आईएमएफ और मूडीज़ जैसे संगठन आज भारत के भविष्य को लेकर आत्मविश्वास भरे और आशावादी नजर आते हैं: प्रधानमंत्री मोदी
केंद्र सरकार द्वारा जो सुधार अभी चलाए जा रहे हैं उनका लक्ष्य आम लोगों के लिए ‘ईज़ ऑफ लिविंग’ यानी रहने की आसानी में भी सुधार लाना है: पीएम मोदी
प्रक्रियाओं में मानव हस्तक्षेप को घटाना और आधुनिक व डिजिटल प्रौद्योगिकियों के उपयोग को बढ़ाना जरूरी है: प्रधानमंत्री

वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली जी, Commerce and Industry मंत्री श्री सुरेश प्रभु जी, World Bank के Vice President Mr. शेफ़र, आनंद महिंद्रा जी, राशेश शाह जी, सौमित्र भट्टाचार्या जी, बी.के.गोयनका जी, रमेश भारती मित्तल जी, उद्योग जगत के अन्य प्रतिनिधिगण और यहां उपस्थित अन्य महानुभव, आप सभी का लोक कल्याण मार्ग पर बहुत-बहुत स्वागत है। इसके पीछे एक कारण आपसे मिलकर दीवाली की शुभकामनाएं देना तो है ही, आपको बधाई भी देनी है, आभार भी व्यक्त करना है कि आपने देश को एक असहज की स्थिति से निकालकर, सम्मान-जनक स्थिति में, Ease of Doing Business की दृष्टि से नई ऊँचाई पर पहुंचाया है। यहां उपस्थित और जो उपस्थित नहीं है, वो सभी धन्यवाद के पात्र हैं।

ऐसे असंख्य सरकारी अधिकारी, कर्मचारी, हमारी म्यूनिसिपल कारपोरेशनों में अलग-अलग पदों पर बैठे हुए लोग, पोर्ट-एयरपोर्ट पर Clearance देने वाले अधिकारी-कर्मचारी और साथ ही उद्योग जगत के आप लोगों की भी इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। मुझे याद है कि चार-साढ़े चार साल पहले जब मैंने पहली बार कहा था कि आने वाले वर्षों में हम टॉप-50 में होंगे, तो बहुत से लोगों को ये लक्ष्य कल्पना से परे लग रहा था। 2014 से पहले उन्होंने जिस तरह की नीतियों औऱ निर्णयों में अस्थिरता देखी थी,

पॉलिसी पैरालिसिस देखी थी, उनके लिए यकीन करना मुश्किल था कि भारत टॉप 100 में भी जगह बना सकता है। मैं ऐसे लोगों की कोई गलती नहीं मानता। जब हर रोज भ्रष्टाचार, घोटालों की खबरें आ रही हों, अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो, फिस्कल डेफिसिट बेकाबू हो, दुनिया भारत से ये कह रही हो कि आप तो डूबेंगे ही, अन्य दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था को भी ले डूबेंगे, तो इस तरह का अविश्वास स्वाभाविक है। लेकिन सिर्फ चार साल के भीतर देश में जो 180 ड्रिग्री चेंज आया है, वो आज आप भी देख रहे हैं।

Ease of Doing Business के मामले में हम 142 रैंक से अब 77वीं रैंक पर आ गए हैं। करीब-करीब आधा पार कर लिया।

साथियों, सिर्फ चार साल में 65 अंकों का ये उछाल। ये किसी भी देश के लिए रिकॉर्ड है, अभूतपूर्व है। आज Ease of Doing Business के मामले में भारत, दक्षिण एशिया में पहले नंबर पर है। जबकि सिर्फ चार साल पहले हम छठे नंबर पर थे। लगातार दूसरे साल, भारत इस तरह का सुधार करने वाले टॉप 10 देशों की लिस्ट में शामिल हुआ है। पिछले 7-8 साल में और किसी देश ने सिर्फ दो वर्षों में 53 रैंक का सुधार नहीं किया है।

साथियों, जो दुनिया में कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है, वो हमने करके दिखाया है।

