वृक्ष प्रत्यारोपणः वृक्ष-संपदा देखभाल की गुजरात सरकार की अनोखी पहल
वृक्ष जतन की स्वाभाविक संवेदना का वातावरण सृजित करें – श्री मोदी
गुजरात में १७९९ विशालकाय वृक्षों को आयातित मोबाइल यंत्रों की मदद से जड़ से निकालकर अन्यत्र स्थापित करने में सफलता
८५ फीसदी जीवित वृक्ष-प्रत्यारोपण सफल
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत भर में सर्वप्रथम वृक्ष-प्रत्यारोपण अभियान के तहत समाज में वृक्ष को संपदा के रूप में प्रस्थापित करने का सुझाव दिया है। पिछले चार वर्ष से गुजरात में वन विभाग के उपक्रम और मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से वृक्ष-प्रत्यारोपण प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक चल रहा है। इसके अंतर्गत राज्य में विशालकाय वृक्षों को काटने और उसका विनाश करने की मानसिकता में बदलाव लाकर आयातित हाइड्रोलिक प्रेशर वाली यांत्रिक मशीन के जरिए संपूर्ण सुरक्षा के साथ वृक्ष को जड़ से निकालकर उसका अन्यत्र प्रत्यारोपण किया जा रहा है।
विकास के लिए वृक्षों का विनाश करने के बजाय इसके विकल्प के तौर पर गुजरात सरकार ने चार वर्षों के दौरान ४७ से अधिक प्रजातियों के अधिकतम ९० सेमी परिधि वाले १७९९ वृक्षों का सफल प्रत्यारोपण किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत प्रत्यारोपित वृक्षों की सफलता की दर ८५ फीसदी से भी ज्यादा है। मुख्यमंत्री के समक्ष आज राज्य में वृक्ष-प्रत्यारोपण प्रोजेक्ट को और भी व्यापक फलक पर विस्तारित करने तथा समाज के साथ वृक्ष का एक अमूल्य संपदा के रूप में भावनात्मक जुड़ाव करने के लिए वन विभाग की ओर से तैयार किए गए ‘ट्री ट्रांसप्लान्टेशन इन ग्रीन गुजरात’ का प्रेजेन्टेशन किया गया।
समाज में विभिन्न स्तरों पर वृक्ष-प्रत्यारोपण की इस योजना के प्रदर्शन की जरूरत पर जोर देते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह समाज का स्वभाव बनना चाहिए कि वह वृक्ष एवं पर्यावरण की देखरेख करे। फिलहाल गुजरात में हाइड्रोलिक प्रेशर वाली तीन मोबाइल मशीनें हैं। उन्होंने वृक्ष-प्रत्यारोपण के लिए निजी-सार्वजनिक क्षेत्रों, स्कूल-कॉलेज और शहरों आदि में उसकी भागीदारी और समझ का दायरा विकसित करने तथा विकास की गतिशीलता के साथ वृक्ष-हरियाली की जतन और मानव शरीर के अंगों की तरह तकनीक की मदद से वृक्ष प्रत्यारोपण को समाज में स्वीकृत बनाने का सुझाव दिया।
बैठक में मुख्य सचिव वरेश सिन्हा, वन एवं पर्यावरण विभाग के अग्र सचिव एचके दास, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव के.कैलाशनाथन सहित राज्य के अग्र मुख्य वन संरक्षक उपस्थित थे।