कांग्रेस चाहती है कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को, भारत को गाली देने वालों को, तिरंगे का अपमान करने वालों, नक्सलवादियों के समर्थकों को खुली छूट मिले: प्रधानमंत्री मोदी
मोदी की बोटी-बोटी करने वालों की घोषणा करने को कांग्रेस ने हमेशा आगे बढ़ाया है, चुनाव में टिकट देकर उनका मनोबल भी बढ़ाया है क्योंकि वो मोदी की बोटी-बोटी करना चाहते हैं: पीएम मोदी
कांग्रेस को न तो जवानो के सम्मान की फिक्र कभी रही है और न ही किसानो के सम्मान की, हरियाणा और दिल्ली में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब कैसे कौड़ियो के भाव पर किसानो की जमीन हथियाने का खेल खेला गया, आप सभी जानते हैं: प्रधानमंत्री

भारत माता की… जय, भारत माता की… जय।
आज इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित अकाली दल के अध्यक्ष और मेरे बहुत परम मित्र, पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री श्रीमान सुखबीर जी, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ नेता गण। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी उम्मीदवार और विशाल संख्या में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो।

यहां सिरसा के साथ-साथ हिसार और दूसरे हिस्सों से भी बड़ी संख्या में साथी आए हैं, आप सभी का मैं बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। मेरा सौभाग्य है की आज गुरुओं और गुरुद्वारों की धरती में आप सभी के बीच आने का अवसर मिला है। मैं सभी संतों को और सभी गुरुओं को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। भाइयो-बहनो, देश में वोटिंग के पांच चरण हो चुके हैं और अब स्थिति पूरी तरह साफ हो चुकी है। देश के आशीर्वाद से जब 23 मई को चुनाव के नतीजे आएंगे, 23 मई शाम तक पता चल जाएगा, फिर एक बार… मोदी सरकार, फिर एक बार… मोदी सरकार। कांग्रेस हो या फिर उसके महामिलावटी साथी, सभी ने हाथ खड़े कर दिए हैं। दिल्ली में खिचड़ी वाली मजबूर सरकार बनाने के, उनके सारे मंसूबे ध्वस्त हो गए हैं। साथियो, आपका ये चौकीदार देश को जिताने के लिए, भारत को विश्व शक्ति बनाने के लिए दिन-रात आपकी सेवा में जुटा है। 2014 में जो मजबूत सरकार दिल्ली में आप सब के आशीर्वाद से, मुझे सेवा करने का मौका मिला उसके कारण ही दुनिया में आज हिंदुस्तान का डंका बज रहा है।

साथियो, मुझे बताइए की राष्ट्र अपनी रक्षा नीति को मजबूत किए बिना विश्व शक्ति बन सकता है क्या? जो राष्ट्र अपनी रक्षा नहीं कर पाता, क्या दुनिया उसकी बात सुनेगी क्या? नए भारत की रक्षा नीति क्या हो, कांग्रेस या दूसरे महामिलावटी अपनी सभाओं में एक बार भी, उन्होंने इस विषय में एक भी बात बताई है क्या? भाइयो-बहनो, ये नहीं बताएंगे क्योंकि इनका अतीत ऐसा है की राष्ट्र रक्षा पर ये कुछ नहीं बोल पाते हैं। साथियो, 2014 से पहले आए दिन पाकिस्तान हमारे जवानों के साथ बर्बरता करता था लेकिन केंद्र में बैठी कांग्रेस की सरकार सिर्फ और सिर्फ बयान देती थी। आए दिन आतंकी हमले होते थे लेकिन कांग्रेस की कमजोर सरकार सिर्फ और सिर्फ बयान देती थी। आपने और मैं विशेष रूप से देशवासियों को हमेशा, आदरपूर्वक स्मरण करता हूं। आपने जो मजबूत सरकार दिल्ली में बनाई उसने अपने शूरवीरों की भुजाओं में नई ताकत दे दी, उनके हाथ खोल दिए। अब हमारे सपूत पाकिस्तान के भीतर आतंकियों के अड्डे में घुसकर मारते हैं। पहली सर्जिकल स्ट्राइक में हम जमीन से गए और जब दूसरा एयर स्ट्राइक किया तो एयर स्ट्राइक करके हमने दुश्मनों को घर में घुसकर मारा है। जो आतंकी कभी हमें डराते थे वो आज दुबक कर के बैठे हुए हैं।

