प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से संवाद किया और इसके साथ ही उन्हें संबोधित भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को झंडी दिखाकर रवाना किया।
गुवाहाटी की एक गृहिणी श्रीमती कल्याणी राजबोंगशी, जो एक स्वयं सहायता समूह चलाती हैं और जिन्होंने एक क्षेत्र-स्तरीय महासंघ बनाया है और एक खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित की है, को ‘असम गौरव’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री ने उनकी सफलता की गाथा सुनी और कल्याणी जी से कहा कि उनका नाम अपने-आप में ही लोगों के कल्याण का संकेत देता है।
अपने उद्यम के वित्तीय विकास का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि उन्होंने सबसे पहले 2000 रुपये से एक मशरूम इकाई से अपने कारोबार की शुरुआत की और उसके बाद असम सरकार द्वारा दिए गए 15,000 रुपये से उन्होंने एक खाद्य प्रसंस्करण इकाई खोली। इसके बाद उन्होंने 200 महिलाओं के साथ मिलकर ‘क्षेत्र स्तरीय महासंघ’ की स्थापना की। उन्हें ‘पीएमएफएमई (प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना औपचारिकीकरण)’ के तहत भी सहायता मिली। पीएम स्वनिधि के बारे में एक हजार वेंडरों को अवगत कराने के लिए उन्हें ‘असम गौरव’ से सम्मानित किया गया।
इसके साथ ही उन्होंने ‘वीबीएसवाई’ वाहन ‘मोदी की गारंटी की गाड़ी’ का स्वागत करने में अपने क्षेत्र की महिलाओं का नेतृत्व किया और उन्हें उन योजनाओं का लाभ उठाने के बारे में बताया एवं प्रोत्साहित किया जिनकी हकदार वे हैं। प्रधानमंत्री ने उनसे उद्यमिता की भावना और समाज सेवा को बरकरार रखने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आप इसका जीता-जागता उदाहरण हैं कि जब एक महिला आत्मनिर्भर होती है, तो समाज काफी लाभान्वित होता है।’