पाठ्येतर गतिविधियों के महत्व के बारे में बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पाठ्येतर गतिविधियां न करना किसी भी विद्यार्थी को एक रोबोट की तरह बना सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि पाठ्येतर गतिविधियों और अध्ययन में संतुलन स्थापित करने के लिए विद्यार्थियों को समय का बेहतर एवं इष्टतम प्रबंधन करना होगा।
प्रधानमंत्री ने माता-पिता से आग्रह किया कि वे यह पता लगाने के लिए समय निकालें कि उनके बच्चे को क्या चीज करनी पसंद है और अपने बच्चों की पाठ्येतर गतिविधियों को फैशन स्टेटमेंट अथवा विशिष्टता न बनने दें। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह अच्छा नहीं होता है जब बच्चों का जुनून अभिभावकों के लिए फैशन स्टेटमेंट बन जाता है। पाठ्येतर गतिविधियां तड़क-भड़क से प्रेरित नहीं होनी चाहिए। हर बच्चे को वही करने देना चाहिए जो वह करना चाहता/चाहती है।