साथियो, तमाम आतंकी हमलों का गुनहगार मसूद अजहर अब ग्लोबल टेरेरिस्त घोषित हो चुका है। पाकिस्तान अब मजबूर है उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए। लेकिन भाइयो-बहनो, याद रखिए अपनी 5-6 साल की कोशिश करने के बाद भी कांग्रेस सरकार वो नहीं कर पाई, जो हम कर पाए। क्यों नहीं करवा पाई? क्योंकि नीयत नहीं थी, साफ नीति नहीं थी। साथियो, हरियाणा का शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जो अपने बच्चों को देश की सेवा के लिए ना भेजता हो। यहां की वीर माताएं, वीर संतानों को जन्म देती हैं। यहां की वीर माताओं के लिए पूरे हिंदुस्तान को नाज है और इसलिए हरियाणा से मैं आज कुछ सीधे सवाल पूछना चाहता हूं। कांग्रेस कह रही है की अगर दिल्ली में उसकी सरकार बनी, अब सपने देखने के लिए कौन मना कर सकता है भाई लेकिन चलो वो कह रहे हैं उन्होंने अपने मेनिफेस्टो में लिखा है, अपने ढकोसलापत्र में लिखा है। अगर दिल्ली में उनकी सरकार बनी तो जम्मू-कश्मीर समेत जो हिंसा वाले इलाके है, वहां तैनात सैनिकों से, फौजियों को जो विशेष अधिकार, एक सुरक्षा कवच मिला है फौजियों को, कांग्रेस ने कहा है आकर के उसको छीन लिया जाएगा। यानी जो पत्थरबाज हैं, जो आतंकवाद के समर्थक हैं उनको खुली छूट देने का कांग्रेस सार्वजनिक रूप से बोल रही है।

साथियो, भारत माता की जय बोलने पर एतराज जताने वाली कांग्रेस अब देशद्रोह का कानून हटाने का भी वादा कर रही है। कांग्रेस चाहती है की टुकड़े-टुकड़े गैंग को, भारत को गाली देने वालों को, तिरंगे का अपमान करने वालों, नक्सलवादियों के समर्थकों को खुली छूट मिले। मैं जरा हरियाणा के लोगों से पूछना चाहता हूं। जिस धरती में जवान मातृभूमि के लिए शहीद होते हैं, देश के लिए मर मिटने वाले लोग जिस धरती पर पैदा होते हैं। मैं हरियाणा से पूछना चाहता हूं, मैं आपसे पूछना चाहता हूं। क्या कांग्रेस के ये वादे आपको मंजूर हैं?