टाप-50 का लक्ष्य हासिल करने से हम सिर्फ कुछ कदम की दूरी पर खड़े हैं। विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में माना है कि भारत ने 10 में 8 मानकों में अपना प्रदर्शन सुधारा है।

दो मानकों में तो हमने 100 रैंक से ज्यादा की छलांग लगाई है।

साथियों, देश में बदलाव का वातावरण लाने, रैंक सुधारने के लक्ष्यों पर हम निरंतर राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। cooperative competitive federalism को और मजबूत करते हुए हमारी राज्य सरकारों ने इसमें पूरे उत्साह से भागीदारी की है। अब हम जिला स्तर पर Ease of Doing Business से जुड़े सुधारों को लागू करने की तरफ बढ़ रहे हैं। ये मार्ग कैसे तय होगा, इस बारे में राज्य सरकारों से, हर स्टेक होल्डर से निरंतर संवाद किया जा रहा है। राज्यों में जिला स्तर पर एक रैंकिंग सिस्टम बनाने का भी प्रयास हो रहा है। कोशिश की जा रही है जिलों के बीच भी रैंकिंग को लेकर आपसी प्रतिस्पर्धा हो, एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ हो।

साथियों, Business, व्यापार या उद्योग हमारे देश की एक जरूरत है क्योंकि हमें ग्रोथ चाहिए, Infrastructure चाहिए, रोजगार चाहिए और Per Capita Income में बढ़ोतरी चाहिए। ये सब तभी संभव है जब investment हो, उद्योग, व्यापार सही दिशा में सही गति से चलें और आम आदमी को उसका लाभ मिले। इसके लिए हम Policy Driven Governance और Predictable Transparent Policies पर जोर दे रहे हैं। हमारा प्रयास discretion कम करने पर है। आप मे से बहुत से लोगों ने अनुभव भी किया होगा और इस बात की जानकारी भी होगी कि World Bank की ये रैंकिंग उन सभी चीज़ों को ध्यान में रखकर नहीं ली जाती जो हम कर रहे हैं।

रैकिंग का मूल्यांकन तो कुछ ही पैरामीटर्स के आधार पर होता है जबकि हमारी Reforms, Perform और Transform की रणनीति बहुत व्यापक है। सच पूछिए तो हम जो Reform कर रहे हैं उसका लक्ष्य World Bank की रैंकिंग से आगे बढ़कर है। देश के आम नागरिक, आम व्यापारी और छोटे-छोटे उद्यमियों के जीवन में, कामकाज में, सरलता आए, Ease of Living बढ़े, हम उसके लिए काम कर रहे हैं। आज जब Ease of Doing Business की रैंकिंग सुधर रही है, तो इसका मतलब है हमारे देश में छोटे-छोटे उद्यमियों के लिए भी कारोबार करना आसान हो रहा है, उन्हें एक शहर से दूसरे शहर में सामान भेजने में आसानी हुई है, लोगों को बिजली कनेक्शन लेना आसान हो रहा है, सरकारी मंजूरियां जल्दी मिल रही हैं, जरुरी परमिट जल्दी मिल रहे हैं। ये वो प्रयास हैं, जिनको देशवासियों की आकांक्षाओं, अपेक्षाओं से प्रेरणा मिली। जिनमें देश की आवश्यकता का भी ध्यान रखा गया और देश की उम्मीदों का भी।

साथियों, देश के Business Environment को पारदर्शी बनाने के लिए अन्य कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। हमारी सरकार ने सोच भी बदली, अप्रोच भी बदली। चाहे GST हो, Demonetisation हो, बेनामी संपत्ति कानून हो, Insolvency कोड हो, भगोड़े आर्थिक अपराधियों से जुड़ा कानून हो, ये सब इसी प्रतिबद्धता के उदाहरण हैं। सरकार के इन्हीं प्रयासों की वजह से देश में भ्रष्टाचारियों में खौफ आया है, ईमानदारी की प्रतिष्ठा बढ़ी है। अब अधिक से अधिक लोग टैक्स देने लगे हैं। उन्हें लगने लगा है कि सरकार उनके टैक्स का सही इस्तेमाल कर रही है।

