता हूं। लेकिन इससे आपको पता चलेगा कि देश में करोड़ों गाड़ियां हर वर्ष खरीदी जाती हैं। और फिर भी देश के खजाने में अपनी जिम्मेवारियां न भरी जाएं इससे बड़ा चिंता का विषय होता है।

मैं और आंकड़ों की बजाय आगे अपनी बात आपसे कहना चाहता हूं। अगर हमारे CA भाई कोई भी व्यक्ति या clients तभी Tax देता है, जब उसका आस पास का पूरा माहौल सकारात्मक हो, उसे ईमानदारी से Tax चुकाने के लिये प्रेरित करें। अगर वो ये देखेगा कि उसको सलाह देने वाला सच्चाई छुपाने के लिये कह रहा है, तो फिर गलत रास्ते पर चलने से वो कभी डरेगा नहीं। और इसलिये गलत सलाह देने वाले ऐसे लोगों को पहचानना और उनके खिलाफ कार्रवाई करना भी बहुत आवश्यक है। और इसके लिये आप लोगों को भी कठोर कदम उठाने होंगे।

CA एक ऐसी व्यवस्था है, जिसमें Human Resource Development (HR) का काम आप ही करते हैं Curriculum आप ही बनाते हैं, Exam आप ही Conduct करते हैं, Rules Regulations भी आप ही बनाते हैं और गुनाहगार को सजा भी आप ही की Institution देती है। अब सवाल ये उठता है कि भारत के लोकतंत्र के मंदिर ने, 125 करोड़ देशवासियों की संसद ने आपको इतने अधिकार दिये हैं फिर ऐसा क्या है कि पिछले 11 वर्ष में सिर्फ 25 Charted Accountants के खिलाफ कार्रवाई हुई है। क्या सिर्फ 25 लोगों ने ही गड़बड़ी की होगी? और मैंने सुना है कि आप के यहां 1400 से ज्यादा मामले कई वर्षों से लटके पड़े हुए हैं। एक एक केस का फैसला आने में सालों लग जाते हैं। इतने High Qualify Professionals के लिये मेरे साथियों बताइए ये चिंता का विषय है कि नहीं है?

भाइयों बहनों जब देश की स्वतंत्रता के लिये आन्दोलन चल रहा था। आजादी का आंदोलन देश के अनेक नौजवानों ने फांसी के तख्त को अपने गले लगा लिया था। देश के कई महापुरुषों ने अपनी जवानी जेलों में खपा दी थी। देश की आजादी के लिये और उस समय देश के कई Professionals थे जो आगे बढ़ कर के इस आजादी के आंदोलन में आगे आए। उसकी कमान संभाली वो सारे Professionals देखे, उसमें ज्यादातर जो वकील थे, वकालत करते थे, बैरिस्टर थे, वो बहुत बड़ी मात्रा में आजादी के आंदोलन का नेतृत्व करते थे। वो कानून जानते थे। कानून के खिलाफ कानून के रहते कानून के खिलाफ लड़ना उसकी क्या सजा होगी उनको पूरा पता था। उसके बावजूद भी उस जमाने की पूरे वकील जिनकी वकालत अच्छी खासी चलती थी, अपनी वकालत छोड़कर के इस देश के लिये आगे आए। सिर्फ महात्मा गांधी, सरदार पटेल, डॉक्टर अंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू ही नहीं, बल्कि डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद, पंडित मदन मोहन मालवीय, बाल गंगाधर तिलक, मोतीलाल नेहरू, सी राजगोपालाचारी, देशबंधु चितरंजन दास, सैफुद्दीन किचलू, भूलाभाई देसाई, लालालाजपत राय, तेज बहादुर सप्रू, आसफ अली, गोविंद वल्लभ पंत, कैलाश नाथ काटजू, अनगिनत नाम हैं जिन्होंने देश के लिए अपनी जिंदगी खपा दी। जो वकालत के Profession में थे। देश भक्ति से प्रेरित होकर देश की आजादी अपनी जवानी खपा रहे थे। इनमें से कई leader थे जिन्होंने देश के संविधान के निर्माण में भी बहुत ही निर्णायक भूमिका निभाई थी। और भाइयों बहनों हम नहीं भूल सकते कि इन महापुरुषों के बिना देश का इतिहास अधूरा है।