भाइयो-बहनो, हमारे घरों के जो बच्चे फौज मे जाते हैं, जो अर्धसैनिकबलों में जाते हैं, पुलिस में जाते हैं। उनको कांग्रेस और उसके साथी किस नजर से देखते हैं, जब आप सुनोगे तो आपका गुस्सा सातवें आसमान पर जाएगा, मैं बताता हूं। इतना गुस्सा आएगा क्योंकि ये ऐसी भाषा बोलते हैं। बोलते हैं इतना ही नहीं, वो इन चीजों को मानते हैं। मैं उनके एक मुख्यमंत्री का बयान बताता हूं, आपको। कर्नाटक में कांग्रेस एक सरकार चलाती है, उस सरकार के मुख्यमंत्री, जिस मुख्यमंत्री के पिता जी कुछ समय के लिए देश के प्रधानमंत्री भी थे। उस मुख्यमंत्री ने एक बयान दिया, बहुत गंभीर बयान। इस एक बयान के कारण देश आने वाले सौ सालों तक कांग्रेस को स्वीकार नहीं कर सकता है, ऐसा बयान दिया है। उन्होंने कहा है की जिन युवकों को दो वक्त खाने के लिए रोटी नहीं मिलती है, जो भूखे होते हैं, वो पेट भरने के लिए सेना में जाते हैं। भाइयो-बहनो, ये सुनकर आपको गुस्सा आया की नहीं आया? आप मुझे बताइए, भाइयो-बहनो, माताएं-नवजवानों बताइए, क्या मेरे हरियाणा के नवजवान, मेरे पंजाब का वीर पुत्र, मेरे हिमाचल के नवजवान सेना में इसलिए जाते हैं की उनको खाने के लिए दो वक्त की रोटी नहीं मिलती। अरे शर्म आनी चाहिए कांग्रेस के लोगों, आप जिस सरकार को चलाते हो वहां का मुख्यमंत्री इस प्रकार से मेरे देश के वीरों का अपमान करता है। जो दुश्मन से देश की रक्षा करते हैं, जो मां भारती के मान-सम्मान के लिए जान की बाजी लगा देते हैं, उन वीरों के बारे में कांग्रेस और उसके साथी इस प्रकार से सोचें, इससे बड़ा देश का अपमान क्या हो सकता है। इतना ही नहीं, ये कांग्रेस पार्टी हमारे देश के सेनाध्यक्ष को पब्लिकली कहते हैं, ये तो गली का गुंडा है। हमारे वायु सेनाध्यक्ष को कहते हैं, ये झूठा है। ऐसा बोलकर कांग्रेस के नेता अपनी सच्चाई, भाइयो-बहनो, वो बेनकाब हो चुके हैं, ये इस प्रकार के लोग हैं।

साथियो, इस चुनाव में आपको और आपके साथियों को इस मानसिकता की भी सजा देनी है। भाइयो-बहनो, कांग्रेस कैसे देश की रक्षा करने वालों को धोखा देती है, वो भी आपको याद दिलाता हूं। कांग्रेस ने आपसे वादा किया था की वो वन रैंक-वन पेंशन लागू करेंगे। ये वादा करते-करते उसने 40 साल निकाल दिए, चार दशक निकाल दिए। जब देश के जवानों ने, उनके परिवारों ने दबाव बनाया तो 2013-14 में चुनाव के पहले-पहले जो एक अंतरिम बजट आया, उस बजट में उन्होंने 500 करोड़ रुपया रखा, बजट में, कागज में लिखा, और कह दिया कांग्रेस ने। चारों तरफ ढोल पीटने लगे, उनके नामदार पूर्व सैनिकों के सम्मेलन कर-कर के मालाएं पहनने लगे और कहने लगे हमने वन रैंक-वन पेंशन लागू कर दिया। भाइयो-बहनो, ये कितना बड़ा धोखा था, उन्होंने 500 करोड़ रुपया दिया, कितना झूठ बोलने की इनकी ताकत है, वो देश की जनता को कितना मूर्ख मानते हैं। और देश के जवान जो, मां भारती के लिए मरना यही उसको सिखाया गया है, आप उसके पीठ में छुरा घोंपते हो, आप उसके आंखों में धूल झोंकते हो।

भाइयो-बहनो, सिर्फ 500 करोड़ दे कर के बातें करने वाले लोग और वो भी कागज पर, बजट में से तो कहीं निकला नहीं, एक पैसा नहीं निकला। हम आए, हमने वादा किया था, हम वन रैंक-वन पेंशन लागू करेंगे, मैंने सारी फाइलें निकालीं, कागज निकाले। मैंने कहा भाई, 500 करोड़ रुपए इस बार दे दीजिए। जब हिसाब लगाया, वन रैंक-वन पेंशन के लिए, जब हमने लागू किया तो अब तक 35 हजार करोड़ रुपया सेना के परिवारों में हमने पहुंचाया। कहां 500 करोड़ का झूठा वादा और कहां 35 हजार करोड़ रुपए दे दिए, उनके खाते में जमा हो गए। ये कितना झूठ बोलते हैं और देश की भोली-भाली जनता ने इनके झूठ को सच मान कर के आंखें बंद कर के उनके ठेले भर दिए और उसी के कारण आज देश को रोने की नौबत आई है, भाइयो-बहनो।