साथियों, आप ये भी भलीभांति जानते हैं कि ये सारे सुधार, सारे फैसले इतने आसान नहीं थे। तकनीक में बदलाव करना, कानून से लेकर साफ्टवेयर तक बदलना, और कभी-कभी सॉफ्टवेयर बदलना सरल होता है, स्‍वाभाव बदलना जरा ज्‍यादा मुश्किल होता है। इन सुधारों के लिए सिस्टम को तैयार करना आसान नहीं था। लेकिन बहुत कम समय में हम ये करने में सफल रहे हैं। अनेक स्तर पर उलझे सिस्टम को आज हम Business और Citizen Friendly बनाने की दिशा में बढ़ रहे हैं। पिछले 4 साल में देश में 1400 से ज्यादा पुराने कानूनों को खत्म किया जा चुका है। पहले देश में commercial dispute को सुलझाने में औसतन डेढ़ हजार दिन लग जाते थे। 1500 दिन। यानी करीब-करीब 4 साल। तमाम प्रयासों के बाद इसे अब कम करके 400 दिनों पर ले आया गया है। इसे और कम करने की कोशिश की जा रही है। Imported समान की clearance में 2014 से पहले औसतन जहां 280 घंटों का समय लगता था, वहीं अब ये समय घटकर 144 घंटे से भी कम रह गया है। इसे भी और कम करने का प्रयास हम करके रहेंगे।

पर्यावरण मंजूरी जिसे मिलने में पहले वर्षों और महीनों लग जाते थे, अब वैसी मंजूरियां कुछ हफ्तों में मिल जाती है। अभी हाल में ही construction और अन्य सामान्य कामों के लिए पर्यावरण मंजूरी के काम को पूरी तरह से De-Centralise करके स्थानीय निकायों को दे दिया गया है। GST ने देश के लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी मजबूत किया है। पहले के मुकाबले अब Turn-Around time उसमें भी करीब-करीब 15 प्रतिशत तक की कमी आई है। इससे समय भी बच रहा है, और कंपनियों का पैसा भी। श्रम कानूनों का पालन करने के लिए पहले उद्यमियों को 50-60 अलग-अलग रजिस्टर भरने पड़ते थे। हमारी सरकार अब इन रजिस्ट्रों को कम करके 5 पर ले आई है। यानि जो काम पहले 50-60 रजिस्टर में होता था, वो अब पाँच में हो रहा है। पुरानी व्यवस्था अब हमेशा-हमेशा के लिए बदल गई है। इसी तरह जिस पासपोर्ट को बनवाने में पहले तीन-चार हफ्ते लग जाते थे, वो अब एक हफ्ते से भी कम में मिलने लगा है। पहले लोगों को इनकम टैक्स रीफंड के लिए 8-10 महीनों का इंतजार करना पड़ता था। अब वही काम कुछ हफ्तों में हो रहा है।

आपको भी याद होगा कि चार-पाँच साल पहले अक्सर ये खबर हेडलाइन बनती थी कि ज्यादा ट्रैफिक की वजह से रेलवे रिजर्वेशन की वेबसाइट hang हो गई है। हमने उस प्लेटफार्म को ज्यादा ट्रैफिक के लिए अपडेट और अपग्रेड किया जिससे लाखों- करोड़ों रेलवे यात्रियों को सुविधा हुई है। गली से लेकर रेलवे प्लेटफार्म तक सफाई अभियान, कचरे का निपटारा, यह सब देश के सामान्य मानवी की Quality of Life को सुधारने के लिए ही है। महिलाओं को रात की शिफ्ट में काम करने में दिक्कत न हो, इसके लिए भी सरकार ने कानून में बदलाव किया है। छोटे-छोटे दुकानदार, छोटे-छोटे उद्यमी देर तक अपनी दुकानें खुली रख सकें, इसके लिए भी कानून को बदला गया है।

