मेरी नीयत, मेरा परिश्रम और आपके आशीर्वाद ही मेरी शक्ति है, इसी नीयत पर 130 करोड़ भारतवासियों का विश्वास मुझे मिला है: प्रधानमंत्री मोदी
कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं पर सिख दंगों के दौरान साजिश रचने, दंगों में शामिल रहने का आरोप लगा, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ: पीएम मोदी
दिल्ली में जो कांग्रेस के नामदार हैं, उनके जो रिश्तेदार हैं, उन्होंने यहां के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ मिलकर क्या-क्या गुल खिलाए हैं, ये भी पूरा देश जानता है, किसान की जमीन कौड़ियों के दाम पर हड़प ली और फिर उसपर भ्रष्टाचार की खेती की: प्रधानमंत्री

भारत माता की...जय
भारत माता की...जय

जिसके पास बैठने की जगह है वो बैठे, जिसके पास खड़े रहने का मूड है वो खड़े रहे। सबसे पहले तो विलंब से आने के लिए आपकी क्षमा मांगता हूं। दूसरा, मैं देख रहा हूं की जितने लोग इस पंडाल में हैं उसे ज्यादा बहार धूप में तप रहे हैं। उनको जो असुविधा हुई इसके लिए भी क्षमा मांगता हूं और मैं इन सब को विश्वास दिलाता हूं। हरियाणा में मुझे आकर ये कहने की जरूरत नहीं है मैं अपने घर में आया हूं। लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि इतनी चिलचिलाती धूप में आप जो तपस्या कर रहे हैं, आपकी तपस्या मैं बेकार नहीं जाने दूंगा, मैं विकास करके इसे लौटाऊंगा। राष्ट्रीय रक्षा के लिए हर पल तैयार रहने वाले मिट्टी से सोना उगा कर देश का पेट भरने वाले और खेल के मैदान में भारत को गौरव दिलाने वाले हरियाणा के और रोहतक के सभी लोगों को मेरा नमस्कार। धरती जो संस्कार देती है ऐसी पवित्र भूमि को भी मेरा कोटि-कोटि वंदन। इस धरती ने सर छोटू राम और श्रद्धेय मंगल सिंह जैसा नेतृत्व देश को दिया है। इन महान विभूतियों को और देश के लिए बलिदान देने वाले हर शहीद को मैं श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं।

साथियो, साल 2014 में जब आपके बीच मैं आया था तब मैंने कहा था कि आप मुझे अवसर दीजिए, मैं देश को झुकने नहीं दूंगा। और तब मैंने कहा था कि हरियाणा ने मुझे पाला-पोसा बड़ा किया, हरियाणा की धरती ने मुझे बहुत कुछ सिखाया है। और मैंने कहा था आपने जो मुझे सिखाया है उसका राष्ट्रीय रीति-नीति में मैं भरपूर फायदा उठाऊंगा। आज मैं संतोष के साथ कह सकता हूं कि मैंने आपकी शिक्षा का पूरा मान-सम्मान रखा है।

भाइयो और बहनो, आज पूरी दुनिया में सबसे तेजी से विकसित होती बड़ी अर्थव्यवस्था भारत की है। 2014 में भारत आर्थिक ताकत के रूप में दुनिया में 11वें नंबर पर था, आज छठे नंबर पर पहुंच गया हैं और पांच नंबर के दरवाजे पर दस्तक लगा रहा हैं। देश की सबसे तेज ट्रेन वंदे भारत हो या फिर आपके हाथ में मोबाइल फोन, आज ये सब कुछ भारत में ही बन रहा है। हाईवे हो, रेलवे हो, एयरवे हो, इंफॉर्मेशन वे हो, सभी क्षेत्रों में पहले से ज्यादा तेज गति से काम हुआ है। सबसे बड़ी बात, आज भारत ने जल, थल, नभ के अलावा अंतरिक्ष यानी स्पेस में भी सर्जिकल स्ट्राइक करने की क्षमता विकसित की है। भाइयो-बहनो, ये सब कुछ किसने किया, ये सब कुछ किसने किया? मुझे सब की आवाज आनी चाहिए ये सब कुछ किसने किया? ये सब किसने किया? दूर-दूर जो धूप में तप रहे हैं, ये सब किसने किया? बीते पांच वर्ष में जो कुछ भारत ने हासिल किया, ये सब किसने किया? किसने किया? आपका जवाब गलत है। रोहतक वाले ऐसी गलती करेंगे मैंने सोचा नहीं था, आपका जवाब गलत है। आप कह रहे हैं ये सब कुछ मोदी ने किया, मोदी ने किया, मोदी ने किया। जी नहीं, ये सब कुछ आपके एक वोट ने किया हैं। ये आपकी वोट की ताकत है। भाइयो बहनो, ये सब कुछ हरियाणा के मजबूत इरादों ने किया है। आपने अगर 2014 में दिल्ली में एक ईमानदार और मजबूत सरकार ना बनाई होती तो ये संभव नहीं था।