साथियो, देश की रक्षा करने वालों से झूठ बोलने, उन्हें सम्मान ना देने की इसी कांग्रेसी सोच के चलते साथ दशक तक हमारे देश में नेशनल वॉर मेमोरियल भी नहीं बना। हमारे देश के जवान कहते रहे की आजादी के बाद हमारे वीरों ने इतना बलिदान दिया है उनका एक नेशनल वॉर मेमोरियल होना चाहिए। अरे अपने परिवार के तो आपने हर गली-मोहल्ले में स्मारक खड़े कर दिए, देश की तिजोरी के अरबों-खरबों खर्च कर दिए लेकिन देश के लिए मरने वाले जवानों के लिए कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं। जो काम 70 साल नहीं हुआ, ये काम आपके चौकीदार ने कर दिया और मेरा तो हरियाणा से आग्रह है। जिन-जिन गांवों में आजादी के बाद लोग शहीद हुए हैं, उनके परिवारजनों के लेकर के उस गांव के लोगों को नेशनल वॉर मेमोरियल पर जाना चाहिए और अपने गांव के जो शहीद हैं उसके नाम के सामने एक फूल चढ़ा कर आपको भी आना चाहिए, ये मेरी हरियाणा, पंजाब और हिमाचल के लोगों से विशेष प्रार्थना है क्योंकि ये इलाका है जिसने देश के लिए बहुत बलिदान दिए हैं।

भाइयो-बहनो, एक और बात, कभी-कभी हम लोग मानसिक अवस्था के कारण, ये जो पुलिस के जवान खड़े हैं ना उनको अपमानित करते हैं, उनको नीचा दिखाते हैं, उनको बुरा-भला कहते हैं। सिनेमा वाले भी सिनेमा दिखाएंगे तो पुलिस वालों को सबसे भद्दा बताते हैं। इतना देश का नुकसान हुआ है और एक सत्य कभी बाहर नहीं आया, मुझे इससे बड़ा दर्द होता था और मैंने इसलिए लाल-किले से एक बार बोल दिया था। आप जानकर हैरान हो जाएंगे, कभी-कभी हम इन पुलिस वालों से भिड़ जाते हैं लेकिन कभी सोचा है, ठंड हो पुलिस वाला खड़ा है, गर्मी हो पुलिस वाला खड़ा है। राखी का त्योहार है पुलिस वाला खड़ा है, घर पर शादी-ब्याह है वो ड्यूती पर गया हुआ है। हम इन चीजों पर ध्यान ही नहीं देते हैं। इससे भी बढ़कर हम सामान्य लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बचाने के लिए, हमारा मोबाइल फोन चोरी हो जाए तो हम तो जा कर सो जाते हैं, वो बेचारा जाग के कैसे मोबाइल फोन वापस लाओ इसके लिए दौड़-धूप करता है। हमारी रक्षा के लिए आजादी के बाद देश के पुलिस जवानों ने, 33 हजार पुलिस शहीद हुए, 33 हजार। ये आंकड़ा छोटा नहीं है, 33 हजार पुलिस वाले शहीद हुए, वो कहते रहे की एक नेशनल पुलिस मेमोरियल बनना चाहिए। ये कांग्रेस के लोगों ने, इन महामिलावटियों ने पुलिस के कंधे पर बंदूकें तो बहुत फोड़ीं लेकिन उनको सम्मान नहीं दिया, ये काम भी एस चौकीदार ने किया है। पुलिस वालों का मान-सम्मान बढ़ाने के लिए मैं पूरी ताकत से लगा हूं। और उसके लिए भी मैं हरियाणा को कहूंगा की आपके क्षेत्र के भी आजादी के बाद कई पुलिस जवान शहीद हुए। आप को जाना चाहिए, जा कर उन पुलिस के परिवारों को आपको जरूर एक फूल चढ़ा के आना चाहिए, भाइयो-बहनो।
भाइयो-बहनो, कांग्रेस को ना तो जवानों के सम्मान की कभी फिक्र रही और ना ही किसानों के सम्मान की। इन्होंने किसानों की जमीन पर भी भ्रष्टाचार की खेती की है, सबूत देश के सामने है, सबूत हरियाणा के सामने है। हरियाणा और दिल्ली में जब भी कांग्रेस की सरकार थी तब कैसे कौड़ियों के दाम पर किसानों की जमीन हथियाने का खेल खेला गया, आप सभी जानते हैं। आप सभी के आशीर्वाद से किसानों को लूटने वालों को ये चौकीदार कोर्ट तक ले गया है। जमानत के चक्कर काट रहे हैं, ईडी के दफ्तर के जूते घिस रहे हैं जी, वो मानते थे हम तो शहंशाह हैं, हमको कोई हाथ नहीं लगा सकता है और अब पीड़ा हो रही है, एक चौकीदार, एक चाय वाला, अब परेशान हैं। भाइयो-बहनो, जेल के दरवाजे तक तो ले गया हूं इस बार आशीर्वाद दीजिए, आने वाले पांच साल में अंदर कर दूंगा। आपका आशीर्वाद चाहिए बस। देश को जिन्होंने लूटा है, उनको लौटाना ही पड़ेगा।

