एक महामिलावटी सरकार का मतलब है - देश में अराजकता और अस्थिरता, इन लोगों द्वारा फैलाई अस्थिरता देश ने पहले भी देखी थी, जब संयुक्त मोर्चा नाम की सरकार सत्ता में थी, उस दौर में जो अस्थिरता थी, उसका परिणाम ये हुआ कि भारत को बार-बार चुनाव का सामना करना पड़ा: प्रधानमंत्री मोदी
योगी जी की अगुवाई में भाजपा सरकार आई, तो सबका साथ, सबका विकास का मंत्र से आज बिना किसी भेदभाव के सबके घर में बिजली पहुंच रही है: पीएम मोदी
कांग्रेस और उसके साथियों ने कभी देश की सुरक्षा नीति को गंभीरता से नहीं लिया, कांग्रेस शासन में कुछ लोग भारत का खाकर आतंकियों के गीत थे और फिर भी आराम से जीवन जी रहे थे, हमने इस परंपरा को खत्म कर दिया है: प्रधानमंत्री

भारत माता की… जय, भारत माता की… जय।
मंच पर विराजमान उत्तर प्रदेश को लोकप्रिय एवं यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ नेता और इस चमचमाती धूप में इतनी बड़ी तादाद में हमें आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो।

 ऋषिमुनियों की तपोभूमि एवं साहित्य जगत को अनेक मनिषि देने वैसी यह आजमगढ़ की पवित्र भूमि को मेरा प्रणाम। आजमगढ़ और लालगंज के सभी साथियों से मैं दिल्ली में एक मजबूत और ईमानदार सरकार बनाने के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। पांच चरणों के चुनाव के बाद आप सभी देख रहे हैं की कैसे देश ने आपके इस सेवक को अपना भरपूर समर्थन दिया है। हिंदुस्तान के जिस कोने में मैं गया हूं, ऐसा ही जन सैलाब, ऐसा ही उत्साह, फिर एक बार… मोदी सरकार। ये बात हिंदुस्तान के हर कोने में हर गांव में, हर गली में, हर घर का मंत्र बन गया है। लेकिन जो लोग केंद्र में एक खिचड़ी सरकार चाहते हैं, महामिलावट वाली सरकार चाहते हैं उनसे सावधान रहना बहुत आवश्यक है। इस महामिलावट से देश को जो खतरा होता है वो आज के नवजवानों को आजमगढ़ में पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं को जानना बहुत जरूरी है। 

साथियो, एक महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता। इन लोगों द्वारा फैलाई अस्थिरता देश ने 20 साल पहले भी देखी थी। जब संयुक्त मोर्चा नाम की सरकार सत्ता में थी, उस दौर में जो अस्थिरता थी उसका परिणाम ये हुआ की भारत को बार-बार चुनाव का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2004 से लेकर 2014 तक फिर देश ने ऐसी महामिलावटी सरकार देखी, जिसने भारत को दुनिया में शर्मिंदा किया। कांग्रेस के दस साल के शासन में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं था जहां घोटाले और घपले नहीं हुए। साथियो, जब भ्रष्ट और मजबूर सरकार होती है तो वो चुनौतियों को ना सह पाती है, ना लड़ पाती है। याद कीजिए आजमगढ़ की साख के साथ, इन लोगों की सरकार के समय किस तरह का खिलवाड़ किया गया है। जब भी कोई आतंकी हमला होता था तो उसके तार खोजते-खोजते एजेंसियां आजमगढ़ पहुंच जाती थीं। आखिर ऐसा क्यों हो रहा था, क्या वजह थी। भाइयो-बहनो, यहां जो सपा और बसपा के नेता थे, जो दिल्ली में सरकार थी वो सिर्फ वोट के लिए आतंक के मददगारों को पनाह दे रहे थे। कार्रवाई के समय पर आतंकियों का भी जात, पात, पंथ, वही देखा जाता था और उसी के तराजू पर तौला जाता था।