साथियों आज हमारा देश आज हमारा देश इतिहास के एक और अहम पड़ाव पर है। 1947 में स्वतंत्रता के बाद देश की राजनीतिक एकीकरण के बाद, अब आज देश आर्थिक एकत्रीकरण के दौर से एक नई यात्रा को प्रारंभ कर रहा है। 2017 का ये वर्ष जब One Nation, One Tax, One Market का सपना साकार हुआ है। इस ऐतिहासिक अवसर पर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका Chartered Accountants की है। आप मेरी भावना को समझिये दोस्तों, आजादी के आंदोलन में वकील जगत के लोगों ने वकालत करने वाले लोगों ने हिन्दुस्तान की स्वतंत्रता उनके अधिकार के लिये अपनी जान की बाजी लगा दी थी। आज उस जमाने की तरह आपको जान की बाजी लगाने को नहीं बोल रहा हूं। आपको जेल के शिकंजे के पीछे जाने की आवश्यकता नहीं है। ये देश आपका है इस देश का आने वाला भविष्य आपके संतानों का भी है। और इसलिये इस नये दौर का नेतृत्व जैसे आजादी का नेतृत्व उन वकीलों ने किया था| आज आर्थिक विकास का नेतृत्व मेरी Chartered Accountant फौज ने करना होगा। और आप देखिये आप से बढ़कर आर्थिक क्षेत्र की ऊंचाई को पाने का रास्ता और कोई मजबूत नहीं बना सकता। कालेधन को खत्म करने के लिये भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिये, अपने clients को, मैं फिर कहता हूं अपने clients को ईमानदारी के रस्ते पर ले चलने के लिये, आपको आगे बढ़कर के कमान संभालनी होगी।

साथियों Charted Accountants देश के Economic System के भरोसेमंद ambassador होते हैं। आप सरकार और Tax देने वाले नागरिकों और कंपनियों के बीच Interface का काम करते हैं। आपका Signature देश के प्रधानमंत्री की वो ताकत नहीं है, जो ताकत एक Chartered Accountant के Signature में होती है। आपका Signature सत्यता की भरोसे की गवाही देता है। कंपनी बड़ी हो या छोटी, आप जिस Account पर Signature कर देते हैं, उस पर सरकार भी भरोसा करती है और देश के लोग भी भरोसा करते हैं। और कभी आपने सोचा है कि जिसकी balance-sheet के साथ आपकी सही जुड़ गई है, इस account को उसकी कंपनी के कारोबार को balance-sheet को देख कर के फाइल वहां अटकती नहीं है, दोस्तों। उस Signature के बाद एक नई जिंदगी की शुरुआत होती है, दोस्तों। मैं आज उस नई जिंदगी की आपको दर्शन कराने आया हूं। आपने उस कंपनी के बही पर Signature कर दिया balance-sheet पर signature कर दिया सरकारी अफसरों ने उसको मान लिया। कंपनी फूली फली, आगे बढ़ रही है आप भी फूले फले आगे बढ़ रहे हैं। बात यहां अटकती नहीं है, दोस्तों। जब आप उस कंपनी की बही पर सही करते हैं और जब उस कंपनी का ब्यौरा लोगों के सामने आता है। तब कोई बुजुर्ग Mutual Funds में अपनी पैंशन का पैसा लगा देता है। कोई गरीब विधवा महिला अपनी महीने भर की बचत को शेयर मार्केट में लगा देती है। जब किसी कंपनी की सही रिपोर्ट नहीं दी जाती, तथ्यों को छुपाया जाता है और बाद में जब भेद खुलता है, वास्तव में कंपनी नहीं डूबती, मेरे प्यारे दोस्तों वो गरीब विधवा की जिंदगी डूब जाती है, उस बुजुर्ग की जिंदगी तबाह हो जाती है। उसने तो अपनी जिंदगी भर की कमाई सिर्फ आपके एक sign पर भरोसा करके निवेश किया था। इसलिये मेरी आपसे अपील है। आप सभी से मेरा आग्रह है हिन्दुस्तान के सवा सौ करोड़ देशवासियों का आपके उस Signature पर भरोसा है। उस भरोसे को कभी टूटने मत दीजिये। उसको खरोंच भी मत आने दीजिए। अगर आप अपने मन मंदिर में ये महसूस करते हैं ये भरोसा टूटा है तो इसे फिर से बनाने के लिये आगे आइये पहल कीजिए 2017 जुलाई की पहली तारीख की आपकी स्थापना दिवस आपके लिये नया अवसर लेकर आई है मैं आपको निमंत्रण देता हूं। ईमानदारी के उत्सव में शरीक होने के लिये मैं आपको निमंत्रण देने आया हूं। अपने काम के महत्व को समझिये फिर उसी हिसाब से रास्ते तय करके देखिए। समाज आपको कितने गर्व से देखेगा। आपको खुद इसकी अनुभूति होगी।