साथियो, भाजपा की सरकार देश के किसान के लिए, देश के जवान के सम्मान के लिए समर्पित है। किसानों के हक के लिए आवाज उठाने वाले भारत की कृषि नीति और अपनी छाप छोड़ने वाले सर छोटू राम जी की भव्य प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मुझे कुछ महीने पहले ही मिला था। साथियो, लेकिन यहां इसी धरती से कुछ हफ्ते पहले सार्वजनिक मंच से एक नेता ने कहा की जो भी देश के गद्दार हैं उन्हें अंग्रेजों ने सर की उपाधि दी थी। भाइयो-बहनो, उसके बाद उनके और एक बड़े नेता ने इसका समर्थन किया। क्या मेरे हरियाणा के लोग सर छोटू राम के इस अपमान को बर्दाश्त करेंगे? अरे सर छोटू राम जैसे हमारे नायकों के आशीर्वाद से ही हम 2022 तक किसानों की आय दो गुना करने का संकल्प पूरा करने वाले हैं।

पीएम किसान सम्मान निधि से छोटे किसानों के बैंक खाते तक सीधी मदद पहुंचनी शुरू हो गई है। हमने ये संकल्प लिया है की 23 मई को जब चुनाव के नतीजे आएंगे, जब फिर एक बार… मोदी सरकार आएगी तब हरियाणा के हर किसान परिवार के खाते में हर वर्ष साल में तीन बार सीधी मदद पहुंचेगी। इतना ही नहीं जो छोटे किसान हैं, खेत मजदूर हैं, छोटे दुकानदार हैं उनको 60 साल के बाद नियमित पेंशन भी करेगी। साथियो, किसान की खेती पर लागत कम हो इसके लिए भंडारण की एक बहुत बड़ी व्यवस्था हम खड़ी करने वाले हैं। गांव के पास ही किसान अपनी उपज का भंडारण कर पाएं, इसके लिए ग्राम भंडारण योजना पर विस्तार से काम किया जाएगा। अन्नदाता अब ऊर्जादाता भी बनें इसके लिए डीजल पंपों को सोलर एनर्जी से चलने वाले सोलर पंपों में बदलने का अभियान हमने छेड़ा है।