बहनो और भाइयो, वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने, जातीय समीकरण की राजनीति करने वालों ने, माहामिलावट करने वालों ने देश के खतरे में डाल दिया था। इन्हीं लोगों ने पाकिस्तान को भारत पर हावी होने का मौका दिया। अब आप सोचिए, 2014 के बाद आजमगढ़ का नाम, क्या कारण हैं की आतंकियों से नहीं जुड़ता है और 2014 के पहले क्या कारण था की आतंकियों के साथ आजमगढ़ का नाम जुड़ जाता था। 2014 के बाद देश के बड़े शहरों में बम धमाकों पर लगाम कैसे लग गई, आतंकी सिर्फ जम्मू-कश्मीर और सीमा के छोटे हिस्सों तक सिमट क्यों गए।

साथियो, ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि हमारी सरकार ने आतंक के खिलाफ देशहित को सर्वोपरि रखते हुए कार्रवाई की है। हमने पाकिस्तान में घुस कर के आतंकियों पर प्रहार किया है। हमने घुसकर के मारा, ठीक किया की नहीं किया? ऐसा ही करना चाहिए ना, आतंकवादियों के खत्म किए बिना शांति मिल सकती है क्या और इसलिए भाइयो-बहनो, ये नया हिंदुस्तान है ये घर में घुसकर मारता है। कभी हमारे साथ दुनिया खड़ी होने में झिझकती थी, आज मसूद अजहर जैसे आतंकियों के खिलाफ पूरी दुनिया हिंदुस्तान के साथ खड़ी हो जाती है, ये होता है मजबूत सरकार का मतलब।

भाइयो-बहनो, जब मजबूर सरकार होती है, जातिवादी सरकारें होती हैं तो उनकी सोच बहुत सीमित होती है। आपने तो अनुभव किया है यहां यूपी में ही कैसे बिजली जैसी बुनियादी सुविधा भी वोट बैंक के आधार पर दी जाती थी। घरों का आवंटन हो या गैस कनेक्शन सब कुछ जाति और पंथ देखकर किया जाता था। सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर चल रही हमारी सरकार ने अब ये सारे भेदभाव खत्म कर दिए हैं। साथियो, बीते पांच वर्ष में बिना तुष्टीकरण किए, बिना वोट बैंक की राजनीति किए देश के विकास के लिए काम किया गया है। जो दशकों से अपने जीवन में मूलभूत सुविधाएं पाने के लिए इंतजार में था उसके लिए हमारी सरकार ने काम किया है। उज्जवला योजना के तहत गरीबों को मुफ्त गैस कनेक्शन देना है, सौभाग्य योजना के तहत मुप्त बिजली कनेक्शन देना हो ये चिंता भाजपा की ही सरकार ने की है। हमारी सरकार 2022 तक देश के हर गरीब परिवार को अपना पक्का घर देने के संकल्प पर काम कर रही है।

भाइयो-बहनो, कांग्रेस हो, सपा हो, बसपा हो इन्होंने जात-पात के आधार पर आपसे वोट मांगे लेकिन कभी आपके स्वास्थ्य की चिंता नहीं की। आपके इस सेवक ने, आपके इस चौकीदार ने हर गरीब परिवार को चाहे वो किसी भी जाति-बिरादरी का हो उसको हर वर्ष पांच लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज तक की सुविधा सुनिश्चित की है। इसी तरह किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए उनके खातों में पीएम किसान योजना के तहत सीधे पैसे जमा होने शुरू हो गए हैं, जिनको अभी पैसे नहीं पहुंचे हैं उनको भी जल्द से जल्द मिल जाएंगे। इतना ही नहीं 23 मई को चुनाव के नतीजे आने वाले हैं, 23 मई को इस समय तक चित्र स्पष्ट हो गया होगा। 23 मई को जब नतीजे आएंगे फिर एक बार जब मोदी सरकार आएगी तो यूपी के हर किसान परिवार को कोई भी प्रकार के बंधन के बिना ये सारी सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएंगी।