साथियो, मेरी नीयत, मेरा परिश्रम ही और आपके आशीर्वाद, यही मेरी शक्ति है, इसी नीयत पर 130 करोड़ भारतवासियों का विश्वास मुझे मिला है। इसी नेक नीयत और पुख्ता नीति के साथ भारत को विकसित बनाने का लक्ष्य लेकर आपका आशीर्वाद लेने के लिए फिर एक बार ये चौकीदार हरियाणा के दरवाजे पर आया है, रोहतक के दरवाजे पर आया है।

साथियो, लेकिन इन सब के बीच आपको कांग्रेस और उसके साथियों से सावधान रहने की जरूरत है। कांग्रेस ने 70 साल तक देश कैसे चलाया है, उनका दिमाग कैसे काम करता है, उनकी खोपड़ी में कितना अहंकार भरा हुआ है, ये कल सिर्फ तीन शब्दों में खुद ही समेट दिया है। इस देश का गरीब और गरीब होता रहा, भ्रष्टाचार दिन-रात बढ़ता रहा, काला धन अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा बन गया, मिडिल क्लास परेशान होता रहा और कांग्रेस या तो उसमें से मलाई खाती रही या तमाशा देखती रही। देश पर सबसे ज्यादा समय तक राज करने वाली कांग्रेस कितनी असंवेदनशील रही है उसका प्रतीक है कल बोले गए तीन शब्द, ये ऐसे ही नहीं निकले हैं। ये शब्द कांग्रेस का चरित्र है, कांग्रेस की मानसिकता है, कांग्रेस के इरादे हैं। वो शब्द तीन कौन से थे, वो तीन शब्द थे- हुआ तो हुआ, हुआ तो हुआ। आप लोग कहेंगे मोदी जी क्या कह रहे हैं? मैं जरा डीटेल में बताता हूं। कांग्रेस का अहंकार, कांग्रेस को चलाने वालों का अहंकार इन्हीं तीन शब्दों में हम भली-भांति समझ सकते थे हुआ तो हुआ। कल कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में से एक ने चीख-चीख कर 84 के दंगों के बारे में कहा कि 84 का दंगा हुआ तो हुआ। आपको पता है ये नेता कौन हैं? ये नेता गांधी परिवार के सबसे करीबी हैं, गांधी परिवार के सारे लोगों के साथ हर रोज इनका बैठना उठना है। ये नेता गांधी परिवार के सबसे बड़े राजदार हैं। ये नेता राजीव गांधी के बहुत अच्छे दोस्त और आज के जो कांग्रेस के नामदार अध्यक्ष है, उनके वो गुरु हैं। इन्होंने कल टीवी के सामने साफ-साफ बोल दिया अगर 84 में दंगा हुआ, हुआ तो हुआ।