साथियों, हाल ही में एक बड़ा प्रयास हमने MSME सेक्टर के लिए भी किया है। GST से जुड़े छोटे कारोबारियों को अब एक करोड़ तक का लोन सिर्फ 59 मिनट में मिल जाएगा। इसके अलावा उत्पादन बढ़ाने, मार्केट का दायरा बढ़ाने और लाइसेंस और जांच से जुड़ी उसकी परेशानी कम करने के लिए भी कई फैसले लिए गए हैं। जो उद्यम या कंपनियां नौकरी के नए अवसर बना रही हैं उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार प्रोत्साहन योजना के तहत आर्थिक मदद भी दी जा रही है। इस योजना के तहत सरकार नई नौकरी का अवसर बनाने पर तीन वर्ष तक के लिए 8.3 percent EPF Contribution सरकार खुद अपनी तरफ से कर रही है। सरकार ने Apprentice Act को भी बदला है और नई apprenticeship प्रोत्साहन योजना चला रही है। इस योजना के तहत Industry जब apprentice रखती है तो उनको दिए जाने वाले स्टाइपंड की एक चौथाई राशि सरकार देती है। बहुत सी Industries इन व्यवस्थाओं से जुड़ रही हैं।

साथियों, मैं वास्तव में Minimum Government और Maximum Governance में आस्था रखने वाला व्यक्ति हूं। उसी का परिणाम है कि दुनिया में भारत की वर्तमान में जो साख है उसको इस बात से भी मजबूती मिल रही है कि हमारा देश लगातार सुधार के पथ पर चल रहा है! लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए Reform कर रहा है। IMF हो, Moody's हो, World Economic Forum हो या UNCTAD हो, इन सभी संस्थाओं के मूल्यांकन में भारत का स्थान या तो ऊपर जा रहा है या जा चुका है। उससे भी बड़ी बात ये है कि ये सारी संस्थाएं हमारे सुधारों की प्रक्रियाओं और रफ्तार को देखते हुए भारत के भविष्य को लेकर पूरी तरह आश्वस्त और आशावान हैं।

साथियों, देश में निरंतर हो रहे इन प्रयासों के बीच अब हमारा प्रयास, भारत को जल्द से जल्द 5 Trillion Dollar के क्लब में पहुंचाने का है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हमें अर्थव्यवस्था के हर सेक्टर को सुधारना होगा। हमें ये भी ध्यान रखना होगा कि अब तमाम सेक्टरों की परिभाषा भी बदल रही है। अब Manufacturing और Services एक दूसरे के पूरक होते जा रहे हैं। सर्विस सेक्टर से Manufacturing में Value Addition होता है और Manufacturing के कुछ फैक्टर सर्विस को सुधार देते हैं। नई तकनीकी, Artificial Intelligence और Information Technology अब Manufacturing Ecosystem का बेहद जरुरी हिस्सा बन चुकी हैं। इस बदलाव को हमें ध्यान में रखना होगा।

साथियों, बुनियादी बदलावों को बेहतर ढंग से लागू करने और वास्तविकताओं को विकास में समाहित करने के लिए सरकार Industrial Policy पर पर काम कर रही है। एक ऐसी नीति जो नए मायनों में इंडस्ट्री को समझ सके और इंडस्ट्री को नए आयाम समझा सके। ये औद्योगिक नीति न्यू इंडिया के उद्यमी के न्यू विजन के अनुरूप होगी। इस औद्योगिक नीति में Ease Of Doing Business का महत्व बना रहेगा।

साथियों, अब हमें Ease of Doing Business की रैकिंग में टॉप 50 में आने के लिए भी मिलकर प्रयास करना है। आने वाले दिनों में, मैं खुद इस विषय से जुड़े अलग-अलग विभागों के साथ Review Meetings करने वाला हूं। दिसंबर तक हम जो फैसले जमीन पर उतार पाएंगे, उसका प्रभाव अगले साल रैकिंग के नतीजों में दिखेगा। Clean energy का सेक्टर हो, digital world हो, health Sector हो, mobility हो, हर क्षेत्र में किए गए आपके प्रयास देश को आगे बढ़ाएंगे, आत्मनिर्भर बनाएंगे। आज के सिस्टम में, तमाम प्रक्रियाओं में Human Intervention को कम से कम किए जाने की जरूरत है। इसके लिए बहुत आवश्यकता है कि हम आधुनिक तकनीकी और Digital Technology