भाइयो-बहनो, एक तरफ हम जहां किसानों के हितों के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने झूठ और धोखे की नीति अपना रखी है। कर्जमाफी के नाम पर उसने राजस्थान में, मध्य प्रदेश में किसानों के साथ कैसे छलावा किया, कैसे उनको छला है, अब इसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। वहीं स्थिति ये है की किसानों को कोर्ट से नोटिस मिल रहे हैं और उन्हें जेल जाने की नौबत आ गई है। साथियो, जब वजूद खतरे में पड़ जाता है तब झूठ प्रपंच और समाज में बंटवारे का खेल ये कांग्रेस की पुरानी आदत है। कांग्रेस के राज में समाज का कोई वर्ग सुरक्षित नहीं है। कांग्रेस न्याय की बात करती है लेकिन यहां आपने खुद देखा है की दलित वर्ग से आने वाले अपने अध्यक्ष तक को वो इंसाफ नहीं दिला पाई। साथियो, कांग्रेस की एक और करतूत के बारे में यहां के युवा साथियों को जानना जरूरी है। 1984 में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा सहित देश के अलग-अलग हिस्सों में हमारे हजारों सिख बहन-भाई, छोटे-छोटे बच्चों को कांग्रेस परिवार और उसके दरबारियों के इशारों पर हत्या की गई, बेरहमी से उनको मारा गया। 34 सालों तक दर्जन भर आयोग बने लेकिन सिखों को इंसाफ नहीं मिला। आपके इस चौकीदार ने सिख समाज से देश से 1984 के गुनहगारों को सजा देने का वादा किया था। मुझे संतोष है की सिखों के गुनहगारों को फांसी और उम्रकैद मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है लेकिन ये बेशर्म कांग्रेस उन लोगों को आज भी इनाम दे रही है जो उस पाप में हिस्सेदार रहे हैं। सिख दंगों में जिस पर सवाल उठे हो उसे मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने साफ कर दिया है की उसे आपकी भावनाओं की कोई परवाह नहीं है।

भाइयो-बहनो, कांग्रेस का इतिहास ही आपकी भावनाओं को नजरअंदाज करने का है वरना कोई वजह नहीं थी की आज हमारा पवित्र स्थान, हमारे करतारपुर साहिब आज पाकिस्तान में है। बंटवारे के समय थोड़ा भी जोर लगाया जाता तो करतारपुर साहिब आज भारत की धरती पर होते। मैं अपने इन गुरु के दर्शन के लिए सीमा पार करने का और आने-जाने का सिलसिला कैसे शुरू हो, हम आगे बढ़े हैं। भाइयो-बहनो, कांग्रेस के इस अन्याय को सुधारना मुश्किल है लेकिन हमारी सरकार प्रयास कर रही है की करतारपुर साहिब का दर्शन करने जो भक्त जाते हैं उन्हें तकलीफ ना हो। इसके लिए करतारपुर साहिब कोरिडोर विकसित किया जा रहा है।

साथयो, सबको सुरक्षा- सबको सम्मान ये हमारा प्रण है। बीते पांच वर्षों में गरीब हो, दलित हो, वंचित हो, पीड़ित हो हर वर्ग के लिए हमने काम किया है। गरीब को अपना पक्का घर, घर में गैस का चूल्हा, बिजली का कनेक्शन, शौचालय ऐसी अनेक सुविधाएं पहुंचाई हैं। यही कारण है की समाज के हर वर्ग का मुझे भरपूर साथ और सहयोग मिला है। विशेष तौर पर जो साफ-सफाई को काम से जुड़े मेरे साथी हैं, उनके सहयोग के बिना स्वच्छ भारत जैसा मिशन इतना सफल नहीं हो पाता। मुझे बताया गया है, यहां मनोहर लाल जी ने हरियाणा में जो भर्ती अभियान शुरू किया था वो भी बहुत सफल रहा है। जहां पहले हर भर्ती में घोटाले हो जाते हों, वहां इतनी पारदर्शिता के साथ, ईमानदारी के साथ हरियाणा के नवजवानों को नौकरियां देना, हरियाणा की मनोहर लाल जी की सरकार, भाजपा की सरकार अनेक-अनेक साधुवाद के अधिकारी हैं।

साथियो, एक मजबूत भारत के लिए, एक समृद्ध भारत के लिए आपको हरियाणा की सभी सीटों पर कमल खिलाना है। आपका एक-एक वोट मोदी के खाते में आएगा, दिल्ली में एक मजबूत सरकार बनेगी, पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी तो मुझे भी आपकी सेवा करने के लिए खुलकर काम करने का अवसर मिलेगा। एक बार आप सब का इतनी बड़ी तादाद में आ कर के हम सबको आशीर्वाद देने के लिए मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मेरे साथ पूरी ताकत से बोलिए, दोनों हाथ बंद करके मुट्ठी बंद करके बोलना है…
भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।