रोजगार का सृजन भारत सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। भारत रोजगार पर विश्वसनीय और समयबद्ध आंकड़ों की कमी से जूझ रहा है। इसकी वजह से नीति निर्माताओं और स्वतंत्र पर्यवेक्षकों को अलग-अलग समय पर रोजगार पैदा करने की सीमा का आकलन करने में मुश्किल आ रही है। श्रम ब्यूरो सहित कुछ एजेंसियों द्वारा कुछ आंकड़ों को एकत्र और प्रकाशित किया जाता है लेकिन इनके कवरेज का क्षेत्र बहुत छोटा है। श्रम ब्यूरो अपने आंकड़े में केवल कुछ क्षेत्रों को शामिल करता है। साथ ही सर्वेक्षण की कार्यप्रणाली उत्तरदाताओं के अद्यतन पैनल पर आधारित नहीं होती है। इसका परिणाम यह होता है कि सही आंकड़ों के अभाव में ही नीति बनाई जाती है और विश्लेषण किए जाते हैं।
रोजगार पर समयबद्ध और विश्वसनीय आंकड़ों के महत्व को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री कार्यालय सहित इससे संबंधित एजेंसियों को इस मसले को सुलझाने के लिए निर्देश दिया है ताकि देश के सांख्यिकीय ढांचे के अंतराल को भरा जा सके। तदनुसार नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढिया, श्रम सचिव सुश्री सथियावती और सांख्यिकी सचिव डॉ टी.सी.ए. अनंत की अध्यक्षता की एक कार्यबल का गठन किया गया है। नीति आयोग के प्रोफेसर पुलक घोष और श्री मनीष सभरवाल (सदस्य आरबीआई बोर्ड) को सदस्यों में शामिल हैं। कार्यबल ऐसे समाधान सुझाएगा जिसे समयबद्ध तरीके से कार्यान्वित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि यह कार्य शीघ्र ही आगे बढ़ाया जाए ताकि रोजगार संबंधी नीतियों को विश्वसनीय आंकड़ों के आधार पर प्रभावी तरीक से तैयार की जा सकें।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज डॉ. हरेकृष्ण महताब जी को एक महान व्यक्तित्व के रूप में स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने भारत की स्वतंत्रता और प्रत्येक भारतीय के लिए सम्मान और समानता का जीवन सुनिश्चित करने के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, श्री मोदी ने डॉ. महताब के आदर्शों को पूर्ण करने की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
राष्ट्रपति की एक एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा:
"डॉ. हरेकृष्ण महताब जी एक महान व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाने और हर भारतीय के लिए सम्मान और समानता का जीवन सुनिश्चित करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। ओडिशा के विकास में उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। वे एक प्रबुद्ध विचारक और बुद्धिजीवी भी थे। मैं उनकी 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके आदर्शों को पूरा करने की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराता हूं।"
Dr. Harekrushna Mahatab Ji was a towering personality who devoted his life to making India free and ensuring a life of dignity and equality for every Indian. His contribution towards Odisha's development is particularly noteworthy. He was also a prolific thinker and intellectual.… https://t.co/vNg3iL8ap6
— Narendra Modi (@narendramodi) November 21, 2024