का इस्तेमाल और ज्यादा बढ़ाएं, जीवन के हर क्षेत्र में बढ़ाएं। एक ऐसा Work-Culture विकसित करें, जिसमें फार्म जमा करने, दस्तावेज दिखाने या फीस जमा करने के लिए सरकारी दफ्तर या किसी और एजेंसी के आफिस में जाने की जरुरत ही न हो। इस तरह का Work-Culture, Policy Driven Governance को और सशक्त करेगा। Ease of Doing Business के साथ ही Ease of Living का लाभ देश के प्रत्येक नागरिक तक पहुंचाने के लिए हमें आपके सुझावों की जरुरत है।

साथियों, इस समय आपमें जो आत्मविश्वास है, जो भरोसा है, वो मेरी बहुत बड़ी ताकत है। आपकी हर सलाह का, सुझाव का मैं स्वागत करता हूं। और अभी महेंद्र जी बता रहे थे हम कॉरपोरेट सेक्‍टर में भी जो target तय नहीं करते, उस प्रकार से मोदी कर रहे हैं। हम गुजरात के लोगों को बचपन से सिखाया जाता है और शायद हर बच्‍चे को सिखाया जाता है - 'निशान चूक माफ, नहीं माफ निचू निशान'। यानी आप अगर target miss करते हैं तो माफ किया जा सकता है, लेकिन target अगर नीचा रखते हैं तो माफ नहीं किया जा सकता। और मेरा यह मंत्र रहा है कि लक्ष्‍य जब तय करें, तो पहुंच में हो, लेकिन पकड़ में न हो। लगना चाहिए कि मैं थोड़ा jump लगाऊंगा तो पकड़ लूंगा। विश्‍वास होना चाहिए पास में है, ज्‍यादा दूर नहीं है। इस psychology का उपयोग करते हुए मैं target तय करने की आदत वाला हूं। मुझे विश्‍वास है कि देश के अंदर यह मूल बना है, इस मूल का परिणाम भी मिल रहा है।

और एक बार फिर आप सभी को बधाई के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं।

बहुत-बहुत धन्यवाद !!!

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आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरपूर, हर सेक्टर में लहरा रहा अपना परचम: पीएम मोदी
December 23, 2024
रोजगार मेले युवाओं को सशक्त बना रहे हैं और उनकी क्षमताओं को सामने ला रहे हैं, नवनियुक्त लोगों को शुभकामनाएं: प्रधानमंत्री
आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से परिपूर्ण है, हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त कर रहा है: प्रधानमंत्री
नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्‍यकता महसूस कर रहा था; राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्‍यम से देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है: प्रधानमंत्री
हमारा प्रयास महिलाओं को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है: प्रधानमंत्री

नमस्कार !

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगीगण, देश के कोने-कोने में उपस्थित अन्य महानुभाव, और मेरे युवा साथियों,

मैं कल देर रात ही कुवैत से लौटा हूं… वहां मेरी भारत के युवाओं से, प्रोफेशनल्स से लंबी मुलाकात हुई, काफी बातें हुईं। अब यहां आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम देश के नौजवानों के साथ हो रहा है। ये एक बहुत ही सुखद संयोग है। आज देश के हजारों युवाओं के लिए, आप सबके लिए जीवन की एक नई शुरुआत हो रही है। आपका वर्षों का सपना पूरा हुआ है, वर्षों की मेहनत सफल हुई है। 2024 का ये जाता हुआ साल आपको, आपके परिवारजनों को नई खुशियां देकर जा रहा है। मैं आप सभी नौजवानों को और आपके परिवारों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।