साथियों “Tax Return” शब्द की अलग अलग परिभाषा है। लेकिन मुझे जो लगता है देश को जो Tax मिलता है वो देश के विकास के काम में आता है यही Tax Return है। ये महंगाई को रोकने में अहम भूमिका निभाता है। इससे किसी ऐसी महिला को जिन्हें गैस connection मिलता है। जिसने पूरी जिंदगी लकड़ी पर ही खाना बनाया है। इन्ही पैसों से किसी ऐसे बुजुर्ग को पैंशन मिलती है। जिसके बच्चों ने उसका खर्च उठाने से इंकार कर दिया है। इन्हीं पैसों से नौजवान को स्वरोजगार मिलती है। जो दिन भर इसलिये मजदूरी करता है ताकि evening class में जा सके और अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। इन्हीं पैसों से किसी गरीब बीमार को सस्ती दवा मिलती है जिसके पास इलाज के लिये पैसे नहीं है, वो बीमार होने पर छुट्टी नहीं ले सकता, वो बीमारी में भी दिनभर काम करता रहता है ताकि शाम को उसके बच्चों को भूखा सोना न पड़े।

Tax से मिला पैसा देश के बहादुर सैनिकों के काम आता है। जो सीमा पर अपनी जान की परवाह न करते हुए हम सब की रक्षा करते हैं। ये पैसे उन घरों में बिजली पहुंचाने के लिये काम आते हैं जहां स्वतंत्रता के 70 साल के बाद भी बिजली नहीं पहुंची उनके घरों में आज तक एक बल्ब भी नहीं जला है, वो अंधेरे में डूबे हुए हैं। देश के गरीबों को उनके अधिकार दिलाने में मदद करना इससे बड़ी सेवा क्या हो सकती है। आपका एक Signature देश के गरीबों की कितनी मदद कर सकता है, इसकी शायद कभी आपने भी कल्पना नहीं की होगी। देश के सामान्य मानवी का सपना पूरा करने में आपका बहुत बड़ा दायित्व है, आप बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। जब आप लोग ठान लेंगे और मुझे विश्वास है एक जुलाई 2017 ICAI जीवन यात्रा का एक turning-point बन कर रहेगा, ये मेरी आत्मा की आवाज है।

और मेरे साथियों एक बार आप ठान लेंगे, तो मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि Tax चोरी करने की हिम्मत कोई नहीं कर पाएगा। इंसान अपराध तभी करता है जब उसे पता होता है कि कोई उसे बचाने वाला है। साथियों GST आपके सामने राष्ट्र निर्माण में सहयोग का एक माध्यम बनकर आया है। आप लोगों को, आप लोगों तक पहुँचिये लोगों से बात करिये, और मुझे जब मैं आ रहा था तो नीलेश मुझे बता रहे थे कि ताकि व्यापारियों को सहायता हो , उनकी हम समझने में मदद करने वाले हैं। मैं उनको बधाई देता हूं मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। आप लोगों के पास पहुँचिये उनको जागरूक करिए। ईमानदारी की मुख्य धारा में आने के लिये प्रेरित करिए। इसी तरह Chartered Accountant Field के लोगों के लिये एक नई Opportunity सरकार ने दी है। अभी से इसकी तैयारी कीजिये, खास करके मैं इस profession के नौजवानों को आमंत्रित करता हूं, आइए। सरकार ने पिछले दिनों जो कानून पास किये हैं Insolvency और Bankruptcy Code इसको सफल बनाने में सही तरीके से लागू करने में भी Chartered Accountant Field के लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है। इस code के तहत जब भी कोई कंपनी दीवालिया होगी तो इसका निंयत्रण Insolvency Practitioner के पास आने वाला है। Chartered Accountant Insolvency Practitioner बनकर एक इस नये क्षेत्र में अपने कैरियर की शुरुआत कर सकता है। ये एक नया रास्ता है जो सरकार ने आपके लिये खोला है। लेकिन आज के बाद आज जो भी रास्ता चुनें उसमें CA का मतलब होना चाहिए Charter और Accuracy, Compliance और Authenticity.

