गुजरात को स्किल हब बनाने के लिए उद्योगों की भागीदारी : स्किल कन्वेंशन का मुख्यमंत्री श्री मोदी ने किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उद्योग संचालकों और आईटीआई के बीच कौशल्य विकास तालीम के 26 समझौता करार हुए
राज्य में उद्योगों द्वारा कौशल्य वद्र्घन तालीम के लिए कुल 119 एमओयू
हिन्दुस्तान को स्कोप-स्केल-स्किल-स्पीड की व्यूह रचना अपनानी चाहिए : श्री मोदी
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महात्मा मंदिर में गुजरात को स्किल हब बनाने के संकल्प के साथ आयोजित स्किल कन्वेंशन का शुभारंभ करते हुए संकल्प जताया कि राज्य में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के व्यापक दायरे को विकसित कर राज्य के विकास और उद्योगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए स्किल डेवलपमेंट मिशन कौशल्य निर्माण और कौशल्य वद्र्घन को प्राथमिकता दी जाएगी। इस सन्दर्भ में 119 जितने स्किल डेवलपमेंट के समझौता करार आईटीआई और उद्योगों के साथ किए गए।
गुजरात सरकार के उद्योग विभाग, इन्डेक्स्ट-बी और औद्योगिक एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में यह इंडस्ट्री रिस्पॉन्सिव स्किल कन्वेंशन आयोजित किया गया। उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुरूप युवा कौशल्य रोजगार के अवसरों को सुनिश्चित कर गुजरात को युवा कौशल्य का गतिशील केन्द्र बनाने के लिए आगामी वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2013 की पूर्व तैयारी के तहत यह कन्वेंशन उद्योग जगत की सहभागिता से संपन्न हुआ।
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मुख्यमंत्री की मौजूदगी में उद्योग संचालकों और राज्य सरकार के आईटीआई के बीच कौशल्य विकास तालीम के 26 समझौता करार आज संपन्न हुए। राज्य सरकार के अभिगम से कुल 119 जितने समझौता करार हुए।
युवाओं को ज्ञान और कौशल्य में सशक्त बनाने का संकल्प 21वीं सदी में अनिवार्य है, इसकी भूमिका में श्री मोदी ने कहा कि देश की पचास प्रतिशत आबादी 25 से 30 वर्ष के बीच वाले युवा वर्ग की है। उनके कौशल्य और ज्ञान का सशक्तिकरण करने से भारत की युवा शक्ति विश्व की उत्तम आर्थिक चालक शक्ति बन सकती है। गुजरात ने इस दिशा में हार्ड स्किल और सॉफ्ट स्किल दोनों क्षेत्रों में पहल की है। इस सन्दर्भ में श्री मोदी ने आई-क्रिएट, स्कोप और ई-एम्पॉवर जैसे नये बुद्घि कौशल्य के आयामों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार ने आईटीआई अपग्रेडेशन, 20 सुपीरियर टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग सेन्टर, 1074 जितने हुनर कौशल्य प्रशिक्षण कोर्स, पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के स्तर पर न्यू स्किल जनरेशन ट्रेनिंग सेन्टर के नेटवर्क जैसी अनेक पहल की है। कौशल्य-तालीम का महत्व अनिवार्य है। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि स्किल-आवश्यकता का मैपिंग गुजरात ने कर लिया है।
इंडस्ट्रीय क्लस्टर की आवश्यकताओं के अनुरूप आईटीआई द्वारा कौशल्य की तालीम से गुजरात सबसे कम बेरोजगारी वाला राज्य बना है। चीन के साथ युवा कौशल्य संवद्र्घन की प्रतियोगिता में टिकने के लिए भारत को स्कोप, स्केल, स्किल और स्पीड चारों क्षेत्रों में प्रभावी व्यूहरचना अपनानी पड़ेगी। श्री मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने अंग्रेजी में बातचीत के लिए सुविधा का व्यापक दायरा बढ़ाने के लिए स्कोप प्रोजेक्ट शुरू किया है जिससे लाखों युवा-गृहिणियां अंग्रेजी भाषा में बातचीत करने का कौशल्य प्राप्त कर सके। इसी प्रकार कंप्यूटर साक्षरता के ई-एम्पॉवर प्रोजेक्ट से दो लाख युवाओं को कंप्यूटर-इंटरनेट का प्रशिक्षण उपयोगी साबित हुआ है। गुजरात सरकार ने बायसेग, माइक्रोसॉफ्ट सैटेलाइट, लॉन्ग डिस्टेंस एजुकेशन की इंजीनियरिंग ट्रेनिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। उद्योग, कृषि, ढांचागत सुविधाओं सहित सभी विकास क्षेत्रों में स्किल डेवलपमेंट का दायरा विकसित किया जाएगा।
कार्यक्रम में श्रम-रोजगार और वित्त मंत्री वजूभाई वाळा ने स्वागत भाषण दिया। सीआईआई की स्किल डेवलपमेंट कमेटी के अध्यक्ष और टाटा कंसलटैंसी के कार्यवाहक वित्त निदेशक एस. महालिंगम ने अपने विचार व्यक्त किए। स्विस फेडरल इंस्टीट्यूट और वोकेशनल एजुकेशनल एंड ट्रेनिंग की डायरेक्टर सुश्री डालिया शिफर ने स्किल डेवलपमेंट और क्षमतावद्र्घन के स्वीडिश प्रयोगों का प्रेजेंटेशन किया। मुख्य सचिव ए.के. जोति ने सभी का आभार जताया।
इस मौके पर स्किल डेवलपमेंट क्षेत्र में कार्यरत देश-विदेश के विशेषज्ञ, कई उद्योग संचालक, श्रम-रोजगार के अग्र सचिव पी. पनीरवेल, उद्योग अग्र सचिव महेश्वर शाहू, श्रम-रोजगार एवं उद्योग, इन्डेक्स्ट-बी के वरिष्ठ सचिव और अधिकारियों के साथ ही भारी संख्या में युवा मौजूद थे।