साथियों,

भारत के युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का भरपूर उपयोग हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रोजगार मेलों के जरिए हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है। आज भी 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बीते एक डेढ़ साल में ही लगभग 10 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने पक्की सरकारी नौकरी दी है। ये अपने आप में बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। पहले की किसी भी सरकार के समय इस तरह मिशन मोड में युवाओं को भारत सरकार में पक्की नौकरी नहीं मिली है। लेकिन आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिल रही हैं बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं। मुझे खुशी है कि इस पारदर्शी परंपरा से आए युवा भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से राष्ट्र की सेवा में जुट रहे हैं।

साथियों,

किसी भी देश का विकास उसके युवाओं के श्रम, सामर्थ्य और नेतृत्व से होता है। भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस संकल्प पर भरोसा है, इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है। वो इसलिए, क्योंकि भारत में हर नीति, हर निर्णय के केंद्र में भारत का प्रतिभाशाली युवा है। आप पिछले एक दशक की पॉलिसीज़ को देखिए, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, ऐसी हर योजना युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। भारत ने अपने स्पेस सेक्टर में नीतियां बदलीं, भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया और इसका सबसे ज्यादा लाभ भारत के युवाओं को हुआ। आज भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है। आज हम दुनिया की 5th largest economy बन गए हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप eco-system बन गया है। आज जब एक युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला करता है, तो उसे एक पूरा इकोसिस्टम अपने साथ सहयोग के लिए मिलता है। आज जब कोई युवा स्पोर्ट्स में करियर बनाने का प्लान करता है, तो उसे ये विश्वास होता है कि वो असफल नहीं होगा। आज स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग से लेकर टूर्नामेंट तक, हर कदम पर युवाओं के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं बन रही हैं। आज कितने ही सेक्टर्स में हम complete transformation देख रहे हैं। आज भारत mobile manufacturing में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। आज रिन्यूबल एनर्जी से लेकर ऑर्गेनिक फार्मिंग तक, स्पेस सेक्टर से लेकर डिफेंस सेक्टर तक, टूरिज्म से लेकर वेलनेस तक, हर सेक्टर में अब देश नई ऊंचाइयां छू रहा है, नए अवसरों का निर्माण हो रहा है।

साथियों,

हमें देश को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभा को निखारने की जरूरत होती है। ये ज़िम्मेदारी देश की शिक्षा व्यवस्था पर होती है। इसीलिए, नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की जरूरत महसूस कर रहा था। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के जरिए देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है। पहले पाबंदियों के कारण जो शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वो अब उन्हें नए विकल्प दे रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम-श्री स्कूलों के जरिए बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को गढ़ा जा रहा है। पहले ग्रामीण युवाओं के लिए, दलित, पिछड़ा, आदिवासी समाज के युवाओं के लिए भाषा एक बहुत बड़ी दीवार बन जाती थी। हमने मातृभाषा में पढ़ाई और एक्जाम की पॉलिसी बनाई। आज हमारी सरकार युवाओं को 13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाएं देने का विकल्प दे रही है। बॉर्डर जिले के युवाओं को ज्यादा मौका देने के लिए हमने उनका कोटा बढ़ा दिया है। आज बॉर्डर एरियाज के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए विशेष भर्ती रैलियां की जा रही हैं। आज ही यहाँ Central Armed Police Forces में 50 हजार से ज्यादा युवाओं को भर्ती का नियुक्ति पत्र मिला है। मैं इन सभी नौजवानों को विशेष रूप से अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती भी है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हमें इसी साल चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज के दिन को हम किसान दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर मैं देश के सभी किसानों को, अन्नदाताओं को नमन करता हूं।