इसके अलावा छोटे किसानों, खेत मजदूरों और छोटे दुकानदारों को पेंशन की सुविधा का प्रबंध भी किया जाएगा। भाइयो-बहनो, बीते पांच वर्षों में आपने एक और बहुत बड़ा परिवर्तन अनुभव किया होगा। हमारी भोजपुरी भाषा और संस्कृति की दुनिया में बहुत पहचान बनी है, हमारे साथी भाई निरहुआ जी हों, रवि किशन जी हो, मनोज तिवारी जी हों, जो दूसरे हमारे मेधावी कलाकार हो उन्होंने अपने परिश्रम से इस काम को आगे बढ़ाया है। आज भोजपुरी सिनेमा मोबाइल फोन पर उपलब्ध है, यू-ट्यूब के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति तक ये पहुंच पा रहा है। इसका कारण है कि आज स्मार्टफोन बहुत सस्ते हुए हैं क्योंकि आज देश में ही मोबाइल फोन बन रहे हैं। इसी तरह आज मोबाइल का इंटरनेट डेटा पूरी दुनिया में कहीं सबसे सस्ता है तो हमारे हिंदुस्तान में है। साथियो, ये काम पहले भी हो सकता था लेकिन पहले जो पहले सपा-बसपा के सहयोग से केंद्र में महामिलावटी सरकार चल रही थी वो घोटाले करने में व्यस्त थी। उसने 2जी घोटाला किया तभी उसके राज में फोन करना और मोबाइल फोन का उपयोग करना आम आदमी के बस का रोग नहीं था, बहुत महंगा था। लेकिन आज आप हमारे निरहुआ बाबू के गाने भी आपके मोबाइल फोन पर सुन पा रहे हैं और सेल्फी भी ले पा रहे हैं। यही एक ईमानदार और पारदर्शी, मजबूत सरकार का लाभ होता है। देश के विकास के लिए, देश की सुरक्षा के लिए आपको केंद्र में फिर एक मजबूत सरकार बनानी है। कमल पर पड़ा आपका हर वोट मोदी के खाते में आएगा।

भाइयो-बहनो, ऐसी चमचमाती धूप में, आप इतनी बड़ी संख्या में हम सबको आशीर्वाद देने के लिए आए। मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। भाइयो-बहनो, आप एक काम करेंगे, दोनों हाथ ऊपर कर के बताएं, करेंगे? अपना बूथ मजबूत बनाएंगे, घर-घर जाएंगे, मतदाताओं को मिलेंगे, मतदाताओं को समझाएंगे? भाजपा को जिताएंगे, कमल के फूल पर वोट करवाएंगे? फिर एक बार मजबूत सरकार बनवाएंगे, देश को मजबूत करने का काम करेंगे? भाइयो-बहनो, आपका ये उत्साह और उमंग, आजमगढ़ में भी कमल खिलाने वाला है। लालगंज में भी कमल खिलाने वाला है। दोनों मुट्ठी बंद करके मेरे साथ बोलिए… भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, भारत माता की… जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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प्रधानमंत्री 24 नवंबर को 'ओडिशा पर्व 2024' में हिस्सा लेंगे
November 24, 2024

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 24 नवंबर को शाम करीब 5:30 बजे नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 'ओडिशा पर्व 2024' कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर वह उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे।

ओडिशा पर्व नई दिल्ली में ओडिया समाज फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रमुख कार्यक्रम है। इसके माध्यम से, वह ओडिया विरासत के संरक्षण और प्रचार की दिशा में बहुमूल्य सहयोग प्रदान करने में लगे हुए हैं। परंपरा को जारी रखते हुए इस वर्ष ओडिशा पर्व का आयोजन 22 से 24 नवंबर तक किया जा रहा है। यह ओडिशा की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करते हुए रंग-बिरंगे सांस्कृतिक रूपों को प्रदर्शित करेगा और राज्य के जीवंत सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक लोकाचार को प्रदर्शित करेगा। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख पेशेवरों एवं जाने-माने विशेषज्ञों के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय सेमिनार या सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।