भाइयो और बहनो, इनके लिए जीवन का कोई मूल्य नहीं हैं, उनके लिए मनुष्य, मनुष्य नहीं हैं। बहनो, 84 में देश भर में हजारों सिख भाई-बहनों का कत्लेआम हुआ, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है की हुआ तो हुआ। अकेले दिल्ली में 2800 से ज्यादा सिखों की हत्या कर दी गई, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है की हुआ तो हुआ। सैकड़ों सिखों को पेट्रोल-डीजल डालकर जला दिया गया, गले में टायर डालकर आग लगा दी गई, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। हजारों सिखों को घरों से बाहर निकाल-निकाल कर मारा गया, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। दिल्ली और देश भर में हजारों सिखों के घर जला दिए गए, दुकानें जला दी गई, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। दिल्ली से हजारों की संख्या में सिख भाई-बहनों को, अपने परिवार को लेकर भागना पड़ा, अपना घर-बार छोड़ना पड़ा, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। यहां हरियाणा में, हिमाचल प्रदेश में, मध्य प्रदेश में, उत्तर प्रदेश में, राजस्थान में सैकड़ों सिखों को निशाना बनाया गया और नेतृत्व कांग्रेस के नेताओं ने किया। ये पाप कांग्रेस के हर छोटे मोटे हर व्यक्ति ने किया और आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। कांग्रेस के बड़े-बड़े नेताओं पर इन दंगों के दौरान साजिश रचने, दंगों में शामिल रहने का आरोप लगा, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है कि हुआ तो हुआ। कांग्रेस ने इसी अहंकार से देश को चलाया है। कांग्रेस के नामदारों के सिर्फ एक कर्म का लेखा जोखा है ऐसे ही कर्मों की वजह से आज 21 वीं सदी का भारत कांग्रेस को 44 सीटों पर ला करके खड़ा कर दिया और इस बार इतनी सीटें जितने के लिए भी देश उनको मदद करने के लिए तैयार नहीं है।

भाइयो और बहनो, सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने के लिए, कांग्रेस में समर्थ लोगों का अपमान किया जाता है, उनकी पहचान को ऊपर नहीं उठने दिया जाता है।

साथियो, भाखड़ा-नंगल डैम की सोच, सर छोटूराम की थी, लेकिन उनको कभी इसका क्रेडिट ही नहीं दिया गया। अब तो हद ही हो गई है, कुछ लोग राजनीति के लिए कुछ वोटों के लिए ऐसे महान व्यक्ति का अपमान भी कर रहे हैं। हरियाणा की जनता इसका जवाब जरूर देगी। भाइयो और बहनो, जब सिर्फ एक ही वंश एक ही परिवार का मान सम्मान सर्वोपरि बन जाता है तब दूसरे के मान सम्मान की चिंता नहीं होती है। यही योगदान कांग्रेस का भारतीय राजनीति में रहा है ऐसे परिवार हैं जहां पर भ्रष्टाचार ही संस्कार है और हरियाणा तो इसका भुक्तभोगी रहा है। रोहतक और गोहना की वैसे तो रेवड़ियां बड़ी मशहूर हैं, रोहतक और गोहाना की वैसे रेवड़ियां बड़ी मशहूर हैं, मैं यहां था तब तो खाता था लेकिन गुजरात गया तब भी यहां के पुराने दोस्त मुझे भेजते थे और दिल्ली पीएम बन के आया तब भी भेजते थे। यहां की रेवड़ियां तो मशहूर हैं लेकिन कांग्रेस की सरकार यहां नौकरियां रेवड़ियों की तरह बांटती थी और रेवड़ियों की तरह बेचती भी थी। मनोहर लाल जी की सरकार ने पूरी पारदर्शिता से काम करते हुए हरियाणा के नौजवानों को धोखा देने वाले कांग्रेस के इस खेल को बंद कर दिया है।

साथियो, दिल्ली में जो कांग्रेस के नामदार हैं, उनके जो रिश्तेदार हैं, उन्होंने यहां के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ मिलकर क्या-क्या गुल खिलाए हैं, ये भी पूरा देश जानता है। किसान की जमीन कौड़ियों के दाम पर हड़प ली और फिर उस पर भ्रष्टाचार की खेती की गई है। आज ये जितने भी नामदार हैं, सब के सब बेल पर है जमानत पर है लेकिन आने वाले पांच वर्ष में आपने मुझे पांच साल का मौका दिया वो दरवाजे तक पहुंच गए हैं। दूसरे पांच साल का मौका दीजिए, देश को लूटने वाले जेल के अंदर होंगे।