साथियों,

चौधरी साहब कहते थे, भारत की प्रगति तभी हो सकेगी, जब भारत के ग्रामीण क्षेत्र की प्रगति होगी। आज हमारी सरकार की नीतियों और निर्णयों से ग्रामीण भारत में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए मौके बन रहे हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है, उन्हें अपने मन का काम करने के लिए मौका मिला है। जब सरकार ने गोबरधन योजना के तहत देश में सैकड़ों गोबरगैस प्लांट बनाए, तो इससे बिजली तो पैदा हुई ही, हजारों नौजवानों को नौकरी भी मिली। जब सरकार ने देश की सैकड़ों कृषि मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ने का काम शुरू किया, तो इससे भी नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर बने। जब सरकार ने इथेनॉल की ब्लेडिंग को 20 परसेंट तक बढ़ाने का फैसला किया, तो इससे किसानों को मदद तो हुई ही, शुगर सेक्टर में नई नौकरी के भी मौके बने। जब हमने 9 हजार के लगभग किसान उत्पाद संगठन बनाए, FPO's बनाए तो इससे किसानों को नया बाजार बनाने में मदद मिली और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार भी बने। आज सरकार अन्न भंडारण के लिए हजारों गोदाम बनाने की दुनिया की सबसे बड़ी योजना चला रही है। इन गोदामों का निर्माण भी बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार के मौके लाएगा। अभी कुछ ही दिन पहले सरकार ने बीमा सखी योजना शुरू की है। सरकार का लक्ष्य देश के हर नागरिक को बीमा सुरक्षा से जोड़ने का है। इससे भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के मौके बनेंगे। ड्रोन दीदी अभियान हो, लखपति दीदी अभियान हो, बैंक सखी योजना हो, य़े सारे प्रयास, ये सारे अभियान हमारे कृषि क्षेत्र में, हमारे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अंगिनत नए अवसर बना रहे हैं।

साथियों,

आज यहाँ हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। आपकी सफलता दूसरी महिलाओं को प्रेरित करेगी। हमारा प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्ते की छुट्टी के हमारे फैसले ने लाखों बेटियों के करियर को बचाया है, उनके सपनों को टूटने से रोका है। हमारी सरकार ने हर उस बाधा को दूर करने का प्रयास किया है, जो महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकती हैं। आजादी के बाद वर्षों तक, स्कूल में अलग टॉयलेट ना होने की वजह से अनेक छात्राओं की पढ़ाई छूट जाती थी। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा हमने इस समस्या का समाधान किया। सुकन्या समृद्धि योजना ने सुनिश्चित किया कि बच्चियों की पढ़ाई में आर्थिक परेशानी ना आए। हमारी सरकार ने 30 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते खोले, जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का सीधा फायदा मिलने लगा। मुद्रा योजना से महिलाओं को बिना गारंटी लोन मिलने लगा। महिलाएं पूरे घर को संभालती थीं, लेकिन संपत्ति उनके नाम पर नहीं होती थी। आज पीएम आवास योजना के तहत मिलने वाले ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। पोषण अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान और आयुष्मान भारत के माध्यम से महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। हमारी सरकार में नारीशक्ति वंदन अधिनियम के द्वारा विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला है। आज हमारा समाज, हमारा देश, women led development की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

साथियों,

आज जिन युवा साथियों को नियुक्ति पत्र मिला है, वो एक नई तरह की सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सरकारी दफ्तर, सरकारी कामकाज की जो पुरानी छवि बनी हुई थी, पिछले 10 वर्षों में उसमें बड़ा बदलाव आया है। आज सरकारी कर्मचारियों में ज्यादा दक्षता और उत्पादकता दिख रही है। ये सफलता सरकारी कर्मचारियों ने अपनी लगन और मेहनत से हासिल की है। आप भी यहां इस मुकाम तक इसलिए पहुंचे, क्योंकि आप में सीखने की ललक है, आगे बढ़ने की उत्सुकता है। आप आगे के जीवन में भी इसी अप्रोच को बनाए रखें। आपको सीखते रहने में iGOT कर्मयोगी इससे बहुत मदद मिलेगी। iGOT में आपके लिए 1600 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से आप बहुत कम समय में, प्रभावी तरीके से विभिन्न विषयों में कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं। आप युवा हैं, आप देश की ताकत हैं। और, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं, जिसे हमारे युवा हासिल ना कर सकें। आपको नई ऊर्जा के साथ नई शुरुआत करनी है। मैं एक बार फिर आज नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को बधाई देता हूं। आपके उज्ज्वल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।