साथियों, 2022 में हमारा देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरा करेगा। इस वर्ष के लिये देश ने कुछ संकल्प किये हैं। नया भारत हम सबके परिश्रम की प्रतीक्षा कर रहा है। आप भी एक institution के नाते भी और एक Chartered Accountant व्यक्ति के नाते भी और देश के नागरिक के नाते भी। 2022 जब भारत की आजादी के 75 साल हों, हम इस देश को कैसा देखना चाहते हैं, ऐसा बनाने में हम अपना योगदान दें, अपनी भूमिका निभाएं और 2022 जब आजादी के 75 साल पूरे होंगे उसके ठीक दो साल के बाद Institute of Chartered Accountant of India को भी 75 वर्ष हो जाएंगे। आप अभी से 75 वर्ष का कार्यक्रम अभी से बनाईए। और इस Institution को उसके character को किस ऊंचाई पर ले जाना है उस ऐतिहासिक अवसर की प्रतीक्षा करते हुए अभी से अपना road-map बनाइए। और तय कीजिए आप देश को क्या देंगे। देश में आशा आकांक्षा लेकर के बैठे हुए कोटी कोटी नौजवानों के भविष्य के लिये क्या करेंगे। क्या आप देश को एक पारदर्शी और भ्रष्टाचार रहित व्यवस्था देने में मदद नहीं कर सकते क्या। क्या आप ये कहेंगे क्या हिसाब किताब ये लगाएंगे कि आपने इतने लोगों को Tax देने से बचाया? क्या ये हिसाब किताब होगा कि मैंने अब इतने लोगों को Tax देकर के ईमानदारी की जिन्दगी जीने के लिये प्रेरित किया? फैसला आपको करना है। आपके लिये आप अपने लिये कुछ लक्ष्य तय करिए कि कितने लोगों को ईमानदारी से Tax चुकाने की मुख्य धारा में लाएंगे? इस लक्ष्य का आंकड़ा क्या होगा, ये आपसे बेहतर कौन बताएगा? इस बारे में सोचिए कि कैसे आप अपने profession में technology का इस्तेमाल बढ़ाएंगे? Institute of Chartered Accountant की Filed में Forensic Science का कितना बड़ा रोल हो सकता है? उसको कैसे care किया जाए, उसको कैसे cater किया जाए? इनसे जुड़े भी लक्ष्य संभव हो, ये तय करना चाहिए।

साथियों एक और मेरे मन में अपेक्षा है आपसे और ये अपेक्षा इसलिये है कि मुझे पूरा विश्वास है कि ये ताकत आप में है। आप में वो सामर्थ है। क्यों आप पीछे हैं मुझे समझ नहीं आता है भई। साथियों दुनिया में चार बड़ी ऐसी बड़ी Audit संस्थाएं हैं जो बेहद प्रतिष्ठित हैं। और बड़ी बड़ी कंपनियां और संस्थाएं अपनी audit का काम देती है। इन कंपनियों को Big Four कहा जाता है। इन Big Four में हम कहीं नहीं हैं। आप में क्षमता भी है योग्यता की कोई कमी नहीं है। क्या मेरे सारे साथी विश्व के अंदर हिन्दुस्तान को अपना नाम रौशन करना है तो, क्या आप उसका लक्ष्य तय कर सकते हैं कि 2022 जब आजादी के 75 साल देश मनाता होगा। Big four को Big Eight में बदल देंगे। और जो Big Eight होंगे उसमें बिग चार big चार यही मेरे सामने जो लोग हैं उन्हीं में से होंगे। दोस्तों ये सपना हम लोगों का हो रहा है। Big Eight में शामिल होने के लिये चार ऐसी हमारी कंपनियां, उनकी प्रतिष्ठा उनकी professionalism मुश्किल काम नहीं है। विश्व के अंदर Chartered Accountant की दुनिया में भी आपका डंका बजना चाहिए, मेरे साथियों।

आखिर में मैं आपको आपके क्षेत्र के सबसे पुराने और सबसे सम्मानित अर्थशास्त्री, चाणक्य की एक सलाह याद दिलाना चाहता हूं। चाणक्य ने कहा है:

कालाति क्रमात् काल एव फलम पिबति

यानी कर्तव्य का समय टल जाने के बाद, समय ही उसकी सफलता को खत्म कर देता है। और इसलिये समय को इस अवसर को हाथ से मत निकलने दीजिए।

अभी कुछ देर पहले अरुण जी आपसे बात कर रहे थे वो कुछ कह रहे थे। हिन्दुस्तान के जीवन में विश्व के अंदर ऐसा मौका पहले कभी नहीं आया। आपके जीवन में भी ऐसा अवसर पहले कभी नहीं आया। ये मौका हाथ से मत जाने दीजिए दोस्तों। मैं आपको राष्ट्र निर्माण की मुख्य धारा से जुड़ने के लिये निमंत्रित करने आया हूं। आप मत भूलिये ये एक ऐसा profession है जिस प्रोफेशन में समाज की पूरी अर्थव्यवस्था को बचाए रखना टिकाए रखने का सामर्थ है।

मैं एक बार फिर Institute को उसकी faculty को और यहां उपस्थित सभी Chartered Accountant को ICAI के स्थापना दिवस पर बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। और देश भर में इस कार्यक्रम को वीडियो के माध्यम से देश के कोने कोने में और दुनिया के भी कुछ देशों में हमारे Chartered Accountant जो देख रहे हैं, उनका भी मैं बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं।

आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद करते हुए 1 जुलाई 2017 नई दिशा, नई गति, नया उमंग, आओ हम चल पड़ें और देश के सामान्य मानवी को ईमानदारी के उत्सव में जोड़ें। इसी एक कामना के साथ, मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं।

बहुत बहुत धन्यवाद दोस्तों, बहुत बहुत धन्यवाद।

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140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी

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140 करोड़ देशवासियों का भाग्‍य बदलने के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।