भाइयो और बहनो, किसान के साथ-साथ कांग्रेस ने हमारे जवानों को भी नहीं छोड़ा। चाहे वन रैंक वन पेंशन हो, शहीदों के लिए नेशनल वॉर मेमोरियल हो, पुलिस मेमोरियल हो, कांग्रेस ने सभी को धोखा दिया। हमारी सरकार ने ये सारे काम और सम्मान हमारे जवानों के लिए, शहीदों के लिए और उनके परिवार के लिए किए हैं। यही कारण है की राष्ट्र रक्षा और राष्ट्र नीति को लेकर ये कभी बात नहीं करते। राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर इनके जो कर्म रहे हैं वो भी सदैव इनके साथ रहने वाले हैं। भाइयो और बहनो, यहां पानीपत में समझौता ब्लास्ट हुआ था, तो पाकिस्तान के आतंकियों को भगा दिया गया और निर्दोष लोगों को फंसा दिया गया। कांग्रेस के दरबारियों ने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया कि ये हिन्दू आतंकवाद है।

साथियो, हजारों वर्षों की हमारी सनातन परंपरा को बदनाम करने की कांग्रेस की साजिश को इस बार फिर करारा जवाब मिलने वाला हैं। साथियो, कांग्रेस की इसी कर्मों का परिणाम है कि 2004 से लेकर 2014 तक पाकिस्तान के आतंकी भारत में हमले करते रहे और कांग्रेस की कमजोर सरकार रोती रही। आपके इस चौकीदार ने इस नीति को बदला है। आज हमारे सपूतों को हमने खुली छूट दी है, सीमा में बांधकर नहीं रखा है। हम पर हमला होगा तो दोगुनी ताकत से जवाब देंगे, आप गोली चलाओगे तो चौकीदार गोला चलाएगा। और आप अगर आतंकवादियों को एक्सपोर्ट करोगे तो हम आपके घर में घुस करके मारेंगे।

साथियो, हमारी सेना के जवानों का शौर्य तो हमेशा से ही बुलंद था लेकिन सीमा पार जाना है या नहीं पहले ये फैसला लेने वाली मजबूत सरकार नहीं थी, दोस्तो। आज तक ऐसा व्यक्ति वहां बैठा है जिसने हरियाणा का नमक खाया है। आज हम घर-घर में घुसकर के उनके हौसले कितने ही ऊंचे हो, घुसकर के मारते भी है और दुनिया हमारे साथ खड़ी भी रहती है। आज पाकिस्तान अकेला पड़ गया क्योंकि हमारी कूटनीति भी मजबूत हुई है। भाइयो और बहनो, देश जब समर्थ होता है, सुरक्षा करने में सक्षम होता है तभी दुनिया बात सुनती है।

साथियो, देश की साख बढ़ाने में हमारे यहां के खिलाड़ियों का भी बहुत बड़ा योगदान है। हरियाणा के युवा साथियों ने तिरंगे की शान को हमेशा ऊंचा रखा है। बीते 5 वर्षों में हमने स्पोर्ट्स को भारत की जीवन शैली का, फिटनेस का हिस्सा बनाने का प्रयास किया है। मुझे खुशी है कि टैलेंट की पहचान से लेकर ट्रेनिंग और चयन तक जो पारदर्शी प्रक्रिया हमने अपनाई है उससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़ा है और ये देश को मिलने वाले मेडलों में भी दिखाई देता है।

साथियो, हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास, इसी के लिए समर्पित है। गरीबों का अपना पक्का घर हो, बहनों को शौचालय मिले और गैस की सुविधा हो, किसानों के खाते में आ रही सीधी मदद हो, मेट्रो, रेल कोच सेक्टर और कैंसर अस्पताल जैसी सुविधा हो, आपका जीवन आसान बनाने के लिए अनेक योजनाओं पर काम किया जा रहा है। विकास की ये गति हमें और तेज बढ़ानी है। आपका एक-एक वोट कमल के निशान पर होना चाहिए। आपका हर वोट मोदी के खाते में जाएगा। आपका एक-एक वोट मोदी के खाते में जाएगा। जितने ज्यादा वोटिंग कराओगे, उतने ज्यादा वोट मोदी के खाते में जाएंगे। भारी संख्या में यहां आने के लिए और हमें आशीर्वाद देने के लिए मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं।

दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए भारत माता की... जय, भारत माता की... जय, भारत माता की... जय, बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।